शोख़ चंचल हसीन अदाकारा कात्यायनी शर्मा

29.03.2022 – शोख़ चंचल हसीन अदाकारा कात्यायनी शर्मा जो ज़ी टीवी पर प्रसारित धारावाहिक ‘दो सहेलियां किस्मत की कठपुतलियां’ में मीरा का किरदार और बालाजी के धारावाहिक ‘करम अपना अपना’ में मुख्य भूमिका निभाने के बाद  इन दिनों बॉलीवुड में चर्चा का विषय बनी हुई हैं। बचपन से ही अभिनय के प्रति रुचि रहने की वजह से अमृतसर (पंजाब) की गलियों से निकल कर दिल्ली पहुँची जहां इन्होंने टीचिंग और मॉडलिंग का काम किया।

दिल्ली में बात बनता न देख कात्यायनी शर्मा ने मुम्बई को अपने फिल्मी करियर का केंद्र बिंदु बनाया। मुंबई में इन्होंने कई शॉर्ट फिल्म, विज्ञापन, फिल्मों और धारावाहिको में काम किया। सावधान इंडिया और क्राइम पेट्रोल के कई भाग में इन्होंने काम किया है। इसके बाद इन्होंने साउथ की ओर अपना रुख किया। दक्षिण भारत में किस्मत ने इनका भरपूर साथ दिया और उन्हें कई दक्षिण भारतीय फिल्मों में काम करने का मौका मिला। फ़िल्म ‘ट्रैप’ में ब्रम्हा के साथ इन्हें काम करने का मौका मिला।

यह फ़िल्म और इनका स्वयं के द्वारा निभाया किरदार इन्हें बेहद पसंद है। कात्यायनी ने तमिल फिल्म ‘पार्वतीपुरम’ में मुख्य भूमिका निभाया। जिसे हिंदी में डब किया गया और इस फ़िल्म का नाम ‘शिवशक्ति’ रखा गया। अभिनेता श्रीहरि के साथ इन्होंने फ़िल्म ‘शिवकेशव’ मुख्य भूमिका में काम किया। फ़िल्म अभिनेत्री रश्मिका मंदना का अभिनय इन्हें पसंद है। अभिनेता में नागार्जुन, अल्लुअर्जुन इनके पसंदीदा अभिनेता है और भविष्य में इनके साथ काम करना इनकी ख्वाहिश है। अभिनेता गोविंद नामदेव का भी ये बहुत सम्मान करती है।

अभिनय क्षेत्र में जब इनकी शुरुआत हुई तो गोविंद नामदेव के सानिध्य में अभिनय की बारीकियां सीखने का इन्हें मौका मिला। हिंदी फिल्म ‘कॉलेज कैम्पस’ और ‘लव क्रॉस’ में वह अपने अभिनय का जादू बिखेर चुकी है। अभिनय के क्षेत्र में कात्यायनी हर प्रकार का चैलेंजिंग किरदार निभाना चाहती है।

कात्यायनी ने दो वेब सीरीज़ में भी अभिनय किया है।

कोविड के कारण उनकी कई फिल्मों का निर्माण पूर्ण नहीं हो पाया था परंतु फ़िलवक्त उन सभी फिल्मों का निर्माण कार्य प्रगति की ओर अग्रसर है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

 

एक्शन मोड में क्यों दिखने लगे- शिवराज, कमल और कैलाश

अरुण पटेल – एक्शन मोड में इन दिनों पूरी तरह से हैं  मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान  और सतपुड़ा सुंदरी पचमढ़ी की सुरम्य वादियों में दो दिन अपने मंत्रि-मंडलीय सहयोगियों के साथ चिंतन कर 2023 के विधानसभा चुनाव के लिए एक ऐसा मंत्र तलाशेंगे जिसके सहारे प्रदेश फिर से भाजपा के अजेय गढ़ में तब्दील हो जाए जो कि 2018 में मामूली अन्तर से ढह गया था। पचमढ़ी में चिंतन-मनन के बाद निश्चित तौर पर शिवराज कुछ और नवाचार करेंगे तथा इस बार उनका सारा ध्यान इस बात पर रहेगा कि हरिजनों, आदिवासियों, महिलाओं व समाज के कमजोर वर्गों सहित जिस भी वर्ग के लिए योजनायें बनाई जा रही हैं

उनका क्रियान्वयन धरातल पर हो और इसमें किसी भी तरह की कोताही वे सहन करने वाले नहीं है। मंथन के बाद शिवराज एक ऐसे रुप में नजर आयेंगे जो माफियाओं, अपराधियों, निहित स्वार्थी तत्वों पर कहर बनकर टूटेंगे और इसमें आड़े आने वाली नौकरशाही को भी सहन नहीं करेंगे। अपने कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर अपने नागरिक अभिनंदन के अवसर पर उन्होंने दो-टूक शब्दों में कहा कि राज्य शासन के ऊपर कोई दबंग नहीं जा सकता और उसे कुचल देंगे।

अपनी तथा कमलनाथ की कांग्रेस सरकार का अन्तर स्पष्ट करते हुए शिवराज का कहना है कि हमारी सरकार मिशन की सरकार है और कमलनाथ की सरकार कमीशन की सरकार थी। दिग्विजय सिंह के कार्यकाल की चर्चा करते हुए बिना नाम लिए उन्होंने कहा कि एक जमाना था जब सड़क में गड्ढा था या गड्ढ़े में सड़क समझ में ही नहीं आता था, बिजली आती ही नहीं थी यह आम बाती थी, आज दो घंटे के लिए बिजली चली जाए तो वह बड़ी खबर बन जाती है।

