उर्दू पत्रकारिता पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया

रांची,27.03.2022 –  उर्दू पत्रकारिता के 200 वर्ष पूरे होने पर द रांची प्रेस क्लब के सभागार में द रांची प्रेस क्लब के द्वारा जश्ने उर्दू पत्रकारिता पर भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस मौके पर मुख्य अतिथि पर्यटन कला संस्कृति खेलकूद एंव युवा कार्य विभाग मंत्री हफीजुल हसन, विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बलबीर दत्त, रांची जिला के ग्रामीण एसपी नौशाद आलम मौजूद थे । कार्यक्रम की अध्यक्षता द रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र कर रहे थे , मंच संचालन सबा इकबाल ने किया, और कार्यक्रम का समापन संबोधन प्रेस क्लब के कार्यकारिणी सदस्य परवेज कुरैशी ने की।

स्वागत भाषण में प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र ने कहा कि उर्दू अखबार का पौधा कैसे पले, बढ़े और बड़ा हो इस पर हम सभी को सोचने की जरूरत है । जंग ए आजादी से लेकर अब तक उर्दू अखबार को , उर्दू के पत्रकारों को ,उर्दू से जुड़े हुए सभी को जद्दोजहद करते देख रहे हैं। मैं समझता हूं कि जिस तरह से आज का कार्यक्रम आयोजन हुआ और जिस तरह से उर्दू पत्रकार और उर्दू से जुड़े हुए हर वर्ग और समुदाय के लोग , उर्दू से पत्रकारिता से तालुकात रखते हैं , वे इस मौके पर आए हैं , सभी आभार पात्र हैं ।

 

मंत्री हफीजुल हसन 200 वर्ष पूरा होने पर लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि उर्दू एकेडमी का हम गठन करेंगे और अपने ही सरकार में यह होगा, यह मैं घोषणा करता हूं । साथ ही उन्होंने कहा कि उर्दू पढ़ने की ,लिखने की, आदत हम सभी को डालनी होगी । तभी उर्दू महफूज रह सकेगी, उर्दू किसी की जागीर नहीं है ।उन्होंने कहा कि उर्दू हिंदुस्तान की जुबान है , हर हिंदुस्तानी का उर्दू पर हक है ।

विशिष्ट अतिथि पद्मश्री बलबीर दत्त ने उर्दू के इतिहास और हिन्दुस्तान के बंटवारे पर रनी डाला। उन्होंने कहा कि उर्दू जिस तरह से आगे बढ़ा और जंग ए आजादी में जिस तरह से योगदान रहा है उसको कभी नहीं भुलाया जा सकता है। हम यह कहेंगे कि झारखंड में या अविभाजित बिहार के समय में बहुत कम अखबार हुआ करता था , लेकिन आज दर्जनों से अधिक उर्दू का अखबार निकल रहे है। यही सफलता है ।

ग्रामीण एसपी नौशाद आलम ने कहा कि उर्दू भाषा जो है इसमें सभ्यता,संस्कृति और मिठास है। यह भाषा सभी को जोड़ने का काम करता है और हिंदुस्तान में उर्दू सबसे अधिक बोली जाती है। जिस तरह से आयोजन हुआ है काबिल ए तारीफ है।

प्रो. विनोद कुमार ने उर्दू पत्रकारिता पर अमीर खुसरो को महत्व देते हुए कहा कि मैं समझता हूं कि अमीर खुसरो ने ही उर्दू को बढ़ावा दिया। हिंदुस्तान में जिस तरह से उन्होंने अपने कविताओं में दोहो में उर्दू को शामिल किया गया है, वह काबिले तारीफ है । उर्दू मुसलमान की जुबान नहीं है , यह हम सब भारतीयों का जुवान है ।

सम्मानित होनेवालेः

एच रिजवी,मुजफ्फर हुसैन, एस एम जमशेदपुरी,जफीरुल्लाह सादिक, इम्तियाजुद्दीन, साकीर,मामून रशीद,नवेंदू उमेश,अरशद मधुपुरी, मामून रशीद, तनजीला नाज,नौशाद आलम सहित उर्दू अखबारों को भी मोमेंटो और शॉल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया।

इस मौके पर द रांची प्रेस क्लब के अध्यक्ष संजय मिश्र , कोषाध्यक्ष सुशील सिंह मंटू , उपाध्यक्ष पिंटू दुबे, सचिव जावेद अख्तर , संयुक्त सचिव अभिषेक सिन्हा , मैनेजिंग कमिटी सदस्य मानिक बॉस, रूपम ,संजय रंजन ,किसलय सानू , धर्मेंद्र गिरी, परवेज कुरैशी, दीपक जयसवाल, राकेश कुमार ,राज वर्मा, सुनील गुप्ता, सहित वरिष्ठ पत्रकार शफीक अंसारी, डा.शाहनवाज कुरेशी , शारीब खान, मुस्तकीम आलम, गुलाम शाहिद, एहसान ,सबा इकबाल, सरफराज, सहरोज कमर , तंजिला , नसीर अफसर , डॉ असलम परवेज, सरफराज अहमद, समीम, मुजफ्फर हुसैन, इमरान ,आदिल रशीद, जसीम ,इमाम नकवी शामिल थे।

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प्राणायाम ओवरथिंकिंग से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं

27.03.20252 – प्राणायाम आपके दिमाग को शांत करते हुए इस समस्या से उभार सकते हैं। अमूमन यह देखने में आता है कि जिन लोगों को अपनी जिंदगी से ढेरों शिकायतें होती हैं, वे हमेशा एक अजीब सा दबाव महसूस करते हैं और हर समय कुछ न कुछ सोचते रहते हैं, जिसके परिणामस्वरूप वे ओवर थिंकिंग की चपेट में आ जाते हैं।

अगर आप भी बेवजह की बातों में उलझे रहते हैं तो कुछ प्राणायाम आपके दिमाग को शांत करते हुए इस समस्या से उभार सकते हैं। आइए आज उन्हीं प्राणायामों के अभ्यास का तरीका जानें। नाड़ी शोधन प्राणायामनाड़ी शोधन प्राणायाम के लिए सबसे पहले योगा मैट पर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठें, फिर दाएं हाथ की पहली दो उंगलियों को माथे के बीचों-बीच रखें।

अब अंगूठे से नाक के दाएं छिद्र को बंद करके नाक के बाएं छिद्र से सांस लें, फिर अनामिका उंगली से नाक के बाएं छिद्र को बंद करके दाएं छिद्र से सांस छोड़ें। इस दौरान अपनी दोनों आंखें बंद करके अपनी सांस पर ध्यान दें। कुछ देर बाद प्राणायाम छोड़ दें। उज्जायी प्राणायामउज्जायी प्राणायाम के लिए सबसे पहले योगा मैट पर किसी आरामदायक स्थिति में बैठ जाएं और अपनी जीभ को ऊपर तालु से टच करते हुए मुंह के अंदर की ओर मोड़ लें।

इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और गले से आवाज निकालते हुए सामान्य रूप से सांस लें, फिर धीरे-धीरे सांस को गहरा कर लें। ऐसा 10-20 मिनट तक करने के बाद धीरे-धीरे अपनी दोनों आंखों को खोलें और सामान्य हो जाएं। कपालभाति प्राणायामकपालभाति प्राणायाम के अभ्यास के लिए पहले योगा मैट पर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठें और अपने दोनों हाथों को घुटनों पर ज्ञान मुद्रा में रखें। इसके बाद अपनी दोनों आंखों को बंद करें और अपने पूरे शरीर को ढीला छोड़कर नाक से गहरी सांस लें, फिर पेट की मांसपेशियों को सिकोड़ते हुए इस सांस को छोड़ें।

कुछ मिनट तक इस प्रक्रिया को दोहराते रहें। इसके बाद धीरे-धीरे अपनी आंखों को खोलें और प्राणायाम का अभ्यास बंद कर दें। शीतकारी प्राणायामसबसे पहले योगा मैट पर किसी आरामदायक मुद्रा में बैठ जाएं। अब जीभ को ऊपर की ओर रोल करें और इससे ऊपरी तालु को छुएं। इसके बाद दांतों को एक साथ मिलाएं और होठों को अलग रखें ताकि दांत दिखें। फिर धीरे से लंबी सांस लें।

इस दौरान मुंह से हिस की आवाज उत्पन्न होगी। इसके बाद अपने होंठों को आपस में मिलाकर नाक से सांस को धीरे से छोड़े। इस प्रक्रिया को लगभग 20-25 बार दोहराएं। (एजेंसी)

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सिरका गार्डन की कई समस्याओं को दूर कर सकता है

27.03.2022 – सिरका का इस्तेमाल तरह-तरह के व्यंजन बनाने से लेकर घर की सफाई करने के लिए करते आए होंगे, लेकिन क्या आप इस बात से वाकिफ हैं कि सिरका आपके गार्डन के लिए भी बेहद काम का है। दरअसल, सिरका गार्डन से कीड़े-मकोड़े दूर करने से लेकर गार्डनिंग टूल्स को आसानी से साफ करने में आपकी मदद कर सकता है।

आइए जानते हैं कि आप गार्डन में किस-किस तरह सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।गार्डन से दूर होगें कीड़े-मकोड़ेअगर आपके गार्डन में कीड़े-मकोड़ों ने तहलका मचा रखा है तो उन्हें हमेशा के लिए गार्डन से दूर रखने में सिरका आपकी काफी मदद कर सकता है। इसके लिए एक बर्तन में आधा कप सिरका और एक मग पानी डालकर उन्हें अच्छे से मिलाएं और एक घोल तैयार कर लें।

अब इस घोल को एक स्प्रे बोतल में डालकर इससे अपने गार्डन में छिड़काव करें। इस घोल की महक से कीड़े-मकोड़े कुछ ही दिनों में भाग जाएंगे। बतौर कीटनाशक करें इस्तेमालअगर आप अपने गार्डन को फफूंद से बचाना चाहते हैं तो आपको अपने गार्डन में समय-समय पर कीटनाशक का छिड़काव करना होगा। दरअसल, फफूंद से गार्डन के फल और फूल को काफी नुकसान पहुंच सकता है।

