भारी बारिश के चलते कर्नाटक के 10 जिलों में येलो अलर्ट जारी

बेंगलुरू 11 Oct. (Rns/FJ) : बेंगलुरु में भारी बारिश की वजह से मंगलवार को कर्नाटक के 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया गया है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने आगे भी बारिश की संभावना जताई है। आईएमडी ने कहा कि अगले दो दिनों तक 20 जिलों में गरज के साथ बौछारें भी पड़ेंगी।

येलो अलर्ट के तहत जिले कालाबुरागी, यादगिरी, रायचूर, कोप्पल, गडग, बेलगावी, बल्लारी, चित्रदुर्ग, चिक्कमगलुरु और चिक्काबल्लापुर हैं। हालांकि, राज्य के तटीय क्षेत्र के लिए ऐसी कोई चेतावनी जारी नहीं की गई है।

अनुमान लगाया जा रहा है कि यह मौसम कुछ और दिनों तक बना रहेगा।

वेदरमैन ने बुधवार को उत्तरी जिलों कालाबुरागी, यादगिरी, रायचूर, कोप्पला, गडग, बेलगावी में बारिश की भविष्यवाणी की है।

इस बीच, दक्षिणी जिलों तुमकुरु, कोलार, चिक्कबल्लापुर और बेंगलुरु ग्रामीण में भारी बारिश होने वाली है।

चिक्कमगलुरु, मैसूर, चामराजनगर, हासन, कोडागु, शिवमोग्गा, चित्रदुर्ग और दावणगेरे जिलों में भी मंगलवार को भारी बारिश होगी।

अधिकारियों को सतर्क रहने और लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आवश्यक कदम उठाने को कहा गया है।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

सिताब दियारा में अमित शाह के कार्यक्रम को लेकर राजीव प्रताप रुडी ने किया मुआयना

छपरा, 11 अक्टूबर ( आरएनएस/FJ) । केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सारण में होने वाले कार्यक्रम को लेकर स्थानीय सांसद सह भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता राजीव प्रताप रुडी ने सिताब दियारा में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया।

इस दौरान सांसद ने आरक्षी उप महानिरीक्षक पी कन्नन, आरक्षी अधीक्षक संतोष कुमार और जिलाधिकारी राजेश मीणा के साथ विधी व्यवस्था की भी समीक्षा की। कार्यक्रम स्थल के निरीक्षण के दौरान रुडी के साथ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के अलावा भाजपा के जिलाध्यक्ष रामदयाल शर्मा, राहुल सिंह प्रमुख, मुखिया प्रतिनिधि मनोकामना सिंह, स्थानीय भाजपा नेता भोला सिंह, धनन्जय राम अरबिंद सिंह, दीपक साह, मणि प्रताप सिंह, शेखर सिंह, अभय सिंह समेत पार्टी के कई पदाधिकारी मौजूद थे।

विदित हो कि लोकनायक जय प्रकाश नारायण की कल जयंती है, इसलिए कल उनके पैतृक गाँव में आयोजित विशेष कार्यक्रम में गृहमंत्री शामिल होंगे। आयोजित होने वाले कार्यक्रम में गृह मंत्री के साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी मंच पर होंगे।

इस बात की जानकारी देते हुए सांसद ने बताया कि गृह मंत्री अमित शाह 11 अक्टूबर को लोकनायक जय प्रकाश के 120 वीं जयंती पर उनकी जन्म स्थली सिताब दियारा में आयोजित कार्यक्रम में भाग लेने के लिए आयेंगे। इस दौरा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यानाथ भी सिताब दियारा आयेंगे।

रुडी ने बताया कि गृहमंत्री द्वारा जेपी की जन्मस्थली सिताबदियारा का जय प्रकाश नारायण स्मारक राष्ट्रीय स्मारक के रूप में घोषित किया जायेगा। साथ ही वे जेपी की प्रतिमा का अनावरण भी करेंगे। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह का सारण में होने वाले इसी कार्यक्रम को लेकर सांसद रुडी ने सिताब दियारा में कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया।

निरीक्षण के दरम्यान सांसद ने ग्रीन रूम, सेफ हाउस, वीवीआईपी एरिया, डी एरिया मंच इत्यादि का निरीक्षण किया और तैयारियां की समीक्षा करते हुए आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिया।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

टीम इंडिया ने थाइलैंड को 9 विकेट से रौंदा, 6 ओवर में ही जीता मैच

सिलहेट ,11 अक्टूबर (एजेंसी)। महिला एशिया कप 2022 जीतने की प्रबल दावेदार भारतीय टीम ने स्नेह राणा (9/3) की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन की बदौलत थाईलैंड को एकतरफा मुकाबले में नौ विकेट से मात दी। थाईलैंड ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 15.1 ओवर में ऑलआउट होने से पहले केवल 37 रन बनाये। इस छोटे लक्ष्य को भारत ने छह ओवर में ही हासिल कर लिया।

भारत ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी करते हुए थाईलैंड के 10 बल्लेबाजों को दहाई का आंकड़ा नहीं छूने दिया। थाईलैंड की सलामी बल्लेबाज नानापट कोनचारोएंकाई ने अपनी टीम के लिये सर्वाधिक 12 रन बनाये। भारत के लिये स्नेह ने चार ओवर में नौ रन देकर तीन विकेट लिये, जबकि दीप्ति शर्मा और राजेश्वरी गायकवाड़ ने दो-दो विकेट चटकाए। मेघना सिंह ने एक विकेट हासिल किया।

भारत के लिये लक्ष्य का पीछा करने उतरीं शेफाली वर्मा आठ रन बनाकर आउट हो गईं। सबभिनेनी मेघना ने 18 गेंदों पर तीन चौकों के साथ नाबाद 20 रन बनाये जबकि पूजा वस्त्राकर ने 12 गेंदों पर नाबाद 12 रन जोड़े। भारत ने लीग स्टेज में अपने छह में से पांच मैच जीतकर महिला एशिया कप 2022 के सेमीफाइनल में जगह बना ली है।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

पीकेएल 9 : अर्जुन देशवाल के शानदार प्रयास ने पिंक पैंथर्स को पटना पाइरेट्स पर जीत दिलाई

बेंगलुरु ,11 अक्टूबर (एजेंसी)। अर्जुन देशवाल ने अपनी टीम जयपुर पिंक पैंथर्स को प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) सीजन 9 के 7वें मैच में रविवार को बेंगलुरु के श्री कांतीरवा इंडोर स्टेडियम में पटना पाइरेट्स पर 35-30 की जीत दर्ज करने में मदद करने के लिए शानदार प्रदर्शन किया। देशवाल ने 17 अंक बटोरे, जबकि रोहित गुलिया 11 अंकों के साथ पटना के लिए सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी बनकर उभरे।

रोहित गुलिया ने दो रेड की और पटना पाइरेट्स ने 8वें मिनट में 6-3 से बढ़त बना ली। हालांकि, अर्जुन देशवाल ने कुछ शानदार रेड के जरिए जयपुर को स्कोर 7-7 से बराबर करने में मदद की। थोड़ी देर बाद, पटना ऑल आउट होने की कगार पर था, लेकिन सचिन ने एक रेड मारा और सुनिश्चित किया कि उनकी टीम 10-9 से आगे रहे। हालांकि, पैंथर्स ने अंतत: ऑल-आउट कर दिया और 12-11 से बढ़त हासिल कर ली।