कमलनाथ दादा तो पैसे छोड़कर ही नहीं गये थे लेकिन चाह होती है वहां राह निकालनी पड़ती है और हमने गरीबों को सुविधा देने में पैसों की कमी नहीं आने दी।

शिवराज चाहते हैं कि हितग्राहियों का एक ऐसा वर्ग बने जो यह महसूस करे कि सरकार उनके लिए काफी कुछ कर रही है और क्रियान्वयन इस ढंग से हो कि लोगों को सीधे लाभ पहुंचाने वाली जो योजनायें है उससे न केवल वे लाभान्वित हों बल्कि भाजपा के लिए एक मजबूत वोट बैंक भी तैयार हो। राज्य में कांग्रेस एवं भाजपा के बीच मत प्रतिशत का बहुत बारीक-सा अन्तर है और इसी अन्तर को बढ़ाकर भाजपा का मत प्रतिशत किस प्रकार 51 प्रतिशत किया जाए वही इस चिंतन का केंद्रीय बिन्दु होगा।

भांजे-भांजियों के मामा के रुप में सामाजिक रिश्ते जोडऩे वाले शिवराज की छवि अब एक सख्त प्रषासक के रुप में उभर रही है तथा मामा से लेकर अब उनकी छवि बुलडोजर मामा की गढ़ी जा रही है, जिसकी शुरुआत राजधानी भोपाल के भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा ने प्रारंभ कर दी है। शिवराज सिंह चौहान के पुन: मध्यप्रदेश की कमान संभालने के बाद दो साल पूरे हो गये हैं और इसके साथ ही उनके पुराने कार्यकाल को मिलाकर वह भाजपा के सबसे लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड बना चुके हैं।

दूसरे कार्यकाल की शुरुआत के साथ ही कोरोना महामारी की चपेट में देश के साथ ही प्रदेश भी आ गया था और यह समय उनके नेतृत्व के लिए परीक्षा की घड़ी था जिसका उन्होंने सफलतापूर्वक सामना किया और ऐसे कोई हालात पैदा नहीं हुए जैसी दुश्वारियां अन्य राज्यों में देखी गयीं। न तो आक्सीजन की कमी हुई और न ही मरीजों में किसी प्रकार की अफरा-तफरी थी। दवाइयां और इंजेक्शन का भी समय रहते प्रबंध किया गया। लेकिन इस अवधि में भी उन्होंने विकास की गति अवरुद्ध नहीं होने दी।

शिवराज सरकार ने पिछले दो वर्षों में 1 लाख 72 हजार करोड़ रुपये से अधिक की सहायता किसानों को दी तथा प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण एवं शहरी के तहत 10 लाख से अधिक आवास बनाये गये। केन-बेतवा लिंक परियोजना जिससे 8 लाख 11 हजार हेक्टेयर में सिंचाई होगी और अटल प्रगति पथ 313 किलोमीटर की योजनायें स्वीकृत हुईं। ग्रामीण आजीविका मिशन के द्वारा महिला स्व-सहायता समूहों के लगभग 9 लाख सदस्यों को आर्थिक गतिविधियों के लिए 2 हजार करोड़ रुपये के ऋण वितरित किये गये।

इसी अवधि में 8 हजार 276 करोड़ रुपये की लागत से 5 हजार 322 किमी लम्बी सड़कों का निर्माण भी हुआ। अपने इस दो साल के कार्यकाल में शिवराज काफी बदले-बदले नजर आ रहे हैं और उन्होंने अपनी छवि एक सख्त प्रशासक की गढ़ ली है और अब जहां एक और नौकरशाही को भी नियंत्रित कर रहे हैं तो वहीं माफियाओं के खिलाफ जीरो टालरेंस की नीति अपना रखी है और उन्हें नेस्तनाबूद करने की दिशा में कदम उठाते हुए 21 हजार एकड़ से अधिक शासकीय भूमि अवैध कब्जे से मुक्त कराई गई है।

कमलनाथ की नजर में शिवराज के दो साल

प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष और राज्य विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष कमलनाथ की नजर में शिवराज सरकार के दो वर्षों में प्रदेश विकास की दृष्टि से आगे बढऩे की बजाय हर दृष्टि से पीछे ही गया है। कमलनाथ का आरोप है कि इस अवधि में किसी वर्ग का भला नहीं हुआ बल्कि हर वर्ग परेशान ही हुआ है। इन दो वर्षों में सिर्फ इवेन्ट आयोजनों के नाम पर जनता को गुमराह करने का काम जमकर हुआ है। उनका आरोप है कि उनकी सरकार के जाते और शिवराज सरकार के आते हमने प्रदेश में कोरोना काल में सरकार का कुप्रबंधन देखा है कि किस प्रकार हजारों लोगों की इलाज, बेड, अस्पताल, आक्सीजन, जीवन रक्षक दवाइयों के अभाव में मौतें हुई हैं। कोरोना के संकटकाल में भी सरकार लोगों को बचाने की बजाय सत्याग्रह पर बैठने, रथ पर सवार होकर घूमने, गोले बनाने जैसे इवेन्ट करती नजर आई है। सबसे ज्यादा परेशान किसान हुआ है और उसे अभी तक अतिवृष्टि व ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का मुआवजा नहीं मिल सका है, और यदि कुछ मिला है तो तो फिर केवल कोरे आश्वासन और भाषण। और यह भी

भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा है कि मध्यप्रदेश में अगला विधानसभा चुनाव शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में ही लड़ा जायेगा। पार्टी ने अभी कोई निर्णय नहीं किया है अभी तो उन्हीं का चेहरा है और वे अच्छा काम कर रहे हैं। यूपी में बुलडोजर बाबा के रूप में योगी आदित्यनाथ की ख्याति के बाद शिवराज को बुलडोजर मामा प्रोजेक्ट किए जाने के सवाल पर विजयवर्गीय ने कहा कि मध्यप्रदेश में काफी पहले से बुलडोजर चल रहा है।

उनका कहना था कि शिवराज ने लम्बे समय तक मुख्यमंत्री रहने का रिकार्ड कायम किया है और आज भी वे लोकप्रिय हैं। बच्चों के बीच मामा के नाम से जाने जाते हैं। उमा भारती और बाबूलाल गौर ने अपने मुख्यमंत्रित्वकाल में प्रदेश के विकास की नींव रखी थी उसके बाद शिवराज के नेतृत्व में एक बड़ी विकास की इमारत प्रदेश में बनाई गई है। चुनावी राजनीति में वापसी के सवाल पर कैलाश ने दोटूक शब्दों में कहा कि इस मामले में हमारा नेतृत्व फैसला करता है, संगठन का काम करने को कहा गया है वह मैं कर रहा हूं।

मैं स्वयं अपने बारे में निर्णय नहीं लेता। राजनीति में जितना आगे बढ़ जाओ उतना ग्लैमर बढ़ता जाता है लेकिन जनप्रतिनिधि के रुप में उनका सबसे अच्छा कार्यकाल तो पार्षद का था क्योंकि वह कार्यकाल आत्मीयता से भरा था। विजयवर्गीय लम्बे समय बाद भोपाल में पत्रकारों से पिट्टू टूर्नामेंट के आयोजन की जानकारी देने रुबरु हुए थे लेकिन उनसे ज्यादातर सवाल राजनीति पर हुए। उनका कहना था कि पांच राज्यों के चुनाव परिणामों के बाद विपक्ष पूरी तरह धराशाई हो गया है

इसलिए इस राजनीतिक माहौल में अभी सेकेंड या थर्ड फ्रंट बनेगा, इस बारे में कहना जल्दबाजी होगी। 2024 के लोकसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी बड़ी चुनौती नहीं है। छोटा-छोटा कर कम करने से कुछ नहीं होगा क्योंकि 130 करोड की जनसंख्या वाले देश में प्रभाव जमाने के लिए एक बड़े चिंतन की जरुरत है और आम आदमी पार्टी में इसका अभाव नजर आ रहा है।

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लाह उत्पादन से जुड़े राज्य की महिला कृषक हो रहीं सशक्त

रांची,29.03.2022 – लाह उत्पादन व वनोपज को बाजार और इससे जुड़े लोगों की समृद्धि के प्रति संजीदा मुख्यमंत्री हेमन्त सोरेन के प्रयास के सकारात्मक परिणाम सामने आने लगे हैं। इस सिलसिले को और कारगर बनाने के लिए महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना एवं जोहार परियोजना के जरिए लाह की खेती को राज्य सरकार बढ़ावा दे रही है।राज्य की ग्रामीण महिलाओं को वनोपज आधारित आजीविका से जोड़कर आमदनी बढ़ोतरी के प्रयासों को महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना के ज़रिये अमली जामा पहनाया जा रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों के ये किसान लाह एवं लाह की खेती के ज़रिये बेहतर आजीविका की ओर अग्रसर हो रहे हैं| लाह की खेती से महिलाएं ना सिर्फ अपने गाँव में रहकर ही अच्छी आमदनी कर रहीं हैं, बल्कि राज्य में लाह उत्पादन के आंकड़ों में भी बदलाव ला रही हैं| ग्रामीण विकास विभाग अंतर्गत झारखण्ड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाइटी के ज़रिये सखी मंडल की ग्रामीण महिलाओं को लाह की वैज्ञानिक खेती से जोड़कर अत्याधुनिक प्रशिक्षण के जरिए आमदनी बढ़ोतरी के प्रयास हो रहे हैं। इस पहल से राज्य की 73 हजार से ज्यादा ग्रामीण परिवारों को लाह की वैज्ञानिक खेती से जोड़ा गया है, जिनमें ज्यादातर अति गरीब एवं वनों के आस-पास रहने वाले ग्रामीण परिवार हैं। इस साल करीब 2000 मीट्रिक टन छिला लाह का उत्पादन इनके द्वारा किया गया है।

