एल्डोस पॉल ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में भारत को पहला स्वर्ण दिलाया, अबूबाकर को रजत

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । एल्डोस पॉल की अगुआई में भारत ने रविवार को यहां राष्ट्रमंडल खेलों की पुरुष त्रिकूद स्पर्धा स्पर्धा में पहले दो स्थान पर कब्जा जमाकर इतिहास रच दिया और एथलेटिक्स में चार पदकों के साथ रविवार का दिन भारत के लिये यादगार हो गया ।

पॉल के स्वर्ण पदक के अलावा केरल के उनके साथी एथलीट अब्दुल्ला अबूबाकर ने भी इस स्पर्धा का रजत पदक जीता। भारत ने आधे घंटे के भीतर चार पदक जीते जिससे एथलेटिक्स में इस बार भारत के एक स्वर्ण, चार रजत और तीन कांस्य पदक हो गए हैं जो अब तक का देश के बाहर इन खेलों में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन है ।पॉल राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण जीतने वाले छठे भारतीय एथलीट हो गए । मिल्खा सिंह ने 1958 में 440 गज में यह कारनामा किया था ।

पॉल ने अपने तीसरे प्रयास में 17.03 मीटर की सर्वश्रेष्ठ दूरी तय की। अबूबाकर 17.02 मीटर के प्रयास के साथ दूसरे स्थान पर रहे। अबूबाकर ने अपने पांचवें प्रयास में यह दूरी तय की। भारत के ही प्रवीण चित्रावल 16 . 89 मीटर के साथ चौथे स्थान पर रहे ।बरमूडा के जाह-एनहाल पेरिनचीफ ने 16.92 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास के साथ कांस्य पदक जीता।

भारत ने राष्ट्रमंडल खेलों में त्रिकूद में चार पदक जीते हैं लेकिन यह पहला मौका है जब देश के दो एथलीट ने एक साथ पोडियम पर जगह बनाई है।मोहिंदर सिंह गिल ने 1970 और 1974 में क्रमश: कांस्य और रजत पदक जीता जबकि रंजीत महेश्वरी और अरपिंदर सिंह 2010 और 2014 में तीसरे स्थान पर रहे।

भारत की अनु रानी ने भाला फेंक स्पर्धा में कांस्य पदक जीतकर इतिहास रच दिया । वह यह उपलब्धि हासिल करने वाली देश ही पहली महिला भाला फेंक खिलाड़ी बन गयीं।रानी ने अपने तीसरे प्रयास में 60 मीटर दूर भाला फेंककर तीसरा स्थान हासिल किया।

विश्व चैम्पियन आस्ट्रेलिया की केलसे ली बार्बर ने 64.43 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता जबकि उनकी हमवतन मैकेंजी लिटिल 64.27 मीटर के थ्रो से दूसरे स्थान पर रहीं।रानी से पहले राष्ट्रमंडल खेलों में काशीनाथ नायक और ओलंपिक चैम्पियन नीरज चोपड़ा पुरूषों की भाला फेंक स्पर्धा में क्रमश: कांस्य और स्वर्ण पदक जीत चुके हैं।

नायक ने 2010 दिल्ली राष्ट्रमंडल खेलों में जबकि चोपड़ा ने 2018 गोल्ड कोस्ट में पदक जीते थे।भारत के संदीप कुमार ने पुरूषों की 10,000 मीटर पैदल चाल स्पर्धा में कांस्य पदक जीता।

संदीप ने 38:49.21 मिनट का समय निकाला जिससे वह स्वर्ण पदक विजेता कनाडा के इवान डनफी (38:36.37) और रजत पदक विजेता आस्ट्रेलिया के डेकलान टिनगे (38:42.33) से पीछे रहे।इस स्पर्धा में एक अन्य भारतीय अमित खत्री सत्र के सर्वश्रेष्ठ समय 43:04.97 से नौंवे स्थान पर रहे।

इससे पहले पैदल चाल में महिलाओं के वर्ग में प्रियंका गोस्वामी रजत पदक जीत चुकी है ।भालाफेंक में नीरज चोपड़ा की गैर मौजूदगी में भारत की झोली खाली रही । चोपड़ा ने फिटनेस कारणों से खेलों में भाग नहीं लेना का फैसला किया था ।

भारत के डी पी मनु 82 . 28 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ पांचवें और रोहित यादव 82 . 22 मीटर के साथ छठे स्थान पर रहे । पाकिस्तान के अर्शद नदीम ने खेलों का नया रिकॉर्ड बनाकर 90 . 18 मीटर के थ्रो के साथ स्वर्ण पदक जीता जबकि विश्व चैम्पियनशिप में नीरज को हराकर स्वर्ण जीतने वाले ग्रेनेडा के एंडरसन पीटर्स को रजत पदक मिला । कीनिया के जूलियस येगो ने कांस्य पदक जीता ।

भारतीय महिला चार गुणा 100 मीटर रिले टीम फाइनल में 43 . 81 सेकंड का समय निकालकर पांचवें स्थान पर रही ।भारतीय टीम में दुती चंद, हिमा दास, श्रबानी नंदा और ज्योति याराजी थे ।

नाइजीरियाई टीम ने 42 . 10 सेकंड के साथ स्वर्ण जीता जबकि इंग्लैंड को रजत और जमैका को कांस्य पदक मिला ।

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निखत जरीन ने मारा गोल्डन पंच : भारत का 17वां स्वर्ण पदक

बर्मिंघम,08 अगस्त (एजेंसी) । बॉक्सिंग में भारत को एक और कामयाबी मिली है. देश की महिला मुक्केबाज और विश्व चैंपियन निखत जरीन ने रविवार को राष्ट्रमंडल खेलों में स्वर्ण पदक अपने नाम किया है. निकहत ने 51 किग्रा वर्ग के फाइनल में उत्तरी आयरलैंड के केरी मैकनॉल को 5-0 से हराकर स्वर्ण पदक जीता। यह राष्ट्रमंडल 2022 में भारत का 48वां स्वर्ण पदक और मुक्केबाजी में तीसरा स्वर्ण पदक है। निखत ने पहली बार कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत के लिए मेडल जीता है. पहले दौर में निखत का दबदबा था। उसने सभी 5 जजों में से 10 में से 10 अंक हासिल किए। दूसरे दौर में नतीजा निखत के पक्ष में रहा। तीसरे दौर में, उसने निरंतरता बनाए रखी और स्वर्ण पदक पर अपनी पकड़ मजबूत की। निकहत ने अपने से 7 साल सीनियर खिलाड़ी को थका दिया। मैरी कॉम एक समय 51 किग्रा वर्ग में दबदबा रखती थीं। कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 का आज 10वां दिन है।

आज नीतू, अमित के बाद निकत ने भी बॉक्सिंग में गोल्ड मेडल अपने नाम किया है. भारत के प्रदर्शन को देखते हुए उसने 17 स्वर्ण, 12 रजत और 19 कांस्य समेत कुल 48 पदक जीते हैं.

भारत की पदक तालिका: 48

17 स्वर्ण : मीराबाई चानू, जेरेमी लाल्रिगुना, अंचिता शेवली, महिला लॉन बॉल्स टीम, टेबल टेनिस पुरुष टीम, सुधीर (पैरा भारोत्तोलन), साक्षी मलिक, बजरंग पुनिया, दीपक पुनिया, रवि कुमार दहिया, विनेश फोगट, नवीन, भावना (पैरा टेबल) टेनिस), नीतू घंघास, अमित पंघाल, एल्डहॉस पॉल, निकहत जरीन।

12 रजत: संकेत सरगर, बिंदियारानी देवी, सुशीला देवी, विकास ठाकुर, भारतीय बैडमिंटन टीम, तूलिका मान, मुरली श्रीशंकर, अंजू मलिक, प्रियंका गोस्वामी, अविनाश सेबल, पुरुष लॉन बाउल्स टीम, अब्दुल्ला अबोबाइकर।

19 कांस्य: गुरुराजा पुजारी, विजय कुमार यादव, हरजिंदर कौर, लवप्रीत सिंह, लवप्रीत सिंह, गुरदीप सिंह, तेजस्विन शंकर, दिव्या काकरन, मोहित ग्रेवाल, जैस्मीन, पूजा गहलोत, पूजा सिहाग, मोहम्मद हुसामुद्दीन, दीपक नेहरा, रोहित टोकस, महिला हॉकी संघ, सौरव घोषाल, संदीप कुमार, अन्नू रानी।

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जमात-ए-इस्लामी के सदस्यों के खिलाफ जम्मू,डोडा में एनआईए की छापेमारी

*आतंकवाद वित्त पोषण मामला*

जम्मू/डोडा,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)।  एनआईए  ने आतंकवाद के वित्त पोषण मामले में प्रतिबंधित संगठन जमात-ए-इस्लामी (जेईआई) के सदस्यों के खिलाफ जम्मू और डोडा जिले में कई स्थानों पर सोमवार को छापेमारी की। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।

उन्होंने बताया कि दोनों जिलों के विभिन्न हिस्सों में जमात-ए-इस्लामी के पदाधिकारियों तथा सदस्यों के करीब 10 से अधिक ठिकानों पर एक ही समय पर छापेमारी की जा रही है। छापेमारी सोमवार तड़के शुरू की गई थी।

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि डोडा जिले में धारा-गुंडाना, मुंशी मोहल्ला, अकरमबंद, नगरी नई बस्ती, खरोती भगवाह, थलेला और मालोती भल्ला और जम्मू के भटिंडी में छापेमारी की जा रही है।

उन्होंने बताया कि आतंकवाद के वित्त पोषण के मामले में छापेमारी की जा रही है।एनआईए द्वारा पांच फरवरी 2021 को स्वत: संज्ञान लेकर दर्ज किया गया यह मामला कुछ जेईआई सदस्यों की गतिविधियों से संबंधित है, जो देश-विदेश से दान एवं अन्य कल्याणकारी कामों के लिए चंदा इक_ा कर रहे थे लेकिन कथित तौर पर इस धन का इस्तेमाल हिंसक और अलगाववादी गतिविधियों  के लिए किया जा रहा था।

एनआईए के अनुसार, संगठन द्वारा जुटाई जा रही धनराशि जमात-ए-इस्लामी के सुव्यवस्थित नेटवर्क के माध्यम से हिजबुल मुजाहिदीन और लश्कर-ए-तैयबा जैसे प्रतिबंधित आतंकवादी संगठनों को भी पहुंचाई जा रही थी।

गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने आतंकवादी संगठनों से संबंधों और जम्मू-कश्मीर में अलगाववादी गतिविधियों को बढ़ावा देने का हवाला देते हुए फरवरी 2019 में जेईआई पर पांच साल का प्रतिबंध लगा दिया था।

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20 रुपये के लिए रेलवे के खिलाफ 2 दशक तक लड़ा मुकदमा, आखिरकार हुई जीत!

