घर में रॉक गार्डन बनाने के लिए इन बातों को ध्यान में रखना है जरूरी

07.10.2022 – अगर आप अपने घर को अलग लुक देना चाहते हैं तो यकीन मानिए रॉक गार्डन बनाने का आइडिया आपने लिए बेस्ट रहेगा। इसके लिए आपको गार्डन में इस्तेमाल होने वाली चीजों और बजट को ध्यान में रखते हुए शुरूआत करने की जरूरत है। यह गार्डन बनाते समय पत्थर से लेकर पौधे चुनने तक, कई बातों का ध्यान रखना जरूरी है।

अगर आप घर की सजावट के लिए खूबसूरत रॉक गार्डन बनाना चाहते हैं तो इन बातों का ध्यान जरूर रखें। पर्याप्त रोशनी वाली जगह का करें चुनावरॉक गार्डन देखने में तभी आकर्षक लगते है जब यह सही जगह पर बने हों। ऐसे में आपको सबसे पहले ऐसी जगह चुननी होगी, जहां रॉक गार्डन को पर्याप्त रोशनी मिल सके।

ये मानव निर्मित गार्डन खुले और धूप वाली जगह पर ही अच्छे लगते हैं। आप अपनी छत पर रॉक गार्डन बना सकते हैं या फिर अगर आपके बाहर खुली जगह है तो आप उसमें भी रॉक गार्डन बना सकते हैं। चीजों की लिस्ट बनाएंरॉक गार्डन को तैयार करने से पहले एक लिस्ट बनाएं और उसमें उन चीजों को शामिल करें जिनकी जरूरत है।

उदाहरण के लिए कौनसे पौधे चाहिए और सूरज की रोशनी के लिए इन्हें किस तरह की जगह पर लगाना है। ध्यान रखें कि रॉक गार्डन के पौधों को सूखी मिट्टी की आवश्यकता होती है। रॉक गार्डन के पौधों के चारों ओर एक खूबसूरत परत बनाने के लिए अलग-अलग पत्थरों का प्रयोग करना भी अच्छा है।

सही गमले और कंटेनर का करें चयनअपने रॉक गार्डन के लिए आप मिट्टी के गमले या फिर प्लास्टिक की बड़ी बोतलों का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए कांच के कंटेनरों का भी इस्तेमाल किया जा सकता है। हालांकि, ध्यान रखें कि गमले और कंटेनर लगभग छह इंच लंबे हो और उनमें नीचे की ओर छेद हो ताकि मिट्टी से अतिरिक्त पानी बाहर निकल सके। गमलों और कंटेनर के नीचे एक प्लेट रखें ताकि उनमें से निकलने वाला पानी न फैलें।

रॉक गार्डन में लगाएं फूल वाले पौधेफूल वाले पौधों से आपका रॉक गार्डन और ज्यादा खूबसूरत बन सकता है इसलिए इन्हें भी अपने गार्डन में जगह दें। आप अपने रॉक गार्डन में ये फूल वाले पौधे लगा सकते हैं

पास्क: यह पौधा वसंत ऋतु में जल्दी खिलता है।

लैवेंडर: सुंदर बैंगनी फूल वाला यह पौधा थोड़ी उपजाऊ मिट्टी में तेजी से पनपते हैं।

कोलंबिन: इस बारहमासी पौधे के फूलों का एक अनूठा आकार होता है, जो चिडिय़ों को आपके गार्डन में आकर्षित करता है।

अपने गार्डन को दें एक स्टाइल और थीमएक अच्छा रॉक गार्डन बनाने के लिए छत को एक स्टाइल और थीम दें और उस लिहाज से फर्नीचर सजाएं। इसके साथ छत के फर्श को नजरअंदाज न करें, क्योंकि यह गार्डन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

ऐसी फ्लोरिंग स्टाइल का चुनाव करें जो थीम के अनुरूप और आपके बजट के मुताबिक हो। अगर आप बास्केट या लटकाने वाले गमलों का इस्तेमाल कर रहे हैं तो आप उसमें विभिन्न फूल, हर्ब्स और सब्जियां भी उगा सकते हैं। (एजेंसी)

***************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

कपड़ों में लग गए हैं पसीने के दाग तो आपके काम आएगा नींबू

07.10.2022 – दुनियाभर में महंगे से महंगा कपड़ा भी पसीने के दाग की वजह से खराब हो जाते हैं। कई बार इनकी वजह से आपको दोस्तों के सामने शर्मिंदा होना पड़ सकता है। वैसे तो कपड़े से पसीने के दाग हटाना आसान काम नहीं है, जी हाँ और ऐसा इसलिए क्योंकि पसीने के दाग वाले कपड़े पर ब्रश रगडऩे से पसीने वाली जगह कमजोर हो जाती है, जिससे कपड़ा फट भी सकता है।

ऐसे में अगर आप भी अपनी कोई महंगी ड्रेस सिर्फ इसलिए नहीं पहन पा रहे क्योंकि उसमें पसीने के दाग लगे हुए हैं तो टेंशन छोडि़ए और पसीने के दाग हटाने के लिए आप इन उपायों को आजमा सकते हैं। आइए बताते हैं।नींबू- पसीने के दाग को आसानी और सस्ते में साफ करने के लिए नींबू के रस को पानी में मिलाकर दाग वाली जगह लगा दें और बाद में इसे धो लें।

बेकिंग सोड़ा- बेकिंग सोड़ा कपड़ों से दाग मिटाने में बहुत कारगर है। वैसे आप पसीने के दाग को मिटाने के लिए बेकिंग सोडे को पानी में डालकर भी इस्तेमाल कर सकते हैं। सफेद सिरका- पसीने के दाग कपड़ों से हटाने के लिए कपड़ों को धोते समय हल्के गर्म पानी में एक ढक्कन सफेद सिरका मिलाएं। इसके बाद इसमें कपड़े को डूबो दें, इससे दाग छूट जाएंगे।

लिक्विड डिटर्जेंट- कपड़े पर दाग लगने के तुरंत बाद उसे गुनगुने पानी में भिगो दें, फिर कपड़े को पानी से निकालकर इस पर लिक्विड डिटर्जेंट लगाकर 5’0 मिनट के लिए ऐसे ही छोड़ दें। उसके बाद एक सॉफ्ट ब्रश की मदद से दाग को रगड़कर कपड़े को साफ पानी से धो लें। यकीनन इससे दाग जल्द ही साफ हो जाएगा।

सोडा वाला पानी- कपड़ों को नींबूं या फिर सोडा वाले पानी में पूरे 10 मिनट के लिए भिगो कर रख दें। ऐसा करने से आपके कपड़े से दाग तो जाएगा ही और साथ में उन कपड़ो में से अच्छी खुशबूदार महक भी आएगी। (एजेंसी)

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

डिस्को किंग स्व बप्पी लाहिड़ी के संगीत से सजी फिल्म ‘खूबसूरत पड़ोसन’

भारतीय फिल्म जगत में डिस्को किंग के रूप में विख्यात दिग्गज संगीतकार स्व बप्पी लाहिड़ी की संगीत विरासत को कायम रखने और उनके निधन के बाद भी बप्पी दा की उपस्थिति दर्ज कराते रहने के उद्देश्य से बप्पी लाहिड़ी के दामाद गोविंद बंसल और बेटी रेमा लाहिड़ी ने अपने प्रोडक्शन हाउस और एसआरजी फिल्म इंटरनेशनल के बैनर तले फिल्म ‘खूबसूरत पड़ोसन’ के निर्माण की घोषणा कर दी है।

