मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने 93 नवनियुक्त पदाधिकारियों के बीच नियुक्ति पत्र सौंपा

रांची, 22.06.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने 93 नवनियुक्त पदाधिकारियों के बीच नियुक्ति पत्र सौंपा. राज्य की आंतरिक क्षमता को विकसित कर हमें प्रत्येक सेक्टर में आगे बढ़ने की जरूरत है। झारखंड का राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला एक आदर्श प्रयोगशाला के रूप में अपनी पहचान बनाए इस निमित्त आपसभी नवनियुक्त सहायक निदेशक, वरीय वैज्ञानिक पदाधिकारी एवं वैज्ञानिक सहायक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। हमें अब फॉरेंसिक जांच, डीएनए टेस्ट, नारकोटिक्स जांच सहित अन्य टेक्निकल जांच के लिए सैंपल अन्य राज्यों में न भेजना पड़े इसीलिए राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला को सुदृढ़ और मजबूत बनाया जा रहा है।

हमारी सरकार ने राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में रिक्त पड़े पदों को भरने का काम किया है। जरूरत को मद्देनजर रखते हुए राज्य सरकार आने वाले समय में विधि विज्ञान प्रयोगशाला का विस्तार भी करेगी। जांच की वजह से पेंडिंग पड़े वादों का निपटारा जल्द हो यह सरकार की प्राथमिकता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कहीं।

मुख्यमंत्री ने सभागार में उपस्थित सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं तथा बधाई दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल नियुक्ति पत्र नहीं है यह संकल्प पत्र है। आज हम सभी का मकशद मिलकर राज्य को अपने पैरों पर खड़ा करने का होना चाहिए।

जांच के अभाव में हजारों कैदी जेलों में है बंद

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आदिवासी, दलित, गरीब कमजोर वर्ग के हजारों कैदी जांच के अभाव में राज्य के विभिन्न कारागारों में बंद पड़े हैं। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक में जो आंकड़े मेरे समक्ष लाए गए, उससे तो यह प्रतीत होता है कि ये सभी बंदी छोटे-छोटे जुर्म के आरोप में फंसे हैं और जांच के अभाव में कई वर्षों से राज्य के विभिन्न काराओं में कैदी के रूप में बंद पड़े हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कैदियों के वादों पर सरकारी संसाधनों का उपयोग से त्वरित जांच प्रक्रिया निष्पादित कर इन्हें न्याय दिलाने का काम हमारी सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न कारागारों में 80 से 90% कैदी छोटे-मोटे आरोपों के शिकार बने हैं। ये सभी कैदी आर्थिक रूप से कमजोर, गरीब और पिछड़े वर्ग के हैं। इन्हें विधि सम्मत न्याय मिले यह हम सभी की जिम्मेदारी है।

झारखंड के नौजवानों में काबिलियत की कमी नही, प्लेटफार्म उपलब्ध करा रही हमारी सरकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के नौजवानों के काबिलियत पर कोई प्रश्न चिन्ह खड़ा नहीं किया जा सकता है। सीमित संसाधनों के बावजूद हमारे नौजवानों ने कई क्षेत्रों में राज्य का नाम रोशन कर दिखाया है। इस बार यूपीएससी की परीक्षा में एक साथ हमारे 25 बच्चों ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर सफलता पाई है। राज्य स्थित नेतरहाट विद्यालय से पढ़कर अबतक सैकड़ों आईएएस,आईपीएस सहित अन्य बड़े पदों में अधिकारी देश के कोने कोने में काबिज हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के नवनियुक्त पदाधिकारी जो इस सभागार में उपस्थित हैं 90 से 95% स्थानीय बच्चे हैं, जिन्होंने अपना प्रतिभा को दर्शाया और आज नियुक्ति पायी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आप सभी लोग राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला को नई क्षमता, नई ऊर्जा एवं नई सोच के साथ आगे ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विदेशों में शिक्षा ग्रहण हेतु एस्कॉलरशिप, खेल नीति सहित कई अन्य क्षेत्रों में सकारात्मक सोच के साथ नियम बनाने का कार्य किया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का 42% खनिज संपदा झारखंड में है। पिछले लगभग 100 वर्षों से खनन का कार्य किया जा रहा है परंतु यहां के विस्थापितों को दूसरे राज्यों में जाकर रोजी रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। विस्थापितों का विकास सिर्फ मुआवजा देकर ही नहीं किया जा सकता है बल्कि उन्हें सरकारी संसाधनों का लाभ देकर भी मजबूत करने की आवश्यकता है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन कार्यों के तहत राज्य को मिलने वाली रॉयल्टी के रूप में 1 लाख 36 करोड़ रुपए का बकाया केंद्र सरकार पर है। अब हमें केंद्र सरकार द्वारा बकाया राशि मिलना प्रारंभ भी हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी, दलित, जरूरतमंदों का जुबान बनकर कार्य कर रही है।

स्थानीय बच्चों को नई नियुक्ति नियमावलियों का मिल रहा है लाभ

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा सभी विभागों में पड़े रिक्त पदों को भरने का कार्य किया जा रहा है। सरकार गठन के बाद से ही सभी विभागों की नियुक्ति नियमावलियों को दुरुस्त और सुदृढ़ किया गया है, जिसका लाभ झारखंड के स्थानीय बच्चों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 12,000 अवर सेवा स्तर के तथा विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए कार्मिक को अधियाचना भेज दी है।

बहुत जल्द 40,000 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में रिक्त पड़े पदों पर तेजी से नियुक्ति कर मानव बल के अभाव में हो रही समस्याओं का समाधान कर रही है हमारी सरकार। उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि प्रत्येक महीने किसी न किसी विभाग में नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा, नियुक्ति रोजगार के कार्य सहित राज्य के प्रत्येक पिलर को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई नियुक्ति नियमावलियों में कई चीजों को सरल और पारदर्शी बनाया गया है। पहले हमारे बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षाओं में आवेदन करने के लिए फॉर्म शुल्क के तौर पर पांच सौ, एक हजार, कभी-कभी पंद्रह सौ रुपए लगते थे, परंतु हमारी सरकार ने अब यह शुल्क मात्र 50 से 100 रुपए ही रखा है। अब जेपीएससी इत्यादि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चार लाख से अधिक बच्चे शामिल होते हैं।

जन भावना के अनुरूप कार्य कर रही राज्य सरकार

इस अवसर पर खिजरी विधायक श्री राजेश कच्छप ने कहा कि निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। जो कार्य 22 साल पहले हो जानी थी, वह कार्य आज किया गया। उन्होंने कहा कि गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग अंतर्गत राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला, झारखंड हेतु चयनित सहायक निदेशक/वरीय वैज्ञानिक पदाधिकारियों एवं वैज्ञानिक सहायकों की नियुक्ति कई वर्षों पहले ही होनी चाहिए थी परंतु पूर्ववर्ती सरकारों के उदासीनता का परिणाम है कि यह नियुक्ति आज हो रही है।

उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक जांच के लिए अब हमें दूसरे राज्यों पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। मुख्यमंत्री का सपना है कि झारखंड में सुशासन और पारदर्शी कानून व्यवस्था बना रहे। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के समय झारखंड ने दूसरे राज्यों को आईना दिखाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने प्रतिबद्धता के साथ अपने वादों को निभाने का काम किया है। तीव्र गति से सरकारी नियुक्तियां हो रही है। स्थिति अनुकूल रहती तो ये नियुक्तियां आज से डेढ़ वर्ष पहले ही हो गई होती।

जल्द ही कई विभागों में हजारों नियुक्तियां होनी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में वर्तमान सरकार झारखंड की परिस्थिति के अनुसार यहां की जनभावना और जरूरत को पूरा करने के लिए कटिबद्ध है।

अब तेज गति से हो सकेगा फॉरेंसिक जांच का कार्य

इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की क्राइम की जांच के लिए पुलिस के साथ फॉरेंसिक जांच टीम का होना जरूरी होता है। एक्सपर्ट पदाधिकारियों के अभाव में पहले सैंपल जांच के लिए गुजरात भेजे जाते थे। वहां हमारी जांच को प्राथमिकता नहीं मिलती थी। इसी कारण पुलिस की जांच प्रभावित होती थी।

लेकिन अब इससे मुक्ति मिलेगी। नवनियुक्त अधिकारियों के प्रति विश्वास जताते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि फॉरेंसिक जांच के लिए आये सभी सैम्पल ससमय पर पूरे होंगे, साथ ही बैकलॉग को क्लियर करने की रणनीति पर भी वह काम करें। इसके लिए उन्होंने गृह विभाग से अनुरोध किया कि 15 दिनों के अंदर एक ओवरटाइम सिस्टम काम करने की रणनीति बनाएं, जिसमें काम करने वाले अधिकारियों को सैलरी के साथ इंटेंसिव भी मिले। ताकि वे उत्साह से काम कर पाये।

गृह विभाग की रिक्तियों को तेज गति से भरा जा रहा है

इस अवसर पर गृह, कारा एवं आपदा विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नियुक्ति कार्यों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि जेएसएससी और जेपीएससी ने जितनी जल्दी से आज नियुक्ति पत्र पाने वाले अधिकारियों का रिजल्ट दिया है वह अपने आप में माइलस्टोन है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार गृह विभाग में रिक्त पड़े विभिन्न पदों को नियम के तहत जल्द से जल्द भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है।

उसी का परिणाम है कि आज कुल 93 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। मौके पर डीजीपी श्री नीरज सिन्हा ने कहा कि पूर्व में क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के लिए एक समिति बनी थी। समिति ने सुझाव दिया था कि पुलिस की जांच के साथ एक फॉरेंसिक जांच की भी टीम रहे। राज्य में फॉरेंसिक लैब तो था, परंतु जांच के लिए एक्सपर्ट अधिकारियों की कमी थी। अब अधिकारियों की नियुक्ति होने से इन समस्याओं का निपटारा हो सकेगा।

इस अवसर पर विधायक श्री राजेश कच्छप, मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, गृह, कारा एवं आपदा विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, डीजीपी श्री नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे सहित नवनियुक्त पदाधिकारी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।