*रेलवे को एक माह में 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकार चुकानी होगी पूरी रकम*

मथुरा (उप्र),08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के एक अधिवक्ता ने रेलवे से 20 रुपये के लिए 22 साल से अधिक समय तक लड़ाई लड़कर आखिरकार जीत हासिल कर ली है। अब रेलवे को एक माह में उन्हें 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकार पूरी रकम चुकानी होगी। साथ ही, आर्थिक व मानसिक पीड़ा एवं वाद व्यय के रूप में 15 हजार रुपये जुर्माने के रूप देने का निर्देश भी दिया गया है।

जिला उपभोक्ता फोरम ने पांच अगस्त को इस शिकायत का निस्तारण करते हुए अधिवक्ता के पक्ष में फैसला किया। मथुरा के होलीगेट क्षेत्र के निवासी अधिवक्ता तुंगनाथ चतुर्वेदी ने सोमवार को बताया कि 25 दिसंबर 1999 को अपने एक सहयोगी के साथ मुरादाबाद जाने के वास्ते टिकट लेने के लिए वह मथुरा छावनी की टिकट खिड़की पर गए थे।

उस समय टिकट 35 रुपये का था। उन्होंने खिड़की पर मौजूद व्यक्ति को 100 रुपये दिए, जिसने दो टिकट के 70 रुपये की बजाए 90 रुपये काट लिए और कहने पर भी उसने शेष 20 रुपये वापस नहीं किए। चतुर्वेदी ने बताया कि उन्होंने यात्रा सम्पन्न करने के बाद ‘नॉर्थ ईस्ट रेलवे (गोरखपुर) तथा ‘बुकिंग क्लर्क के खिलाफ मथुरा छावनी को पक्षकार बनाते हुए जिला उपभोक्ता फोरम में शिकायत दर्ज कराई। 22 साल से अधिक समय बाद इस मामले का निपटारा हुआ।

उपभोक्ता फोरम के अध्यक्ष नवनीत कुमार ने रेलवे को आदेश दिया कि अधिवक्ता से वसूले गए 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 प्रतिशत वार्षिक ब्याज लगाकर उसे लौटाया जाए। सुनवाई के दौरान अधिवक्ता को हुई मानसिक, आर्थिक पीड़ा एवं वाद व्यय के रूप में 15 हजार रुपये बतौर जुर्माना अदा किया जाए। उन्होंने यह भी आदेश दिया कि रेलवे द्वारा फैसला सुनाए जाने के दिन से 30 दिन के भीतर यदि धनराशि अदा नहीं की जाती, तो 20 रुपये पर प्रतिवर्ष 12 की बजाय 15 प्रतिशत ब्याज लगाकर उसे लौटाना होगा।

अधिवक्ता तुंगनाथ चतुर्वेदी ने कहा,  रेलवे के ‘बुकिंग क्लर्क (टिकट बुक करने वाले कर्मी) ने उस समय 20 रुपये अधिक वसूले थे।

उसने हाथ से बना टिकट दिया था, क्योंकि तब कंप्यूटर नहीं थे। 22 से अधिक समय तक संघर्ष करने के बाद आखिरकार जीत हासिल की।

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सेना डिजाइन ब्यूरो ने ड्रोन विकसित करने के लिए डीएफआई के साथ किया समझौता

नयी दिल्ली,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। सेना डिजाइन ब्यूरो (एडीबी) ने सोमवार को भारतीय ड्रोन महासंघ (डीएफआई) के साथ एक सहमति पत्र पर दस्तखत किए, जिसके तहत भारतीय सैनिकों के लिए उच्च क्षमता वाले ड्रोन विकसित किए जाएंगे। डीएफआई एक उद्योग निकाय है, जिसमें एस्टेरिया एयरोस्पेस, क्विडिच इनोवेशन लैब्स, ऑटोमाइक्रो यूएएस, आरव अनमैन्ड सिस्टम्स और इंड्रोन्स इसके सदस्य हैं।

एक बयान के अनुसार इस कार्यक्रम के तहत डीएफआई और एडीबी ‘इंडियन आर्मीज हिम-ड्रोन-ए-थॉन नामक एक कार्यक्रम शुरू करेंगे। भारतीय सेना के संचालन को समर्थन देने के लिए ड्रोन-आधारित समाधानों के विकास के लिए प्रस्ताव आमंत्रित किए जाएंगे। बयान में आगे कहा गया, एडीबी चयनित प्रतिभागियों को परामर्श देगा और क्षेत्र का दौरा कराएगा, ताकि भारतीय उद्योग को जमीनी स्तर पर परिचालन स्थितियों के बारे में पता चल सके।

सहमति पत्र (एमओयू) के तहत डीएफआई और एडीबी मसौदा योजना, अनुसंधान, परीक्षण, विनिर्माण और संबंधित प्रौद्योगिकियों पर सहयोग करेंगे, जिनका उपयोग भारतीय सेना कर सकती है।

डीएफआई के अध्यक्ष स्मित शाह ने कहा कि यह सहयोग ड्रोन उपयोग के नए क्षेत्रों को बढ़ावा देगा।

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युवा और सांसद नायडू से समाज, देश व लोकतंत्र के बारे में बहुत कुछ सीख सकते हैं : मोदी

*उपराष्ट्रपति एम. वेंकैया नायडू की विदाई*

नयी दिल्ली,08 अगस्त (एजेंसी/FJ)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को उपराष्ट्रपति एम वेंकैया नायडू को युवाओं व सांसदों के लिए प्रेरणास्रोत करार दिया और कहा कि वे समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में उनसे बहुत कुछ सीख सकते हैं। राज्यसभा के सभापति नायडू को उच्च सदन में विदाई देते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि वह देश के एक ऐसे उपराष्ट्रपति हैं, जिन्होंने अपनी सभी भूमिकाओं में हमेशा युवाओं के लिए काम किया और सदन में भी हमेशा युवा सांसदों को आगे बढ़ाया और उन्हें प्रोत्साहन दिया।

उन्होंने कहा, आपने देश के लिए और सदन के लिए जो कुछ किया है, उसका ऋण स्वीकार करते हुए आपको भविष्य के लिए बहुत शुभकामनाएं देता हूं। प्रधानमंत्री ने नायडू के कार्यकाल की सराहना करते हुए कहा कि इस अवधि में सदन के कामकाज में वृद्धि हुई। उन्होंने नायडू के बारे में कहा, इस सदन को नेतृत्व देने की जिम्मेदारी भले ही पूरी हो रही हो लेकिन उनके अनुभव का लाभ भविष्य में देश को मिलता रहेगा, साथ ही हम जैसे अनेक सार्वजनिक जीवन के कार्यकर्ताओं को भी मिलता रहेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि आजादी के अमृत महोत्सव में आज देश अपने अगले 25 वर्षों की नई यात्रा शुरू कर रहा है, तब देश का नेतृत्व भी एक नए युग के हाथों में है। उन्होंने कहा, इस बार हम एक ऐसा 15 अगस्त मना रहे हैं, जब देश के राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, लोकसभा अध्यक्ष सब के सब लोग आजाद भारत में पैदा हुए हैं और सब के सब साधारण पृष्ठभूमि से आते हैं। मैं समझता हूं कि इसका एक महत्व है।
मोदी ने कहा कि नायडू ने उपराष्ट्रपति और सदन के सभापति के रूप में गरिमा और निष्ठा के साथ अपने दायित्व का निर्वाह किया और अलग-अलग जिम्मेदारियों में बड़ी लगन से काम किया।

उन्होंने कहा, आपने कभी भी किसी काम को बोझ नहीं माना। आपने हर काम में नए प्राण फूंकने का प्रयास किया है। मोदी ने कहा कि नायडू देश के एक ऐसे उपराष्ट्रपति है, जिन्होंने अपनी सभी भूमिकाओं में हमेशा युवाओं के लिए काम किया है। उन्होंने कहा, आपका ये जज्बा और लगन हम लोगों ने निरंतर देखी है।

मैं प्रत्येक माननीय सांसद और देश के हर युवा से कहना चाहूंगा कि वे समाज, देश और लोकतंत्र के बारे में आपसे बहुत कुछ सीख सकते हैं।

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त्यागी के मामले में बुलडोजर की कार्रवाई दिखावा, कौन उसे बचाता रहा : प्रियंका

नईदिल्ली,08 अगस्त (एजेंसी /FJ)। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने नोएडा में एक महिला से अभद्रता के आरोपी श्रीकांत त्यागी की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कई नेताओं के साथ ली गई तस्वीरें साझा करते हुए सोमवार को कहा कि इस मामले में बुलडोजर की कार्रवाई दिखावा है।

उन्होंने यह सवाल भी किया कि आखिर त्यागी को कौन बचाता आया है और क्या भाजपा सरकार को नहीं पता था कि उसने अवैध निर्माण करा रखे हैं?