इस फिल्म के सह निर्माता बालकृष्ण श्रीवास्तव, लेखक व निर्देशक राजन लायलपुरी, संगीतकार बप्पी लाहिड़ी, बैकग्राउंड म्यूजिक डायरेक्टर बप्पा लाहिड़ी, कॉस्ट्यूम्स डिजाइनर निकिता श्रीवास्तव और कला निर्देशक प्रदीप सिंह हैं।

रेमा लाहिड़ी बंसल ने अपने प्रोडक्शन हाउस की विस्तृत चर्चा करते हुए कहा कि बप्पी लाहिड़ी जैसी प्रतिभा की बराबरी कोई नहीं कर सकता। एक समय था जब मेरे पिता स्व बप्पी लाहिड़ी की संगीत प्रतिभा के विकल्प के रूप में कोई दूसरा नाम नहीं था।

जब अतीत की धुनों की बात की जाती है, तो बहुमुखी स्वर्गीय बप्पी लाहिड़ी जी का उल्लेख अति आवश्यक हो जाता है। उनकी सदाबहार रचनाओं को आज भी हर पीढ़ी के लोग पसंद करते हैं। वह एक सच्चे रत्न थे और भारतीय फिल्म उद्योग में उनका योगदान अतुलनीय है।

उनका संगीत शाश्वत है। हम उनकी विरासत को जिंदा रखना चाहते हैं इसलिए हमने एक प्रोडक्शन हाउस लॉन्च किया है। निर्मित सामग्री वह सब कुछ होगी जो मेरे पिता को पसंद थी। अब जबकि मेरा बेटा भी भारतीय संगीत बिरादरी में प्रवेश कर रहा है, हमारा ध्यान हमेशा उसके प्रशंसकों को याद दिलाना है कि वह अभी भी हमारे बीच हैं।

गोविंद बंसल कहते हैं “वह मेरे पिता, मेरे आदर्श और एक महान संगीतकार थे। मैं खुद को भाग्यशाली मानता हूं कि मुझे व्यक्तिगत रूप से जानने का मौका मिला। आज भी विश्वास नहीं होता है कि वो हमारे बीच नहीं है। उनके प्रशंसक उनके लिए सब कुछ थे, वे उन्हें अपना विस्तारित परिवार कहते थे।

हमारा प्रोडक्शन हाउस उनकी स्मृति में उनके प्रशंसकों के लिए उनके प्यार का प्रतीक है। हम उनकी विरासत को जारी रखेंगे और संगीत और फिल्मों के साथ उनके प्रशंसकों का मनोरंजन करेंगे।”

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मुंबई हवाई अड्डे से 100 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य की हेरोइन बरामद

*पश्चिम अफ्रीका की महिला सहित दो गिरफ्तार*

नई दिल्ली ,06 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। राजस्व खुफिया निदेशालय (डीआरआई) ने मुंबई एयरपोर्ट से 16 किलोग्राम हेरोइन जब्त की। इसका बाजार में मूल्य 100 करोड़ रुपये से अधिक बताया जा रहा है। इस मामले में एक यात्री और घाना की एक महिला को गिरफ्तार किया है।

एक अधिकारी ने बताया कि मामले में डीआरआई की कार्रवाई के तहत घाना की महिला को दिल्ली के एक होटल से गिरफ्तार किया गया है। डीआरआई की मुंबई इकाई ने छत्रपति शिवाजी महाराज अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर जाल बिछाया था। टीम को खुफिया सूचना मिली थी कि अफ्रीकी देश मालावी से कतर होते हुए मुंबई आ रहा एक यात्री देश में ड्रग्स की तस्करी की कोशिश कर रहा है। अधिकारी ने बताया, ”डीआरआई के अधिकारियों की निगरानी और संदिग्ध की पल-पल की गतिविधि पर नजर रखने वाली टीम को मुंबई एयरपोर्ट पर तैनात किया गया था।

संदिग्ध यात्री को रोक कर पूछताछ की गई। सामान की तलाशी के दौरान डीआरआई अधिकारियों ने 16 किलोग्राम हेरोइन बरामद की, जिसे ट्रॉली बैगों में खंडों में छिपा कर रखा गया था। जब्त हेरोइन की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 100 करोड़ रुपये से अधिक है।

यात्री को गिरफ्तार कर लिया गया और स्थानीय अदालत ने उसे डीआरई अधिकारियों को रिमांड पर देने का निर्देश दिया। उन्होंने बताया, ‘इसके बाद की गई कार्रवाई में डीआरआई अधिकारियों ने घाना की एक महिला को गिरफ्तार किया, जो तस्करी की गई इस प्रतिबंधित सामग्री को दिल्ली में लेने वाली थी।

दिल्ली एयरपोर्ट से कस्टम ने जब्त की सात घडिय़ां, एक की कीमत 27 करोड़ , इसके साथ ही दिल्ली के आइजीआई एयरपोर्ट पर बृहस्पतिवार को कस्टम विभाग ने एक यात्री को गिरफ्तार किया है।

तलाशी के दौरान यात्री से सात कीमती घडिय़ां व हीरा जडि़त ब्रेसलेट व एक फ़ोन बरामद हुआ है। इन घडिय़ों की कीमत 27 करोड़ के बीच बताई जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि यात्री से जो सामान बरामद हुआ है उसकी कीमत करीब 28.17 करोड़ रुपये आंकी गई है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

केंद्र सरकार ने 14 राज्यों को 7,183 करोड़ रुपये का जारी किया अनुदान

नई दिल्ली 06 Oct. (Rns/FJ) । केंद्रीय वित्त मंत्रालय ने गुरुवार को 14 राज्यों को 7,183.42 करोड़ रुपये के हस्तांतरण के बाद राजस्व घाटा (पीडीआरडी) अनुदान की सातवीं मासिक किस्त जारी की।

यह अनुदान 15वें वित्त आयोग की सिफारिशों के अनुसार जारी किया गया है।

पैनल ने 2022-23 के लिए 14 राज्यों को कुल 86,201 करोड़ रुपये के अनुदान की सिफारिश की थी।

अनुदान 12 समान मासिक किश्तों में अनुशंसित राज्यों को व्यय विभाग द्वारा जारी किया जाता है।

माह अक्टूबर 2022 की सातवीं किस्त जारी होने के साथ ही 2022-23 में राज्यों को जारी राजस्व घाटा अनुदान की कुल राशि 50,282.92 करोड़ रुपये हो गई है।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

एयरटेल ने 8 शहरों में पेश किया 5जी प्लस, सिम बदलने की जरूरत नहीं

नई दिल्ली 06 Oct. (Rns/FJ) । भारती एयरटेल ने गुरुवार को आठ शहरों में 5जी प्लस सेवाएं शुरू कीं और उपयोगकर्ताओं को सिम कार्ड बदलने की जरूरत नहीं होगी क्योंकि मौजूदा एयरटेल 4जी सिम अब 5जी सक्षम है।

कंपनी ने कहा कि दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बेंगलुरु, हैदराबाद, सिलीगुड़ी, नागपुर और वाराणसी के ग्राहक चरणबद्ध तरीके से एयरटेल 5जी प्लस सेवाओं का आनंद लेना शुरू कर देंगे, क्योंकि यह अपने नेटवर्क का निर्माण और रोल आउट को पूरा करना जारी रखे हुए है।

कंपनी मौजूदा गति की तुलना में 20 से 30 गुना अधिक गति का वादा करती है, जो शानदार आवाज अनुभव और सुपर-फास्ट कॉल कनेक्ट के साथ है।

जिन ग्राहकों के पास 5जी स्मार्टफोन हैं, वे अपने मौजूदा डेटा प्लान पर हाई-स्पीड एयरटेल 5जी प्लस का आनंद तब तक उठाएंगे, जब तक कि रिलीज अधिक व्यापक नहीं हो जाता।