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समुद्र में डूबा हांगकांग का मशहूर तैरता रेस्तरां, 46 साल से खिला रहा था खाना

हांगकांग,22 जून(RNS) । हांगकांग का प्रसिद्ध तैरता रेस्तरां दक्षिणी चीन सागर की गहराइयों में समा गया। उसे बांध कर पैरासेल द्वीप के करीब ले जाया गया जहां वह समुद्र में डूब गया। आबेरडीन रेस्ट्रॉन्ट एंटरप्राइजेज ने एक बयान जारी कर बताया कि रेस्तरां विपरीत परिस्थितियों का सामना नहीं कर पाया और उसमें पानी भरने लगा था। हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। रेस्त्रां को बचाने के प्रयास जारी हैं।

जंबो रेस्त्रां जहां डूबा है, वहां गहराई एक हजार मीटर से ज्यादा है, इसलिए बचाव व राहत कार्य में मुश्किल आ रही है। यह रेस्त्रां ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ और हॉलीवुड के सुपरस्टार टॉम क्रूज जैसे तमाम दिग्गजों की मेहमाननवाजी कर चुका है। हांगकांग आने वाले पर्यटकों के लिए यह मुख्य आकर्षण हुआ करता था।

जंबो रेस्टॉरेंट के डुबने की यह घटना उस वक्त हुई, जब 46 साल बाद उसे बोटों द्वारा दूसरी जगह ले जाया जा रहा था। हांगकांग का यह जंबो रेस्टॉरेंट सालों से पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र था। यह 1976 में शुरू हुआ था। इसका कैंटोनीज खाना बेहतरीन माना जाता था।
जंबो रेस्टॉरेंट कोरोना महामारी के बाद से नहीं खुला था। इसे नए सिरे से संवारने के लिए कोई निवेशक आगे नहीं आया।

मालिकों ने इसके पुनरुद्धार के लिए काफी कोशिशें की थीं, लेकिन विफल रहने से उसे हांगकांग के एबरडीन हार्बर से हटाया जा रहा था, तभी यह डूब गया।

इसका संचालन करने वाली एबरडीन रेस्तरां एंटरप्राइजेज के अनुसार इस तैरते रेस्त्रां को चलाने की लागत लगातार बढ़ रही थी। वह लगातार पैसा लगाने में असमर्थ हो गए थे। इसके रखरखाव पर ही हर साल लाखों डॉलर खर्च हो रहे थे।

कंपनी ने कहा कि लगता नहीं है कि यह निकट भविष्य में फिर से शुरू होगा। इस तैरते हुए रेस्टोरेंट को कई नावों की मदद से दूर ले जाया गया है। इसे विदाई देने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए थे।

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केंद्र सरकार को -1अग्निपथ-1 वापस लेना ही होगा: राहुल गांधी

नई दिल्ली 22 जून (आर एन एस) । केंद्र सरकार के द्वारा रक्षा मंत्रालय में अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फिर दोहराते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को अग्नीपथ वापस लेना ही होगा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि मैं सच्ची देशभक्ति सेना को मजबूत करने में है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए धोखे से सेना को कमजोर कर रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के लिए और सेना के लिए दोनों ही घातक है और इसे हम लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। चीन की सेना हमारे हिंदुस्तान की धरती पर बैठी है किस बात की फिक्र केंद्र की मोदी सरकार को यह नहीं समझ नहीं आ रही है और अपने मनमर्जी करने के लिए सेना के साथ और देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।

राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की 14 जून को घोषणा की थी। इसके तहत साढ़े 17 साल से 21 वर्ष आयु तक के युवाओं की चार साल की अल्प अवधि के लिए संविदा आधार पर भर्ती की जाएगी।

इनमें से 25 फीसदी को 15 और वर्षों को लिए सेवा में रखा जाएगा। अन्य को बिना ग्रैज्युटी और पेंशन लाभ के सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। इसके बाद से ही देश भर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं।

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सेना में रेजिमेंटल सिस्टम बरकरार रहेगा : केंद्र सरकार

नई दिल्ली 22 June (Rns): सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सेना में पारंपरिक रेजीमेंट सिस्टम जारी रहेगा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “अग्निपथ योजना तीन चीजों को संतुलित करती है- पहली, सशस्त्र बलों की युवा प्रोफाइल, दूसरा, तकनीकी जानकार और सेना में शामिल होने वाले अनुकूलनीय लोग, तीसरा व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करती है। हमें देश की सुरक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ की जरूरत है।” नई भर्ती योजना अग्निपथ के देश में व्यापक विरोध और आंदोलन के बाद से यह तीनों सेनाओं की दूसरी मीडिया ब्रीफिंग थी।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा, “रक्षा सुधारों पर कई समितियां सशस्त्र बलों के लिए युवा प्रोफाइल की सिफारिश करती हैं और अग्निपथ योजना रक्षा बलों में उस बदलाव को लाने में मदद करती है। दुनिया के किसी अन्य देश में भारत के समान जनसांख्यिकीय लाभांश नहीं है। हमारे 50 प्रतिशत युवा 25 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं। सेना को इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए। हमें इस जनसांख्यिकीय लाभांश को प्रतिबिंबित करना होगा।”

एयर मार्शल एस.के. झा ने कहा, “पहले वर्ष में दो प्रतिशत के साथ आग्नेयास्त्रों को धीरे-धीरे शामिल किया जा रहा है। पांचवें वर्ष में यह संख्या लगभग 6,000 हो जाएगी और 10वें वर्ष में लगभग 9,000-10,000 हो जाएगी। भारतीय वायु सेना में प्रत्येक नामांकन अब केवल ‘अग्निवीर वायु’ के माध्यम से होगा।”

इस बीच, वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना का भर्ती कैलेंडर 25 जून के लिए तय किया गया था, लेकिन यह 22 जून से शुरू होगा। ऑनलाइन पंजीकरण 1 जुलाई से शुरू होगा। वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, “एग्निवर्स के लिए डीजी शिपिंग आदेश के अनुसार, 4 साल के प्रशिक्षण के बाद वे सीधे मर्चेट नेवी में जा सकते हैं।”

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देश की महान राष्ट्रपति बनेंगी द्रौपदी मुर्मू – एनडीए उम्मीदवार पर बोले पीएम मोदी

नई दिल्ली 22 June (Rns) एनडीए ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार में झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगा दी है। इससे पहले विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का नाम फाइनल किया था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एनडीए उम्मीदवार के ऐलान के कुछ देर बाद पीएम नरेंद्र मोदी ट्वीट किया कि द्रौपदी मुर्मू देश की एक महान राष्ट्रपति बनेंगी।

इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा ने प्रेस कांफ्रेस के जरिए एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार का औपचारिक ऐलान किया। काफी देर तक चले मंथन में पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने बैठक की थी। जिसमें सर्वसम्मति से द्रौपदी मुर्मू का नाम फाइनल किया गया।

कौन हैं द्रौपदी मुर्मू

द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। आदिवासी नेता कहे जाने वाली मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं और बीजेडी सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगने के बाद अब एनडीए को चुनाव में बीजू जनता दल का साथ मिलने की संभावना काफी बढ़ गई है।

क्या बोले पीएम मोदी

पीएम मोदी ने एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे ट्वीट किया। पीएम ने लिखा, “द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी।”

पीएम मोदी ने आगे लिखा, “लाखों लोग, विशेष रूप से वे जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, द्रौपदी मुर्मू जी के जीवन से बहुत ताकत मिलती है। नीतिगत मामलों में उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।”

जनजातीय गौरव को नए शिखर पर ले जाने वाला काम

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “आज देश के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व जेपी नड्डा की अध्यक्षता में एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की घोषणा की है। ये निर्णय जनजातीय गौरव को नए शिखर पर ले जाने का काम करेगा। इसके लिए मोदी जी का अभिनंदन करता हूं।”

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हिना खान ने किया इंटरनेट पर कब्ज़ा, नया फोटोशूट देख घायल हुए फैंस

22.06.2022 – टेलीविजऩ के मशहूर सीरियल से घर-घर में अपनी छाप छोडऩे वाली हिना खान बॉलीवुड में करियर बनाने के प्रयास में लगी हुई हैं। कान्स में उन्होंने अपनी अगली फिल्म कंट्री ऑफ ब्लाइंड का पोस्टर जारी करके ये बता दिया कि वो बॉलीवुड पर कमाल करने वाली हैं। लाखों दिलों पर राज करने वाली हिना खान हाल ही में एक अवॉर्ड कार्यक्रम में नजर आई।

वही इसके चलते वो बेहद खूबसूरत लगीं। हिना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इवेंट लुक की कुछ तस्वीरें साझा की है। जिसे देखकर प्रशंसक अपना दिल हार रहे हैं। इन तस्वीरों में हिना खान ने ब्लैक एंड व्हाइट ड्रेस पहन रखी हैं। ब्लैक गाउन में वो अब तक की सबसे खूबसूरत लुक में नजर आ रही हैं।

हिना खान ने ग्लिटरी मेकअप किया था जिससे शाम को और भी वो खूबसूरत बना सकें। गले में चोकर आकर्षक का केंद्र था।हिना खान की फोटोज से प्रशंसकों की नजर नहीं हट रही हैं। स्टनिंग, फायर, हॉट जैसे कमेंट की लाइन लगी हुई हैं। कुछ लोग उनकी आंखों की प्रशंसा भी करते नजर आ रहे हैं। बता दें कि इस वर्ष हिना खान ने फिर से इंटरनेशनल इवेंट कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपने फैशनेबल लुक से जलवा बिखेरा।

हालांकि उन्हें भारतीय पवेलियन में हिस्सा नहीं मिलने के कारण थोड़ा दुख हुआ था। वही फिलहाल इंटरनेट पर हिना की ये तस्वीरें छाई हुई है। (एजेंसी)

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केट शर्मा ने शेयर किया बिकिनी तस्वीरें देखकर अपनी मॉम का रिएक्शन