कांग्रेस की उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका ने ट्वीट किया, क्या इतने वर्षों से भाजपा सरकार को नहीं पता था कि नोएडा के भाजपा नेता का निर्माण अवैध है? बुलडोजर की कार्रवाई दिखावा है।

उन्होंने आरोप लगाया, सरकार इन सवालों के जवाब देने से बच रही है। एक महिला के साथ खुलेआम अभद्रता और 10-15 गुंडे भेजकर महिलाओं को धमकाने की हिम्मत उसे कौन दे रहा है? कौन है जो उसे बचाता आ रहा है?

प्रियंका ने सवाल किया, किसके सरंक्षण में उसका गुंडाराज और अवैध कारोबार फला-फूला?

भाजपा का नेता होने का दावा करने वाले त्यागी के खिलाफ ग्रैंड ओमैक्स सोसाइटी की एक महिला के साथ अभद्रता करने के आरोप में मामला दर्ज किया गया है।

बताया जा रहा है कि महिला ने त्यागी द्वारा सोसायटी के साझा क्षेत्र में पौधे लगाने पर आपत्ति जताई थी, जिससे वह भड़क उठा था।

नोएडा प्राधिकरण ने शहर में त्यागी के आवास के बाहर बनाए गए ‘अवैध’ निर्माण को ढहा दिया है। त्यागी अभी फरार है।

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मलाइका अरोड़ा ने पहनी इतनी रिवीलिंग ड्रेस

08.08.2022 – मलाइका अरोड़ा का इंस्टाग्राम अकाउंट एक से बढ़कर एक फोटोज से भरा पड़ा है। हाल में मलाइका द्वारा शेयर की गई तस्वीरों को देखने के बाद फैंस बेकाबू हो रहे हैं। दरअसल, मलाइका अरोड़ा हाल ही में एफडीसीआई इंडिया कॉउचर वीक 2022 में बतौर शो स्टॉपर बनकर डिजाइनर रोहित गांधी और राहुल खन्ना के लिए रैंप वॉक किया था।

इस दौरान एक्ट्रेस रैंप पर इतनी ज्यादा बोल्ड ड्रेस पहनकर कैमरे के सामने आई थीं कि लोगों के होश उड़ गए थे।मलाइका अरोड़ा ने अब इसी ड्रेस को पहनकर हद से ज्यादा बोल्ड फोटोशूट करवाया है। इस सिजिलिंग फोटोशूट की तस्वीरें मलाइका अरोड़ा ने अपने आधिकारिक इंस्टाग्राम पर शेयर की हैं।

इस फोटोशूट में एक्ट्रेस अपने क्लीवेज प्लांट करती नजर आई। इन तस्वीरों को देखने के बाद फैंस बेकाबू हो रहे हैं। एक्ट्रेस ने जैसे ही इस फोटोशूट की तस्वीरें शेयर की तो वो एक से बढ़कर कमेंट्स कर रहे हैं।

मलाइका लगातार इस तरह की बोल्ड ड्रेसेज पहनकर एक से बढ़कर एक फोटोज खिंचवा रही हैं। आपको बता दें, मलाइका इन दिनों अर्जुन कपूर को डेट कर रही हैं। (एजेंसी)

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नीरू बाजवा कॉमेडी ड्रामा ब्यूटीफुल बिल्लो में गर्भवती महिला की भूमिका निभाएंगी

08.08.2022 – अभिनेत्री नीरू बाजवा 1998 की फिल्म मैं सोलह बरस की’ से अपने करियर की शुरूआत करने वाली  अपनी आगामी पंजाबी फिल्म ब्यूटीफुल बिल्लो’ में एक गर्भवती महिला की भूमिका निभाती नजर आएंगी। फिल्म में नीरू के अलावा रुबीना बाजवा, रोशन प्रिंस और राघवीत बोली भी मुख्य भूमिका में हैं।

संतोष सुभाष थिटे और अमृत राज चड्ढा द्वारा निर्देशित ब्यूटीफुल बिल्लो एक कॉमेडी ड्रामा है। पूरी कहानी रुबीना और रोशन द्वारा निभाए गए एक जोड़े के इर्द-गिर्द घूमती है और बिल्लो (नीरू) से मिलने के बाद उनका जीवन कैसे बदल जाता है, जो गर्भवती है और उनके परिवार का एक महत्वपूर्ण सदस्य बन जाता है।

नीरू कहती हैं, ब्यूटीफुल बिलो’ मानवीय भावनाओं की एक दिल को छू लेने वाली कहानी है, जिसमें कॉमेडी का एक ट्विस्ट है जो निश्चित रूप से दर्शकों को आकर्षित करेगा। यह एक ऐसी कहानी है जो दर्शकों को पहले कभी नहीं देखी गई यात्रा पर ले जाएगी।

नीरू बाजवा एंटरटेनमेंट, ओमजी स्टार स्टूडियोज और सरीन प्रोडक्शंस द्वारा निर्मित इस फिल्म का प्रीमियर 11 अगस्त को जी5 पर होगा. (एजेंसी)

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मानसून में त्वचा को ह्यूमिडिटी के प्रभाव से बचाने के लिए अपनाएं ये स्किन केयर टिप्स

08.08.2022 – मानसून के मौसम में ह्यूमिड्टी (नमी) का स्तर भी काफी बढ़ जाता है, जिससे चेहरे का स्वास्थ्य काफी प्रभावित होता है। इससे त्वचा अधिक तैलीय, कमजोर और बेजान होने लगती है। वहीं, ह्यूमिडिटी के कारण आने वाले पसीने के कारण त्वचा पर मुंहासें जैसी कई समस्याएं होने लगती हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसी स्किन केयर टिप्स देते हैं, जिन्हें अपनाकर आप मानसून के दौरान अपनी त्वचा को ह्यूमिडिटी से सुरक्षित रख सकते हैं।

मौसम भले ही कोई भी हो, मॉइश्चराइजर हर किसी के स्किन केयर रूटीन में जरूर शामिल होना चाहिए क्योंकि यह त्वचा पर एक सुरक्षित परत बनाकर उसे कई तरह के नुकसानों से बचा सकता है। मानसून में ऐसे मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करना चाहिए, जो तेल रहित होने के साथ-साथ लाइट भी हो क्योंकि इससे त्वचा चिपचिपा नहीं लगेगा। इसके अतिरिक्त, यह आपकी त्वचा ह्यूमिडिटी से भी सुरक्षित रहेगी।

इस तरह का फेसवॉश करें इस्तेमालमानसून की समस्याओं से बचने के लिए सबसे पहले अपने गर्मियों के फेसवॉश को ग्लाइकोलिक एसिड और सैलिसिलिक एसिड युक्त फेसवॉश से स्विच करें, जो बेजान त्वचा के लिए सही है। इतना ही नहीं, अपनी स्किन टाइप के अनुसार ही फेसवॉश खरीदना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही त्वचा को साफ और तरोताजा रखने के लिए दिन में कई बार धोएं और नियमित रूप से टोनर का इस्तेमाल करें, इससे आपकी त्वचा हाइड्रेट रहेगी।

सनस्क्रीन का इस्तेमाल करना भी है महत्वपूर्णमानसून के साथ-साथ सभी तरह के मौसम में सनस्क्रीन लगाना जरूरी है। सनस्क्रीन त्वचा को हाइड्रेट करने के साथ ही सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से बचाकर रखने में काफी मदद कर सकती है, इसलिए रोजाना सीमित मात्रा में एक बार अपने चेहरे पर सनस्क्रीन जरूर लगाएं। अगर आप घर से बाहर हैं तो अपने चेहरे पर हर दो से तीन घंटे बाद सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।

एक्सफोलिएट जरूर करेंगंदगी, डेड स्किन सेल्स और अन्य अशुद्धियां त्वचा की कोमलता को कम करने और मुंहासों को उभारने का मुख्य कारण मानी जाती हैं, इसलिए इनसे राहत पाने के लिए मानसून के दौरान भी एक्सफोलिएट करना बहुत जरूरी है। हालांकि, आपको इस बात का भी ध्यान रखना चाहिए कि अधिक एक्सफोलिएशन आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

इसलिए हफ्ते में ज्यादा से ज्यादा दो बार ही त्वचा को हल्के हाथों से एक्सफोलिएट करें। कम मेकअप करेंमानसून के दौरान आपको कम मेकअप करना चाहिए क्योंकि इस मौसम में हैवी मेकअप करने से चेहरे पर दाने या फिर खुजली की समस्या हो सकती है। इसके लिए आप चाहें तो एक मॉइश्चराइजर, एक कंसीलर और एक न्यूड शेड की लिपस्टिक का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके साथ ही क्रीम या बहुत अधिक चमकदार चीजों का इस्तेमाल न करें क्योंकि ऐसी चीजें आपको पसीने से तर कर देगीं। (एजेंसी)

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ट्रेकिंग ट्रिप को आसान और मजेदार बनाने के लिए अपने पास जरूर रखें ये चीजें