जयपुर के डिफेंडर अंकुश ने भी 18वें मिनट में अपनी टीम को 17-12 से भारी बढ़त दिला दी। पहले हाफ के अंत तक पिंक पैंथर्स ने आराम से 18-14 की बढ़त ले ली। देशवाल ने 27वें मिनट में सुपर रेड की और पाइरेट्स को मैट पर सिर्फ एक खिलाड़ी तक सीमित कर दिया। इसके बाद पैंथर्स ने ऑल-आउट कर दिया और 27-17 पर मैच पर पूर्ण नियंत्रण कर लिया। वी. अजित ने भी प्रदर्शन किय, जिससे जयपुर आगे बढ़ता रहा।

सचिन ने 37वें मिनट में शानदार रेड की, लेकिन पाइरेट्स को लगातार अंक लेने का कोई रास्ता नहीं मिला, जिससे जयपुर को 34-26 पर अपनी बढ़त बनाए रखने में मदद मिली। इसके बाद जयपुर के रेडर्स ने जोखिम लेना बंद कर दिया और अंत में एक शानदार जीत अपने नाम की।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

मुख्तार के करीबी भीम सिंह के खिलाफ गैर जमानती वारंट

*अवधेश राय हत्याकांड के मामले में कोर्ट में नहीं पेश हुए भीम*

*मामले क अगली सुनवाई 12 अक्तूबर मुर्कर, बढ़ सकती है परेशानी*

*वर्ष 1991 में अवधेश राय की वाराणसी में बदमाशों ने की थी हत्या*

गाजीपुर, 11.10.2022 (एजेंसी)। अपर सत्र न्यायाधीश प्रथम/एमपी-एमएलए रामसुध सिंह की अदालत में अवधेश राय हत्याकांड में मुख्तार अंसारी को छोड़कर अन्य आरोपितों के गवाही के लिए उपस्थित नहीं हुए।

इसके बाद कोर्ट ने मुख्तार अंसारी के करीबी भीम सिंह निवासी करंडा के खिलाफ गैरजमानती वारंट जारी कर दिया। अगली तिथि 12 अक्टूबर की तिथि नियत की है।

तीन अगस्त 1991 को करीब एक बजे अजय राय अपने भाई अवधेश राय के साथ अपने वाराणसी स्थित मकान के गेट पर खड़ा थे।

उन्होंने गवाही दी है कि इसी समय एक सफेद रंग की मारुति वैन आई, जिसमें मुख्तार अंसारी सहित कुछ लोग मौजूद थे। गाड़ी से उतरे और ताबड़तोड़ उनके भाई के ऊपर फायर किया।

सभी के हाथ मे असलहे थे। सभी लोग मारुति वैन से भागने का प्रयास किए। इस पर उन्होंने भी लाइसेंसी पिस्टल से फायर किया। इसके बाद सभी लोग गाड़ी छोड़ कर भाग गए। अजय राय अपने भाई को कबीर चौरा अस्पताल ले गए, जहां चिकित्सकों ने मृत घोषित कर दिया था।

इन्हीं मामलों को लेकर मुख्तार अंसारी और भीम सिंह के विरुद्ध थाना कोतवाली में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा पंजीकृत कराया गया था। इस मामले का विचारण अदालत में चल रहा था। इसमें पिछले बुधवार को गवाही की कार्रवाई पूरी हो गई।

सोमवार को आरोपितगण मुख्तार अंसारी और भीम सिंह के बयान के लिए तिथि नियत थी। मुख्तार अंसारी वीडियो कांफ्रेंसिंग से उपस्थित हुए, जबकि भीम सिंह न्यायालय में उपस्थित नहीं हुए।

उनके तरफ से गैर हाजिरी माफी का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया गया। जिसे न्यायालय ने निरस्त करते हुए भीम सिंह की गिरफ्तारी के लिए कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी करने का आदेश दिया है।

साथ ही आरोपितगण के बयान के लिए 12 अक्टूबर की तिथि तय की गई है।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना

श्रीनगर 11 Oct. (Rns/FJ) : पिछले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में आंशिक रूप से बादल छाए रहे। मौसम विभाग कार्यालय ने मंगलवार को कहा कि अगले 24 घंटों के दौरान अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान साफ हो सकता है। मौसम विभाग के एक अधिकारी ने कहा, “अगले 24 घंटों के दौरान जम्मू-कश्मीर में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना के साथ आसमान साफ हो सकता है।”

श्रीनगर में आज न्यूनतम तापमान 9.4, पहलगाम 6.1 और गुलमर्ग 3.5 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।

लद्दाख के द्रास शहर में न्यूनतम तापमान 1.8, कारगिल में 4.7 और लेह में 2.9 रहा।

जम्मू में न्यूनतम तापमान 19.4, कटरा में 17.2, बटोटे में 11.5, बनिहाल में 8.6 और भद्रवाह में 12 रहा।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कश्मीरी अलगाववादी नेता अल्ताफ शाह का दिल्ली के एम्स में निधन

श्रीनगर 11 Oct. (Rns/FJ) : वरिष्ठ अलगाववादी नेता और दिवंगत सैयद अली गिलानी के दामाद अल्ताफ अहमद शाह का मंगलवार को दिल्ली के एम्स में निधन हो गया।

पारिवारिक सूत्रों ने कहा कि तिहाड़ जेल में कैद के दौरान वह गुर्दे के कैंसर से पीड़ित थे, जहां से उन्हें पहले राम मनोहर लोहिया अस्पताल और बाद में इलाज के लिए एम्स में स्थानांतरित किया गया था।

शाह को एनआईए ने 2018 में कई अन्य अलगाववादी नेताओं के साथ कथित टेरर फंडिंग मामले में गिरफ्तार किया था और तब से दिल्ली की तिहाड़ जेल में बंद था।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

नर्मदा का जल सौराष्ट्र के 115 जलाशयों में आ रहा है: पटेल

जामनगर 11 Oct. (Rns/FJ): गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने सौराष्ट्र की जीवन रेखा ‘सौनी’ योजना की सफलता को लेकर सोमवार को कहा कि नर्मदा के व्यर्थ बह जाने वाले बाढ़ के पानी को सौराष्ट्र में पहुंचाने के इस भगीरथ कार्य के कारण सौराष्ट्र के 115 जलाशयों में नर्मदा का जल आ रहा है। पटेल ने आज जामनगर को 1448 करोड़ रुपए से अधिक के विकास कार्यों के लोकार्पण और शिलान्यास अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘संकल्प से सिद्धि’ के विकास प्रकल्पों का वर्णन करते हुए कहा कि एक समय सौराष्ट्र में पीने के पानी की आपूर्ति के लिए ट्रेनें दौड़ाई जाती थी। श्री नरेन्द्र मोदी ने सौराष्ट्र की तस्वीर को पानीदार बनाने का संकल्प लिया और ‘सौनी’ योजना क्रियान्वित कर ‘अडिग मन के यात्री के लिए हिमालय कोई बाधा नहीं’ इस पंक्ति को सार्थक किया है।

मुख्यमंत्री ने सौराष्ट्र की जीवन रेखा ‘सौनी’ योजना की सफलता को लेकर कहा कि नर्मदा के व्यर्थ बह जाने वाले बाढ़ के पानी को सौराष्ट्र में पहुंचाने के इस भगीरथ कार्य के कारण सौराष्ट्र के 115 जलाशयों में नर्मदा का जल आ रहा है। उन्होंने कहा कि सौनी योजना लिंक-3/पैकेज-7 और लिंक-1/पैकेज-5 के लोकार्पित होने से जामनगर जिले के 2 लाख लोगों को लाभ मिलने के साथ ही 141 गांवों के पेयजल की सुविधा प्राप्त होगी।