22.06.2022 – केट शर्मा का सोशल मीडिया भले ही उनके बिकनी शूट और सेक्सी कपड़ों में आत्मविश्वास के लिए तारीफों और तारीफों के साथ धमाका कर रहा हो, लेकिन उनके लिए एक टिप्पणी सामने आई है। अपनी बेटी को इतने नाजुक दृश्यों और शूटिंग में देखने के बारे में अभिनेत्री की मां का कुछ और ही कहना था।

केट ने हमारे साथ साझा किया कि उनकी पहली बिकनी पोस्ट देखकर उनकी मां ने कैसे प्रतिक्रिया दी, ज्यादातर माताओं की तरह, मेरी माँ भी थोड़ी पारंपरिक हैं और मेरी पहली बिकनी पोस्ट को देखकर, उनकी प्रतिक्रिया वास्तव में काफी मजेदार थी। उन्होंने मुझे डांटा। मैं वास्तव में फोन के माध्यम से गर्मी महसूस कर सकती थी।

माँ रिश्तेदारों के बारे में सोचती थीं कि वे क्या सोचेंगे और कैसे प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन मैं उनके साथ बैठ गई और शांति से उन्हें फैशन के बारे में समझाया कि उद्योग और कला और दुनिया कैसे विकसित हुई है। मैंने उन्हें समझाया कि यह सिर्फ पहनावा नहीं है बल्कि यह महिलाओं को कई अलग-अलग तरीकों से सशक्त बनाता है।

हर चीज के दो पहलू होते हैं इसलिए मैंने उनसे कहा कि इसे शक्तिशाली, शानदार और सुंदर के रूप में लें। लेकिन इसके अलावा, मेरी मां ने मेरे सपनों को पूरा करने और एक मॉडल और अभिनेत्री बनने में मेरा काफी साथ दिया है।

यह वास्तव में हमारे माता-पिता की प्रार्थना है जो हमें सफलता की ओर ले जाती है। केट ने इंस्टाग्राम पर रील में फोन के जरिए अपनी मां के चिल्लाने का एक मजेदार वर्जन भी पोस्ट किया है और यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है (एजेंसी)

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अपने पालतू कुत्ते को साफ और स्वस्थ बनाए रखने के लिए अपनाएं ये ग्रूमिंग टिप्स

22.06.2022 – बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों खुद को संवार लेते हैं, लेकिन जब बात कुत्तों की आती है तो उनके लिए खुद को संवारना मुश्किल होता है। हालांकि, कुत्ते खुद को साफ रखने के लिए कई तरह की कोशिश करते हैं, लेकिन उसमें पूरी तरह से सफल नहीं हो पाते। अगर आपने कोई कुत्ता पाल रखा है तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसी ग्रूमिंग टिप्स बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप उसे साफ और स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।

कुत्ते को रोजाना नहलाने से बचेंअपने कुत्ते को नहलाने के लिए सबसे पहले एक मग गुनगुना पानी अपने कुत्ते पर डालकर उस पर हल्के हाथों से माइल्ड शैंपू लगाएं, फिर उसे सावधानीपूर्वक गुनगुने पानी से नहालकर तौलिये से पोंछे। किसी भी कुत्ते को नहलाने की आवृत्ति उसकी नस्ल पर निर्भर करती है, लेकिन अधिकांश कुत्तों को महीने में एक-दो बार नहलाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, समय-समय पर अपने कुत्ते के फर को अच्छी तरह से ब्रश करें ताकि उनमें पिस्सू जैसे कीड़े न हो।

दांतों के स्वास्थ्य पर दें ध्यानइंसानों की तरह ही कुत्तों के मुंह का स्वच्छ होना जरूरी है, इसलिए अपने कुत्ते के दांतों को नियमित रूप से ब्रश करें। दरअसल, बैक्टीरिया उनके दांतों के स्वास्थ्य को प्रभावित करने का कारण बन सकते हैं, जिससे उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। द अमेरिकन सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स के मुताबिक, सप्ताह में दो-तीन बार कुत्तों को टूथब्रश कराने की सलाह देती है।

समय-समय पर करें ट्रिमिंगजब बात ट्रिमिंग की आती है तो इसमें आपके कुत्ते के फर और नाखून दोनों शामिल होते हैं। हालांकि, ट्रिम करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें क्योंकि उस दौरान आप एक तेज उपकरण का इस्तेमाल कर रहे होते हैं और आपका कुत्ता आपकी पकड़ से बाहर निकलने की कोशिश कर सकता है, जिसके कारण उसे या फिर आपको चोट लगने का खतरा हो सकता है। इसलिए धीरज और सावधानी से यह कार्य करें या फिर उसे डॉग सैलून लेकर जाएं।

अपने कुत्ते के कानों पर रखें नजरजब आप अपने कुत्ते पर ब्रश करें या फिर उसे नहलाएं तो उसके कानों की जांच करें। दरअसल, कुत्ते के कान में कोई संक्रमण होता है और उसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो वे दर्दनाक और परेशान करने वाला हो सकता है।

इसलिए अगर कभी आपके कुत्ते के कान से अजीब सी गंध आए या वह अपने कान को बार-बार छूएं तो समझ जाए कि उसे संक्रमण है, ऐसे में उसे पशु चिकित्सक के पास ले जाएं। (एजेंसी)

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गैस की समस्या होने पर करें इन चाय का सेवन, जल्द मिलेगा समस्या से छुटकारा

22.06.2022 – गैस बनने की समस्या तब होती है, जब गले और पेट को जोडऩे वाली एक प्रकार की नली कमजोर हो जाती है और इससे पेट में मौजूद एसिड ऊपर की ओर आ जाता है। यह एक सामान्य शारीरिक समस्या है और इससे डॉक्टरी इलाज की मदद से राहत पाई जा सकती है। वहीं, कुछ हर्बल चाय भी आपको इससे राहत दिला सकती हैं।

आइए आज हम आपको कुछ ऐसी चाय के बारे में बताते हैं। पुदीने की चायपुदीने की चाय का सेवन गैस के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। इस चाय को बनाने के लिए पहले एक पैन में दो कप पानी उबालें, फिर इसमें 10 से 15 पुदीने की पत्तियां डालें और पानी को थोड़ी देर तक उबालें। कुछ सेकंड बाद गैस बंद करके पानी को ढक दें, फिर कुछ मिनट बाद इस चाय को छानकर इसका सेवन करें।

आप चाहें तो इस चाय में भी स्वादानुसार शहद मिला सकते हैं। अदरक की चायअदरक की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो सूजन को कम करने समेत गैस से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में दो से तीन कप पानी और थोड़ा सा कदूकस किया हुआ अदरक डालें। इसके बाद कुछ मिनट तक पानी को उबलाकर गैस बंद कर दें।

अब इस चाय को छानकर एक कप में डालें, फिर इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर पिएं। कैमोमाइल टीकैमोमाइल टी का सेवन भी गैस से राहत दिलाकर पाचन को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में एक गिलास पानी और एक चौथाई कप सूखे कैमोमाइल के फूल डालकर उबालें और जब पानी आधा हो जाए तो गैस बंद करके चाय को छानकर कप में डालें।

इसके बाद चाय में स्वादानुसार शहद मिलाकर इसका सेवन करें। सौंफ की चायइस चाय का सेवन भी गैस की समस्या से राहत दिलाने में सहायक है। सौंफ की चाय बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में एक कप पानी गर्म करें, फिर उसमें एक छोटी चम्मच सौंफ डालकर पानी को एक उबाला दिलाएं।

इसके बाद इसमें एक छोटी चम्मच चायपत्ती डालें और चाय अच्छे से कड़ जाए तो गैस बंद कर दें। अब इस चाय को छानकर एक कप में डालें, फिर इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर पिएं। (एजेंसी)

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वीडियो गेम्स की लत, वीडियो गेम खेलना धीरे-धीरे लत बन जाती है

वीडियो गेम खेलना धीरे-धीरे लत बन जाती है। उसके बाद संबंधित बच्चा खेल के बारे में नहीं सोचना चाहे, तब भी वह अपने-आप को रोकने में सक्षम नहीं होता। हिंसा से भरपूर वीडियो गेम्स खेलने वाले लोग निष्ठुर हो जाते हैं।

हाल की दो घटनाओं ने आम जन मानस को झकझोर रखा है। इन दोनों का संबंध मोबाइल गेम्स की बढ़ती लत से है। इनमें से एक घटना में 16 साल के एक लड़के पर अपनी ही मां की हत्या का आरोप लगा। बताया जाता है कि मां बेटे को मोबाइल गेम खेलने से मना करती थी। उधर दूसरी घटना में इसी वजह से बेटे ने खुदकुशी कर ली।

इन घटनाओं ने मोबाइल्स गेम्स के कारण परिवारों में खड़ी समस्याओं को फिर से हमारे सामने ला दिया है। ऐसी मुश्किलों से दुनिया भर के मध्यवर्गीय परिवार जूझ रहे हैँ। कुछ समय पहले ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी में हुए शोध में इस बात के ठोस सबूत जुटाए गए थे कि वीडियो गेम खेलना धीरे-धीरे लत (एडिक्शन) बन जाती है।

उसके बाद हाल यह हो जाता है कि संबंधित बच्चा खेल के बारे में नहीं भी सोचना चाहे तब भी वह अपने-आप को रोकने में सक्षम नहीं होता। कुछ दूसरे जानकारों का भी कहना है कि हिंसा से भरपूर वीडियो गेम्स खेलने वाले लोग निष्ठुर हो जाते हैं। उन्हें हिंसक चित्र देख कर कोई खास फर्क नहीं पड़ता। ऐसे लोग तनाव से मुक्ति पाने के लिए वीडियो गेम का सहारा लेते हैं और अपराध करने की जगह अपना गुस्सा ऑनलाइन या वीडियो गेम पर उतारने लगते हैं।

भारत में पिछले साल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से अभिभावकों ने शिकायत की थी कि ऑनलाइन गेमिंग साइट्स बच्चों में जुआ, सट्टेबाजी और शोषण की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रही हैं। जब कोरोना महामारी के दौरान बच्चों की पढ़ाई डिजिटल रूप से होने लगी थी, तो कई बार बच्चे मोबाइल लेकर पढ़ाई के नाम पर ऑनलाइन गेम भी खेलने लगे।