08.08.2022 – अगर आप अपने दोस्तों या फिर परिवार के साथ ट्रेकिंग ट्रिप की योजना बना रहे हैं तो यह सफर बिना तैयारी के थोड़ा मुश्किल भरा हो सकता है। हालांकि, अगर आप चाहें तो अपनी ट्रेकिंग ट्रिप को न सिर्फ आसान बल्कि मजेदार भी बना सकते हैं। अगर आपका सवाल है कैसे? तो चलिए फिर आज हम आपको पांच ऐसी चीजें बताते हैं, जिनके साथ आपकी ट्रेकिंग ट्रिप आरामदायक और यादगार बन सकती है।

आरामदायक जूतें पहनेंट्रेकिंग के दौरान जूते अहम भूमिका अदा करते हैं। अगर आपके पास सही जूते नहीं हैं तो आपके बार-बार गिरने की संभावना बढ़ सकती है या फिर आपको ट्रेक पूरा करने में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है, जैसे पैरों में दर्द होना या चोट लगना आदि। इसलिए ट्रेकिंग के लिए ऐसे जूते पहनें, जो आपको ट्रेक के दौरान दुर्घटनाओं से बचाए।

ट्रेकिंग के लिए हल्के और वॉटरप्रूफ जूतों का चयन करना अच्छा है। पानी की बोतलकिसी भी चीज के लिए अपनी पानी की बोतल को कभी न छोड़ें। पानी किसी भी तरह के ट्रेक के लिए जरूरी है। ट्रेक के दौरान आपका शरीर डिहाइड्रेट होता है, इसलिए उसे समय-समय पर हाइड्रेटेड करते रहने की जरूरत होती है, जो पानी कर सकता है। अच्छी बात यह है कि भारत में पहाड़ों पर बहुत सी छोटी-छोटी धाराएं हैं, जहां से आप पीने के साफ पानी के लिए अपनी बोतल भर सकते हैं।

स्वास्थ्यवर्धक स्नैक्सजैसे-जैसे आप ट्रेकिंग के लिए मीलों पैदल चलते हैं तो आपका शरीर जल्दी थक जाता है और आगे बढऩे के लिए इसे एनर्जी समेत पोषण की जरूरत होती है। हालांकि, ट्रेक के दौरान दुकानों को ढूंढना मुश्किल है, इसलिए अपने बैग में कुछ छोटे-छोटे स्नैक्स रखें, जो स्वादिष्ट होने के साथ-साथ स्वास्थ्यवर्धक भी हों। बेहतर होगा कि आप चिप्स की जगह फल, एनर्जी बार या डार्क चॉकलेट लेकर जाएं।

सनस्क्रीनयह सभी यात्रियों के लिए जरूरी है। मौसम चाहे जो भी हो टैनिंग और सूरज की हानिकारक यूवी किरणों से खुद को बचाने के लिए सनब्लॉक महत्वपूर्ण है। इसके लिए आपका अपनी त्वचा पर सनस्क्रीन लगाना महत्वपूर्ण है। सनस्क्रीन लगाना उन क्षेत्रों में विशेष रूप से महत्वपूर्ण हो जाता है, जहां आपको घास के मैदानों से ट्रेक करना होता है।

उच्च एसपीएफ और व्यापक स्पेक्ट्रम वाला सनस्क्रीन चुनें और इसे त्वचा पर लगाएं। प्राथमिक चिकित्सा किटअपने ट्रेक बैग में एक प्राथमिक चिकित्सा किट रखें ताकि जरूर पडऩे पर आपके पर हर चीज उपलब्ध हो। इसके लिए एक जिपलॉक बैग में बैंड-एड्स, एंटीसेप्टिक वाइप्स, दर्द निवारक क्रीम और एंटासिड ले जाएं।

वहीं, अगर आप बच्चों के साथ यात्रा कर रहे हैं तो अपने पास इलेक्ट्रोलाइट पेय, नमक, कैंडी और च्युइंग गम के साथ-साथ कुछ प्लास्टिक बैग जरूर रखें। (एजेंसी)

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज इच्छित कार्य पूर्ण होंगे। आप व्यस्त रहने से थकान महसूस करेंगे। अपनी दिनचर्या को संतुलित तथा व्यवस्थित बनाकर रखें, जिससे अधिकतर घरेलू काम समय पर पूरे होते जाएंगे। विद्यार्थियों तथा युवाओं को इंटरव्यू व करियर संबंधी परीक्षा में सफलता की पूरी संभावना है। इसलिए वे लोग अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित्त रहें। जीवनसाथी के लिए त्याग कर सकते हैं, स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

आज मनोवांछित फल प्राप्त होगा।समय की कोई कमी नहीं रहेगी।व्यवसायिक तौर पर ग्रह स्थितियां आपके पक्ष में हैं। कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव संबंधी योजनाएं बन सकती है। तरक्की के भी उचित अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने कार्य को बहुत सावधानी पूर्वक करें, क्योंकि कोई गलती होने की आशंका लग रही है। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज भाग्य आपके मनोनुकूल रहेगा। समय पर कार्य सम्पन्न होंगे। कुछ समय खुद के लिए भी बीताएं। इससे आपको शारीरिक और मानसिक ताजगी के साथ ऊर्जा भी मिलेगी। आपको अपनी दिनचर्या संबंधी कामों को पूरा करने में पारिवारिक सदस्यों की मदद भी मिल सकती है। स्वास्थ्य सुधार होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपका सामाजिक दायरा और पारिवारिक सम्बंध यश को बढाएंगे।कार्यक्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियो के सामने आपकी ही यशोगाथा रहेगी। आपका कोई कर्मचारी साथी आपकी योजना को लीक कर सकता है। इससे सावधान रहें और लापरवाही बिल्कुल ना करें। सभी कार्यों पर पैनी नजर अवश्य रखें। नौकरी में भी किसी के साथ भी उलझे नहीं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपकी ऊर्जा आज आपका भरपूर साथ देंगी। पारिवारिक जिम्मेदारियों का आप बखूबी निर्वाह करेंगे। आपका उदारवादी व सहायक दृष्टिकोण सामाजिक कार्यों में एक बेहतरीन मिसाल के रूप में सामने आएगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा । विद्यार्थी भी अपनी पढ़ाई के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्रचित्र रहेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपका मनोबल बढेगा। शत्रु पक्ष परास्त होंगे। लेकिन सावधानी फिर भी रखनी पडेगी। कोई भी व्यापारिक नया काम आज न शुरू करें तो सही है। आज स्थिति अधिक आपका साथ देगी है। कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतना आवश्यक है। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने काम को बखूबी अंजाम दे पाएंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आध्यात्मिक कार्यो में रूचि और बढेगी। आप अधिकतर समय धार्मिक तथा सामाजिक संबंधी सहयोगात्मक कार्य में व्यतीत होगा। गुप्त विद्याओं के प्रति भी आपका विशेष रुझान हो रहा है। इस समय आपके व्यक्तित्व के उत्थान संबंधी कुछ नए मार्ग साफ होने जा रहे हैं। सबका साथ मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आप अधिकतर समय व्यस्त रहने मे व्यतीत होगा। अपने कुछ नजदीकी और विश्वसनीय मित्रों के साथ अपने कामकाज संबंधी विचार-विमर्श अवश्य करें। आपको बेहतरीन मार्गदर्शन प्राप्त होगा। तथा लाभदायक अनुबंध भी मिलने के योग हैं। परंतु इस बात का ध्यान भी अवश्य रखें कि आपकी रूचि धर्म कर्म में कम न हो। स्वास्थ्य बेहतर होगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज किस्मत आपके साथ है। व्यवसायिक विकास के लिए किसी प्रभावशाली व्यक्ति का साथ तथा आपके राजनीतिक संपर्क बहुत अधिक लाभदायक साबित होने वाले हैं। सरकारी सेवारत व्यक्तियों को अपने किसी लक्ष्य को पूरा करने से प्रमोशन वगैराह भी मिल सकता है। विद्यार्थियों का मन विद्या ग्रहण करने में लगेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज मन की सुने और खुश रहें। अपने कार्यों से संबंधित नीतियों पर दोबारा विचार करके उनमें और अधिक सुधार लाने की कोशिश करें सफलता आपका इंतजार कर रही है। आपको सकारात्मक परिणाम अवश्य हासिल होंगे। विद्यार्थियों का अपनी शिक्षा के प्रति पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित रखना उन्हें कोई उपलब्धि भी हासिल करवा सकता है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आप आपकी सकारात्मक सोच आपको ऊँचाइयों तक ले जाएगी।अपना पूर्ण ध्यान अपने कार्यस्थल पर केंद्रित रखें तथा दूसरों की सलाह की अपेक्षा अपने विचारों को ही प्राथमिकता दें क्योंकि ऐसा करने से वहाँ भी सफल आप ही होंगे। पारिवारिक वातावरण सहयोगात्मक रहेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आप शान्तिपूर्ण तरिके से समय बिता पाएंगे। कोई भी काम करने से पहले उसके सभी पहलुओं पर अच्छी तरह सोच-विचार अवश्य करें। इससे परिस्थितियां पूर्णता आपके पक्ष में हो जाएगी। काफी समय से चल रही किसी काम में रुकावट भी आज दूर होगी। कुल मिलाकर शांति और सुकून भरा दिन व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

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अरविंद केजरीवाल की बधाई पर मेडल विजेता दिव्या काकरान ने बयां किया दर्द

*दिल्ली सरकार से न इनाम मिला न मदद*

नई दिल्ली ,07 अगस्त (एजेंसी)।  बर्मिंघम में चल रहे राष्ट्रमंडल खेलों में कांस्य पदक जीतने वाली पहलवान दिव्या काकरान ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा दी गई बधाई के जवाब में उन्हें दिल्ली सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि या मदद नहीं मिलने का मुद्दा उठाया है। भारतीय युवा पहलवान दिव्या काकरान ने राष्ट्रमंडल खेलों में महिलाओं कुश्ती प्रतियोगिता के 68 किग्रा भार वर्ग में कांस्य पदक जीता था। इसके लिए अरविंद केजरीवाल ने उन्हें ट्वीट कर बधाई दी थी।

