साहित्यकार और लेखक निःस्वार्थ भाव से समाज का मार्गदर्शन करते हैं: चंपई सोरेन

*हमें अपने पूर्वजों से समाज को जोड़ कर रखना और मजबूत बनाना सीखना होगा*

रांची, 10.08.2022 (FJ) । श्री चंपाई सोरेन ने  कहा  कि साहित्यकार, लेखक निःस्वार्थ भाव से काम करते हैं।अपनी लेखनी और रिसर्च  से समाज का मार्गदर्शन करते हैं। आदिवासी समाज की सभ्यता, संस्कृति को जानने समझने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है। वे आज झारखंड जनजातीय महोत्सव 2022 के अवसर पर जनजातीय शोध संस्थान मोरहाबादी में आयोजित ट्राइबल सेमिनार के दूसरे दिन साहित्यकारों, लेखकों व रिसर्च स्कॉलरों को  संबोधित कर रहे थे।

श्री चंपई सोरेन ने कहा कि आज के आधुनिक युग में हमें आदिवासी समाज की संस्कृति एवं उसकी सभ्यता को सहेज कर रखते हुए आगे बढ़ना है। हमें अपने पूर्वजों से समाज को जोड़ कर रखना और मजबूत बनाना सीखना होगा। उन्होंने कहा कि वर्षों से हम आदिवासी उत्थान की बात कर रहे हैं। इसके लिए अलग से मंत्रालय भी है, परंतु  आज भी आदिवासियों  का क्या वास्तविक विकास हो पाया है? इसे समझने की आवश्यकता है। इस तरह के सेमिनार से ही आदिवासी समाज की सभ्यता, संस्कृति और उसकी सामाजिक व्यवस्था की स्थिति क्या है, इसे जानने में मदद मिलेगी।

मंत्री श्री चंपई सोरेन ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मनाये जा रहे झारखंड जनजातीय महोत्सव में देशभर से आए आदिवासी समाज की कला-संस्कृति, रहन-सहन को जानने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि  विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन ने इसे झारखंड जनजातीय महोत्सव के रूप में मनाने का निर्णय लिया है । इस अवसर पर जनजातीय शोध संस्थान, मोरहाबादी  में दो दिवसीय ट्राइबल सेमिनार का आयोजन कर आदिवासी समाज ने अपने इतिहास, रीति-रिवाज को कितना बचाया है और कितना खोया है, इस पर चर्चा हो रही है। आने वाले वर्षों में इसे और भी बड़े पैमाने पर मनाया जाएगा।

इस अवसर पर कल्याण सचिव श्री के. के. सोन ने कहा कि अब हमें आदिवासी समाज के उत्थान के साथ इस समाज के सशक्तिकरण के बारे में भी विचार करना होगा। झारखंड जनजातीय महोत्सव में इस तरह  के सेमिनार  के आयोजन से  देश के विभिन्न हिस्सों से आए साहित्यकार, लेखक, रिसर्च स्कॉलर, जनजातीय समुदाय के लोगों के विचार साझा होंगे और आपलोगों का बहुमूल्य सुझाव हमें प्राप्त होगा, जिससे आदिवासी समाज के विकास एवं उनके सशक्तिकरण में मदद मिलेगी। उन्होंने कहा कि हमें आदिवासियों को सशक्त बनाने की दिशा में प्रयास करने होंगे। पारंपरिक ट्राइबल मेडिसिन को बढ़ावा देना होगा। झारखंड के जंगलों में मौजूद जड़ी-बूटियों  का अध्ययन कर इसके व्यापक इस्तेमाल  पर ज़ोर देना होगा, जिससे जनजातियों की आर्थिक उन्नति भी हो सके।

इस अवसर पर साहित्यकार यशवंत गायकवाड, सोनकर, महादेव टोप्पो, डॉ. हरि उराँव, डॉ. जिंदल सिंह मुंडा सहित विभिन्न राज्यों से आए साहित्यकार, लेखक एवं रिसर्च स्कॉलर उपस्थित रहे।

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व्हाट्सएप ने यूजर्स की प्राइवेसी को ध्यान में रखते हुए पेश किए तीन नए फीचर्स

नई दिल्ली ,10 अगस्त (एजेंसी)। मेटा के संस्थापक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मार्क जुकरबर्ग ने मंगलवार को व्हाट्सएप में तीन प्रमुख प्राइवेसी फीचर्स की घोषणा की, जो यूजर्स को अपनी बातचीत पर अधिक नियंत्रण प्रदान करते हैं और मैसेज भेजते समय सुरक्षा की अतिरिक्त परतें प्रदान करते हैं। नए फीचर्स व्हाट्सएप यूजर्स को सभी को सूचित किए बिना ग्रुप चैट से बाहर निकलने की अनुमति देते हैं। यह नियंत्रित करते हैं कि आपके ऑनलाइन होने पर कौन देख सकता है और मैसेजिस को एक बार देखने पर स्क्रीनशॉट को रोक सकता है।

जुकरबर्ग ने कहा, हम आपके मैसेजिस की सुरक्षा के लिए नए तरीके बनाते रहेंगे और उन्हें आमने-सामने की बातचीत की तरह निजी और सुरक्षित रखेंगे। व्हाट्सएप यूजर्स अब बिना किसी को सूचित किए किसी ग्रुप से निजी तौर पर बाहर निकल सकेंगे। सोशल नेटवर्क ने कहा, अब, एग्जिट करने पर पूरे ग्रुप को सूचित करने के बजाय, केवल एडमिन को सूचित किया जाएगा। यह फीचर इस महीने सभी यूजर्स के लिए शुरू हो जाएगा।

व्हाट्सएप ने यह चुनने की क्षमता भी पेश की है कि आपके ऑनलाइन होने पर कौन देख सकता है और कौन नहीं। यह फीचर इसी महीने सभी यूजर्स के लिए रोल आउट करना शुरू कर देगा। व्हाट्सएप सुरक्षा की एक अतिरिक्त परत के लिए ‘व्यु वन्स’ मैसेजिस के लिए स्क्रीनशॉट ब्लॉकिंग को भी सक्षम कर रहा है। इस फीचर की टेस्टिंग की जा रही है और इसे जल्द ही यूजर्स के लिए रोल आउट किया जाएगा।

व्हाट्सएप में प्रोडक्ट प्रमुख अमी वोरा ने कहा, वर्षो से, हमने उनकी बातचीत को सुरक्षित रखने में मदद करने के लिए सुरक्षा की इंटरलॉकिंग परतें जोड़ी हैं और नए फीचर्स एक तरीका है, जिससे हम मैसेजिस को निजी रखने की अपनी प्रतिबद्धता को जारी रखते हैं।

वोरा ने कहा, इन नए फीचर्स के बारे में प्रचार करने के लिए, हम यूके और भारत से शुरू होने वाले एक वैश्विक अभियान को भी शुरू कर रहे हैं, ताकि लोगों को शिक्षित किया जा सके कि हम व्हाट्सएप पर उनकी निजी बातचीत को सुरक्षित रखने के लिए कैसे काम करते हैं।

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बृज भूषण शरण सिंह निर्विरोध कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति के उपाध्यक्ष चुने गए

बर्मिंघम ,10 अगस्त (एजेंसी) । भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृज भूषण शरण सिंह को निर्विरोध कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति का उपाध्यक्ष चुना गया है। यह पहला मौका है जब किसी भारतीय को कॉमनवेल्थ कुश्ती समिति का कोई पद प्राप्त हुआ है।

बर्मिंघम में राष्ट्रमंडल खेलों के दौरान यूनाइटेड वर्ल्ड रेसलिंग (यूडब्ल्यूडब्ल्यू) कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति की आम बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कॉमनवेल्थ के लगभग सभी 56 देशों ने भाग लिया। इस बैठक में कॉमनवेल्थ कुश्ती समिति की नयी कार्यकारिणी का गठन आम चुनाव द्वारा किया गया तथा इस बैठक में सर्वसम्मति से सांसद सह अध्यक्ष भारतीय कुश्ती संघ बृज भूषण शरण सिंह को निर्विरोध कॉमनवेल्थ रेसलिंग समिति का उपाध्यक्ष चुना गया।

इस बैठक में कुश्ती खेल को 2026 विक्टोरिया कॉमनवेल्थ का हिस्सा बनाएं रखने पर भी गहन विचार किया गया। जहां पूरा देश कुश्ती में सभी पहलवानों के पदक जीतने पर गर्व महसूस कर रहा है.

वहीं भारतीय पहलवान एवं कुश्ती प्रेमी बृजभूषण शरण सिंह के कॉमनवेल्थ समिति के उपाध्यक्ष चयनित होने पर अति उत्साहित और जोश से भरे हुए हैं।

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विराट कोहली ने कॉमनवेल्थ गेम्स के सभी एथलीट्स को दी बधाई

नई दिल्ली ,10 अगस्त ।  भारत के पूर्व कप्तान विराट कोहली ने बर्मिंघम कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाले पदक विजेताओं और प्रतिभागियों को बधाई दी। सोमवार को संपन्न हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में 22 स्वर्ण, 16 रजत और 23 कांस्य पदक के साथ पदक तालिका में भारत चौथे स्थान पर रहा।

कोहली ने स्वदेशी सोशल मीडिया मंच कू ऐप पर अपने अकाउंट पर एक तस्वीर साझा की है, जिसमें सभी भारतीय एथलीट्स को पदक जीतने की खुशी में अपनी जीत का जश्न मनाते देखा जा सकता है।

कोहली ने कू ऐप पर लिखा, आप हमारे देश के लिए बड़ी ख्याति लेकर आए हैं। हमारे सभी विजेताओं और कॉमनवेल्थ गेम्स 2022 के सभी प्रतिभागियों को बधाई। हमें आप पर बहुत गर्व है। जय हिंद।

यह गर्व की बात है कि भारत ने इस बार 61 पदक जीते। भले ही भारत गोल्ड कोस्ट खेलों से अपने पदकों की संख्या को पार नहीं कर सका, लेकिन इसके बावजूद इस संस्करण में निशानेबाजी को शामिल नहीं करने पर विचार करते हुए, यह खेलों के इस संस्करण में भारतीय दल द्वारा एक उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है।

भारत ने अंतिम दिन 4 स्वर्ण, एक रजत और एक कांस्य हासिल करके इसे उम्दा दौड़ के रूप में समाप्त किया। वर्ष 2010 में जब देश में खेल आयोजित किए गए थे, तब भारत ने कुल 101 पदक हासिल किए थे।