आयोग ने गेमिंग साइट्स से बच्चों के भ्रमित होने से रोकने के लिए दिशा-निर्देशों के बारे में पूछा था। साथ ही आयोग ने सवाल किया कि उनकी साइट्स पर बाल अधिकारों के हनन को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। लेकिन संभवत: बात वहीं ठहर गई। लेकिन हाल की घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि इस समस्या पर अब अधिक गंभीर रुख अपनाए जाने की जरूरत है।

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अग्निपथ आज के वक्त की जरूरत

आरकेएस भदौरिया – अग्निपथ आज के वक्त की जरूरत. अग्निवीर योजना राष्ट्रीय रक्षा की यात्रा में एक नए युग की शुरुआत है जिसका सीधा असर रक्षा बलों के साथ-साथ राष्ट्र के युवाओं पर पड़ेगा। ये दोनों ही राष्ट्र के दो अभिन्न स्तंभ हैं। रक्षा मंत्रालय द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब इस योजना की घोषणा हुई तो माननीय रक्षा मंत्री इसकी अध्यक्षता कर रहे थे और मंच को तीनों सेना प्रमुखों द्वारा साझा किया गया था। इस योजना पर समाज के विभिन्न वर्गों ने अपने विचारों,आख्यानों, अलग-अलग संदर्भो में अपनी आशंकाओं के साथ-साथ कई पक्ष-विपक्ष के पहलुओं को भी उजागर किया है।

हमेशा विकास करती दुनिया में, परिवर्तन ही एकमात्र पहलू हैं जो निरंतर है। साथ ही, परिवर्तन का प्रतिरोध मानव स्वभाव का एक अभिन्न हिस्सा है जिसे ध्यान में रखने की आवश्यकता है। आगे बढऩे से पहले आइए योजना की व्यापक रूपरेखा पर एक नजर डालते हैं।
सरकारी घोषणाओं के अनुसार अग्निवीर योजना तीनों सेनाओं (नौसेना, थल सेना और वायु सेना) में ऑफिसर्स रैंक से नीचे सिपाही(पीबीओआर) श्रेणी में सभी भर्तियों के लिए नया भर्ती मार्ग होगा।

17.5 वर्ष से 21 वर्ष के आयु वर्ग के योग्य उम्मीदवारों की भर्ती 4 वर्ष की निश्चित अवधि के लिए की जाएगी। चार साल के बाद, सभी अग्निवीरों को अपने संबंधित बलों में नियमित रूप से शामिल होने के लिए आवेदन करने का विकल्प दिया जाएगा। हालांकि,नियमित तौर पर केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही शामिल किया जाएगा।

सबसे पहले,आइए रक्षा सेवाओं पर योजना के संभावित प्रभाव पर विचार करें क्योंकि अग्निवीरों के उपयोग और इससे सेवाओं की परिचालन क्षमता और युद्ध क्षमता पर इसके प्रभाव पर सवाल उठाए गए हैं। भारतीय वायुसेना एक प्रौद्योगिकी-केंद्रित आधुनिक वायु सेना है जिसमें सभी लड़ाकू प्लेटफार्मों, उपकरणों के साथ-साथ एक नेटवर्क वातावरण में काम करने वाली हथियार प्रणालियां हैं। भारतीय वायुसेना को समकालीन प्रौद्योगिकी ज्ञान के साथ युवा और अनुकूलनीय लोगों की आवश्यकता है ताकि उन्हें कम से कम समय में उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया जा सके।

इसके अलावा, जैसे-जैसे उभरती प्रौद्योगिकियां बेहद जल्दी आउटडेटेड भी हो रही हैं और हर गुजरते दिन के साथ इनका दायरा सिकुड़ जाता है, ऐसे में छोटी अवधि के लिए लगातार इंडक्शन लंबी प्रतिबद्धताओं के साथ इंडक्शन की तुलना में अधिक तार्किक हैं। एक छोटी चार साल की अवधि के बाद उम्मीदवारों के साथ-साथ सर्विसेज को भी निर्णय लेने का विकल्प देती है। पूर्ववर्ती व्यवस्था में ऐसा कोई विकल्प उपलब्ध नहीं था।

नतीजन, एक ओर युवाओं का एक वर्ग 15-20 साल की न्यूनतम प्रतिबद्धता के कारण सर्विसेज में शामिल होने के विकल्प का उपयोग करने से आशंकित था, और दूसरी ओर, सर्विसेज को उभरती प्रौद्योगिकियों में वरिष्ठ /उम्रदराज लोगों को फिर से कौशल देने में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। युवा लोगों को बार-बार शामिल करना और लड़ाकों की औसत आयु में कमी सर्विसेज के लिए अच्छी होगी।

सैनिकों की औसत आयु में कमी, जिन्हें आमतौर पर भारतीय वायुसेना में वायु योद्धा कहा जाता है, सर्विसेज के लिए एक बड़ा लाभ होगा। वास्तव में, प्रशिक्षण की अवधि, पैटर्न और साथ ही मौजूदा प्रणाली की तुलना में अग्निवीरों के पोस्टिंग प्रोफाइल में बदलाव करने की आवश्यकता होगी।
रक्षा सेवाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के अंतिम गढ़ हैं और किसी को भी सेना प्रमुखों की दृष्टि और योजना पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। सर्विसेज ने अब तक नई योजना के सभी आयामों पर विचार-विमर्श किया होगा जिसमें प्रशिक्षण पैटर्न और परिचालन उपयोग शामिल हैं। किसी भी स्तर पर किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाएगी। भारत के सभी नागरिकों को निश्चिंत होना चाहिए कि रक्षा बल हर बार और हर पहलू में खुद को साबित करेंगे जब भी उन्हें ऐसा करने के लिए कहा जाएगा।

अन्य प्राथमिक हितधारक देश के युवा हैं। आइए युवाओं की आकांक्षाओं के साथ-साथ रुचियों पर भी विचार करें। सरकार द्वारा घोषित वित्तीय पैकेज 10वीं या 12वीं पास युवा वयस्कों के लिए सर्वोत्तम कॉरपोरेट्स की पेशकश की तुलना में बहुत अधिक है। नई भर्ती के लिए 30,000 रुपए प्रति माह और इसके अतिरिक्त 9000 रुपए प्रति माह सरकार द्वारा उनकी सेवा निधि के लिए योगदान दिया जाएगा।

इसके अतिरिक्त, हर साल वेतन में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यह रेखांकित करना उचित है कि बोर्डिंग, लॉजिंग, चिकित्सा सुविधाओं आदि अधिकांश दैनिक आवश्यकताओं की देखभाल सर्विसेज द्वारा की जाती है, इसलिए अग्निवीर को इन पहलुओं पर कोई पैसा खर्च करने की आवश्यकता नहीं होगी। चूंकि आय का बहुत कम हिस्सा जीवन यापन की लागत की ओर जा रहा होगा, इसलिए वेतन के अधिकांश हिस्से को बचाया जा सकता है। साथ ही चार साल पूरे होने पर प्रत्येक अग्निवीर को 11 लाख रुपये से अधिक की राशि उसके सेवा निधी खाते के मैच्योर होने पर मिलेगी।

आर्थिक लाभ के अलावा, यह योजना युवाओं की अन्य आकांक्षाओं को भी पूरा करेगी जिसमें गर्व, स्वाभिमान और कौशल विकास के साथ-साथ नई एनईपी 2020 के अनुरूप शैक्षिक योग्यताएं शामिल हैं। जैसा कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा पहले ही एनईपी 2020 ला चुका है, यूजीसी और इग्नू इसके जरिए अग्निवीरों के लिए उनकी शैक्षिक योग्यता को उन्नत करने की व्यवस्था और विकल्प तैयार करेंगे।

इससे उन लोगों की दूसरी पारी सुगम बनेगी जो सर्विसेज द्वारा नियमित नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में इन युवा और कुशल नागरिकों को शामिल करने के लिए गृह मंत्रालय पहले से ही एक योजना शुरू करने की प्रक्रिया में है। उनके पास सरकारी क्षेत्र, उद्योग, आईटी क्षेत्र के साथ-साथ कॉर्पोरेट जगत में एक अच्छी नौकरी की तलाश करने या अपनी सेवा निधि का उपयोग करके अपना खुद का उद्यम शुरू करने के विकल्प भी होंगे।

आखिर में अग्निपथ योजना का राष्ट्र निर्माण में अभूतपूर्व योगदान रहेगा। अनुशासन, ईमानदारी, जोश, एस्प्रिट डी कोर, स्वयं से पहले सेवा, युवा और प्रभावशाली दिमाग में राष्ट्र-प्रथम दृष्टिकोण के गुणों का समावेश कई मायनों में राष्ट्र निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण गेम चेंजर होगा।
मेरी राय में, यह योजना सेवाओं के साथ-साथ राष्ट्र के युवाओं के लिए एक जीत की स्थिति है और उच्च स्तर पर राष्ट्र निर्माण में इसका योगदान अभूतपूर्व होगा।

(लेखक एयर चीफ मार्शल, पीवीएसएम एवीएसएस वीएम (सेवानिवृत)हैं)

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आज का राशिफल

मेष: आउटडोर खेल आपको आकर्षित करेंगे। ध्यान और योग आपको फ़ायदा पहुंचाएंगे। आज आप काफ़ी पैसे कमा सकते हैं। दोस्तों के साथ घूमना-फिरना मज़ेदार रहेगा। अपने प्रिय की भावनाओं को समझें। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि हो रही है।

वृष: शारीरिक व्यायाम और वजऩ घटाने की कोशिशें आपके रूप-रंग को निखारने में फ़ायदेमंद साबित होंगी। आपके पास आज पैसा भी पर्याप्त मात्रा में होगा और इसके साथ ही मन में शांति भी होगी। आज नई शुरू की परियोजनाएं उम्मीद के मुताबिक़ परिणाम नहीं देंगी।