लाह की वैज्ञानिक खेती से बढ़ रही आमदनी

पश्चिमी सिंहभूम के गोईलकेरा प्रखंड के रूमकूट गाँव की रंजीता देवी लाह की खेती से सालाना 3 लाख रुपए तक की आमदनी प्राप्त कर रही हैं। रंजीता देवी विगत कुछ सालों से आधुनिक तकनीक के ज़रिये वैज्ञानिक विधि से बिहन लाह की खेती कर रही हैं। सखी मंडल से जुड़ने के बाद उन्हें लाह की उन्नत खेती करने का प्रशिक्षण मिला। रंजीता देवी बताती हैं, दूरस्थ क्षेत्र होने के कारण हमारी आजीविका मुख्यतः जंगल और वनोपज पर निर्भर करती है। हमारे परिवार में पहले भी लाह की खेती का कार्य किया जाता था, लेकिन सखी मंडल से जुड़ने के बाद हमे 25 दिनों की सीआरपी ड्राइव के द्वारा वैज्ञानिक विधि से लाह की खेती करना सिखाया गया। इस प्रकार सखी मंडल के माध्यम से लाह की आधुनिक खेती से सम्बंधित प्रशिक्षण के साथ 5 किलो बिहन लाह (बीज के रूप में) प्राप्त हुआ। लाह की खेती में रंजीता देवी कम खर्च में कई गुना ज्यादा उपज एवं मुनाफा कमा रही हैं। पिछले साल रंजीता ने 300 किलो बिहन लाह बीज के रूप में लगाया, जिससे उन्हें 15 क्विंटल लाह की उपज प्राप्त। उससे उन्हें 3 लाख रुपए की आमदनी हुई। उनका कहना है, सखी मंडल के माध्यम से हमे अपने पारंपरिक पेशे में ही स्थानीय आजीविका के बेहतर अवसर मिल रहे हैं।

किसानों को मिल रहा प्रशिक्षण एवं बाज़ार

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना एवं जोहार परियोजना के अंतर्गत महिला किसानों को लाह उत्पादन और बिक्री के लिए तकनीकी जानकारी और प्रशिक्षण से लेकर बिक्री हेतु बाज़ार भी उपलब्ध कराया जा रहा है| किसान उत्पादक समूहों के माध्यम से लाह की सामूहिक खेती एवं बिक्री की व्यवस्था की गई है। महिलाओं को आवासीय प्रशिक्षण के जरिए लाह की उन्नत खेती के लिए प्रेरित किया जाता है। साथ हीं पहले से लाह की खेती कर रहे किसानों के अनुभवों से भी उन्हें अवगत कराया जाता है, ताकि किसान आपस में जानकारी साझा कर सकें। लाह किसानों को उचित बाज़ार उपलब्ध कराने के लिए एवं उनकी फसल की बिक्री हेतु, राज्य भर में 460 संग्रहण केंद्र और 25 ग्रामीण सेवा केंद्र का परिचालन किया जा रहा है।  ग्रामीण महिलाओं द्वारा संचालित इन संस्थाओं के माध्यम से लाह की खेती कर रहे किसान अपनी उपज को एक जगह इकठ्ठा करते हैं और फिर ग्रामीण सेवा केंद्र के माध्यम से एकत्रित उत्पाद की बिक्री की जाती है।

महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना से लाह की खेती को मिला नया जीवन 

लाह की आधुनिक एवं वैज्ञानिक खेती को प्रोत्साहित करने के लिए झारखंड स्टेट लाइवलीहुड प्रमोशन सोसाईटी संपोषित सखी मंडल की बहनों को सीआरपी ड्राइव के माध्यम से 25 दिनों का प्रशिक्षण दिया जाता है। ग्राम स्तर पर लाह कृषकों की मदद के लिए चुनिंदा क्षेत्रों में आजीविका वनोपज मित्र के रूप में दीदियों को प्रशिक्षित करके रखा गया है। आजीविका वनोपज मित्र ग्रामीण परिवारों को लाह की वैज्ञानिक खेती में मदद करते है। आश्रिता एवं रंजिता जैसी हजारों ग्रामीण महिलाएं आज लाह की वैज्ञानिक खेती से जुड़कर अच्छी आय कर रही हैं। वन संपदा से समृद्ध झारखण्ड में ग्रामीण परिवारों को वनोपज आधारित आजीविका से जोड़कर जीवनशैली एवं आजीविका में उल्लेखनीय बदलाव आ रहा है।

“लाह की वैज्ञानिक खेती के जरिए राज्य के सुदूर ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों की जिंदगी में बदलाव आ रहा है। राज्य के करीब 73 हजार लोगों को लाह की वैज्ञानिक खेती का प्रशिक्षण देकर उनको लाह उत्पादन से जोड़ा गया है। महिला किसान सशक्तिकरण परियोजना एवं जोहार परियोजना के जरिए राज्य के कई इलाको में लाह की खेती को पुनर्जीवित किया गया है। वहीं ग्रामीण सेवा केंद्र एवं संग्रहण केंद्र के माध्यम से किसानों को लाह का बेहतर बाजार एवं कीमत सुनिश्चित किया जा रहा है।“

उक्त जानकारी  श्री सूरज कुमार, मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी , जेएसएलपीएस ने दी है

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मनरेगा का App से शिकायतों का निष्पादन करें – मनरेगा आयुक्त

रांची, 29.03.2022 (दिव्या राजन)  मनरेगा आयुक्त श्रीमती राजेश्वरी बी ने राज्य के सभी जिला के लोकपाल से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संवाद किया। मनरेगा आयुक्त ने मनरेगा योजना से क्रियान्वित विभिन्न योजनाओं को सही तरीके से धरातल पर लाने के लिए दिशा निर्देश दिया साथ ही विभाग के द्वारा तैयार कराए गए ombudsman App के बारे में भी विस्तृत रूप से जानकारी  दी।

इस ऐप के जरिए लोकपाल अपने मोबाइल पर ऑनलाइन ही शिकायतों दर्ज करवा कर उसका निपटारा करने का भी कार्य कर सकेंगे। इससे कार्य में पारदर्शिता आएगी। बैठक में पंचायत में सभी दस्तावेजों को एकत्र कराने की दिशा में भी कार्य करने को कहा गया।