पुरुष हॉकी टीम रजत के लिए समझौता कर सकती थी, लेकिन वे ऑस्ट्रेलिया द्वारा 7-0 से मात खा गए थे। भारतीय शटलर पूरे खेल में उत्कृष्ट थे, क्योंकि उन्होंने 6 श्रेणियों में 6 (3 स्वर्ण, 1 रजत, 2 कांस्य) पदक हासिल किए थे। वे केवल मिक्स्ड डबल्स ही नहीं खेल पाए।

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टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ने किया संन्यास का ऐलान

नई दिल्ली ,10 अगस्त (एजेंसी) । टेनिस स्टार सेरेना विलियम्स ने संन्यास का ऐलान किया है। सेरेना विलियम्स ने टेनिस से संन्यास की घोषणा करते हुए कहा, ‘यह सबसे कठिन चीज है जिसकी मैं कभी कल्पना भी नहीं कर सकती। डेलीमेल की खबर के मुताबिक, वह यूएस ओपन के बाद टेनिस छोडऩे की तैयारी कर चुकी हैं।

दरअसल, सेरेना के संन्यास की एक वजह दोबारा मां बनना भी है। वह 40 साल की उम्र में एक और बच्चा पैदा करने की कोशिश करना चाहती हैं। विलियम्स अपने पांच वर्षीय बच्चे ओलंपिया और पति एलेक्सिस ओहानियन के साथ अधिक समय बिताना चाहती हैं।

हालांकि विलियम्स तुरंत टेनिस से संन्यास नहीं ले रही हैं। दिग्गज एथलीट ने ‘वोग’ के लेटेस्ट एडिशन में कहा, ‘मैं यहां आपको यह बताना चाहती हूं कि मैं टेनिस से दूर उन अन्य चीजों की ओर बढ़ रही हूं जो मेरे लिए महत्वपूर्ण हैं।

मैं नहीं चाहती कि यह खत्म हो, लेकिन साथ ही मैं आगे के लिए तैयार हूं। विलियम्स को अभी भी उम्मीद है कि वह इस महीने के अंत में न्यूयॉर्क में यूएस ओपन में खेल सकती हैं।

वह अगले हफ्ते सिनसिनाटी में वेस्टर्न एंड सदर्न ओपन में भी खेलेंगी।

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योगी सरकार ने सामूहिक दुष्कर्म और हत्या जैसी घटनाओं के मद्देनजर एसओपी तैयार किया

लखनऊ 10 Aug. (Rns/FJ): उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ सरकार ने विस्तृत मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार की है, ताकि हाथरस कांड जैसी घटनाओं में शव का सम्मानजनक दाह संस्कार हो सके। एसओपी इलाहाबाद उच्च न्यायालय की लखनऊ पीठ के समक्ष पेश की जाएगी। जस्टिस राजन रॉय और जसप्रीत सिंह की डबल-जज बेंच ने 5 अगस्त को राज्य सरकार को निर्देश दिया था कि इस तरह के दाह संस्कार में शामिल अधिकारियों/कर्मचारियों को इसका सख्ती से पालन करने के लिए संवेदनशील बनाया जाए।

अदालत ने राज्य सरकार को एसओपी को अधिसूचित करने, लागू करने और पुलिस स्टेशनों, अस्पतालों, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों, जिला मुख्यालयों, तहसीलों और कलेक्ट्रेटों सहित अन्य स्थानों पर व्यापक रूप से प्रचारित करने का निर्देश दिया है।

उच्च न्यायालय ने 1 अक्टूबर, 2020 को हाथरस दुष्कर्म और हत्या मामले का स्वत: संज्ञान लिया था और राज्य सरकार को इस तरह की घटनाओं के बाद शवों के सम्मानजनक दाह संस्कार के लिए एक एसओपी तैयार करने का निर्देश दिया था।

30 सितंबर, 2020 को हाथरस में जिला प्रशासन ने पीड़िता लड़की के माता-पिता की इच्छा के विरुद्ध रात के समय शव का अंतिम संस्कार कर दिया था।

अदालत ने कहा था, “राज्य के अधिकारियों और कर्मचारियों को ऐसे शवों के दाह संस्कार में शामिल होने के लिए संवेदनशील बनाया जाना चाहिए और योजना/एसओपी का सख्ती से पालन करने के लिए सलाह दी जानी चाहिए।”

अदालत ने आगे कहा, “योजना/एसओपी का पालन केवल औपचारिकता नहीं होनी चाहिए। भावना सर्वोपरि है, क्योंकि यह मूल्यवान संवैधानिक और मौलिक अधिकारों को छूती है।”

अदालत ने इससे पहले, राज्य सरकार को पीड़ित के परिवार के किसी सदस्य को नौकरी देने और हाथरस के बाहर किसी भी स्थान पर स्थानांतरित करने पर विचार करने की भी सलाह दी थी।

गौरतलब है कि हाथरस जिले के एक गांव में 14 सितंबर, 2020 को चार लोगों ने 19 वर्षीय दलित लड़की के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया था, जब वह चारा लेने के लिए खेतों में गई थी। उसके साथ मारपीट भी की गई। हालत बिगड़ने पर उसे 28 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया और अगले दिन तड़के उसकी मौत हो गई। इस मामले को लेकर देशभर में आक्रोश रहा और एक बड़ा राजनीतिक विवाद पैदा हुआ था।

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गजब! 42 साल की मां और 24 साल के बेटे ने एक साथ पास की PSC परीक्षा

नई दिल्ली 10 Aug. (Rns/FJ): आपने सफलता की कई कहानियां पढ़ीं होंगी, लेकिन मां-बेटे की सफलता की यह कहानी तमाम कहानियों से हटके है। केरल के मलप्पुरम की एक 42 वर्षीय मां बिंदू और उसके 24 वर्षीय बेटे विवेक ने लोक सेवा आयोग (PSC) की परीक्षा एक साथ पास की है, जिसके बाद इस मां-बेटे की जोड़ी मीडिया की सुर्खियों में छाई हुई है। बिंदू का बेटा जब दसवीं कक्षा में था, तब उसे पढ़ने के लिए वह प्रोत्साहित किया करती थीं। इसी दौरान उन्होंने किताबें पढ़ना शुरू की थीं। इसी पढ़ाई ने उन्हें केरल लोक सेवा आयोग (पीएससी) की परीक्षा की तैयारी करने के लिए प्रेरित किया। बाद में मां-बेटे दोनों ने एक साथ कोचिंग सैंटर जॉइन किया।

मीडिया से बात करते हुए बिंदु के बेटे विवेक ने अपनी सफलता के बारे में कहा कि हम एक साथ कोचिंग में तैयारी करने के लिए गए। गर्व से अपने माता-पिता के बारे में बताते हुए विवेक आगे कहते हैं, मेरी मां ने मुझे यहां तक पहुंचाया है। इसके साथ ही मेरे पिता ने हमारे लिए सभी सुविधाओं की व्यवस्था की। हमें अपने शिक्षकों से बहुत प्रेरणा मिली। हम दोनों ने एक साथ पढ़ाई की, लेकिन कभी नहीं सोचा था कि हम एक साथ क्वालिफाई करेंगे। हम दोनों बेहद खुश हैं।

बिंदू पिछले 10 वर्षों से आंगनबाड़ी शिक्षिका हैं। विवेक ने अपनी मां की पढ़ाई के बारे में बताते हुए एक टीवी चैनल से कहा कि मां हमेशा पढ़ाई नहीं कर पाती थीं। वह समय मिलने पर और आंगनबाड़ी की अपनी ड्यूटी के बाद पढ़ाई कर पाती थीं। वहीं बिंदू ने बताया कि उन्होंने ‘लास्ट ग्रेड सर्वेंट’ (एलडीएस) परीक्षा पास की है और उनकी 92वीं रैंक आई है, जबकि उनके बेटे विवेक ने अवर श्रेणी लिपिक (एलडीसी) की परीक्षा उत्तीर्ण की है और उसकी 38वीं रैंक आई है।

बिंदू ने बताया कि उन्होंने एलडीएस के लिए दो बार और एलडीसी के लिए एक बार कोशिश की थी। यह उनका यह चौथा प्रयास था और यह सफल रहा। उनका वास्तविक लक्ष्य आईसीडीएस पर्यवेक्षक परीक्षा थी और एलडीएस परीक्षा पास करना एक ‘बोनस’ है।

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स्वतंत्रता दिवस से पहले बड़ी साजिश नाकाम, पुलवामा में 30 किलो IED बरामद

श्रीनगर 10 Aug. (Rns/FJ): सुरक्षा बलों ने शहर में सर्कुलर रोड पर तहाब क्रॉसिंग के पास 25-30 किग्रा आईडीडी बरामद किया है. जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में बुधवार को पुलिस और सुरक्षा बलों ने स्वतंत्रता दिवस से पहले एक बड़े हमले की साजिश को नाकाम कर दिया।।

कश्मीर के एडीजीपी विजय कुमार का कहना है कि इतनी बड़ी मात्रा में आईईडी बरामद करके पुलिस और सुरक्षाबलों ने आतंकियों के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया है। एडीजीपी के अनुसार 3 आतंकियों में लतीफ नाम का आतंकी भी मौजूद है। वह कई आम नागरिकों की हत्या में शामिल रहा है। एडीजीपी विजय कुमार ने बताया है कि कश्मीर घाटी में आतंकियों की ओर से मारे गए राहुल भट और टीवी एक्ट्रेस अमरीन भट की हत्या में भी लतीफ शामिल रहा है।

तीनों आतंकी लश्कर ए तैयबा से जुड़े हैं। बताया जा रहा है कि पुलिस और सुरक्षाबलों को बडगाम के वॉटरहेल गांव में आतंकियों के छिपे होने की खबर मिली थी। इसके बाद पुलिस और सुरक्षाबलों ने संयुक्त रूप से उन्हें पकड़ने के लिए अभियान चलाया। इसी बीच आतंकियों ने उनपर फायरिंग कर दी। इसके बाद एनकाउंटर शुरू हो गया।

इससे पहले जम्मू-कश्मीर के कुलगाम जिले में 5 अगस्त को आतंकवादियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ में एक नागरिक की मौत हो गई और एक सैनिक घायल हो गया। एक पुलिस अधिकारी ने बताया था कि कुलगाम जिले के रेडवानी में आतंकवादियों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद सुरक्षाबलों ने उस इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था।

अधिकारी ने कहा था कि तलाशी अभियान तब मुठभेड़ में बदल गया था, जब आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर गोलीबारी की। इस पर सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई की। उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में एक भारतीय सैनिक और एक नागरिक घायल हो गए थे। उन्होंने कहा था कि यह अस्पष्ट है कि कैसे नागरिक घायल हो गया। अधिकारी ने बताया कि बाद में घायल नागरिक की मौत हो गई जिसकी पहचान कुलगाम के रेडवानी बाला इलाके के मंजूर लोन के रूप हुई थी।

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बिहार के ताजा घटनाक्रम ने यूपी में सपा का हौसला बढ़ाया

