शुक्रवार सुबह सात बजे से मतदान
नई दिल्ली 19 April, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : आम चुनाव के पहले चरण में 21 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) में 102 संसदीय सीटों के लिए शुक्रवार सुबह सात बजे मतदान शुरू होगा। जिसके लिए चुनाव अधिकारी मतदान केन्द्रों पर पहुंचा दिये गये हैं।
पहले चरण में लोक सभा के साथ साथ अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम विधानसभा कुल 92 सीटों के लिए भी मतदान कराये जाएंगे। चुनाव आयोग ने निष्पक्ष और शांतिपूर्ण चुनाव कराने के लिए सुरक्षा के व्यापक प्रबंध किए हैं और उम्रदराज और दिव्यांग मतदाताओं की सुविधा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
लोक सभा के पहले चरण के चुनाव में 16.63 करोड़ मतदाता केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी, किरेन रिजिजू, अर्जुन राम मेघवाल सहित कुल आठ केन्द्रीय मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल 1605 प्रत्याशी के चुनावी भविष्य का फैसला करेंगे।
आयोग की ओर से गुरुवार को जारी विज्ञप्ति के अनुसार मतदान कल सुबह सात बजे से शाम छह बजे तक मतदान कराया जाएगा। आयोग के अनुसार संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों पर मतदान के समय अलग-अलग भी हो सकते हैं। इसके लिए सभी मतदान केन्द्रों पर चुनाव कराने वाली अधिकारियों की टीमें ईवीएम मशीनों के साथ पहुंचा दी गयी हैं।
मुख्य निर्वाचन आयुक्त राजीव कुमार ने आम चुनाव-2024 के पहले चरण के मतदान दिवस की पूर्व संध्या पर देश के 97 करोड़ मतदाताओं के नाम संदेश में कहा, आप अपना वोट डालें और ‘चुनाव का पर्व, देश का गर्व’ के उत्सव में भाग लें। निर्वाचन आयोग ने चुनाव को सहभागिता के साथ स्वतंत्र, निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तथा प्रलोभन मुक्त रखने और इसके लिए अपनी प्रतिबद्धता को दोहराया है।
आयोग इन चुनावों के लिए पिछले दो वर्षों से तैयारी कर रहा है। मुख्य निर्वाचन आयुक्त कुमार और निर्वाचन आयुक्त ज्ञानेश कुमार और श्री सुखबीर सिंह संधू ने चुनाव की तैयारी को अंतिम रूप दिया।
पहले चरण में मताधिकार प्राप्त 16.63 करोड़ मतदाताओं में 8.4 करोड़ पुरुष और 8.23 करोड़ महिला तथा 11,371 उभयलिंगी मतदाता हैं। पहली बार मतदान करने वाले 35.67 लाख मतदाताओं ने वोट डालने के लिए पंजीकृत किया है।
इसके अतिरिक्त 20-29 वर्ष आयु वर्ग के 3.51 करोड़ युवा मतदाता हैं। पहले चरण में भाग्य अजमाने के लिए 625 उम्मीदवार चुनावी मैदान में उतरे है, जिनमें से 1491 पुरुष और 134 महिला उम्मीदवार हैं।
पहले चरण के संसदीय चुनाव में आठ केन्द्रीय मंत्रियों, दो पूर्व मुख्यमंत्रियों और एक पूर्व राज्यपाल का चुनावी भविष्य इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन में दर्ज होना है। इनमें सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, नागपुर लोकसभा क्षेत्र से तीसरी बार जीतने का प्रयास कर रहे हैं। केन्द्रीय पृथ्वी विज्ञान राज्य मंत्री किरेन रिजिजू अरुणाचल पश्चिम सीट पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस उम्मीदवार नबाम तुकी के सामने हैं।
केन्द्रीय जहाजरानी जल मार्ग एवं बंदरगाह मंत्री सर्बानंद सोनोवाल असम में डिब्रूगढ़ और केन्द्रीय मंत्री संजीव बालियान मुजफ्फरनगर (उत्तर प्रदेश) से चुनाव लड़ रहे हैं। पहले चरण में प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेन्द्र सिंह के चुनावी भविष्य का निर्णय ऊधमपुर सीट पर हो जा रहा है और उनके सहयोगी भूपेन्द्र यादव राजस्थान की अलवर सीट से भाग्य आजमा रहे हैं।
