विश्व चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिये यूएस गोल्फ इंडिया टूर्नामेंट में भिड़ेंगे 74 गोल्फर

गुरुग्राम ,06 अक्टूबर (एजेंसी) । विश्व चैंपियनशिप और अन्य अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में जगह बनाने के इरादे से 74 युवा गोल्फर क्लासिक गोल्फ एंड कंट्री कोर्स पर यूएस किड्स गोल्फ इंडिया टूर्नामेंट के पहले सत्र में दावेदारी पेश करेंगे।

टूर्नामेंट का पहला लेग छह अक्टूबर को जबकि दूसरा लेग सात अक्टूबर को आयोजित होगा।

इस टूर्नामेंट में विश्व चैंपियनशिप खेलने वाली अदिति अशोक और क्षितिज नावीद कौल जैसे बड़े भारतीय नाम भी हिस्सा ले रहे हैं।

टूर्नामेंट में भाग लेने वाली युवा प्रतिभाएं 14 आयु वर्गों में बंटी हुई हैं। लड़कों के लिये नौ आयु वर्ग हैं जबकि लड़कियों को पांच आयु वर्गों में बांटा गया है। यह गोल्फर अमेरिका के मशहूर पाइनहर्स्ट गोल्फ कोर्स में आयोजित होने वाले यूएस किड्स गोल्फ विश्व चैंपियनशिप में जगह बनाने के लिये छह अलग-अलग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेकर पॉइंट्स अर्जित करेंगे। साथ ही, इन युवाओं के पास यूएस किड्स यूरोपीय चैंपियनशिप में जगह बनाने का मौका भी होगा।

यूएस किड्स गोल्फ विश्व चैंपियनशिप ऐसे कई खिलाडिय़ों के लिए एक मंच रहा है जो विश्व गोल्फ के मौजूदा परिदृश्य में सबसे बड़े सितारे बन गए हैं। इनमें विश्व नंबर एक स्कॉटी शेफ़लर, दो बार के मेजर विजेता जस्टिन थॉमस और कॉलिन मोरीकावा शामिल हैं। अमेरिका की अनुभवी गोल्फर लेक्सी थॉम्पसन यूएस किड्स गोल्फ विश्व चैंपियनशिप में कई बार खिताब जीत चुकी हैं।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version