गांव के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार में बनी : पीयूष गोयल

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री जयंती की जयंती पर केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने डॉक्टर विष्णु मित्तल की पुस्तक ऐसे थे भारत के गांव का विमोचन किया। पीयूष गोयल ने कहा है कि गांव के लिए सबसे ज्यादा योजनाएं मोदी सरकार में बनी हैं और इसका सीधा लाभ आम जनता को मिला है।

गोयल ने कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समस्याओं के समाधान में यकीन करते हैं। गोयल ने कहा कि पूर्व की कांग्रेस सरकारों पर निशाना साधते हुए कहा कि पीएम मोदी पहले के प्रधानमंत्री की तरह नही हैं जो यह कहकर हाथ खड़े कर देते थे कि सौ रुपया भेजते हैं तो नीचे तक पंद्रह रुपए ही पहुंचता है।

बल्कि पीएम मोदी जो कहते हैं वह शत प्रतिशत नीचे तक पहुंचता है। गोयल ने कहा कि 2014 के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश की कमान संभाली तो उन्होंने कहा कि जब तक गांव के हर एक गरीब गुरवे को स्वावलंबी नहीं बनाया जाए तब तक देश का विकास नहीं हो सकता है इसीलिए उन्होंने देश के 40 करोड़ युवाओं का खाता खुलवाया और जिसमें महिलाओं को खाता खुलवाने पर विशेष जोर दिया गया

इस वजह से गांव के लोग भी मुखर होकर काम करना शुरू किया जिसकी वजह से छोटे-छोटे उद्योगों को बढ़ावा मिला और देश की प्रगति में अपना योगदान दिया।गोयल ने कहा कि मोदी सरकार में 25 लाख करोड़ रुपए देश के गरीब जरूरतमंद तक विभिन्न योजनाओं के माध्यम से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के तहत सीधे उनके खातों तक पहुंचे हैं।

गांधी स्मृति के सत्याग्रह मंडप में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सुनील बंसल, प्रख्यात पत्रकार राम बहादुर राय, सांसद रामबीर विधूड़ी, बिजेंद्र गुप्ता सहित तमाम गणमान्य लोग उपस्थित थे। पीयूष गोयल ने कहा कि नरेंद्र मोदी आज योजनाओं की घोषणा ही नही करते बल्कि उसका शत प्रतिशत क्रियान्वयन सुनिश्चित करते हैं।

उन्होंने कहा कि गांव पर लिखी गई डॉक्टर विष्णु मित्तल की पुस्तक हम जैसे लोगों के लिए बहुत लाभदायक है जिनका जन्म गांव में हुआ और अधिकांश जीवन शहरो में बीता है।प्रख्यात पत्रकार राम बहादुर राय ने कहा देश के ग्रामीण और पंचायत मंत्रियों को यह पुस्तक पढऩी चाहिए।

उन्होंने कहा कि आज महात्मा गांधी होते तो उन्हे भी बहुत प्रसन्नता होती। पीयूष गोयल ने कहा कि इस पुस्तक के माध्यम से लेखक ने गांवों की धरोहर और भारत की देशज ज्ञान परंपरा को पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया है। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने पुस्तक के विषय पर चर्चा करते हुए कहा कि गांव हमारी जिंदगी की ऐसी धरोहर हैं, जिन्हें शहर का हर व्यक्ति शिद्दत से याद करता है और जिंदगी की भागदौड़ से जब भी उसे थोड़ा सा वक्त मिलता है तो वह अपने गांव की ओर लौटने की ख्वाहिश रखता है।

विशिष्ट अतिथि, वरिष्ठ पत्रकार एवं इंदिरा गांधी राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष राम बहादुर राय ने गांव से जुड़े महत्वपूर्ण और अनछुए विषय को उठाने के लिए पुस्तक के लेखक डॉ. विष्णु मित्तल की तारीफ की और उम्मीद जतायी कि यह पुस्तक ऐसे हर व्यक्ति की आवाज बनेगी, जो अपने गांव की धरोहर, परंपराओं और जीवन शैली को संजों कर रखना चाहता है।

इस अवसर पर प्रभात प्रकाशन के निदेशक, प्रभात कुमार और पीयूष कुमार,समेत साहित्य और सामाजिक क्षेत्रों से जुड़े कई उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में किताब के लेखक डॉ. विष्णु मित्तल सभी गणमान्य अतिथियों का धन्यवाद किया।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मोदी सरकार महात्मा गांधी के सपनों वाले भारत का निर्माण करने में सफल रही है : स्मृति ईरानी

नई दिल्ली, 2 अक्टूबर(आरएनएस/FJ) । दिल्ली भाजपा द्वारा आज गांधी जयंती के शुभावसर पर खादी प्रदर्शनी का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने किया और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष आदेश गुप्ता सहित भाजपा के अन्य पदाधिकारी उपस्थित रहे।

आज हुए खादी प्रदर्शनी में मुख्य रुप से उन कला कृतियों को दिखाया गया जो प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के वोकल फॉर लोकल के मूलमंत्र के साथ आज खादी फॉर नेशन खादी फॉर फैशन दोनों रुप में उभर रही है।

स्मृति ईरानी ने मीडिया से बात करते हुए महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री की जन्मजयंती पर उन्हें याद करते हुए कहा कि भाजपा हमेशा से ही महात्मा गांधी के सपनों वाला भारत जो साफ और स्वच्छ हो, जिसमें स्वदेशी को अपनाया जाए, पर बल दिया है।

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान के साथ जय अनुसंधान जोड़कर इसको सार्थक बनाने का काम किया। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिवस से लेकर महात्मा गांधी के जन्मजयंती तक दिल्ली भाजपा द्वारा सेवा पखवाड़ा मनाने का जो निर्णय लिया था वह अपने समापन की ओर है।

स्मृति ईरानी ने कहा कि सेवा पखवाड़े के अंतर्गत दिल्ली भाजपा ने जो विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया चाहे वह रक्तदान शिविर का आयोजन हो, फल वितरण हो, वृक्षारोपण हो या फिर खादी प्रदर्शनी हो। इन सभी सेवा कार्यों के माध्यम से भाजपा ने स्वराज के साथ-साथ खादी ने एक सशक्त अंचल का निर्माण करने में सहायक बना है।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री जब जय, जवान जय किसान, जय विज्ञान के साथ जय अनुसंधान जोडऩे की बात करते हैं तो उन्होंने 5जी के माध्यम से ग्रामीण परंपरा और ग्रामीण सशक्तिकरण का उदाहरण पेश करने का काम किया है। आदेश गुप्ता ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के जन्मदिन के शुभ अवसर पर शुरु हुए सेवा पखवाड़े के अंतर्गत आज गांधी जयंती के दिन भारतीय जनता पार्टी ने खादी प्रदर्शनी लगाई है।

खादी को बढ़ावा देना, मतलब देश को आत्मनिर्भर बनाना है। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के साथ आज लाल बहादुर शास्त्री की भी जन्मजयंती है। इसलिए जिस तरह के देश और भारतीय संस्कृति-सभ्यता की बात महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री करते थे, आज प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने उसे साकार करने का काम किया।

आदेश गुप्ता ने कहा कि नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद खादी को एक अलग पहचान मिली है और यह देश का एक बड़ा ब्रांड बनकर उभरा है।

स्वदेशी अपनाने की बात प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मन की बात में करते रहे हैं और उसी का कारण है कि आज गांव-देहात में बनने वाले प्रोडक्ट भी ग्लोबली अपनी पहचान बना रहे हैं।

