संयुक्त राष्ट्र महासभा में भारत ने निभाई दोस्ती

*52 देशों के विरोध के बावजूद रूस के 8 मसौदे पास*

नई दिल्ली 06 Nov. (एजेंसी): संयुक्त राष्ट्र महासभा में रूस के प्रस्ताव पर मतदान हुआ जिसमें भारत ने रूस के समर्थन में वोटिंग की। महासभा में रूस का मसौदा “नाजीवाद के महिमामंडन का मुकाबला” रिकॉर्ड वोटिंग के बाद बहुमत से पास हुआ और समिति ने मसौदे को औपचारिक मंजूरी दे दी है। मसौदे के समर्थन में 105 ने पक्ष में, 52 ने विपक्ष में वोट दिया, जबकि 15 सदस्यों ने मतदान से परहेज किया।

संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में समिति ने कुल आठ मसौदों को हरी झंडी दिखाई। रूस की ओर से लाए गए मसौदे में स्वदेशी लोगों के अधिकारों, डिजिटल युग में गोपनीयता, नाजीवाद के महिमामंडन की निंदा शामिल है। इस मौके पर भारतीय प्रतिनिधि ने कहा कि यह इस समझ के साथ संकल्प पर आम सहमति से जुड़ता है क्योंकि स्वदेशी लोगों की अवधारणा देश के संदर्भ में लागू नहीं है।

समिति ने आठ मसौदे पारित किए जिसमें मानवाधिकार के कई मुद्दे जिसमें साक्षरता से जुड़ा अधिकार और यौन शोषण से बच्चों की सुरक्षा से लेकर अपराध की रोकथाम और आपराधिक न्याय के मामलों आदि शामिल हैं।

मसौदा प्रस्ताव में नाजी आंदोलन, नव-नाजीवाद और वेफेन एसएस संगठन के पूर्व सदस्यों, स्मारकों को खड़ा करने और नाजी अतीत को महिमामंडित करने के लिए सार्वजनिक प्रदर्शनों को शामिल करने के बारे में समिति ने गहरी चिंता व्यक्त की थी। संयुक्त राष्ट्र ने अपने बयान में कहा कि रूसी संघ के प्रतिनिधि ने जातिवाद और जेनोफोबिक बयानबाजी में वृद्धि पर चिंता व्यक्त की और इस्लामोफोबिया, एफ्रोफोबिया और विरोधीवाद के खिलाफ प्रवासियों और शरणार्थियों को निर्वासित करने का आह्वान किया।

यूक्रेन के खिलाफ अपने क्रूर युद्ध को सही ठहराने के लिए नव-नाजीवाद का मुकाबला करने के बहाने मास्को के प्रयास पर चिंता व्यक्त की। यूक्रेन के प्रतिनिधि ने जोर देकर कहा कि मसौदे में नाजीवाद और नव-नाजीवाद के खिलाफ वास्तविक लड़ाई के अलावा कुछ भी सामान्य नहीं है। वहीं, यूनाइटेड किंगडम के प्रतिनिधि ने भी कहा कि प्रस्ताव झूठ और विकृत इतिहास को आगे बढ़ाकर यूक्रेन के खिलाफ अपनी आक्रामकता को सही ठहराने के मास्को के प्रयास का हिस्सा है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version