कर्नाटक पुलिस ने मंत्री डेवलपर्स के एमडी और उनके बेटे को किया गिरफ्तार

बेंगलुरू 11 Sep. (Rns/FJ) : बेंगलुरू में अपराध जांच विभाग (सीआईडी) ने ग्राहकों से करोड़ों रुपये ठगने के आरोप में मंत्री डेवलपर्स समूह के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक सुशील मंत्री और उनके बेटे प्रतीक मंत्री को गिरफ्तार किया है। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सीआईडी सूत्रों ने कहा कि वे आगे की जांच के लिए आरोपियों की हिरासत की मांग के लिए सोमवार को अदालत में याचिका दायर करेंगे। सीआईडी के अतिरिक्त डीजीपी उमेश कुमार ने कहा कि धोखाधड़ी के मामले में व्यापक जांच की जाएगी।

जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने बेंगलुरु में ग्राहकों से सस्ते दरों पर फ्लैट बनाने का वादा करते हुए 75 लाख रुपये से 2 करोड़ रुपये एकत्र किए थे। लेकिन वादा नहीं निभाया।

ग्राहकों ने 2019 में बेंगलुरु में मंत्री डेवलपर्स के खिलाफ कब्बन पार्क पुलिस स्टेशन, सुब्रमण्यपुरा पुलिस स्टेशन और यशवंतपुर पुलिस थाने में 12 शिकायतें दर्ज कराईं।

राज्य सरकार ने सीआईडी से मामले की जांच के आदेश दिए थे। अधिकारियों ने जमीन के दस्तावेज अपने कब्जे में ले लिए हैं।

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के अधिकारियों ने हाल ही में आरोपी सुशील मंत्री को गिरफ्तार किया था। लेकिन उसे जल्द ही जमानत मिल गई और वह जेल से बाहर आ गया।

मंत्री डेवलपर्स एक रियल एस्टेट कंपनी है, जो बेंगलुरु, चेन्नई, हैदराबाद और पुणे में संपत्तियों पर निर्माण कार्य करती है।

**************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version