जम्मू कश्मीर के चेरवान कंगन इलाके में फटा बादल

श्रीनगर-कारगिल मार्ग बंद

जम्मू 04 Aug,(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): देश के पहाड़ी राज्यों में हो रही भारी बारिश के कारण लगातार भूस्खलन की घटनाएं देखने को मिल रही है। जम्मू कश्मीर के चेरवान कंगन इलाके में भी बादल फटने के बाद श्रीनगर-कारगिल मार्ग बंद हो गया है।

जानकारी के अनुसार, जम्मू कश्मीर के चेरवान कंगन क्षेत्र में रविवार सुबह बादल फटा। बादल फटने के कारण अचानक बाढ़ आ गई। जिसके चलते श्रीनगर-कारगिल मार्ग बंद हो गया। यही नहीं, बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस आया है और मकानों को भी भारी नुकसान पहुंचा है। कई वाहन मलबे में फंस गए हैं।

इस बीच प्रशासन ने बादल फटने के बाद इस रूट में यात्रा करने वालों के लिए निर्देश जारी किए हैं। प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे श्रीनगर-कारगिल मार्ग के खुलने तक वहां से यात्रा करने से बचें।

ज्ञात हो कि 1 अगस्त को हिमाचल प्रदेश के कई जिलों में भारी बारिश के कारण कई इलाकों में बादल फटने की घटनाएं हुई थीं। हिमाचल के मंडी, रामपुर, कुल्लू समेत कई क्षेत्रों में बादल फटा था। इसके कारण कई घर तबाह हो गए थे और कई लोगों की मौत भी हो गई थी।

इसके अलावा उत्तराखंड में भी भूस्खलन और बादल फटने की घटनाओं के कारण काफी नुकसान हुआ है।

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मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी मिली

इस संगठन ने ली जिम्मेदारी- पुलिस प्रशासन में मचा हड़कंप

पटना 04 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी मिली है। मेल भेजने की जिम्मेदारी अलकायदा नाम के ग्रुप ने ली है। धमकी भरा मेल मिलने पर पटना पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई है।

16 जुलाई को पटना स्थित सीएमओ को बम से उड़ाने की धमकी भरा मेल मिला था। इस मामले में सचिवालाय थाना के थानेदार संजीव कुमार के बयान पर अज्ञात के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर लिया गया। साथ ही पुलिस संबंधित मेल आईडी के बारे में पता लगा रही है।

पुलिस द्वारा दर्ज एफआईआर के अनुसार, अज्ञात के खिलाफ बीएनएस 2023 की धारा 351 (4), (3) और 66 (एफ) आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। वहीं, बिहार पुलिस सचिवालय की छानबीन कर रही है। धमकी वाला यह मेल achw700@gmail.com से भेजा गया है।

बिहार पुलिस के साथ एटीएस भी इस पूरे मामले की गंभीरता से जांच कर रही है। पुलिस और एटीएस मेल को ट्रेस करने का प्रयास कर रही है, साथ ही यह चेक किया जा रहा है कि जिस मेल आईडी से सीएम ऑफिस को बम से उड़ाने की धमकी मिली है, क्या यह सच में अलकायदा ग्रुप की ओर से भेजी गई है या फिर किसी की शरारत है।

मालूम हो कि कुछ महीने पहले दिल्ली-एनसीआर के 100 से ज्यादा स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी दी गई थी। इससे हड़कंप मच गया था। इसके बाद तमिलनाडु, उत्तर प्रदेश के कानपुर, मध्य प्रदेश के इंदौर समेत कई शहरों में धमकी भरे मेल मिले थे, जिसे बाद में पुलिस ने फर्जी बताया था।

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वायनाड : मरने वालों का आंकड़ा पहुंचा 350 के पार

वायनाड 04 Aug, (Rns): केरल के वायनाड भूस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 361 हो गई। इन सभी शवों का पोस्टमॉर्टम हो चुका है। इनमें 218 शवों की पहचान हो चुकी है। 143 लोगों के शरीर के सिर्फ टुकड़े बरामद हुए हैं।

जिले के मेप्पाडी पंचायत के अंतर्गत वेल्लारीमाला गांव के मुंडक्कई और चूरमाला में मौतें हुईं। 30 जुलाई को हुए हादसे में मरने वालों में 28 बच्चे भी शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि विभिन्न अस्पतालों में 90 लोगों का इलाज चल रहा है और 281 लोग अब भी लापता हैं।

चौथे दिन सेना, एनडीआरएफ, नौसेना और तटरक्षक बल की 40 टीमों ने मुंडक्कई, अट्टामाला, पंचीरी मट्टम और पास के चूरमाला क्षेत्रों में खोजी कुत्तों की मदद से तलाशी अभियान चलाया। आपदा क्षेत्रों से जीवित बचे लोगों को एयरलिफ्ट करने के लिए भारतीय वायु सेना का ऑपरेशन जारी है। इस बीच, बचाव अभियान रात में भी जारी है।

इससे पहले, सेना के जवानों ने शुक्रवार को मुंडक्कई के एक अलग दूरदराज के इलाके पदावत्ती कुनु से दो पुरुषों और दो महिलाओं सहित चार लोगों को बचाया। मुंडक्कई क्षेत्र में हुए भारी भूस्खलन के कारण रास्ते से घर बहुत दूर चला गया था।

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36 दिनों में 4.90 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं ने किए बाबा बर्फानी के दर्शन

अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही

जम्मू 04 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्ण ढंग से आगे बढ़ रही है। पिछले 36 दिनों में 4.90 लाख से ज्यादा तीर्थयात्री अमरनाथ यात्रा कर चुके हैं। रविवार को 1,112 तीर्थयात्रियों का एक नया जत्था जम्मू से कश्मीर के लिए रवाना हुआ।

श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) के अधिकारियों ने बताया कि 1,112 श्रद्धालुओं का जत्था दो सुरक्षा काफिलों में सुबह 3:25 बजे भगवती नगर यात्री निवास से घाटी के लिए रवाना हुआ।

अधिकारियों ने बताया, “इनमें से 11 वाहनों का पहला काफिला 204 यात्रियों को लेकर उत्तर कश्मीर के बालटाल आधार शिविर के लिए रवाना हुआ, जबकि 39 वाहनों का दूसरा काफिला 908 यात्रियों को लेकर दक्षिण कश्मीर के नुनवान (पहलगाम) आधार शिविर के लिए रवाना हुआ।”

गांदरबल जिले के काव चेरवान गांव में सुबह बादल फट गया। इस कारण श्रीनगर से बालटाल आधार शिविर जाने वाला मार्ग बंद हो गया।

अधिकारियों ने बताया कि मलबा हटाने का काम जारी है। जब तक यात्रियों का काफिला गांदरबल जिले में पहुंचेगा, तब तक बालटाल आधार शिविर और आगे लद्दाख क्षेत्र तक राजमार्ग बहाल कर दिया जाएगा।

पुलिस और सीएपीएफ समेत बड़ी संख्या में सुरक्षा बल जम्मू से लेकर दोनों आधार शिविरों तक 350 किलोमीटर से अधिक लंबे मार्ग पर तीर्थयात्रियों के लिए सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के लिए चौबीसों घंटे ड्यूटी कर रहे हैं।

इसके अलावा यात्रियों की सुरक्षा के लिए पारगमन शिविरों, आधार शिविरों और गुफा मंदिर में पर्याप्त संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं।

गुफा मंदिर में बर्फ की एक संरचना है जो चंद्रमा के चरणों के साथ घटती-बढ़ती रहती है। भक्तों का मानना ​​है कि यह बर्फ की संरचना भगवान शिव की पौराणिक शक्तियों का प्रतीक है।