कन्नौज (यूपी) 10 Aug. (Rns/FJ): बिहार में सरकार बदलने से उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी (सपा) की उम्मीदें जागी हैं और हौसला बढ़ा है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव भाजपा-जद (यू) गठबंधन टूटने को भारतीय राजनीति के लिए एक ‘अच्छी शुरुआत’ के रूप में देखते हैं।

उन्होंने कहा, “यह एक अंत की शुरुआत है। यह स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान दिए गए ‘अंगरेजो भारत छोड़ो’ नारे की तर्ज पर ‘बीजेपी सत्ता छोड़ो’ का संकेत देता है।”

कन्नौज में पत्रकारों से बात करते हुए, अखिलेश ने कहा, “हमारे समुदाय के लोगों को अब संस्थानों में पोस्टिंग नहीं मिल रही है और सभी भाजपा समर्थकों को विश्वविद्यालयों और शैक्षणिक संस्थानों में महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्त किया जा रहा है।”

उन्होंने चेताया, “यदि वे और अधिक शक्तिशाली हो जाते हैं, तो आपके वोट का अधिकार भी छीन लिया जा सकता है। लोगों को ऐसी संभावनाओं को हल्के में नहीं लेना चाहिए, क्योंकि भारत के पड़ोस में, कई देशों में ऐसा ही हो रहा है।”

अखिलेश ने सार्वजनिक उद्यमों को कॉर्पोरेट घरानों के हाथों बेचने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि भगवा पार्टी जिस तरह से रेलवे, हवाईअड्डों और एयरलाइंस जैसे सरकारी प्रतिष्ठानों को बेच रही है, एक समय आएगा, जब लोगों के साथ गुलामों जैसा सलूक किया जाएगा।

अखिलेश ने कहा, “अगर वे (भाजपा) पावर में रहे, तो हम सभी गुलाम बन जाएंगे।”

उन्होंने आगे कहा, “आने वाले दिनों में सरकार आपका गेहूं नहीं खरीदेगी, निजी कंपनियां आपका गेहूं खरीदेंगी।”

सपा अध्यक्ष ने आगे कहा कि भाजपा सरकार गरीबों और किसानों की सरकार नहीं, अमीरों और कॉर्पोरेट घरानों की सरकार है।

उन्होंने कहा, “यह उद्योगपतियों की सरकार है। जब से भाजपा सत्ता में आई है, महंगाई बढ़ी है। डीजल-पेट्रोल से लेकर गैस सिलेंडर, दूध, दही-सब कुछ महंगा हो गया है। किसानों को कृषि में नुकसान हो रहा है। किसानों को फसलों की लागत का मूल्य नहीं मिल रहा है। इतना ही नहीं, भाजपा सरकार ने सेना में अग्निवीर योजना लाकर युवाओं को ठगा है।”

उन्होंने कहा, “आने वाले समय में यह सरकार पुलिस और पीएसी की भर्ती में भी इसी तरह की योजना लाएगी। इस सरकार की नीयत सरकारी नौकरी भी ठेके पर कराने की है। युवाओं को नौकरी नहीं मिल रही है। बड़ी संख्या में युवा बेरोजगार हैं। भाजपा सरकार केवल उद्योगपतियों के फायदे के लिए काम कर रही है।”

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कोविशील्ड, कोवैक्सीन लेने वाले वयस्कों को अब लगेगी कॉर्बेवैक्स की बूस्टर डोज़, केंद्र ने दी मंजूरी

नई दिल्ली 10 Aug. (Rns/FJ): केंद्र सरकार ने कोविड की रोकथाम के लिए बॉयोलॉजिकल ई कंपनी द्वारा तैयार कॉर्बेवैक्स बूस्टर टीके को मंजूरी दे दी है। ये 18 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को कोरोना से बचाव के लिए लगाए जाएंगे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बायोलाजिकल ई की ओर से विकसित कॉर्बेवैक्स टीके को बतौर एहतियाती खुराक 18 वर्ष से अधिक आयु के उन लोगों के लिए अनुमति दे दी है, जिन्होंने पहली दो खुराक कोविशील्ड या कोवैक्सीन की खुराक ली है। सूत्रों ने बताया कि यह अनुमति टीकाकरण पर राष्ट्रीय तकनीकी परामर्श समूह (एनटीएजीआई) के कोविड-19 कार्य समूह द्वारा पिछले सप्ताह की गई अनुशंसा पर आधारित है।

कोर्बेवैक्स देश का पहला टीका है जो पहली और दूसरी खुराक के तौर पर दिए गए टीके से अलग बतौर एहतियाती खुराक दिया जाएगा। यानी जिस व्यक्ति ने कोवैक्सिन या कोविशील्ड में से कोई भी टीका लिया है वह इस कोर्बेवैक्स के बूस्टर डोज को लगवा सकता है। गौरतलब है कि भारत के पहले स्वदेशी आरबीडी प्रोटीन सबयूनिट टीका कॉर्बेवैक्स का इस्तेमाल मौजूदा समय में कोविड-19 टीकाकरण कार्यक्रम के तहत 12 से 14 वर्ष आयु के बच्चों को लगाने के लिए किया जा रहा है। गौरतलब है कि भारत के औषधि महानियंत्रक (जीसीजीआई) ने चार जून को तीसरी खुराक के तौर पर कॉर्बेवैक्स को 18 या इससे अधिक आयु के लोगों को लगाने की अनुमति दी थी।

कोविड-19 कार्य समूह ने 20 जुलाई की बैठक में तीसरे चरण के आंकडों की समीक्षा की। इसमें 18 से 80 वर्ष आयु के कोविड-19 निगेटिव ऐसे लोगों को जिन्होंने पहली दो खुराक कोविशील्ड या कोवैक्सीन की ली थी, कॉर्बेवैक्स टीका तीसरी खुराक के तौर पर दिए जाने के बाद उनकी प्रतिरोधक क्षमता पर होने वाले असर का आकलन किया गया था। सूत्रों ने बताया, आंकड़ों का परीक्षण करने के बाद सीडब्ल्यूजी ने पाया कि पहली और दूसरी खुराक के तौर पर कोवैक्सीन या कोविशील्ड लेने वालों को कॉर्बेवैक्स तीसरी खुराक के तौर पर दिया जा सकता है, जो उल्लेखनीय स्तर पर एंटीबॉडी (वायरस से लड़ने के लिए) पैदा करता है और तटस्थ आंकड़ों के मुताबिक संभवत: रक्षात्मक भी है।

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विभाजनकारी राजनीति का अंत बिहार से शुरू : वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी

पटना 10 Aug. (Rns/FJ): बिहार में नई सरकार आने के साथ ही वीआईपी प्रमुख मुकेश साहनी ने कहा कि राज्य से विभाजनकारी राजनीति का अंत शुरू हो गया है।

उन्होंने कहा, “आपातकाल के दौरान, समाजवादी नेता जय प्रकाश नारायण ने बिहार की धरती से संपूर्ण क्रांति आंदोलन शुरू किया और यह पूरे देश में फैल गया। नीतीश कुमार ने विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ साहसिक निर्णय लिया और देश को एक नया रास्ता दिया।”

सहनी ने कहा, “विभाजनकारी राजनीति के साथ, भाजपा ने न केवल अन्य क्षेत्रीय राजनीतिक दलों को नष्ट कर दिया, बल्कि समाज में जहरीली सांप्रदायिकता और ध्रुवीकरण भी फैलाया।”

उन्होंने कहा, “यह सावन का अनमोल महीना है जब बिहार से एक नया राजनीतिक अध्याय शुरू हुआ है। मुझे उम्मीद है कि नई सरकार आम लोगों के मुद्दों का समाधान करेगी।”

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चेतना पांडे खतरों के खिलाड़ी 12 से बाहर हुईं

10.08.2022 –  चेतना पांडे खतरों के खिलाड़ी 12 से बाहर हुईं. रोहित शेट्टी का स्टंट शो खतरों का खिलाड़ी इन दिनों खूब सुर्खियां बटोर रहा है. शो में कंटेस्टेंट को तरह तरह के स्टंट करने पड़ते हैं. वैसे तो शो का हर सीन काफी एकसाइटमेंट और ससपेंस से भरा होता है. लेकिन जब शो से किसी को बाहर निकालने का वक्त आता है, तब कलाकरों के साथ-साथ उनके फैंस भी सांसे थामकर बैठ जाते हैं. अभी फिलहाल शो से चार लोग बाहर हो चुके हैं.

इसमे एरिका पैकार्ड, शिवांगी जोशी, अनरी वजानी और प्रतीक सहजपाल का नाम शामिल हैं. वहीं अब इनमें एक और नाम चेतना पांडे का जुड़ गया है. बता दें चेतना पांडे को इसी हफ्ते निकाल दिया गया है. हालांकि रोहित शेट्टी ने चेतना पांडे की खूब तारीफ की. उन्होंने कहा, वो एक बहादुर महिला हैं. वहीं चेतना पांडे के शो से बाहर निकलने से उनके फैंस काफी दुखी हैं. सोशल मीडिया पर फैंस ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.

यहां तक कि एक यूजर ने लिखा, चेतना जिन्होंने पानी के हर टास्क को इतनी अच्छी तरह से किया है, यहां तक कि आखिरी पानी के टास्क को भी उन्होंने वहां घूमने वाले बिस्तर के साथ जंजीर से बांध दिया था और आज के टास्क में बंदी कर नहीं पाई सीरियसली मैन. यूजर ने आगे कहा, पूरा शो सक्रिप्टिड है. बस रूबिना दिलेक को शो में रखने के लिए ऐसा किया गया. जिससे इनकी टीआरपी बढ़े.एक अन्य यूजर ने लिखा, सिर्फ एक ञ्च रूबिना दिलेक के चक्कर में कितने के साथ नैनसाफी करोगे कलर टीम आप ?

वहीं इस हफ्ते, प्रतियोगियों को दो ग्रुप में बांटा गया था, रेड और येलो. रेड टीम में मोहित मलिक रुबीना दिलाइक, फैसल शेख, जन्नत जुबैर और कनिका मान के साथ आगे थे. तुषार कालिया दूसरी टीम के कप्तान थे जिसमें राजीव अदतिया, सृति झा, निशांत भट और चेतना पांडे थे.