वहीं, फफूंद वाले गार्डन की चीजों के सेवन से आप कई शारीरिक समस्याओं की चपेट में आ सकते हैं। ऐसे में कीटनाशक का छिड़काव बेहद जरूरी है। इसके लिए आवश्यकतानुसार पानी में एक कप सिरका मिलाकर गार्डन में छिड़कें। जंगली घास हटाने में है सहायकअगर आपके गार्डन में पौधों के आस-पास बड़ी मात्रा में जंगली घास उग आई है तो इसे हटाने के लिए भी आप सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए जंगली घास की जड़ों पर थोड़ा सिरका डालकर छोड़ दें। एक से दो दिन में ये घास अपने आप मुरझा जाएगी। इसके बाद आप इस घास को गार्डन से हटा सकते हैं। वहीं, सिरके के इस्तेमाल से उस जगह पर दोबारा जंगली घास नहीं उगेगी। गार्डनिंग टूल्स और गमलों का रखें ख्यालअगर आप यह चाहते हैं कि आपके गार्डनिंग टूल्स और गमले जल्दी खराब न हो तो आप इन्हे सुरक्षित रखने के लिए सिरके का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले एक मुलायम कपड़े पर थोड़ा सिरका लगाएं, फिर उसे अपने गार्डनिंग टूल्स और पौधों के गमलों पर रगड़ें। इसके बाद इन चीजों को गर्म पानी से धोकर साफ सूखे कपड़े से पोंछे। इससे ये चीजें एकदम नई जैसी लगने लगेगी। (एजेंसी)

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सैम बहादुर की शूटिंग अगस्त में,जो फिल्म विक्की कौशल की है

27.03.2022 – सैम बहादुर एक फिल्म है, जो फील्ड मार्शल सैम मानेकशॉ के जीवन पर आधारित है। बॉलीवुड में कई बायोपिक फिल्मों पर काम चल रहा है। इसमें विक्की कौशल मानेकशॉ का किरदार निभाएंगे। एक बार फिर विक्की के कंधे पर फिल्म को हिट कराने का जिम्मा होगा। अब फिल्म से जुड़ी एक रोचक जानकारी सामने आई है।

कहा जा रहा है कि फिल्म की शूटिंग इस साल अगस्त में शुरू होगी। रिपोर्ट के मुताबिक, विक्की अभिनीत फिल्म सैम बहादुर की शूटिंग इस साल अगस्त में शुरू होगी। एक करीबी सूत्र ने बताया, टीम जल्द ही शूटिंग शुरू करने से पहले आवश्यक तैयारी शुरू करेगी। फिल्म के सभी कलाकार इस महीने से अपने किरदारों में खुद को ढालने के लिए तैयारियां शुरू कर देंगे।

हालांकि, इस फिल्म का पहला शेड्यूल अगस्त, 2022 में शुरू किया जाएगा।फिल्म में अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा मानेकशॉ की पत्नी सिल्लू मानेकशॉ की भूमिका में नजर आएंगी। इसका मतलब है कि विक्की और सान्या फिल्म में कपल के रूप में दिखेंगे। फातिमा सना शेख को श्रीमती इंदिरा गांधी के रूप में देखा जाएगा।

दंगल में बहनों की भूमिका में दिखने के बाद यह दूसरा मौका है, जब सान्या और फातिमा स्क्रीन शेयर करेंगी। इससे पहले ये दोनों अनुराग कश्यप की फिल्म लूडो में साथ नजर आए थे। फिल्म का निर्देशन मेघना गुलजार कर रही हैं। फिल्म की घोषणा 2019 में हुई थी और तभी मेकर्स ने फिल्म से विक्की का फर्स्ट लुक साझा किया था। वह मिलिट्री ऑफिसर की वर्दी में खूब आकर्षक लग रहे थे।

मेघना और रॉनी की प्रोडक्शन कंपनी आरएसवीपी ने पिछले साल मानेकशॉ की जयंती पर फिल्म के नाम का खुलासा किया था। पोस्ट में लिखा गया था, सैम मानेकशॉ की जयंती पर उनकी कहानी ने अपना नाम ढूंढ लिया। सैम बहादुर। मानेकशॉ के चार दशक सैन्य करियर में पांच युद्ध हुए। वह पहले भारतीय सेना अधिकारी थे, जिन्हें फील्ड मार्शल के पद पर पदोन्नत किया गया था। 1971 के भारत-पाक युद्ध में उनकी सैन्य जीत के कारण बांग्लादेश का निर्माण हुआ।

2008 में उनका निधन हुआ। विक्की के वर्कफ्रंट की बात करें तो वह फिल्म मिस्टर लेले में मुख्य भूमिका निभाएंगे। वह द ग्रेट इंडियन फैमिली का भी हिस्सा हैं। गोविंदा नाम मेरा भी उनके खाते से जुड़ी हुई है।

इसमें भूमि पेडनेकर और कियारा आडवाणी अपने अभिनय का दम दिखाएंगी। सारा अली खान के साथ एक रोमांटिक कॉमेडी को लेकर भी विक्की सुर्खियों में बने हुए हैं। द इम्मोर्टल अश्वत्थामा और तख्त जैसी फिल्मों में भी वह दिखाई देंगे। (एजेंसी)

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रसिका दुग्गल ने पूरी की लॉर्ड कर्जन की हवेली की शूटिंग

27.03.2022 – रसिका दुग्गल जो मिजार्पुर, दिल्ली क्राइम और मंटो में अपने काम के लिए पहचानी जाती हैं.यूके में अपनी अपकमिंग फिल्म लॉर्ड कर्जन की हवेली की शूटिंग पूरी की है।वह फिल्म की शूटिंग के लिए 15 दिनों के लिए यूके में थीं, जिसमें उनके साथ अभिनेता अर्जुन माथुर मुख्य भूमिका में हैं।

हालाँकि, लॉर्ड कर्जन की हवेली में उनकी भूमिका के बारे में अभी बहुत कुछ सामने नहीं आया है, लेकिन फिल्म की शूटिंग से उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर जो वीडियो और तस्वीरें साझा की हैं, उन्होंने दर्शकों की रुचि को बढ़ा दिया है।रसिका ने टिप्पणी करते हुए कहा कि फिल्म की शूटिंग के माध्यम से, उन्हें अपने छात्रावास के दिनों को फिर से जीने का मौका मिला।

उन्होंने साझा किया कि यह फिल्म प्रदर्शन पर बहुत अधिक निर्भर करती है और उस तरह की चुनौती एक अभिनेता के लिए एक खुशी की बात है। फिल्म में मेरे चरित्र की इतनी परतें है कि मुझे कभी-कभी लगता है कि मैंने एक ही फिल्म के भीतर कई शैलियों का पता लगाया है।

इसके अलावा, रसिका स्पाइक नामक एक सीरीज में भी दिखाई देंगी, जिसके लिए उन्होंने हिमाचल प्रदेश के पालमपुर में शूटिंग की थी। वह दिल्ली क्राइम सीजन 2 की रिलीज का भी इंतजार कर रही हैं। (एजेंसी)

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अजय देवगन भंसाली की बैजू बावरा में तानसेन की भूमिका निभाएंगे

27.03.2022 – अजय देवगन ने हाल में रूद्र: द एज ऑफ डार्कनेस से ओटीटी प्लेटफॉर्म पर अपना डेब्यू किया है। यह सीरीज 4 मार्च को डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर रिलीज हुई है। उनके ओटीटी डेब्यू को फैंस ने बेहद पसंद किया है। अब सुनने में आ रहा है कि वह संजय लीला भंसाली की फिल्म बैजू बावरा में तानसेन की भूमिका निभाएंगे।
इस फिल्म में आलिया भट्ट के साथ रणवीर सिंह लीड रोल में हैं। रिपोर्ट के अनुसार, भंसाली की बैजू बावरा में अजय संगीतकार तानसेन की भूमिका में दिखेंगे। एक सूत्र ने बताया, जब भंसाली ने 23 साल बाद गंगूबाई काठियावाड़ी में अजय के साथ काम किया, तो वह अपने अनुभवों को लेकर आशंकित थे।
लेकिन वे साथ होकर छा गए। भंसाली को लगता है कि गंगूबाई काठियावाड़ी की सफलता में अजय का बड़ा हाथ है। वह चाहते हैं कि अजय बैजू बावरा का हिस्सा बनें। सूत्र ने बताया कि इस फिल्म में अजय का कैरेक्टर ग्रे होगा और उन्हें इस प्रकार का किरदार निभाने में कोई संकोच नहीं है।
उन्होंने अभी तक फिल्म साइन नहीं की है। हालांकि, इस संबंध में आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है। अजय आखिरी बार भंसाली की फिल्म गंगूबाई काठियावाड़ी में ही दिखे हैं, जो 25 फरवरी को सिनेमाघरों में आई थी। इसमें अजय ने रहीम लाला की भूमिका निभाई है। आलिया ने इस फिल्म में वेश्या गंगूबाई का किरदार निभाया था। गंगूबाई को शक्तिशाली बनाने में रहीम की महत्वपूर्ण भूमिका थी।

भले ही फिल्म में अजय ने कैमियो की भूमिका निभाई थी, लेकिन उन्होंने इसके लिए 11 करोड़ रुपये चार्ज किए थे। रणवीर और आलिया बैजू बावरा की शूटिंग इस साल के मध्य तक शुरू करेंगे। दोनों कलाकार फिलहाल रॉकी और रानी की प्रेम कहानी की शूटिंग कर रहे हैं। बैजू बावरा के जरिए रणवीर चौथी बार भंसाली के साथ काम कर रहे हैं। सबसे पहले दोनों ने फिल्म गोलियों की रासलीला रामलीला में साथ काम किया था।
गंगूबाई काठियावाड़ी के बाद आलिया दूसरी बार भंसाली की फिल्म में नजर आने वाली हैं। इस फिल्म की कहानी 1952 में आई क्लासिक फिल्म बैजू बावरा पर आधारित होगी। बैजू बावरा एक म्यूजिकल ड्रामा फिल्म है, जिसका निर्देशन विजय भट्ट ने किया था। यह फिल्म 1952 में रिलीज हुई थी और इसमें मीना कुमारी और भारत भूषण जैसे कलाकार नजर आए थे।
फिल्म एक संगीतकार के जीवन पर आधारित है, जो अपने पिता की मृत्यु का बदला अकबर के दरबार के नवरत्नों में से एक तानसेन से लेता है। अजय स्पोर्ट्स ड्रामा फिल्म मैदान में दिखेंगे। इसमें वह एक फुटबॉल कोच की भूमिका निभाएंगे। उन्हें आरआरआर में देखा जा सकता है। वह रेड 2 में भी नजर आएंगे। उन्हें कैथी की हिन्दी रीमेक में भी देखा जाएगा। (एजेंसी)