यह गुफा कश्मीर हिमालय में समुद्र तल से 3,888 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। भक्त या तो पारंपरिक दक्षिण कश्मीर पहलगाम मार्ग से या फिर उत्तर कश्मीर बालटाल मार्ग से गुफा मंदिर तक पहुंचते हैं।

पारंपरिक पहलगाम गुफा मंदिर मार्ग 48 किलोमीटर लंबा है। जिससे बाबा बर्फानी तक पहुंचने में 4 से 5 दिन लग जाते हैं। दूसरा मार्ग बालटाल का है। ये 14 किलोमीटर लंबा है। इस मार्ग का चयन करने वाले लोग ‘दर्शन’ करने के बाद उसी दिन आधार शिविर लौट आते हैं।

उत्तरी कश्मीर मार्ग पर बालटाल और दक्षिण कश्मीर मार्ग पर चंदनवाड़ी में तीर्थयात्रियों के लिए हेलीकॉप्टर सेवाएं भी उपलब्ध हैं।

अमरनाथ यात्रा 29 जून 2024 को शुरू हुई थी। यह 52 दिनों के बाद 19 अगस्त को श्रावण पूर्णिमा और रक्षाबंधन के त्यौहार के साथ समाप्त होगी।

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महाराष्ट्र: सेल्फी के चक्कर में युवती ने जोखिम में डाली जान

सतारा 04 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : सेल्फी के चक्कर में एक युवती ने अपनी जान जोखिम में डाल दी। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है। युवती को रस्सी के सहारे रेस्क्यू कर सुरक्षित बचाया गया।

महाराष्ट्र के सतारा में युवती उनघर रोड पर बोर्ने घाट पर सेल्फी लेने के लिए पहुंची थी। सेल्फी लेने के दौरान वो संतुलन नही बना सकी। उसका पैर फिसला और वह 100 फीट नीचे खाई में गिर गई। लड़की के गिरने के बाद स्थानीय लोग मदद के लिए आगे आए और जैसे-तैसे लड़की को बचाया गया।

युवती के नीचे गिरने के बाद स्थानीय लोग रस्सी लेकर आए। इस दौरान एक युवक उसकी जान बचाने के लिए रस्सी के सहारे में देवदूत बनकर नीचे की और जाता दिखता है, नीचे से वह युवती को रस्सी के सहारे ऊपर की और खींचते हुए लाता है। वीडियो में देखा जा सकता है कि रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान युवती दर्द से चीख रही है। स्थानीय लोगों की मदद से उसे स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसे काफी चोट लगी है।

इलाके में बीते कुछ दिनों से भारी बरसात हो रही है और मौसम का लुत्फ उठाने के लिए पर्यटक आ रहे हैं, लेकिन, वह इस दौरान अपनी सुरक्षा के साथ खिलवाड़ भी करते हुए नजर आ रहे हैं। सोशल मीडिया पर सतारा की वीडियो शेयर की जा रही हैं और रेस्क्यू करने वाले लोगों की तारीफ हो रही है।

जून माह में ही महाराष्ट्र के संभाजी नगर में रील बनाने के चक्कर में युवती की मौत हो गई थी। वो कार समेत 300 फीट गहरी खाई में गिर गई थी। सोशल मीडिया के लिए वीडियो बनाते समय वो रिवर्स गियर में गाड़ी चला रही थी, ब्रेक लगाना भूल गई थी और एक्सीलेटर पर पैर रख बैठी थी। नतीजतन वाहन समेत गहरी खाई में जा गिरी थी।

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अयोध्या: दुष्कर्म मामले में सियासत गरमाई

अखिलेश ने की डीएनए टेस्ट की मांग, मायावती ने उठाए सवाल

लखनऊ ,03 अगस्त (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । यूपी के अयोध्या में बच्ची के साथ दुष्कर्म के आरोपी समाजवादी पार्टी के भदरसा नगर अध्यक्ष मोईद खान की बेकरी पर चल रहे बुलडोजर की कार्रवाई के बीच राजनीति गरमा गई है। सपा मुखिया अखिलेश यादव ने डीएनए टेस्ट का सुझाव दिया है तो मायावती ने सपा पर सवाल उठाए हैं।

अयोध्या में आरोपी पर चल रही कार्रवाई सपा मुखिया अखिलेश यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर लिखा कि कुकृत्य के मामले में जिन पर भी आरोप लगा है उनका डीएनए टेस्ट कराकर इंसाफ़ का रास्ता निकाला जाए न कि केवल आरोप लगाकर सियासत की जाए। जो भी दोषी हो उसे कानून के हिसाब से पूरी सज़ा दी जाए, लेकिन अगर डीएनए के बाद आरोप झूठे साबित हों तो सरकार के संलिप्त अधिकारियों को भी न बख्शा जाए। यही न्याय की मांग है।

इस पर बसपा मुखिया मायावती ने पलटवार करते हुए सोशल मीडिया एक्स के माध्यम से लिखा कि यूपी सरकार द्वारा अयोध्या के गैंगरेप केस में आरोपी के विरुद्ध की जा रही सख्त कार्रवाई उचित, लेकिन सपा द्वारा यह कहना कि आरोपी का डीएनए टेस्ट होना चाहिये, इसे क्या समझा जाए। जबकि सपा को यह भी बताना चाहिए कि उनकी सरकार में ऐसे आरोपियों के खिलाफ कितने डीएनए टेस्ट हुए हैं।

उन्होंने आगे लिखा कि यूपी में अपराध नियंत्रण व कानून-व्यवस्था में भी ख़ासकर महिला सुरक्षा व उत्पीडऩ आदि को लेकर बढ़ती चिंताओं के बीच अयोध्या व लखनऊ आदि की घटनाएं अति-दुखद व चिन्तित करने वाली हैं। सरकार इनके निवारण के लिए जाति-बिरादरी एवं राजनीति से ऊपर उठकर सख़्त कदम उठाए तो बेहतर है।

ज्ञात हो कि अयोध्या दुष्कर्म मामले में योगी सरकार एक्शन में है। बच्ची की मां से मुख्यमंत्री योगी की मुलाकात के 24 घंटे बाद आरोपी सपा नेता मोईद खान की बेकरी को बुलडोजर से ढहा दिया। अपर जिलाधिकारी प्रशासन अनिरुद्ध प्रताप सिंह और अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सत्येंद्र सिंह के साथ एसडीएम सोहावल अशोक सैनी की मौजूदगी में भारी पुलिस फोर्स को लेकर कार्रवाई शुरू की गई।

अयोध्या विकास प्राधिकरण के सचिव सतेंद्र सिंह ने कहा कि बेकरी तालाब की जमीन पर बनी थी। जांच के बाद एक्शन लिया गया। आरोपी की अवैध संपत्तियों की जांच की जा रही है।

इधर, योगी सरकार में मंत्री संजय निषाद पीडि़त बच्ची से मिलने अस्पताल पहुंचे। बाहर निकलकर वह फूट-फूटकर रोए। उन्होंने कहा कि अखिलेश का पीडीए झूठा साबित हो रहा है। लगता है कि इन अपराधियों के सहारे इनकी जीत हुई।

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चिराग पासवान ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का विरोध किया

03.08.2024  –  पटना (एजेंसी)। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने शनिवार को सुप्रीम कोर्ट के उस फैसले का विरोध किया, जिसमें राज्यों को अनुसूचित जातियों के आरक्षण के भीतर क्रीमी लेयर बनाए जाने की अनुमति दी गई है। उन्होंने घोषणा की कि उनकी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) इसके खिलाफ अपील करेगी। चिराग पासवान ने कहा कि उनकी पार्टी जल्दी ही इस फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में पुनर्विचार याचिका डालने जा रही है।