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मिस यूनिवर्स हरनाज संधू वजन बढऩे के बाद ने नही मानी हार

10.08.2022 – मिस यूनिवर्स 2021 हरनाज संधू ने अपने बढ़े वजन और उसके बाद मिलने वाली धमकियों को लेकर खुलासा किया है। इसके साथ ही हरनाज संधू ने बताया कि कैसे इन सबसे निकलकर उन्होंने खुश रहना सीखा।भारतीय मूल की ब्यूटी क्वीन ने बताया, शारीरिक रूप से मैं एक तरह से बड़ी हो गई हूं, अपना वजन बढ़ा लिया है, जिसके बारे में मैं अभी पूरी तरह से सहज हूं।

लेकिन इससे वजन से शयद कुछ लोगों को काफी दिक्कतें है, वजन बढ़ाने के लिए मुझे धमकाया गया था। यह देखना मेरे लिए असुविधाजनक और वास्तव में आश्चर्यजनक था कि कैसे लोगों ने अपनी राय रखना शुरू कर दिया, जो वास्तव में मायने नहीं रखते।यह इस बारे में नहीं है कि आप कैसे दिखते हैं, यह इस बारे में है कि आप अंदर से क्या और कौन हैं और आप लोगों के साथ कैसा व्यवहार करते हैं और आप किस पर विश्वास करते हैं।

मैं वास्तव में अपने लक्ष्य की ओर केंद्रित थी और मैं अपने स्वास्थ्य के बारे में नहीं सोच रहा थी। पूरे समय हम काम कर रहे थे, बहुत सारी गतिविधियां कर रहे थे और जीतने के ठीक बाद, मेरे पास आराम करने के लिए लगभग एक महीना था।उस समय के दौरान, मैंने वास्तव में काम नहीं किया था, और मैं सिर्फ खाना खा रही थी और अपने परिवार के साथ उस समय का आनंद ले रही थी।

मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह मेरे शरीर पर दिखना शुरू हो जाएगा। तो ऐसे में कुछ ऑनलाइन टिप्पणियां बहुत क्रूर थीं। हरनाज संधू ने कहा, ऐसे में मैंने बहुत कुछ सहा, मुझे बहुत बुरा लगा, जहां तक कि मैं टूट गई। यह वास्तव में दुखद था।संधू का वजन तो बढ़ा लेकिन उसकी तबीयत भी ठीक नहीं थी, और एक डॉक्टर ने उसे एलर्जी का निदान किया जिसे वह कभी नहीं जानती थी कि उसे है।

मॉडल और अभिनेत्री कहती हैं, मुझे अंडों से एलर्जी है और मुझे इस बात का अहसास हुआ जब मैं न्यूयॉर्क आई।अब जबकि 70वीं मिस यूनिवर्स खिताब धारक ने अपनी सेहत पर अपनी पकड़ बना ली है, तो उसकी मानसिकता बदल गई है।संधू कहती हैं, मैं अपनी जिंदगी के उस दौर से गुजरी हूं जहां मुझे हर चीज के बारे में बुरा लगता था, अब, मैं हर चीज से प्यार करने लगी हूं।

रोना ठीक है। उदास होना ठीक है।संधू को उम्मीद है कि उनकी कहानी साझा करने से उन लोगों को मदद मिलेगी जो शरीर की छवि और आत्म प्रेम के साथ संघर्ष करते हैं।

इसके साथ ही आप खुद से प्यार करें और खुद पर भरोसा रखें तो एक दिन जीत आपकी होती है। (एजेंसी)

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बरसात में बदबूदार हो गई है बेडशीट तो आपके काम आएँगे ये टिप्स

10.08.2022 – भारतीय लोग मानसून के मौसम को बहुत पसंद करते हैं। हालाँकि इस मौसम में घर का हाल बुरा हो जाता है। जी दरअसल बरसात में हवा में नमी होने के चलते कई चीजों से बदबू भी आने लगती है और इसी में शामिल होती है बेडशीट। बरसात में बेडशीट से भी एक अजीब किस्म की बदबू आने लगती है। वहीं इस दुर्गन्ध के चलते एक दिन के बाद ही बेडशीट को बदलना पड़ जाता है। हालाँकि अगर आप भी बेडशीट से आने वाली बरसाती बदबू से परेशान रहते हैं तो फिर आप इन टिप्स को फॉलो कर सकते हैं।

सबसे पहले करें ये काम –

बारिश के मौसम में गद्दा या फिर बेडशीट से बदबू आए तो इसके लिए नॉर्मल डिटर्जेंट से साफ करने की जगह आप कुछ अन्य चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। जी दरअसल सफाई के दौरान आप बेकिंग सोडा या सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

एसेंशियल ऑयल्स का करें इस्तेमाल –

आप चाहे तो एसेंशियल ऑयल्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। जी दरअसल इससे रूम भी सुगंधित रहेगा और बेडशीट भी। वहीं अगर आपको लैवेंडर ऑयल पसंद है तो सबसे पहले एक चम्मच ऑयल में तीन से चार कॉटन को अच्छे से भिगोकर बेड से सभी कोने पर रख दें। इससे कभी भी बदबू नहीं आएगी।

धूप में जरूर रखें-

बेडशीट को कुछ समय के लिए धूप में ज़रूर रखें। जी हाँ क्योंकि इससे बेडशीट में मौजूद नमी दूर हो जाती है, जिसके कारण बेडशीट से किसी भी तरह की दुर्गन्ध नहीं आती है। आप सप्ताह में एक से दो बार बेडशीट को धूप में रख सकते हैं।

इन गलतियों को करने से बचें

* मानसून में बेडशीट से कोई बदबू नहीं आए इसके लिए भीगे पैर बेड पर चढऩे से बचें।

* गीले कपड़े को बेडशीट के ऊपर रखने से बचें.   (एजेंसी)

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चेहरे को दूध जैसा सफ़ेद बना देगा सोडा वॉटर, जानिए कैसे करना है इस्तेमाल

10.08.2022 – चेहरा साफ रखने के लिए महिलाएं कई तरह के ब्यूटी प्रोडक्ट्स घरेलू नुस्खे इस्तेमाल करती है। हालाँकि फिर भी कई बार चेहरे पर निखार नहीं आता, हालाँकि कभी आपने सोडा वॉटर चेहरे पर प्रयोग किया है। जी दरअसल सोडा वॉटर से चेहरा धोने से भी चेहरा ग्लोइंग और चमकदार बनता है और यह त्वचा संबंधी कई समस्याएं भी दूर करता है और चेहरे पर निखार लाने पर भी मदद करता है।

हालाँकि सोडा वॉटर आपकी त्वचा के लिए कैसे फायदेमंद है, यह आज हम आपको बताने जा रहे हैं।त्वचा के लिए कैसे फायदेमंद है सोडा वॉटर?- धूल, मिट्टी, प्रदूषण और सूर्य की हानिकारक किरणों के कारण त्वचा पर ज्यादा असर दिखाई देता है। इसी के साथ त्वचा की टाइप के कारण भी कई बार त्वचा संबंधी समस्याएं हो जाती है। हालाँकि आप सादे पानी की जगह चेहरा धोने के लिए सोडा वॉटर का प्रयोग कर सकते हैं। जी दरअसल सोडा वॉटर इस्तेमाल करने से त्वचा अंदर से साफ होती है और यह आपकी त्वचा में मौजूद गंदगी, एक्स्ट्रा ऑयल को भी साफ करने में भी बहुत ही मददगार माना जाता है।

पिंपल्स करे कम- यह त्वचा पर मौजूद एक्स्ट्रा ऑयल, गंदगी, रोम छिद्रों को खोलने में और ब्लैक हैड्स को साफ करने में सहायता करता है। ऐसे में इसका इस्तेमाल करने से चेहरे पर धीरे-धीरे मुंहासे कम होने लगते हैं।एलर्जी करे दूर- सोडा वॉटर चेहरे पर पाए जाने वाले हानिकारक बैक्टीरिया को साफ करता है और अगर आपको चेहरे पर लाल चकत्ते, खुजली या किसी तरह की एलर्जी है तो आप इसका चेहरा पर इस्तेमाल कर सकते हैं।चेहरे पर लगाएं इंस्टेंट ग्लो- सोडा वॉटर चेहरे के दाग-धब्बों, मुहांसों को दूर करके चेहरे के जिद्दी निशानों को भी साफ करने में सहायता करता है।

जी दरअसल इसका पीएच सामान्य पानी से ज्यादा होता है। ऐसे में अगर आप चेहरे पर इसका इस्तेमाल करते हैं, तो आपके चेहरे पर इंस्टेंट ग्लो भी आता है।डेड स्किन से दिलवाए छुटकारा- यह चेहरे की डेड स्किन से भी राहत दिलवाता है, इसके लिए आप चेहरा धोते समय धीरे-धीरे त्वचा की इससे मालिश करें।ऐसे बनाएं घर पर सोडा वॉटर- सामग्री-नींबू – 4-5बेकिंग सोडा – 2 चम्मचनमक – 1 चम्मचकैसे बनाएं?- सबसे पहले आधी बाल्टी पानी में बेकिंग सोडा मिलाएं।

इसके बाद इसमें नमक या नींबू दोनों में से एक चीज मिलाएं। अब सारी चीजों को पानी में अच्छे से मिला लें। इसके बाद इस पानी से आप अपना चेहरा धो लें।

हालाँकि इस बात का खास ध्यान रखें कि सोडा वॉटर आंखों में न जाए। आप चेहरे पर 15 मिनट लगा रहे दें और तय समय के बाद चेहरा साफ पानी से धो लें। (एजेंसी)

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आप अपने अंदर भरपूर विश्वास व ऊर्जा महसूस करेंगे। आर्थिक पक्ष मजबूत होगा तथा अपने सभी कार्यों को समय पर पूरा करने की भी कोशिश करेंगे। सामाजिक दायरा बढेगा। मान-सम्मान मे वृद्धि होगी।किसी नजदीकी रिश्तेदार के घर जाने की भी योजना बन सकती है व समय मनोरंजन तथा हंसी खुशी में व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी , वु , वे, वो)