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फिल्म सेल्फी में नुसरत भरूचा और डायना पेंटी की एंट्री

27.03.2022 – फिल्म सेल्फी के कारण  अक्षय कुमार और इमरान हाशमी  काफी समय से सुर्खियों में हैं। जब से उनकी इस फिल्म की घोषणा हुई है, तभी से दर्शकों के जहन में यह सवाल उठ रहा था कि इसमें दोंनो की जोड़ी किसके साथ बनेगी। फिल्म के लिए अभिनेत्रियों की तलाश जोरों पर थी, जो अब आखिरकार खत्म हो गई है।

अक्षय और अजय को हीरोइन मिल गई है।अक्षय ने ट्विटर पर एक वीडियो शेयर किया है। इसमें उनके साथ इमरान हाशमी, नुसरत भरूचा और डायना पेंटी कार की बैक सीट पर बैठी नजर आ रही हैं। उन सभी के हाथ में फिल्म की कहानी है। सभी सेल्फी के गाने पर डांस करते दिख रहे हैं।

अक्षय ने इसके साथ लिखा, नुसरत भरूचा और डायना पेंटी के शामिल होने से सेल्फी दस्ता पूरे जोश में है। क्या कहते हो इमरान हाशमी, हो जाए मुकाबला?इस फिल्म के जरिए डायना पहली बार अपने करियर में अक्षय और इमरान के साथ काम करने जा रही हैं, वहीं सेल्फी अक्षय के साथ नुसरत की दूसरी फिल्म होगी। इससे पहले दोनों फिल्म राम सेतु में साथ काम कर चुके हैं।

यह फिल्म राज मेहता के निर्देशन में बन रही है, जिनके निर्देशन में बनी फिल्म गुड न्यूज में भी अक्षय नजर आए थे। सेल्फी को करण जौहर और पृथ्वीराज सुकुमारन मिलकर बना रहे हैं। इस साल की शुरुआत में ही अक्षय और इमरान ने सेल्फी से अपना लुक शेयर कर इसकी शूटिंग शुरू होने की जानकारी दी थी। दोनों अलग-अलग हाईवे पर सेल्फी लेते दिख रहे थे।

सेल्फी 2019 में आई मलयालम फिल्म ड्राइविंग लाइसेंस का हिंदी रीमेक है। ड्राइविंग लाइसेंस की कहानी एक पुलिस वाले और सुपरस्टार पर आधारित है। पुलिसवाला, सुपरस्टार का प्रशंसक होता है, लेकिन जब स्टार, पुलिस वाले और उसके परिवार के साथ तस्वीर लेने से इनकार करता है तो दोनों आपस में भिड़ जाते हैं।

फिल्म में पृथ्वीराज ने एक फिल्म सुपरस्टार की भूमिका निभाई थी, जबकि सूरज वेंजारामूडु ने पुलिसवाले का किरदार निभाया था। अब सेल्फी में अक्षय सुपरस्टार और इमरान पुलिस की वर्दी में दिखने वाले हैं। नुसरत जल्द ही फिल्म हुड़दंग में नजर आएंगी। इस रोमांटिक फिल्म में उनके साथ सनी कौशल दिखने वाले हैं। उन्हें फिल्म जनहित में जारी में देखा जाएगा।

इस फिल्म में नुसरत छोटे शहर की एक शिक्षित लड़की की भूमिका में होंगी। उन्हें तेलुगु फिल्म छत्रपति के हिंदी रीमेक में भी देखा जाएगा। दूसरी तरफ डायना जल्द ही फिल्म अद्भुत में नवाजुद्दीन सिद्दीकी के साथ दिखाई देंगी। विशाल भारद्वाज की फिल्म कुत्ते भी डायना के खाते से जुड़ी है। (एजेंसी)

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अर्शी खान का स्वयंवर इस साल नहीं हो रहा,बताई वजह

27.03.2022 – अर्शी खान अपने बोल्ड अंदाज और बेबाक बयानबाजी को लेकर सुर्खियों में रहने वाली है,  के स्वयंवर इंतजार दर्शकों को बेसब्री से था। खुद अर्शी ने इसे लेकर अपनी उत्सुकता जाहिर की थी। अब खबर है कि फिलहाल अर्शी छोटे पर्दे पर अपना स्वयंवर नहीं रचा रही हैं। उन्होंने खुद एक हालिया इंटरव्यू में यह खुलासा किया है और कहा है कि अभी इसके लिए दर्शकों को और इंतजार करना होगा।

अर्शी ने कहा, मैं इस बात से खुश हूं कि आखिरकार स्वयंवर शो हो रहा है। इस बात की और भी खुशी है कि मीका सिंह को नेशनल टेलीविजन पर दुल्हन मिलेगी। उन्होंने कहा, मैं तो अगले साल तक के लिए इंतजार कर सकती हूं। मैं अभी किसी भी रिलेशनशिप में आने या शादी करने की जल्दबाजी में नहीं हूं। मेरी टीम लगातार निर्माताओं के साथ बातचीत कर रही थी, लेकिन मैं वक्त नहीं निकाल पाई।

अर्शी ने कहा, मेरा पूरा फोकस अभी अपनी एक्टिंग पर है। मुझे मेरी डिजिटल सीरीज के लिए भी अच्छा फीडबैक मिल रहा है। इसके अलावा मैं पंजाबी और हरियाणवी गाने भी कर रही हूं। अर्शी ने कहा, मैं द ग्रेट खली से कुश्ती भी सीख रही हूं। लोग मुझे बहुत जल्द ही पूरास्पोर्ट्स में भी देखेंगे। मैं हर चीज का पूरा लुत्फ उठा रही हूं, इसलिए मुझे अभी ऐसा कोई शो नहीं करना, जिसमें मुझे लाइफ पार्टनर मिले।

अर्शी शो आएंगे तेरे साजन में नजर आने वाली थीं। उन्होंने इस पर कहा था, सच कहूं तो मैं अब अपनी निजी जिंदगी में सेटल होना चाहती हूं। शादी करना चाहती हूं। मुझे यकीन है कि इस स्वयंवर शो के जरिए मुझे मेरा सही हमसफर जरूर मिलेगा। उन्होंने कहा, इस सफर के लिए मैं काफी उत्साहित हूं। एक तरफ तो मुझे दर्शकों का फिर से मनोरंजन करने का मौका मिलेगा। दूसरी तरफ मेरी निजी जिंदगी में भी थोड़ी हलचल मचेगी।

अर्शी को सबसे ज्यादा लोकप्रियता बिग बॉस से मिली। वह बिग बॉस 11 और बिग बॉस 14 का हिस्सा रहीं। दोनों ही सीजन में उन्होंने लंबी पारी खेली, लेकिन वह फाइनलिस्ट नहीं बन सकीं। सीजन 11 में अर्शी 83 दिन शो में टिकी थीं, जबकी बिग बॉस 14 में वह चैलेंजर के तौर पर 66वें दिन घर के अंदर गई थीं और 127वें दिन में बाहर निकली थीं। कुछ समय पहले ही अर्शी फिल्म द लास्ट एम्परर में दिखी थीं। (एजेंसी)

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काली दास पाण्डेय वरिष्ठ फिल्म पत्रकार को मिला ‘राष्ट्रीय सेवा सम्मान’ अवार्ड

27.03.2022 – काली दास पाण्डेय  वरिष्ठ फिल्म पत्रकार/ अधिवक्ता को मालाबार हिल, वालकेश्वर रोड मुम्बई स्थित राज भवन में आयोजित राष्ट्रीय सेवा सम्मान समारोह में महाराष्ट्र के राज्यपाल श्री भगत सिंह  कोश्यारी ने ‘राष्ट्रीय सेवा सम्मान’ अवार्ड दे कर सम्मानित किया।

इस सम्मान समारोह का आयोजन राष्ट्रीय साप्ताहिक समाचार पत्र ‘गऊ भारत भारती’ के संपादक व गो रक्षक सेवा ट्रस्ट (मुम्बई) के संचालक संजय अमान के द्वारा किया गया था। विदित हो कि बॉलीवुड के चर्चित फिल्म पत्रकार काली दास पाण्डेय ने अपना करियर 1981 में स्वतंत्र पत्रकार के रूप में जमशेदपुर (झारखंड) से प्रकाशित हिंदी दैनिक समाचार पत्र ‘उदित वाणी’ से किया था।

80 के दशक से वर्तमान समय तक  बतौर फिल्म पत्रकार बॉलीवुड में सक्रियता जारी है । हजारीबाग (झारखंड) बार एसोसिएशन की सदस्यता ग्रहण कर 1992 से वकालत के पेशे में क्रियाशील काली दास पाण्डेय को यह सम्मान फिल्म पत्रकारिता व वकालत  के पेशे में रह कर समाज के प्रति निष्ठापूर्वक किये गए कार्यों का आकलन करने के पश्चात दिया गया है।

प्रस्तुति : राज दीप पाण्डेय

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बंगाल लोक कला संस्कृति को उजागर करती शॉर्ट फिल्म ‘आनंदी’

बंगाल लोक कला संस्कृति की यह एक फिल्म है जोआधार पर बनाई गई है।सिनेमावाले प्रोडक्शन के बैनर तले बनाई जा रही हॉरर–मिस्ट्री शॉर्ट फिल्म ‘आनंदी’ में मशहूर मॉडल, एक्ट्रेस और एनजीओ ‘दावा’ की फाउंडर और प्रेसिडेंट निकिता घाग केंद्रीय भूमिका निभा रही हैं।

बंगाल की लोक कला संस्कृति और सामाजिक मुद्दों को उजागर करती इस फिल्म में आनंदी का जो किरदार है वो एक ऐसी महिला का है जो बुरे लोगों को अपने मुताबिक सबक सिखाती है।