उन्होंने कहा, हमारी पार्टी सर्वोच्च न्यायालय से अनुरोध करेगी कि वह अपने हाल के फैसले की समीक्षा करे, जिसमें अनुसूचित जाति कोटे के तहत 15 प्रतिशत उप-समूहों को अनुमति दी गई है। एससी कोटे में क्रीमी लेयर को अनुमति नहीं दी जा सकती। एससी कोटे में उप-समूहों को अनुमति देने से सामाजिक रूप से हाशिए पर पड़े वर्ग के उत्थान का उद्देश्य पूरा नहीं होगा, जो छुआछूत की प्रथा का शिकार रहा है।
चिराग पासवान ने आश्चर्य व्यक्त किया कि शीर्ष अदालत के फैसले में अस्पृश्यता शब्द का उल्लेख तक नहीं है।

उन्होंने कहा, अनुसूचित जाति के अधिकांश लोग, यहां तक कि संपन्न परिवारों से आने वाले और शिक्षा तक पहुंच रखने वाले लोग भी अस्पृश्यता का सामना करते हैं। इसलिए, अनुसूचित जाति के भीतर उप-समूहों की अनुमति देना न्यायोचित नहीं है।

जाति जनगणना की मांग को लेकर चिराग पासवान ने कहा कि मुझे लगता है कि हमें जाति जनगणना करानी चाहिए। हम इसके समर्थन में हैं। लेकिन मेरा मानना है कि इसके निष्कर्षों को सार्वजनिक नहीं किया जाना चाहिए। एकत्रित आंकड़ों का इस्तेमाल सरकार को नीतियां बनाने में करना चाहिए।

चिराग पासवान ने कहा कि वो जातीय जनगणना के पक्षधर सिर्फ इसलिए हैं ताकि उस आधार पर सब की बेहतरी के लिए नीतियां बन सके। इसलिए नहीं कि आरक्षण के भीतर आरक्षण हो।

एक ऐतिहासिक फैसले में बीते गुरुवार को सुप्रीम कोर्ट ने राज्यों को सामाजिक-आर्थिक पिछड़ेपन और सरकारी नौकरियों में कम प्रतिनिधित्व के आधार पर अनुसूचित जातियों (एससी) के भीतर जातियों को उप-वर्गीकृत करने की अनुमति दी, ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि 15 फीसदी एससी कोटे का बड़ा हिस्सा पिछड़ों को मिले।

कोर्ट ने अपने फैसले में कहा कि राज्यों को अनुसूचित जातियों के भीतर उप-वर्गीकरण करने का संवैधानिक अधिकार है, ताकि उन जातियों को आरक्षण दिया जा सके जो सामाजिक और शैक्षणिक रूप से अधिक पिछड़ी हैं।

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आपदा में फंसे 55 लोगों को सुरक्षित बचाया गया: सुक्खू

शिमला 03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने जिला शिमला के रामपुर में बादल फटने के कारण प्रभावित हुए समेज क्षेत्र का दौरा कर राहत और पुनर्वास कार्यों का जायजा लिया। घटना पर शोक व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने शोक संतप्त परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त कीं और आपदा प्रभावितों के लिए तत्काल राहत पैकेज की घोषणा की। उन्होंने कहा कि प्रत्येक आपदा प्रभावित परिवार को तत्काल वित्तीय सहायता के रूप में 50 हजार रुपये और किराए पर आवासीय सुविधा के लिए तीन महीने के लिए प्रतिमाह पांच हजार रुपये प्रदान किए जाएंगे।

इसके अतिरिक्त, प्रदेश सरकार भोजन, रसोई गैस, कंबल और चूल्हे जैसी मूलभूत वस्तुएं निःशुल्क प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार प्रभावित परिवारों को राहत प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। सुक्खू ने आपदा प्रभावितों को आश्वासन दिया कि उनके घरों के पुनर्निर्माण के लिए शीघ्र वित्तीय सहायता की घोषणा की जाएगी। उन्होंने जिला प्रशासन को विस्थापित परिवारों के लिए वैकल्पिक व्यवस्था करने के निर्देश दिए ताकि इन परिवारों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।

सुक्खू ने राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक पाठशाला समेज के विद्यार्थियों से भेंट की, जिनके आठ सहपाठी इस घटना के बाद लापता हैं। आठवीं कक्षा के विद्यार्थी राखी और कार्तिक ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस घटना से वे सदमें में हैं और उनका स्कूल पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को ढाढस बंधाते हुए उन्हें हौसला रखने और परिवार का सहयोग करने के लिए कहा। मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि उनकी शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए एक बेहतर और बड़ा स्कूल फिर से निर्मित किया जाएगा। समेज की निवासी बिमला देवी ने बादल फटने की घटना वाली भयावह रात को याद करते हुए मुख्यमंत्री से कहा कि गांव के लोग डर के साए में जी रहे हैं।

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हिमाचल में बादल फटने से छह की मौत, 47 लापता

शिमला 03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): हिमाचल प्रदेश के मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने कहा कि बादल फटने की घटना से छह लोगों की मृत्यु हुई और 47 लोग लापता हैं जबकि 55 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। सक्सेना ने यहां कहा कि बादल फटने के कारण प्रभावित कुल्लू, मंडी और शिमला जिलों में चल रहे बचाव और राहत कार्यों के संदर्भ में आज संबंधित उपायुक्तों के साथ वर्चुअल माध्यम से समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की।

सक्सेना ने कहा कि प्रदेश सरकार प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यों के सुचारू संचालन के लिए आवश्यक मशीनरी उपलब्ध करवा रही है। आपदा प्रभावित तीनों जिलों में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, होमगार्ड और पुलिस बल की टीमें निरंतर राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुईं हैं। राहत एवं बचाव कार्यों के सफलतापूर्वक संचालन के लिए ड्रोन की सहायता भी ली जा रही है। राहत कार्यों के लिए एनडीआरएफ द्वारा खोजी कुत्तों की भी मदद ली जाएगी।

उन्होंने कहा कि जिला शिमला में आपदा प्रभावितों को फौरी राहत प्रदान की गई है। जिला कुल्लू के मलाणा गांव में 25 पर्यटक स्थानीय निवासियों के साथ सुरक्षित हैं और श्रीखंड के आसपास के क्षेत्रों में लगभग 300 श्रद्धालु भी सुरक्षित हैं। लोगों की सुविधा के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच-21 को शीघ्र बहाल करने के प्रयास जारी हैं। उन्होंने जिलाधिकारियों को सड़कों की मुरम्मत कर लोगों को राहत प्रदान करने के निर्देश दिए।

सक्सेना ने कहा कि आपदा प्रभावितों को राहत प्रदान करने के लिए राज्य सरकार प्रति परिवार 50 हजार रुपये की वित्तीय सहायता के साथ किराए के मकान के लिए तीन माह तक प्रतिमाह 5,000 रुपये प्रदान करेगी। इसके अलावा, इन परिवारों को निःशुल्क राशन, रसोई गैस और कम्बल की सुविधा भी प्रदान की जाएगी। विशेष सचिव राजस्व डीसी राणा ने बैठक की कार्यवाही का संचालन किया। बैठक में प्रधान सचिव वन डॉ. अमनदीप गर्ग, उपायुक्त शिमला अनुपम कश्यप, उपायुक्त कुल्लू तोरुल एस. रवीश, उपायुक्त मंडी अपूर्व देवगन वर्चुअल माध्यम से जुड़े।