उन्होंने गुजरात सरकार की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि पानी और बिजली की सतत आपूर्ति से विकास यात्रा आगे बढ़ती है। प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में डबल इंजन सरकार सर्वग्राही और सर्वसमावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है। ऊर्जा शक्ति के महत्व पर प्रकाश डालते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि दीर्घद्रष्टा प्रधानमंत्री के गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में निपुणता और अविरत प्रयासों से गुजरात ने ज्योतिग्राम योजना को क्रियान्वित कर 24 घंटे बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई है। इससे शाम के भोजन के वक्त बिजली की आतुरतापूर्वक राह देखने वाला गुजरात आज प्रधानमंत्री के दूरदर्शी निर्णयों के कारण बिजली सरप्लस राज्य बना है।

पटेल ने जामनगर के हरिपरा में 40 मेगावाट के सोलर प्रोजेक्ट की स्थापना से इस क्षेत्र को बिजली की उपलब्धता से होने वाले लाभ के बारे में बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में आज नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भी गुजरात देश को दिशा दिखा रहा है और सोलर रूफटॉप में देश का नंबर वन राज्य बना है। जामनगर महानगर पालिका के आज लोकार्पित हुए विकास कार्यों के विषय में उन्होंने कहा कि सरकार शहरीकरण को एक अवसर के रूप में लेकर राज्य के शहरों को स्वच्छ, यातायात समस्या से मुक्त और श्रेष्ठ स्वास्थ्य सुविधाओं से युक्त बनाने के लिए शहरोंको स्मार्ट सस्टेनेबल सिटी के रूप में विकसित करने की दिशा में काम कर रही है।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

‘सर तन से जुदा’ का नारा लगाने पर 2 नाबालिग और 5 अन्य लोगों पर केस दर्ज

अमेठी 11 Oct. (Rns/FJ) : उत्तर प्रदेश के अमेठी जिले में बारावफात जुलूस के दौरान कथित तौर पर ‘सर तन से जुदा’ के नारे लगाने के आरोप में दो नाबालिगों और पांच अन्य को हिरासत में लिया गया है। घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी। यह घटना अमेठी में मोहम्मद जायसी की दरगाह पर बारावफात जुलूस के दौरान हुई।

हर साल की तरह इस साल भी सैकड़ों की संख्या में श्रद्धालु जुलूस निकाल कर उत्सव मनाने के लिए जुटे थे। हालांकि, इस साल रैली के एक खास वर्ग का मिजाज आक्रामक नजर आया।

वायरल हुए इस जुलूस का एक वीडियो दर्जनों युवाओं और बच्चों को सर तन से जुदा के आपत्तिजनक नारे लगाते हुए दिखाया गया है।

पुलिस ने मामले का संज्ञान लेते हुए 10-15 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर 9 लोगों को नामजद किया है।

मामले की जांच के लिए डीआईजी अमरेंद्र कुमार सिंह मौके पर पहुंचे।

अमेठी के पुलिस अधीक्षक इलामारन ने बताया कि यह वीडियो जैस इलाके का है।

***************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

 

 

 

 

डब्ल्यूएचओ ने मानसिक स्वास्थ्य को प्राथमिकता देने का आह्वान किया

नई दिल्ली 11 Oct. (Rns/FJ) : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र के सदस्य देशों से लोगों तक सार्वभौमिक पहुंच के लिए हाल ही में अपनाई गई पारो घोषणा के अनुरूप गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच हासिल करने के लिए कार्रवाई तेज करने का आह्वान किया है। दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ की क्षेत्रीय निदेशक डॉ. पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 महामारी से पहले 8 में से लगभग 1 व्यक्ति का मानसिक स्वास्थ्य खराब रहता था। उपचार में लंबा अंतराल था, खासकर निम्न और मध्यम आय वाले देशों में।

उन्होंने कहा कि दक्षिण-पूर्व एशिया क्षेत्र में अनुमानित रूप से 7 में से 1 व्यक्ति मानसिक स्वास्थ्य की स्थिति के साथ रहता था और जिन देशों में डेटा उपलब्ध है, वहां उपचार का अंतर 70-95 प्रतिशत के बीच है।

पूनम खेत्रपाल सिंह ने कहा, “कोविड-19 संकट ने स्वास्थ्य के लगभग सभी क्षेत्रों को प्रभावित किया है, लेकिन मानसिक स्वास्थ्य के रूप में बहुत कम। 2020 में प्रमुख अवसादग्रस्तता विकार के मामलों में वैश्विक स्तर पर 27 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि होने का अनुमान है और चिंता विकारों के मामलों में 1 अरब लोगों को जोड़कर 25 प्रतिशत से अधिक, जो पहले से ही मानसिक विकार के साथ जी रहे थे।”

उन्होंने आगे कहा कि कई देशों में मानसिक स्वास्थ्य सेवाओं में व्यापक व्यवधान आया। नवंबर और दिसंबर 2021 के बीच 33 प्रतिशत से अधिक सदस्य देशों ने विश्व स्तर पर मानसिक, न्यूरोलॉजिकल और मादक द्रव्यों के सेवन सेवाओं में चल रहे व्यवधानों की सूचना दी।

सितंबर 2022 में दक्षिण-पूर्व एशिया के लिए डब्ल्यूएचओ क्षेत्रीय समिति के 75 वें सत्र में सदस्य देशों ने साहसिक, निर्णायक कार्रवाई करने के लिए प्रतिबद्ध किया, सर्वसम्मति से पारो घोषणा को जन-केंद्रित मानसिक स्वास्थ्य देखभाल और सेवाओं के लिए शेष अंतराल को खत्म करने के लिए अपनाया गया।

पारो घोषणा का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि इस क्षेत्र के सभी लोग बिना वित्तीय कठिनाई के गुणवत्तापूर्ण मानसिक स्वास्थ्य देखभाल तक पहुंच सकें, जहां वे रहते हैं।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी की बड़ी कार्रवाई

*ममता बनर्जी के एक और विधायक को किया अरेस्ट*

कोलकाता 11 Oct. (Rns/FJ) : पश्चिम बंगाल के शिक्षक भर्ती घोटाले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम ने मंगलवार को बड़ी कार्रवाई की है। ईडी ने इस मामले में तृणमूल कांग्रेस विधायक माणिक भट्टाचार्य को गिरफ्तार किया है।

इससे पहले मंत्री पार्थ चटर्जी को भी अरेस्ट किया गया था और उनके ठिकानों से करोड़ों रुपये की रकम बरामद की गई थी। माणिक भट्टाचार्य पश्चिम बंगाल बोर्ड ऑफ प्राइमरी एजुकेशन के चेयरमैन थे।

इसी साल जून में कोलकाता हाई कोर्ट के आदेश पर उन्हें पद से हटाया गया था। उन पर इस घोटाले में शामिल होने के आरोप लगे थे, जिसके बाद मामला उच्च न्यायालय पहुंचा और वहीं पर यह आदेश दिए गए।

माणिक भट्टाचार्य टीएमसी के दूसरे विधायक हैं, जिन्हें ईडी ने इस मामले में अरेस्ट किया है। इससे पहले पार्थ चटर्जी को जुलाई में गिरफ्तार किया गया था। वह टीएमसी के सीनियर नेताओं में से एक थे, लेकिन घिरने के बाद ममता बनर्जी ने उन्हें पार्टी और मंत्री पद से बाहर का रास्ता दिखा दिया था।