दिव्या काकरान ने रविवार को एक के बाद एक कई ट्वीट कर कहा, मेडल की बधाई देने पर दिल्ली के माननीय मुख्यमंत्री जी को तहे दिल से धन्यवाद, मेरा आपसे एक निवेदन है कि मैं पिछले 20 साल से दिल्ली में रह रही हूं और यहीं अपने खेल कुश्ती का अभ्यास कर रही हूं, परंतु अब तक मुझे राज्य सरकार से किसी तरह की कोई इनाम राशि नहीं दी गई और ना कोई मदद दी गई। मैं आपसे इतना निवेदन करती हूं कि जिस तरह आप अन्य खिलाडिय़ों को सम्मानित करते हैं जो दिल्ली के होकर किसी और स्टेट से भी खेलते हैं उसी तरह मुझे भी सम्मानित किया जाए।

इसके साथ ही दिव्या ने साल 2018 का एक वीडियो शेयर कर कहा है कि ऐसा लगता है कि समय ने खुद को दोबारा दोहराया है। सब कुछ पहले जैसा ही है, ना कल मेरे लिए कुछ किया गया था ना ही अब।

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को राष्ट्रमंडल खेलों में पदक जीतने वाले खिलाडिय़ों को बधाई दी थी। उन्होंने ट्वीट कर कहा था, शाबाश पहलवानों। हमारे पहलवानों ने कॉमनवेल्थ खेलों में धूम मचा दी है। कुश्ती में भारत को एक ही दिन में कुल 6 मेडल मिले, जिसमें 3 गोल्ड हैं। साक्षी मलिक और दीपक पूनिया को उनके गोल्ड और दिव्या काकरन एवं मोहित ग्रेवाल को कांस्य पदक के लिए बहुत-बहुत बधाई।

बता दें कि, गरीब परिवार से आने वाली दिव्या ककरान ने महिलाओं के 68 किलो वर्ग में कांस्य पदक के प्लेऑफ मुकाबले में टोंगा की टाइगर लिली को महज 26 सेकेंड में हराकर कांस्य पदक जीता था। हालांकि, दिव्या काकरान फ्रीस्टाइल 68 किग्रा क्वार्टरफाइनल में नाइजीरिया की ब्लेसिंग ओबोरूडुडू से तकनीकी श्रेष्ठता (0-11) से हार गईं थीं, जिससे वह रेपेशाज में उतरीं।

आर्थिक तंगी के बावजूद दिव्या ने हार नहीं मानी और देश और दुनिया की कई अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में पदक जीतकर भारत को गौरवान्वित किया है। दिव्या वर्तमान में 68 किलो भार वर्ग में कुश्ती करती हैं।

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पाकिस्तानी नागरिक की 13 संपत्तियों की जानकारी ईडी ने मांगी

कानपुर ,07 अगस्त (आरएनएस/FJ)। पाकिस्तानी नागरिक शाहिद हलीम की 13 संपत्तियों से जुड़ी संपूर्ण जानकारी अब ईडी को भी दी जाएगी। जिला प्रशासन ने इस संबंध में निर्णय ले लिया है। संपत्तियों से जुड़ी जानकारी देने के लिए जिलाधिकारी विशाख जी ने अपर महानगर मजिस्ट्रेट द्वितीय को जिम्मेदारी सौंपी है।

बता दे कि ईडी पिछले 13 वर्षों से पाकिस्तानी नागरिक की संपत्तियों से जुड़ी जानकारी मांग रहा है। शहर में शाहिद हलीम की 13 संपत्तियां हैं, जिन्हें शत्रु संपत्ति घोषित करने की कवायद चल रही है। इनमें नागेश्वर विला, कॉनकार्ड अपार्टमेंट शाहिद हलीम के पाक जाने के बाद इन संपत्तियों की अवैध तरीके से खरीद फरोख्त की गई।

लोगों को जानकारी दिए बिना ही संपत्तियां बेची गईं।

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स्वेच्छा से हर जन फहराये खादी का तिरंगा : अखिलेश

*आजादी के यज्ञ में समाजवादी नेताओं के योगदान को भुला दिया*

लखनऊ ,07 अगस्त (आरएनएस)। सपा प्रमुख व पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताते हुए स्वेच्छा से प्रत्येक नागरिक से खादी का बना तिरंगा फहराने के लिए कहा है। रविवार को जारी बयान में अखिलेश ने कहा कि इतिहास में इन तिथियों का विशेष महत्व है। आगे कहा कि 8 अगस्त 1942 की रात में बंबई के ग्वालियर टैंक मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने अंग्रेजो भारत छोड़ो के प्रस्ताव के साथ करो या मरो का मंत्र दिया था।

गांधी जी ने कहा था या तो अब हम आजाद होंगे या फिर अपना बलिदान दे देंगे। अंग्रेजों ने क्रूर दमनचक्र चलाते हुए 9 अगस्त 1942 से गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी। अंग्रेज सोचते थे कि वे दमन से आजादी की आवाज को दबा देंगे। लेकिन पहले से सतर्क समाजवादी नेताओं ने आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेकर आंदोलन को देशव्यापी बना दिया। जयप्रकाश नारायण, डॉ.राममनोहर लोहिया, और अरूणा आसफ अली के साथ ऊषा मेहता आदि ने आजादी के लिए जो अलख जगाई उसके फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिल सकी।

अखिलेश ने कहा कि आजादी के इस महान यज्ञ में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की उपेक्षा की जा रही है। खेद की बात है कि इतिहास को विशेष दृष्टिकोण से बदलने की साजिशें हो रही है। कहा कि आजादी के 75वें वर्ष में देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत उतार-चढ़ाव आया हैं। सत्ता में आई भाजपा ने स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों और आदर्शों को भुला दिया है। गांधी जी राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते थे।

इसकी शुचिता के लिए साध्य साधन की पवित्रता पर जोर देते थे। आज की राजनीति सत्ता पाने और सत्ता का उपभोग करने का माध्यम बन गई है। इसलिए भाजपा की चालबाजी से हमें सावधान रहना होगा। सपा प्रमुख ने कहा कि हमारी पार्टी महात्मा गांधी, डॉ. राममनोहर लोहिया और डॉ. आंबेडकर के आदर्श मानकों को अपनाते हुए गांव-गरीब को प्राथमिकता में रखकर चल रही है। अन्याय और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही है।

समाजवादी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जनकल्याण को सर्वोपरि रखकर योजनाओं को साकार किया। आज भी वह समाजवाद, लोकतंत्र और पंथनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है और संविधान की उद्देशिका को सम्मान देती है। राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के साथ हमें उन संकल्पों को भी दुहराना होगा जिनको सार्थक करने के लिए लाखों लोगों ने अपना सब कुछ बलिदान कर दिया था।

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जिन्होंने कभी नहीं लिया आजादी में हिस्सा वो पीट रहे हैं ढिंढोरा: अखिलेश यादव

लखनऊ ,07 अगस्त (आरएनएस/FJ)। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के आव्हान पर उत्तर प्रदेश में हर घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाएगा। उन्होंने राष्ट्रीय ध्वज को राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बताते हुए स्वेच्छा से प्रत्येक नागरिक से खादी का बना तिरंगा फहराने के लिए कहा है।

अखिलेश यादव ने कहा है कि इतिहास में इन तिथियों का विशेष महत्व है। 8 अगस्त 1942 की रात में बंबई के ग्वालियर टैंक मैदान में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी ने ‘अंग्रेजो भारत छोड़ों’ के प्रस्ताव के साथ ‘करो या मरो’ का मंत्र दिया था। गांधी जी ने कहा था या तो अब हम आजाद होंगे या फिर अपना बलिदान दे देंगे। अंग्रेजों ने क्रूर दमनचक्र चलाते हुए 9 अगस्त 1942 से गिरफ्तारियां शुरू कर दी थी।

अंग्रेज सोचते थे कि वे दमन से आजादी की आवाज को दबा देंगे। लेकिन पहले से सतर्क समाजवादी नेताओं ने आंदोलन की कमान अपने हाथ में लेकर आंदोलन को देशव्यापी बना दिया। जयप्रकाश नारायण, डॉ0 राममनोहर लोहिया, और अरूणा आसफ अली के साथ ऊषा मेहता आदि ने आजादी के लिए जो अलख जगाई उसके फलस्वरूप ही 15 अगस्त 1947 को देश को आजादी मिल सकी।

आजादी के इस महान यज्ञ में स्वतंत्रता सेनानियों के योगदान की उपेक्षा की जा रही है। खेद की बात है कि इतिहास को विशेष दृष्टिकोण से बदलने की साजिशें हो रही है। वे लोग जिनका संबंध आरएसएस से रहा तथा जिन्होंने कभी स्वतंत्रता आंदोलन में हिस्सा भी नहीं लिया, आज आजादी के 75वें साल में आजादी का अमृत महोत्सव का ढिंढोरा पीट रहे है। आजादी के 75वें वर्ष में देश और प्रदेश की राजनीति में बहुत उतार-चढ़ाव आया हैं।