आज आपका दिन बेहतरीन रहेगा। वर्तमान व्यवसायिक गतिविधियों का विस्तार करने के लिए कुछ नई योजनाएं बनेंगी। इस समय बहुत ही उचित ग्रह स्थिति बनी हुई है, इसलिए इन योजनाओं को तुरंत ही क्रियान्वित करें। आर्थिक पक्ष भी मजबूत रहेगा। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज भाग्य आपके साथ है। आपके रुके हुए राजकीय काम किसी प्रभावशाली व्यक्ति की मदद से पूरे हो सकते हैं इसलिए प्रयासरत रहें। साथ ही बच्चों की समस्याओं को सुलझाने में भी आपका विशेष योगदान रहेगा व सफलता मिलेगी और आप श्रेष्ठ अभिभावक भी साबित होंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपका दिन सामान्य रहेगा। व्यवसाय में गति लाने के लिए कुछ नई नीतियां बनाना जरूरी है। हालांकि वर्तमान नकारात्मक वातावरण की वजह से व्यापार मंद ही हैं। नौकरी में त्योहारों की वजह से कार्यभार की अधिकता रहेगी। धार्मिक विचारधारा सकारात्मक रहेगी। मनोबल बढेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आप दिन में बीजी रह सकते हैं। घर में कोई विवाह या सगाई संबंधी मांगलिक कार्य संपन्न होने जैसी योजनाएं बनेंगी। तथा खुशी भरा वातावरण व्याप्त रहेगा। घर के सभी सदस्य अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाह पूरी निष्ठा से करेंगे। बड़े बुजुर्गों का भी स्नेह व आशीर्वाद बना रहेगा। जीवनसाथी का भरपूर सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपका दिन खुशनुमा रहेगा।व्यवसायिक गतिविधियां पूर्ववत ही रहेंगी। अपने स्वभाव को नियंत्रित रखना आवश्यक है। जल्दबाजी न करें बनते काम बिगड़ भी सकते हैं। ऐसी ही सावधानी नौकरीपेशा लोगों को अपने ऑफिस में भी चाहिए। आध्यात्मिक विचार बनेंगे व सफलता भी मिलेगी। स्वास्थ्य सही रहेगा।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आपका दिन मन खुश करने वाला रहेगा। कुछ समय से चल रही किसी विशेष कार्य के प्रति आपकी लगन व मेहनत के अप्रत्याशित लाभ प्राप्त होने वाले हैं। अपने काम पर पूरा ध्यान केंद्रित रखें। घर में किसी धार्मिक कार्य के आयोजन संबंधी योजना भी बनेगी। युवा वर्ग कोई उपलब्धि मिलने से गर्व महसूस करेंगे। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आपका दिन बेहतरीन रहेगा।पब्लिक डीलिंग तथा मीडिया से संबंधित कार्यों में आज विशेष ध्यान दें। क्योंकि इनसे अच्छा मुनाफा मिलने की संभावना है। नौकरी पेशा लोगों के लिए भी ऑफिस का माहौल पॉजिटिव रहेगा तथा सहयोगियों के साथ संबंध बेहतर बनेंगे। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आपकी सकारात्मक विचारधारा दिन को बेहतर बनाएगी। धार्मिक तथा आध्यात्मिक कार्यों के प्रति आपकी आस्था व रुझान बढ़ेगा। जिससे आपके अंदर सकारात्मक दृष्टिकोण उत्पन्न होगा। आज दिन का अधिकतर समय किसी विशेष कार्य संबंधी योजनाओं को क्रियान्वित करने में व्यतीत होगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आप भाग्य आपके साथ है। कार्यक्षेत्र में आंतरिक रखरखाव तथा नवीनीकरण जैसी योजना बनेगी। इस परिवर्तन में वास्तु सम्मत नियमों का अवश्य उपयोग करें, इससे सकारात्मक ऊर्जा व्याप्त होगी। बड़ो का आशीर्वाद प्राप्त होगा। नौकरी पेशा लोगों का अपने अधिकारियों के साथ किसी बात को लेकर हल्का मनमुटाव हो सकता है। स्वास्थ्य सही रहेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आपका दिन बढिया रहेगा। कार्यक्षेत्र में भावुकता की बजाय प्रैक्टिकल तरीके से सबके साथ व्यवहार करें। क्रोध पर नियंत्रण रखें। सहयोगियों तथा कर्मचारियों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखें। परिवार का सहयोग मिलेगा। जीवनसाथी के कारण खुशनुमा माहौल बनेगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आपका सकारात्मक दृष्टिकोण किसी भी परिस्थिति में ऊर्जावान व मानसिक रूप से मजबूत बनाकर रखेगा। अगर पुश्तैनी प्रॉपर्टी संबंधी कोई वाद-विवाद चल रहा है, तो उसे हल करने के लिए आज का दिन बहुत ही उचित है। धार्मिक विचार उत्पन्न होगे। बच्चों का साथ माहौल खुश बनाएगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

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विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर आप सभी को जोहार – मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन और राज्य सभा सांसद श्री शिबू सोरेन की उपस्थिति में

दो दिवसीय  झारखंड जनजातीय महोत्सव-2022 का भव्य और रंगारंग शुभारंभ

रांची,09.08.2022 (FJ) – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस के शुभ अवसर पर सर्वप्रथम मैं बाबा तिलका मांझी, भगवान बिरसा मुंडा, सिद्धो-कान्हो, राणा पूंजा, तेलंगा खरिया, पोटो हो, फूलो-झानों, पा तोगान संगमा, जतरा भगत, कोमारम भीम, भीमा नायक, कंटा भील, बुधु भगत जैसे वीर नायकों को नमन करता हूँ। हम आदिवासियों की कहानी लम्बे संघर्ष एवं कुर्बानियों की कहानी है। संघर्षों की मूर्ति हम अपने महापुरुषों और वीरांगनाओ पर गर्व करते हैं। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर मैं बाबा साहेब डॉ.भीम राव अंबेदकर एवं डॉ.जयपाल सिंह मुंडा जी को भी विशेष रूप से याद करना चाहूंगा। आपके प्रयासों से आदिवासी समाज के हितों की रक्षा के लिए भारतीय संविधान में विशेष प्रावधान हो पाए। उक्त बातें मुख्यमंत्री ने आज रांची के ऐतिहासिक मोरहाबादी मैदान में आयोजित “झारखंड जनजातीय महोत्सव-2022” कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहीं।

*मेरी आदिवासी पहचान सबसे महत्वपूर्ण है, यही मेरी सच्चाई भी

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज जब मैं आपसे इस मंच के माध्यम से मुखातिब हो रहा हूँ तो बता दूं कि मेरे लिए मेरी आदिवासी पहचान सबसे महत्वपूर्ण है, यही मेरी सच्चाई है। आज हम एक ढंग से अपने समाज के पंचायत में खड़े होकर बोल रहे हैं। आज हम अपनी बात करने के लिए खड़े हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सच है कि संविधान के माध्यम से अनेकों प्रावधान किये गए हैं जिससे कि आदिवासी समाज के जीवन स्तर में बदलाव आ सके। परन्तु, बाद के नीति निर्माताओं की बेरुखी का नतीजा है कि आज भी देश का सबसे गरीब, अशिक्षित, प्रताड़ित, विस्थापित एवं शोषित वर्ग आदिवासी वर्ग है।

*विकास के नए अवतार से जनजातीय भाषा-संस्कृति को ख़तरा

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आज आदिवासी समाज के समक्ष अपनी पहचान को लेकर संकट खड़ा हो गया है। क्या यह दुर्भाग्य नहीं है कि जिस अलग भाषा संस्कृति-धर्म के कारण हमें आदिवासी माना गया उसी विविधता को आज के नीति निर्माता मानने के लिए तैयार नहीं है? संवैधानिक प्रावधान सिर्फ चर्चा का विषय बन के रह गये हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम आदिवासियों के लिए अपनी जमीन, अपनी संस्कृति-अपनी भाषा बहुत महत्वपूर्ण है। विकास के नए अवतार से इन सभी चीजों को ख़तरा है। आखिर एक संस्कृति को हम कैसे मरने दे सकते हैं ? विभिन्न जनजातीय भाषा बोलने वालों के पास न तो संख्या बल और न ही धन बल। उदाहरण के लिए हिन्दू संस्कृति के लिए असुर हम आदिवासी ही हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि जिसके बारे में बहुसंख्यक संस्कृति में घृणा का भाव लिखा गया है, मूर्तियों के माध्यम से द्वेष दर्शाया गया है, आखिर उसका बचाव कैसे सुनिश्चित होगा इस पर हमें सोचना होगा। धन बल भी होता तो जैन/पारसी समुदाय जैसा अपनी संस्कृति को बचा पाते हम। ऐसे में विविधता से भरे इस समूह पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।

*आदिवासी बचाओ, जंगल और जीव जंतु सब बचेगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समुदाय एक स्वाभिमानी समुदाय है, मेहनत करके खाने वाली कॉम है, ये किसी से भीख नहीं मांगती है। हम भगवान् बिरसा, एकलव्य, राणा पूंजा की कॉम हैं, जिन्हें कोई झुका नहीं सकता, कोई डरा नहीं सकता, कोई हरा नहीं सकता। हम उस कॉम के लोग हैं जो गुरु की तस्वीर से हुनर सीख लेते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम सामने से वार करने वाले लोग हैं, सीने पर वार झेलने वाले लोग हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस देश के मूल वासी हैं। हमारे पूर्वजों ने ही जंगल बचाया, जानवर बचाया, पहाड़ बचाया? हाँ, आज यह समाज यह सोचने को मजबूर है कि जिस जंगल-जमीन की उसने रक्षा की आज उसे छीनने का बहुत तेज प्रयास हो रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि जानवर बचाओ, जंगल बचाओ सब बोलते हैं पर आदिवासी बचाओ कोई नहीं बोलता। अरे आदिवासी बचाओ जंगल जीव -जंतु सब बच जाएगा। सभी की नजर हमारी जमीन पर है। हमारे जमीन पर ही जंगल है, लोहा हैं, कोयला है पर हमारे पास न तो आरा मशीन है और न ही फैक्ट्री ।

*कुछ लोगों को तो आदिवासी शब्द से भी चिढ़, आदिवासी समाज के प्रति संवेदना जगाने की जरूरत

मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ लोगों को तो आदिवासी शब्द से भी चिढ़ है। वे हमें वनवासी कह कर पुकारना चाहते हैं। आज जरूरत है कि एक आम देशवासी के अन्दर आदिवासी समाज के प्रति संवेदना जगाई जाए। जरुरत है आम जन के अन्दर आदिवासी समाज के प्रति सम्मान एवं सहयोग की भावना पैदा करने की। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज देश का आदिवासी समाज बिखरा हुआ है। हमें जाति-धर्म क्षेत्र के आधार पर बाँट कर बताया जाता है। जबकि सबकी संस्कृति एक है। खून एक है, तो समाज भी एक होना चाहिए। हमारा लक्ष्य भी एक होना चाहिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमें अपने 200-250 वर्ष पूर्व के इतिहास को याद करना होगा। हमें यह याद रखना होगा कि आज जो भी जमीन हमारे पास है वह समाज के शहीदों की देन है। बिरसा मुंडा, भीमा नायक, कंटा भील, सिद्धो-कान्हो सभी महापुरुषों ने आदिवासी अस्मिता की रक्षा के लिए जान निछावर कर  कर दिए थे। भगवान् बिरसा मुंडा ने क्या कहा था? उन्होंने जल-जंगल-जमीन पर अधिकार की बात की थी। अबुआ राज की बात की थी। गाँव की सरकार की बात की थी।दिक्कत है कि हम अपने आदर्शों के बारे में जानते ही नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी नयी पीढ़ी को इस बारे में सोचना होगा। आप एक संथाली युवक से पूछिये ‘राणा पुंजा कौन थे ? वो बोलेगा – राणा सांगा ? वैसे ही आप एक भील युवक से पूछिये बुधु भगत कौन थे ? वह उत्तर नहीं दे पाएगा। सच्चाई है कि देश का आदिवासी समाज एक होकर सोच ही नहीं रहा है। हमें अपने आप को पहचानने की जरुरत है। जातिवाद पार्टी वाद क्षेत्रवाद से ऊपर उठना होगा।

