दौसा 20 Oct. (Rns/FJ) । अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस व पीएचईडी डॉ. सुबोध अग्रवाल ने कहा है कि दौसा के लिए महत्वाकांक्षी पेयजल परियोजना ईसरदा वृहद पेयजल परियोजना के क्रियान्वयन में तेजी लाई जाएगी। राज्य सरकार दौसा की पेयजल समस्या के समाधान के लिए गंभीर है और ईसरदा परियोजना पूरी होने तक के लिए दौसा में पेयजल उपलब्धता के वैकल्पिक उपायों पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है।
एसीएस डॉ. अग्रवाल दौसा में जलदाय विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ले रहे थे। उन्होंने कहा कि दौसा जिले की सभी पेयजल परियोजनाएं भूजल आधारित होने और अत्यधिक दोहन से भूजल स्तर के लगातार नीचे जाने से पेयजल की उपलब्धता में समस्या आ रही है।
उन्होंने कहा कि ऐसे में दौसावासियों को भी पानी की एक एक बूंद की बचत करनी होगी वहीं सरकार द्वारा ईसरदा बांध निर्माण एवं योजना के विभिन्न कार्यों को गति देने के हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं और अधिकारियों को आवष्यक निर्देश देने के साथ ही मोनेटरिंग व्यवस्था को मजबूत किया जा रहा है।
उन्होंने समीक्षा के दौरान ईसरदा बांध निर्माण की प्रगति के साथ साथ ईसरदा से मुख्य ट्रांसमिशन लाईन के पैकेज पर विस्तार से जानकारी लेते हुए कार्य को योजनावद्ध तरीके से पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने ईसरदा प्रोजेक्ट से जुड़े अधिकारियों को परियोजना का कार्य निर्धारित समय अवधि में पूर्ण करना सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसमें किसी तरह की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
डॉ. अग्रवाल ने अधिकारियों से दौसा व दौसा जिले में पेयजल वितरण व्यवस्था की विस्तार से जानकारी ली। उन्होंने बीसलपुर से आने वाले पानी की उपलब्धता बढ़ाने या ट्रेन के माध्यम से पानी उपलब्ध कराने सहित विभिन्न वैकल्पिक संभावनाओं पर ठोस प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए।
उन्होंने जल जीवन मिशन के काम में भी तेजी लाने और गांवों में हर घर जल कनेक्षन के लक्ष्यों को पूरा करने को कहा।इससे पहले दौसा पहुंचने पर एसीएस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने दौसा जिला कलक्टर श्री कमर चौधरी के साथ चर्चा कर जिले की पेयजल व माइंस संबंधी मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
इस दौरान जिला कलक्टर कमर चौधरी ने अति. मुख्य सचिव डॉ अग्रवाल के समक्ष बीसलपुर से मिल रहे पानी की आपूर्ति बढाए जाने की मांग करते हुए बताया कि वर्तमान में दौसा को बीसलपुर परियोजना के तूंगा हैडवर्क्स से प्रतिदिन 20-22 लाख लीटर पानी मिल रहा है और स्थानीय स्रोतों से लगभग 18 लाख लीटर उत्पादन हो रहा है
ऐसे में कुल 38-40 लाख लीटर पानी से दौसा में विभिन्न जोन बना कर 48 से 120 घंटे के अन्तराल तक पेयजल आपूर्ति की जा रही है। यदि बीसलपुर से अतिरिक्त पानी मिल जाता है तो अन्तराल में सुधार लाया जा सकता है। अन्य वैकल्पिक संसाधनों पर चर्चा के दौरान धौलपुर से ट्रेन द्वारा पेयजल परिवहन पर भी विचार हुआ।
बैठक में डॉ. अग्रवाल ने कहा कि जल जीवन मिशन एक समयबद्ध योजना है जिसके तहत वर्ष 2024 तक ग्रामीण क्षेत्र के प्रत्येक घर में नल से जल पहुंचाया जाना है ऐसे में विभागीय अधिकारी एफएचटीसी बढाए जाने एवं बकाया विद्युत कनेक्शन के लिए मुस्तैदी से कार्य करें।
********************************