भारती एयरटेल के प्रबंध निदेशक और सीईओ गोपाल विट्टल ने कहा, “हमारा समाधान किसी भी 5जी हैंडसेट और ग्राहकों के पास मौजूद मौजूदा सिम पर काम करेगा। ग्राहक अनुभव पर हमारा जुनून अब 5जी समाधान से अलंकृत है जो पर्यावरण के प्रति समवेदनापूर्ण है।”

विट्टल ने कहा, “एयरटेल 5जी प्लस आने वाले वर्षो में लोगों के संवाद, रहने, काम करने, जुड़ने और खेलने के तरीके को फिर से परिभाषित करने के लिए पूरी तरह तैयार है।”

एयरटेल 5जी प्लस एक ऐसी तकनीक पर चलता है जिसे दुनिया में सबसे विकसित पारिस्थितिकी तंत्र के साथ व्यापक स्वीकृति प्राप्त है।

यह सुनिश्चित करेगा कि भारत में सभी 5जी स्मार्टफोन एयरटेल नेटवर्क पर निर्बाध रूप से काम करें।

एयरटेल 5जी प्लस हाई-डेफिनिशन वीडियो स्ट्रीमिंग, गेमिंग, मल्टीपल चैटिंग, फोटोज को तुरंत अपलोड करने आदि के लिए सुपरफास्ट एक्सेस की अनुमति देगा।

भारती एयरटेल ने पिछले हफ्ते देश में 5जी आधिकारिक लॉन्च के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को स्मार्ट फार्मिग समाधानों के साथ-साथ आपातकालीन स्थितियों में प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल को बदलने के लिए 5जी से जुड़ी एम्बुलेंस का प्रदर्शन किया था।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर उदित राज की विवादित टिप्पणी के लिए माफी मांगे कांग्रेस : भाजपा

नई दिल्ली 06 Oct. (Rns/FJ) । राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को लेकर कांग्रेस नेता उदित राज द्वारा की गई विवादित टिप्पणी की आलोचना करते हुए भाजपा ने कांग्रेस से माफी मांगने की मांग की है।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कांग्रेस नेता उदित राज के बयान की कड़ी आलोचना करते हुए कहा कि यह कांग्रेस की आदिवासी विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।

भाजपा राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कांग्रेस पार्टी पर बार-बार राष्ट्रपति का अपमान करने का आरोप लगाते हुए कहा कि इससे पहले अधीर रंजन चौधरी ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू पर बहुत अशोभनीय टिप्पणी की थी और अब उदित राज ने राष्ट्रपति को लेकर इस प्रकार के अशोभनीय शब्दों का प्रयोग किया है।

पात्रा ने इसे कांग्रेस की आदिवासी विरोधी मानसिकता का पर्याय बताते हुए यह आरोप लगाया कि कांग्रेस पार्टी जानबूझकर बार-बार देश की राष्ट्रपति का अपमान कर रही है और इसके लिए कांग्रेस को माफी मांगनी चाहिए। उन्होंने कहा कि भारत को गर्व है कि आज हमारे देश की प्रथम नागरिक (राष्ट्रपति) एक आदिवासी है, महिला है और बहुत ही संघर्ष के साथ जिन्होंने इस मुकाम को हासिल किया है।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

अब पालतू जानवर के साथ इस एयरलाइंस में सफर कर सकेंगे यात्री

*15 अक्टूबर से शुरू होगी बुकिंग*

नई दिल्ली .06 Oct. (Rns/FJ): अक्सर ऐसा होता ही कि ट्रेवल के समय हम आपने साथ अपने पेट(Pet) को नहीं ले जा पाते, लेकिन अकासा एयरलाइन ने अपने यात्रियों के लिए खास एलान किया है।

करीब दो महीने पहले शुरू हुई अकासा एयरलाइन ने नवंबर से अपने यात्रियों को हवाई सफर के दौरान पालतू कुत्तों और बिल्लियों को ले जाने की इजाजत देगी। कंपनी के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विनय दुबे ने बताया कि कंपनी अकासा एयरलाइन का प्रदर्शन शुरू होने के पहले 60 दिनों में संतोषजनक रहा है।

अकासा एयरलाइन के सह-संस्थापक और अनुभव अधिकारी बेलसन कॉटिन्हो ने कहा कि नवंबर से यात्रा के दौरान पालतू जानवरों को साथ ले जाने की इजाजत दी जाएगी।

इस संबंध में बुकिंग 15 अक्टूबर से शुरू होगी। प्रत्येक पालतू जानवर को पिंजरे में रहना होगा। उन्होंने कहा कि पिंजरे सहित वजन सीमा केबिन में सात किलोग्राम और चेक-इन में 32 किलोग्राम होगा। भारी पालतू जानवरों के लिए एक अन्य विकल्प होगा।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

सोनिया गांधी के भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होने पर बोले कर्नाटक सीएम

*कोई असर नहीं होगा*

बेंगलुरु 06 Oct. (Rns/FJ) । भारत जोड़ो यात्रा में गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के शामिल होने के बाद कर्नाटक कांग्रेस उत्साहित है, वहीं मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई का कहना है कि इसका कोई असर नहीं होगा। सीएम बोम्मई ने सोनिया गांधी की भागीदारी पर सवालों का जवाब देते हुए कहा, वह (सोनिया गांधी) आधा किमी चली और चली गईं। जहां तक हमारा मानना है, इसका कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

राज्य में भारत जोड़ो यात्रा में प्रियंका गांधी वाड्रा की संभावित भागीदारी और इसके पड़ने वाले प्रभावों के सवालों का जवाब देते हुए, सीएम बोम्मई ने प्रतिक्रिया दी, मैं समझ नहीं पा रहा हूं। वे कांग्रेस के लोग हैं और वे आएंगे। हम किसी भी तरह से जुड़े नहीं हैं और हम पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।

सीएम बोम्मई ने कहा कि भारत जोड़ो यात्रा शुरू होने से काफी पहले बीजेपी की रैलियों और सम्मेलनों की योजना बनाई गई थी। राज्य में छह रैलियां होंगी। पूर्व सीएम बी.एस. येदियुरप्पा के राज्यव्यापी दौरा की बहुत पहले योजना बनाई गई थी।

कांग्रेस पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने कहा कि रैली में सोनिया गांधी के शामिल होने से पार्टी के नेता उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, उनकी भागीदारी निश्चित रूप से मांड्या जिले और आसपास के क्षेत्रों में वोट बैंक को मजबूत करने में मदद करेगी। कांग्रेस विधायक अंजलि निंबालकर ने कहा कि सोनिया गांधी का हाथ पकड़ना जीवन भर का अनुभव है।

क्षेत्रीय पार्टी जद (एस) ने मांड्या जिले की सभी सात विधानसभा सीटों पर जीत हासिल की थी। कांग्रेस राज्य के दक्षिणी हिस्से में सीटों की संख्या में सुधार करना चाहती है, जिससे कर्नाटक में बहुमत हासिल करना सुनिश्चित हो सके।

इस बीच, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने सोनिया गांधी की यात्रा के दौरान पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ अकेले चलने का फैसला किया।

******************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

उत्तरकाशी हिमस्खलन : 9 शव बरामद, 29 अभी भी फंसे

नई दिल्ली 06 Oct. (Rns/FJ) । उत्तरकाशी में द्रौपदी का डांडा-2 पर्वत चोटी के पास हुए हिमस्खलन में फंसे नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के लोगों को निकालने के लिए खोज और बचाव काम गुरुवार को फिर से शुरू किया गया। जानकारी के मुताबिक अब तक 9 शव बरामद हो चुके हैं, जबकि 14 लोगों को बचाया गया है।