मिथुन: कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों का दबाव और घर में अनबन के चलते आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है। विवाद को ज़्यादा तूल देने की बजाय उसे दोस्ताना तरीक़े से हल करने की कोशिश करें। रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे। आज कार्यक्षेत्र में आपके किसी पुराने काम की तारीफ हो सकती है।

कर्क: स्वास्थ्य के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन है। आपकी खुशमिज़ाजी ही आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी करेगी। आज मुमकिन है कि आपको धन से जुड़ी कोई समस्या हो। आपका आत्मविश्वास आपकी पेशेवर जि़ंदगी में ख़ास असर छोड़ेगा।

सिंह: दौड़-भाग भरा दिन आपको तुनकमिज़ाज बना सकता है। आज धन आपके हाथ में नहीं टिकेगा, आपको धन संचय करने में आज बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आपका जीवनसाथी आपकी सहायता करेगा और मददगार साबित होगा।

कन्या: आपको कामकाम के मोर्चे पर धक्का लग सकता है, क्योंकि आपकी सेहत आपके साथ नहीं है। अगर आप छात्र हैं और विदेशों में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, तो घर की आर्थिक तंगी आज आपके माथे पर शिकन ला सकती है। आपको अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने में कठिनाई होगी।

तुला: आपका मनमौजी बर्ताव सेहत के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। विदेशों में पड़ी आपकी जमीन आज अच्छे दामों में बिक सकती है। आपके काम की गुणवत्ता देखकर आपके वरिष्ठ आपसे प्रभावित होंगे। एक बढिय़ा जीवनसाथी के साथ जीवन वाक़ई अद्भुत लगता है।

वृश्चिक: बहुत ज़्यादा चिंता करना मानसिक शांति को बर्बाद कर सकता है। इससे बचें, क्योंकि जऱा-सी चिंता और मानसिक तनाव भी शरीर पर खऱाब असर डालते हैं। आज यार दोस्तों के साथ पार्टी में आप खूब पैसे लुटा सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद आपका आर्थिक पक्ष आज मजबूत रहेगा। कोई आपको सराहेगा।

धनु: आपका प्रबल आत्मविश्वास और आज के दिन का आसान कामकाज मिलकर आपको आराम के लिए काफ़ी वक्त देंगे। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है। दोस्तों के साथ शाम बिताना या खऱीदारी करना मज़ेदार और रोमांचक रहेगा। नए प्रस्ताव आकर्षक होंगे, लेकिन जल्दबाज़ी में निर्णय लेना समझदारी का काम नहीं है।

मकर: पुरानी परियोजनाओं की सफलता आत्मविश्वास में वृद्धि करेगी। परिवार के सदस्यों के साथ थोड़ी दिक्कत होगी, लेकिन इस वजह से अपनी मानसिक शांति भंग न होने दें। प्यार का बुख़ार आपके सर पर चढऩे के लिए तैयार है। इसका अनुभव कीजिए।

कुंभ: आपका तेज़ काम आपको प्रेरित करेगा। सफलता हासिल करने के लिए समय के साथ अपने विचारों में बदलाव लाएं। इससे आपका दृष्टिकोण व्यापक होगा। आपको बेवजह पैसा खर्च करने से खुद को रोकना चाहिए। प्यार-मोहब्बत की नज़रिए से बेहतरीन दिन है।

मीन: पेचीदा हालात में फंसने पर घबराएं नहीं। अपना मूड बदलने के लिए किसी सामाजिक आयोजन में शिरकत करें। आज आप अपने घर के वरिष्ठजनों से पैसे की बचत करने को लेकर कोई सलाह ले सकते हैं। बिना किसी को बताए आज आप
अकेले वक्त बिताने घर से बाहर जा सकते हैं।

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आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है, PM मोदी ने मैसूर में लगाए आसन

नई दिल्ली 21 June (Rns) आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कल वह कर्नाटक पहुंचे। आज उन्होंने 15 हजार लोगों के साथ योग किया। पीएम मोदी प्रतिष्ठित लिंगायत समुदाय के गुरुकुल सुत्तूर मठ भी जाएंगे।

राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, वरिष्ठ भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा और पार्टी की प्रदेश ईकाई के प्रमुख नलिन कुमार कतील ने यहां येलहांका वायुसेना अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी की थी।

भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नोएडा स्टेडियम में सैकड़ों लोगों के साथ योग किया। इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने त्यागराज स्टेडियम में लोगों के साथ योग किया।

पीएम मोदी ने लोगों की दी योग दिवस की शुभकामनाएं

देश और विश्व भर के सभी लोगों को 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज योग दिवस के अवसर पर मैं कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी, आध्यात्म और योग की धरती मैसूरु को प्रणाम करता हूं।

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आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है, राष्ट्रपति-प्रधानमंत्री से लेकर आम जनमानस ने लगाए आसन

नई दिल्ली 21 June (Rns) आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इस अवसर में दुनिया भर में योग शिविरों का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवें योग दिवस पर देश व दुनिया के लोगों को बधाई दी और कहा कि योग समाज, राष्ट्र और विश्व के साथ ही पूरे ब्रह्मांड में शांति लाता है। ऐतिहासिक मैसुरु पैलेस परिसर में इस वर्ष आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही। इसके बाद उन्होंने यहां उपस्थित हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास भी किया।

अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत 2015 में हुई थी। हर वर्ष 21 जून को दुनिया भर में इसे मनाया जाता है। इस वर्ष के योग दिवस का विषय मानवता के लिए योग है। पीएम मोदी ने कहा, ”पूरे ब्रह्मांड की शुरुआत हमारे अपने शरीर और आत्मा से होती है। ब्रह्मांड की शुरुआत हमसे ही होती है। योग शरीर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता का एक भाव पैदा करता है। योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल लोगों को नहीं मिलती, योग हमारे समाज में भी शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है।”

योग मानवता को भारत का उपहार: राष्ट्रपति कोविंद

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि योग मानवता को भारत का उपहार है और यह स्वास्थ्य व कुशलक्षेम के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है, जो तन, मन तथा आत्मा को संतुलित करता है। उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और इसके लाभ का अनुभव करने के लिए भी कहा। राष्ट्रपति भवन ने अन्य लोगों के साथ योगाभ्यास करते हुए राष्ट्रपति की तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की।

केजरीवाल ने सैकड़ों दिल्ली वासियों के साथ किया योगाभ्यास

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योग दिवस के अवसर पर त्यागराज स्टेडियम में सैकड़ों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। उन्होंने लोगों से हर दिन योग और प्राणायाम करने का संकल्प करने की अपील की। केजरीवाल ने इस कार्यक्रम में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और ‘दिल्ली की योगशाला’ के सदस्यों के साथ हिस्सा लिया। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर बताया कि दिल्ली सरकार ने मुफ्त योग कक्षाओं की व्यवस्था की है, साथ ही लोगों से स्वस्थ जीवन जीने के लिए योगाभ्यास करने का आग्रह किया। दिल्ली सरकार ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम के तहत योग करने को इच्छुक 20-25 लोगों के समूहों को एक प्रशिक्षक मुहैया कराती है।

हिमवीरों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर किया योग

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सहित भारत-चीन सीमाओं पर विभिन्न उच्च ऊंचाई वाले हिमालय पर्वतों पर योग किया। ITBP के हिमवीरों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर योग अभ्यास किया। असम में 33 बटालियन आईटीबीपी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गुवाहाटी में योग अभ्यास किया। सिक्किम में आईटीबीपी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग अभ्यास किया।

योग का विचार अब दुनिया भर में पहुंचा: हरदीप पुरी

केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हमारी 5000 साल पुरानी सभ्यता है। योग का विचार अब दुनिया भर में पहुंच गया है। ये जीवन का उत्सव है। हमने यहां 12,000 लोगों के लिए योग कार्यक्रम का आयोजन किया। ये अनुभव अद्वितीय था। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन में योगाभ्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

सीएम जयराम ठाकुर ने रिज मैदान में किया योग

हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रिज मैदान में योग कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मैं सभी प्रदेश वासियों को बधाई देता हूं। हमारे लिए ये सौभाग्य की बात है कि हमारे ऋषियों ने योग के माध्यम से भारत की संस्कृति को विश्व भर में पहुंचाने के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है।

एस जयशंकर बोले- दुनिया को जोड़ रहा योग

विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “योग दुनिया को जोड़ती है। जो लोग योग करते हैं, उनके मन में शांति की भावना होती है। यहां योग करने के लिए कूटनीति से जुड़े हुए लोग और विश्वविद्यालयों से छात्र आए हैं। यह बहुत खुशी की बात है। यह शांति के पक्ष में एक भावना है, जिसे हम प्रकट कर रहे हैं।”

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अंतरराष्ट्रीय योग दिवस: लद्दाख से सिक्किम तक, ITBP के हिमवीरों ने किया योग

नई दिल्ली 21 June (Rns)  अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत सहित पूरी दुनिया में अलग-अलग स्थानों पर लोग योग कर रहे हैं। पीएम मोदी मैसूर में तो वहीं हरिद्वार स्थित पंताजलि योगपीठ में योग गुरु बाबा रामदेव योग कर रहे हैं। इसी बीच आईटीबीपी के जवानों ने देश के दुर्गम हिस्सों में योग किया। आईटीबीपी के हिमवीरों की शानदार तस्वीरें देश के अलग-अलग हिस्सों से आई हैं।

दरअसल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीर आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सिक्किम स्थित 17 हजार फीट बर्फ की स्थिति में योग का अभ्यास करते नजर आए। वहीं ये हिमवीर उत्तराखंड में भी 16 हजार फीट की ऊंचाई पर योग का अभ्यास करते नजर आए। इसके अलावा उन्होंने हिमाचल प्रदेश में 16500 फीट की ऊंचाई पर भी योग का अभ्यास किया।

लद्दाख में भी 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीरों ने योग किया।

इस अवसर पर पीएम मोदी ने देश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि योग निरोग जीवन को विश्वास दे रहा है और घर-घर में योग का प्रसार हो रहा है। साथ ही बोले योग वैश्विक पर्व बन गया है।

