मरीज को खून की जगह फ्रूट जूस चढ़ाने वाले यूपी के अस्पताल पर चलेगा बुलडोजर

प्रयागराज ,26 अक्टूबर (आरएनएस/FJ)। प्रयागराज में ग्लोबल हॉस्पिटल एंड ट्रॉमा सेंटर, जहां एक डेंगू मरीज की कथित तौर पर रक्त प्लेटलेट्स के बजाय फलों का रस चढ़ाने से मौत हो गई थी, पर अब बुलडोजर चलने वाला है। अनाधिकृत निर्माण के लिए अस्पताल प्रबंधन को तोडफ़ोड़ करने का नोटिस दिया गया है।

नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल बिना अनुमति के बनाया गया है और इसे शुक्रवार तक खाली कर देना होगा।
प्रारंभिक जांच में अधिकारियों की चूक का खुलासा होने के बाद पिछले हफ्ते अस्पताल को सील कर दिया गया था। अस्पताल में अब कोई मरीज नहीं है।

नोटिस में कहा गया है कि अस्पताल के अधिकारियों ने इस संबंध में पहले के नोटिस का जवाब नहीं दिया और इस साल की शुरुआत में एक आदेश पारित किया गया था।

32 वर्षीय डेंगू रोगी के परिवार ने आरोप लगाया था कि अस्पताल ने प्लाज्मा के रूप में चिह्न्ति एक बैग में मौसंबी का रस दिया था। उसके रिश्तेदारों ने आरोप लगाया कि इसके बाद मरीज की तबीयत बिगड़ गई और उसे दूसरे अस्पताल ले जाने के बाद उसकी मौत हो गई।

उन्होंने दावा किया कि दूसरे अस्पताल के डॉक्टरों ने उन्हें बताया कि विवादित प्लेटलेट बैग में केमिकल्स का मिश्रण और मौसमी जूस जैसा कुछ मीठा था।

लेकिन प्लेटलेट बैग में जूस था या नहीं इस पर मेडिकल रिपोर्ट सार्वजनिक नहीं की गई।

मरीज के परिवार ने भी अस्पताल के कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की थी।

प्रयागराज पुलिस ने बाद में फर्जी प्लेटलेट्स की आपूर्ति करने वाले एक गिरोह का भंडाफोड़ किया और 10 लोगों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने कहा था कि वे ब्लड बैंकों से प्लाज्मा लेते थे और उन्हें प्लेटलेट्स के रूप में दोबारा पैक करते थे।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version