29 के अभी भी फंसे होने की खबर है। आईटीबीपी ने बताया कि राहत और बचाव काम गुरुवार को भी शुरू किया गया है। आईटीबीपी मतली, उत्तरकाशी से और भी टीमें एडवांस बेस कैंप में भेजी गईं हैं। वहीं हाई ऑल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल की एक टीम भी खोज और बचाव अभियान में शामिल हो गई है।

आईटीबीपी के मुताबिक 16000 फीट पर एक एडवांस हेलिकॉप्टर लैंडिंग ग्राउंड तैयार किया गया है और आज सुबह एक ट्रायल लैंडिंग सफल रही है।

वहीं नेहरू पर्वतारोहण संस्थान के अनुसार 9 शव अब तक बरामद किए गए हैं, जबकि 29 लोग अभी भी फंसे हुए हैं। इनमें से कई लापता बताए जा रहे हैं। मौसम खराब होने के चलते बचाव कार्य में एजेंसियों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।

गौरतलब है कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान, एनआईएम उत्तरकाशी के भुक्की के पास चल रहे बेसिक और एडवांस कोर्स के बच्चे 4 अक्टूबर को पर्वतारोहण की ट्रेंनिंग के लिए द्रोपदी के डांडा पहुंचे थे। जहां अचानक हिमस्खलन आने से पूरा हादसा सामने आया है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

इंश्योरेंस क्लेम पाने एवं ट्रैक्टर-गाड़ी का लोन माफ कराने पत्नी ने की पति की हत्या

नागौर 06 Oct. (Rns/FJ) । मेड़ता सिटी थाना पुलिस ने पति की हत्या करने के आरोप में पत्नी को गिरफ्तार किया है। पति के इंश्योरेंस का क्लेम पाने और गाड़ियों पर लिया गया लोन माफ करवाने के लिए पत्नी ने गला दबाकर पति की हत्या कर दी और गुमराह कर परिवारजनों तथा रिश्तेदारों के साथ मिलकर पति का दाह संस्कार भी करवा दिया।

मामले का खुलासा कर पुलिस ने आरोपी पत्नी शारदा देवी पत्नी नेमा राम जाट (50) निवासी गांव कुरडाया को गिरफ्तार कर लिया है।

एसपी राममूर्ति जोशी ने बताया कि थाना मेड़ता सिटी क्षेत्र के गांव कुरडाया निवासी परिवादी भाकर राम जाट (60) ने मंगलवार को थाना पुलिस को सूचना दे गांव बुलाया और एक रिपोर्ट दी।

जिसमें बताया कि परिवार में ही भंवरू राम के गोद गये हुए उसके छोटे भाई नेमा राम जाट की आज मौत हो गई थी। अंतिम संस्कार से पहले कराए गए स्नान के दौरान शरीर पर चोटों के निशान देखे गए।

जिसके बारे में भाई की पत्नी शारदा ने गिरने से चोट लगना बताया। उस समय परिवार जनों एवं रिश्तेदारों ने भाई का अंतिम संस्कार कर दिया।

परिवादी बड़े भाई द्वारा मौत को संदिग्ध बताए जाने पर मुकदमा दर्ज कर जांच थानाधिकारी रोशन लाल द्वारा शुरू की गई।

जांच के दौरान मृतक नेमाराम की पत्नी शारदा देवी से मनोवैज्ञानिक तरीके से पूछताछ की गई तो उसने इंश्योरेंस का क्लेम और गाड़ियों पर लिए गए लोन को माफ कराने के लिए गला दबाकर पति की हत्या करना स्वीकार कर लिया।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

चार भारतीय कफ सिरप के खिलाफ डब्ल्यूएचओ का अलर्ट

*सीडीएससीओ ने जांच की शुरू*

नई दिल्ली 06 Oct. (Rns/FJ) । विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने भारत के चार कफ और कोल्ड सिरप पर अलर्ट जारी किया है। बताया जा रहा है कि इन कफ सिरप को पीने से गाम्बिया में 66 लोगों की मौत हो गई। यह किडनी को भारी नुकसान पहुंचाता है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने इन कफ सिरप को लेकर अपनी जांच शुरू की है। डब्ल्यूएचओ ने कहा, चार दवाएं भारत में मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा निर्मित कफ और कोल्ड सिरप हैं। डब्ल्यूएचओ भारत में कंपनी और नियामक प्राधिकरणों के साथ आगे की जांच कर रहा है।

एक सूत्र ने कहा, सीडीएससीओ ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड द्वारा गाम्बिया को उत्पादित और निर्यात किए जाने वाले कफ और कोल्ड सिरप के खिलाफ विस्तृत जांच का आदेश दिया है।

सूत्र के अनुसार, वैश्विक स्वास्थ्य निकाय से अनुरोध किया गया है कि वह जल्द से जल्द सीडीएससीओ के साथ संबंधित चिकित्सा उत्पादों के साथ-साथ मृत्यु के कारण संबंध की स्थापना पर रिपोर्ट साझा करे।

मेडेन फार्मास्युटिकल्स लिमिटेड हरियाणा के सोनीपत में स्थित है। सीडीएससीओ ने राज्य औषधि नियंत्रक के सहयोग से उत्पादों के बारे में तथ्य का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच शुरू की है।

हालांकि, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि मेडेन फार्मास्युटिकल लिमिटेड उत्पादों के लिए स्टेट ड्रग कंट्रोलर द्वारा लाइसेंस प्राप्त एक निर्माता है, और इन उत्पादों के लिए उसे मंजूरी मिली हुई है।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

दर्शकों का दिल जीतने में कामयाब हुआ ‘गॉड फादर’

06.10.2022 – मेगास्टार चिरंजीवी की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘गॉडफादर’ सिनेदर्शकों तक पहुँच गई। हालिया रिलीज इस फिल्म को दर्शकों और फिल्म समीक्षकों द्वारा काफी सराहना मिल रही है। प्रतिफल स्वरूप ‘गॉडफादर’ ने बॉक्स ऑफिस की खिड़की पर 38 करोड़ का धमाका किया है। ‘गॉडफादर’ शानदार और पारिवारिक मनोरंजक फिल्मों में से एक है। चिरंजीवी  दक्षिण में अपनी अच्छी सफलता के अलावा, उत्तर, पूर्व और पश्चिम भारत के हिंदी भाषी क्षेत्रों में अच्छा प्रदर्शन करते हुए नज़र आ रहे हैं।

इस फिल्म से सलमान खान तेलुगु फिल्मों में अपना डेब्यू किया है। विदित हो कि यह फिल्म फिल्म साल 2019 में आई मलयालम की ब्लॉकबस्टर फिल्म ‘लुसिफर’ का तेलुगु रीमेक है, जिसका निर्देशन पृथ्वीराज सुकुमारन ने किया था। मोहन राजा के निर्देशन में बनी फिल्म ‘गॉडफादर’ के सभी गीतों को गीतकार विमल कश्यप ने लिखा है और संगीत दिया है थमन श्रीमन ने। कोनिडेला प्रोडक्शन और सुपर गुड फिल्म्स के बैनर तले फिल्म निर्माता आर बी चौधरी और एन वी प्रसाद के द्वारा निर्मित इस फिल्म में सलमान खान के अलावा तेलुगु मेगास्टार चिरंजीवी, एक्ट्रेस नयनतारा और सत्यदेव कंचरण भी मुख्य किरदार में हैं।

चिरंजीवी-स्टारर ‘गॉडफादर’ बढ़े परदे पर इतिहास रचने की दिशा में अग्रसर है। यह स्पष्ट है कि वास्तव में ऐसी कोई फिल्म नहीं है जिसे दर्शकों द्वारा इतना प्यार और स्वीकृति मिली हो। इस फिल्म ने जिसने रिलीज के बाद निस्संदेह भारतीय सिनेमा के इतिहास में नए मानक स्थापित करते हुए अपनी जीत का सिलसिला जारी रखा है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