बता दें कि कोरोना महामारी के चलते साल 2020 और 2021 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सार्वजनिक तौर पर नहीं मनाया गया था। इस तरह वर्ष 2019 के बाद इस साल सार्वजनिक तौर पर योग दिवस मनाया जा रहा है।

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शोख चंचल हसीन अदाकारा इंद्राणी तालुकदार

21.06.2022 – ‘मजनूगिरी’, ‘इज्जत’, ‘देवेन मिसिर’ ‘खंडाला नाइट्स’ और ‘एन एसिड अटैक केस’ जैसी कई फिल्मों में काम कर चुकी शोख चंचल हसीन अदाकारा इंद्राणी तालुकदार अब बहुत जल्द ही तन्मय सेन गुप्ता की गुजराती फिल्म में अश्मित पटेल के साथ नज़र आएगी। दादासाहेब फाल्के पुरस्कार और हाल ही में सिनेमा आजतक अवार्ड समारोह में बेस्ट एक्ट्रेस का अवार्ड मिलने के बाद से इंद्राणी तालुकदार बॉलीवुड में चर्चा का विषय बनी हुई है।

असम के गोवाहाटी की मूल निवासी इंद्राणी ने वकालत में डिग्री हासिल की है तथा दिल्ली और मुम्बई में उच्च शिक्षा प्राप्त की। बचपन से फिल्मों के प्रति दीवानगी थी, अभिनय का जुनून आगे बढ़ा और अपने दोस्तों के साथ उन्हेंने अभिनय क्षेत्र में आने के लिए स्क्रीन टेस्ट दिया जिसमें वह सलेक्ट हो गयी। अपनी शिक्षा पूर्ण कर अभिनय जगत में पैर रखा फिर पीछे मुड़कर कभी नहीं देखा।

छोटे पैमाने की फिल्मों पर अधिक ध्यान केंद्रित करते हुए, वह विभिन्न भाषाओं की क्षेत्रीय फिल्मों में काम करती हैं। अब तक उन्होंने हिंदी, तमिल, तेलुगु, असमिया, मगही और भोजपुरी फिल्मों में अभिनय किया है। 2018 में रिलीज़ हुई भोजपुरी फिल्म ‘देवेन मिसिर’ में उनके अभिनय की काफी तारीफ हुई थी।इंद्राणी की सबसे चर्चित फिल्म ‘लतीफ’ थी जिसमें उन्होंने नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ अभिनय किया था।

यह फिल्म वर्ष 2015 में रिलीज़ हुई थी और समीक्षकों द्वारा सराही गई थी। इनकी फ़िल्म ‘एन एसिड अटैक केस’ बारह फ़िल्म फेस्टिवल अवार्ड से सम्मानित हो चुकी है।अभिनय के अलावा इंद्राणी धार्मिक प्रवृत्ति की है। वह योगा, ध्यान, नृत्य के साथ साथ जन सेवा करना अपना धर्म समझती हैं। इनका कहना है कि लोगों की सहायता करने की कोई उम्र नहीं होती यह कार्य हमेशा करते रहना चाहिए।

जहाँ लगे वहाँ दूसरों की सहायता के लिए कदम बढ़ाओ। इंद्राणी स्वयं महिलाओं और बच्चों की सहायता के लिए आगे रहती हैं। गुज़रे ज़माने की अभिनेत्री शर्मिला टैगोर को अपना आदर्श मानने वाली अभिनेत्री इंद्राणी तालुकदार को ‘ब्लैक’ फ़िल्म में रानी मुखर्जी जैसी भूमिका करना पसंद है। रेखा, माधुरी दीक्षित, आलिया भट्ट और प्रियंका चोपड़ा की अदाकारी भी उन्हें अच्छी लगती है।

इंद्राणी के पसंदीदा अभिनेता अमिताभ बच्चन और सलमान खान हैं। ‘फ्रेंड्स फॉरएवर’ और ‘हॉरर लव स्टोरी’ ये दो फिल्में हैं जिनमें इंद्राणी को भूमिकाएं मिली हैं। साथ ही वह फिल्म ‘अपरिचित शक्ति’ में राजपाल यादव के साथ काम की हैं जो कि एक साइकोलॉजिकल ड्रामा है। इंद्राणी का नया म्यूजिक एलबम ‘चोली में जहर है’ जल्द रिलीज़ होने वाली है। फिलवक्त कई रिजिनल फ़िल्में इंद्राणी कर रही हैं जिनमें दक्षिण भारतीय फिल्म भी शामिल है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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शानदार प्रदर्शन के लिए गायत्री को मिल सकता है राष्ट्रीय पुरस्कार

21.06.2022 – राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता निर्देशक सीनू रामासामी ने कहा है कि अभिनेत्री गायत्री, जो उनकी आने वाली फिल्म मामनिथन में मुख्य भूमिका निभा रही है, वह अपने शानदार प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त कर सकती है।

मामनिथन यूनिट द्वारा आयोजित की गई प्रेस कॉन्फ्रेंस में बोलते हुए सीनू रामासामी ने खुलासा किया कि उन्होंने कई एक्ट्रेसेज को अपनी स्क्रिप्ट सुनाई, लेकिन उनमें से कोई भी दो बच्चों की मां की भूमिका निभाने को तैयार नहीं थी।

रामासामी ने कहा, मैंने कई एक्ट्रेसेज को स्क्रिप्ट सुनाई, लेकिन उनमें से ज्यादातर सेकेंड हाफ से खुश नहीं थीं। वे रोमांटिक पार्ट से खुश थीं, लेकिन सेकेंड हाफ में जब एक मां की भूमिका के बारे में बताया गया, तो सभी एक्ट्रेसेज पीछे हट गईं।

निर्देशक ने कहा, गायत्री ने इस फिल्म में पूरी दिलचस्पी दिखाई। मुझे विश्वास है कि वह इस फिल्म में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार जीतेंगी।

फिल्म में विजय सेतुपति की पत्नी की भूमिका निभाने के लिए गायत्री को वजन बढ़ाना पड़ा। बिना मेकअप के भी शूट करना पड़ा, जो उस प्यार के बारे में है, उस बलिदान के बारे में है जो माता-पिता अपने बच्चों के लिए करते हैं। (एजेंसी)

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नियति फतनानी ने चन्ना मेरेया में अपनी भूमिका के लिए पंजाबी सीखी

21.06.2022 – टीवी अभिनेत्री नियति फतनानी नए शो चन्ना मेरेया में गिन्नी नाम की एक सिख लड़की की मुख्य भूमिका निभाने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अभिनेत्री ने कहा कि, उन्होंने अपनी भूमिका के लिए पंजाबी बोलना सीखा।

उन्होंने साझा किया, बात यह है कि मैं एक सिखी की भूमिका निभा रही हूं, इसलिए मुझे पंजाबी बोलना है। यह शो सभी के लिए है, इसलिए मुझे हर समय उचित पंजाबी में बात करने की जरूरत नहीं है। अभी भी एक का उपयोग कर रही है किरदार की मांग के मुताबिक बहुत सारी पंजाबी बोलियां हैं। इसलिए, अपने किरदार को न्याय दिलाने के लिए मुझे पंजाबी सीखनी पड़ी।

शो चन्ना मेरेया अमृतसर में सेट है और नियति एक सिखनी की भूमिका निभाती है जो एक ढाबा चलाता है।

नजर की अभिनेत्री ने पंजाबी भाषा सीखने के लिए अपनाए गए तरीकों के बारे में आगे बताया।

उन्होंने आगे कहा, मैंने बहुत सारे वीडियो देखे जहां लोगों ने पंजाबी में व्लॉग किया, बहुत सारी पंजाबी फिल्में देखीं। मैंने अपने चरित्र को बेहतर ढंग से समझने के लिए इंस्टाग्राम पोस्ट पर पंजाबी में टिप्पणियां भी पढ़ीं और बताया कि वह अपने दैनिक जीवन में कैसे बोलती है।
चन्ना मेरेया जल्द ही स्टार भारत पर आने वाली है। (एजेंसी)

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चेहरे के बाल कर रहे है शर्मिंदा तो ये नेचुरल रिमूवर है बड़े असरकारक

21.06.2022 – चेहरे के बाल कर रहे है शर्मिंदा तो ये नेचुरल रिमूवर है बड़े असरकारक. बाल हमारे शरीर के एक महत्वपूर्ण हिस्सा है बाल स्किन को जलवायु परिवर्तन ,बैक्टीरिया जैसी बाहरी कारकों से बचाने में जरूरी भूमिका निभाते हैं लेकिन हमारे शरीर के कई हिस्से पर ऐसे बाल होते हैं जो आत्म विश्वास को कम कर सकता है साथ हमारे चेहरे की सुंदरता को भी खराब कर देते हैं शरीर में हार्मोन संतुलन संतुलन के अवस्थाओं के बाद या कुछ चिंताओं के कारण चेहरे के अनचाहे बाल बढ़ सकते हैं आज अब आपको चेहरे के बालों को हटाने की कुछ नेचुरल उपाय बताते हैं।

दाल का फेस पैक :लाल मसूर की दाल का चिकना पेस्ट बनाकर दाल का फेसपैक तैयार करें इस पैक को विपरीत दिशा में स्क्रब करे जहाँ अनचाहे बाल हैं वहां आपके चेहरे पर घृश्न पैदा होता है धीरे-धीरे और बालों को हटा देता जो आप नहीं चाहते हैं ।

नींबू का रस और शहद :शहद और नींबू के रस का एक फेस पैक आपकी स्किन से चिपक जाता है आपकी त्वचा से धीरे-धीरे छिलने पर बालों के विकास को दूर करने में मदद करता है शहद में हाइड्रेटिंग और मॉइश्चराइजिंग गुण होते हैं जो स्किन को चिकना और मुलायम बनाने में मदद करेंगे हां वही नींबू का रस आपकी स्किन को साफ करता है और आपकी त्वचा के छिद्रों को कसने में मदद करता है यहआपके चेहरे के और सारे शरीर के अन्य अंगों के बालों को भी हल्का करता है।