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सीएम भगवंत मान ने की हरमनप्रीत सिंह से कॉल पर बात

कहा- गोल्ड लेकर आना है

चंडीगढ़ ,03 अगस्त (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने भारतीय हॉकी टीम के कप्तान हरमनप्रीत सिंह से फोन पर बात की। हरमनप्रीत सिंह पेरिस ओलंपिक में शानदार फॉर्म में चल रहे हैं।

उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूल बी में भारत के अंतिम मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ दो गोल दागे और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।

भारत ने ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को 52 साल बाद मात दी और अब टीम क्वार्टर फाइनल में खेलती नजर आएगी। भगवंत मान ने कहा, आपको ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया को हराने के लिए बहुत-बहुत बधाई। मैं भी आपका हौसला बढ़ाने के लिए वहां आना चाहता था लेकिन मुझे इसकी इजाजत नहीं मिली।

मैं भले ही वहां नहीं आ सकता, लेकिन यहां पर हम लाइव मैच के दौरान एक सेकंड भी मिस नहीं करते हैं। क्वार्टर फाइनल मैच के लिए आपको बहुत शुभकामनाएं। आपको गोल्ड मेडल लेकर आना है और हम एयरपोर्ट पर आपको लेने के लिए आएंगे।

उन्होंने कहा कि हम भले ही मैच देखने के लिए नहीं आ सकते हैं, लेकिन हम आपके साथ ही हैं। टीम के बाकी खिलाडिय़ों को भी मेरी बहुत शुभकामनाएं।

भारतीय टीम पूल बी में दूसरे स्थान पर रही। उन्होंने इस ग्रुप में सिर्फ बेल्जियम टीम के खिलाफ एक मैच हारा। भारत ने इस पूल में अपने शुरुआती मैच में न्यूजीलैंड को 3-2 से हराया था। इसके बाद अर्जेंटीना के साथ 1-1 से ड्रा खेला और आयरलैंड को 2-0 से हराया। भारत ने अगले मैच में मजबूत बेल्जियम के खिलाफ हार के बाद जोरदार वापसी करते हुए ऑस्ट्रेलिया को हरा दिया।

भारत को अब क्वार्टर फाइनल में ग्रेट ब्रिटेन का सामना करना है। यह मैच 4 अगस्त को भारतीय समयानुसार दोपहर 1:30 पर शुरू होगा। भारतीय हॉकी टीम ने टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था। अब टीम के प्रदर्शन और खिलाडिय़ों के मनोबल को देखते हुए एक बार फिर मेडल की आस है।

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जंगल में एक गुफा में फंसे थे चार आदिवासी बच्चे

वायनाड वन अधिकारी ने किया रेस्क्यू

वायनाड ,03 अगस्त (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। केरल के वायनाड में हुए बड़े पैमाने पर भूस्खलन में 300 से अधिक लोगों की जान जाने के बाद क्षेत्र में तैनात वन अधिकारियों ने बारिश और चट्टानी इलाके को पार करते हुए एक गुफा के अंदर से चार बच्चों का रेस्क्यू किया।

बता दें कि बच्चे एक आदिवासी समुदाय से थे, जो आम तौर पर बाहरी लोगों से बातचीत करने से बचते हैं और जीवित चीजों और वन उत्पादों का उपयोग करते हैं। कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के हशीस के नेतृत्व में चार सदस्यीय टीम गुरुवार को एक आदिवासी परिवार को बचाने के लिए घने जंगल के अंदर गई। उनको गुफा में एक से चार साल की उम्र के चार बच्चे मिले।

कलपेट्टा रेंज के वन अधिकारी के. हशीस ने बताया कि वायनाड के पनिया समुदाय से ताल्लुक रखने वाला यह परिवार एक पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक गुफा में फंसा हुआ था। टीम को मौके पर पहुंचने में वन अधिकारियों को साढ़े चार घंटे से अधिक का सफर तय करना पड़ा।

वन अधिकारियों ने चार बच्चों की मां को वन क्षेत्र के पास घूमते देखा जिससे पता चला कि चार बच्चे गुफा में फंसे हुए हैं। उनको बचाने के लिए अधिकारियों को फिसलन भरी चट्टानों पर चढऩा पड़ा। साथ ही पेड़ों और चट्टानों से रस्सियां बांधनी पड़ीं। उन्होंने कहा कि यह रेस्क्यू बहुत खतरनाक था।

हशीस ने कहा, बच्चे थके हुए थे और हमने जो कुछ भी साथ लाया था, उससे उन्हें खाना खिलाया। बाद में, बहुत समझाने के बाद, उनके पिता हमारे साथ आने के लिए सहमत हुए और हमने बच्चों को अपने शरीर से बांध लिया और वापस अपनी यात्रा शुरू की। फिर वे अट्टा माला के अवैध शिकार विरोधी कार्यालय में वापस आ गए, जहां बच्चों को खाना खिलाया गया और कपड़े और जूते दिए गए।

वन अधिकारी ने कहा, वे आम तौर पर वन उत्पादों पर जीवित रहते हैं और उन्हें स्थानीय बाजार में बेचकर चावल खरीदते हैं। हालांकि, ऐसा लगता है कि भूस्खलन और भारी बारिश के कारण उनको भोजन नहीं मिला था।

हशीस के साथ, खंड वन अधिकारी बी एस जयचंद्रन, बीट वन अधिकारी के अनिल कुमार और आरआरटी (रैपिड रिस्पांस टीम) के सदस्य अनूप थॉमस ने परिवार को बचाने के लिए सात किलोमीटर से अधिक की लंबी यात्रा में भाग लिया।

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अयोध्या: श्रद्धालुओं से भरी नाव सरयू नदी में पलटी

आठ को बचाया गया, एक लापता

अयोध्या,03.08.2024 (एजेंसी) । यूपी के अयोध्या में सरयू नदी में नौ तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक नाव पलट गई। एक अधिकारी ने बताया कि नाव पलटने के बाद से एक महिला लापता है। आठ लोगों को बचा लिया गया है।

मामला अयोध्या कोतवाली के नया घाट चौकी क्षेत्र के सरयू तट का है। अधिकारी के अनुसार, शुक्रवार को एक नाव कुछ तीर्थयात्रियों को लेकर जा रही थी। इसी दौरान अचानक नाव पलट गई। नाव पलटने के बाद मौके पर चीख पुकार मच गई।

इस बीच मौके पर मौजूद स्थानीय गोताखोरों और एसडीआरएफ कर्मियों ने सरयू नदी में छलांग लगाई और आठ लोगों को बचा लिया जबकि 29 वर्षीय कशिश नामक एक महिला लापता बताई जा रही है।

अयोध्या के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक राज करण नैयर ने कहा, “नाव की एक अन्य नाव से टक्कर हो गई थी। जिसके बाद तीर्थयात्रियों से भरी नाव पलट गई। नाव पर सवार सभी लोगों ने लाइफ जैकेट पहन रखी थी। एक महिला लापता है, बचाव दल की टीम उसे खोजने की कोशिश कर रही है।”

पता चला है कि सरयू नदी में यह हादसा उस समय हुआ, जब नाव नदी में मुड़ने की कोशिश कर रही थी और उसकी दूसरी नाव से टकरा गई।

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रांची में दारोगा की गोली मारकर हत्या, पुलिस जांच में जुटी