*सभी लोग अभिवादन के लिए ‘जोहार’ शब्द का प्रयोग करें

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आपस में हमेशा मिलकर है रहना, यह हमने ही सबों को बताया है कितना व्यापक है आदिवासी विचार धारा, इसे सिर्फ आप हमारे अभिवादन में प्रयुक्त होने वाले शब्द से जान सकते हैं। ‘जोहार’ बोल कर हम प्रकृति की जय बोल रहे हैं, सभी के जय की बात कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि मैं तो चाहता हूं कि सभी लोग आदिवासी- गैर आदिवासी अभिवादन के लिए ‘जोहार’ शब्द का प्रयोग करें।

*हेमन्त सोरेन भी लोन लेने जाए तो उसे पहली दफा नकार देंगे

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि छात्र-छात्राओं को पढने के लिए राशि उपलब्ध करवाने हेतु ‘गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना लेकर आ रहे हैं मैं अपने समाज को जानता

युवा साथियों के लिए कितना कठिनाई पूर्ण रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि मिशन मोड में कार्यक्रम चलाकर हम किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि छात्र-छात्राओं को पढने के लिए राशि उपलब्ध करवाने हेतु *’गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड’ योजना लेकर आ रहे हैं।* मैं अपने समाज को जानता हूँ, अपने झारखंडी लोगों को समझता हूँ। मुझे पता है की बैंक से लोन प्राप्त करना मेरे युवा साथियों के लिए कितना कठिनाई पूर्ण रहता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बैंक की स्थिति तो यह है कि हेमन्त सोरेन भी लोन लेने जाए तो उसे पहली दफा नकार देंगे। कहेंगे की आपका जमीन CNT/SPT के अंतर्गत आता है। हमारे युवा हुनरमंद होते हुए भी मजदूरी करने को विवश हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि गाड़ी चलाने आता है पर उसके पास पैसा नहीं है इसलिए वह सिर्फ ड्राईवर बन पाता है गाना गाने आता है पर उसके पास रिकॉर्डिंग करवाने के लिए पैसा नहीं है। बाल काटने आता है पर वह अपना सैलून नहीं खोल पाता है। बेल्डिंग करने आता है पर वह अपना वर्कशॉप नहीं खोल पाता है। हमने स्थिति को बदलने की ठानी। अब गाड़ी चलाने जानने वाला गाड़ी का मालिक बन रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज के समक्ष सबसे बड़ी समस्या क्रेडिट की उपलब्धता की रहती है तथा हम अपने आदिवासी लोगों को साहूकारों महाजनों के भरोसे नहीं छोड़ सकते हैं। मिशन मोड में कार्यक्रम चलाकर हम किसान क्रेडिट कार्ड उपलब्ध करवा रहे हैं।

*मेरी सोच साफ़, समाज का विकास करना है

मुख्यमंत्री ने कहा कि मेरी सोच साफ़ है। समाज का विकास करना है तो नौकरी देने वाले लोगों को खड़ा करना होगा। अपने लोग आगे बढ़ेंगे तो झारखण्ड के लोग को आगे बढाएँगे। और इसी कारण से आज मैं कहता हूँ कि मैंने जिस भरोसे से इस योजना को लागू किया उसकी सफलता आपके हाथों में है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आप आज छोटा व्यापार प्रारंभ किये हैं आगे आपको अपनी मेहनत से इसे बड़ा करना है। आप अच्छा करेंगे तो आस-पास के 4-5 और युवक/युवती भी इस योजना का लाभ लेने के लिए आगे बढ़ेंगे। मैं यहीं पर रुकने वाला नहीं हूँ। नए साथियों को व्यापार के गुर सिखाने का भी व्यवस्था कर रहे हैं। लोन भी उपलब्ध करवाएंगे और व्यापार को आगे बढ़ाने में भी आपकी सरकार मदद करेगी।

*झारखण्ड के युवकों को विश्वस्तरीय शिक्षा के अवसर प्रदान करना लक्ष्य

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आदिवासी संस्कृति को जीवित रखने के लिए हम भाषा के शिक्षक बहाल कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखण्ड के युवकों को विश्वस्तरीय शिक्षा के अवसर प्रदान करने हेतु प्रारंभ किये गए मरांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना का लाभ लेकर पहले बैच के छात्र/छात्रा आज ब्रिटेन के संस्थान में अध्ययनरत हैं। पढेगा तब तो आगे बढेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि वन अधिकार के जो पट्टे खारिज किये गए हैं हम फिर से इसका रिव्यू करेंगे एवं जो भी लंबित हैं उसे 3 महीने के अन्दर पूरा करेंगे।

*100 किलो चावल तथा 10 किलो दाल दिया जाएगा

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी परिवार में किसी की भी शादी के अवसर पर एवं मृत्यु होने पर उन्हें 100 किलोग्राम चावल तथा 10 किलो दाल दिया जाएगा। इससे सामूहिक भोज के लिए अब उन्हें कर्ज नहीं लेना पडेगा। साथ ही मेरी अपील होगी कि सामूहिक भोज करने के

मंहगे ब्याज पर लिया गया कर्ज अब आपको वापस नहीं करना है। इसकी शिकायत मिलने पर महाजन पर कार्रवाई होगी ।

*हमने ‘ट्राइबल यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया है

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि हमारी सरकार ने ‘ट्राइबल यूनिवर्सिटी के निर्माण कार्य को आगे बढ़ाया है। इसके माध्यम से मुख्य रूप से आदिवासी भाषा संस्कृति, लोक कल्याण शोध से सम्बंधित विषय को बढ़ावा दिया जाएगा। उम्मीद है कि इससे आदिवासी समाज एवं झारखण्ड से जुड़े प्राचीन ज्ञान को संरक्षित रखने के साथ-साथ इनकी विशिष्ट समस्याओं के समाधान को भी बल मिलेगा ।

 *केंद्र सरकार से मांग करता हूँ 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित हो

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि मैं इस मंच से भारत सरकार से मांग करता हूँ कि पूरे देश में इस दिन 9 अगस्त को सार्वजनिक अवकाश घोषित करनी चाहिए।

*हमारे ऊपर विश्वास जताया, सबको धन्यवाद

मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि अंत में मैं उन सभी लोगों को धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने हमारे ऊपर विश्वास जताया। इन सबके बीच हमें ध्यान रखना चाहिए कि हमारे पुरखों द्वारा दी गयी कुर्बानियां हम पर कर्ज हैं और यह कर्ज तभी उतरेगा जब निर्माण के पुनीत कार्य में हम सभी लोग बढ़-चढ़ कर अपना योगदान दें। आदिवासी मुख्यमंत्री होने के अपने मायने हैं। झारखण्ड ही नहीं देश के दूसरे हिस्से के आदिवासियों का भी जो प्यार मुझे मिलता है, जो उम्मीद मुझसे है उससे में भली-भांति परिचित हूँ। मुख्यमंत्री ने कहा कि आइये हम अपने एकजुटता एवं आगे बढ़ने के संकल्प को जय हिन्द के नारे से शक्ति दें…. जय हिन्द जय झारखण्ड।

इस अवसर पर अध्यक्ष, राज्य समन्वय समिति-सह-सांसद राज्यसभा दिशोम गुरु श्री शिबू सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि राज्य गठन के बाद पहली बार भव्य रुप से “झारखंड जनजातीय महोत्सव-2022 मनाया जा रहा है।” उन्होंने कहा कि सामाजिक शक्तियां समाज के अंदर समाज के प्रति सदैव सकारात्मक सोच के साथ विकास के लिए काम करें। उन्होंने कहा कि आज खुशी की बात है कि हम लोग अपनी भाषा-संस्कृति को आगे बढ़ा रहे हैं। देश में जनजातीय समाज की अलग पहचान है। अपनी पहचान और विरासत को संरक्षित करना हम सभी का नैतिक कर्तव्य है।

इस अवसर पर अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री श्री चंपाई सोरेन, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती जोबा मांझी, शिक्षा मंत्री श्री जगरनाथ महतो, राज्यसभा सांसद श्रीमती महुआ माजी, मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, डीजीपी श्री नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे, अनुसूचित जनजाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग कल्याण विभाग के सचिव श्री के.के. सोन, आदिवासी कल्याण आयुक्त श्री मुकेश कुमार, उपायुक्त श्री राहुल कुमार सिन्हा सहित अन्य वरीय पदाधिकारी एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम में सम्मिलित हुए झारखंड सहित विभिन्न राज्यों के कलाकार, जनजातीय समुदाय के प्रतिनिधि, टाना भगत समुदाय के प्रतिनिधि एवं बड़ी संख्या में दर्शक उपस्थित थे।

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मानगढ़ धाम पर राज्य स्तरीय विश्व आदिवासी दिवस समारोह मनाया गया

जयपुर ,09 अगस्त (आरएनएस/FJ)। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर बांसवाड़ा के मानगढ़ व सांगडूंगरी में 399 करोड़ रूपए के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण व शिलान्यास किया। उन्होंने विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए कहा की यह दिन हमें आदिवासियों की कठिनाईयों और समस्याओं के समाधान के लिए चिंतन और मनन करने का अवसर प्रदान करता है। राज्य सरकार ने इसके महत्व को ध्यान में रखते हुए आज के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया है।

गहलोत ने आदिवासियों के एतिहासिक तीर्थ मानगढ़ धाम पर आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार आदिवासियों के सर्वांगीण उत्थान के लिए निरंतर प्रयासरत है। आदिवासी क्षेत्रों में विभिन्न विकास कार्यों को मूर्त रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने मानगढ़ शहीद स्मारक पर नमन करते हुए पुष्पांजलि अर्पित की और गोविन्द गुरू तथा मानगढ़ के शहीदों को याद कर भावभीनी श्रद्धांजलि दी। मानगढ़ में जन समूह द्वारा परम्परागत साफा व अंगी पहनाकर मुख्यमंत्री का स्वागत किया गया।