हल्दी :हल्दी एंटी-सेप्टिक और एंटी-बैक्टीरियल गुणों के लिए जानी जाती है लेकिन हल्दी आपके चेहरों पर बालों को बढऩे से रोकने में मददगार है यह विशेष रुप से आपकी शरीर के घने बालों को हटाने का काम करता है। (एजेंसी)

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घुटनो और कोहनी के कालेपन को दूर करने के लिए फॉलो करे

21.06.2022 – घुटनो और कोहनी के कालेपन को दूर करने के लिए फॉलो करे. अक्सर लोग अपने स्किन और हेल्थ की देखभाल ज्यादा करते है लेकिन गर्मी में कई बार त्वचा कलाई और डार्क घुटने,कोहनी और अंडर आर्म्स से जुडी समस्या होने लगती है इस मौसम में कई बार कोहनी और घुटने का काले हो जाते है इसके कई कारन होते है लेकिन आपको बता दे की इस समस्या से बचने के लिए कुछ इसी टिप्स है जिससे त्वचा खूबसूरत दिखती है और डार्क घुटने कोहनी की समस्या दूर होती है तो चलिए जानते है इनके बारे में

फ्रिक्शन कम करे-कई बार काम काज करते समय अपने पेरो को काफी देर तक मोड़े रखते है जिसके कारन इनमे फ्रिक्शन हो जाता है जो डार्क स्किन का रूप लेता है ऐसे में इससे समस्या से बचने के लिए अपने जॉइंट्स को फ्रिक्शन कम करे इससे डार्क स्किन की समस्या दूर रहती है।

विटामिन ए और ई का इस्तेमाल करे-अगर आप विटामिन ए और ई का नियमित इस्तेमाल करते है तो आपको काफी फायदा होगा इससे स्किन के पिगमेंट नहीं बढ़ते है और डार्क स्किन की समस्या दूर होती है इसके लिए गाजर,शकरकंद जैसी चीजे लाभदायक है। इसके अलावा टाइट कपडे पहनने से बचे। (एजेंसी)

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‘अग्निपथ’ आधुनिक सेनाओं में एक आजमाया हुआ मॉडल है

राजेश इस्सर – ‘अग्निपथ’ आधुनिक सेनाओं में एक आजमाया हुआ मॉडल हैरक्षा बलों में अग्निवीरों की भर्ती की केंद्र की योजना के विरोध में हिंसा की मात्रा इस सेवा में भर्ती के प्रतिशत के अनुपात से कहीं अधिक है। अब इस बात के सबूत उभरकर सामने आ रहे हैं कि इस तरह की संगठित अशांति के कारण क्या हैं।

वैश्विक शांति सूचकांक की गणना के अनुसार इस तरह के आंदोलन और हिंसा के कारण भारत को 646 अरब अमरीकी डॉलर का नुकसान हुआ है। यह ग्रे जोन वारफेयर की कीमत है, जिससे भारत लड़ रहा है। देश को ऐसे कानून बनाने की जरूरत है जिसके द्वारा आगजनी और तोडफ़ोड़ में शामिल पाए गए लोगों के विरुद्ध आपराधिक मामलों के अलावा, किसी भी सरकारी नौकरी, सब्सिडी या विशेषाधिकार से जुड़े सभी प्रकार के लाभों से वंचित कर दिया जाए।

यह कैच-दैम-यंग और गंभीर चयन, 4 साल बाद सशस्त्र बलों के लिए मददगार तो होगा, किंतु उन लोगों के लिए नहीं जो केवल सरकारी नौकरी और भविष्य की पेंशन को ध्यान में रखते हैं। आने वाले समय के युद्ध में ऐसे सैनिकों की आवश्यकता है जो बहु-कुशल हैं, सिस्टम की एक प्रणाली में प्रौद्योगिकी के माध्यम से नेटवर्क पर काम करते हैं, और सामान्य रूप से उच्च संज्ञानात्मक क्षमता रखते हैं। यह सशस्त्र बलों की एक युवा प्रोफाइल को सक्षम करेगा।

कारगिल युद्ध और दुनिया भर में अन्य सैनिक कार्रवाइयों ने साबित कर दिया है कि 20 से 30 वर्षकी उम्र की शुरुआत में, शारीरिक क्षमता के अनुसार, जोखिम लेने की प्रवृत्ति और क्षमता सबसे अधिक होती है।

लेह में एओसी के रूप में, मैंने पीएलए (देपसांग और चुमार) के खिलाफ दो बार आमने-सामने का मुकाबला देखा और सियाचिन ग्लेशियर पर वायु सैनिकों की नियमित तैनाती देखी। एलएसी पर युवा सैनिकों ने जीत हासिल की। पुराने सैनिकों की तुलना में उनमें कहीं अधिक प्रेरणा, लचीलापन और शारीरिक क्षमता देखी जाती है।

प्रौद्योगिकी की जानकारी रखने वाले युवाओं को शामिल करना बेहतर होगा, क्योंकि इसमें लंबी अवधि के लिए कोई बंधन नहीं है जब तक कि कोई इसका विकल्प नहीं चुनता है। रोबोटिक्स, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, सैटेलाइट इमेजरी, लेजर-निर्देशित हथियार आदि के साथ आधुनिक युद्ध हाई-टेक हो गए हैं, जो किसी भी युद्ध-कुशल बल के शस्त्रागार का एक अच्छा हिस्सा हैं।

सेना छोडऩे वाले 75 प्रतिशत युवा राष्ट्र के लिए एक संसाधन होंगे। युवा लोगों को आत्म-अनुशासन, परिश्रम और विशेष ध्यान वाले क्षेत्र के बारे में गहरी समझ होगी और वे अन्य क्षेत्रों में योगदान करने के लिए कुशल होंगे। सेवा छोडऩे के बाद सेवा निधि के रूप में मिलने वाला धन उन्हें स्वरोजगार, कौशल के लिए उच्च शिक्षा जैसे भविष्य के उनके प्रयासों मैं मददगार होगा। अनुशासन के इस आधार को व्यापक बनाकर, कौशल-युक्त और उपयोगी मानसिकता के बल पर आने वाले समय में अपना देश अच्छी स्थिति में होगा।

इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि यह राष्ट्र को समय पर रक्षा बजट से जुड़े तनाव को दूर करने में मददगार है। बजट संबंधी तनाव के कारण आधुनिक युद्ध मशीनों और उपकरणों की खरीद के लिए बहुत ही कम धनराशि बचती है। अनुमान के अनुसार, वार्षिक रक्षा परिव्यय का लगभग 60 प्रतिशत वेतन और पेंशन के एकल शीर्ष के कारण होता है, जो महंगाई सूचकांक के साथ जुड़ाव के कारण उत्तरोत्तर बढ़ता जाता है।

यह कोई अजनबी मॉडल नहीं है, बल्कि दुनिया भर की सभी आधुनिक सेनाओं के साथ आजमाया और परखा गया है। लोग इस योजना पर प्रतिक्रिया के लिए सरकार की संचार रणनीति को दोषी ठहराते हैं।

लेकिन यह योजना कुछ समय के लिए खुले डोमेन में थी, आंतरिक नीति-निर्माण संरचनाओं में चर्चा की गई थी, रक्षा मंत्री और तीनों सेना प्रमुखों ने स्वयं रोलआउट के दौरान प्रश्नों का उत्तर दिया, आदि आदि। ऐसा कुछ भी नहीं होता, यदि एक नापाक राजनीतिक टूलकिट की कारगुजारी नहीं होती। इसके लिए अलग तैयारी और हैंडलिंग की आवश्यकता होती है।

(लेखक ने भारतीय वायु सेना में एयर वाइस मार्शल के रूप में सेवा की है)

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पश्चिम एशिया में नया चौगुटा

वेद प्रताप वैदिक – अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन अगले माह सउदी अरब की यात्रा पर जा रहे हैं। उस दौरान वे इजराइल और फिलीस्तीन भी जाएंगे लेकिन इन यात्राओं से भी एक बड़ी चीज जो वहां होने जा रही है, वह है— एक नए चौगुटे की धमाकेदार शुरुआत! इस नए चौगुटे में अमेरिका, भारत, इजराइल और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) होंगे। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में जो चौगुटा चल रहा है, उसके सदस्य हैं— अमेरिका, भारत, जापान और आस्ट्रेलिया। इस और उस चौगुटे में फर्क यह है कि उसे चीन-विरोधी गठबंधन माना जाता है जबकि इस पश्चिम एशिया क्षेत्र में चीन के जैसा कोई राष्ट्र नहीं है, जिससे अमेरिका प्रतिद्वंद्विता महसूस करता हो।

इसके अलावा इस चौगुटे के तीन सदस्यों का आपस में विशेष संबंध बन चुका है। भारत और सं.अ.अ. के बीच मुक्त व्यापार समझौता है तो ऐसा ही समझौता इजराइल और सं.अ.अ. के बीच भी हो चुका है। ये समझौते बताते हैं कि पिछले 25-30 साल में दुनिया कितनी बदल चुकी है। इजराइल- जैसे यहूदी राष्ट्र और भारत—जैसे पाकिस्तान-विरोधी राष्ट्र के साथ एक मुस्लिम राष्ट्र यूएई के संबंधों का इतना घनिष्ट होना अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हो रहे बुनियादी परिवर्तनों का प्रतीक है।

अमेरिका के राष्ट्रपति का इजराइल और फिलीस्तीन एक साथ जाना भी अपने आप में अति-विशेष घटना है। यों तो पश्चिम एशिया के इस नए चौगुटे की शुरुआत पिछले साल इसके विदेश मंत्रियों की बैठक से शुरु हो गई थी लेकिन अब इसका औपचारिक शुभारंभ काफी धूम-धड़ाके से होगा। मध्य जुलाई में इन चारों राष्ट्रों के शीर्ष नेता इस सम्मेलन में भाग लेंगे। जाहिर है कि यह नाटो, सेंटो या सीटो की तरह कोई सैन्य गठबंधन नहीं है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन की उपस्थिति को सैन्य-इरादों से जोड़ा जा सकता है लेकिन पश्चिम एशिया में इस तरह की कोई चुनौती नहीं है।