राजस्थान की ही बीकानेर सीट पर कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल का मुकाबला कांग्रेस के उम्मीदवार एवं पूर्व मंत्री गोविन्द राम मेघवाल से है। पहले चरण के अन्य प्रमुख प्रत्याशियों में पूर्व मंत्री एवं द्रमुक सांसद ए राजा का भाग्य नीलगिरि सीट के मतदाताओं के निर्णय से तय होगा। शिवगंगा सीट पर पूर्व केन्द्रीय मंत्री पी चिदंबरम के पुत्र कार्ति चिदंबरम पुन: जीत का प्रयास कर रहे हैं।
हाल तक तेलंगाना की राज्यपाल रहीं तमिलसाई सौन्दरराजन भाजपा के टिकट पर चेन्नई दक्षिण सीट पर उम्मीदवार हैं। पश्चिम त्रिपुरा सीट पर राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अपना भाग्य आजमा रहे हैं। मणिपुर के कानून एवं शिक्षा मंत्री तथा भाजपा उम्मीदवार बसंत कुमार सिंह इनर मणिपुर सीट पर जेएनयू की प्रोफेसर एवं कांग्रेस उम्मीदवार विमल ओकोईजाम के खिलाफ चुनाव लड़ रहे हैं।
भाजपा प्रत्याशी कोयम्बटूर से के. अन्नामलाई, द्रविड मुनेत्र कषगम प्रत्याशी कनिमोझी थुथुकुडी से, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) प्रत्याशी जितिन प्रसाद पीलीभीत से, कांग्रेस से मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के पुत्र नकुलनाथ छिंदवाडा से भाग्य आजमा रहे हैं।
मतदाताओं के लिए मतदान करने के लिए 1.87 लाख केंद्र बनाए गए हैं और स्वतंत्र एवं शांतिपूर्ण मतदान के लिए 18 लाख कर्मियों को तैनात किया गया है। कल होने वाले मदान में 102 संसदीय निर्वाचन क्षेत्रों (सामान्य- 73, एसटी- 11, एससी-18) और अरुणाचल और सिक्किम में राज्य विधानसभा चुनावों में 92 विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों के लिए मतदान शुरू होगा। पहले चरण में अन्य चरण की अपेक्षा निर्वाचन क्षेत्रों की संख्या सबसे अधिक है। मतदान सुबह सात बजे शुरू होता है और शाम छह बजे समाप्त होता है। इसके अलावा मतदान और सुरक्षा कर्मियों को लाने-ले जाने के लिए 41 हेलीकॉप्टर, 84 विशेष ट्रेनें और लगभग एक लाख वाहन तैनात किए गए हैं।
आयोग ने शांतिपूर्ण और सुचारु रूप से चुनाव कराने के लिए कई निर्णायक कदम उठाए हैं। मतदान प्रक्रिया को सुरक्षित करने के लिए मतदान केंद्रों पर पर्याप्त रूप से केंद्रीय बलों को तैनात किया गया है। सभी मतदान केंद्रों पर माइक्रो पर्यवेक्षकों की तैनाती के साथ-साथ 50 प्रतिशत से अधिक मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की जाएगी। मतदान से कुछ दिन पहले ही 361 पर्यवेक्षक (127 सामान्य पर्यवेक्षक, 67 पुलिस पर्यवेक्षक, 167 व्यय पर्यवेक्षक) अपने निर्वाचन क्षेत्रों में पहुंच चुके हैं। इसके अतिरिक्त, कुछ राज्यों में विशेष पर्यवेक्षकों को तैनात किया गया है। वीडियो निगरानी टीमें और 1255 वीडियो देखने वाली टीमें मतदाताओं को शामिल करने के किसी भी प्रकार से सख्ती से और तेजी से निपटने के लिए चौबीसो घंटे निगरानी रख रही हैं।
पहले चरण के मतदान के लिए कुल 1374 अंतरराज्यीय और 162 अंतरराष्ट्रीय सीमा चौकियां, शराब, ड्रग्स, नकदी और मुफ्त वस्तुओं के किसी भी अवैध प्रवाह पर कड़ी निगरानी रख रही हैं। इसके अलावा समुद्री और हवाई मार्गों पर कड़ी निगरानी रखी गई है।
पहले चरण के 102 सीटों में होने वाले मतदान के लिए 85 वर्ष अधिक के 14.14 लाख से ज्यादा मतदाता पंजीकृत और 13.89 लाख दिव्यांग मतदाता हैं, जिन्हें अपने घर से आराम से मतदान करने का विकल्प प्रदान किया गया है। आयोग की इस वैकल्पिक होम वोटिंग सुविधा को पहले से ही जबरदस्त सराहना और प्रतिक्रिया मिल रही है।