उन्होंने कहा कि खादी के प्रोडक्ट को खरीदना हम सब के लिए गर्व की बात है।

**************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार : कर्नाटक को डॉक्यूमेंट्री फिल्म के लिए मिला रजत कमल अवॉर्ड

नई दिल्ली 2 अक्टूबर(आरएनएस/FJ)। कर्नाटक ने ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है। राज्य को पहली बार 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में रजत कमल अवॉर्ड से सम्मानित किया गया है।

यह अवॉर्ड कर्नाटक को डॉक्यूमेंट्री फिल्म नाददा नवनीता पंडित डॉ. वेंकटेश कुमार के लिए मिला है। इस डॉक्यूमेंट्री को सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा आर्थिक मदद दी गई है। गिरीश कसारवल्ली ने इसे डायरेक्ट किया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने कर्नाटक के प्रतिनिधि को पुरस्कार प्रदान किया।

बता दें कि फिल्म को 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार 2020 में गैर-फीचर फिल्म श्रेणी में सर्वश्रेष्ठ कला और संस्कृति फिल्म के लिए चुना गया है। अवॉर्ड मिलने पर कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने खुशी जताई।

कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने इसे गर्व का क्षण बताया। उन्होंने ट्वीट में लिखा, यह गर्व का क्षण है कि सूचना और जनसंपर्क विभाग द्वारा बनाई गई डॉक्यूमेंट्री नाददा नवनीता पंडित डॉ. वेंकटेश कुमार को रजत कमल से सम्मानित किया गया है। मैं पूरी टीम को बधाई देता हूं।

बता दें कि 68वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा दिए गए। दिग्गज अभिनेत्री आशा पारेख को 52वें दादा साहब फाल्के पुरस्कार से सम्मानित किया गया। तान्हाजी और सोरारई पोट्रु को सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार दिया गया। इस साल, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा जुलाई 2022 में की गई थी।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

गर्भपात और महिला अधिकार

वेद प्रताप वैदिक  –  सर्वोच्च न्यायालय ने भारत की महिलाओं के अधिकारों के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। उसने अपने ताजातरीन फैसले में सभी महिलाओं को गर्भपात का अधिकार दे दिया है, वे चाहे विवाहित हों या अविवाहित हों। भारत में चले आ रहे पारंपरिक कानून में केवल विवाहित महिलाओं को ही गर्भपात का अधिकार था। वे गर्भ-धारण के 20 से 24 हफ्ते में अपना गर्भपात करवा सकती थीं लेकिन ऐसी महिलाएं, जो अविवाहित हों और जिनके साथ बलात्कार हुआ हो या जो जान-बूझकर या अनजाने ही गर्भवती हो गई हों, उन्हें गर्भपात का अधिकार अब तक नहीं था।

उसका नतीजा क्या होता रहा? ऐसी औरतें या तो आत्महत्या कर लेती हैं, या छिपा-छिपाकर घर में ही किसी तरह गर्भपात की कोशिश करती हैं या नीम-हकीमों और डॉक्टरों को पैसे खिलाकर गुपचुप गर्भमुक्त होने की कोशिश करती हैं। इन्हीं हरकतों के कारण भारत में 8 प्रतिशत गर्भवती औरतें रोज़ मर जाती हैं। लगभग 70 प्रतिशत गर्भपात इसी तरह के होते हैं। जो औरतें बच जाती हैं, वे इस तरह के गर्भपातों के कारण शर्म और बिमारियों की शिकार हो जाती हैं।

भारत में गर्भपात संबंधी जो कानून 1971 और संशोधित कानून 2021 में बना, उसमें अविवाहित महिलाअेां का गर्भपात गैर-कानूनी या आपराधिक माना गया था। अब सर्वोच्च न्यायालय ने एक ऐसी ही महिला के मामले पर विचार करते हुए सभी महिलाओं को गर्भपात की छूट दे दी है। जाहिर है कि संसद अब इस आदेश को लागू करने के लिए कानून बनाएगी। इसके साथ-साथ अदालत ने यह भी माना है कि यदि कोई विवाहित स्त्री अपने पति के बलात्कार के कारण गर्भवती हुई है तो उससे भी गर्भपात की छूट देनी चाहिए।

यह जरुरी नहीं है कि जो भी अविवाहित महिला गर्भवती होती हैं, वह व्यभिचार के कारण ही होती है। इसके अलावा गर्भपात के लिए अन्य कई अनिवार्य कारण भी बन जाते हैं। उन सब पर विचार करते हुए अदालत का उक्त फैसला काफी सही लगता है लेकिन डर यही है कि इसके कारण देश में व्यभिचार और बलात्कार की घटनाएं बढ़ सकती हैं, जैसा कि यूरोप और अमेरिका में होता है।

दुनिया के 67 देशों में गर्भपात की अनुमति सभी महिलाओं को है। कुछ देशों में गर्भपात करवाने के पहले उसका कारण बताना जरुरी होता है। केथोलिक ईसाई और मुस्लिम राष्ट्रों में प्राय: गर्भपात के प्रति उनका रवैया कठोर होता है लेकिन सउदी अरब और ईरान जैसे देशों में इसकी सीमित अनुमति है। दुनिया के 24 देशों में अभी भी गर्भपात को अपराध ही माना जाता है।

भारत में गर्भपात की अनुमति को व्यापक करके सर्वोच्च न्यायालय ने स्त्री-स्वातंत्र्य को आगे बढ़ाया है लेकिन तलाक के पेचीदा कानून में भी तुरंत सुधार की जरूरत है। तलाक की लंबी मुकदमेबाजी और खर्च से भी लोगों का छुटकारा होना चाहिए। इस संबंध में संसद कुछ पहल करे तो वह बेहतर होगा।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

‘आदिपुरुष’ का टीजर जारी

03.10.2022 – टी सीरीज और रेट्रोफाइल्स द्वारा निर्मित बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘आदिपुरुष’ का टीजर, 2 अक्टूबर को उत्तर प्रदेश के शहर अयोध्या की पवित्र भूमि में सरयू नदी के किनारे  जारी किया गया।

इस कार्यक्रम में एक्टर प्रभास और कृति सेनन के साथ फिल्म के डायरेक्टर ओम राउत और प्रोड्यूसर भूषण कुमार भी मौजूद थे।

ओम राउत द्वारा निर्देशित यह फिल्म रामायण के महाकाव्य पर आधारित है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत को दर्शाती है।

इस फिल्म में प्रभास, कृति सेनन के अलावा सैफ अली खान और सनी सिंह भी नजर आएंगे।

‘आदिपुरुष’ तमिल, मलयालम और कन्नड़ में डब किए गए संस्करणों के साथ हिंदी और तेलुगु में 12 जनवरी 2023 को रिलीज होगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय 

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज इच्छित कार्य पूर्ण होंगे। आप व्यस्त रहने से थकान महसूस कर सकते हैं। अपनी दिनचर्या को संतुलित तथा व्यवस्थित बनाकर रखें, जिससे अधिकतर घरेलू काम समय पर पूरे होते जाएंगे। बच्चों को समय दें। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। विद्यार्थियों तथा युवाओं को इंटरव्यू व करियर संबंधी परीक्षा में सफलता की पूरी संभावना है। इसलिए वे लोग अपनी पढ़ाई के प्रति एकाग्रचित्त रहें। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