मानगढ़ में 356 करोड़ के लोकार्पण एवं शिलान्यास

मुख्यमंत्री ने मानगढ़ में 291.77 करोड़ रूपए के विभिन्न कार्यों का शिलान्यास किया। उन्होंने जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग के 88.30 करोड़ रूपए की लागत के 33 कार्य, सार्वजनिक निर्माण विभाग के लगभग 74 करोड़ रूपए के 6 कार्य, जल संसाधन विभाग का 129 करोड़ रूपए के कार्यों का शिलान्यास किया। इसके अलावा उन्होंने 65 करोड़ रूपए की लागत के विभिन्न कार्यों का लोकार्पण भी किया। गहलोत ने कहा कि आदिवासियों के तीर्थ मानगढ़ धाम के विकास के लिए सरकार निरंतर कार्य कर रही है। मानगढ़ धाम पर धर्मशाला की मांग पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्रीय विकास एवं जलसंसाधन मंत्री महेन्द्रजीतसिंह मालवीया के विधायक मद से धर्मशाला बनवाने की बात कही।

मुख्यमंत्री ने आदिवासी क्षेत्रों के विकास तथा आदिवासियों के उत्थान के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी देते हुए बताया कि जनजाति क्षेत्रों में मेडिकल कॉलेज खोले गए हैं जिससे यहां के आदिवासी बच्चों को डॉक्टर बनने के अवसर प्राप्त होंगे। नई पीढ़ी के सुनहरे भविष्य निर्माण के लिए अंग्रेजी माध्यम स्कूल खोले गए हैं। उन्होंने आदिवासियों से अपील की कि वे अपने बच्चों को पढ़ा-लिखा कर उनका भविष्य संवारें।

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मणिपुर में 5 दिन पुरानी आर्थिक नाकेबंदी खत्म

इंफाल ,09 अगस्त (आरएनएस/FJ)। राष्ट्रीय राजमार्ग-2 (इंफाल-दीमापुर) के साथ अखिल आदिवासी छात्र संघ मणिपुर (एटीएसयूएम) द्वारा बुलाई गई पांच दिवसीय आर्थिक नाकाबंदी मंगलवार को वापस ले ली गई और माल से लदे फंसे वाहनों की आवाजाही शुरू हो गई। अधिकारी ने इसकी जानकारी दी है। नाकाबंदी हटाने के साथ, मणिपुर सरकार ने मोबाइल डेटा (इंटरनेट) सेवाओं को भी बहाल कर दिया।
राज्य सरकार के अधिकारियों के अनुसार, मणिपुर (पहाड़ी क्षेत्र) स्वायत्त जिला परिषद (संशोधन) विधेयक, 2021 की मांग करते हुए शुक्रवार को आर्थिक नाकाबंदी कहे जाने वाले एटीएसयूएम को विधानसभा में स्थानांतरित किया जाना चाहिए ताकि आदिवासियों को अधिक प्रशासनिक अधिकार और स्वायत्तता प्रदान की जा सके।
नागालैंड के रास्ते मणिपुर को देश के बाकी हिस्सों से जोडऩे वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-2 पर मंगलवार सुबह तक नाकेबंदी के कारण 700 से अधिक माल लदे वाहन फंसे हुए थे।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, सुरक्षा बलों ने सामान से लदे 510 वाहनों को सोमवार दोपहर तक उनके गंतव्य तक पहुंचाया।
मणिपुर सरकार ने रविवार और सोमवार को मैराथन बैठकें करने के बाद सोमवार को आंदोलनकारी एटीएसयूएम नेताओं के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
समझौते पर हस्ताक्षर के तुरंत बाद, सरकार ने सभी पांच गिरफ्तार एटीएसयूएम नेताओं को रिहा कर दिया, जिन्हें 2 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था और मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, इंफाल पश्चिम द्वारा 15 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
समझौते के अनुसार, मणिपुर सरकार द्वारा जनजातीय मामलों के मंत्री लेतपाओ हाओकिप और हिल एरिया कमेटी (एचएसी) के अध्यक्ष डिंगांगलुंग गंगमेई और तीन छात्र नेताओं द्वारा हस्ताक्षरित, स्वायत्त जिला परिषदों की शक्ति के हस्तांतरण के लिए मणिपुर पहाड़ी क्षेत्रों की जिला परिषदों का 7वां संशोधन विधेयक एचएसी को संदर्भित किया गया है और एचएसी मणिपुर विधानसभा को इसकी सिफारिश करने से पहले सभी हितधारकों के साथ परामर्श करेगा।
विशेष सचिव, गृह, एच. ज्ञान प्रकाश ने मणिपुर के पुलिस महानिदेशक के हवाले से मंगलवार को एक अधिसूचना में कहा कि सकारात्मक विकास को देखते हुए, मणिपुर में इंटरनेट और मोबाइल डेटा सेवाओं के निलंबन में आज (मंगलवार) से ढील दी जा सकती है।
मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह के नेतृत्व वाली भाजपा सरकार ने मंगलवार को विधानसभा में मणिपुर (पहाड़ी क्षेत्र) जिला परिषद का छठा और सातवां संशोधन विधेयक पेश किया। हालांकि, एटीएसयूएम ने दावा किया कि ये बिल उनकी मांगों के अनुरूप नहीं हैं।
आदिवासी स्वायत्त जिला परिषदों को अधिक शक्ति देने की मांग को लेकर एटीएसयूएम काफी समय से कांगपोकपी और सेनापति सहित पहाड़ी जिलों में आंदोलन कर रहा है।
पिछले साल अगस्त में, मणिपुर की सभी 20 आदिवासी आरक्षित सीटों के विधायकों वाली हिल एरिया कमेटी (एचएसी) ने पहाड़ी जिलों में समान मापदंडों में समान विकास सुनिश्चित करने के लिए नए स्वायत्त जिला परिषद (एडीसी) विधेयक की सिफारिश की थी। जैसा कि राज्य के घाटी क्षेत्र में होता है।

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शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह संधू की हत्या करने वाला आरोपी गिरफ्तार

चंडीगढ़ ,09 अगस्त (आरएनएस/FJ)। पंजाब पुलिस ने 2020 में शौर्य चक्र से सम्मानित बलविंदर सिंह संधू की हत्या में एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए मंगलवार को मुख्य आरोपी गुरविंदर सिंह उर्फ बाबा को तरनतारन से गिरफ्तार किया।

उसके दो सहयोगियों, संदीप सिंह और गुरप्रीत सिंह को भी गिरफ्तार किया गया था। कथित तौर पर नशीले पदार्थो और हथियारों की सीमा पार तस्करी में शामिल थे।

पुलिस ने इनके कब्जे से एक हथगोला, एक आरडीएक्स-आईईडी, दो .30 बोर पिस्तौल, मैगजीन, 13 कारतूस, 635 ग्राम हेरोइन, 100 ग्राम अफीम, 36.90 लाख रुपये ड्रग मनी और एक कार भी बरामद की है।

पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने कहा कि आरोपी गुरविंदर सिंह राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा वांछित था, उन्होंने निशानेबाजों को हथियार उपलब्ध कराकर संधू की हत्या में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।

जांच में पता चला कि गुरविंदर गैंगस्टर सुखप्रीत सिंह और सुखमीतपाल सिंह का करीबी सहयोगी है।

डीजीपी ने कहा कि प्रारंभिक जांच से संकेत मिलता है कि बरामद विस्फोटक और हथियार और गोला-बारूद का इस्तेमाल शांति और सद्भाव को बाधित करने और स्वतंत्रता दिवस पर या उससे पहले राज्य में आतंक की भावना पैदा करने के लिए किया जाना था।

पुलिस महानिरीक्षक (फिरोजपुर रेंज) जसकरण सिंह ने कहा कि गुरविंदर बाबा अपने सहयोगी संदीप के साथ खडूर साहिब जा रहे थे, तरनतारन पुलिस ने उनकी कार को रोका और उन्हें गिरफ्तार करने में कामयाब रही।

एसएसपी रंजीत सिंह ढिल्लों ने कहा कि गिरफ्तारी से सीमापार तस्करी का खुलासा होने की संभावना है।

दो मोटरसाइकिल सवार हमलावरों ने अक्टूबर 2020 में सीमावर्ती जिले तरनतारन के भिखीविंड में अपने आवास पर शौर्य चक्र पुरस्कार विजेता संधू की गोली मारकर हत्या कर दी।

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नीतीश ने पेश किया नई सरकार बनाने का दावा

* 7 दलों की बनेगी सरकार, मिलकर करेंगे सेवा*

पटना ,09 अगस्त (आरएनएस)।  बिहार में सियासी उठापटक के बीच नीतीश कुमार महागठबंधन के अन्य नेताओं के साथ राजभवन पहुंचे और सरकार बनाने का दावा पेश किया। उनके साथ तेजस्वी यादव, जीतन राम मांझी और कांग्रेस के अजित शर्मा भी साथ थे। राजभवन से बाहर निकलने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि उनके पास 164 विधायकों का समर्थन है। इस दौरान हालांकि अब तक शपथ ग्रहण का वक्त तय नहीं हुआ है। कहा जाता है कि राज्यपाल जल्द ही इसकी जानकारी दे सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि अब अब सात पार्टी एक साथ मिलकर बिहार का विकास करेंगे, बिहार की सेवा करेंगे। प्रधानमंत्री उम्मीदवार बनने के संबंध में पूछे गए एक प्रश्न को हंसते हुए टाल दिया। उन्होंने कहा कि छोडि़ए यह सब।

इधर, राजद के नेता तेजस्वी यादव ने भाजपा पर जोरदार निशाना साधा। उन्होंने कहा कि भाजपा जहां रहती है, जिसके साथ रहती है, उसे खत्म करने में लगी रहती है। पंजाब देखिए, महाराष्ट्र देखिए। पूरे उत्तर भारत में अब भाजपा का कोई बड़ा सहयोगी नहीं रहा। देश में अराजकता का माहौल बन रहा है, सांप्रदायिकता फल-फूल रही है, सामाजिक न्याय प्रभावित हो रहा है। अर्थव्यवस्था देख लीजिए, देश की सुरक्षा देख लीजिए।

उन्होंने कहा कि बिहार ने देश को दिशा दिखाने का काम किया है कि जो जनता के लिए लड़ता है, जनता उसे स्वीकार करती है। जनता विकल्प चाहती है। उन्होंने नीतीश कुमार के महागठबंधन के साथ आने पर धन्यवाद दिया। पहले के बयानों, आरोपों के संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि हमलोग चाचा, भतीजा है। एक परिवार में थोड़ी बहुत लड़ाई होती रहती है।

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स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर कांग्रेस का गौरव यात्रा की शुरुआत

नई दिल्ली, 09, अगस्त ( आरएनएस/FJ) । अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के निर्देशानुसार देश भर में स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ पर आजादी की गौरव यात्रा 9 अगस्त से 15 अगस्त तक निकालने का निर्णय लिया गया। आज दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी द्वारा आजादी की गौरव यात्रा आज ऐतिहासिक टाउन हॉल, चॉदनी चौक से शुरु हुई और अजमेरी गेट पर जाकर समापन हुई।