इस शॉर्ट फिल्म की शूटिंग कोलकाता के खुबसूरत जगहों पर की गई है। यह एक पीरियड फिल्म है जो बंगाली संस्कृति के आधार पर बनाई गई है।

इस शॉर्ट फिल्म को निकिता घाग खुद प्रोड्यूस भी कर रही हैं। पार्थ सारथी मन्ना द्वारा निर्देशित इस फिल्म में निकिता घाग के अलावा बृजेश सिंह यादव ,चित्राली दास और सत्यहारी मोंडल की मुख्य भूमिका है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय 

अखिलेश यादव चुने गए सपा विधायक दल के नेता

लखनऊ ,26 मार्च (आरएनएस)। अखिलेश यादव को  समाजवादी पार्टी (सपा) के  विधानसभा में पार्टी के विधायक दल और विधानमंडल दल का नेता चुना गया है।

यहां स्थित सपा मुख्यालय में शनिवार को हुयी पार्टी विधायक दल की बैठक में अखिलेश को सभी विधायकों ने सर्वसम्मति से नेता चुन लिया। सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने विधायक दल की बैठक के बाद यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि बैठक में अखिलेश को सर्वसम्मति से पार्टी के विधानमंडल दल का नेता भी चुना गया। गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव में सपा के 111 विधायक जीते हैं।

इस प्रकार विधानसभा में दूसरा सबसे बड़ा दल होने के नाते सपा मुख्य विपक्षी पार्टी होगी। ऐसे में अखिलेश का नेता प्रतिपक्ष बनना लगभग तय है। विधानसभा चुनाव के बाद अखिलेश ने आजमगढ़ से लोकसभा सदस्य के पद से इस्तीफा दे दिया था। उत्तम ने बताया कि सपा के वरिष्ठ विधायक अवधेश प्रसाद ने अखिलेश को विधायक दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा और विधायक आलम बदी ने उसका समर्थन किया।

इसके अलावा विधायक लालजी वर्मा ने अखिलेश को विधानमंडल दल का नेता चुने जाने का प्रस्ताव रखा। सपा के चुनाव चिन्ह पर विधायक बने प्रसपा नेता शिवपाल सिंह यादव को बैठक में नहीं बुलाये जाने के बारे में उत्तम ने कहा कि आज केवल सपा के विधायकों को बुलाया गया था। बैठक में सहयोगी दलों के किसी विधायक को नहीं बुलाया गया था।

उन्होंने स्पष्ट किया, सहयोगी दलों के जो विधायक सपा के चुनाव चिन्ह पर चुनाव जीते उन्हें और सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक 28 मार्च को बुलायी गयी है, चाहे वे शिवपाल यादव हों, पल्लवी पटेल या ओपी राजभर हों, सब को 28 मार्च को बुलाया जाएगा।

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योगी सरकार ने तीन महीने के लिए बढ़ाई मुफ्त राशन योजना

लखनऊ,26 मार्च (आरएनएस)। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में शनिवार को अपने मंत्रिमंडल की पहली बैठक में गरीब कल्याण योजना के तहत मुफ्त राशन वितरित करने की योजना की अवधि को तीन महीने के लिये बढ़ा दिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में यहां लोकभवन में हुयी मंत्रिमंडल की पहली बैठक में इस आशय के प्रस्ताव को मंजूरी प्रदान की गयी।

बैठक के बाद योगी ने संवाददाताओं को बताया कि कोरोना कालखंड में महामारी के दौरान भुखमरी से गरीब जनता को बचाने के लिये केन्द्र सरकार की प्रधानमंत्री अन्न योजना के तहत उत्तर प्रदेश की पिछली सरकार ने मुफ्त राशन देने की योजना शुरु की थी। इसकी अवधि 31 मार्च को पूरी हो रही थी।

उन्होंने बताया कि सरकार ने अब इस योजना को जारी रखते हुए इसकी अवधि को जून तक के लिये बढ़ाने का निर्णय किया है। योगी ने कहा कि लाभार्थी परिवार को दाल, रिफांइड तेल और नमक देने की इस योजना से 15 करोड़ लोगों को लाभ मिलेगा।

बैठक के बाद उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने संवाददाताओं को बताया कि यह सरकार का पहला और सबसे महत्वपूर्ण फैसला है। इसमें उप्र की 15 करोड़ जनता के लिये जिसमें 3270 करोड़ रुपये खर्च करके प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के माध्यम से निशुल्क राशन वितरण किया जा रहा था, उसे आगे भी जारी रखा जायेगा।

मुख्यमंत्री योगी ने कहा, उत्तर प्रदेश में नवगठित सरकार का पहला निर्णय 15 करोड़ गरीब जनता-जनार्दन को समर्पित है। कोरोना काल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हर नागरिक को संबल प्रदान करने के उद्देश्य से अन्न योजना प्रारम्भ की थी। अप्रैल 2020 से आज मार्च 2022 तक देश की 80 करोड़ जनता को इसका सीधा लाभ मिल रहा है। वहीं राज्य सरकार ने केंद्र सरकार के अतिरिक्त मुफ्त राशन वितरण की योजना संचालित की है।

उन्होंने कहा कि मुफ्त टेस्ट, ट्रीटमेंट और टीका के प्रयास से कोरोना पर काबू पाया गया तो महामारी से उपजने वाली भुखमरी की समस्या के निदान में मुफ्त राशन की योजना बहुत उपयोगी रही है। योगी ने बताया कि अंत्योदय एवं पात्र गृहस्थी कार्ड धारक 15 करोड़ प्रदेशवासी डबल इंजन की सरकार में मुफ्त राशन की डबल डोज प्राप्त कर रहे हैं। इस योजना की अवधि मार्च 2022 में समाप्त हो रही थी, जिस पर विचार करते हुए नई सरकार की पहली कैबिनेट बैठक में इसे अगले तीन माह तक बढ़ाये जाने का फैसला किया गया है।

राशन वितरण की पारदर्शी व्यवस्था पर जोर देते हुए उन्होंने बताया कि संपूर्ण प्रदेश में राशन की 80 हजार दुकानों पर ई-पॉश मशीनें लगी हैं, इससे सही लाभार्थी तक राशन वितरण का काम संभव हो रहा है। गौरतलब है कि अप्रैल 2020 से केंद्र सरकार के अलावा राज्य सरकार अपने संसाधनों से 15 करोड़ गरीब जनता को मुफ्त राशन उपलब्ध करा रही है। इसके तहत अंत्योदय कार्ड धारकों को राज्य सरकार द्वारा 35 किलोग्राम खाद्यान्न दिया जाता है, जबकि पात्र गृहस्थी को प्रति यूनिट 05 किलोग्राम खाद्यान्न मिल रहा है।

इसके अलावा दिसंबर 2021 से राज्य सरकार खाद्यान्न के साथ-साथ 01 लीटर रिफाइंड तेल, 01 किलो दाल और 01 किलो नमक भी दे रही है। जबकि अंत्योदय श्रेणी के परिवारों को 01 किलो चीनी भी मुहैया कराई जा रही है। कैबिनेट के निर्णय के बाद अब यह योजना जून 2022 तक के लिए बढ़ा दी गई है।

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मुख्यमंत्री ने श्री किचिंगिया के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया

रांची, 26.03.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन आज हरमू हाउसिंग कॉलोनी (M.I.G.A/1) पहुंचकर पूर्व डीएसपी श्री बर्नाड किचिंगिया के पार्थिव शरीर पर श्रद्धासुमन अर्पित कर उन्हें नमन किया। मुख्यमंत्री ने श्री किचिंगिया के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया तथा ईश्वर से दिवंगत आत्मा की शांति एवं परिजनों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति देने की कामना की। मौके पर मुख्यमंत्री ने दिवंगत बर्नाड किचिंगिया के परिजनों से मुलाकात की तथा उन्हें सांत्वना दी।

मौके पर प्रेस-मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि श्री बर्नाड किचिंगिया सरकारी कर्मी होने के साथ-साथ राज्य के प्रति समर्पित भाव रखने वाले व्यक्ति थे। श्री किचिंगिया झारखंड के कोने-कोने में बसने वाले जनमानस की भावनाओं को समझते थे। वे इस राज्य की बड़ी डिक्शनरी थे। झारखंड वासियों के हक-अधिकार की रक्षा के लिए वे हमेशा संघर्षरत रहे। श्री किचिंगिया ने हर वर्ग समुदाय के उत्थान के लिए सदैव प्रतिबद्धता के साथ कार्य किया है।

वे आने वाली पीढ़ी के प्रेरणास्रोत तथा मार्गदर्शक हैं। श्री किचिंगिया का निधन होना राज्य के लिए एक अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि व्यक्तिगत रूप से वे मेरे अभिभावक रहे हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज मैं स्वयं तथा अपने परिजनों की ओर से उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए शत-शत नमन करता हूं।

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श्रीलंका के शरणार्थियों का भारत आना..