रांची 03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । झारखंड की राजधानी रांची में एक दारोगा की गोली मारकर हत्या कर दी गई। दरोगा अनुपम कच्छप का शव आज सुबह शहर के कांके इलाके में रिंग रोड के पास से बरामद किया गया है। वह पुलिस की स्पेशल ब्रांच में पोस्टेड थे। मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने रोड के किनारे शव पड़ा देखा तो इसकी जानकारी पुलिस को दी। बताया जा रहा है कि अनुपम शुक्रवार रात कांके रिंग रोड में एक ढाबे पर अपने कुछ दोस्तों के साथ पार्टी करने गए थे।

उनके दोस्त कार से लौटे, जबकि वह बाइक से लौट रहे थे। इसी दौरान उनकी गोली मारकर हत्या की गई। उन्हें दो गोलियां मारी गईं। वारदात की जानकारी मिलते ही स्पेशल ब्रांच के आईजी, डीआईजी, रांची पुलिस के डीआईजी, एसएसपी समेत कई अधिकारी रिम्स पहुंचे, जहां उनका शव पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है।

पुलिस मामले की जांच कर रही है। पुलिस अपराधियों की पहचान और गिरफ्तारी के लिए इलाके में सर्च ऑपरेशन चला रही है। खबर लिखे जाने तक हत्या की कोई स्पष्ट वजह नहीं मिल सकी है।

अनुपम झारखंड के खूंटी जिले के निवासी थे। उन्होंने बीआईटी सिंदरी से 2014 में बीटेक किया था और इसके बाद पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे। वह झारखंड के 2018 बैच के दारोगा थे और उनकी पहचान एक तेज-तर्रार अफसर के रूप में होती थी।

बता दें कि बीते दिनों शहर के सुखदेव नगर इलाके में एक अधिवक्ता की चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई थी। इसके पहले गुरुवार रात कांके इलाके में ही एक कांग्रेस नेता को गोली मारी गई थी। रांची में लगातार अपराध की घटनाओं से दहशत का माहौल है।

अधिवक्ता की हत्या के खिलाफ पूरे जिले के वकील आंदोलन कर रहे हैं। डीजीपी अनुराग गुप्ता अपराध की बढ़ती घटनाओं को देखते हुए शनिवार को जिले के तमाम बड़े पदाधिकारियों के साथ एसएसपी कार्यालय में बैठक करने वाले हैं।

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मजिस्ट्रियल जांच के आदेश के बाद स्वास्थ्य विभाग में हड़कंप

दिल्ली स्वास्थ्य विभाग:

आशा किरण से बीमारों को अस्पताल पहुंचना शुरू

नई दिल्ली  03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । दिल्ली के रोहिणी स्थित आशा किरण शेल्टर होम मामले में मंत्री आतिशी ने यहां हुई मौतों पर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही प्राथमिक जांच रिपोर्ट सौंपने के लिए 48 घंटे की डेडलाइन दी है। इसके बाद समाज विकास विभाग और स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों में हड़कंप मच गया है। शनिवार सुबह से ही एंबुलेंस का तांता आशा किरण होम में देखा जा रहा है। यहां पर बीमार लोगों को पास के ही अंबेडकर अस्पताल में भर्ती कराया जा रहा है।

इस मामले में शुक्रवार को ही आतिशी ने कहा था कि एक महीने में 14 मौतों का होना बेहद गंभीर बात है। हमने इस पर मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं और प्राथमिक जांच रिपोर्ट के लिए 48 घंटे की डेडलाइन दी है।

उनके मुताबिक, जांच में किसी भी अफसर, डॉक्टर, नर्स, केयर गिवर, एडमिनिस्ट्रेटिव स्टाफ की लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।

बता दें कि शुरुआती जानकारी के अनुसार, मृतकों में से कई मानसिक दिव्यांगता के अलावा अन्य कई शारीरिक समस्याओं से ग्रस्त थे। अभी मृतकों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट आना बाकी है। पोस्टमार्टम और मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट से मौतों की असल वजह साफ होगी।

आतिशी ने कहा था, “मैं दिल्ली के लोगों को भरोसा दिलाना चाहती हूं, यदि कोई भी मौत लापरवाही या गैर-जिम्मेदाराना व्यवहार से हुई है तो संबंधित अफसर को बख्शा नहीं जायेगा।”

दिल्ली सरकार का सामाजिक विकास विभाग आशा किरण के नाम से एक शेल्टर होम चलाता है। ये शेल्टर होम मानसिक रूप से दिव्यांग व्यक्तियों के लिए है, जहां 980 मानसिक रूप से दिव्यांग व्यक्ति रहते है। यहां बहुत से ऐसे व्यक्ति हैं जो दिव्यांगता की गंभीर श्रेणी में हैं और उनके साथ ही अन्य कई शारीरिक समस्याओं से ग्रस्त हैं जो बेडरेस्ट पर होते हैं और उनकी पूरी तरह से दूसरों पर निर्भरता होती है।

दरअसल आशा किरण होम में 24/7 मेडिकल केयर यूनिट मौजूद होता है। जिसमें 6 डॉक्टर और 17 नर्सें शामिल है। यहां 450 केयर-गिवर भी हैं जो 3 शिफ्ट में 24 घंटे काम करते हैं। इस होम में ज़्यादातर बेसहारा छोड़े गए लोग होते हैं।

जानकारी के मुताबिक जुलाई के महीने में आशा किरण होम में 14 मौतें हुई हैं। मृतकों में से 13 वयस्क हैं। इन 14 मौतों की पोस्टमार्टम रिपोर्ट अभी नहीं आई है, लेकिन शुरुआतों जांचों से पता चला है कि मृतकों में से बहुत मानसिक दिव्यांगता के अलावा अन्य कई शारीरिक समस्याओं से ग्रसित थे।

दिल्ली सरकार के मुताबिक, इस मामले में अगर कोई दोषी पाया गया तो उसके ऊपर सरकारी कार्रवाई के अलावा पुलिस द्वारा कार्रवाई भी की जायेगी। दिल्ली सरकार के इस फैसले के बाद अब स्वास्थ्य विभाग और समाज विकास विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। लगातार डॉक्टरों की टीम आशा किरण पहुंच रही है और जो ज्यादा बीमार लोग हैं उन्हें अस्पताल में शिफ्ट किया जा रहा है।

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जम्मू में AK-47 हथियारों के साथ देखे गए संदिग्ध

सुरक्षाबलों ने चलाया तलाशी अभियान

जम्मू 03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)  । जम्मू में ग्रेटर कैलाश के पास सूखी नहर में बीती रात कैंप ड्रेस पहने तीन लोगों को कथित तौर पर एके-47 जैसे हथियारों के साथ देखा गया। इसके बाद सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान चलाया। तलाशी अभियान रात 10:15 बजे समाप्त हुआ। इस दौरान सुरक्षाबलों को कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला। अधिकारियों ने नरवाल की ओर चौकियों को मजबूत करने की सलाह दी है।

बता दें कि 30 जुलाई को भारतीय सेना ने पुंछ जिले से हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी को गिरफ्तार किया था। आतंकी की पहचान मोहम्मद खलील के रूप में हुई थी।

राष्ट्रीय राइफल की रोमियो फोर्स को हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी मोहम्मद खलील के पुंछ के मंगनार गांव में छिपे होने की जानकारी मिली थी। इसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन चलाकर उसे गिरफ्तार किया था। आतंकी खलील के पास से एक विदेशी पिस्टल भी बरामद की गई थी।

इस बीच जम्मू-कश्मीर में हो रही घुसपैठ को देखते हुए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को बीएसएफ के दो वरिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उन्हें उनके पदों से हटा दिया है। डीजी बीएसएफ नितिन अग्रवाल और स्पेशल डीजी वाईबी खुरानिया को उनके पदों से हटाकर उनके मूल कैडर में वापस भेज दिया गया है।

जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल से हो रही लगातार आतंकियों की घुसपैठ, डीजी बीएसएफ और स्पेशल डीजी बीएसएफ को हटाने की मुख्य वजह है। जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को लेकर भारत सरकार का यह सबसे बड़ा प्रशासनिक एक्शन है, जिसमें वरिष्ठ अधिकारियों पर गाज गिरी है।

पिछले एक महीने में इन दोनों अधिकारियों ने जम्मू-कश्मीर, अंतरराष्ट्रीय सीमा और लाइन ऑफ कंट्रोल का दौरा किया था और अहम बैठकों में हिस्सा लिया था। इसके अलावा पंजाब सेक्टर से लगातार हो रही आतंकी घुसपैठ को प्रभावशाली ढंग से ना काबू पाना भी इस एक्शन की बड़ी वजह है।

पिछले कई सालों में ऐसा पहली बार हुआ है जब दो वरिष्ठ अधिकारियों को इस तरीके से हटाया गया है, जो किसी अर्धसैनिक बलों को लीड कर रहे थे। यह घटना सुरक्षा बलों के अंदर की संरचना और प्रशासनिक निर्णयों पर एक महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकती है।

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अयोध्या में गैंगरेप के आरोपी की बेकरी पर चला बुलडोजर

अयोध्या  03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । अयोध्या में 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में आरोपी मोईन खान के बेकरी पर बुलडोजर कार्रवाई हुई है। जिला प्रशासन ने उसकी बेकरी पर बुलडोजर चला दिया है।इस मामले में योगी सरकार एक्शन मोड में आ गई है।

शनिवार को खाद्य सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने आरोपी मोईन खान की बेकरी पर छापा मारा है। अधिकारियों ने बेकरी में बन रहे सामानों को जब्त कर इसे जांच के लिए भेज दिया है। वहीं, बेकरी को सील कर दिया गया है। बच्ची के साथ इसी बेकरी में उस पर गैंगरेप करने का आरोप लगा था।

मालूम हो कि महिला सुरक्षा को लेकर यूपी की योगी सरकार काफी गंभीर है। योगी आदित्यनाथ ने 12 साल की बच्ची के साथ गैंगरेप मामले में सपा नेता मोईद खान का मुद्दा विधानसभा में भी उठाया था। उन्होंने समाजवादी पार्टी को घेरते हुए कहा था कि अब तक सपा नेता पर कार्रवाई क्यों नहीं हुई। योगी ने कहा था कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा।

इधर, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को पीड़ित के परिजनों से मुलाकात की। उन्हें भरोसा दिलाया कि दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करेंगे। सीएम के इस भरोसे के बाद से ही मोईद खान पर कार्रवाई शुरू हो गई है। आगे उसकी मुश्किलें बढ़ने वाली हैं।

वहीं, इस मामले में थानाध्यक्ष पूराकलंदर रतन शर्मा व भदरसा चौकी इंचार्ज अखिलेश गुप्ता को सस्पेंड कर दिया गया है। वहीं, एसडीएम सोहावल राजस्व कर्मियों के साथ आरोपी सपा नेता मोईन खान के घर पहुंचे। आरोपी सपा नेता की जमीन-जायदाद की पैमाइश शुरू हो गई है। पीड़िता की मां ने बताया कि सीएम ने उन्हें आश्वस्त किया है कि आरोपी सपा नेता की संपत्तियों की जांच कराई जाएगी और अवैध संपत्तियों के खिलाफ कठोरता से कार्रवाई की जाएगी।

मालूम हो कि अयोध्या के पूरा कलंदर थाना क्षेत्र में घटी शर्मनाक घटना में सपा नेता मोईन खान और उसके नौकर पर पिछड़े वर्ग की 12 साल की बच्ची के साथ दुष्कर्म और ब्लैकमेलिंग का आरोप है। आरोपी मोईन खान फैजाबाद से सपा सांसद अवधेश प्रसाद का करीबी बताया जाता है।

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वायनाड भूस्खलन में मृतकों की संख्या बढ़कर 344 हुई

रेस्क्यू पांचवें दिन भी जारी

वायनाड 03 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । केरल के वायनाड में हुए भस्खलन में मरने वालों की संख्या बढ़कर 344 हो गई और 206 लोग अभी भी लापता हैं। रेस्क्यू टीम का शनिवार को पांचवें दिन भी ऑपरेशन जारी है। रक्षा बलों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, पुलिस, अग्निशमन सेवा और स्वयंसेवकों के 1,500 से अधिक कर्मियों वाली बचाव टीम ने शनिवार सुबह चार सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्रों चूरलमाला, वेल्लारीमाला, मुंडकाईल और पुंचिरीमाडोम में तलाशी शुरू कर दी है।

अब तक 146 शवों की पहचान हो चुकी है, जबकि 74 की पहचान होनी बाकी है। मृतकों में 30 बच्चे भी शामिल हैं। मलबे से बड़ी संख्या में क्षत-विक्षत शरीर के अंग भी बरामद किये गए हैं।

यहां लगभग 100 राहत शिविर हैं, जिनमें लगभग 9,500 लोगों को स्थानांतरित किया गया है। जिले के विभिन्न अस्पतालों में 84 लोग भर्ती हैं।

122 टेरिटोरियल आर्मी में लेफ्टिनेंट कर्नल और कन्नूर इकाई से जुड़े अभिनेता मोहनलाल अपनी इकाई के साथ शनिवार सुबह प्रभावित क्षेत्रों में पहुंचे।

सैन्य वर्दी पहने मोहनलाल सबसे पहले मैप्पडी में स्थित बेस कैम्प पहुंचे और रक्षा बलों से मुलाकात की। फिर वह चूरलमाला पहुंचे और बचाव दल के साथ बातचीत की।

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शुक्र है बारिश के पानी का चालान नहीं काटा

जानिए आखिर क्यों भड़का हाई कोर्ट

नई दिल्ली 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)  – दिल्ली हाई कोर्ट ने शुक्रवार को ओल्ड राजेंद्र नगर में राऊ के यूपीएससी की तैयारी कर रहे 3 छात्रों की मौत की जांच सीबीआई को सौंप दी। न्यायालय ने केंद्रीय सतर्कता आयुक्त को सीबीआई जांच की निगरानी के लिए एक अधिकारी नियुक्त करने और यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि जांच समय पर हो।

उच्च न्यायालय ने कहा कि घटना की प्रकृति को ध्यान में रखते हुए और यह सुनिश्चित करने के लिए कि जांच के संबंध में जनता को कोई संदेह न हो, इसलिए न्यायालय जांच को सीबीआई को सौंपता है। आदेश में कहा गया, “केंद्रीय सतर्कता आयुक्त पर्यवेक्षी शक्ति का प्रयोग करता है, इसलिए यह न्यायालय आयुक्त को जांच की निगरानी के लिए एक सदस्य नियुक्त करने का निर्देश देता है।” उच्च न्यायालय ने अपने आदेश में उल्लेख किया कि दिल्ली में नालियों जैसे भौतिक बुनियादी ढांचे की स्थिति भी ठीक नहीं है, उनका रखरखाव भी ठीक से नहीं किया जाता और हाल की त्रासदियों ने दिखाया है कि सिविक एजेंसियां ठीक से काम नहीं कर रही हैं।”

