मर्चेंट नेवी के उम्मीदवार से नौकरी के लिए 4.5 लाख रुपये ठगे

लखनऊ 30 Oct. (Rns/FJ): मर्चेंट नेवी के एक उम्मीदवार से तीन लोगों ने 4.5 लाख रुपये ठगे, जिन्होंने उसे उसके सपनों की नौकरी देने का वादा किया था। आशियाना इलाके के पीड़ित सुमित कुमार सोनकर को भी मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में रुकवाया गया और फिर बदमाशों द्वारा दिल्ली में इंटरव्यू के लिए ले जाया गया।

पुलिस रिपोटरें के अनुसार, सोनकर का परिचय गोरखपुर के मुख्य आरोपी अवनीश सिंह से एक परिचित के माध्यम से हुआ था, जब वह तीन साल पहले मर्चेंट नेवी के अंतिम वर्ष में था।

अवनीश ने नौकरी के लिए अपने आवेदन को संसाधित करने के लिए सोनकर से 50,000 रुपये शुल्क के रूप में लिए।

बाद में अवनीश, सह साथी नीतीश कुमार सिंह और प्रतीक सिंह के साथ, सोनकर को मुंबई के अंधेरी ईस्ट में फ्रंटलाइन शिप मैनेजमेंट ऑफिस के कार्यालय में ले गए और उन्हें अपने वरिष्ठ अजय वर्मा से मिलवाया।

सोनकर का इंटरव्यू और मेडिकल टेस्ट कराया गया।

पीड़िता ने अपनी शिकायत में कहा, “बाद में अजय और अवनीश ने मुझे अपने चैंबर के अंदर बुलाया और मेडिकल, ज्वाइनिंग फीस, जमानत और अन्य खचरें के लिए 4 लाख रुपये देने को कहा।”

जून 2019 तक, सुमित ने सारे पैसे चुका दिए और उन्हें मुंबई पहुंचने के लिए कहा गया।

सोनकर ने आरोप लगाया, “मैं दो महीने तक मुंबई में रहा और खाने और रहने पर 65,000 रुपये खर्च किए। मैं अवनीश से नियुक्ति पत्र देने के लिए कहता रहा। शुरू में तो उसने टाल-मटोल किया और बाद में मुझे फर्जी नियुक्ति पत्र दिया।”

सोनकर ने कहा कि, धोखाधड़ी तब सामने आई जब उन्होंने उस कंपनी से संपर्क किया जिसके लिए उन्हें चुना गया था और बताया गया कि नियुक्ति पत्र फर्जी है।

उन्होंने कहा, “मैंने अवनीश का सामना किया और कुछ समय बाद, वह पैसे वापस करने के लिए तैयार हो गया। हालांकि, मुझे कभी एक पैसा नहीं मिला जिसके बाद मैंने पुलिस से संपर्क किया।”

पूर्वी क्षेत्र के डीसीपी प्राची सिंह ने कहा कि, इस मामले में एक टीम काम कर रही है, प्राथमिकी दर्ज कर ली गई है।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version