उत्तराखंड में हेलीकॉप्टर हुआ क्रैश, 7 की मौत

देहरादून, 18, Oct. (Rns/FJ).. उत्तराखंड में आज बड़ा हादसा हो गया. दोपहर करीब 12 बजे केदारनाथ से दो किलोमीटर पहले बताया जा रहा है कि गरुड़चट्टी में एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें 7 लोगों की मौत हो गई.हेलीकॉप्टर आर्यन कंपनी का बताया जा रहा है. हेलीकॉप्टर में पायलट समेत 7 लोग सवार थे, जो केदारनाथ से वापस लौट रहे थे. सभी की मौत हो गई है. स्पेशल प्रिंसिपल सेक्रेटरी सीएम अभिनव कुमार ने इसकी पुष्टि की है.

मृतकों में तीन श्रद्धालु गुजरात, एक मुंबई, एक कर्नाटक और एक झारखंड के निवासी थे. सीएम पुष्कर सिंह धामी ने इस हादसे की मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए हैं. वहीं, राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू और प्रधानमंत्री मोदी ने हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया है.

दुर्घटना की वजह घना कोहरा बताया जा रहा है. हेलीकॉप्टर ने केदारनाथ बेस कैंप से नारायण कोटी-गुप्तकाशी के लिए उड़ान भरी थी. बताया जा रहा है कि जिस रास्ते पर ये हादसा हुआ है, वो केदारनाथ धाम का पुराना रास्ता था.

हेलीकॉप्टर हादसे में मृतकों के नाम-

पूर्वा रामानुज (68 वर्ष)

कृति ब्राड- (55 वर्ष)

उर्वी- (69 वर्ष)

सुजाता प्रेम कुमार (75 वर्ष)

प्रेम कुमार- (62 वर्ष)

काला रमेश- (73 वर्ष)

अनिल सिंह- पायलट

बता दें कि केदारनाथ में अभी मौसम खराब है. यहां बर्फबारी हो रही है. इससे पहले साल 2019 में भी केदारनाथ में हेलीकॉप्‍टर क्रैश हुआ था. अबतक 6 हेलीकॉप्टर केदारनाथ में क्रैश हो चुके हैं, जिसमें 30 लोगों की मौत हो चुकी है. खराब मौसम इन हादसों का कारण बना था.

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version