26.03.2022 – श्रीलंका के शरणार्थियों ने बताया कि उनके अपना देश छोड़ कर भारत आने का कारण  गंभीर आर्थिक संकट है। पर्यटन पर निर्भर श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पर पहले ही कोविड के दौरान पर्यटन बंद रहने से मार पड़ी थी। अब देश में विदेशी मुद्रा की भारी कमी हो गई है। साथ ही महंगाई आसमान पर है।

श्रीलंका गहरे आर्थिक संकट में है, ये बात तो अब जग-जाहिर है। लेकिन वहां की हालत अब भारत के लिए चिंता का विषय बनने जा रही है। ऐसी खबर पहली बार आई है कि श्रीलंका में असहनीय हालात से परेशान लोग लोग देश छोड़ कर समुद्र के रास्ते भारत आ रहे हैं। इस हफ्ते खबर आई कि 16 श्रीलंकाई तमिल नावों के जरिए तमिलनाडु के रामेश्वरम पहुंचे। इस बात की पुष्टि रामनाथपुरम के जिला कलेक्टर ने भी की है।

उसके बाद 31 और लोगों के आने की जानकारी सामने आई। मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि श्रीलंका के जाफना और मन्नार इलाकों से ये लोग समुद्र के रास्ते दो जत्थों में तमिलनाडु पहुंचे। फिलहाल इन लोगों को समुद्री पुलिस की निगरानी में रखा गया है। इन लोगों के पास उनके पासपोर्ट तक नहीं हैं। मीडिया रिपोर्टों में तमिलनाडु के खुफिया अधिकारियों के हवाले से यह भी बताया गया है कि आने वाले हफ्तों में करीब 2,000 शरणार्थी श्रीलंका से तमिलनाडु आ सकते हैं।

तमिलनाडु सरकार इस स्थिति से निपटने के लिए क्या तैयारी कर रही है, यह अभी मालूम नहीं हुआ है। शरणार्थियों ने बताया कि उनके अपना देश छोड़ कर भारत आने का कारण श्रीलंका का गंभीर आर्थिक संकट है। पर्यटन पर निर्भर श्रीलंका की अर्थव्यवस्था पर पहले ही कोविड के दौरान पर्यटन बंद रहने से मार पड़ी थी।अब देश में विदेशी मुद्रा की भारी कमी हो गई, जिसकी वजह से सरकार आम जरूरत के सामान के आयात की कीमत नहीं चुका पा रही है।

इस वजह से दवाओं, ईंधन, दूध का पाउडर, रसोई गैस आदि जैसी चीजों की भारी कमी हो गई है। जितना भंडार उपलब्ध है, उसके दाम आसमान छू रहे हैं। ऐसी खबरें लगातार आती रही हैं कि श्रीलंका में चावल और चीनी के दाम लगभग 300 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। दूध का पाउडर करीब 1600 रुपए किलो बिक रहा है। पेट्रोल पंपों और मिट्टी तेल की दुकानों के बार लंबी लंबी कतारें लग रही हैं, जिनमें लोगों को घंटों खड़े रहना पड़ रहा है।

उन कतारों में खड़े तीन लोगों की मौत की खबर इसी हफ्ते आई थी। हालात इतने गंभीर हैं कि कॉपी की किल्लत के कारण सरकार को स्कूली परीक्षाएं रद्द करनी पड़ी हैँ। इसलिए और शरणार्थी आएंगे, ये अनुमान लगाया जा सकता है। इस स्थिति से निपटने के लिए केंद्र और राज्य सरकारों को मिलकर कदम उठाने होंगे।

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चिनाब नदी पर बन रहे ऊंचे पुल का निर्माण सितंबर तक पूरा होगा

जम्मू ,26 मार्च (आरएनएस)। चिनाब नदी पर जारी दुनिया के सबसे ऊंचे रेलवे पुल का निर्माण इस साल सितंबर में पूरा हो जाएगा। इस बात की जानकारी जम्मू और कशअमीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने दी है। यह पुल कश्मीर को कन्याकुमारी से जोड़ेगा।

इस दौरान उन्होंने क्षेत्र की अर्थव्यवस्था के जल्दी ही दोगुना होने की उम्मीद जताई है। सिन्हा ने कहा कि केंद्र ने क्षेत्र के विकास, समृद्धि और प्रगति को सुनिश्चित करने के लिए 2019 से जम्मू और कश्मीर के बजट को दोगुना किया है। जम्मू में आयोजित प्रेस मीट को संबोधित करते हुए जम्मू और कश्मीर को आवंटित हुए 1.12 लाख करोड़ रुपये के वार्षिक बजट के बारे में जानकारी दी।

उन्होंने क्षेत्र के आर्थिक विकास में तेजी आने की बात कही है।उन्होंने कहा, इस साल सितंबर में चिनाव नदीं पर सबसे ऊंचा रेलवे पुल तैयार हो जाएगा और कन्याकुमारी से जुड़ जाएगा… अगस्त 2019 से क्षेत्र के विकास की रफ्तार दोगुनी हो गई है। उन्होंने बताया कि जम्मू और कश्मीर को आवंटित हुआ बजट को बगैर किसी भेदभाव के 1.30 करोड़ लोगों पर खर्तच किया जाएगा।

उन्होंने कहा, यह बजट लोगों की जरूरतों और आकांक्षाओं को पूरा करेगा।यह पुल 1.315 किमी लंबा होगा और नदी जल स्तर से 359 मीटर ऊंचा होगा। खास बात है कि इसकी लंबाई पेरिस में स्थित एफिल टॉवर से भी 35 मीटर ज्यादा होगी। इसके निर्माण में 28 हजार 660 मीट्रिक टन स्टील का इस्तेमाल हुआ है।

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तेल की कीमतों में रूस-यूक्रेन युद्ध से हुआ इजाफा : गडकरी

नई दिल्ली ,26 मार्च (आरएनएस)। तेल की कीमतों में पिछले चार दिनों में तीन बार की गई बढ़ोतरी को केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने सही ठहराते हुए कहा कि रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध के कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं। उन्होंने यह भी कहा कि यह स्थिति भारत सरकार के नियंत्रण से बाहर है।

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री गडकरी ने यहां एबीपी नेटवर्क के सम्मेलन आइडियाज ऑफ इंडिया में न्यू इंडिया, न्यू मेनिफेस्टो-सबका साथ, सबका विकास सत्र में यह भी कहा कि, कभी-कभी हिंदुत्व को गलत तरीके से पेश किया जाता है। जब उनसे पेट्रोल और डीजल की बढ़ी कीमतों के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा, भारत में 80 प्रतिशत तेल आयात किया जाता है।

रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें बढ़ गई हैं और हम इसके बारे में कुछ नहीं कर सकते हैं। मंत्री ने कहा कि हम 2004 से भारत को आत्मनिर्भर बनाने पर जोर दे रहे हैं, जिसके साथ हमें स्वदेशी ऊर्जा उत्पादन क्षमताओं को विकसित करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए अपना खुद का ईंधन बनाने की जरूरत है।

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में शनिवार को भी 80 पैसे प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई, जो पांच दिनों में चौथी वृद्धि है। यह कहते हुए कि उच्चतम न्यायालय ने हिंदुत्व को जीवन का एक तरीका बताया है, गडकरी ने कहा कि धर्म और समुदाय एक-दूसरे से अलग हैं।

उन्होंने कहा, तो कभी-कभी, हिंदुत्व की व्याख्या ईसाई विरोधी और मुस्लिम विरोधी के रूप में की जाती है। पिछले सात वर्षों में केंद्र सरकार की कोई भी योजना किसी के साथ भेदभावपूर्ण वाली नहीं रही है। हमारी योजनाओं में कोई सांप्रदायिक दृष्टिकोण नहीं था।

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सहकारिता के रास्ते ग्रामीण भारत में विकास को बढ़ावा

हेमा यादव – 26.03.2022 – सहकारिता वर्ष 1904 में भारत में पहला कानून लागू होने के बाद से भारतीय सहकारी संगठन अब तेज गति के बदलाव के लिए तैयार हैं। सहकारिता के क्षेत्र में नए प्रतिमानों और सहकारी संगठनों के लिए बजटीय आवंटन के साथ अलग से एक सहकारिता मंत्रालय की मौजूदगी के रूप में इसके बदलते स्वरूप के साथ विकास के लिए प्राथमिकता वाले क्षेत्र के रूप में भारत के सहकारिता आंदोलन में एक नए सिरे से रुचि बढ़ी है।

अलग-अलग समय पर, विशेष रूप से नौवीं पंचवर्षीय योजना (1997-2002) तक, बदलाव के साधन के रूप में इस्तेमाल किए जाने वाले सहकारी मॉडल ने भारत की विकास योजना की सफलता में अहम योगदान दिया है। गरीबी उन्मूलन, खाद्य एवं पोषण सुरक्षा, सामाजिक एकीकरण और रोजगार सृजन के लक्ष्यों को प्राप्त करने के क्रम में इसके अंतर्निहित लाभ हुए हैं।

सहकारी क्षेत्र हमारी अर्थव्यवस्था के प्रमुख क्षेत्रों में से एक है, जिसकी ऋण और गैर- ऋण समितियों के विशाल नेटवर्क के माध्यम से ग्रामीण भारत में व्यापक पहुंच है। भारत की कुल 8.5 लाख सहकारी इकाइयों में से, लगभग 20 प्रतिशत (1.77 लाख इकाइयां) ऋण संबंधी सहकारी समितियां हैं

शेष 80 प्रतिशत गैर-ऋण सहकारी समितियां हैं, जोकि लगभग नब्बे प्रतिशत गांवों को कवर करती हुई मत्स्य, डेयरी, उत्पादक, प्रसंस्करण, उपभोक्ता, औद्योगिक, विपणन, पर्यटन, अस्पताल, आवास, परिवहन, श्रम, खेती, सेवा, पशुधन, बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियां आदि जैसी विविध गतिविधियों में शामिल हैं। सदस्यता के संदर्भ में अगर बात करें, तो लगभग दो सौ नब्बे मिलियन किसान सहकारी समितियों में नामांकित हैं।

इनमें से 72 प्रतिशत किसान ऋण संबंधी सहकारी समितियों और 28 प्रतिशत किसान गैर- ऋण संबंधी सहकारी समितियों से जुड़े हैं (एनसीयूआई, 2018)।प्राथमिक कृषि सहकारी ऋण समितियां (पैक्स) देश की अल्पकालिक सहकारी ऋण संरचना (एसटीसीसीएस) से संबंधित निर्माण खंड हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के अनुसार, 31 मार्च 2018 तक कुल 6,39,342 गांवों को कवर करते हुए 13.2 करोड़ सदस्यों के साथ देश में कुल 95,238 पैक्स उपलब्ध थे।

ये समितियां गांवों में किसानों और निम्न-आय वर्ग के लोगों की वित्तीय सहायता करके उनके वित्तीय सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती हैं।एक अच्छे नेटवर्क और पैक्स जैसे संस्थानों की जरूरत होने के बावजूद, पैक्स के माध्यम से धीमी गति से सेवाएं प्रदान की जा रही हैं। अंतरराष्ट्रीय सहकारी गठबंधन (आईसीए) का कहना है कि सहकारी समितियां स्वयं सहायता, आत्म-जिम्मेदारी, लोकतंत्र, समानता, हिस्सेदारी और एकजुटता के मूल्यों पर आधारित होती हैं।