मनरेगा आयुक्त ने स्पष्ट किया किया प्रयास करें कि मनरेगा से संबंधित जितनी भी शिकायतें प्राप्त हो, उनका त्वरित निष्पादन संबंधित जिले के लोकपाल करें। योजनाओं का  स्थल निरीक्षण में उन्होंने करने को कहा ताकि कार्य में हमेशा पारदर्शिता बनी रहे।

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कांग्रेस के संगठन में बड़े बदलाव की तैयारी में सोनिया गांधी

नई दिल्ली ,29 मार्च (आरएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी  पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में शर्मनाक हार के बाद अपनी टीम में बदलाव कर सकती हैं। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने कई प्रदेशों में नए सचिवों की नियुक्ति कर इसके संकेत भी दे दिए हैं। यह फेरबदल संगठन चुनाव और अगले विधानसभा चुनाव के लिए अहम साबित होगा। कांग्रेस में कई पद लंबे वक्त से खाली है। वहीं, कई नेता एक से ज्यादा जिम्मेदारी संभाल रहे हैं। ऐसे में पार्टी अध्यक्ष इन पदों पर नियुक्ति के साथ आवश्यक फेरबदल कर सकती हैं। पार्टी में छात्र संगठन एनएसयूआई के साथ कई प्रदेशों में प्रभारियों की नियुक्ति काफी लंबे वक्त से नहीं हो पाई है। एनएसयूआई के पूर्णकालिक प्रभारी का पद दो साल से खाली है।
एनएसयूआई की अध्यक्ष रुचिका गुप्ता ने दिसंबर 2020 को अपने पद से इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद कोई स्थाई नियुक्ति नहीं हुई है। इसके साथ मध्य प्रदेश में कमलनाथ प्रदेश अध्यक्ष के साथ विधानसभा में नेता विपक्ष का पद भी संभाल रहे हैं।
पश्चिम बंगाल कांग्रेस अध्यक्ष अधीर रंजन चौधरी के पास लोकसभा में पार्टी के नेता की जिम्मेदारी हैं। बंगाल में पूर्णकालिक प्रदेश प्रभारी की नियुक्ति भी काफी दिनों से नहीं हुई है। जितिन प्रसाद के पार्टी छोडऩे के बाद दिसंबर 2021 में चेला कुमार को पश्चिम बंगाल का अतिरिक्त प्रभार दिया गया था।
पांच राज्यों में हार पर चर्चा के लिए 14 मार्च को हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में भी संगठन में फेरबदल का मुद्दा प्रमुखता के साथ उठा था। बैठक में सर्वसम्मति से पारित प्रस्ताव में पार्टी अध्यक्ष को संगठन को मजबूत बनाने के लिए आवश्यक व व्यापक संगठनात्मक बदलाव के लिए अधिकृत किया है।
पार्टी के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष जल्द कुछ फेरबदल कर सकती हैं। पार्टी में संगठन चुनाव की प्रक्रिया चल रही है। ऐसे में बड़ा बदलाव नए अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही होगा। संगठन में इस बदलाव के जरिए पार्टी के नए अध्यक्ष की नई टीम का खाका काफी हद तक तैयार हो जाएगा।

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राष्ट्रपति ने चार विदेशियों, दो एनआरआई को पद्म पुरस्कार दिए

नई दिल्ली,29 मार्च (आरएनएस)। राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद ने चार विदेशियों और भारतीय मूल के दो व्यक्तियों को पद्म पुरस्कार दिए। इनमें भारत में जन्मे जापान के एक प्रमुख होटल व्यवसायी भी शामिल हैं। उनके अपने-अपने क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान के लिए पुरस्कार दिया गया है।

राष्ट्रपति ने साहित्य और शिक्षा के लिए डॉ तातियाना शौम्याण को पद्मश्री दिया। वह रूसी विज्ञान अकादमी में भारतीय अध्ययन केंद्र की प्रमुख हैं। वह एशियाई देशों में भारत की विदेश नीति और अंतर्राष्ट्रीय संबंधों की विशेषज्ञ हैं। मॉस्को के इंस्टीट्यूट ऑफ ओरिएंटल स्टडीज में सेंटर ऑफ इंडियन स्टडीज में अपने लंबे कार्यकाल के दौरान उन्हें भारत पर उनके काम के लिए पद्म पुरस्कार प्रदान किया गया है।

राष्ट्रपति कोविंद ने व्यापार और उद्योग के लिए रयुको हीरा को पद्मश्री प्रदान किया। एचएमआई होटल ग्रुप और ओरा ग्रुप ऑफ कंपनीज जापान के अध्यक्ष, उन्होंने भारत में जापानी निवेश को प्रोत्साहित किया है। इसके अलावा जापान के रयुको हीरा को भी सम्मानित किया गया है। उनका जन्म जयपुर में कमलेश पंजाबी के रूप में हुआ। उन्हें रयुको हीरा और एचएमआई होटल ग्रुप के मालिक के रूप में जाना जाता है, जो जापान में होटलों और रिसॉर्ट्स की एक श्रृंखला चलाते हैं। वह जापान के भारतीय वाणिज्य और उद्योग संघ के अध्यक्ष भी है। उन्होंने भारत में निवेश के बहुत सारे अवसर लाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