आज मनोवांछित फल प्राप्त होगा।समय की कोई कमी नहीं रहेगी।व्यवसायिक तौर पर ग्रह स्थितियां आपके पक्ष में हैं। कार्यप्रणाली में कुछ बदलाव संबंधी योजनाएं बन सकती है। तरक्की के भी उचित अवसर प्राप्त होंगे। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने कार्य को बहुत सावधानी पूर्वक करें, क्योंकि कोई गलती होने की आशंका लग रही है। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज भाग्य आपके मनोनुकूल रहेगा। समय पर कार्य सम्पन्न होंगे। कुछ समय खुद के लिए भी बीताएं। इससे आपको शारीरिक और मानसिक ताजगी के साथ ऊर्जा भी मिलेगी। आपको अपनी दिनचर्या संबंधी कामों को पूरा करने में पारिवारिक सदस्यों की मदद भी मिल सकती है। स्वास्थ्य सुधार होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आपका सामाजिक दायरा और पारिवारिक सम्बंध यश को बढाएंगे।कार्यक्षेत्र में अपने प्रतिद्वंद्वियो के सामने आपकी ही यशोगाथा रहेगी। आपका कोई कर्मचारी साथी आपकी योजना को लीक कर सकता है। इससे सावधान रहें और लापरवाही बिल्कुल ना करें। सभी कार्यों पर पैनी नजर अवश्य रखें। नौकरी में भी किसी के साथ भी उलझे नहीं। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आपकी ऊर्जा आज आपका भरपूर साथ देंगी। पारिवारिक जिम्मेदारियों का आप बखूबी निर्वाह करेंगे। आपका उदारवादी व सहायक दृष्टिकोण सामाजिक कार्यों में एक बेहतरीन मिसाल के रूप में सामने आएगा। जीवनसाथी का सहयोग मिलेगा। विद्यार्थी भी अपनी पढ़ाई के प्रति पूर्ण रूप से एकाग्रचित्र रहेंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आपका मनोबल बढेगा। शत्रु पक्ष परास्त होंगे। लेकिन सावधानी फिर भी रखनी पडेगी। कोई भी व्यापारिक नया काम आज न शुरू करें तो सही है। आज स्थिति अधिक आपका साथ देगी है। कार्यक्षेत्र में सावधानी बरतना आवश्यक है। नौकरी पेशा व्यक्ति अपने काम को बखूबी अंजाम दे पाएंगे। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आध्यात्मिक कार्यो में रूचि और बढेगी। आप अधिकतर समय धार्मिक तथा सामाजिक संबंधी सहयोगात्मक कार्य में व्यतीत होगा। गुप्त विद्याओं के प्रति भी आपका विशेष रुझान हो रहा है। इस समय आपके व्यक्तित्व के उत्थान संबंधी कुछ नए मार्ग साफ होने जा रहे हैं। सबका साथ मिलेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज आप अधिकतर समय व्यस्त रहने मे व्यतीत होगा। अपने कुछ नजदीकी और विश्वसनीय मित्रों के साथ अपने कामकाज संबंधी विचार-विमर्श अवश्य करें। आपको बेहतरीन मार्गदर्शन प्राप्त होगा। तथा लाभदायक अनुबंध भी मिलने के योग हैं। परंतु इस बात का ध्यान भी अवश्य रखें कि आपकी रूचि धर्म कर्म में कम न हो। स्वास्थ्य बेहतर होगा।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज किस्मत आपके साथ है। व्यवसायिक विकास के लिए किसी प्रभावशाली व्यक्ति का साथ तथा आपके राजनीतिक संपर्क बहुत अधिक लाभदायक साबित होने वाले हैं। सरकारी सेवारत व्यक्तियों को अपने किसी लक्ष्य को पूरा करने से प्रमोशन वगैराह भी मिल सकता है। विद्यार्थियों का मन विद्या ग्रहण करने में लगेगा। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज मन की सुने और खुश रहें। अपने कार्यों से संबंधित नीतियों पर दोबारा विचार करके उनमें और अधिक सुधार लाने की कोशिश करें सफलता आपका इंतजार कर रही है। आपको सकारात्मक परिणाम अवश्य हासिल होंगे। विद्यार्थियों का अपनी शिक्षा के प्रति पूर्ण रूप से ध्यान केंद्रित रखना उन्हें कोई उपलब्धि भी हासिल करवा सकता है। स्वास्थ्य उत्तम रहेगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आप आपकी सकारात्मक सोच आपको ऊँचाइयों तक ले जाएगी। अपना पूर्ण ध्यान अपने कार्यस्थल पर केंद्रित रखें तथा दूसरों की सलाह की अपेक्षा अपने विचारों को ही प्राथमिकता दें क्योंकि ऐसा करने से वहाँ भी सफल आप ही होंगे। पारिवारिक वातावरण सहयोगात्मक रहेगा। स्वास्थ्य सही रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज आप शान्तिपूर्ण तरिके से समय बिता पाएंगे। कोई भी काम करने से पहले उसके सभी पहलुओं पर अच्छी तरह सोच-विचार अवश्य करें। इससे परिस्थितियां पूर्णता आपके पक्ष में हो जाएगी। काफी समय से चल रही किसी काम में रुकावट भी आज दूर होगी। कुल मिलाकर शांति और सुकून भरा दिन व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सामान्य रहेगा।

**********************************

 

अमित शाह आज से 3 दिनों के जम्मू-कश्मीर दौरे पर

श्रीनगर ,02 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह 3 अक्टूबर को जम्मू-कश्मीर के अपने तीन दिवसीय व्यस्त कार्यक्रम की शुरुआत करेंगे।

अधिकारियों ने कहा कि केंद्र शासित प्रदेश की अपनी यात्रा के दौरान केंद्रीय गृहमंत्री का उनके आगे व्यस्त कार्यक्रम है।

केंद्रीय गृहमंत्री कल (सोमवार) शाम करीब 5 बजे जम्मू पहुंचेंगे। वह शाम को गुर्जरों/बकरवालों और युवा राजपूत सभा के प्रतिनिधिमंडलों से मुलाकात करेंगे।

फिर 4 और 5 अक्टूबर को उनके कार्यक्रम में रियासी जिले के माता वैष्णो देवी तीर्थ में पूजा-अर्चना करना शामिल है।

अमित शाह कई विकास कार्यो की नींव रखेंगे और राजौरी, श्रीनगर और बारामूला जिलों का भी दौरा करेंगे, जहां वह विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों से मिलेंगे।

अधिकारियों ने बताया कि गृहमंत्री जिन स्थानों का दौरा करने जा रहे हैं, वहां सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं।
अधिकारियों ने कहा, चार अक्टूबर की सुबह माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन करने के बाद वह राजौरी के लिए उड़ान भरेंगे, जहां वह एक जनसभा को संबोधित करेंगे।

शाह अपने राजौरी दौरे के दौरान पहाड़ी समुदाय को अनुसूचित जनजाति (एसटी) का दर्जा देने की घोषणा कर सकते हैं। जम्मू-कश्मीर के राजौरी, पुंछ, बारामूला और हंदवाड़ा जिलों में पहाड़ी समुदाय की बड़ी आबादी है।

जम्मू लौटने पर वह श्रीनगर में शेर-ए-कश्मीर इंटरनेशनल कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स (एसकेआईसीसी) की तर्ज पर जम्मू कन्वेंशन कॉम्प्लेक्स समेत कई विकास कार्यो की नींव रखेंगे।

भाजपा के वरिष्ठ नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल उनसे जम्मू में मुलाकात करेगा, जहां केंद्र शासित प्रदेश की राजनीतिक स्थिति और पार्टी मामलों पर चर्चा की जाएगी।

