केंद्रीय टीम हिमाचल में आपदा प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करेगी, गृह मंत्रालय ने दिया आदेश

शिमला 25 Aug. (Rns/FJ)  । हिमाचल प्रदेश के राजस्व और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि प्राकृतिक आपदा के कारण प्रदेश में 258 लोगों की मौत हो गई है। केंद्र ने अगले महीने राज्य का दौरा करने के लिए गृह मंत्रालय की टीम का गठन किया है, जो बारिश से हुए नुकसान का जायजा लेंगे। इस मानसून सीजन में राज्य में भारी बारिश, भूस्खलन और बादल फटने की कई घटनाएं हुई हैं, जिसमें 258 लोगों की जान चली गई है और 10 लोग अभी भी लापता हैं।

राज्य सरकार के अनुसार, 270 मवेशी मारे गए और 1,658 आवासीय घर, दुकानें और अन्य क्षतिग्रस्त हो गए। राष्ट्रीय राजमार्गो, ग्रामीण सड़कों, पेयजल योजनाओं और बिजली परियोजनाओं को भी भारी नुकसान हुआ है।

राज्य में अब तक 1367.33 करोड़ रुपये के नुकसान का आकलन किया जा चुका है और आकलन की प्रक्रिया जारी है।

संयुक्त सचिव सुनील कुमार बरनवाल के नेतृत्व में केंद्रीय टीम सितंबर के पहले सप्ताह में राज्य का दौरा करेगी।

पहले के मौकों पर केंद्रीय टीम मानसून खत्म होने के बाद ही राज्य का दौरा करती थी।

राज्य सरकार ने कहा कि प्राकृतिक आपदाओं से हुए नुकसान का समय पर आकलन करने से राज्य को राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया कोष से अतिरिक्त केंद्रीय सहायता मिल सकेगी और राज्य में आपदा प्रभावित लोगों को पर्याप्त राहत सहायता मुहैया कराई जा सकेगी।

*************************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version