ईरान से परमाणु-मुद्दे पर मतभेद अभी भी हैं लेकिन उसके विरुद्ध कोई सैन्य गठबंधन खड़ा करने की जरुरत अमेरिका को नहीं है। जहां तक भारत का सवाल है, वह किसी भी सैन्य संगठन का सदस्य न कभी बना है और न बनेगा। हिंद-प्रशांत क्षेत्र के चौगुटे में भी उसका रवैया चीन या रूस विरोधी नहीं है। भारत इस मामले में बहुत सावधानी बरत रहा है। वह इन चौगुटों में सक्रिय है लेकिन वह किसी महाशक्ति का पिछलग्गू बनने के लिए तैयार नहीं है।

इस वक्त भारत शाघांई सहयोग संगठन और एसियान देशों की बैठकें भी आयोजित कर रहा है। इन सबका लक्ष्य यही है कि आपसी आर्थिक और व्यावसायिक संबंधों की श्रीवृद्धि हो। क्या ही अच्छा होता कि इन सभी संगठनों में पाकिस्तान भी सम्मिलित होता लेकिन इस प्रश्न का हल तो पाकिस्तान ही कर सकता है।

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आज का राशिफल

मेष: आज आप छोटी-छोटी बातों पर भी गुस्से हो जाएंगे, ऐसी संभावना है। क्रोध को अंकुश में नहीं रखेंगे, तो मात्र अपना ही नहीं दूसरे का मूड़ भी खराब करेंगे। आज आप घर में अकेले रहना या घर में कोई फिल्म देखना पसंद करेंगे। पर आपका मन शांत रहेगा।

वृष: माता-पिता के साथ आज किसी मुद्दे पर वैचारिक मतभेद होगा। परंतु प्रभावकारी बातचीत द्वारा उसका हल ला सकेंगे। अपनी भावनाओं का संकेत अन्य लोगों तक स्पष्टरूप से पहुंचाने में सफल होंगे। कुल मिलाकर आज का दिन आपके लिए अच्छा है।

मिथुन: आपका अत्यंत भावुक स्वभाव आपके लिए समस्या बनेगा। अत: भावनाओं पर नियंत्रण रखें। प्रणय संबंधों में सावधानी रखें। प्रिय व्यक्ति के समक्ष प्रेम का प्रस्ताव रखने के लिए धैर्यपूर्वक राह देखें। परीक्षा में सफलता मिलने के योग हैं।

कर्क: आनंद और परिपूर्णता आपको आत्मसंतोष की भावनाओं का अनुभव करवाएंगे। आप जो कार्य करेंगे, उसमें आपको संतोष रहेगा। आर्थिक मामले ठीकठाक रहेंगे, परंतु छोटी से छोटी बातों के संबंध में आप गहरी चिंता करने लगेंगे। आज का दिन खूब रंगीन और खुशनुमा होगा।

सिंह: नौकरी व्यवसाय में काम में पूरे दिन व्यस्त रहेंगे। विशेषरूप से बड़ी कंपनियों में कार्य करने वाले लोगों के लिए बहुत महत्त्वपूर्ण दिन रहेगा। गृहिणियों के लिए भी गृहकार्य के उपरांत अन्य कार्यों में अधिक व्यस्तता रहेगी। आज का दिन महत्त्वपूर्ण है, जो आपके लिए विशेष होगा।

कन्या: अपनी अद्भुत कार्यक्षमता से ऑफिस में आप अपने उच्च पदाधिकारियों की प्रशंसा प्राप्त कर सकेंगे। आपको इस खुशी के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी होगा। आपका योग्य अभिगम इच्छित परिणाम प्राप्त करने में लाभदायक साबित हो सकता है।

तुला: आपके उद्यमी स्वभाव से आपको बहुत बड़ी सिद्धि प्राप्त होगी। ऑफिस में उच्च पदाधिकारीगण आपके काम की कदर करेंगे। आपको वरिष्ठ पदाधिकारियों से प्रोत्साहन और प्रेरणा दोनों मिलेंगे। किसी भी व्यक्ति के साथ सीधे संघर्ष में न उतरें, क्योंकि उससे अधिक उलझनें खड़ी हो सकती हैं।

वृश्चिक: आसपास के लोगों का सहयोग आपको सुखद अनुभूति देगा। व्यापाार में मुनाफा आज कई व्यापारियों के चेहरे पर खुशी ला सकता है। आज आपको दूसरों की ज़रूरतों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। हालांकि बच्चों को ज़्यादा छूट देना आपके लिए समस्या खड़ी कर सकता है। बहुत सारे मेहमानों की आवभगत आपका मूड खराब कर सकती है।

धनु: यदि आप बैंक या मैनेजमेंट इंस्टीच्यूट जैसी आर्थिक लेन-देन की प्रवृत्तियों के साथ जुड़े हुए क्षेत्र में कार्य करते हों, तो आज का दिन आपके लिए खूब लाभदायक होगा । अन्य सभी बातों में आपको अनुकूलता रहेगी। आप आर्थिक स्वतंत्रता पाने के लिए तनतोड़ परिश्रम करेंग। थोड़े समय के लिए आपको कठोर परिश्रम करने के साथ-साथ धैर्य रखना पड़ेगा।

मकर: आज अपनी संतानों, अपने अधीनस्थ व्यक्तियों तथा पारिवारिक सदस्यों के साथ संबंध बनाए रखने के लिए अधिक प्रयास करने पड़ेंगे। अपनी बात आफिस में सहकर्मियों अथवा उच्च पदाधिकारियों के गले उतारने में अधिक समय देना पड़ेगा। आज घर में भाई-बंधुओं की कठिनाइयों को समझने का प्रयत्न करेंगे।

कुंभ: आपकी समस्त समस्याओं और चिंताओं का बहुत जल्दी अंत आएगा। इसके लिए केवल धैर्य रखने की आवश्यकता है। यह याद रखना आवश्यक है कि ईश्वर में श्रद्धा बड़ी से बड़ी समस्याएं दूर करने में सक्षम है। सही दिशा में प्रयत्न जारी रखें।

मीन: आपकी यात्रा दैनिक घटनाक्रम में से थोड़े समय के लिए आराम करने के लिए होगी। परीक्षा में सफलता मिलेगी। जीवनसाथी के साथ आनंद में समय बीतेगा। व्यापार में सफलता मिलेगी।

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आनंद महिंद्रा ने अग्निवीरों के लिए खोले अपनी कंपनी के दरवाजे

नई दिल्ली ,20 जून।आनंद महिंद्रा ने अग्निवीरों के लिए खोले अपनी कंपनी के दरवाजे.  अग्निपथ स्कीम के ऐलान के बाद से ही देशभर में विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं और कई जगह पर हिंसा हो रही है। इस बीच महिंद्रा ग्रुप ने सेना में 4 साल की सेवा के बाद ‘अग्निवीरों’ को नौकरी देने का ऐलान किया है। इसकी जानकारी महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन आनंद महिंद्रा ने खुद ट्वीट कर दी।

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ‘अग्निपथ योजना’ को लेकर जारी हिंसा पर दुख जताया है। महिंद्रा ग्रुप ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है। आपको बता दें कि सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की है जिसमें देश के युवाओं में सशस्त्र सेनाओं में भर्ती का मौका दिया जाएगा। इस योजना से जुडऩे वाले युवाओं को अग्निवीर का नाम दिया जाएगा। इसमें 4 साल की सेवा के बाद रोजगारको सुनिश्चित करने के प्रयास भी शामिल हैं।

महिंद्रा ग्रुप के चेयरमैन ने ट्वीट में कहा, अग्निपथ योजना को लेकर हुई हिंसा से दुखी हूं। जब पिछले साल इस योजना पर विचार किया गया था, तो मैंने कहा था, और मैं दोहराता हूं कि अग्निवीर द्वारा हासिल किया गया अनुशासन और कौशल उन्हें प्रमुख रूप से रोजगार योग्य बना देगा। महिंद्रा समूह ऐसे प्रशिक्षित, सक्षम युवाओं की भर्ती के अवसर का स्वागत करता है।

उन्होंने कहा, कारपोरेट सेक्टर में अग्निवीरों के रोजगार की अपार संभावनाएं। लीडरशिप, टीम वर्क और फिजिकल ट्रेनिंग के साथ अग्निवीर इंडस्ट्री को बाजार के लिए तैयार पेशेवर समाधान प्रदान करते सकते हैं, जिसमें संचालन से लेकर प्रशासन और सप्लाई चेन मैनेजमेंट तक का पूरा स्पेक्ट्रम शामिल है।

सरकार ने अग्निवीरों की चिंताओं को दूर करते हुए कई ऐलान किए हैं। देश के अग्निवीरों को मौजूदा सरकारी स्कीम का भरपूर लाभ दिया जाएगा। वित्त मंत्रालय के मुताबिक, मुद्रा लोन स्कीम और स्टैंड अप इंडिया जैसी योजनाएं अग्निवीरों की मदद करेंगी। मौजूदा सरकारी स्कीमें जैसे मुद्रा, स्टैंड अप इंडिया आदि को अग्निवीरों को समर्थन देने के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

सरकार का तर्क है कि फौज के लिए शुरू की गई अग्निपथ योजना से समाज से आसानी से युवा जुड़ सकेंगे। उन्हें आकर्षक वित्तीय पैकेज मिलेगा, सर्टिफिकेट और डिप्लोम देकर उन्हें उच्च शिक्षा का क्रेडिट दिया जाएगा। इस योजना में अनुशासन, स्किल और फिटनेस पर खास फोकस किया जाएगा। इस भर्ती का मापदंड कुछ ऐसा रखा गया है कि साढ़े 17 साल से 21 साल के युवा को नौकरी दी जाएगी। सेवा की अवधि जिसमें ट्रेनिंग भी शामिल है, 4 साल की होगी। संबंधित सेवा अधिनियम और विनियम के तहत अग्निवीरों का चयन किया जाएगा।

चयन की प्रक्रिया पूरे देश में होगी और इसमें सभी वर्ग के युवा नामांकन कर सकेंगे। सरकार के पास सभी अग्निवीरों का सेंट्रलाइज्ड डेटा और रिकॉर्ड होगा।

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