लोकसभा चुनाव में जहां भारतीय जनता पार्टी ने ‘मोदी की गारंटी’ के अभियान की योजना बनाई है, जो कि मतदाताओं को मुख्य रूप से राजनीतिक निरंतरता पर ध्यान केंद्रित कर रही है, वहीं मुख्य विपक्षी कांग्रेस ने मतदाताओं को नौकरी और नकद हस्तांतरण का वादा करने के लिए ‘न्याय पत्र’ लॉन्च किया है। भाजपा ने अपने चुनावी घोषणा पत्र में समान नागरिक संहिता (यूसीसी) लाने और ‘एक देश एक चुनाव’ के सिद्धांत को लागू करने का भी वादा किया है।
इस बार चुनावी लड़ाई मुख्य रूप से दो राजनीतिक समूहों – भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) और कांग्रेस के नेतृत्व वाले भारतीय राष्ट्रीय विकासात्मक समावेशी गठबंधन (इंडिया समूह) के बीच है।
भाजपा के लिए चुनावी जीत का मतलब होगा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की हैट्रिक लगाना है। विपक्ष की हार उनका मनोबल और गिरा सकता है। कई चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में भगवा पार्टी की जीत की भविष्यवाणी की गई है, लेकिन अतीत में कई मौकों पर सर्वेक्षणकर्ता गलत भी साबित हुए हैं।
पहले चरण में अन्य छह चरणों के मुताबिक सबसे ज्यादा सीटों पर मतदान होगा। इस चरण में तमिलनाडु की सभी 39, राजस्थान की 12, उत्तर प्रदेश की आठ, मध्य प्रदेश की छह, महाराष्ट्र की पांच, बिहार की चार, उत्तराखंड की सभी पांचों सीटों, असम की चार, पश्चिम बंगाल की तीन, अरुणाचल, मणिपुर और मेघालय की दो-दो, छत्तीसगढ़, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, त्रिपुरा, अंडमान एंड निकोबार, जम्मू-कश्मीर, लक्षद्वीप और पुड्डुचेरी की एक-एक लोकसभा सीट पर 19 अप्रैल को मतदान कराया जायेगा।
पहले चरण के चुनाव में असम की डिब्रूगढ़, जोरहाट, काजीरंगा, लखीमपुर और सोनितपुर सीट पर, बिहार की जमुई, औरंगाबाद, गया और नवादा सीट पर , मध्य प्रदेश की छिंदवाड़ा, बालाघाट, जबलपुर, मंडला, सीधी, और शहडोल सीट, महाराष्ट्र की चंद्रपुर, भंडारा-गोंदिया, गढ़चिरौली, चिमूर, रामटेक और नागपुर सीट पर, राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, चूरू, झुंझुनू, सीकर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर सीट, उत्तराखंड की पांचों सीट गढ़वाल, टेहरी गढ़वाल, अल्मोडा, नैनीताल-उधमसिंह नगर और हरिद्वार सीट पर कल सुबह मतदान शुरू होंगे। पश्चिम बंगाल की जलपाईगुड़ी, कूचबिहार और अलीपुरद्वार में भी इसी दिन मतदान होगा।
त्रिपुरा वेस्ट में भी इसी दिन वोट डाले जायेंगे। तमिलनाडु की सभी 39 सीटों पर पहले चरण में मतदान होगा। इनमें चेन्नई उत्तर, चेन्नई दक्षिण, चेन्नई सेंट्रल, श्रीपेरंबदूर, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, अराक्कोनम, वेल्लोर, कृष्णागिरी, विलुप्पुरम, कल्लाकुरिची, सलेम, नामक्कल, कोयंबटूर, पोलाची, डिंडीगुल, करूर, धर्मपुरी, तिरुवन्नमलाई, अरणी, इरोड, तिरुप्पुर, नीलगिरी, तिरुचिरापल्ली, पेरम्बलूर, कुड्डालोर, चिदम्बरम, थेनी, विरुधुनगर, रामनाथपुरम, थूथुक्कुडी, तेनकासी, मयिलादुथुराई, नागपट्टिनम, तंजावुर, शिवगंगा, मदुरै, तिरुनेलवेली और कन्याकुमारी शामिल हैं। पहले चरण में उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर, बिजनौर, सहारनपुर, कैराना, नगीना, मुरादाबाद, रामपुर और पीलीभीत में भी मतदान होंगे। इसके अलावा असम की डिब्रूगढ़, सोनितपुर और छत्तीसगढ़ की बस्तर सीट पर मतदान होगा।
कुल सात चरणों में कराये जा रहे इन चुनावों में लोकसभा की 543 सीटों के साथ-साथ अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, ओडिशा और आंध्रप्रदेश विधानसभाओं के चुनाव कराये जा रहे हैं। मतगणना चार जून को करायी जाएगी।
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