ईडी ने पार्थ चटर्जी की करीबी अर्पिता मुखर्जी के दो फ्लैटों से 50 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम बरामद की थी। बता दें कि कलकत्ता हाई कोर्ट ने आदेश दिया था कि माणिक भट्टाचार्य सीबीआई के सामने पेश हों।

इसके खिलाफ वह सुप्रीम कोर्ट चले गए थे, जहां से उन्हें राहत मिली थी। शीर्ष अदालत ने एजेंसी को आदेश दिया था कि अगले किसी निर्णय तक कोई ऐक्शन न लिया जाए।

हालांकि अब ईडी ने उन पर शिकंजा कस दिया है। ईडी एक सीनियर अधिकारी ने कहा कि भट्टाचार्य को अदालत से जो राहत मिली थी, वह सीबीआई को लेकर थी।

लेकिन ईडी अलग एजेंसी है। इसी मामले में ईडी अलग से जांच कर रही है और आर्थिक लेनदेन के मामलों पर उसकी ही नजर है। इसके अलावा अन्य मामलों पर सीबीआई जांच कर रही है।

आज माणिक को ईडी की ओर से पीएमएलए कोर्ट में पेश किया जाएगा। बता दें कि इसी साल मई में कलकत्ता हाई कोर्ट ने शिक्षक भर्ती घोटाले की सीबीआई जांच का आदेश दिया था।

इसके अलावा ईडी को भी इस मामले में शामिल किया गया है। ईडी की ओर से सितंबर में इस केस में पहली चार्जशीट दाखिल की गई थी।

**************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

NIA ने जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर मारा छापा

श्रीनगर 11 Oct. (Rns/FJ): राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने मंगलवार को राजौरी स्थित अल हुदा शैक्षणिक ट्रस्ट की संदिग्ध गतिविधियों से संबंधित एक मामले में जम्मू-कश्मीर में कई स्थानों पर छापा मारा।

एजेंसी के अधिकारी राजौरी, पुंछ, जम्मू, श्रीनगर, पुलवामा, बडगाम, शोपियां और बांदीपोरा जिलों में तलाशी ले रहे हैं। अधिकारियों ने कहा, एनआईए ने अल हुदा शैक्षणिक ट्रस्ट के फंडिंग पैटर्न और गतिविधियों के बारे में मामला दर्ज किया था।

यह संस्था जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर के लिए एक फ्रंट इकाई के रूप में काम कर रही है। जमात-ए-इस्लामी जम्मू-कश्मीर को यूए (पी) ए 2019 के तहत ‘गैरकानूनी संघ’ घोषित किया गया है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

देश के 50वें CJI होंगे जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़, 9 नवंबर को लेंगे शपथ

नई दिल्ली 11 Oct. (Rns/FJ) : जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश जस्टिस यूयू ललित ने आज मंगलवार को जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का नाम अपने उत्तराधिकारी और भारत के नए सीजेआई के लिए नामित कर दिया है। जस्टिस चंद्रचूड़ अब अगले महीने 9 नवंबर को देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर शपथ लेंगे। सीजेआई यूयू ललित ने केंद्र सरकार को भेजे अपने जवाब में अगले मुख्य न्यायाधीश के रूप में जस्टिस चंद्रचूड़ का नाम भेजा है। ऐसे में जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ देश के 50वें सीजेआई के रूप में पद संभालेंगे।

सीजेआई ललित ने 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 27 अगस्त 2022 को पद की शपथ ली थी और वह 8 नवंबर को रिटायर हो रहे हैं। जबकि जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़ का कार्यकाल 2 साल 1 दिन का रहेगा। वह 2024 में 10 नवंबर को रिटायर होंगे। कुछ दिन पहले ही कानून मंत्रालय ने भारत के मुख्य न्यायाधीश और सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीशों की नियुक्ति से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया (एमओपी) के तहत सीजेआई यूयू ललित को एक पत्र भेजकर उनसे अपने उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए सिफरिशें भेजने को कहा था।

दरअसल, सुप्रीम कोर्ट में जजों की नियुक्ति की प्रक्रिया से संबंधित ज्ञापन प्रक्रिया (एमओपी) के तहत निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश कानून मंत्रालय से पत्र पाने के बाद अपने उत्तराधिकारी के नाम की सिफारिश की प्रक्रिया शुरू करते हैं।देश की शीर्ष न्यायालय में अभी तीन महिला न्यायाधीशों सहित 29 न्यायाधीश हैं, जबकि आवंटित संख्या 34 है।

इससे पहले कल सुप्रीम कोर्ट में शेष चार रिक्तियों को भरने की कवायद अधूरी रह गई क्योंकि मुख्य न्यायाधीश ललित की अगुवाई में पांच सदस्यीय कॉलेजियम की बैठक कोर्ट के सीनियर जज जस्टिस चंद्रचूड़ और जस्टिस एसए नजीर की आपत्तियों के चलते बेनतीजा रही थी। नियुक्ति के प्रस्ताव पर लिखित सहमति मांगने के विषय पर यह आपत्ति जताई गई थी।

जस्टिस ललित ने 49वें मुख्य न्यायाधीश के तौर पर 27 अगस्त 2022 को पद की शपथ ली थी और वह अगले महीने रिटायर हो रहे हैं। उनके रिटायर होने में एक महीना से भी कम समय रह गया है। यह परंपरा रही है कि निवर्तमान मुख्य न्यायाधीश अपना कार्यकाल एक महीने से भी कम शेष रह जाने पर कॉलेजियम की चर्चा के जरिये न्यायाधीशों की नियुक्ति का मुद्दा अपने उत्तराधिकारी के लिए छोड़ देते हैं।

विभिन्न उच्च न्यायालयों में करीब 20 न्यायाधीशों की नियुक्ति के अलावा सीजेआई ललित की अगुवाई में कॉलेजियम ने हाल में बंबई हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश दीपांकर दत्ता को शीर्ष न्यायालय के न्यायाधीश के तौर पर प्रमोट करने की सिफारिश की थी।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

बलवंत सिंह राजोआना की याचिका पर सुनवाई 1 नवंबर को

*केंद्र ने SC में हलफनामा दाखिल किया*

नई दिल्ली 11 Oct. (Rns/FJ): पंजाब के पूर्व सीएम बेअंत सिंह की हत्या में फांसी की सजा पाए बलवंत सिंह राजोआना की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में अहम सुनवाई हुई है।सुप्रीम कोर्ट में बलवंत सिंह राजोआना के वकील ने कहा कि मेरा क्लाइंट 26 साल से जेल में है। अब 1 नवंबर को मामले में अंतिम सुनवाई होगी।

सुप्रीम कोर्ट ने कहा इस बीच केंद्र सरकार फैसला लेने के लिए स्वत्रंत है। हालांकि केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में हलफनामा दाखिल किया है। वही अब सुप्रीम कोर्ट 1 नवंबर को मामले में सुनवाई करेगा।

******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भोजपुरी फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ का ट्रेलर जारी