***************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मुकेश अंबानी और उनके परिवार को धमकी देने वाले शख्स को बिहार से हिरासत में लिया गया

मुंबई 06 Oct. (Rns/FJ) । मुंबई पुलिस ने उद्योगपति मुकेश अंबानी और उनके परिवार को जान से मारने की धमकी देने वाले एक व्यक्ति को बिहार से हिरासत में लिया है। मुंबई पुलिस की एक टीम ने बिहार पुलिस के साथ मिलकर राजेश कुमार मिश्रा के रूप में पहचाने जाने वाले शख्स को दरभंगा में ट्रेस करने में सफलता हासिल की और उसे हिरासत में ले लिया।

अधिकारी ने कहा, अंबानी परिवार को धमकी भरे कॉल आने के बाद तेजी से कार्रवाई करते हुए, मुंबई पुलिस की एक टीम ने बिहार पुलिस की मदद से आधी रात को बिहार के दरभंगा के एक व्यक्ति को हिरासत में लिया है। टीम आरोपी को लेकर मुंबई के लिए रवाना हो चुकी है।

अंबानी परिवार को मौत की धमकी के साथ-साथ बुधवार को दक्षिण मुंबई में उनके प्रतिष्ठित निवास एंटीलिया और सर एचएन रिलायंस फाउंडेशन अस्पताल को भी बम से उड़ाने की धमकी दी गई।

एक आधिकारिक प्रवक्ता ने कहा कि एचएनआरएफ अस्पताल के कॉल सेंटर पर दोपहर 12.57 बजे और शाम 5.04 बजे अस्पताल की बिल्डिंग को बम से उड़ाने की धमकी दी गई।

फोन करने वाले ने मुकेश अंबानी, उनकी पत्नी नीता अंबानी, उनके बच्चों आकाश और आनंद की जान लेने की भी धमकी दी।

अस्पताल प्रशासन ने डीबी मार्ग पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज की और बुधवार शाम को तुरंत जांच शुरू की गई।

बता दें, केंद्र सरकार ने हाल ही में मुकेश अंबानी को जेड प्लस की सुरक्षा मुहैया कराई है, जबकि उनकी पत्नी को पहले ही वाई प्लस कवर दिया जा चुका है।

50 दिनों में यह दूसरी बार है, जब मुंबई के प्रमुख कारोबारी परिवार अंबानी को धमकी दी गई है।

धमकियों को देखते हुए परिवार, उनके आवास और अस्पताल की सुरक्षा को और कड़ी कर दी गई है।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कर्नाटक में भूंकप के झटके, दहशत में लोग

शिवमोग्गा 06 Oct. (Rns/FJ) । कर्नाटक के शिवमोग्गा जिले के शिरालाकोप्पा कस्बे में गुरुवार तड़के भूकंप के झटके महसूस किए गए, जिससे लोगों में दहशत फैल गई। स्थानीय निवासियों के अनुसार, भूकंप तड़के करीब साढ़े 3 बजे, तीन किलोमीटर के दायरे में महसूस किया गया।

भूकंप के झटके से इलाके के लोग दहशत में हैं और जिला प्रशासन स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके पर पहुंच गया है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि सोते समय उन्हें अचानक झटके महसूस हुए। लोग अपने घरों के बाहर दौड़ पड़े।

उन्होंने तीन से चार सेकेंड तक झटके महसूस किए। तहसीलदार कविराज ने कहा है कि उन्हें सूचित किया गया है कि शिरालाकोप्पा कस्बे में दो बार झटके महसूस किए गए। लेकिन, इस संबंध में कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।

भूकंप के बारे में जिला आयुक्त और राज्य के मौसम विभाग को सूचित कर दिया गया है। इस संबंध में रिपोर्ट आने के बाद और स्पष्टता सामने आएगी।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

बरेली के तीन पार्षदों ने मुलायम को किडनी देने के लिए लिखा अखिलेश को पत्र

बरेली 06 Oct. (Rns/FJ)  सपा संरक्षक व यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव की हालत नाजुक है। वह अस्पताल में भर्ती हैं। उनके स्वस्थ के लिए चारों तरफ कामना हो रही है। कहीं मंदिरों में हवन-पूजन किया जा रहा है तो कहीं मस्जिदों से दुआएं हो रहीं हैं। इसी बीच बरेली के तीन पार्षदों ने सपा मुखिया अखिलेश यादव को पत्र लिखकर किडनी दान को कहा है। साथ ही मेदांता हॉस्पिटल के निदेशक को भी पत्र लिखा है।

वार्ड संख्या 49 से पार्षद गौरव गौरव सक्सेना, वार्ड 52 से पार्षद शमीम अहमद, हजियापुर पार्षद रईस मियां अब्बासी ने कहा है कि वह वर्षों से समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं। पार्टी की छांव में आगे बढ़े हैं। इसी बीच सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की बीमारी की खबर उन्हें पता लगी तो वह उन्हें किडनी देने को तैयार हैं।

कहा, चिकित्सकों ने उनकी किडनी खराब होने की बात कही है। ऐसे में वह किडनी देने को तैयार हैं। उन्हें कभी भो हॉस्पिटल बुलाया जा सकता है। कहा, अपने नेता के लिए किडनी देना गर्व की बात है।

गौरव ने कहा कि हमे रिपोर्ट्स से पता चला कि हमारे वरिष्ठ नेता मुलायम सिंह की किडनी खराब है। यदि किडनी की जरूरत होती है तो मैं अपनी किडनी को तैयार हूं। हमारे लिए यह बहुत गर्व की बात है।

सपा पार्षद गौरव सक्सेना का कहना है, वह छात्र जीवन से समाजवादी पार्टी से जुड़े हैं। जबसे नेता जी की तबीयत खराब होने की सूचना मिली है वह खुद कार्यकर्ताओं के संग यज्ञ पूजन कर रहे हैं। पूर्व में उन्हें भी उनके जन्मदिन पर कई वर्षों से रक्तदान करते आ रहे हैं।

गौरव सक्सेना ने कहा कि मुलायम सिंह यादव उनके अभिभावक की तरह हैं। उनके लिए किडनी दान करना गर्व की बात होगी।

शमीम अहमद ने कहा कि नेता जी स्वस्थ्य होकर जल्द हमारे बीच आएं तो अच्छा होगा। जरूरत पड़ने पर मैं अपनी किडनी देने को तैयार हूं। जैसे फोन आ जायेगा वैसे तुरन्त अस्पताल जाकर मैं यह नेक काम करूंगा। ऐसा करके हमें फर्क होगा। उनकी लम्बी आयु की हम कामना करते हैं।

सपा पार्षद रईस मियां अब्बासी का कहना है कि मुलायम सिंह यादव ने गरीबों और दलितों की आवाज उठाने का काम किया है। इसलिए मुलायम सिंह यादव के लिए किडनी दान करना उनके लिए गौरव का पल होगा।

तीनो पार्षदों ने कहा कि वह नेता जी के स्वास्थ्य को लेकर लगातार वरिष्ठ नेताओ के संपर्क में हैं। जैसे ही जरूरत पड़ेगी वैसे ही उचित कदम उठायेंगे।

ज्ञात हो कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव की तबीयत बिगड़ने पर गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में कई दिनों से भर्ती समाजवादी पार्टी के संरक्षक तथा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य में बृहस्पतिवार सुबह भी कोई खास सुधार नहीं हुआ। उनकी हालत स्थिर बनी हुई है। मुलायम के स्वास्थ्य में सुधार संतोषजनक नहीं है।

रविवार से उन्हें आइसीयू में वेंटिलेटर सपोर्ट में ही रखा गया है। यूरिन इंफेक्शन पहले के मुताबिक जरूर कम हुआ है।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