वह 4 अक्टूबर को शाम करीब 5 बजे श्रीनगर के लिए उड़ान भरेंगे। वहीं 5 अक्टूबर को गृह मंत्री बारामूला में एक जनसभा को संबोधित करेंगे और घाटी में कई विकास कार्यो की नींव रखेंगे।

श्रीनगर में शाह दोपहर में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा के साथ एक उच्चस्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की भी अध्यक्षता करेंगे।

बैठक में नागरिक प्रशासन, पुलिस, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों (सीएपीएफ) और जम्मू-कश्मीर और केंद्र की खुफिया एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारी शामिल होंगे।

वह 5 अक्टूबर को शाम को नई दिल्ली लौटेंगे। फिर राजौरी और बारामूला में जनसभाओं को शाह का संबोधन भाजपा के लिए राजनीतिक रूप से महत्वपूर्ण है। हालांकि, जम्मू-कश्मीर में 2022 में विधानसभा चुनाव की कोई संभावना नहीं है।

अपनी ओर से, भाजपा ने जम्मू-कश्मीर के अंतिम डोगरा राजा महाराजा हरि सिंह के जन्म के उपलक्ष्य में 23 सितंबर को सार्वजनिक अवकाश की घोषणा के साथ दो महत्वपूर्ण प्रतिबद्धताओं को पहले ही पूरा कर लिया है।

भाजपा ने भी पहली बार एक गुर्जर गुलाम अली खटाना को राज्यसभा के लिए नामित किया और संसद में गुर्जर/बकरवाल समुदाय को प्रतिनिधित्व दिया।

चुनाव आयोग 25 नवंबर को जम्मू-कश्मीर की अंतिम मतदाता सूची प्रकाशित करेगा। इसके बाद अन्य समयबद्ध चुनावी प्रक्रियाएं, जैसे नामांकनपत्र दाखिल करना, उनकी जांच, उम्मीदवारी वापस लेने का समय और चुनाव अभियान की अवधि का पालन करना होगा।

दिसंबर के मध्य तक जम्मू-कश्मीर में कड़ाके की सर्दी शुरू हो जाती है, जिससे महीने के उत्तरार्ध में चुनाव कराना असंभव हो जाता है।

पहले जम्मू-कश्मीर में अप्रैल-मई 2023 में विधानसभा चुनाव हो सकते हैं और धारा 370 और 35ए के निरस्त होने के बाद लोकतांत्रिक प्रक्रिया में बड़े पैमाने पर लोगों की भागीदारी होने की उम्मीद है।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने दिया इस्तीफा

पटना ,02 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। बिहार के कृषि मंत्री सुधाकर सिंह ने आज नीतीश सरकार से इस्तीफा दे दिया। सुधाकर सिंह के पिता और राजद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने इस बात की पुष्टि की।

राजद के प्रदेश अध्यक्ष ने कहा, सुधाकर सिंह ने उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव को इस्तीफा भेज दिया है, जो बिहार विधानसभा में पार्टी विधायकों के नेता भी हैं। अब, यह तेजस्वी यादव पर निर्भर है कि वह उनका इस्तीफा उच्च अधिकारियों को भेजें।

जगदानंद सिंह ने यह भी कहा कि सुधाकर सिंह ने राज्य के किसानों के हित में एक बड़ी लड़ाई शुरू की है जिसमें बलिदान की जरूरत है।

सूत्रों ने कहा कि तेजस्वी यादव ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खुश करने के लिए सुधाकर सिंह पर इस्तीफा देने का दबाव बनाया।

सिंह ने कहा, सुधाकर सिंह ने किसानों के हित में इस्तीफा दे दिया है। अतीत में, देश के किसानों ने बाजार समिति (मंडी) के लिए एक आंदोलन किया था। बिहार में, बाजार समिति से संबंधित कानून 2006 में समाप्त हो गया था।

सुधाकर सिंह मांग कर रहे थे कि बिहार में मंडी कानून लागू करें ताकि किसानों को सीधा लाभ मिले। केवल मंडी कानून को लागू करने की आवश्यकता को बढ़ाने से मदद नहीं मिल सकती है।

कभी-कभी, इसे बलिदान की आवश्यकता होती है। उन्होंने तेजस्वी यादव को किसानों, मजदूरों और गरीब लोगों के हित में इस्तीफा भेज दिया है राज्य के रूप में हम नहीं चाहते कि सरकार के भीतर लड़ाई तेज हो।

उन्होंने कहा था, सुधाकर सिंह ने पहले कृषि विभाग में भ्रष्टाचार की ओर इशारा किया था। उन्होंने सार्वजनिक रूप से कहा कि भ्रष्टाचार निचले से लेकर उच्च स्तर के अधिकारियों तक हो रहा है। वे सभी चोर हैं।

इस बयान के बाद मुख्यमंत्री पिछले हफ्ते कैबिनेट की बैठक के दौरान भड़क गए और उनके बयान पर आपत्ति जताई। वह चाहते थे कि सुधाकर सिंह उस बयान को वापस ले लें जिसका उन्होंने खंडन किया और इसके बजाय बैठक छोड़ दी।

सिंह ने यह भी कहा कि उन्होंने सरकार के भीतर भ्रष्टाचार के मुद्दे को सही बताया और अपने बयान पर कायम रहे।
दूसरी ओर नीतीश कुमार ने दावा किया कि राज्य सरकार में भ्रष्टाचार का कोई मुद्दा नहीं है।

कुमार ने पहले कहा था, अगर कोई भ्रष्टाचार करता है, तो वह जेल जाएगा।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

लखनऊ में रावण के साथ नहीं जलेंगे कुंभकरण और मेघनाद के पुतले

लखनऊ ,02 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। उत्तर प्रदेश में 300 से अधिक वर्षो के बाद ऐशबाग रामलीला समिति ने इस दशहरे पर रावण के साथ कुंभकरण और मेघनाद के पुतले जलाने की प्रथा को बंद करने का निर्णय लिया है।

आयोजकों ने कहा, इसका कारण यह है कि सभी रामायण ग्रंथों में उल्लेख है कि कुंभकरण और मेघनाद ने रावण को भगवान राम के खिलाफ लडऩे से रोकने की कोशिश की थी, वह भगवान राम को विष्णु का अवतार मानते थे, लेकिन जब रावण ने उनकी सलाह नहीं मानी तो उन्हें युद्ध में भाग लेना पड़ा।

यह विचार सबसे पहले ऐशबाग दशहरा और रामलीला समिति के अध्यक्ष हरिश्चंद्र अग्रवाल और सचिव आदित्य द्विवेदी ने पांच साल पहले रखा था, लेकिन अन्य सदस्यों ने इसे इस आधार पर खारिज कर दिया कि तीनों का पुतला जलाना 300 साल पुरानी परंपरा का हिस्सा है।

द्विवेदी ने कहा, रामचरितमानस और रामायण के अन्य संस्करणों से पता चलता है कि रावण के पुत्र मेघनाद ने उनसे कहा था कि भगवान राम विष्णु के अवतार थे और उन्हें उनके खिलाफ युद्ध नहीं करना चाहिए।

दूसरी ओर, रावण के भाई कुंभकरण ने उन्हें बताया कि सीता जिसे लंका के राजा ने अपहरण कर लिया था, वह कोई और नहीं, बल्कि जगदंबा है और अगर वह उन्हें मुक्त नहीं करता है, तो वह अपने जीवन में सब कुछ खो सकता है।

हालांकि, रावण ने उनके सुझावों को नजरअंदाज कर दिया और उन्हें लडऩे का आदेश दिया। इसलिए, हमने मेघनाद और कुंभकरण के पुतले नहीं जलाने का फैसला किया है।