11.10.2022 – राम शर्मा फिल्म प्रोडक्शन की नवीनतम प्रस्तुति भोजपुरी फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ का ट्रेलर जारी कर दिया गया है। फिल्म के ट्रेलर रिलीज के मौके पर निर्माता राम शर्मा (एनआरआई),  निर्देशक चंद्र भूषण मणि के साथ भोजपुरिया हॉट केक अंजना सिंह, डिंपल सिंह, राम शर्मा, कमल कृष्णा, राखी मिश्रा,  वीना पांडेय, मंटू सिंह और कमाल कृष्णा व अन्य कलाकार मौजूद रहे।

इस फिल्म का ट्रेलर रिलीज के बाद से ही वायरल हो रहा है। इस फिल्म के ट्रेलर को ‘टीम फिल्मस’ भोजपुरी के यूट्यूब चैनल पर रिलीज किया गया, जहाँ इसे लाखों व्यूज मिल चुके हैं। इसमें पवन सिंह अपने चिर परिचित एक्शन अवतार में तो नजर आ ही रहे हैं, साथ ही उनका अलग – अलग अवतार भी फिल्म का आकर्षण का केंद्र होंने वाला है।

फिल्म में वो तलवारबाजी का करतब करते नजर आएंगे, तो कभी अखाड़े में धोबी पछाड़ लगाते भी नजर आएंगे।

भोजपुरी फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ एक बेहतरीन सामाजिक फिल्म है, यह सिर्फ कहानी नहीं, भोजपुरी जगत के स्वाभिमान को बढ़ाने वाली फिल्म है। यह फिल्म छठ पूजा के अवसर पर 28 अक्टूबर को पूरे देश में रिलीज होगी।

निर्देशक चंद्र भूषण मणि के निर्देशन में बनी इस फिल्म के निर्माता राम शर्मा (एनआरआई), डिट्रीब्यूटर प्रांसुल मैजिक मोमेंट के प्रवीण सिन्हा हैं, पीआरओ रंजन सिन्हा, गीतकार मनजी मीत, संगीतकार क्रमशः छोटे बाबा बसही, छोटू रावत व संगम सिंह, लेखक मनोज कुशवाहा, डीओपी देवेंद्र तिवारी, कोरियोग्राफर रिकी गुप्ता व रवि पंडित और एक्शन डायरेक्टर श्रीश्रेष्टा हैं।

बकौल फिल्म ‘हमार स्वाभिमान’ एक सामाजिक और पारिवारिक फिल्म है। इस फिल्म में बहुत कुछ नया दर्शकों को मिलेगा। फिल्म की कहानी और पवन सिंह की अदाकारी इसकी यूएसपी होगी।

उस पर अंजना सिंह के साथ पवन सिंह की केमेस्ट्री भी दर्शकों को खूब पसंद आने वाली है। हमने इसका निर्माण भव्य पैमाने पर किया है। उम्मीद है ट्रेलर की तरह फिल्म भी दर्शकों को पसंद आएगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय 

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

प्रधानमंत्री करेंगे श्री महाकाल लोक का लोकार्पण

*राजधानी के हर मंडल में मनेगा उत्सव : पचौरी*

भोपाल ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। भोपाल जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 11 अक्टूबर को उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण करेंगे।

प्रधानमंत्री जी के करकमलों से होने वाले लोकार्पण कार्यक्रम का राजधानी के सभी मंडलों पर बड़ी स्क्रीन लगाकर लाइव प्रसारण किया जायेगा एवं मंदिरों में कार्यकर्ता दीप जलाकर दीपोत्सव मनायेंगे।सुमित पचौरी ने भोपाल के नागरिकों से आग्रह करते हुए कहा कि श्री महाकाल लोक के लोकार्पण कार्यक्रम के अवसर पर अपने-अपने घरों पर दीप जलाकर उत्सव मनायें।

पचौरी ने बताया कि राजधानी के विभिन्न मंडलों में होने वाले कार्यक्रमों में पार्टी नेता एवं जनप्रतिनिधि उपस्थित रहेंगे। भोपाल में जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी शाहपुरा मंडल के शिवमंदिर मनीषा मार्केट में, वरिष्ठ नेता उमाशंकर गुप्ता टी.टी. नगर, न्यू मार्केट के हनुमान मंदिर, प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग सुभाष मंडल के नेपाली मंदिर वार्ड-70, गोविंदपुरा ए-सेक्टर, विधायक रामेश्वर शर्मा टीटी नगर के बिड़ला मंदिर, युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष वैभव पंवार करूणाधाम मंडल के करूणा धाम आश्रम नेहरू नगर, महापौर मालती राय रानी कमलापती मंडल शीतला माता मंदिर के वार्ड 13, विधायक कृष्णा गौर आनंद नगर मंडल के श्रीराम मंदिर वार्ड 62, प्रदेश प्रवक्ता डॉ. हितेष वाजपेयी डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी मंडल शिरडी पुरम साई मंदिर वार्ड-82, डॉ. दुर्गेश केसवानी गांधी नगर मंडल के महामृत्युंजय मंदिर वार्ड-6, नेहा बग्गा पंचशील नगर मंडल के परसुराम मंदिर अर्जुन नगर वार्ड-46, जिला प्रभारी महेन्द्र यादव भानपुर मंडल के श्रीराम मंदिर वार्ड 72, सुरजीत सिंह चौहान बरखेडी मंडल, राम मंदिर जिंसी चौराहा, नगरनिगम अध्यक्ष एवं महामंत्री किशन सूर्यवंशी राजाभोज मंडल के गुफामंदिर लालघाटी, वरिष्ठ नेता रमेश शर्मा गुट्टू भैया टैगोर मंडल के प्रेमपुरा घाट हनुमान मंदिर, जिला महामंत्री रविन्द्र यति सम्राट अशोका मंडल के दुर्गाधाम मंदिर अशोका गार्ड, वार्ड 69 में, जिला महामंत्री जगदीश यादव स्वामी विवेकानंद मंडल हनुमान मंदिर करोंद, वरिष्ठ नेता धु्रवनारायण सिंह चौक मंडल के काली मंदिर, कालीघाट छोटा तालाब में उपस्थित रहेंगे। इसी प्रकार प्रदेश पदाधिकारी, जिला पदाधिकारी एवं मंडल पदाधिकारी अपने-अपने मंडलों में समारोह में उपस्थित रहेंगे।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

राजस्थान में बनकर तैयार दुनिया की सबसे ऊंची शिव प्रतिमा

*यहां 25 फीट के नंदी भी आकर्षण का केंद्र*

राजसमंद ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। तद पदम उपवन के अन्तर्गत निर्मित विश्व की सबसे ऊंची 369 फीट की शिव प्रतिमा के साथ भगवान शिव के द्वारपाल नंदी भी अपने आप में यहां पर एक रिकॉर्ड बनकर सामने आए हैं। मान्यता है कि जहां शिव होंगे वहां नंदी भी होंगे।

भगवान शिव के यहां पहले नंदी की प्रतिमा लगी होती है, फिर भोले का दीदार होता है। भक्तों को पहले नंदी के दर्शन होते हैं, फिर भगवान शिव के। इसी मान्यता को ध्यान में रखकर श्रीजी की नगरी नाथद्वारा के गणेश टेकरी पर बनाई गई नंदी की प्रतिमा भी शिव प्रतिमा की तरह ही विश्वभर में आकर्षण का केंद्र होगी।

यहां बनाई गई नंदी प्रतिमा की ऊंचाई 25 फीट और चौड़ाई 37 फीट की है। यह 369 फीट की विश्व की सबसे बड़ी शिव प्रतिमा विश्वास स्वरुपम के सामने खड़े रूप में मस्ती की मुद्रा में है।