राष्ट्रपति कोविंद ने साहित्य और शिक्षा के लिए डॉ चिरापत प्रपंडविद्या को पद्मश्री प्रदान किया। वह एक थाई संस्कृत विद्वान हैं। वह बैंकॉक के सिलपाकोर्न विश्वविद्यालय में संस्कृत अध्ययन केंद्र के सदस्य हैं। वे संस्कृत स्टडीज फाउंडेशन के अध्यक्ष भी हैं। राष्ट्रपति ने साहित्य और शिक्षा के लिए रटगर कोर्टेनहॉर्स्ट को भी पद्मश्री प्रदान किया। वह डबलिन के जॉन स्कॉटस स्कूल में संस्कृत के शोधकर्ता और शिक्षक हैं। वे आयरलैंड में संस्कृत के प्रचार-प्रसार में अग्रणी रहे हैं।

ब्रिटिश भारतीय प्रोफेसर प्रोकर दासगुप्ता को चिकित्सा के लिए पद्म श्री मिला। वह किंग्स कॉलेज लंदन में एक प्रोफेसर हैं। उन्होंने यूरोलॉजी में रोबोटिक सर्जरी का बीड़ा उठाया है। 2010 और 2018 में उन्हें डेली मेल द्वारा यूनाइटेड किंगडम में शीर्ष दस प्रोस्टेट कैंसर सर्जनों में से एक नामित किया गया था। राष्ट्रपति कोविंद ने साहित्य और शिक्षा के लिए मारिया क्रिजिस्तोफ बायर्स्की को पद्मश्री प्रदान किया। वह वारसॉ विश्वविद्यालय में प्रोफेसर हैं। उन्होंने मनुस्मृति, कामसूत्र और भासा और कालिदास के नाटकों का पोलिश भाषा में अनुवाद किया है।

बायर्स्की 1994 से 1996 तक भारत में पोलिश राजदूत थी। भारत के लिए उनका प्यार 1955 में शुरू हुआ जब वे वारसॉ विश्वविद्यालय में भारतीय अध्ययन की छात्र थी। राजदूत के रूप में उन्होंने अपना विजिटिंग कार्ड देवनागरी लिपि में उकेरा था। 1994 में, जब उन्हें केरल में वार्षिक परीक्षित स्मृति व्याख्यान देने के लिए आमंत्रित किया गया, बायर्स्की ने एक घंटे तक शुद्ध संस्कृत में बात की, जबकि उनके सामने बोलने वाले अन्य सभी संस्कृत विद्वानों ने मलयालम में अपने भाषण दिए।

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राहुल गांधी ने तेलंगाना व केंद्र सरकार को किसान विरोधी बताया

नई दिल्ली ,29 मार्च (आरएनएस)। राहुल गांधी ने  तेलंगाना के किसानों की उपज को नहीं खरीदने के लिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार और तेलंगाना सरकार की आलोचना करते हुए उन्हें किसान विरोधी बताया और कहा कि किसानों को लेकर राजनीति करने की बजाय उनकी मांग पर ध्यान दिया जाना चाहिए।

गांधी ने ट्वीट किया यह शर्म की बात है कि भाजपा और टीआरएस सरकारें तेलंगाना के किसानों से धान खरीदने की बजाय इस मुद्दे का राजनीतिकरण कर अपनी नैतिक जिम्मेदारी से भाग रही हैं। उन्होंने केंद्र और राज्य सरकार को किसानों की फसल की खरीद को लेकर राजनीति करने के लिए कटघरे में खड़ा किया और कहा, किसान विरोधी गतिविधियों से उन्हें परेशान करना बंद करें और तेलंगाना के किसानों की कड़ी मेहनत से पैदा किये गए अनाज के एक-एक दाने की खरीद करें।

गांधी ने कहा कि उनकी पार्टी तेलंगाना के किसानों के साथ है और वह तब तक चुप नहीं बैठेगी, जब तक किसानों के साथ न्याय नहीं होता है। उन्होंने कहा, कांग्रेस किसानों के हक़ के लिए तब तक संघर्ष करती रहेगी जब तक तेलंगाना के किसानों की फसल के एक-एक दाने की खरीद नहीं हो जाती है।

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दिल्ली पुलिस ने 40 करोड़ रुपये से अधिक की हेरोइन पकड़ी

नई दिल्ली ,29 मार्च (आरएनएस)। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने एक अंतर्राष्ट्रीय ड्रग्स स्मगलिंग गैंग के दो सदस्यों को गिरफ्तार कर करीब 10 किलोग्राम हेरोइन बरामद की है। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इस हेरोइन की कीमत 40 करोड़ रुपये से अधिक बताई जा रही है। गिरफ्तार दोनों तस्करों से पूछताछ में पता चला है कि ये एक बड़े अंतर्राष्ट्रीय गैंग के सदस्य हैं और पिछले 5 साल से दिल्ली-एनसीआर और यूपी के कुछ हिस्सों में नशीली दवाओं की तस्करी में लिप्त थे।