अग्रवाल ने बताया, काफी बहस और चर्चा के बाद हम इस साल सभी सदस्यों को यह समझाने में सफल रहे कि इस परंपरा को खत्म करने की जरूरत है।

माना जाता है कि रामलीला और दशहरा समारोह 16वीं शताब्दी में ऋषि-कवि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा ऐशबाग में शुरू किया गया था।

पुतले जलाने की परंपरा करीब तीन सदी पहले शुरू की गई थी। 1857 के प्रथम स्वतंत्रता संग्राम तक संतों द्वारा दोनों परंपराओं का संचालन किया गया।

लखनऊ के नवाब भी रामलीला देखने जाया करते थे। विद्रोह के बाद सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा समारोह को आगे बढ़ाया गया।

***************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

महाराष्ट्र के CM शिंदे को आत्मघाती विस्फोट से उड़ाने की मिली धमकी, पुलिस अलर्ट

मुंबई 02 Oct. (Rns/FJ)- महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को जान से मारने की धमकी दी गई है। जानकारी के अनुसार उन्हें आत्मघाती विस्फोट से उड़ाने की धमकी मिली है। इसकी जानकारी गुप्तचार विभाग को मिली है। हालांकि इससे पहले मुख्यमंत्री शिंदे को जान से मारने की धमकी से भरा एक पत्र एक महीने पहले भी आया था जिसमें सीएम शिंदे को जान से मारने की बात कही गई थी। अब धमकी देने वाला फोन आया है। इससे पहले भी नक्सलवादियों द्वारा मुख्यमंत्री को जान से मारने की धमकी दी जा चुकी है।

मुख्यमंत्री बनने के बाद अब तक एकनाथ शिंदे को तीन बार जान से मारने की धमकी मिली है। एक बार तब भी उन्हें मारने की साजिश रची गई थी जब वे आषाढ़ी एकादशी के वक्त पंढरपुर के दौरे पर थे। गढ़चिरोली का संरक्षक मंत्री होने की वजह वे नक्सलियों के निशाने पर भी थे। मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने राज्य की पुलिस को नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन तेज करने को कहा है। इसके अलावा पीएफआई के खिलाफ भी राज्य में कार्रवाइयां तेज हैं। ऐसे में सीएम शिंदे को जान से मारने की धमकी मिलने से खलबली मच गई है।

इस बारे में अपनी प्रतिकिया देते हुए सीएम शिंदे ने मीडिया से कहा, ‘मुझे पहले भी धमकियां मिली हैं। कई बार धमकियां मिली हैं। मैं इन धमकियों की परवाह नहीं करता हूं। नक्सलियों की तरफ से भी धमकी के फोन आ चुके हैं। पुलिस और गृहविभाग मेरी सुरक्षा के लिए सक्षम हैं।’

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कांग्रेस के तीन बड़े नेताओं ने प्रवक्ता पद से दिया इस्तीफा

*अब खड़गे के लिए करेंगे चुनाव प्रचार*

नई दिल्ली 02 Oct. (Rns/FJ): कांग्रेस अध्यक्ष की भागदौड़ में कांग्रेसियों में माहौल काफी गर्माया हुआ है। वहीं इस बीच खबर आ रही है कि कांग्रेस के तीन नेताओं ने प्रवक्ता पद्द से इस्तीफा दे दिया है।

कांग्रेस नेता गौरव वल्लभ, दीपेंद्र एस हुड्डा और सैयद नसीर हुसैन ने पार्टी के आधिकारिक प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दिया है। उन्होंने कहा कि इस्तीफे की वजह खरगे के लिए चुनाव प्रचार करना है।

तीनों ने बयान जारी करते हुए कहा कि पार्टी अध्यक्ष के रूप में मल्लिकार्जुन खरगे के चुनाव प्रचार के लिए हम लोगों ने आधिकारिक प्रवक्ता के पद से इस्तीफा दे दिया है और चाहते हैं कि यह चुनाव स्वतंत्र और निष्पक्ष हो।

इन सब के बीच खरगे का बयान भी सामने आया है। खरगे ने कहा कि मैं गांधी परिवार और कांग्रेस के अन्य नेताओं के साथ विचार-विमर्श करूंगा तथा उस पर अमल भी करूंगा।

कांग्रेस के एक व्यक्ति, एक पद के सिद्धांत के तहत नामांकन वाले दिन ही मैंने राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष के पद से इस्तीफा दिया। मैं किसी के विरोध में नहीं उतरा हूं, कांग्रेस को मजबूत करने के लिए अध्यक्ष पद के चुनाव में उतरा हूं।

उन्होंने संवादादाताओं से बातचीत में इस धारणा को भी खारिज कर दिया कि उन्हें गांधी परिवार का समर्थन हासिल है। खरगे ने कहा कि कांग्रेस के कई वरिष्ठ और युवा नेताओं के कहने पर वह चुनाव मैदान में उतरे हैं।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भारत-पाक सीमा पर ड्रोन ने फिर गिराए नशीले पदार्थ, सुरक्षाबलों ने गोलीबारी कर खदेड़ा

नई दिल्ली 02 Oct. (Rns/FJ): सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने एक बार फिर पाकिस्तान के नापाक मंसूबों को विफल कर दिया है। राजस्थान से लगी भारत पाकिस्तान सीमा पर ड्रोन से नशीले पदार्थ गिराए गए, जिसके जवाब में बीएसएफ ने गोलीबारी कर ड्रोन को खदेड़ दिया।

बीएसएफ की तरफ से ये जानकारी दी गई है। बीएसएफ ने बताया कि 1-2 अक्टूबर की मध्यरात्रि में राजस्थान के श्रीगंगानगर में बीएसएफ के अलर्ट सैनिकों ने भारत पाकिस्तान की सीमा पर अनूपगढ़ में ड्रोन की भिनभिनाहट सुनी। इसके बाद जवानों ने ड्रोन पर कई राउंड गोलीबारी कर दी। जानकारी के मुताबिक गोलीबारी के बाद ड्रोन ने बेतरतीब ढंग से ड्रग्स की खेप को गिरा दिया और वापस पाकिस्तान की तरफ लौट गया।

घटना के बाद आसपास के इलाकों में तलाशी लेने पर संदिग्ध नशीले पदार्थ, जिसे हेरोइन बताया जा रहा है, के 4 पैकेट बरामद हुए। इसका कुल बजन 3.70 किलोग्राम है। नशीले पदार्थ की कीमत करोड़ों में आंकी जा रही है। घटना के बाद जवानों ने इसकी सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी। जिसके बाद पूरे इलाके में सर्च ऑपरेशन अभी भी चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि राजस्थान की सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से ड्रोन से नशीले पदार्थ गिराने के कई मामले अक्सर सामने आते रहते हैं।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

भाजपा ने की राहुल और अन्य नेताओं के खिलाफ वन नियमों का उल्लंघन करने की शिकायत

मैसूरु 02 Oct. (Rns/FJ)- भारतीय जनता पार्टी ने वन विभाग में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी व अन्य नेताओं के खिलाफ बांदीपुर टाइगर रिजर्व (बीटीआर) में वन्यजीव नियमों का उल्लंघन करने की शिकायत दर्ज कराई है।