सामान्यत: नंदी शिव प्रतिमा के समक्ष बैठे हुए होते हैं, लेकिन यहां नंदी महादेव को अल्हड़ मस्ती की मुद्रा में देख कर स्वयं खड़े हैं। नंदी के तीन पैर जमीन पर और एक हवा में स्थापित किया गया है।

पौरणिक कथाओं के अनुसार देवताओं और असुरों के समुद्र मंथन के दौरान जो समुद्र से चीजें निकलीं उसे लेकर देवता और असुरों में लड़ाई होने लगी। ऐसे में शिवजी ने समुद्र मंथन के दौरान निकले हलाहल विष को पीकर संसार की रक्षा की थी।

इस दौरान विष की कुछ बूंदे जमीन पर गिर गई थीं। इन बूंदों को नंदी ने अपनी जीभ से चाट लिया था। नंदी का ये प्रेम और लगाव देख शिवजी ने नंदी को सबसे बड़े भक्त की उपाधि दी। साथ ही ये भी कहा कि लोग शिवजी की पूजा के साथ उन्हें भी प्रणाम करेंगे।

इतना ही नहीं भगवान शिव ने नंदी को मंदिर में अपने समक्ष बैठने का भी वरदान दिया और ये भी कहा कि जहां नंदी निवास करेंगे, वहीं भगवान शिव निवास करेंगे। यही कारण है कि हर शिव प्रतिमा के पास में नंदी की स्थापना की जाती है।

इसके चलते ही सभी शिवालयों में नंदी की प्रतिमा स्थापित होती है। इसके चलते विश्व की इस सबसे अविस्मरणीय एवं इतिहास को बनाने जा रही शिव प्रतिमा के साथ यहां स्थापित किए गए नंदी भी खड़ी मुद्रा में आकर्षित तो कर रहे हैं।

साथ ही कई भक्तों में एक जिज्ञासा को भी जन्म दे रहे हैं कि खड़े नंदी का भाव भी भोलेनाथ को अतिप्रिय क्यों लगा।

उल्लेखनीय है कि यहां स्थापित शिव प्रतिमा के साथ नंदी एवं उसके बाद पूरे गार्डन में गणपति जी, बजरंगबली आदि की प्रतिमाएं भी स्थापित की गई है.

इनके साथ ही अन्य कई आकर्षण से यहां आने वाला पर्यटक को भ्रमण का पूरा आनंद मिलेगा।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

आज शिवमय होगा पूरा मध्यप्रदेश

भोपाल ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। 11 अक्टूबर को पूरा मध्यप्रदेश शिवमय होने जा रहा है। अवसर होगा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा प्रदेश की ऐतिहासिक, पौराणिक धार्मिक नगरी उज्जैन में श्री महाकाल लोक का लोकार्पण। उज्जैन में श्री महाकाल लोक के साथ ही पूरे प्रदेश में गाँव-गाँव, शहर-शहर देवालयों में बड़ी संख्या में लोग एकत्रित होकर शिव भजन, पूजन, कीर्तन, अभिषेक, आरती करेंगे। शंख-ध्वनि होगी, घंटे-घडिय़ाल बजाए जाएंगे। मंदिरों, नदियों के तट तथा घर-घर दीपक जलाए जाएंगे। धार्मिक-सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा भोजन-भंडारे होंगे।

कार्तिक मेला ग्राउंड उज्जैन में प्रधानमंत्री मोदी के सभा-स्थल पर शिवमय थीम पर केन्द्रित साज-सज्जा की जाएगी। साथ ही विशेष ध्वनि, प्रकाश एवं सुगंध के माध्यम से मंदिर के पवित्र वातावरण का निर्माण किया जाएगा। संतों के लिए अलग से मंच की व्यवस्था की गई है। प्रख्यात गायक कैलाश खेर द्वारा महाकाल स्तुति गान होगा।

उज्जैन एवं इंदौर संभाग की प्रत्येक ग्राम-पंचायत से श्रद्धालु कार्यक्रम स्थल पर पहुँचेंगे। धार्मिक अनुष्ठान संपादित करने वाले तड़वी, पटेल, पुजारी और विभिन्न समुदायों के गणमान्य व्यक्ति उपस्थित होंगे। सभा स्थल पर 60 हजार से अधिक नागरिकों की उपस्थिति की संभावना है। उज्जैन में शिप्रा नदी के सभी घाटों पर लगभग एक लाख श्रद्धालु एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम देखेंगे।

प्रत्येक ग्राम के किसी एक मंदिर में सभी ग्रामवासी एकत्रित होकर पूजन-पाठ-अनुष्ठान करेंगे। इसी प्रकार शहरी वार्डों के प्रमुख मंदिरों में भी धार्मिक-आयोजन होंगे। इन सभी स्थान पर भी एलईडी स्क्रीन पर कार्यक्रम के सीधे प्रसारण की व्यवस्था रहेगी। प्रदेश के सभी शासकीय देव-स्थानों पर दीपमालाएँ जला कर रोशनी की जाएगी। प्रदेश के सभी बड़े शिव मंदिरों जैसे टीकमगढ़ का बांदकपुर मंदिर, छतरपुर का जटाशंकर मंदिर आदि स्थानों में सांस्कृतिक एवं धार्मिक आयोजन किए जाएंगे। यहाँ बड़ी स्क्रीन लगाकर कार्यक्रम का प्रसारण होगा। भजन-पूजन, भोजन-भंडारों की व्यवस्था भी होगी

उज्जैन एवं इंदौर संभाग के हर जिले से विभिन्न समाज और संस्थाओं के अध्यक्ष, पार्षद, सरपंच, तड़वी, पटेल, पुजारी आदि को लोकार्पण कार्यक्रम में आमंत्रित किया गया है, जो अपने-अपने क्षेत्र से जल लेकर आएंगे और उज्जैन रुद्रसागर में समर्पित करेंगे। आगामी 11 अक्टूबर को संध्या काल में महाकाल लोक परिसर के लोकार्पण के समय प्रदेश में नागरिकों द्वारा घर-घर दीपक जलाए जाएंगे।

**************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

प्रधानमंत्री मोदी आज उज्जैन में राष्ट्र को समर्पित करेंगे – ”श्री महाकाल लोक”

उज्जैन ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एक दिवसीय प्रवास पर मंगलवार 11 अक्टूबर को उज्जैन आयेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी भारतीय वायुसेना के विमान से दोपहर 3.35 बजे अहमदाबाद एयरपोर्ट से रवाना होकर सायं 4.30 बजे इंदौर एयरपोर्ट और वहाँ से सायंकाल 5 बजे उज्जैन हेलीपेड पहुँचेंगे।

प्रधानमंत्री मोदी सायंकाल 5.25 बजे श्री महाकालेश्वर मंदिर आगमन के बाद महाकालेश्वर के दर्शन कर पूजा-अर्चना करेंगे।

प्रधानमंत्री सायंकाल 6.25 से 7.05 बजे तक ‘श्री महाकाल लोक’ राष्ट्र को समर्पित कर कार्तिक मेला ग्राउण्ड में जन-समारोह में शामिल होंगे।

प्रधानमंत्री रात्रि 8.30 बजे उज्जैन हेलीपेड से हेलीकॉप्टर द्वारा रवाना होकर इंदौर एयरपोर्ट पहुँचेंगे और रात्रि 9 बजे इंदौर एयरपोर्ट से भारतीय वायुसेना के विमान से दिल्ली के लिये प्रस्थान करेंगे।

