श्री माता वैष्‍णो देवी के भक्तों के लिए खुशखबरी!

*10 करोड़ की लागत से तैयार हो रहा है स्काईवॉक*

जम्मू-कश्मीर 04 Sep. (Rns/FJ): श्री माता वैष्णो देवी के भक्तों के लिए बड़ी खुशखबरी है। दरअसल, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा बहुप्रतीक्षित स्काईवॉक की परियोजना पर काम शुरू किया गया है। यहां, लगभग 10 करोड़ की लागत से 200 मीटर लंबा स्काईवॉक का निर्माण किया जा रहा है।

आज जम्मू कश्मीर के मुख्य सचिव अरुण मेहता ने कार्य स्थल का दौरा किया। इस दौरान उनके साथ श्राइन बोर्ड के सीईओ अशुंल गर्ग भी उपस्थित थे। मुख्य सचिव डॉ अरुण कुमार मेहता ने तीर्थयात्रियों की सुविधाओं के उन्नति के लिए बोर्ड की विभिन्न चालू परियोजनाओं की स्थिति की समीक्षा की।

मुख्य सचिव डॉ. मेहता ने श्राइन बोर्ड द्वारा प्रदान की जाने वाली सड़क के किनारे की सुविधाओं और बोर्ड की विभिन्न मेगा परियोजनाओं का जायजा लिया।

इस दौरान मुख्य सचिव को अंशुल गर्ग ने बताया कि तीर्थयात्रियों की आवाजाही पर नजर रखने के लिए हाल ही में रेडियो फ्रीक्वेंसी पहचान पत्र (आरएफआईडी) शुरू करने के बाद, श्री माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड (एसएमवीडीएसबी) ने बहुत जरूरी स्काईवॉक की अवधारणा पर काम शुरू कर दिया है।

सुरक्षा और सुविधा पर जोर देने के साथ-साथ भवन में आने वाले और बाहर जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए अलग-अलग मार्ग प्रदान करेगा।

इसके अलावा, स्काईवॉक में वरिष्ठ नागरिकों के बैठने की व्यवस्था होगी और लगभग 150 भक्तों के बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए वॉशरूम सुविधाओं से लैस दो वेटिंग रूम का भी निर्माण किया जा रहा है, जिसका काम नवंबर तक पूरा होने की उम्मीद है।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version