यह शिकायत शनिवार सुबह राहुल गांधी, केजे जॉर्ज, सिद्धारमैया और एचसी महादेवप्पा के खिलाफ दर्ज की गई है। भाजपा ने शिकायत की कि कांग्रेस नेताओं ने वन्यजीव संरक्षण अधिनियम, 1972 का उल्लंघन किया है, जो शुक्रवार सुबह मुख्य बीटीआर रोड पर बिना अनुमति के बाघ अभयारण्य में प्रवेश तथा वाहनों से नीचे उतरने पर रोक लगाता है। भाजपा ने यह भी आरोप लगाया कि वन अधिकारियों ने मुदुमलाई और कर्नाटक की ओर से कांग्रेस नेताओं को सुबह छह बजे के निर्धारित प्रवेश समय से पहले प्रवेश की अनुमति दी थी। आपातकालीन वाहनों और चार पर्यटक बसों को छोड़कर, रात के दौरान यातायात की आवाजाही प्रतिबंधित है।

सिद्धारमैया ने कर्नाटक की ओर से बीटीआर में प्रवेश किया और राहुल गांधी का काफिला तमिलनाडु के मुदुमलाई की ओर से प्रवेश किया। भाजपा ने आरोप लगाया कि वे केक्कानहल्ला और मेलुकमनहल्ली चेक पोस्ट के बीच जंगल के अंदर मिले। भाजपा के मुताबिक दोनों नेता अपने वाहनों से उतरे और गुलदस्ते का आदान-प्रदान किया और एक-दूसरे को बधाई दी जो वन कानूनों का घोर उल्लंघन है। भाजपा ने आरोप लगाया कि सिद्धारमैया करमाताका के गुंडलूपेट में प्रवेश करने के लिए राहुल गांधी के वाहन पर चढ़ गए

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

हम विभाजनकारी विचारधारा के खिलाफ गांधीजी की लड़ाई लड़ रहे हैं : राहुल

मैसूरु 02 Oct. (Rns/FJ)- कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर रविवार को कहा कि ब्रिटिश राज के खिलाफ गांधीजी की लड़ाई की तरह ही कांग्रेस विभाजनकारी विचारधारा के खिलाफ लड़ाई लड़ रही है।

गांधी ने कर्नाटक के मैसूरु में कहा कि यह लड़ाई एक ऐसी विचारधारा से खिलाफ है जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार के नेतृत्व में पिछले आठ वर्षों से हमारी कड़ी मेहनत से प्राप्त की गई स्वतंत्रता का हनन किया गया है और जिसमें असमानता एवं विभाजनकारी सोच हावी है।

गांधी ने कहा, “आज महात्मा गांधी की 153वीं जयंती के अवसर पर हम भारत के महान सपूत को याद करते हैं और अपनी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। हमारी याद इस तथ्य से और ज्यादा हृदयस्पर्शी हो जाती है कि आज हमारी भारत जोड़ो यात्रा का 25वां दिन हैं, एक ऐसी पदयात्रा जिसमें हम महात्मा गांधी द्वारा बताए गए अहिंसा, एकता, समानता और न्याय के मार्ग पर चल रहे हैं।”

राहुल गांधी ने कहा, “जिस तरह गांधीजी ने ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी, आज हम उसी तरह की विचारधारा के साथ लड़ाई कर रहे हैं जिसने गांधी की हत्या की थी। इस विचारधारा ने पिछले आठ वर्षों में असमानता, विभाजन और कड़ी मेहनत से प्राप्त स्वतंत्रता का हनन किया है।”

गांधी ने ये बातें मैसूर के पास बदनवालु ग्रामोद्योग केंद्र में एक सभा को संबोधित करते हुए कही, जहां गांधीजी ने 1927 में दौरा किया था।

गांधी ने कहा कि अहिंसा और असत्य की इस राजनीति के खिलाफ भारत जोड़ो यात्रा कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक अहिंसा और स्वराज का संदेश फैलाएगी। उन्होंने कहा कि ‘स्वराज’ के कई मायने हैं, यह डर से मुक्ति है जो हमारे किसान, युवा और लघु और मध्यम उद्यमी चाहते हैं।

यह हमारे राज्यों द्वारा संवैधानिक स्वतंत्रता का उपयोग करना और हमारे गांवों में पंचायती राज चलाने की स्वतंत्रता भी है। राहुल गांधी ने कहा कि स्वराज अपने आप में एक विजय भी है, चाहे वह भारत यात्री हों जो 3,600 किलोमीटर की पैदल यात्रा कर रहा हो या वो लाखों नागरिक जो छोटी अवधि के लिए यात्रा कर रहे हैं।

उन्होंने कहा कि उनकी यात्रा डर, घृणा और विभाजन वाली राजनीति के खिलाफ देशवासियों की दृढ़ आवाज है। उन्होंने कहा,“सत्ता में बैठे हुए लोगों के लिए गांधी की विरासत हथियाना आसान हो सकता है लेकिन उनके नक्शे कदम पर चलना बहुत कठिन है।

” गांधी ने कहा कि इस यात्रा में बड़ी संख्या में पुरुष, महिलाएं और बच्चे शामिल हुए हैं और कई लोगों का मानना है कि जिन मूल्यों के लिए गांधीजी ने जान दी वो मूल्य तथा हमारे संवैधानिक अधिकार आज खतरे में हैं।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में CRPF पर आतंकी हमला, एक जवान शहीद

श्रीनगर 02 Oct. (Rns/FJ): जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में रविवार को हुए आतंकी हमले में एक स्थानीय पुलिसकर्मी की मौत हो गई और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) का एक जवान घायल हो गया। जम्मू और कश्मीर पुलिस ने अपने ट्विटर पेज पर कहा, पुलवामा के पिंगलाना में सीआरपीएफ और पुलिस की संयुक्त नाका पार्टी पर आतंकियों ने फायरिंग की।

इस आतंकी हमले में एक पुलिस कर्मी शहीद हो गया, वहीं सीआरपीएफ का 1 जवान घायल हो गया। भारी संख्या में जवानों को भेजा गया है। इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हमलावरों को पकड़ने के लिए एक अभियान शुरू कर दिया गया है।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के विभिन्न कार्यक्रमों को बाधित करने की किसी भी आतंकवादी योजना को विफल करने के लिए सुरक्षा बलों ने घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ अभियान तेज कर दिया है। शाह सोमवार को जम्मू-कश्मीर के तीन दिवसीय दौरे पर आने वाले हैं।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

यह है खतरनाक जनमत-संग्रह

वेद प्रताप वैदिक – यूक्रेन के चार क्षेत्रों में रूस ने जनमत संग्रह करवा लिया और अब अगले सप्ताह उन चारों क्षेत्रों को वह रूस में मिला लेगा। उन्हें वह रूस का हिस्सा बना लेगा। ये चार क्षेत्र हैं- दोनेत्स्क, लुहांस्क, खेरसान और झपोरीझाझिया! इन चारों क्षेत्रों से लाखों यूक्रेनी भागकर अन्य यूरोपीय देशों में चले गए हैं। ये चारों क्षेत्र मिलकर यूक्रेन की 15 प्रतिशत भूमि में हैं।

इन क्षेत्रों में ज्यादातर रूसी मूल के लोग रहते हैं।यूक्रेन कई दशकों तक सोवियत रूस का एक प्रांत बनकर रहा है। इसके पहले भी दोनों देशों में सदियों से घनिष्टता रही है। यूक्रेनी लोग रूस में बसते रहे और रूसी लोग यूक्रेन में लेकिन सोवियत संघ के टूटने के बाद याने यूक्रेन के अलग होने के बाद रूसी और यूक्रेनी लोगों के मतभेद बढ़ते गए।

उक्त चारों इलाकों के रूसी मूल के लोग रूस में मिलने के छोटे-मोटे आंदोलन भी चलाते रहे हैं लेकिन रूस ने उस पर कोई खास ध्यान नहीं दिया।अब क्योंकि नाटो देशों ने यूक्रेन पर भी डोरे डालने शुरु कर दिए थे, इसीलिए रूसी नेता व्लादीमीर पूतिन ने यूक्रेन के खिलाफ युद्ध छेड़ रखा है। उन्होंने इन चारों क्षेत्रों में पांच दिनों तक जनमत संग्रह की नौटंकी रचकर इन्हें रूस में मिलाने की घोषणा कर दी है।

इस जनमत संग्रह में 87 से 99 प्रतिशत लोगों ने रूस में विलय के पक्ष में वोट दिए हैं। यूक्रेनी नेताओं ने कहा है कि यह जनमत संग्रह शुद्ध पाखंड है।रूसी फौजियों ने घर-घर जाकर पेटियों में लोगों से जबर्दस्ती वोट डलवाए हैं। यह पता नहीं कि वोटों की गिनती भी ठीक से हुई है या नहीं? या गिनती के पहले ही परिणामों की घोषणा हो गई है?