अपने संस्थापकों की परंपरा में, सहकारी समितियों के सदस्य ईमानदारी, खुलेपन, सामाजिक जिम्मेदारी और दूसरों की देखभाल जैसे नैतिक मूल्यों में विश्वास करते हैं। ऐसा प्रतीत होता है कि सहकारिता के मूल सिद्धांत से समझौता किए जाने की वजह से वित्तीय और गैर-वित्तीय सेवाओं के वितरण में गिरावट आई है।

ऋण चुकता करने के क्रम में अपर्याप्त धन संबंधी चूक, पेशेवर मानव संसाधनों की कमी और तकनीक के धीमे समावेश के परिणामस्वरूप प्रबंधन संबंधी सूचना की खराब प्रणाली, पारदर्शिता, आंतरिक नियंत्रण प्रणाली में शिथिलता, कदाचार की समस्याएं पैदा हुई है जिसके कारण विकास की प्रक्रिया में रुकावट आई है।

एक बहुउद्देशीय समिति के रूप में पैक्समेहता समिति (1937) ने बढ़ते संकट और असंतोष को दूर करने के लिए सहकारी ऋण समितियों को बहुउद्देश्यीयÓ सहकारी समितियों के रूप में पुनर्गठित करने की सिफारिश की थी। इसके अलावा, आजादी से पहले के काल में, सर मणिलाल नानावटी की अध्यक्षता वाली कृषि ऋण संगठन समिति ने सहकारी समितियों को एक व्यावहारिक व्यावसायिक इकाई बनाने के लिए कृषि वित्त में राजकीय सहायता और सभी सहकारी ऋण समितियों को बहुउद्देश्यीय सहकारी समितियों में बदलने पर जोर दिया था

इस संबंध में सिफारिश की थी।सहकारिता मंत्रालय ने पैक्स को सिर्फ एक ऋण समिति के बजाय एक ऐसी बहु-धंधी समिति के रूप में प्राथमिकता दी है जोकि ऋण एवं विभिन्न सेवाओं के लिए एकल खिड़की के रूप में कार्य कर सके। पुनरुद्धार की यह प्रक्रिया पैक्स को सेवा संगठनों के रूप में एक नई दिशा देने और कृषि विपणन, बागवानी, खाद्य तेल, उत्तर पूर्व क्षेत्र के लिए जैविक मूल्य श्रृंखला विकास, प्राकृतिक खेती आदि से संबंधित कृषि बजट 2022-23 की विभिन्न योजनाओं के साथ एकीकृत करने का भी आह्वान करती है।

खरीद, भंडारण एवं वेयरहाउसिंग, प्रसंस्करण, ग्रामीण एवं कृषि संबंधी लॉजिस्टिक्स के प्रबंधन, बाजार संबंधी परामर्श एवं खुफिया जानकारी आदि जैसी गतिविधियों पर अमल कर पैक्स को बहुउद्देशीय समितियों के रूप में मजबूत किया जाएगा। हालांकि वर्तमान की बाजार एवं प्रौद्योगिकी संचालित अर्थव्यवस्था में सहकारी समितियों के प्रमुख सिद्धांतों के रूप में सदस्यों की आर्थिक भागीदारी और सहकारी समितियों के बीच परस्पर सहयोग की केंद्रीयता बनाए रखने की जरूरत है।

पैक्स का डिजिटलीकरणपैक्स का डिजिटलीकरण प्रौद्योगिकी को अपनाने और व्यावसायिक दृष्टि से व्यवहारिक बनने की दिशा में एक महत्वपूर्ण रणनीतिक कदम है। केन्द्रीय बजट 2022-23 में प्राथमिक कृषि सहकारी समितियों के डिजिटलीकरण के लिए 350 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई है। सहकारिता मंत्रालय द्वारा 63000 पैक्स को कम्प्यूटरीकृत करने की योजना तैयार की गई है।

पैक्स का डिजिटलीकरण कृषि संबंधी कई पहलों के कार्यान्वयन में सहायता करेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि किसानों को डिजिटल समावेशिता के माध्यम से पारदर्शी तरीके से ऋण, उर्वरक और बीज प्राप्त हों। पैक्स में प्रौद्योगिकी और नवाचार के माध्यम से गुणवत्ता नियंत्रण किया जाना भी बेहद जरूरी है।

सहकारिता के इस डिजिटल ब्रह्मांड में अपेक्षाकृत अधिक प्रभावी और स्थायी रूप से प्रदर्शन करने के लिए पैक्स द्वारा अपनी कार्यप्रणाली में विविधता लाना, नवाचार करना, ज्ञान साझा करने में सहयोग करना और उभरती हुई तकनीक का उपयोग किया जाना बेहद जरूरी है। बिग डेटा, इंटरनेट ऑफ थिंग्स और ब्लॉकचेन तकनीक जैसे उद्योग 4.0 के विभिन्न पहलू वितरण संबंधी आपूर्ति श्रृंखला में दक्षता और विश्वास का समावेश करते हैं।

मसालों, मत्स्यपालन, काजू और केसर, जोकि सहकारी समितियों के सदस्यों की अच्छी भागीदारी के साथ उच्च मूल्य वाले और निर्यात-उन्मुखी उत्पाद हैं, की आपूर्ति श्रृंखला में ब्लॉकचेन तकनीक का समावेश करने का यह सही समय है। पैक्स के सदस्यों के निरंतर प्रशिक्षण और कौशल विकास के माध्यम से डिजिटल साक्षरता को बढ़ाना समय की मांग है।

पैक्स के डिजिटलीकरण के क्रम में विभिन्न संस्थानों द्वारा केएपी (ज्ञान, दृष्टिकोण व्यवहार) को अपनाए जाने की जरूरत है जोकि प्रौद्योगिकी को अपनाने के साथ-साथ अपेक्षित परिणाम की दिशा में एक व्यवस्थित दृष्टिकोण का समावेश करेगा।सहकारी समितियों को किया गया बजट आवंटन विकास और समृद्धि के संचालक के रूप में सहकारी समितियों की ओर ध्यान केन्द्रित किए जाने को दर्शाता है।

नवाचारों, उद्यमशीलता और प्रशिक्षण का लाभ उठाते हुए, यह बजटीय आवंटन इस तथ्य को रेखांकित करता है कि कैसे पिरामिड के सबसे निचले हिस्से से विकास को ऊपर की ओर ले जाया जाए और शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, कपड़ा, छोटे एवं मध्यम उद्यमों, ऊर्जा, पर्यावरण जैसे क्षेत्रों के साथ निरंतर जुड़ाव और एकीकरण को आगे बढ़ाया जाए। लेखक निदेशक, वैमनिकोम हैं

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जॉन के साथ काम करना बेहद आरामदायक और मजेदार रहा : जैकलीन

जॉन अब्राहम और जैकलीन फर्नांडीज हाउसफुल 2, रेस 2 और ढिशूम के बाद आने वाली फिल्म अटैक में स्क्रीन शेयर करते नजर आएंगे। अभिनेत्री का कहना है कि फिल्म की कहानी बेहद मजबूत है और एक्शन स्टार के साथ फिर से काम करना बेहद आरामदायक और मजेदार रहा।

फिल्म जॉन अब्राहम द्वारा निभाई गई भारत के पहले सुपर सैनिक के बारे में है। फिल्म का निर्देशन लक्ष्य राज आनंद ने किया है।इसमें रकुल प्रीत सिंह भी हैं। अटैक (भाग 1) कोई साधारण एक्शन फिल्म नहीं है, यह एक जटिल नाटक और एक प्रश्न चिह्न् के साथ एक कथा दिखाती है कि भविष्य में भारत आतंकवाद से कैसे निपटता है।

एक बार फिर जॉन के साथ काम करने और केमिस्ट्री के बारे में बात करते हुए, जैकलीन ने कहा कि जॉन के साथ काम करना हमेशा खुशी की बात होती है, मैं वास्तव में फिल्म के लिए दर्शकों की प्रतिक्रिया की प्रतीक्षा कर रही हूं।

यह एक दिलचस्प और बेहद मजबूत कहानी है।अटैक (भाग 1) में प्रकाश राज, रत्ना पाठक शाह भी हैं।फिल्म 1 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक देने वाली है।

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दसवीं फिल्म का गाना मचा मचा हुआ रिलीज

26.03.2022 – दसवीं फिल्म  का नया गीत मचा मचा रिलीज किया गया। मचा मचा में अभिषेक काफी मसाला मूड में दिखाई दे रहे है। यह गीत पूरी तरह से फिल्म के मनोरंजक वाइब को कैप्चर करता है, जिसमें अभिनेता अपनी सिग्नेचर मूंछों को शाही स्वैग में घुमाते भी दिखाई दे रहे हैं।

फिल्म एक अनपढ़, भ्रष्ट (भ्रष्ट) और बॉम्बबास्टिक नेता (नेता) की कहानी बताती है, जो जेल में कैद रहते हुए शिक्षा के जादू की खोज करता है।जो चीज मचा मचा को और भी मजेदार बनाती है, वह है अनोखे देसी स्वाद वाला फंकी रैप।सचिन-जिगर द्वारा रचित इस गाने के बोल अमिताभ भट्टाचार्य ने लिखे हैं।मेलो डी के रैप के साथ मीका सिंह, दिव्या कुमार और सचिन-जिगर ने गाने को अपनी आवाज दी है।

जियो स्टूडियोज और दिनेश विजन दसवीं पेश करते हैं।दिनेश विजान और बेक माई केक फिल्म्स द्वारा निर्मित अभिषेक बच्चन, यामी गौतम और निम्रत कौर अभिनीत, तुषार जलोटा द्वारा निर्देशित एक मैडॉक फिल्म्स प्रोडक्शन, 7 अप्रैल से जियो सिनेमा और नेटफ्लिक्स पर स्ट्रीमिंग होगी। (एजेंसी)

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हिमेश और यूलिया वंतूर का नया गाना डिज़ाइनर लहंगा हुआ रिलीज़

26.03.2022 – हिमेश रेशमिया के म्यूजिक लेबल, हिमेश रेशमिया मेलोडीज ने लॉन्च होने के उपरांत से बहुत ही कम समय में एक के बाद एक 43 सुपरहिट गाने भी दे चुके है। उनके गानों को यूट्यूब पर 2.7 बिलियन से ज्यादा बार देखा भी जा चुका है, उनके अपने चैनल पर 1.3 बिलियन से अधिक बार देखा गया है और उनके 1.4 बिलियन ऑडियो स्ट्रीम हुए हैं जो निश्चित रूप से एक बड़ी उपलब्धि हासिल कर ली है!