सुनवाई के दौरान उच्च न्यायालय ने छात्रों की मौतों पर दिल्ली पुलिस और नगर निगम को फटकार लगाई। कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश मनमोहन और न्यायमूर्ति तुषार राव गेडेला की पीठ ने कहा कि एमसीडी अधिकारियों को इसकी कोई परवाह नहीं है और यह एक सामान्य बात हो गई है। दिल्ली पुलिस द्वारा कोचिंग संस्थान के पास से गुजरी एसयूवी के ड्राइवर को गिरफ्तार करने का हवाला देते हुए अदालत ने कहा, “शुक्र है कि आपने बेसमेंट में घुसने के लिए बारिश के पानी का चालान नहीं काटा, जिस तरह से आपने एसयूवी ड्राइवर को वहां कार चलाने के लिए गिरफ्तार किया।”

बता दें कि श्रेया यादव, तान्या सोनी और नवीन डाल्विन, तीनों की 27 जुलाई की शाम को ओल्ड राजिंदर नगर में राऊ के आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में बारिश का पानी घुसने से मौत हो गई। विभिन्न कोचिंग संस्थानों में नामांकित छात्र घटना के बाद से ही विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं और कोचिंग सेंटरों में बेहतर सुरक्षा उपायों की मांग कर रहे हैं, जो उनके जीवन के लिए खतरा पैदा करते हैं।

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तीन छात्रों की मौत के मामले की जांच करेगी CBI

दिल्ली कोचिंग हादसे को लेकर HC का आदेश

नई दिल्ली 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): दिल्ली हाईकोर्ट ने ओल्ड राजेंद्र नजर स्थित राऊ आईएएस स्टडी सर्कल के बेसमेंट में तीन छात्रों की मौत के मामले में शुक्रवार को सीबीआई जांच के आदेश दे दिए। हाईकोर्ट ने कहा है कि सेंट्रल विजिलेंस कमीशन की निगरानी में सीबीआई इस मामले की जांच करेगी।

दिल्ली नगर निगम कमिश्नर ने सुनवाई के दौरान हाईकोर्ट को बताया कि इलाके में बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि कई जगहों पर निवासियों और दुकानदारों ने अतिक्रमण कर रखा है, जिसके चलते बरसाती पानी की निकासी में दिक्कत होती है।

नगर निगम कमिश्नर ने कोर्ट को भरोसा दिलाया कि इलाके में अवैध निर्माण और अनधिकृत अतिक्रमण को तुरंत हटाया जाएगा और एमसीडी के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में सीबीआई जांच के आदेश देने के साथ ही दिल्ली हाईकोर्ट ने दिल्ली नगर निगम को बरसाती पानी की निकासी की व्यवस्था में सुधार करने के लिए कहा है।

बता दें कि बीते दिनों दिल्ली में हुई बारिश से ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में एक कोचिंग इंस्टीट्यूट के बेसमेंट में पानी भर गया था और उसमें डूबकर यूपीएससी की तैयारी करने वाले एक छात्र और दो छात्राओं की मौत हो गई थी।

इस मामले में दिल्ली सरकार ने मजिस्ट्रेट से जांच के आदेश दिए थे। दिल्ली पुलिस ने कोचिंग मालिक अभिषेक गुप्ता और कोऑर्डिनेटर देशराज सिंह को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया था, जहां से दोनों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत भेज दिया गया।

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कोर्ट ने फैसला दिया कि शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा

नई दिल्ली 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): फिलहाल शंभू बॉर्डर खुलने के आसार नहीं दिख रहे। आज इस मामले में सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई। अदालत में हरियाणा की ओर से सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता पेश हुए और उन्होंने अदालत से एक्सपर्ट का नाम फाइनल करने के लिए समय मांगा और सुनवाई टालने की अपील की। मामले की अगली सुनवाई 12 अगस्त को होगी। सुनवाई में कोर्ट ने फैसला दिया है कि शंभू बॉर्डर अभी नहीं खुलेगा।

बॉर्डर पर यथास्थिति बनी रहेगी। मामले की अगली सुनवाई 12 अगस्त को होगी। शंभू बॉर्डर के खोलने संबंधी पंजाब एंड हरियाणा हाईकोर्ट के आदेशों को हरियाणा सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी थी। सुप्रीम कोर्ट ने शंभू बॉर्डर को लेकर हरियाणा और पंजाब से दो टूक कह दिया है या तो दोनों राज्य राष्ट्र हित में किसानों के मुद्दे को सुलझाएं, ⁠वरना अदालत दखल देगी। कोर्ट ने कहा- समाधान ही सीमा को खोलना है।

कोर्ट ने कहा कि याचिकाकर्ता के पास कुछ अच्छे सुझाव हैं, मान लीजिए कि अगर कोई एम्बुलेंस या वरिष्ठ नागरिकों को लेकर कोई कार आ रही है तो वे पैदल नहीं जा सकते। सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि दोनों राज्य सरकारों को कहा कि हमारे सुझाव पर विचार करके हमें बताएं, फिलहाल शंभू बॉडर पर यथास्थिति बरकरार रहेगी।

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चुनावी बॉन्ड योजना की नहीं होगी एसआईटी जांच

सुप्रीम कोर्ट ने खारिज की याचिका

नई दिल्ली 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)- सुप्रीम कोर्ट ने चुनावी बॉन्ड (ईबी) का उपयोग कर चुनावी वित्तपोषण में कथित घोटाले की न्यायिक निगरानी में एसआईटी से जांच कराने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है। शीर्ष अदालत ने 15 फरवरी को इस योजना को असंवैधानिक ठहराया था और इसे रद्द कर दिया था।

दो गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) द्वारा दायर एक जनहित याचिका (पीआईएल) में राजनीतिक दलों, निगमों और जांच एजेंसियों के बीच “स्पष्ट लेन-देन” का आरोप लगाया गया है।

याचिका में चुनावी बॉन्ड योजना को “घोटाला” करार दिया गया, जिसके तहत अधिकारियों को “शेल कंपनियों और घाटे में चल रही कंपनियों के वित्तपोषण के स्रोत की जांच करने का निर्देश देने की मांग की गई थी, जिन्होंने विभिन्न राजनीतिक दलों को दान दिया था, जैसा कि चुनाव आयोग (ईसी) द्वारा जारी आंकड़ों से पता चला है।

बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने 15 फरवरी को चुनावी बॉन्ड योजना को “असंवैधानिक” करार देते हुए रद्द कर दिया था। मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ ने कहा था कि गुमनाम चुनावी बॉन्ड योजना “अनुच्छेद 19(1)(ए) के तहत सूचना के अधिकार का उल्लंघन करती है।”

न्यायालय ने कहा था कि राजनीतिक दल चुनावी प्रक्रिया में प्रासंगिक इकाई हैं और चुनावी विकल्पों के लिए राजनीतिक दलों के वित्तपोषण के बारे में जानकारी आवश्यक है। दायर की गई याचिका में कहा गया है कि चुनावी बॉन्ड घोटाले में 2जी घोटाले या कोयला घोटाले के विपरीत धन का लेन-देन होता है, जहां स्पेक्ट्रम और कोयला खनन पट्टों का आवंटन मनमाने ढंग से किया गया था, लेकिन धन के लेन-देन का कोई सबूत नहीं था। फिर भी इस अदालत ने उन दोनों मामलों में अदालत की निगरानी में जांच का आदेश दिया, विशेष सरकारी अभियोजकों को नियुक्त किया और उन मामलों से निपटने के लिए विशेष अदालतें बनाईं।