आदिपुरुष के निर्देशक को सर्व ब्राह्मण महासभा के अध्यक्ष ने भेजा नोटिस

जयपुर 06 Oct. (Rns/FJ) । सर्व ब्राह्मण महासभा ने गुरुवार को प्रभास और कृति सनोन की फिल्म ‘आदिपुरुष’ के निर्देशक ओम राउत को नोटिस भेजकर सात दिनों में फिल्म से विवादास्पद ²श्यों को हटाने के लिए कहा या फिर कानूनी कार्रवाई का सामना करने के लिए कहा है।

सर्व ब्राह्मण महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पं. सुरेश मिश्रा की ओर से एडवोकेट कमलेश शर्मा ने नोटिस भेजा है।

इस नोटिस में लिखा है, “इस फिल्म में हिंदू देवी-देवताओं का चित्रण गलत तरीके से किया जा रहा है। इस फिल्म में हिंदू देवी-देवताओं को बेहद विकृत रूप में चमड़े के कपड़े पहने दिखाया गया है और उन्हें अभद्र तरीके से बोलते हुए देखा जा रहा है। सच तो यह है कि फिल्म में बहुत ही निम्न स्तर की भाषा का प्रयोग किया गया है जो धार्मिक भावनाओं को भड़काने और आहत करने वाली है। फिल्म में धार्मिक और जातिगत नफरत फैलाने वाले संवाद और चित्रण हैं। रामायण हमारा इतिहास और हमारी आत्मा है, हालांकि आदिपुरुष में भगवान हनुमान एक मुगल के रूप में दिखाया गया है।”

“कौन सा हिंदू बिना मूंछ के दाढ़ी रखता है जो भगवान हनुमानजी को दिखाया गया है।”

“यह फिल्म रामायण और भगवान राम, मां सीता, भगवान हनुमान का पूर्ण इस्लामीकरण है। आदिपुरुष फिल्म में रावण की भूमिका निभा रहे सैफ अली खान भी तैमूर और खिलजी की तरह दिखते हैं। फिल्म देश में धार्मिक भावनाओं को भड़काकर एक खास वर्ग के बीच नफरत फैलाने वाली है। इंटरनेट के माध्यम से इस तस्वीर का खूब प्रचार किया जा रहा है, जो हमारे समाज और देश के लिए पूरी तरह से हानिकारक है।”

नोटिस में कहा गया है, “आप ऐसी फिल्म बना रहे हैं जिससे करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं आहत हों। आपसे अनुरोध है कि लोगों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ न करें, लोगों की आस्था को कलंकित न करें और फिल्म को वैसा ही चित्रित करें जैसा कि रामायण और रामचरित मानस में दर्शाया गया है।”

इस नोटिस में आगे कहा गया है, “अत: कानूनी नोटिस भेजकर अनुरोध किया जाता है कि उपरोक्त कृत्यों के लिए सार्वजनिक रूप से सात दिनों में माफी मांगते हुए सभी संवाद चित्रों को हटा दें अन्यथा कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

***************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

इकाना अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम में टिकट को लेकर अव्यवस्थायें उजागर

लखनऊ ,06 अक्टूबर (एजेंसी) । लखनऊ के अटल बिहारी वाजपेई इकाना अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में गुरुवार को भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला एकदिवसीय मुकाबला खेला जाना है लेकिन मैच से पहले इकाना स्टेडियम की अव्यवस्था सामने आई है।

लखनऊ में हो रही मूसलाधार बारिश के बावजूद लोग घंटों स्टेडियम के बाहर टिकट के लिए लाइन में लगे हैं लेकिन फिर भी उनकी समस्याएं कम नहीं हो रही। लोगों का कहना है कि पहले ऑनलाइन टिकट बुक किया कन्विनिएंस फीस के नाम पर एक्स्ट्रा पैसा भी दिया, उसके बावजूद स्टेडियम की तरफ से यह मैसेज आता है की बॉक्स ऑफिस पर आकर ही टिकट लेना अनिवार्य है।

घंटों लाइन में लग कर जब काउंटर पर पहुंचते हैं, तब कहा जाता है कि टिकट की फोटो कॉपी और आधार कार्ड लेकर आइए तभी टिकट मिलेगा। ऐसे में सवाल ये है कि ऑनलाइन टिकट बुक कराने का मतलब क्या है।

कुछ लोगों ने यह भी आरोप लगाए कि पहले मैसेज आया कि मैच के दिन अपराह्न 11 बजे तक टिकट काउंटर से टिकट मिलेगा लेकिन आज एकाएक मैसेज आता है कि टिकट सिर्फ आज ही मिलेगा, कल नहीं मिलेगा जिस वजह से लोगों में असमंजस की स्थिति बन गई और सुबह से ही लोग लाइन में लगे हैं।

मूसलाधार बारिश में भीगने के बाद भी टिकट नहीं मिल पा रहा है जिस वजह से लोगों में निराशा है।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

विश्व चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिये यूएस गोल्फ इंडिया टूर्नामेंट में भिड़ेंगे 74 गोल्फर

गुरुग्राम ,06 अक्टूबर (एजेंसी) । विश्व चैंपियनशिप और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में जगह बनाने के इरादे से 74 युवा गोल्फर क्लासिक गोल्फ एंड कंट्री कोर्स पर यूएस किड्स गोल्फ इंडिया टूर्नामेंट के पहले सत्र में दावेदारी पेश करेंगे।

टूर्नामेंट का पहला लेग छह अक्टूबर को जबकि दूसरा लेग सात अक्टूबर को आयोजित होगा।

इस टूर्नामेंट में विश्व चैंपियनशिप खेलने वाली अदिति अशोक और क्षितिज नावीद कौल जैसे बड़े भारतीय नाम भी हिस्सा ले रहे हैं।

टूर्नामेंट में भाग लेने वाली युवा प्रतिभाएं 14 आयु वर्गों में बंटी हुई हैं। लड़कों के लिये नौ आयु वर्ग हैं जबकि लड़कियों को पांच आयु वर्गों में बांटा गया है। यह गोल्फर अमेरिका के मशहूर पाइनहर्स्ट गोल्फ कोर्स में आयोजित होने वाले यूएस किड्स गोल्फ विश्व चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिये छह अलग-अलग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर पॉइंट्स अर्जित करेंगे। साथ ही, इन युवाओं के पास यूएस किड्स यूरोपीय चैंपियनशिप में जगह बनाने का मौका भी होगा।

यूएस किड्स गोल्फ विश्व चैंपियनशिप ऐसे कई खिलाडिय़ों के लिए एक मंच रहा है जो विश्व गोल्फ के मौजूदा परिदृश्य में सबसे बड़े सितारे बन गए हैं। इनमें विश्व नंबर एक स्कॉटी शेफ़लर, दो बार के मेजर विजेता जस्टिन थॉमस और कॉलिन मोरीकावा शामिल हैं। अमेरिका की अनुभवी गोल्फर लेक्सी थॉम्पसन यूएस किड्स गोल्फ विश्व चैंपियनशिप में कई बार खिताब जीत चुकी हैं।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

केरल, चंडीगढ़ ने सुब्रतो कप में विजय रथ जारी रखा

नयी दिल्ली ,06 अक्टूबर (एजेंसी)। एमआईसी ईएमएचएसएस (केरल) ने महाराणा प्रताप स्पोर्ट्स कॉलेज (देहरादून) को 5-0 से हराकर सुब्रतो कप अंडर-17 अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल टूर्नामेेंट में अपना विजय रथ जारी रखा।

दूसरी ओर, राजकीय मॉडल सीनियर सेकेंडरी (चंडीगढ़) ने गुरुकुल (हरियाणा) को 8-0 से हराया।