दिल्ली पुलिस स्पेशल सेल के पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) जसमीत सिंह ने बताया कि दोनों आरोपियों की पहचान उत्तर प्रदेश के रहने वाले नजीर उर्फ नाजिम और दिनेश सिंह के रूप में हुई है। इनके कब्जे से बरामद हेरोइन को म्यांमार से मणिपुर के रास्ते भारत लाया गया था। इन तस्करों के पास से एक कार भी बरामद की गई है, जिसमें छुपाने और नशीले पदार्थों के लाने के लिए एक गुप्त जगह बनाई गई है।
डीसीपी ने कहा कि नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) एक्ट की उपयुक्त धाराओं के तहत थाना स्पेशल सेल में मामला दर्ज किया गया था। सिंह के अनुसार, 24 मार्च, 2022 को स्पेशल सेल को विशेष सूचना मिली थी कि इस गैंग के दो सदस्य झारखंड से हेरोइन की एक बड़ी खेप लेकर आईएसबीटी सराय काले खां में अपने एक संपर्क को हेरोइन की सप्लाई करने के लिए दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे टी प्वाइंट पर आएंगे।

पुलिस के मुताबिक, गिरफ्तार किए गए ड्रग सप्लायर्स ने पूछताछ में खुलासा किया है कि ये एक बड़े अंतर्राष्ट्रीय नारकोटिक ड्रग कार्टेल के सदस्य हैं। इन दोनों ने पिछले पांच सालों से दिल्ली-एनसीआर और यूपी के कुछ हिस्सों में नशीली दवाओं की आपूर्ति में लिप्त होने का खुलासा किया है। उन्होंने झारखंड के चतरा जिले के एक व्यक्ति से यह हेरोइन खरीदी थी और उन्हें दिल्ली में एक व्यक्ति को छह किलोग्राम हेरोइन और उत्तर प्रदेश के गाजीपुर में एक व्यक्ति को शेष चार किलोग्राम पहुंचानी थी। उन्होंने आगे खुलासा किया कि उनके हेरोइन सप्लायर्स के म्यांमार और मणिपुर में संबंध हैं।

डीसीपी सिंह ने कहा कि म्यांमार से मणिपुर में लाई गई अधिकांश हेरोइन को असम और अरुणाचल प्रदेश के आस-पास के राज्यों में भेजा जाता है और फिर वहां से दिल्ली सहित देश के अन्य हिस्सों में प्रतिबंधित पदार्थों का परिवहन किया जाता है।
डीसीपी ने कहा कि इस मामले की जांच के दौरान यह पता चला है कि झारखंड के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और मणिपुर के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अवैध रूप से खेती की गई अफीम से हेरोइन बनाई जाती है। गिरफ्तार किए गए नशीली दवाओं के तस्करों ने आगे खुलासा किया है कि वे झारखंड के दवा निर्माता और सप्लायर्स से भी हेरोइन खरीदते थे।

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आरआरआर ने महज तीन दिनों में कमाए 500 करोड़ रुपये

29.03.2022 – आरआरआर ने अपने पहले सप्ताहांत में पूरे विश्व में कमाई के स्तर को लगातार बरकरार रखते हुए 500 करोड़ के आंकड़े को छूने में कामयाबी प्राप्त कर ली है। प्रदर्शन के पहले दिन ही वैश्विक स्तर पर सर्वाधिक कमाई करने वाली पहली भारतीय फिल्म बनी.  फिल्म ने तीसरे दिन हिंदी बॉक्स ऑफिस पर भी शानदार कमाई की है। इसके साथ ही फिल्म पहले वीकेंड पर अपने खाते में बड़ी रकम जोड़ते हुए अकेले हिंदी बॉक्स ऑफिस से अब तक 75 करोड़ रुपये की बड़ी कमाई कर चुकी है।ट्रेड एक्सपर्ट तरण आदर्श ने हाल ही में सोशल मीडिया पर एक ट्वीट कर ऐलान किया है कि राम चरण और जूनियर एनटीआर स्टारर निर्देशक एसएस राजामौली की फिल्म आरआरआर के हिन्दी वर्जन ने तीसरे दिन यानी रविवार को कुल 31.50 करोड़ रुपये की बंपर कमाई की है। फिल्म ने पहले दिन हिंदी सिनेमाघरों से सिर्फ हिंदी वर्जन में जहां 19 करोड़ रुपये की कमाई की तो वहीं, दूसरे दिन ये आंकड़ा 24 करोड़ रुपये हो गया था। तीसरे दिन फिल्म ने अपने खाते में 31.05 करोड़ रुपये बटोरते हुए कुल 74.50 करोड़ रुपये नाम कर लिए हैं। इसके साथ ही ये फिल्म साल 2022 की पहली फिल्म बन गई है, जिसने एक दिन में 30 करोड़ रुपये की रकम बॉक्स ऑफिस से हासिल की।वैश्विक स्तर पर 500 करोड़ी हुई आरआरआरयही नहीं, दिलचस्प बात ये है कि ये फिल्म वल्र्डवाइड स्तर पर 3 दिन के अंदर ही 500 करोड़ रुपये की बड़ी रकम अपने नाम कर चुकी है। ये आंकड़ा कोरोना काल के बीच रिलीज हुई अभी तक की सभी फिल्मों से कहीं ज्यादा है। निर्देशक एसएस राजामौली ने इसके साथ ही साबित कर दिया है कि वो इस वक्त भारतीय सिनेमा के टॉप निर्देशक हैं। (एजेंसी)

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विजय देवरकोंडा ने पुरी जगन्नाधी के साथ अगली फिल्म की घोषणा की