चुनावी बॉन्ड 2018 में पेश किए गए थे और राजनीतिक फंडिंग में पारदर्शिता लाने के प्रयासों के तहत राजनीतिक दलों को दिए जाने वाले नकद दान के विकल्प के रूप में पेश किए गए थे। याचिका में आरोप लगाया गया है कि एजेंसियों द्वारा जांच के दायरे में आने वाली कई फर्मों ने संभावित रूप से जांच के परिणाम को प्रभावित करने के लिए सत्तारूढ़ पार्टी को बड़ी रकम दान की है।

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ईडी ने टीएमसी नेता और उसके भाई को किया गिरफ्तार

बंगाल राशन वितरण घोटाला 

कोलकाता 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में करोड़ों रुपये के राशन वितरण घोटाला मामले में तृणमूल कांग्रेस के एक नेता और उसके भाई को गिरफ्तार किया।

गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा में तृणमूल कांग्रेस के ब्लॉक अध्यक्ष अनिसुर रहमान उर्फ ​​बिदेश और उसके छोटे भाई अलिफ नूर उर्फ ​​मुकुल के रूप में हुई है। सम्मन किए जाने पर, दोनों गुरुवार दोपहर को पूछताछ के लिए साल्ट लेक स्थित केंद्र सरकार कार्यालय (सीजीओ) परिसर में ईडी के कार्यालय पहुंचे थे। सूत्रों ने बताया कि करीब 14 घंटे की लंबी पूछताछ के बाद, शुक्रवार को करीब 2.30 बजे ईडी अधिकारी ने दोनों भाइयों को गिरफ्तार कर लिया।

दोनों को बाद में कोलकाता में पीएमएलए की एक विशेष अदालत में पेश किया जाएगा। सूत्रों ने कहा कि ईडी के वकील मामले में आगे की पूछताछ के लिए उनकी हिरासत की मांग करेंगे।

इससे पहले मंगलवार को ईडी के अधिकारियों की एक टीम ने उत्तर 24 परगना जिले के देगंगा सामुदायिक विकास खंड में बेराचम्पा में हाई टेक राइस मिल के कार्यालय में मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था। ये दोनों बिदेश और मुकुल की मिलें है।

उसी दिन, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों के कर्मियों के साथ ईडी अधिकारियों की विभिन्न टीमों ने उत्तर 24 परगना और दक्षिण 24 परगना जिलों में नौ अन्य स्थानों पर मैराथन छापेमारी और तलाशी अभियान चलाया था।

बिदेश और मुकुल व्यवसायी बकीबुर रहमान के चचेरे भाई हैं, जिन्हें ईडी अधिकारियों ने इसी मामले में सबसे पहले गिरफ्तार किया था।

छापे और तलाशी अभियान के दौरान, केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों ने मामले में बिदेश और मुकुल की संलिप्तता की ओर इशारा करते हुए कई अहम दस्तावेज बरामद किए थे।

राज्य के पूर्व खाद्य एवं आपूर्ति मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक पहले से ही न्यायिक हिरासत में हैं।

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बिहार में डेंगू के मरीजों की बढ़ रही संख्या, हॉट स्पॉट पर नजर

पटना 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): बिहार की राजधानी पटना सहित कई अन्य जिलों में बारिश के मौसम में डेंगू मरीजों की संख्या बढ़ने लगी है। हालांकि स्वास्थ्य विभाग लगातार निगरानी और एंटी लार्वा के छिड़काव का दावा कर रहा है। नगर निगम की टीम को भी छिड़काव के लिए लगाया गया है।

बताया जाता है कि गुरुवार तक प्रदेश में इस साल 299 लोग डेंगू से पीड़ित हो चुके हैं, इनमें पटना के 99 लोग शामिल हैं। आंकड़ो की मानें तो गुरुवार को प्रदेश में 24 डेंगू पीड़ित नए मरीजों की पहचान हुई है। ये मरीज पटना के पाटलिपुत्र, बांकीपुर, पटना सिटी, अजिमाबाद, कंकड़बाग और संपतचक मोहल्ले में मिले हैं।

इसके अलावा गया, मुजफ्फरपुर, नालंदा, वैशाली, सारण, खगड़िया और नवादा में भी मरीजों के मिलने की सूचना है।

स्वास्थ्य विभाग का दावा है कि पटना के जो इलाके पिछले सालों में डेंगू के लिए हॉट स्पॉट बने हुए थे, इस सीजन में उन इलाकों पर विशेष नजर रखी जा रही है। मच्छरों के लार्वा की जांच करने के लिए आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया है। लार्वा चेक करने वालों की इन इलाकों में ड्यूटी लगाई गई है।

इधर, डेंगू से बचाव के लिए नगर निगम ने शहर में एक लाख से अधिक घरों में एंटी लार्वा स्प्रे का छिड़काव किया है। नगर निगम की चार सौ टीमें इस अभियान में लगी हैं। नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि डेंगू से बचाव के लिए शहर में चल रहे एंटी लार्वा के स्प्रे से मच्छरों का प्रकोप कम हो गया है। इसके अलावा फॉगिंग भी कराई जा रही है। जहां जलजमाव है, वहां विशेष तौर पर एंटी लार्वा का छिड़काव कराया जा रहा है जिससे डेंगू के मच्छर नहीं पनप पाएं। इसके लिए निगरानी टीम भी रखी गई है, जो छिड़काव के बाद इलाके में पहुंच कर जायजा लेती है।

जिन इलाकों में एंटी लार्वा स्प्रे किया जा चुका है, वहां दोबारा भी छिड़काव किया जाएगा। यदि किसी मोहल्ले या घर में छिड़काव और फॉगिंग नहीं हुआ है तो नगर निगम ने शिकायत करने की भी सुविधा दी है। जिन इलाकों से शिकायत आ रही है नगर निगम के अधिकारियों का दावा है कि वहां 24 घंटे के अंदर छिड़काव कराया जा रहा है।

इन इलाकों की नियमित मॉनिटरिंग करने का भी निर्देश दिया गया है। मच्छर नहीं पनपेंगे तो डेंगू का प्रकोप नियंत्रित रहेगा। इन इलाकों में जहां भी जलजमाव है उन्हें चिह्नित कर वहां छिड़काव करने के निर्देश दिए गए हैं।

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केरल के वायनाड में मलबे से चार दिन बाद चार लोग जिंदा मिले

जाको राखे साईंया मार सके ना कोय

वायनाड 02 Aug, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): जाको राखे साईंया मार सके ना कोय… यह कहावत उस समय बिल्कुल सही साबित हुई, जब केरल के वायनाड में मलबे से चार दिन बाद चार लोग जिंदा मिले। इनमें दो महिलाएं और दो पुरुष हैं।

बता दें कि इस हादसे अब तक 308 लोगों की मौत हो चुकी है।रेस्क्यू में जुटे बचावकर्मियों को अब तक 195 शव ही मिले हैं। इसके अलावा 105 लोगों के शव का कोई न कोई हिस्सा बरामद हुआ है, जिससे उनकी मौत कंफर्म हुई है।

बता दें कि सेना, नेवी और एयरफोर्स के साथ बचावकर्मियों की 40 टीमें लोगों के रेस्क्यू में जुटे हुए हैं। रेस्क्यू ऑपरेशन को प्रभावी बनाने के लिए सर्च क्षेत्र को 6 अलग-अलग भागों में बांटने की बात चल रही है।

भारतीय वायुसेना हिंडन एयर बेस से वायनाड के लिए जल्द सी-130 विमान उड़ाने जा रही है। यह विशेष ड्रोन सिस्टम के साथ-साथ विशेषज्ञों की टीम को वायनाड ले जाएगा, ताकी मिट्टी के नीचे फंसे लोगों की निगरानी की जा सके। ये ड्रोन सिस्टम मिट्टी के नीचे फंसे लोगों की तलाश करेंगे।

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