इन एल्बम के सभी गानों को रॉकस्टार हिमेश ने खुद कंपोज किया है और अब, उन्होंने डिजाइनर लहंगा नामक गाने के साथ एक बार फिर अपनी काबिलियत को सबके सामने पेश किया है और यह उनका 44वां गाना होने वाला है, जिसे यूलिया वंतूर ने अपनी आवाज़ से सजाया है।यह गीत एथनिक धुनों के साथ एक क्रियात्मक ट्रैक है और निश्चित रूप से इसे वर्ष का अगला वेडिंग एंथम होने वाला है!

इस ट्रैक का विजुअल और प्यारे बोल आपको अपनी रस्टिक धुन और क्लासिक मेलोडी के साथ प्यार और रोमांस की खूबसूरत यात्रा पर लेकर जाने वाले है। हिमेश ने इससे पहले यूलिया वंतूर के साथ उनके एल्बम आप से मौसिकी के पहले गीत एवरी नाइट एंड डे पर काम किया था जो हिंदी और अंग्रेजी गीतों का फ्यूजन भी कहा जा रहा है।

हिमेश रेशमिया इस बारें में बोला है कि, मुझे बहुत खुशी है कि हमारे पहले 43 गानों को हमारे अपने चैनल पर जबरदस्त व्यूज भी हासिल हो चुके है और रीलों पर भी खूब वायरल होने लगा है। मेरे एल्बम सुरूर 2021 के मेरे गाने तेरे प्यार में के 2.7 मिलियन से अधिक रील बनाने जा चुके है, पूरे यूट्यूब पर 1 बिलियन से अधिक बार देखा गया है और हमारे चैनल हिमेश रेशमिया मेलोडीज़ पर 307 मिलियन से अधिक बार देखा जा चुका है। अपने खुद के लेबल पर अपनी रचनाओं के लिए इतने सारे कलाकारों के साथ काम करने का अनुभव बेहद ही शानदार है और नवीनतम गीत डिज़ाइनर लहंगा के साथ मैं यूलिया के साथ एक बार फिर से काम करके बहुत खुश हूं।

यह ट्रैक एक बहुत ही अनकंवेंशनल सॉन्ग है और फिर भी इसमें एक क्लासिक राग है और मुझे पूरा भरोसा है कि जल्द ही यह एक ब्राइडल गीत बनने वाले है। (एजेंसी )

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बैंक निजीकरण व नई पेंशन नीति के विरोध में चार दिन बंद रहेंगे

कानपुर ,25 मार्च (आरएनएस)। बैंक निजीकरण और नई पेंशन नीति का विरोध कर रहे बैंक चार दिन बंद रहेंगे। इसमें दो दिन शनिवार और रविवार की छुट्टी रहेगी और इसके बाद सोमवार व मंगलवार को बैंकों में हड़ताल रहेगी। हालांकि इस दौरान स्टेट बैंक की शाखाओं में काम होता रहेगा। इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखाएं भी खुली रहेंगी।

निजीकरण का बैंक कर्मचारी पहले से विरोध कर रहे हैं। अब राष्ट्रव्यापी हड़ताल में शामिल होने के बाद बैंक कर्मचारियों ने पुरानी पेंशन की भी मांग की है। बैंक कर्मचारी आउटसोर्सिंग बंदकर कर्मचारियों को नियमित करने की मांग तो कर ही रहे हैं। इसके साथ ही ग्राहकों से अतिरिक्त शुल्क न लेने की बात भी उन्होंने उठाई हैं। इन्हीं मांगों को लेकर 28 व 29 मार्च को बैंकों में हड़ताल रखी जा रही है।

यूपी बैंक इंप्लाइज यूनियन के मंत्री रजनीश गुप्ता के मुताबिक इस हड़ताल में स्टेट बैंक की यूनियन शामिल नहीं है। इसलिए स्टेट बैंक की शाखाएं खुली रहेंगी। इसके साथ ही इंडियन ओवरसीज बैंक की शाखाओं में भी अन्य यूनियन हैं जिसकी वजह से उसकी शाखाएं खुली रहेंगी। इनके अलावा अन्य बैंकों की शाखाएं बंद रहेंगी। शहर में पांच सौ करीब बैंक शाखाएं हैं जिनमें से करीब चार सौ शाखाओं में कार्य प्रभावित होगा।

चौथे शनिवार और रविवार की बंदी के बाद सोमवार व मंगलवार हड़ताल का बैंकों पर प्रभाव पड़ेगा। हालांकि बैंक अधिकारी इस प्रयास में हैं कि हड़ताल में जो कर्मचारी यूनियन शामिल नहीं हैं, उनके सदस्यों के जरिए शाखाओं में कार्य कराया जा सके।

हालांकि यह बहुत ही मुश्किल है क्योंकि उनकी संख्या बहुत ही कम है और बैंक शाखा को संचालित करने लायक संख्या ज्यादातर शाखाओं में नहीं है।

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योगी ने दूसरी बार सीएम पद का शपथ लेकर पूरे देश मे रचा इतिहास

योगी मंत्रिमंडल मे महिलाओं को विशेष तरजीह

पुराने चेहरों के साथ ही नये विधायक मंत्री बनाये गये

लखनऊ ,25 मार्च (आरएनएस)। योगी आदित्यनाथ ने तीन दशकों के बाद लगातार दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण कर योगी आदित्यनाथ ने इतिहास रचने मे कामयाब रहे। उनके ताजपोशी का गवाह शुक्रवार को यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत 50 हजार से अधिक मेहमान बनें।

शपथ ग्रहण समारोह कड़े सुरक्षा इंतजामों के बीच अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम में 25 मार्च को शाम चार बजे से शुरू हुआ। कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए भाजपा और प्रशासन ने पूरी ताकत झोंक दी। कार्यक्रम में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के अलावा कई केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा के वरिष्ठ पदाधिकारी मौजूद रहे।

राजधानी समेत प्रदेश के जिले भी सजाए-संवारे गये-

राजधानी लखनऊ को इस खास मौके के लिये विशेष रूप से सजाया संवारा गया है। प्रदेश के जिले भी इस मिशन मे पीछे नही रहे। तिरंगे की रोशनी से सजे चौक चौराहे, दुकानों पर भगवा रंग से लहराते झंडे, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के बड़े बड़े कटआउट, फूलों से सजे मंदिर भाजपा की प्रचंड बहुमत की सरकार की तस्कीद करते दिखाई दे रहे हैं।

इसके अलावा अयोध्?या, वाराणसी, मथुरा समेत अन्य जिलों में भी यही नजारा दिख रहा है। लखनऊ के सभी मंदिरों में शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के लिए विशेष पूजा अर्चना की जाएगी। वहीं व्?यापार मंडल ने भी शपथ के बाद मिष्ठान वितरण का दयित्व निभाया।

1985 में कांग्रेस ने कर दिखाया था यह कारनामा-

सीएम योगी आदित्यनाथ लगातार दूसरी बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। इससे पहले 1985 में कांग्रेस ने यह कारनामा कर दिखाया था जब 1980 के बाद प्रदेश की सत्ता में कांग्रेस की पूर्ण बहुमत की सरकार दोबारा आई थी। योगी आदित्यनाथ के अलावा कई अन्य नवनिर्वाचित विधायक मंत्री पद की शपथ लेंगे।

योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कई नए चेहरों को मंत्रिमंडल में जगह दिए जाने की प्रबल संभावना है जबकि पहले कार्यकाल में मंत्री रहे कुछ नेताओं को पार्टी संगठन की जिम्मेदारी दी जा सकती है हालांकि इसकी तस्वीर कल शपथग्रहण समारोह के बाद साफ हो सकेगी।

शपथ ग्रहण समारोह में इन्हें किया गया था आमंत्रित-

प्रदेश के पूर्व राज्यपाल रामनाईक, भाजपा की सहयोगी अपना दल (एस) की अध्यक्ष एवं केन्द्रीय मंत्री अनुप्रिया पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष के अलावा मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव, बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती,कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा, राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) अध्यक्ष जयंत चौधरी और सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर को न्योता भेजा गया है।

इसके अलावा 11 राज्यों के मुख्यमंत्री और पांच राज्यों के उपमुख्यमंत्री इस ऐतिहासिक पल का गवाह बनने के लिये आयोजन स्थल पर मौजूद रहें।

इनमे मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, हरियाणा के सीएम मोहन लाल खट्टर, अरूणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू, मणिपुर के मुख्यमंत्री एम बिरेन सिंह, हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर, त्रिपुरा के सीएम बप्लिव कुमार देब, गोवा के मुख्यमंत्री डा प्रमोद सांवत,

असम के सीएम हम्मित बस्विा शर्मा, कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और गुजरात के सीएम भूपेन्द्र पटेल शामिल हैं। इसके अलावा बिहार के उप मुख्यमंत्री तारकेश्वर प्रसाद एवं रेणु देवी समेत अरूणाचल प्रदेश, त्रिपुरा और नगालैंड के उप मुख्यमंत्री कार्यक्रम स्थल की शोभा बढायेंगे। शपथ ग्रहण समारोह में टाटा ग्रुप के एन चन्द्रशेकरन, अम्बानी ग्रुप के मुकेश अम्बानी, आदित्य बिरला ग्रुप के कुमार मंगलम बिरला, अडानी ग्रुप के गौतम अडानी, मह्द्रिरा ग्रुप के आन्नद महिंद्रा जैसे बड़े उद्योगपति के अलावा कश्मीर फाइल्स की पूरी टीम के साथ बालीवुड अभिनेता अक्षय कुमार, कंगना राणावत समेत कई जानेमाने चेहरे भी शपथ ग्रहण समारोह में आकर्षण का केन्द्र बनें।