स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ और भारत छोड़ो दिवस पर आज टाउन हॉल के नजदीक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव श्री मुकुल वासनिक ने झंडा फहराया और आजादी गौरव यात्रा की शुरुआत श्री मुकुल वासनिक ने झंडा दिखाकर की व राष्ट्रीय ध्वज लेकर यात्रा में शामिल भी हुए।आजादी गौरव यात्रा पूरी दिल्ली में सभी 14 जिलों में निकाली जाऐगी आज यह यात्रा चॉदनी चौक जिला कांग्रेस कमेटी तथा तिलक नगर जिला कांग्रेस कमेटी में गांव वाला चौक, रघुबीर नगर से हरी नगर घंटाघर तक निकाली गई।

आजादी गौरव यात्रा का चॉदनी चौक जिला में जिला अध्यक्ष मिर्जा जावेद अली ने किया तथा तिलक नगर जिला में यात्रा का आयोजन जिला अध्यक्ष धर्मपाल चंदेला ने किया। यात्रा के दौरान सैंकड़ो कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने हाथों में राष्ट्रीय ध्वज लिया हुआ था।

आजादी गौरव यात्रा में कांग्रेस महासचिव एवं सांसद मुकुल वासनिक के अलावा दिल्ली प्रभारी एवं सांसद  शक्तिसिन्ह गोहिल, कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन एवं पूर्व विधायक अनिल भारद्वाज, प्रदेश उपाध्यक्ष मुदित अग्रवाल, पूर्व विधायक कुंवर करण सिंह, विजय सिंह लोचव, राजेश जैन, दिल्ली प्रदेश महिला कांग्रेस अध्यक्ष अमृता धवन, डा नरेश कुमार, कम्युनिकेशन विभाग के वाईस चेयरमैन परवेज आलम, पूर्व निगम पार्षद प्रेरणा सिंह और सीमा ताहिरा, जे.पी. पंवार, सहित सेवादल, युवा कांग्रेस, महिला कांग्रेस व एनएसयूआई के कार्यकर्ता मुख्य रुप से शामिल थे। मुकुल वासनिक ने कहा कि स्वतंत्रता की 75 वर्षगांठ पर आजादी गौरव यात्रा निकालकर कांग्रेस वर्तमान पीढ़ी को स्वतंत्रता दिलाने के लिए कांग्रेस नेताओं के बलिदान से अवगत कराना है, जिन्होंने निरंकुश अंग्रेजी शासन का मुकाबला करते हुए स्वतंत्रता कैसे प्राप्त की।

उन्होंने कहा कि भारत को वर्तमान में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जो सम्मान प्राप्त है, वह आधुनिक भारत के निर्माण में कांग्रेस पार्टी के योगदान के कारण ही स्थापित हो सका है। यह यात्रा नफरत और हिसा को मिटाने के संकल्प के साथ प्रेम, सद्भाव व भाईचारे का संदेश देते हुए कांग्रेस के योगदान का उल्लेख करेगी।तिलक नगर जिला में आजादी गौरव यात्रा को संबोधित करते हुए दिल्ली के प्रभारी शक्तिसिन्ह गोहिल ने कहा कि देश में जिस प्रकार असमंजसता का वातावरण बनाया जा रहा है, यह आजादी के लिए खतरा है। ऐसे में समाज के सभी वर्ग मिलकर देश की आजादी व अखंडता के लिए संघर्ष करें।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में देश के हालात बिलकुल आजादी से पहले वाले बन गए है। 1947 से पहले अंग्रेजी हुकूमत ने दमनकारी नीति के चलते देश को लूटने और स्वतंत्रता सेनानियों तथा कांग्रेस नेताओं पर अत्याचार करते हुए विभाजनकारी नीतियों के तहत भारतवासियों को एक दूसरे का दुश्मन बनाया। अंग्रेजी शासन की तुलना में वर्तमान शासन में ज्यादा बदलाव दिखाई नही देता है।

उन्होंने कहा की भाजपा की मोदी सरकार अपने निजी स्वार्थ और पूंजीपति मित्रों को फायदा पहुॅचाने के लिए देश के सरकारी खजाने को लुटा रहे है और पिछले 70 वर्षों में जिस नीजिकरण की नीति को खत्म करने के लिए कांग्रेस की सरकारों ने काम किया, मोदी सरकार द्वारा सभी सरकारी व गैर सरकारी क्षेत्रां के सभी संस्थागत इन्फ्रास्ट्रक्चर को निजी हाथों में सौंपने की कार्यवाही के कारण देश में आर्थिक संकट, बेरोजगारी, महंगाई और 80 प्रतिशत से अधिक जनसंख्या गरीबी रेखा से नीचे जीवन जीने को मजबूर है।

मुकुल वासनिक ने कहा कि कांग्रेस पार्टी एक राजनीतिक पार्टी होने के साथ-साथ एक विचारधारा है, जिसके महान नेताओं ने आजादी से पूर्व और आजादी के बाद देशवासियों की रक्षा, उनके कल्याण तथा विकास के लिए काम किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विचारधारा के कारण ही देशवासियों में व्यक्तिगत स्वतंत्रता, धर्म, जाति व समाज में समानता प्रबल बनी है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व की बदौलत ही भारत की आधुनिक व प्रगतिशील नींव रखी गई जिसके कारण हम विश्व में अग्रणी देशों के साथ खड़े नजर आए।

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केजरीवाल घोषणाओं के हीरों और जमीनी काम में जीरो : भाजपा

नई दिल्ली, 9 अगस्त( आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को झूठों का सरदार बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने आठ वर्षों के कार्यकाल में केवल घोषणाएं ही की है वास्तविकता में जनता के हाथ खाली थे और अभी भी खाली ही हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि केजरीवाल ऐसे मुख्यमंत्री हैं जिन्हें स्कीम को स्कैम बनाने में महारथ हासिल है।

आदेश गुप्ता और नेता प्रतिपक्ष रामवीर सिंह बिधूड़ी ने आज एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में केजरीवाल को ‘घोषणाओं का हीरो और जमीनी स्तर पर जीरो’ बताते हुए कहा कि वे केवल प्रचार के दम पर देश भर में हवा-हवाई बातें करते हैं। उन्होंने कहा कि दिल्ली से बाहर जिन भी राज्यों में चुनाव होता है, वे मुफ्त शिक्षा, बेरोजगारी भत्ता, स्वास्थ्य, पानी, बिजली की बात करते हैं लेकिन ये सब घोषणाएं वे दिल्ली में लागू नहीं करते।

आदेश गुप्ता ने कहा कि केजरीवाल सरकार को दिल्ली में किसने स्कूल, कॉलेज और अस्पताल खोलने से रोका है जो पिछले आठ सालों में एक भी नहीं खोल पाए हैं। उन्होंने कहा कि केजरीवाल सरकार ने अपने कार्यकाल में 39 ऐसी योजनाओं की घोषणा की जिनका आज कुछ भी अता-पता नहीं है। इनमें वकीलों और युवाओं के लिए भी योजनाएं शामिल थीं। इसके अलावा कोरोना काल में सेवा के दौरान शहीद हुए

डॉक्टरों को एक करोड़ रुपये देने, अनुसंधान योजना जैसी योजनाओं पर कोई काम नहीं हुआ। आदेश गुप्ता ने कहा कि झुग्गी-झोपड़ी वालों को मकान नहीं मिला और दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास योजना को लागू नहीं किया। इसके साथ ही 1797 अनाधिकृत कॉलोनियों में से केवल 353 में ही नल से पानी पहुंचाया जबकि सबको पानी देने की घोषणा की गई थी और दूसरे राज्यों में भी जाकर कहते हैं कि हमने सभी कॉलोनियों में नल से जल देने का काम कर दिया है।

उन्होंने केजरीवाल पर आरोप लगाया कि केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने नई आबकारी नीति के तहत अपने दोस्तों को 8000 करोड़ रुपये का लाभ दिलाया है।

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छत्तीसगढ़ में लागू हुआ PESA

*अब अपने जल- जंगल ज़मीन का खुद फैसला लेंगे आदिवासी* 

नई दिल्ली 9 अगस्त 2022 (Rns/FJ) – छत्तीसगढ़ सरकार ने विश्व आदिवासी दिवस के दिन अनुसूचित क्षेत्रों में पंचायत अधिकारों का विस्तार-PESA नियम-2022 लागू कर दिया। इसके साथ ही यह कानून छत्तीसगढ़ में लागू हो गया है। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मंगलवार को कहा, छत्तीसगढ़ में PESA अधिनियम को लेकर नियम बन चुका है। इससे आदिवासी अपने जल-जंगल-जमीन के बारे में खुद फैसला ले सकेंगे।*

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल छत्तीसगढ़ के बिलासपुर ज़िले में आयोजित विश्व आदिवासी दिवस समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा, आदिवासियों के हितों को संरक्षण देने के लिए राज्य में PESA कानून लागू होने से ग्राम सभा का अधिकार बढ़ेगा। नए नियम से ग्राम सभा के 50% सदस्य आदिवासी समुदाय से होंगे। इस 50% में से भी 25% महिला सदस्य होंगी। अब गांवों के विकास में निर्णय लेने और आपसी विवादों के निपटारे का भी उन्हें अधिकार होगा। मुख्यमंत्री ने कहा, आदिम संस्कृति, छत्तीसगढ़ की पहचान है और आदिवासियों का आजादी की लड़ाई में बड़ा योगदान रहा है। हम आदिवासियों के सारे योगदान को सहेज कर रखना चाहते हैं। इसके लिए समुदाय की भाषा, संस्कृति सभी कुछ सहेजने का काम किया जा रहा है।

उन्होंने कहा, उनकी सरकार बनने के बाद पहली बार विश्व आदिवासी दिवस पर सार्वजनिक अवकाश की घोषणा की गई। आदिवासियों को वन अधिकार के पट्टे दिए गए जिसके तहत अभी तक पांच लाख पट्टे दिए जा चुके हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, राज्य सरकार 65 प्रकार के लघु वनोपज खरीद रही है। यही वजह है कि बस्तर और सरगुजा के आदिवासी अपने गांवों के लिए बैंक खोलने की मांग कर रहे हैं।

राज्य सरकार आदिवासियों के स्वास्थ्य के लिए लगातार काम कर रही है। इसी का नतीजा है कि मलेरिया के मामलों में 65% की कमी आई है। मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लीनिक से भी लाखों लोगों को फायदा हो रहा है। हमने बस्तर के 300 बंद स्कूलों को शुरू किया है। शिक्षा की गुणवत्ता को बढ़ाने के लिए राज्य में 10 हजार नए शिक्षकों की भर्ती भी होने जा रही है।

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