यूक्रेन की इस आपत्ति को रूसी नेताओं ने निराधार कहकर निरस्त कर दिया है लेकिन असली सवाल यह है कि क्या इस तरह का जनमत-संग्रह उचित और व्यावहारिक है?रूस ने सीधे कब्जा नहीं किया और उसकी जगह जनमत-संग्रह करवाया यह बेहतर बात है लेकिन यदि इसे सही मान लिया जाए तो आज की दुनिया के कई देशों के टुकड़े हो जाएंगे।

पड़ौसी देशों के विधर्मी और विजातीय लोग लाखों-करोड़ों की संख्या में आकर किसी भी देश में बस जाएं तो क्या वे अपना अलग देश बनाने या अपने मूल देश में मिलने के अधिकारी हो सकते हैं?

यदि ऐसा होने लगे तो पाकिस्तान, नेपाल, श्रीलंका और म्यांमार जैसे कई देशों के टुकड़े होने लगेंगे, क्योंकि इन देशों के कई जिलों और प्रांतों में पड़ौसी देशों के लोगों की बहुतायत है।

दक्षिण एशिया ही नहीं, दुनिया के लगभग सभी देशों में यह उपक्रम संकट उपस्थित कर सकता है। वह जन-संग्राम और अंतरराष्ट्रीय युद्धों का कारण भी बन सकता है।

**************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भारत-दक्षिण अफ्रीका मैच के लिये इकाना में मिलेंगे टिकट

लखनऊ ,02 अक्टूबर (एजेंसी)। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच छह अक्टूबर को लखनऊ में खेले जाने वाले पहले एकदिवसीय मुकाबले के लिये टिकटों की बिक्री इकाना स्टेडियम में होगी।

उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसियेशन (यूपीसीए) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अंकित चटर्जी ने बताया कि अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम पर भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच पहला एकदिवसीय मैच छह अक्टूबर को खेला जायेगा.

जिसके लिये पेटीएम के जरिये टिकटों की ऑनलाइन बिक्री की जा रही है। उन्होंने कहा कि दर्शकों की सुविधा के लिये एक अक्टूबर से इकाना स्टेडियम पर गेट नम्बर दो के निकट टिकट खिड़की पर टिकटों की बिक्री की जायेगी।

उन्होंने बताया कि दिन रात्रि का मैच अपराह्न 1.30 बजे शुरू होगा जिसके लिये दर्शकों का प्रवेश सुबह 10.30 बजे शुरू हो जायेगा।

वाहनों के लिये तीन पार्किंग स्थल बनाये गये हैं जहां से दर्शकों को स्टेडियम के गेट तक पहुंचाने के लिये विशेष वाहन से की व्यवस्था की गयी है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

राष्ट्रीय खेल में उप्र ने जीते चार स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य

अहमदाबाद ,02 अक्टूबर (एजेंसी) । उत्तर प्रदेश ने गुजरात में आयोजित 36वें राष्ट्रीय खेलों में चार स्वर्ण, दो रजत और एक कांस्य जीतते हुए अपना अभियान शुरू किया।

उत्तर प्रदेश इस सफलता के साथ राष्ट्रीय खेलों की तालिका (राष्ट्रीय खेल की वेबसाइट पर अपडेट) में दूसरे स्थान पर रहा।

उत्तर प्रदेश के लिए आज महिला एथलेटिक्स में तीन स्वर्ण जीते जिसमें किरन बालियान और मुनीता प्रजापति ने नया नेशनल गेम्स रिकार्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीते। दूसरी ओर अंतर्राष्ट्रीय पदक विजेता पहलवान दिव्या काकरान ने भी महिला कुश्ती में उत्तर प्रदेश की झोली में स्वर्ण डाला। इसके अलावा पुरुष कबड्डी सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश की टीम ने फाइनल में पहुंच कर पदक पक्का किया।

एथलेटिक्स में आज बने नौ गेम्स रिकार्ड में दो रिकार्ड यूपी की एथलीटों की झोली में रहे। उत्तर प्रदेश के लिए एक मजदूर की बेटी मुनीता प्रजापति ने महिला 20 किमी पैदल चाल स्पर्धा में 1 घंटा 38 मिनट 20 सेकंड का समय निकालकर इस संस्करण का पहला रिकार्ड बनाया।
महिलाओं के शॉट पुट में उत्तर प्रदेश की किरण बालियान ने भी नया गेम्स रिकार्ड बनाते हुए स्वर्ण पदक जीता। किरन बालियान ने 17.14 मीटर का थ्रो करते हुए स्वर्णिम सफलता हासिल की ।

महिला हैमर थ्रो में तीसरा स्वर्ण उत्तर प्रदेश की सरिता रोमित सिंह ने 61.03 मीटर के थ्रो के साथ जीता। इसके अलावा पुरुष एथलेटिक्स में 1500 मी. में उत्तर प्रदेश के अजय कुमार सरोज ने 3.41.58 का समय निकालते हुए रजत पदक जीता।

महिला कुश्ती में उत्तर प्रदेश की दिव्या काकरान ने 76 किग्रा में स्वर्ण पदक जीता। उनकी इस सफलता से हरियाणा पहले दिन दांव पर लगे सभी छह स्वर्ण पदक जीतने से चूक गया। दिव्या ने क्वार्टर फाइनल में हरियाणा की रीतिका को हराया। फिर तेलंगाना की रोहिणी सत्य शिवानी और फाइनल में हिमाचल प्रदेश की रानी को 4-0 से हराया।

महिला कुश्ती के ही 62 किग्रा भार वर्ग में उत्तर प्रदेश की फ्रीडम यादव को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा।

इसके अलावा पुरुष टीम जिम्नास्टिक में उत्तर प्रदेश ने रजत पदक जीता। पुरुष कबड्डी सेमीफाइनल में उत्तर प्रदेश की टीम ने सर्विसेज को 42-37 से हराया।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

प्रधानमंत्री ने लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें विजय घाट पर पुष्पांजलि अर्पित की

प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज विजय घाट पर पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर उन्हें पुष्पांजलि अर्पित की।

एक ट्वीट में, प्रधानमंत्री ने कहा:-

“विजय घाट पर, लाल बहादुर शास्त्री जी को श्रद्धांजलि अर्पित की, जिन्होंने भारत के इतिहास में अमिट योगदान दिया है।”

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

 