सत्ता में आई भाजपा ने स्वतंत्रता आंदोलन के मूल्यों एवं आदर्शों को भुला दिया है। गांधी जी राजनीति को जनसेवा का माध्यम मानते थे। इसकी शुचिता के लिए साध्य साधन की पवित्रता पर जोर देते थे। आज की राजनीति सत्ता पाने और सत्ता का उपभोग करने का माध्यम बन गई है। इसलिए भाजपा की चालबाजी से हमें सावधान रहना होगा। यह अवसर भारतीय संविधान एवं लोकतांत्रिक व्यवस्था को बचाने का भी है।

समाजवादी पार्टी गांधी जी, डॉ0 राममनोहर लोहिया और डॉ0 अम्बेडकर के निर्धारित आदर्श मानकों को अपनाते हुए गांव-गरीब को प्राथमिकता में रखकर चल रही है। अन्याय और शोषण के खिलाफ आवाज उठा रही है। समाजवादी पार्टी ने सत्ता में रहते हुए जनकल्याण को सर्वोपरि रखकर योजनाओं को साकार किया।

आज भी वह समाजवाद, लोकतंत्र और पंथनिरपेक्षता के लिए प्रतिबद्ध है और संविधान की उद्देशिका को सम्मान देती है। राष्ट्रीय ध्वज को फहराने के साथ हमें उन संकल्पों को भी दुहराना होगा जिनको सार्थक करने के लिए लाखों लोगों ने अपना सब कुछ बलिदान कर दिया था।

हजारों लोगों ने जेल की क्रूर यातनाएं झेली थी और कितने ही वीर सपूत हंसते-हंसते फांसी के फंदे पर झूल गए थे।

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रांची प्रेस क्लब में हुई गोष्ठी:असमिया कवयित्री-गायिका कविता कर्मकार ने जमाए रंग

रांची प्रेस क्लब में हुई गोष्ठी:
रांची,07.08.2022 (FJ) | इतना कोमल और मोहमय है, हमारा प्रेम, जैसे अभी-अभी हमारी उंगलियों के बीच उगी है हरी-हरी दूब या कभी चिलचिलाती धूप में किसी पेड़ के नीचे आकर बैठोगे तो जानोगे कि किसी के लिए पेड़ बन जाना क्या है। ये छोटी पर प्रभावी कविता पंक्तियां असमिया कवयित्री कविता कर्मकार की हैं। जिसका पाठ उन्होंने आज रांची प्रेस क्लब की लाइब्ररी में किया।

संवाद शीर्षक के तेहत इसका आयोजन क्लब ने पत्रकार कला मंच के साथ मिलकर किया था। जिसमें कविता ने बताया कि उनके पुरखे झारखंड से ही बरसों पहले आसाम गए थे। यहां आना उनका अपनी जड़ों की एहसास कराता है।
उन्होंने कविता लिखने के कारण और अपने संघर्ष की कथा भी साझा की। इसके अलावा लीजेंड शख्सियत भूपेन हजारिका के कइ गीत को अपने मधुर स्वरों में सजाया। वहीं अपने असमिया गीत सुनाए, जिसमें विस्थापन का दर्द था। राधा और कृष्ण के प्रेम-अनुराग ने भी उनकी मीठी आवाज में श्रोताओं को सुकून बख्शा।

कुछ क्लासिकल फिल्मी गीत भी उनके कंठ के हार बने। कविता की दर्जनों किताबें छप चुकी हैं। जिसमें उनके अपने काव्य संग्रह के अतिरिक्त अनुवाद की अनगिनत किताबें हैं, जो साहित्य अकादमी और नेशनल बुक ट्रस्ट से प्रकाशित हुई हैं। उनकी रचनाओं का अनुवाद देश-विदेश की कई भाषाओं में हो चुका है।

संगोष्ठी में सेंट जेवियर्स कॉलेज में हिंदी के प्रोफेसर डॉ केके बोस ने कविता की प्रशंसा करते हुए समाज के सकारात्मक पहलुओं को भी जगह देनी चाहिए। जबकि किरण का कहना था कि कविता की कविताओं का फलक बहुत बड़ा है। कार्यक्रम का संचालन करते हुए दी न्यूज पोस्ट के संपादक शहरोज क़मर ने असमिया साहित्य के इतिहास से रुबरू कराया।

मौके पर शालिनी नायक सहबा ने भी अपनी दो गजलें सुनाईं। आभार ज्ञापन पत्रकार कला मंच के सचिव संदीप नाग ने किया।

गोष्ठी में प्रेस क्लब के महासचिव जावेद अख्तर, क्लब के पूर्व अध्यक्ष राजेश सिंह, मंच के सत्यप्रकाश पाठक, एस मृदुला, नृत्यांगना संध्या चौधरी, गीतकार सदानंद सिंह, कवि-लेखक राजीव थेपड़ा, पत्रकार नवीन कुमार मिश्रा, निलय सिंह, असगर खान, विवेक आर्यन, कुबेर सिंह, रंगकर्मी ऋषिकेश, जयदीप सहाय, अरुण नायक, देशदीप, अनिल सिन्हा समेत कई कला-साहित्य प्रेमियों ने महफिल का आनंद उठाया।

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देश की सबसे बड़ी वैज्ञानिक संस्था को मिली पहली महिला डीजी

नई दिल्ली ,07 अगस्त (आरएनएस/FJ)।  वरिष्ठ वैज्ञानिक नल्लाथम्बी कलाइसेल्वी वैज्ञानिक एवं औद्योगिक अनुसंधान परिषद (सीएसआईआर) की पहली महिला महानिदेशक बन गई हैं।  सीएसआईआर देशभर के 38 अनुसंधान संस्थानों का एक संघ है। कार्मिक मंत्रालय के जारी एक आदेश के अनुसार, वह शेखर मांडे का स्थान लेंगी, जो अप्रैल में सेवानिवृत्त हो गए।

मांडे के सेवानिवृत्त होने के बाद जैवप्रौद्योगिकी विभाग के सचिव राजेश गोखले को सीएसआईआर का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।

लिथियम आयन बैटरी के क्षेत्र में अपने काम से ख्याति पाने वाली कलाइसेल्वी अभी तमिलनाडु के करईकुडी में सीएसआईआर-केंद्रीय विद्युत रासायनिक अनुसंधान संस्थान (सीईसीआरआई) की निदेशक हैं। कलाइसेल्वी वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग की सचिव का प्रभार भी संभालेंगी।

उनकी नियुक्ति दो साल की अवधि के लिए है।

कलाइसेल्वी ने सीएसआईआर में अपनी नौकरी की शुरुआत करते हुए संस्थान में अच्छी-खासी साख बनाई और फरवरी 2019 में सीएसआईआर-सीईसीआरआई का नेतृत्व करने वाली पहली महिला बनीं। उन्होंने इसी संस्थान में प्रवेश स्तर के वैज्ञानिक के तौर पर अनुसंधान में अपना करियर शुरू किया था।

तमिलनाडु में तिरुनेलवेली जिले के छोटे-से शहर अंबासमुद्रम की रहने वाली कलाइसेल्वी ने तमिल माध्यम से स्कूली शिक्षा प्राप्त की। उनका कहना है कि इससे उन्हें कॉलेज में विज्ञान की अवधारणाओं को समझने में मदद मिली।

कलाइसेल्वी का 25 साल से ज्यादा का अनुसंधान कार्य मुख्यत: विद्युत रासायनिक ऊर्जा प्रणाली, खासतौर से इलेक्ट्रोड के विकास पर केंद्रित रहा है। वह अभी सोडियम-आयन/लिथियम-सल्फर बैटरी और सुपरकैपेसिटर के विकास पर काम कर रही हैं।

कलाइसेल्वी ने नेशनल मिशन फॉर इलेक्ट्रिक मोबिलिटी में अहम योगदान भी दिए हैं। उनके नाम पर 125 से अधिक शोध पत्र और छह पेटेंट हैं।

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फ्रेंडशिप डे के अवसर पर राजश्री प्रोडक्शन ने जारी किया फिल्म ‘ऊंचाई’ का पहला टीज़र पोस्टर

07.08.2022 – राजश्री प्रोडक्शन की 60वीं फिल्म ‘ऊंचाई’ का पहला टीज़र पोस्टर फ्रेंडशिप डे के अवसर पर जारी कर दिया गया है। पोस्टर अपने आप में इस फिल्म की खासियत बयां करती है कि दोस्ती से बढ़कर, इस जिंदगी में और क्या है। ‘उंचाई’ के पोस्टर(फर्स्ट लुक) में अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर और बोमन ईरानी को हिमालय में ट्रेकिंग करते हुए दिखाया गया है, जहाँ पीछे माउंट एवरेस्ट की खूबसूरती झलक रही है।  टीजर पोस्टर में सबसे ऊपर टैगलाइन में लिखा है- ‘दोस्ती ही उनकी प्रेरणा थी’।

बॉलीवुड के मशहूर और नामी डायरेक्टर सूरज बड़जात्या की मोस्ट अवेटेड फिल्म ‘ऊंचाई’ 11 नवंबर 2022 को रिलीज होगी। इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी, नीना गुप्ता और सारिका जैसे उम्दा सितारों के अद्भुत अभिनय का सफर दर्शकों को देखने मिलेगा, इतना ही नहीं एक्ट्रेस  परिणीति चोपड़ा एक बहुत ही खास रोल में नजर आएंगी। इसके अलावा एक्टर डैनी डेन्जोंगपा और नफीसा अली सोढ़ी भी इस फिल्म में खास किरदार में दिखाई देंगे।

