सुबह खाली पेट पिए इस घास का जूस, मिनटों में नीचे आने लगेगा कोलेस्ट्रॉल

*ब्लड शुगर भी रहेगा कंट्रोल में*

22.10.2022 – (एजेंसी) व्हीटग्रास एक स्वास्थ्यवर्धक घास है। व्हीटग्रास जूस यानी गेहूं के जवारे से बने जूस को कुछ लोग संजीवनी भी कहते हैं। यह घास शरीर से गंदा कोलेस्ट्रॉल निकालने में काफी असरदार है। यह शरीर के अंदर जाकर सिर्फ 20 मिनट में खून में मिलकर अपना असर शुरू कर देती है। साथ ही इसमें एंटी-डायबिटिक गुण पाए गए हैं। जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं।

कोलेस्ट्रॉल करता है कमशरीर में गंदा कोलेस्ट्रॉल खून ले जाने वाली नसों को बीच से बंद कर देता है। जिससे दिल और दिमाग जैसे जरूरी अंगों तक जाने वाली ब्लड सप्लाई रुक जाती है। एक रिसर्च पेपर की मानें, तो व्हीटग्रास में हाइपोलिपिडेमिक प्रभाव होता है, जो कोलेस्ट्रॉल कम कर सकता है। शोध में बताया गया है उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर संबंधी समस्या यानी हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया से जूझ रहे चूहों को व्हीटग्रास जूस देने के बाद मल के द्वारा अतिरिक्त कोलेस्ट्रॉल को बाहर निकालने में मदद मिली।

वहीं, एक शोध में यह भी देखा गया कि 10 हफ्तों तक व्हीटग्रास देने से ना सिर्फ गंदा कोलेस्ट्रॉल नीचे आया, बल्कि अच्छा कोलेस्ट्रॉल बढऩे लगा।डायबिटीज को रखे कंट्रोल मेंखराब दिनचर्या और खानपान के चलते डायबिटीज एक आम बीमारी बन गई है। हालांकि अगर, इसे सही तरह से मैनेज न किया जाए, तो यह खतरनाक रूप ले सकती है। डायबिटीज को सिर्फ हेल्दी डाइट और फिजिकल एक्टिविटी द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है।

ऐसे में व्हीटग्रास का सेवन मधुमेह में आराम दिलाता है। क्योंकि, कई शोधों में यह सामने आया है कि अंदर एंटी-डायबिटिक गुण पाए गए हैं। जो ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखते हैं।मोटापावजन कम करने के लिए भी व्हीटग्रास जूस का उपयोग किया जा सकता है। कई सारे न्यूट्रिशनिस्ट व्हीटग्रास को तेजी से वेट लॉस करने का शानदार तरीका मानते हैं। ऐसा माना जाता है कि इस घास के अंदर मौजूद कंपाउंड भूख को कंट्रोल करके वेट लॉस में मदद करते हैं।

एक अन्य शोध में कहा गया है कि यंग व्हीटग्रास और अन्य क्लोरोफिल प्लांट वजन कम करने में प्रभावी और सुरक्षित होते हैं।चेहरे पर आएगी चमक2015 की एक रिसर्च के मुताबिक, व्हीटग्रास का सेवन करने से शरीर से गंदगी और टॉक्सिन्स निकलने लगते हैं। जिस वजह से चेहरे के दाग-धब्बे दूर होने लगते हैं और उसपर शीशे-सी चमक आ जाती है।

इसलिए अगर आप चेहरे की चमक बढ़ाना चाहते हैं, तो भी इस घास का उपयोग कर सकते हैं।ब्लड प्रेशरव्हीटग्रास का सेवन ब्लड प्रेशर को भी कंट्रोल में रखता है। कहा जाता है कि इसमें मौजूद क्लोरोफिल उच्च रक्तचाप को कम करता है। इसे ब्लड प्रेशर रेगुलेट करने का सुरक्षित और प्रभावी तरीका बताया गया है।

व्हीटग्रास जूस को हाई ब्लड प्रेशर ही नहीं, सामान्य रक्तचाप वाले भी पी सकते हैं। दरअसल, इसे उच्च स्तर को कम करने के साथ ही ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने के लिए जाना जाता है।

व्हीटग्रास जूस बनाने की विधि

*एक गिलास पानी- दो चम्मच व्हीटग्रास पाउडर

*एक चम्मच नींबू का रसजूस बनाने की विधि

*सबसे पहले तीनों सामग्री को एक मिक्सर में डाल लें।

*अब इसे 2 से 3 मिनट तक अच्छी तरह ब्लेंड करें।

*इसके बाद थोड़ा सा और पानी डालें और थोड़ी देर मिक्स करें।

* फिर इसे एक गिलास में निकालकर छान लें।

* बस तैयार है व्हीटग्रास जूसव्हीटग्रास जूस का सेवन करने के टिप्स

*गेहूं के जवारे का जूस हमेशा ताजा ही पीना चाहिए।

*शुरुआत में व्हीटग्रास जूस को कम मात्रा में लें। इसकी मात्रा को धीरे-धीरे बढ़ा सकते हैं।

*अगर इसके सेवन से किसी को एलर्जी होती है, तो इसका सेवन बंद कर दें।

एक ही बार में अधिक मात्रा में इसे पीने से बचें। हमेशा इसकी सीमित मात्रा का ही सेवन करना लाभकारी होता है।- निरंतरता हर चीज में जरूरी है।

ठीक ऐसा ही व्हीटग्रास जूस के साथ भी है, इसलिए फायदे पाने के लिए रोजाना एक निर्धारित समय तक इसका सेवन करें। व्हीटग्रास मार्केट में आसानी से जूस, पाउडर और सप्लीमेंट के रूप में उपलब्ध है।

हालांकि, आप इसे घर पर ही उगाकर ताजा जूस भी निकाल सकते हैं।

*****************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version