प्रधानमंत्री मोदी ने बताया क्यों खास है इस बार की गांधी जयंती

नई दिल्ली 02 Oct. (Rns/FJ): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी 152वीं जयंती पर श्रद्धांजलि दी और देशवासियों से आग्रह किया कि वे इस अवसर पर खादी और हस्तशिल्प उत्पादों को खरीदकर बापू को श्रद्धासुमन अर्पित करें। उन्होंने ट्वीट कर बताया कि क्यों खास है इस बार की गांधी जयंती।

बाद में प्रधानमंत्री राजधानी के राजघाट स्थित बापू के समाधि स्थल भी गए और उन्हें पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर वहां सर्व धर्म प्रार्थना सभा का भी आयोजन किया गया। मोदी ने ट्वीट किया, ‘राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जन्म-जयंती पर विनम्र श्रद्धांजलि। इस बार गांधी जयंती विशेष है क्योंकि भारत आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। हम बापू के आदर्शों का हमेशा पालन करें। मैं आप सभी से यह आग्रह भी करता हूं कि खादी और हस्तशिल्प उत्पादों को खरीदें और गांधी जी को श्रद्धासुमन अर्पित करें।’

गांधी का जन्म गुजरात के पोरबंदर में 2 अक्टूबर 1869 में हुआ था। उनके जन्मदिन को गांधी जयंती के साथ ही अंतरराष्ट्रीय अहिंसा दिवस के रूप में भी मनाया जाता है। अंग्रेजी हुकूमत से भारत को आजाद कराने की लड़ाई का उन्होंने नेतृत्व किया था। अहिंसक विरोध का उनका सिखाया हुआ सबक आज भी पूरी दुनिया में सम्मान के साथ याद किया जाता है।

पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि लाल बहादुर शास्त्री जी की उनकी सादगी तथा निर्णय क्षमता के लिए पूरे भारत में प्रशंसा की जाती है। हमारे इतिहास के बेहद अहम मौके पर उनके मजबूत नेतृत्व को हमेशा याद रखा जाएगा। उनकी जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि।

प्रधानमंत्री ने दिल्ली में ‘प्रधानमंत्री संग्रहालय’ में उनकी गैलरी की कुछ झलकियां भी साझा की, जिसमें शास्त्री की जीवन यात्रा तथा उपलब्धियों को दिखाया गया है। उन्होंने देशवासियों से इस संग्रहालय का दौरा करने का भी आग्रह किया।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

सोनिया, राहुल ने दी बापू को श्रद्धांजलि

नई दिल्ली 02 Oct. (Rns/FJ): कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, राज्यसभा में विपक्ष के नेता एवं कांग्रेस अध्यक्ष चुनाव में उम्मीदवार मल्लिकार्जुन खडगे ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की।

श्रीमती गांधी ने प्रातः राजघाट जाकर राष्ट्रपिता की समाधि पर पुष्प अर्पित किए और गांधी जी को श्रद्धांजलि दी। राजघाट पर सर्वधर्म सभा में भी शामिल होकर उन्होंने बापू को श्रद्धा सुमन अर्पित किए।

भारत जोड़ो यात्रा की अगुवाई कर रहे राहुल ने ट्वीट कर गांधी जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा “बापू ने हमें सत्य और अहिंसा के पथ पर चलना सिखाया। प्रेम, करुणा, सद्भाव और मानवता का अर्थ समझाया।

आज गांधी जयंती पर हम प्रण लेते हैं, जिस तरह उन्होंने देश को अन्याय के खिलाफ एकजुट किया था वैसे ही अब हम भी अपना भारत जोड़ेंगे।”

***************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भाजपा का महाराष्ट्र में मिशन 45

औरंगाबाद 02 Oct. (Rns/FJ): केंद्रीय वन, पर्यावरण एवं श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने कहा कि आगामी लोकसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने महाराष्ट्र में ‘मिशन 45’ अभियान शुरू किया है और पार्टी ‘संसदीय बोर्ड’ गठबंधन के बारे में फैसला करेगा।

श्री यादव कल औरंगाबाद में इस संबंध में पार्टी कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों से मिलने गए थे। कई बैठकों के बाद आईएमए हॉल में मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की योजनाओं से लोगों में संतोष का माहौल है।

हालांकि, उन्होंने महंगाई के मुद्दे को दरकिनार कर दिया।

उन्होंने कहा कि शिंदे समूह और भाजपा सरकार राज्य में अच्छा काम कर रही है और उन्होंने आशा व्यक्त की कि हम भविष्य में साथ रहेंगे।

*******************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मुम्बई अपराध शाखा ने रंगदारी मामले में सलीम फ्रूट को लिया हिरासत में

मुंबई 02 Oct. (Rns/FJ): मुंबई अपराध शाखा ने छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट को रंगदारी मामले में शामिल होने के आरोप में हिरासत में ले लिया।

पुलिस ने आज यहां बताया कि सलीम न्यायिक हिरासत में है और एक अदालत द्वारा अपराध शाखा को हिरासत में लेने की अनुमति देने के बाद उसे आर्थर रोड जेल से हिरासत में ले लिया गया।

बाद में उसे अदालत में पेश किया गया। अदालत ने उसे छह अक्टूबर तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।

दाऊद इब्राहिम के करीबी छोटा शकील के रिश्तेदार सलीम फ्रूट ने वर्सोवा के एक कारोबारी को जान से मारने की धमकी दी थी।

उसे पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया था।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

यूट्यूब पर सीखकर भिवाड़ी में चोरी की वारदातों को दिया अंजाम

अलवर 02 Oct. (Rns/FJ): उत्तराखंड से नौकरी की तलाश में राजस्थान में अलवर जिले के भिवाड़ी आया एक युवक आशा के अनुकूल रोजगार नहीं मिलने पर यूट्यूब के जरिए चोरी का तरीका सीख कर एक के बाद एक चोरी की छह वारदातों को अंजाम देने का मामला सामने आया है।

भिवाड़ी थाना पुलिस ने क्षेत्र में दस दिन में छह दुकानों के ताले तोड़कर लाखों की नगदी चोरी करने वाले नीरजनाथ को गिरफ्तार किया है। यूट्यूब से ताला तोड़कर इसने वारदात करना सीखा था और उसके बाद छह वारदातों को अंजाम दिया।

पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल , चाबी , कटर , रोड सहित अन्य सामान बरामद किया है । पुलिस ने बताया कि गत 20 सितंबर को अलवर बायपास भिवाड़ी निवासी संजय गर्ग ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि रात को अज्ञात चोर ने उनकी दुकान न्यू गर्ग सुपर स्टोर का ताला तोड़कर गल्ले में रखे ढाई लाख रुपए चोरी कर लिए । घटना पर मुकदमा दर्ज किया गया। इसके बाद पांच वारदातों को और अंजाम दिया गया।

पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लिया और विशेष टीम का गठन करके सीसीटीवी कैमरे की गहनता से अवलोकन कर अज्ञात आरोपी की पहचान के प्रयास किए गए पुलिस ने एक संदिग्ध को पकड़ने का प्रयास किया तो पुलिस को देखकर हुए भाग गया फिर पुलिस ने उसे बड़ी मशक्कत के बाद पकड़ा और पूछताछ करने पर उसने अपना नाम नीरज नाथ निवासी नेकीना जिला अल्मोड़ा उत्तराखंड हाल किराएदार नंगलिया भिवाड़ी होना बताया । पूछताछ के दौरान उसने कबूल किया कि उसने 10 दिनों में भिवाड़ी में छह को अंजाम दिया है। पुलिस चोरी गई नगदी और माल बरामद करने का प्रयास कर रही है।

**************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Exit mobile version