डायरेक्टर सूरज बड़जात्या की ये 7वीं डायरेक्टोरियल वेंचर फिल्म है, इसके अलावा राजश्री अपनी 75वीं वर्षगांठ मना रही है जो एक बड़ी उपलब्धि है। राजश्री प्रोडक्शन के कमल कुमार बड़जात्या, स्व राजकुमार कुमार बड़जात्या और अजित कुमार बड़जात्या ने महावीर जैन (महावीर जैन फिल्मस) और नताशा मलपानी ओसवाल (बॉण्डलेस मीडिया) के साथ मिलकर इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को साकार किया है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में एनआईए की रेड

आईएसआईएस मॉड्यूल का एक्टिव मेंबर गिरफ्तार

नई दिल्ली 07 Aug. (Rns/FJ): स्वतंत्रता दिवस से पहले दिल्ली में एनआईए ने तलाशी अभियान चलाया है। इस दौरान आईएसआईएस मॉड्यूल का भंडाफोड़ करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान नई दिल्ली के बाटला हाउस निवासी मोहसिन अहमद के रूप में हुई है।

एनआईए द्वारा 25 जून को आईपीसी की धारा 153ए, और 153बी और यूए (पी) अधिनियम की धारा 18, 18बी, 38, 39 और 40 के तहत मामला दर्ज किया गया था। सूत्र ने कहा, गिरफ्तार आरोपी प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन आईएसआईएस का कट्टर और सक्रिय सदस्य है।

उसे गिरफ्तार कर लिया गया है। एनआईए को मिली जानकारी में ये भी पता चला है की यह संदिग्ध न सिर्फ पूरी तरह रेडिक्लाइज है बल्कि इस संगठन का सक्रिय सदस्य भी है। आरोपी मोहसिन अहमद पुत्र मोहम्मद शकील अहमद के ठिकानों पर तलाशी ली गई है।

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नीति आयोग शासी निकाय की बैठक में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन शामिल हुए

नीति आयोग:- रांची/नई दिल्ली, 07.08.2022 (FJ)-  सिंचाई सुविधाओं की कमी के कारण हर तीन-चार साल पर राज्य को सुखाड़ का दंश झेलना पड़ता है। इस वर्ष भी अभी तक सामान्य से 50 प्रतिशत कम वर्षा हुई है एवं 20 प्रतिशत से भी कम जमीन पर धान की रोपनी हो पाई है। वर्त्तमान परिस्थिति में झारखण्ड सुखाड़ की ओर बढ़ रहा है। मैं केंद्र सरकार से आग्रह करता हूं कि झारखण्ड राज्य के लिए विशेष पैकेज स्वीकृत किया जाए, जिससे की सुखाड़ से निबटा जा सके। ये बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कही। मुख्यमंत्री नई दिल्ली में नीति आयोग के शासी निकाय की बैठक में बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा विगत दो वर्षों से कोविड- 19 जैसी महामारी के फलस्वरूप झारखण्ड जैसे पिछड़े राज्य के आर्थिक एवं सामाजिक विकास पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है इस कुप्रभाव को न्यूनतम करने के लिए राज्य सरकार अथक प्रयास कर रही है और बेहतर परिणाम भी मिल रहे हैं। विगत ढाई वर्षों में झारखण्ड ने आर्थिक, सामाजिक विकास एवं सामाजिक न्याय के क्षेत्र में विभिन्न कदम उठाये हैं। प्रदेश की मूलभूत सरंचना को मजबूत बनाने की दिशा में कार्य किया जा रहा है। इस आयाम को और अधिक बल देने हेतु केन्द्र सरकार का सहयोग सभी राज्यों, विशेष कर झारखण्ड जैसे पिछड़े एवं आदिवासी बाहुल्य राज्य को प्राप्त हो।

PM chairing the 7th Governing Council Meeting of NITI Aayog, in New Delhi on August 07, 2022.

 केसीसी हेतु बैंकों को निर्देश दे नीति आयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि 2019 तक 38 लाख किसानों में से मात्र 13 लाख किसानों को KCC मिल पाया था। पिछले 2 सालों में सरकार के अथक प्रयास से 5 लाख नए किसानों को KCC का लाभ प्राप्त हुआ है परन्तु अभी भी 10 लाख से अधिक आवेदन विभिन्न बैंकों में लंबित हैं। राज्य सरकार नीति आयोग से सभी बैंको को KCC की स्वीकृति हेतु आवश्यक निर्देश देने का आग्रह करती है। झारखण्ड में फसलों में विविधता लाने की दिशा में अभी तक कोई विशेष कार्य योजना पर कार्य नहीं हुआ है। कारण किसानों का सब्सिस्टेंस खेती पर केंद्रित होना। हमने धान अधिप्राप्ति को 2 वर्ष में 4 से 8 लाख टन तक पहुँचाया है परंतु अभी भी इस क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए केंद्र सरकार और FCI के विशेष सहयोग की आवश्यकता है।

 सिंचाई की सुविधा हेतु विशेष पैकेज स्वीकृत किया जाए

मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में सिंचाई की सुविधाओं का घोर अभाव है एवं मात्र 20 प्रतिशत भूमि पर ही सिंचाई की सुविधा उपलब्ध है। राज्य में 5 लाख हेक्टेयर खरीफ की भूमि अपलैंड की श्रेणी में आती है जिस पर फसलों में विविधता लाई जा सकती है बशर्ते कि सिंचाई की सुविधा उपलब्ध कराई जा सके। राज्य में दलहन एवं तिलहन के उत्पादन की असीम संभावना है। झारखण्ड राज्य में लघु सिंचाई परियोजनाओं के माध्यम से सिंचाई की सुविधा को बढ़ाने हेतु एक विशेष पैकेज स्वीकृत किया जाए। बागवानी के क्षेत्र में विस्तार के लिए बिरसा हरित ग्राम योजना लागू की है। इस योजना के क्रियान्वयन से जहाँ राज्य के गरीब किसान परिवारों को आजीविका का स्थायी अवसर दिया जा रहा है वहीं एक बड़े क्षेत्रफल में परती टांड भूमि का बेहतर प्रबंधन व उपयोग सुनिश्चित किया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत अब तक लगभग 60,000 एकड़ टांड भूमि में आम एवं मिश्रित बागवानी सफलतापूर्वक की जा चुकी है। इस वित्तीय वर्ष में 25,000 एकड़ में बागवानी की प्रारम्भिक गतिविधियों को कराया जा रहा है। इससे किसानों को प्रति एकड़ प्रति वर्ष औसतन 25,000/- से 30,000/- रुपये की अतिरिक्त आमदनी प्राप्त हो रही है।

शिक्षा के नये द्वार खोलने का हो रहा प्रयास

मुख्यमंत्री ने कहा झारखण्ड एक आदिवासी बाहुल्य राज्य है तथा आदिवासियों के लिए उच्च शिक्षा के नये द्वार खोलने हेतु पहला पंडित रघुनाथ मुर्मू जनजातीय विश्वविद्यालय स्थापित करने की स्वीकृति झारखण्ड विधानसभा द्वारा प्रदान कर दी गयी है। इसके अतिरिक्त राज्य में कौशल विश्वविद्यालय की स्थापना भी प्रक्रियाधीन है जो राज्य में व्यवसायिक उच्च शिक्षा के नए आयाम लिखेगा। राज्य में उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए छात्रों को कम ब्याज दर पर ऋण प्रदान करने के लिए शीघ्र ही गुरूजी क्रेडिट कार्ड योजना लागू की जायेगी। इससे 2 से 3 लाख छात्रों को फायदा होगा। राज्य सरकार द्वारा विगत वर्ष एक महत्वाकांक्षी योजना प्रारंभ की गई है, जिसके अन्तर्गत जिला स्तर पर 80 उत्कृष्ट विद्यालय, प्रखण्ड स्तर पर 325 आदर्श विद्यालय तथा पंचायत स्तर पर 4036 विद्यालयों को आदर्श विद्यालय के रूप में विकसित करने की योजना तैयार की गई है। इन विद्यालयों में आधुनिक भवन, स्मार्ट क्लास, आई.सी.टी. लैब, गणित, विज्ञान एवं भाषा लैब तथा आधुनिक पुस्तकालय की व्यवस्था रहेगी। इसके अतिरिक्त व्यवसायिक पाठ्यक्रम, स्पोकेन इंगलिश कोर्स की भी व्यवस्था रहेगी जिससे लगभग 15 लाख विद्यार्थियों का सर्वांगीण विकास होगा।

 उत्खनन से प्राप्त आय का अधिक हिस्सा झारखण्ड को प्राप्त होना चाहिए

मुख्यमंत्री ने कहा झारखण्ड का गठन ही जल जंगल और जमीन की रक्षा के लिए हुआ है । परन्तु यहाँ जितनी भी कंपनियाँ खनन एवं उद्योग लगाने आई। उन सभी ने बस यहां जल, जंगल और जमीन का दोहन किया है। किसी भी खनन कंपनी द्वारा माईनिंग करके जमीन को रिक्लेम करने का प्रयास नहीं हुआ है। कभी भी विस्थापितों की समस्या को दूर करने का सही से प्रयास नहीं हुआ। झारखण्ड के खनिज एवं वन संपदाओं का देश के विकास में इसका महत्वपूर्ण योगदान रहा है परन्तु झारखण्ड के आदिवासी और मूलवासी ने हमेशा अपने को ठगा हुआ महसूस किया। मुझे लगता है कि खनिज संपदा के उत्खनन से प्राप्त आय का अधीकाधीक हिस्सा झारखण्ड जैसे राज्य को प्राप्त होना चाहिए परन्तु पिछले कुछ वर्षों में जो नीतिगत परिवर्तन हुए हैं वो ठीक इसके विपरित साबित हुए हैं। उदाहरण के लिए GST लागु होने से झारखण्ड को काफी घाटा हुआ है परन्तु उसकी भरपाई करने का प्रयास समुचित तरीके से नहीं किया गया है। झारखण्ड राज्य में विभिन्न खनन कंपनियों की भू अर्जन, रॉयल्टी इत्यादि मद में करीब एक लाख छत्तीस हज़ार करोड़ रुपये बकाया है परन्तु खनन कंपनियों इसके भुगतान में कोई रुचि नहीं दिखा रही है। हम लोगों ने विभिन्न बैठकों में इस विषय को उठाया है तथा इस संबंध में पत्राचार भी किया है परन्तु हमारे सभी प्रयासों का फलाफल अभी तक शून्य रहा है। झारखण्ड को ये बकाया राशि का भुगतान कराने का निर्देश इन खनन कंपनियों को केंद्र सरकार दे, जिससे कि राज्य के लोगों के सर्वांगीण विकास में इस राशि का उपयोग किया जा सके।

आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के हितों का रखें ध्यान

मुख्यमंत्री ने कहा झारखण्ड का करीब 30 प्रतिशत एरिया वन भूमि से आच्छादित है एवं अधिकांश खनिज संपदा वन क्षेत्र में अवस्थित है, जिसके लिए वन भूमि अपयोजन की आवश्यकता होती है। अभी हाल के दिनों में वन संरक्षण अधिनियम, 1980 के अन्तर्गत नई नियमावली बनाई गई है जिसमें वन भूमि अपयोजन के लिए स्टेज 2 क्लीयरेंस के पूर्व ग्राम सभा की सहमति के प्रावधान को समाप्त कर दिया गया है जो मेरे विचार से आदिवासी एवं पिछड़े वर्ग के हितों के प्रतिकूल है। झारखण्ड में विभिन्न कंपनियों के भू-अर्जन, रॉयल्टी आदि मद में करीब 1 लाख 36 हजार करोड़ रुपये बकाया है परंतु कम्पनियां इसके भुगतान में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। इस बाबत कई प्रयास किये गए जिनका फलाफल शून्य रहा।   मैं माननीय प्रधानमंत्री जी एवं नीति आयोग से इस निर्णय पर पुनर्विचार करने का भी आग्रह करना चाहूँगा ।

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नोएडा हाईराइज हंगामा: आरोपी नेता फरार

पुलिस ने 4 को हिरासत में लिया, 3 कार जब्त

नोएडा 07 Aug. (Rns/FJ) । नोएडा हाईराइज हंगामा: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्वघोषित नेता श्रीकांत त्यागी को पकड़ने के लिए तलाशी अभियान चल रहा है, जिन्होंने नोएडा की एक सोसायटी में पौधे लगाने के लिए हुए झगड़े में कथित तौर पर एक महिला का अपमान किया था। भाजपा ने त्यागी से यह कहते हुए दूरी बना ली है कि वह कभी पार्टी का हिस्सा नहीं थे। हालांकि त्यागी के सोशल मीडिया अकाउंट कुछ और ही कहानी बयां करते हैं।

अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर, त्यागी खुद को एक समर्पित पार्टी नेता के रूप में प्रस्तुत करते हैं, जिसमें भगवा पार्टी के कई वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ तस्वीरें हैं। उन्होंने कई संपादित तस्वीरें भी पोस्ट कीं, जिनमें भाजपा का लोगो था। हालांकि, त्यागी ने घटना के कुछ घंटे बाद अपना ट्विटर अकाउंट लॉक कर दिया।

नोएडा पुलिस के एक अधिकारी ने बताया, “हमने कुल तीन कारें जब्त की हैं- एक टोयोटा फॉर्च्यूनर, एक टाटा सफारी और एक होंडा सिविक- जो त्यागी की हैं।”

पुलिस ने उसकी लोकेशन ट्रेस करने के लिए त्यागी की पत्नी समेत चार लोगों को हिरासत में लिया है।

अधिकारी ने कहा, “हमने चार टीमों का गठन किया है जो आरोपी को पकड़ने के लिए काम कर रही है। हमने उसकी पत्नी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।”

पुलिस ने त्यागी की पत्नी के अलावा उनके भाई, ड्राइवर और मैनेजर को हिरासत में लिया है। अधिकारी ने बताया, “उन सभी से फिलहाल पूछताछ की जा रही है।”

मामला शुक्रवार को तब सामने आया, जब घटना की कई वीडियो क्लिपिंग सोशल मीडिया पर वायरल हो गई थीं, जिसमें त्यागी को महिला को गालियां देते हुए सुना जा सकता है। सोशल मीडिया यूजर्स ने पीड़ित महिला की प्रतिक्रिया को भी साझा किया, जिसमें उन्होंने पूरी घटना के बारे में बताया है।

महिला ने कहा, “मैं ग्रैंड ओमेक्स (सोसायटी) में रहती हूं। भूतल पर रहने वाला श्रीकांत त्यागी नाम का एक आदमी कॉमन एरिया में छोटे-बड़े पौधे लगाकर अतिक्रमण कर रहा था। जब मैंने उसे हटाने के लिए कहा, तो उसने मना कर दिया और जब मैंने उन्हें हटाने की कोशिश की तो उसने मुझे, मेरे पति और मेरे बच्चों को गालियां दीं।”

इसी वीडियो में सोसायटी के निवासी त्यागी पर छोटे-बड़े पौधे लगाकर क्षेत्र में अतिक्रमण करने का आरोप लगाते हुए भी देखे जा सकते हैं।

घटना के एक वीडियो के अनुसार,त्यागी को महिला को धक्का देते और धमकाते हुए देखा जा सकता है। वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “मेरे पौधों को छूने की हिम्मत मत करो, नहीं तो मैं तुम्हें देख लूंगा..।”

अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त अंकिता शर्मा ने बताया कि वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के तुरंत बाद, नोएडा पुलिस ने पंचशील पुलिस स्टेशन में आईपीसी की धारा 354 के तहत प्राथमिकी दर्ज की।

अधिकारी ने आश्वासन दिया कि आरोपी को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा और उसके खिलाफ दंडात्मक कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने शनिवार को घटना का संज्ञान लिया और इस मामले में उत्तर प्रदेश के डीजीपी को पत्र लिखा। एनसीडब्ल्यू की चेयरपर्सन रेखा शर्मा ने पुलिस से पीड़िता को जरूरी सुरक्षा मुहैया कराने को कहा है।

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5 घंटे की सर्जरी के बाद युवक की आवाज वापस आई

लखनऊ 07 Aug. (एजेंसी/FJ)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले में 28 वर्षीय एक युवक की आवाज एक हादसे के चलते बंद होने के बाद डॉक्टरों ने उसकी 5 घंटे तक सर्जरी की। सर्जरी के 10 दिनों के भीतर उसकी आवाज वापस आ गई, जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी।

27 जुलाई को एक दुर्घटना में युवक की अन्नप्रणाली, श्वासनली और वोकल कॉर्ड कट गया था। उसे लखनऊ के किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी ले जाया गया, जहां सर्जनों ने पांच घंटे लंबी सटीक सर्जरी की। कटे हुए हिस्सों की मरम्मत की और उनकी स्वर-झिल्ली (वोकल कॉर्ड) को ठीक किया।

हालांकि डॉक्टरों का मानना था कि युवक की आवाज वापस आने की संभावना बेहद कम है, लेकिन आवाज वापस आने पर सभी ने खुशी जताई।

थोरैसिक सर्जरी विभाग के प्रमुख डॉ. शैलेंद्र यादव के अनुसार, यह मामला दुर्लभ नहीं था, लेकिन इस तरह का मामला, जहां एक व्यक्ति अन्नप्रणाली और श्वासनली कटे होने के बावजूद जीवित रहा, ऐसा कभी नहीं सुना गया।

बाइक चलाते समय सड़क के बीच में आए एक जानवर को बचाने में बाइक एक खेत के कंटीले तार वाले बाड़ से टकरा गई, जिस वजह से युवक के गले की यह हालत हुई।

यादवेंद्र ने कहा, “हमें यकीन नहीं था कि यह युवक भविष्य में बोलेगा, लेकिन सौभाग्य से उसकी आवाज भी लौट आई है।”

केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल प्रोफेसर बिपिन पुरी ने टीम को बधाई दी है।

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पूजा गहलोत ने जीता ब्रॉन्ज मेडल

बर्मिंघम, 07 अगस्त (एजेंसी)। भारत की पूजा गहलोत ने महिलाओं की 50 किग्रा फ्रीस्टाइल में स्कॉटलैंड की क्रिस्टेल को 12-2 से हराकर कांस्य पदक जीता। कुश्ती में यह भारत का दूसरा कांस्य पदक है। भारत अब तक कुश्ती में कुल 10 पदक, तीन स्वर्ण, एक रजत और तीन कांस्य पदक जीत चुका है।

भारत की पूजा गहलोत की मैच की शुरुआत खराब रही। स्कॉटलैंड के क्रिस्टेल ने पहले दौर में 2-0 की बढ़त बना ली। लेकिन तभी गहलोत ने क्रिस्टेल के खिलाफ गुटलेज की पारी खेली। उसने स्कॉटिश खिलाड़ी की टांगों पर अपनी पकड़ मजबूत करते हुए अपना गोल-गोल घुमाया।

पूजा ने अपने खाते में 10 अंक बनाए और ख्रीस्तल के खिलाफ 5 गोल किए। पहले दौर में 10 – 2 की बढ़त लेने के बाद, पूजा गहलोच ने दूसरे दौर में तुरंत दो अंक हासिल कर 12 – 2 से मैच जीतकर भारत को कुश्ती में एक और कांस्य पदक दिलाया। वर्तमान में, भारत की पदक तालिका 31 है।

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