दिन के अन्य मुकाबलों में सीटी एचएसएस (मणिपुर) ने सेंट जेवियर्स हाई स्कूल (कर्नाटक) को 5-1 से हराया जबकि राजकीय हॉलावंग स्कूल (मिजोरम) ने गंगाधरपुर विद्यामंदिर (पश्चिम बंगाल) को 3-0 से मात दी।

पिलग्रिम एचएसएस (नागालैंड) ने बम्पोथेर बेंगेनाबोरी (असम) पर 2-0 से जीत दर्ज की। सेंट एंथोनी के एचएसएस (मेघालय) ने डीसीटी वसंतराव डेम्पो एचएसएस (गोवा) को 6-1 से हराया।

दिन के बड़े मुकाबलों में केन्द्रीय विद्यालय, (कोचीन, केरल) ने पाथवे स्कूल (नोएडा) को 22-0 से रौंदा जबकि एमेनिटी पब्लिक स्कूल (रुद्रपुर, उत्तराखंड) ने ज्ञानमाता हाई स्कूल (सिलवासा) को 13-0 से परास्त किया।
टूर्नामेंट के क्वार्टर फाइनल में जाने वाली टीमों का नाम गुरुवार के मैचों के बाद निर्धारित होगा।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

राष्ट्रमंडल खेल 2026 में शूटिंग की वापसी, कुश्ती बाहर

लंदन ,06 अक्टूबर (एजेंसी)। राष्ट्रमंडल खेल महासंघ (सीजीएफ) ने विक्टोरिया 2026 राष्ट्रमंडल खेलों के लिये खेल कार्यक्रम की घोषणा की, जिसमें शूटिंग ने वापसी की है जबकि कुश्ती को बाहर रखा गया है।

सीजीएफ, ऑस्ट्रेलिया की एंड्र्यू सरकार और राष्ट्रमंडल खेल ऑस्ट्रेलिया ने बताया कि तटीय रोइंग, गोल्फ और बीएमएक्स विक्टोरिया में अपना राष्ट्रमंडल खेल पदार्पण करेंगे।

राष्ट्रमंडल खेल 2026 में 20 खेल और 26 शास्त्र होंगे, जिसमें नौ पैरा-स्पोर्ट शामिल हैं।

राष्ट्रमंडल खेल महासंघ के अध्यक्ष डेम लुईस मार्टिन ने कहा,  हम 2026 राष्ट्रमंडल खेलों के लिए खेल कार्यक्रम की पुष्टि करते हुए रोमांचित हैं, जिसमें विक्टोरिया 2026 द्वारा प्रस्तावित अतिरिक्त खेल एक विविध कार्यक्रम को पूरा करते हैं।
उन्होंने कहा  खेल प्रतिस्पर्धी और रोमांच से भरपूर होने वाले हैं।

खेलों में एक व्यापक, पूरी तरह से एकीकृत पैरा स्पोर्ट कार्यक्रम, कोस्टल रोइंग, गोल्फ और बीएमएक्स की शुरुआत होने वाली है जबकि शूटिंग और 3म3 बास्केटबॉल वापसी करेंगे।

उन्होंने कहा  कार्यक्रम सीजीएफ के 2026-30 रणनीतिक रोडमैप का हिस्सा है, जो मेजबानों को नये खेलों का प्रस्ताव देने के लिए अधिक लचीलापन प्रदान करता है.

विशेष रूप से विशिष्ट स्थानीय प्रासंगिकता वाले खेल जो सांस्कृतिक प्रदर्शन और सामुदायिक जुड़ाव बढ़ाएंगे।

****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

बच्चा चोरी के शक में तीन साधुओं की पिटाई, तीनों अस्पताल में भर्ती

*अज्ञात  लोगों के खिलाफ मामला दर्ज*

भिलाई, 06 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले के खुर्सीपार क्षेत्र में बच्चा चोर गिरोह के गिरफ्त में आने के बाद शहर में बच्चा चोरी की शंका पालको को सताने लगी है। इसके कारण संदिग्ध लोगो की पिटाई के मामले में भी सामने आने लगे हैं।

इसी कड़ी में दशहरा के दिन भिलाई तीन क्षेत्र में साधुओं के भेष में घूम रहे तीन लोगों की पिटाई कर दी गई। भीड़ ने इन साधुओं की पिटाई की जिससे उन्हें जगह जगह चोटें आई है। साधु भेषधारियों की शिकायत पर भिलाई तीन पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया गया है।

मिली जानकारी के अनुसार भिलाई -3 थाना क्षेत्र के चरौदा गांव में दशहरा के दिन तीन लोग साधू के भेष में घूम-घूमकर भीख मांग रहे थे। इस दौरान अफवाह उड़ी कि तीनों साधु के भेष में बच्चा चोरी के इरादे से घूम रहे हैं। फिर क्या था भीड़ ने इनकी जमकर पिटाई कर दी।

शिकायत मिलने के बाद इस मामले में भिलाई तीन पुलिस ने साधु भेषधारी तीनों व्यक्तियों का मुलाहिजा कराया। प्रारंभिक इलाज के बाद इन्हें अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। वही पुलिस ने इस मामले में पिटाई करने वालों के खिलाफ अपराध दर्ज कर उनकी पहचान कर रही है।

एसपी ने की अपील

दुर्ग एसपी डॉ अभिषेक पल्लव ने अपील की है कि बच्चा चोरी की अफ वाहों पर ध्यान न दें और कानून को अपने हाथ में न लें। वहीं उन्होंने यह भी कहा है कि जल्द ही साधुओं की पिटाई करने वालों को गिरफ्तार किया जाएगा।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

जम्मू- कश्मीर में नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र को पंच से सरपंच तक पहुंचाया : अमित शाह

जम्मू/ कश्मीर , 06 अक्टूबर (आरएनएस) । केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह जम्मू कश्मीर के बारामुला में सभा को संबोधित करते हुए कहां की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने जम्हूरियत को गाँवों तक जम्हूरियत पहुंचाया है। जम्मू-कश्मीर में अब्दुला परिवार, मुफ्ती परिवार और गांधी परिवार ने लोकतंत्र पर कब्जा किया हुआ था। अब प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने लोकतंत्र को पंच-सरपंच से लेकर जिला पंचायत तक पहुंचाया है।

जम्मू-कश्मीर का जो इलाका पहले टेररिस्ट हॉटस्पॉट था, अब वह टूरिस्ट हॉटस्पॉट बन गया है। पहले यहाँ साल में औसतन 6 लाख सैलानी आया करते थे जबकि इस वर्ष जनवरी से लेकर अक्टूबर तक में ही लगभग 22 लाख सैलानी आ चुके हैं। हम जम्मू-कश्मीर को विकास की मुख्यधारा में लाने के लिए कटिबद्ध हैं। यहाँ के तीन परिवार चाहते हैं कि हम पाकिस्तान से बात करें लेकिन मैं आप से बात करना चाहता हूँ। वे कहते हैं – पाकिस्तान की सुनिए, हम कहते हैं – घाटी के अवाम की सुनिए।

ये लोग कहते हैं दहशतगर्दी पर कड़े एक्शन न लिए जाएँ जबकि देश और जम्मू-कश्मीर की जनता अब दहशतगर्दी को सहन करने को तैयार नहीं है।  दहशतगर्दी या आतंकवाद से कश्मीर का भला नहीं होगा। कश्मीर का भला जम्हूरियत से होगा, उद्योग-धंधे लगने से होगा, एम्स और आईआईएम बनने से होगा। यदि कोई दहशतगर्दों का साथ देता है तो उसे आप लोग समझाएं। उसे समाज की मुख्यधारा में वापस लायें।