********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

भारत जोड़ो यात्रा का मुकाबला करने के लिए भाजपा कर्नाटक में जन संकल्प यात्रा करेगी शुरू

बेंगलुरु ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। कर्नाटक में सत्तारूढ़ भाजपा मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय संसदीय बोर्ड के सदस्य एवं पूर्व मुख्यमंत्री बी.एस. येदियुरप्पा राहुल गांधी के नेतृत्व वाली भारत जोड़ो यात्रा का मुकाबला करने के लिए जन संकल्प यात्रा का आयोजन करेंगे।

यात्रा के लिए भाजपा 50,000 पार्टी कार्यकर्ताओं और आम लोगों को शामिल करने की योजना बना रही है, जो राज्य के रायचूर जिले के गिलेसुगुरु गांव से शुरू होगी।

पार्टी ने अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के लिए आरक्षण बढ़ाने का अधिक से अधिक श्रेय लेने की रणनीति बनाई है। आयोजक यात्रा के दौरान रायचूर में मुख्यमंत्री बोम्मई के लिए एक मेगा अभिनंदन कार्यक्रम की योजना बना रहे हैं।

यात्रा 25 दिसंबर तक चलेगी। प्रदेश प्रभारी अरुण सिंह, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष नलिन कुमार कतील के नेतृत्व में अलग से यात्रा भी निकाली जाएगी।

इस बीच, विपक्ष के नेता सिद्धारमैया सोमवार को रायचूर जाएंगे और भारत जोड़ो यात्रा के लिए लोगों के बीच सद्भावना के संबंध में सत्तारूढ़ भाजपा को होने वाले संभावित नुकसान से बचने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। वह पार्टी नेताओं के साथ भी बैठक करेंगे।

कर्नाटक में भारत जोड़ो यात्रा पूरी होने के बाद कांग्रेस राज्य में तीन अलग-अलग पदयात्रा निकालने की भी तैयारी कर रही है। सिंचाई, सीमा मुद्दों और विकास पर ध्यान दिया जाएगा। नेता सभी विधानसभा क्षेत्रों के लोगों के बीच अपनी पैठ बनाना चाहते हैं।

एक अन्य प्रमुख पार्टी, जद (एस) राज्य में 1 नवंबर को पंचरत्न यात्रा शुरू करेगी। राजनीतिक दल 2023 में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों के लिए तैयार हैं। सत्तारूढ़ भाजपा हिंदुत्व के एजेंडे पर सत्ता बरकरार रखना चाहती है जबकि विपक्षी कांग्रेस सत्ता विरोधी लहर पर निर्भर है। जद (एस) किंगमेकर बनने के लिए ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतना चाहता है।

************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

पीएम मोदी ने मतदाताओं को चेताया : कांग्रेस की जातिगत राजनीति से रहें सावधान

आनंद ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को भाजपा कार्यकर्ताओं और मतदाताओं को जाति के आधार पर लोगों को बांटने की कांग्रेस की कोशिशों के खिलाफ चेताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की चाल को देखते हुए उनकी पार्टी को चुनाव प्रचार की रणनीति बदलनी होगी।

उन्होंने कहा, अगर आप उनकी जनसभाएं नहीं देखते हैं, कांग्रेस नेताओं को मीडियाकर्मियों को संबोधित करते हुए नहीं देखते हैं, तो इसका मतलब यह नहीं है कि पार्टी तस्वीर में नहीं है, यह चुपचाप खटला परिषद (चौपाल बैठकों) के माध्यम से अपना संदेश फैला रही है।

मोदी आणंद शहर में एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा, मुझे आपको सचेत करने की जरूरत है, कांग्रेस पार्टी खटला परिषद का आयोजन करके गांवों में प्रभावी और चुपचाप काम कर रही है, जिसके माध्यम से वह समाज को विभाजित करने के लिए जातिवादी राजनीति खेल रही है। यह है कांग्रेस पार्टी की नई गंदी चाल। हमें इस गुजरात विरोधी अभियान के खतरनाक डिजाइन से सावधान रहना होगा।

उन्होंने कहा, मेरी चेतावनी को गलत न समझें या गलत व्याख्या न करें, इसे मीडिया पर छोड़ दें, वे मेरी चेतावनी की व्याख्या अपनी इच्छानुसार करेंगे।

मोदी ने कहा, लगभग 20 से 25 साल पहले, महिलाओं के लए रात में बाहर जाना सुरक्षित नहीं था, वे शायद ही रात में गरबा के लिए बाहर निकल सकती थीं। लेकिन, चूंकि भाजपा सत्ता में है, लड़की/महिला की सुरक्षा कोई मुद्दा ही नहीं है। अब माता-पिता अपनी बेटी के देर रात गरबा करने के लिए जाने पर भी नहीं डरते और न ही चिंता करते हैं।

उन्होंने पिछली सरकारों पर हमला बोलते हुए कहा, पहले की सरकारों ने बांध तो बनाए, लेकिन नहरों का नेटवर्क कभी विकसित नहीं किया, जिस कारण किसानों तक सिंचाई का लाभ कभी नहीं पहुंचा। यह काम 20 साल पहले भाजपा सरकार ने शुरू किया था और पूरा भी हुआ है।

*******************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

हाईकोर्ट ने की खिंचाई तो बीबीएमपी एक्शन में आई, विध्वंस अभियान फिर से शुरू

बेंगलुरू ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (बीबीएमपी) ने सोमवार को राज्य के उच्च न्यायालय द्वारा की गई खिंचाई केबाद शहर के महादेवपुरा क्षेत्र में अतिक्रमण विरोधी अभियान फिर से शुरू कर दिया है।

महादेवपुरा क्षेत्र में प्रमुख आईटी पार्क और कंपनियां हैं, यह तकनीकी क्षेत्र का एक बड़ा हिस्सा है। शहर में भारी वर्षा के कारण यह क्षेत्र सबसे अधिक प्रभावित होता है।

राजनीतिक हस्तक्षेप और सार्वजनिक और कॉपोर्रेट कंपनियों के प्रतिरोध के कारण दो सप्ताह के लिए विध्वंस अभियान को रोक दिया गया था। अधिकारियों का कहना है कि विजयादशमी (नवरात्रि) के त्योहार को देखते हुए अभियान को रोक दिया गया था।

बारिश के प्रकोप के कारण बुनियादी ढांचे के ढहने के बाद बीबीएमपी ने विध्वंस की कवायद शुरू कर दी। नगर निकाय और सत्तारूढ़ भाजपा सरकार को हर तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ा।

बीबीएमपी राजस्व और पुलिस विभाग के साथ विध्वंस अभियान चला रही है। सर्वे किया जा रहा है और बीबीएमपी द्वारा अतिक्रमणों को चिन्हित किया गया है। सूत्रों ने बताया कि महादेवपुरा जोन में लग्जरी विला और एक सभागार के अतिक्रमण को हटाया जाएगा।

विला के खिलाफ कार्रवाई मंगलवार को भी जारी रहेगी। बीबीएमपी अधिकारियों ने समझाया कि विध्वंस इस तरह से किया जाएगा कि पड़ोसी इमारतों को कोई नुकसान न हो।

इससे पहले कर्नाटक के उच्च न्यायालय ने गरीब लोगों की संपत्तियों को निशाना बनाने और अमीरों और प्रभावशाली लोगों द्वारा किए गए अतिक्रमण पर आंखें मूंद लेने पर आपत्ति जताई थी। अदालत ने नगर निकाय को आड़े हाथों लेते हुए 25 अक्टूबर तक नालों के अतिक्रमण से निजात दिलाने का आदेश दिया था।