आकर्षण का केन्द्र बना कार्यक्रम स्थल-

स्टेडियम के मुख्य प्रवेश द्वार के दोनों तरफ 200-200 मीटर का क्षेत्र नरेंद्र मोदी, जेपी नड्ढा, राजनाथ सिंह और योगी आदित्यनाथ की होर्डिंग्स से पट गया है। अमौसी एयरपोर्ट से स्टेडियम तक 150 वर्टिकल गार्डन व स्टेडियम के आसपास चार हजार गमलों की व्यवस्था की गई है। मुख्य प्रवेश द्वार के बाएं तरफ मोदी की एक साथ मीन होर्डिंग्स को लगाया गया है।

पहली होर्डिंग्स में मोदी ग्रे कलर की सदरी, दूसरी में बंद गले के सूट एवं तीसरी में भगवा कुर्ता पहने शपथ ग्रहण समारोह में आने वाले लोगों की अभिवादन की मुद्रा में थे।

शपथ को लेकर सोशल मीडिया पर मोदी योगी के साथ कई आर्कषक हैशटैग चल रहे हैं। जिसमें आ गए महाराज जी छा गए महाराज जी, यूपी में फिर से भाजपा सरकार, योगी मय हुआ यूपी, योगी ही उपयोगी, जय भाजपा आ गई भाजपा जैसे हेशटैग वहीं योगी जी आए हैं, जो राम को लाए हैं, बाबा का बुलडोजर जैसे गीत लोगों में और भी उत्?साह भर रहे हैं।

योगी मंत्रिमंडल मे महिलाओं को विशेष तरजीह दिया गया है। इसके अलावा कई पुराने चेहरों के साथ ही नये विधायक मंत्री बनाये गये है।
योगी मंत्रिमंडल में इन विधायकों को बनाया गया राज्यमंत्री-

मयंकेश्वर सिंह,दिनेश खटीक, संजीव गोंड, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, के पी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान वाल्मीकि, प्रतिभा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी, विजय लक्ष्मी गौतम।

योगी सरकार में राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)

नितिन अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), कपिल देव अग्रवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), रवींद्र जायसवाल -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), संदीप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), गुलाब देवी -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), गिरीश चंद्र यादव -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), धर्मवीर प्रजापति -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), असीम अरुण -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), जेपीएस राठौर -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), दयाशंकर सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), नरेंद्र कश्यप -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), दिनेश प्रताप सिंह -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), अरुण कुमार सक्सेना -राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार), दयाशंकर मिश्र दयालु-राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार)।

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योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार ली सीएम पद की शपथ

नई दिल्ली ,25 मार्च (आरएनएस)। योगी आदित्यनाथ ने दूसरी बार मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली है. पूर्ण बहुमत से जीतने पर भी सरकार के गठन में दो हफ्ते का समय लगा और मंत्रियों के नामों को देखकर यह बात साफ हो गई कि आखिर इसमें इतनी देर क्यों हो रही थी.

लखनऊ के इकाना स्टेडियम, जिसका नाम अब अटल बिहारी वाजपेयी स्टेडियम हो गया है, में गुरुवार को योगी आदित्यनाथ ने दो उप मुख्यमंत्रियों समेत 52 मंत्रियों के साथ मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. दस मार्च को चुनाव परिणाम आने के बाद से ही ये कयास लगाए जा रहे थे कि इस बार योगी आदित्यनाथ की सरकार में दो डिप्टी सीएम होंगे या नहीं और होंगे तो कौन होंगे?

इन सब कयासों पर से आज पर्दा उठ गया. केशव प्रसाद मौर्य को विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद दोबारा उप मुख्यमंत्री बनाया गया जबकि पिछले उप मुख्यमंत्री डॉक्टर दिनेश शर्मा को हटाकर उनकी जगह ब्रजेश पाठक को उप मुख्यमंत्री नियुक्त किया गया है. ब्रजेश पाठक लखनऊ की कैंट विधानसभा सीट से विधायक चुने गए हैं और पिछली योगी सरकार में कानून मंत्री रहे हैं.

सहयोगी दलों को भी कैबिनेट में जगह योगी मंत्रिमंडल में पीएमओ में कार्यरत रहे पूर्व आइएएस अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को भी जगह दी गई है जबकि बीजेपी की सहयोगी पार्टी अपना दल एस के विधायक आशीष पटेल और निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उत्तराखंड के राज्यपाल पद से इस्तीफा देने वाली बेबी रानी मौर्य को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है.

पिछली बार उप मुख्यमंत्री रहे डॉक्टर दिनेश शर्मा के साथ ही श्रीकांत शर्मा, सतीश महाना, रमापति शास्त्री, जयप्रताप सिंह, सिद्धार्थनाथ सिंह और आशुतोष टंडन जैसे कई हाईप्रोफाइल नेताओं को इस बार योगी कैबिनेट में जगह नहीं मिल सकी है. सबसे ज्यादा चौंकाने वाला नाम पिछली योगी सरकार में ऊर्जा मंत्री रहे श्रीकांत शर्मा का है जो मथुरा से लगातार दूसरी बार एक लाख से भी ज्यादा मतों से जीतकर विधानसभा पहुंचे हैं.

पांच साल सत्ता में रहने के बाद भी कैसे जीत गई बीजेपी योगी सरकार में फिलहाल 18 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) और बीस राज्यमंत्री बनाए गए हैं. मंत्रिपरिषद में जातीय समीकरणों को खास तवज्जो दी गई है और मंत्रियों के नाम देखकर यह भी साफ पता चल रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के अलावा इसमें केंद्रीय नेतृत्व की पसंद को भी खासा महत्व मिला है.

केंद्रीय नेतृत्व की पसंद का भी ध्यान विधानसभा चुनाव हारने के बावजूद केशव प्रसाद मौर्य को डिप्टी सीएम बनाया जाना और अरविंद कुमार शर्मा को कैबिनेट में शामिल करना इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं. अरविंद कुमार शर्मा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खास पसंद होने के बावजूद योगी आदित्यनाथ ने पिछली बार उन्हें अपनी कैबिनेट में जगह नहीं दी, यहां तक कि राज्यमंत्री भी नहीं बनाया था.

इस बार उन्हें कैबिनेट मंत्री बनाए जाने के पीछे यह माना जा रहा है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ऊपर एक बार फिर उन्हें कैबिनेट में शामिल करने का दबाव था जिसे वो इनकार नहीं कर सके.

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योगी आदित्यनाथ की ताजपोशी से उल्लासित है मथुरापुरी

मथुरा ,25 मार्च (आरएनएस)। योगी आदित्यनाथ के दोबारा मुख्यमंत्री बनने की खुशियां मथुरापुरी में भी खूब मनाई जा रही हैं। लोग एक दूसरे को मिठाई खिला रहे हैं। बधाई संदेश भेज रहे हैं। मंदिरों में पूजा अर्चना के कार्यक्रम भी चल रहे हैं। हर ओर उत्साह और उल्लास का वातावरण बना हुआ है।

पुण्य तीर्थ विश्राम पर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री पद की शपथ ग्रहण करने से पूर्व विश्व मंगल की कामना के साथ विभिन्न हिंदू संगठनों के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं ने दुग्धाभिषेक किया। यमुना पूजन किया और मिठाई बांटी।

राष्ट्र सेवा के लिए समर्पित भाजपा सरकार को जनता द्वारा पुन: पूर्ण बहुमत के साथ उत्तर प्रदेश में स्थापित करने की खुशी में एवं राष्ट्र ऋषि के रूप में ख्याति प्राप्त गौरक्ष पीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री के रूप में लगातार दोवारा शपथग्रहण करने के उपलक्ष्य में शुक्रवार को मथुरापुरी बृजमंडल के पुण्य तीर्थ विश्राम घाट पर विभिन्न हिंदू संगठनों के वरिष्ठ नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने मां श्री यमुना महारानी जी का दुग्धाभिषेक कर पूर्ण वैदिक परम्परा के साथ वैदिक मंत्रोच्चारण के मध्य पूजन करते हुए। विश्व मंगल की कामना एवं राष्ट्र समृद्धि के लिए प्रार्थना की।

उत्तर प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए यमुना महारानी व गिरिराज महाराज योगी आदित्यनाथ को शक्ति प्रदान करें ऐसी कामना की। शुक्रवार को जनमानस में पुण्य तीर्थ पर अपार उत्साह दिखाई दिया। सनातन धर्म के जय घोषों एवं जय श्री राम के जयकारों सेे पुण्य तीर्थ यमुना तट विश्राम घाट गुंजायमान हो उठा।

इस अवसर पर श्री दीर्घ विष्णु मंदिर के महंत कान्तानाथ चतुर्वेदी, संस्कृत भारती के महानगर संयोजक विभाग संयोजक आचार्य ब्रजेन्द्र नागर, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के महानगर सह कार्यवाह विजय बंटा, वरिष्ठ भाजपा नेता डा.डी एन.गौतम, कार्यक्रम संयोजक पार्षद रामदास चतुर्वेदी, भाजपा नेता, योगेंद्र नाथ चतुर्वेदी, योगेश उपाध्याय आवा, पार्षद मीरा मित्तल, रामकृष्ण चतुर्वेदी एडवोकेट, दीपेन्द्र चतुर्वेदी, अजय गोयल, मुरलीधर चतुर्वेदी, विष्णु दास अग्रवाल, शरद दत्त चतुर्वेदी, राधेश्याम चतुर्वेदी, आचार्य देवदत्त, सुनील चतुर्वेदी, हरस्वरुप यादव, हरीश अग्रवाल, अशोक गुप्ता, अखिलेश गौतम, सचिन अग्रवाल, सरदार राजेंद्र सिंह होरा, अमित चैबे, कृष्णा चतुर्वेदी, विनोद तिवारी,रसिक बिहारी, ईश्वर चंद्र भारद्वाज, राधावल्लभ शास्त्री, बृजेन्द्र नाथ चतुर्वेदी श्यामू, संजीव चतुर्वेदी, अनुराग चतुर्वेदी, मनीष चतुर्वेदी, सौनू पंडित, अभिषेक चतुर्वेदी आदि भारी संख्या में उपस्थित कार्यकर्ताओं ने मिष्ठान वितरण किया।

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