अमित शाह ने कहा कि यहाँ दो मॉडल हैं  एक माननीय प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का मॉडल है जो विकास, शांति, सद्भाव और रोजगार देता है जबकि दूसरा है गुपकर मॉडल जो अलगाववाद की बात करता है। यहाँ की जनता ने अब अलगाववाद की बात करने वालों को साइडलाइन कर दिया है।गुपकर पाकिस्तानी आतंकवादियों को करपेट बिछाकर ला रहा है। इसके कारण पुलवामा में अटैक हुआ। श्री नरेन्द्र मोदी जी ने पुलवामा में 2,000 करोड़ रुपये की लागत से अस्पताल बनाया।

हाथ में पत्थर हैं, हाथ में मशीनगन हैं और बंद कॉलेज हैं जबकि श्री नरेन्द्र मोदी मॉडल में युवाओं के लिए आईआईटी है, आईआईएम है, एम्स है, एनईईटी  है। विकास का मोदी मॉडल 56,000 करोड़ रुपये के नवेश को जमीन पर उतार कर बारामूला के युवाओं को रोजगार दे रहा है। अमित शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में राजनैतिक प्रक्रिया शुरू हो गई है। निर्वाचन आयोग द्वारा मतदाता सूची बनाने का काम जैसे ही पूरा होगा, वैसे ही पूरी पारदर्शिता के साथ जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराये जायेंगे।

अब परिसीमन इस प्रकार से हुआ है कि तीन परिवार के लोग नहीं, जनता के नुमाइंदे ही चुनाव में जीत कर आयेंगे।आजादी के 70 साल में जम्मू-कश्मीर में केवल 15,000 करोड़ रुपये का ही निवेश आया जबकि धारा 370 हटने के बाद के केवल तीन वर्षों में ही जम्मू-कश्मीर में लगभग 56,000 करोड़ रुपये का निवेश आ चुका है। आतंकवाद से कभी किसी का भला नहीं हो सकता है। जम्मू एवं कश्मीर में 1990 से लेकर आज तक लगभग 42 हजार लोग आतंकवाद दहशतगर्दी की भेंट चढ़ गए।

बताइए, इन 42 हजार लोगों की मृत्यु का जिम्मेदार तीन परिवारों का शासन है। मोदी सरकार में आतंकवाद समाप्ति की ओर है।कुछ लोग यहां पर पाकिस्तान की बात करते हैं। बताएं कश्मीर का जो भू-भाग पाकिस्तान के अवैध कब्जे में है, वहां कितने गाँवों और कितने घरों में बिजली पहुँचती है? कितने अस्पताल हैं? सड़कें कैसी हैं।  अमित शाह ने कहा कि आज हमारे कश्मीर के हर गाँव में बिजली है।

कश्मीर के हर घर को आयुष्मान भारत से जोड़ा जा चुका है। एक लाख गरीब लोगों को पक्का घर दिया गया है, 12.41 लाख परिवारों को मुफ्त गैस कनेक्शन मिला है, 11.87 लाख किसानों किसान सम्मान निधि का लाभ मिल रहा है और 58% घरों में नल से जल पहुँचाया गया है। जब यहां तीन परिवार का शासन था, तब जम्मू-कश्मीर का बजट महज 132 करोड़ रुपये का था।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2022-23 में इस बजट को बढ़ा कर 1,515 करोड़ रुपये कर दिया।  1947 से 2014 तक जम्मू एवं कश्मीर में केवल 4 मेडिकल कालेज थे। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी ने 2014 से 2022 तक यहाँ 9 नए मेडिकल कॉलेज बनाए हैं। 15 नए नर्सिंग कॉलेज खोले गए हैं।

अमित शाह ने कहा कि धारा 370 के हटने से दलित, पिछड़े, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ी समुदाय को आरक्षण मिलने का रास्ता साफ हो गया है। जस्टिस शर्मा कमीशन ने भी अपनी रिपोर्ट में इसकी सिफारिश की है। रिपोर्ट की प्रशासनिक प्रक्रिया पूरी होते ही पहाड़ी, बकरवाल और गुर्जर भाई-बहनों को आरक्षण का लाभ मिलने वाला है।

उमर अब्दुल्ला और कुछ लोग, लोगों को भड़का रहे हैं कि गुर्जर-बकरवाल का आरक्षण छीना जाएगा, लेकिन मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूँ कि ऐसा नहीं होने वाला।

पहाड़ियों को भी मिलेगा और गुर्जर-बकरवाल का हक भी नहीं छीना जाएगा।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

चुनाव में अखिलेश और जयंत की मदद करूंगा: सत्यपाल मलिक

बागपत 06 Oct. (Rns/FJ) : मेघालय के राज्यपाल पद से सेवानिवृत्त होने के बाद सत्यपाल मलिक ने माेदी सरकार के विरुद्ध राजनीतिक हमला तेज करते हुए दो टूक कहा है कि अगले चुनाव में वह समाजवादी पार्टी (सपा) और राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) की मदद करेंगे, हालांकि वह किसी राजनीतिक दल में शामिल नहीं होंगे।

राज्यपाल पद से सेवानिवृत्त होने के बाद मलिक बागपत स्थित अपने पैतृक गांव हिसावदा में पहुंचे थे। गांव में बुधवार को ग्रामीणों ने उनका सम्मान किया और उन्होंने सभी के साथ सहभोज किया।

सरकार पर पहले से ज्यादा हमलावर होते हुए मलिक ने कहा कि यह सरकार किसान विरोधी है। भावी योजना के बारे में मलिक ने कहा, “मैं कोई राजनीतिक पार्टी ज्वाइन नहीं करूंगा, न चुनाव लडूंगा, लेकिन किसानों की लड़ाई जरूर लडूंगा। इस लड़ाई में चौधरी चरण सिंह का पोता होने के कारण जयंत सिंह और मुलायम सिंह का बेटा होने के कारण अखिलेश यादव की मदद करूंगा।”

पूर्व राज्यपाल मलिक ने बतौर राज्यपाल अपने अनुभव को बेहतर बताते हुए कहा कि उन्हाेंने पूरी ईमानदारी से काम किया। जब जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को खत्म किया, तो महबूबा मुफ्ती कहती थी कि यहां खून की नदियां बह जाएंगी। एक गोली भी नहीं चलानी पड़ी।

हालांकि, उन्होंने सेवानिवृत्त होने के बाद मोदी सरकार द्वारा उनके खिलाफ भी कोई कार्रवाई करने की आशंका से इंकार नहीं किया। मलिक ने कहा, “मुझ पर भी ये लोग कुछ जरूर करेंगे। जम्मू-कश्मीर की सभी फाइलों की जांच करा लो या तलाशी ले लो, लेकिन मेरा कुछ होगा ही नहीं। मैं फकीर आदमी हूं, मेरे यहां धेला नहीं मिलेगा।”

देश की समस्याओं का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि महंगाई और बेरोजगारी से लोग पहले ही परेशान हैं। किसानों को गन्ने की बकाया भुगतान नहीं मिल रहा और उसके दाम भी नहीं बढ़ रहे। अब अग्निवीर योजना लाकर किसानों के बच्चों का भविष्य भी खराब कर दिया।

मलिक ने कहा कि किसानों के बेटों के लिए रोजगार का संकट है। नौकरी भी केवल तीन साल की कर दी गई और कोई पेंशन नहीं है। इस वक्त पूरे देश में हाहाकार मचा हुआ है। मुजफ्फरनगर में अभी अग्निवीर की भर्ती चल रही है। युवक सड़कों पर सोते हैं और उनको खाना तक नहीं मिलता है। अग्निवीर योजना लाकर किसानों के बच्चों का भविष्य भी खराब कर दिया।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Exit mobile version