बीबीएमपी सूत्रों के अनुसार, बेंगलुरू पूर्व डिवीजन में नालियों के 110 अतिक्रमणों को विध्वंस के लिए चिन्हित किया गया है। पश्चिम संभाग में एक अतिक्रमण हटा लिया गया है और 58 लंबित हैं।

साउथ डिवीजन में 20 अतिक्रमणों के खिलाफ कार्रवाई की जरूरत है। येलहंका क्षेत्र में अधिकारियों ने 12 और 84 अतिक्रमणों को हटा दिया है, महादेवपुरा जोन में 48 अतिक्रमण हटाए गए जबकि 133 शेष रह गए हैं।

बोम्मनहल्ली क्षेत्र में कुल 75 अतिक्रमण लंबित हैं और 17 अतिक्रमणों को हटाया गया है। आरआर नगर जोन में छह लंबित व 3 अतिक्रमण हटाए गए हैं। दशरहल्ली जोन में बीबीएमपी ने 13 अतिक्रमण को हटा दिया और 113 लंबित हैं।
कोरमंगला घाटी क्षेत्र में तीन अतिक्रमण लंबित हैं। शहर के कुल आठ जोन में 600 से अधिक अतिक्रमण पर अभी कार्रवाई नहीं हुई है।

***********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

टीआरएस ने होर्डिग पर दिखाया भारत का गलत नक्शा : भाजपा सांसद

हैदराबाद ,10 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। तेलंगाना राष्ट्र समिति (टीआरएस) के एक होर्डिग पर भारत के गलत नक्शे से विवाद खड़ा हो गया है। तेलंगाना के एक भाजपा सांसद ने इसे संविधान का अपमान बताया है।

निजामाबाद निर्वाचन क्षेत्र से लोकसभा सदस्य अरविंद धर्मपुरी ने आरोप लगाया कि भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) ने भारत का गलत नक्शा दिखाया है। उन्होंने इसे भारत के संविधान और अखंडता का अपमान बताया।

टीआरएस ने हाल ही में देशभर में पार्टी का विस्तार करने के लिए अपना नाम बदलकर बीआरएस कर लिया है।
सांसद ने ट्विटर पर हैदराबाद के सोमाजीगुडा में लगे होर्डिग की एक तस्वीर पोस्ट की।

भारत के नक्शे के साथ होर्डिग और तेलंगाना के मुख्यमंत्री और टीआरएस नेता के. चंद्रशेखर राव की तस्वीर टीआरएस के कुछ स्थानीय नेताओं ने लगाई थी।

धर्मपुरी ने बताया कि भारत के संविधान के अनुच्छेद 1 ने भारत के क्षेत्र को परिभाषित किया है। अनुच्छेद के अनुसार, पूरा जम्मू और कश्मीर भारत का हिस्सा है।

भाजपा सांसद ने आरोप लगाया कि भारत के नक्शे से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) को हटाकर केसीआर पाकिस्तान का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने लिखा कि इस नक्शे का प्रचार और समर्थन पाकिस्तान करता है।

धर्मपुरी ने पूछा, क्या केसीआर निजाम की विरासत का अनुसरण कर रहे हैं, जो तत्कालीन हैदराबाद राज्य का पाकिस्तान में विलय करना चाहते थे? क्या राष्ट्रीय पार्टी शुरू करने के पीछे यही मकसद है?

इससे पहले भाजपा समर्थक सागर गौड़ ने हैदराबाद पुलिस को टैग करते हुए अपने ट्वीट के साथ होर्डिग की तस्वीर पोस्ट की थी। उन्होंने केस दर्ज करने की मांग की।

**********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

कैलाश खेर की महाआरती ‘जय श्री महाकाल’ का लोकार्पण 11अक्टूबर को प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी करेंगे

11.10.2022 – विश्वविख्यात सिंगर कैलाश खेर भारतीय शास्त्रीय संगीत की शक्ति और इसकी सदियों पुरानी विरासत के प्रचार व प्रसार हेतु आज के युवाओं के लिए एक आध्यात्मिक भेंट महाआरती‘जय श्री महाकाल” लाये हैं। यह आध्यात्मिक भेंट है जो धीरे-धीरे श्रोताओं को अपनी जड़ों की ओर वापस जाने, अपने परिवारों और सुंदर परंपराओं के साथ फिर से जुड़ने की याद दिलाता है ताकि यह पता लगाया जा सके कि वे वास्तव में कौन हैं।  ”जय श्री महाकाल”,

आध्यात्मिक गीत रोमांचित करेगा, श्रोताओं को प्रेरित करेगा और भारतीय संस्कृति के बारे में अधिक जानने के लिए जिज्ञासा को प्रज्वलित करेगा। यह श्रोताओं के दिलों और दिमागों में ज्ञान और सच्चाई के दीपक जलाएगा ताकि वे अपने भीतर की अंधकार की शक्तियों को दूर कर सकें और अपनी सहज प्रतिभा और अच्छाई को चमकने दें। कैलाश खेर माननीय प्रधान मंत्री के संयुक्त प्रयासों और मध्य प्रदेश उज्जैन स्मार्ट सिटी, मध्य प्रदेश संस्कृति / पर्यटन विभाग, उज्जैन महाकाल मंदिर ट्रस्ट उज्जैन के प्रयास को संगीतमय समर्थन देते हैं, जो शहर को फिर से जीवंत करने के लिए किया जा रहा है, जो आगे महाकाल शहर की पौराणिक कथाओं का प्रतिनिधित्व करता है।

क्षिप्रा नदी के तट पर बसा उज्जैन शहर और देवताओं के वास को ‘जय श्री महाकाल’ में गीत व संगीत के जरिये खूबसूरती से प्रदर्शित किया गया है।

कैलाश खेर की नवीनतम प्रस्तुति “जय श्री महाकाल” के

ऑडियो और वीडियो का लोकार्पण प्रधान मंत्री श्री नरेंद्र मोदी के द्वारा पूरे देश वासियों के लिए 11 अक्टूबर को किया जाएगा।

‘जय श्री महाकाल’ की विस्तृत चर्चा करते हुए कैलाश खेर कहते हैं “भारत की आध्यात्मिक संपदा और पौराणिक कथाएं बहुत समृद्ध और विशेष हैं। इस युग में, “जय श्री महाकाल”, हमारी संस्कृति का जिक्र करना मनोरंजन के साथ-साथ आज के जीवन में एक महत्वपूर्ण आवश्यकता है।

भारत में बारह ज्योतिर्लिंग हैं, लेकिन किसी को समर्पित स्तुति का कोई गीत नहीं है। मैं बचपन से ही शिव का उपासक हूं, भोलेनाथ ने ही मुझे अध्यात्म के माध्यम से संगीत में भेजा है। महाकाल पर लिखना, गाना, संगीत बनाना, जप करना किसी तपस्या से कम नहीं है, क्योंकि महादेव बचपन से ही मेरे खून में बहते हैं, जब भी मैं उनकी महिमा को गाना चाहता हूँ तो मैं बस अपने दिल में झांकता हूं, अर्थात ध्यानी होकर, समाधि में रहकर .. और सब कुछ बहता है। शिव स्वयं ध्वनि की तरह बहने लगते हैं”

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Exit mobile version