विजय देवरकोंडा अर्जुन रेड्डी के अभिनेता ने पोकिरी के निर्देशक पुरी जगन्नाथ के साथ अपनी अगली फिल्म की घोषणा की। चूंकि दोनों एक साथ अपनी पहली फिल्म लाइगर की रिलीज का इंतजार कर रहे हैं, उन्होंने एक और प्रोजेक्ट पर साथ काम करने का फैसला किया है। एक पोस्टर जारी करते हुए पेल्ली चोपुलु अभिनेता ने पुरी जगन्नाथ के साथ अपनी अगली फिल्म की घोषणा की।

निर्माताओं ने उल्लेख किया कि, इस परियोजना के बारे में अधिक जानकारी का सोमवार को दोपहर में दी जाएगी।अब तक, विजय देवरकोंडा-पुरी जगन्नाथ की फिल्म के निर्माताओं ने विवरण को गुप्त रखा है।तो वहीं, दोनों की लाइगर फिलहाल पोस्ट-प्रोडक्शन फेज में है और जल्द ही रिलीज होगी। विजय देवरकोंडा ने इस आगामी फिल्म में एक एमएमए सेनानी के रूप में एक मुख्य भूमिका निभाई है। (एजेंसी)

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पुष्पा:द रूल के आइटम नंबर में सामंथा की जगह ले सकती हैं दिशा पाटनी

29.03.2022 – पुष्पा:द रूल के आइटम नंबर में अब निर्माता पुष्पा के दूसरे पार्ट में सामंथा को लेने के मूड में नहीं हैं।साउथ की अदाकारा सामंथा रुथ प्रभु सुपरहिट फिल्म पुष्पा में आइटम नंबर करती दिखी थीं। यह सामंथा के करियर का पहला आइटम नंबर था, जो भले ही रिलीज होने के बाद खूब विवादों में रहा, लेकिन सामंथा पर फिल्माया गया यह गाना सुपरहिट रहा।

पुष्पा: द रूल में उनकी जगह अभिनेत्री दिशा पाटनी को लेने की तैयारी चल रही है।सामंथा को पुष्पा के गाने ओ अंतावा पर थिरकते देखा गया था। रिपोर्टों के मुताबिक, अब पुष्पा: द रूल के लिए निर्माताओं ने दिशा से संपर्क किया है। निर्देशक सुकुमार, दिशा को फिल्म में लेना चाहते हैं। हालांकि, दिशा को पुष्पा का प्रस्ताव भी मिला था, लेकिन उन्होंने किसी वजह से यह ऑफर ठुकरा दिया था।

अब सुनने में आ रहा है कि उन्होंने दूसरे पार्ट का हिस्सा बनने के लिए रजामंदी दे दी है।पुरुषों के लिए काम करने वाले एक संस्थान ने ओ अंतावा गाने के खिलाफ आंध प्रदेश कोर्ट में केस दर्ज किया था। गाने पर बैन लगाने की मांग की गई थी। याचिका में गाने की लिरिक्स पर ऐतराज जताया गया। कहा गया कि यह पुरुषों की गंदी सोच को दर्शाता है, जैसे वे हर वक्त केवल शारीरिक संबंध बनाने के बारे में सोचा करते हों। सोशल मीडिया पर इस वजह से सामंथा को भी ट्रोलिंग का शिकार होना पड़ा था।

ओ अंतावा बीते 10 दिसंबर को रिलीज हुआ था। इसे इंद्रावती चौहान ने अपनी आवाज दी और देवी श्री प्रसाद ने कंपोज किया। गणेश आचार्य इस गाने के कोरियोग्राफर थे। तमिल वर्जन की लिरिक्स विवेका ने लिखी, वहीं चंद्राबोस ने तेलुगु वर्जन के बोल लिखे। पुष्पा 17, दिसंबर 2021 को सिनेमाघरों में रिलीज हुई थी। इस फिल्म में अल्लू अर्जुन और रश्मिका मंदाना मुख्य भूमिका में थीं।

पुष्पा बॉक्स ऑफिस पर 300 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर चुकी है। दर्शकों को अब पुष्पा: द रूल का बेसब्री से इंतजार है। फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई है और इस साल के अंत तक यह फिल्म दर्शकों के बीच होगी। अल्लू का कहना है कि दूसरा पार्ट पहले से ज्यादा मजेदार और धमाकेदार होगा। दिशा जल्द ही एकता कपूर की फिल्म केटीना में नजर आएंगी। फिल्म में वह एक अंधविश्वासी पंजाबी लड़की का किरदार निभाएंगी।

इसके अलावा दिशा, एकता की फिल्म एक विलेन रिटर्न्स में भी काम कर रही हैं। फिल्म के निर्देशक मोहित सूरी हैं, जिनके साथ दिशा फिल्म मलंग में काम कर चुकी हैं। वह करण जौहर की फिल्म योद्धा से भी जुड़ी हैं। इसमें उनके साथ राशि खन्ना भी दिखेंगी। दिशा जल्द ही एक हॉलीवुड फिल्म में भी दिख सकती हैं। (एजेंसी)

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विश्व रंगमंच दिवस पर अभिनेता राजन कुमार ने लाइव शो में दर्शकों को गुदगुदाया

28.03.2022 – विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर नवी मुम्बई में आयोजित एक समारोह में चार्ली चैपलिन 2 के नाम से मशहूर अभिनेता राजन कुमार ने लाइव शो में दर्शकों का भरपूर मनोरंजन किया। विदित हो कि हर वर्ष 27 मार्च को विश्वरंग मंच दिवस खूब धूमधाम से मनाया जाता है। लोकप्रिय रंगकर्मी राजन कुमार ने प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी विश्वरंग मंच दिवस के अवसर पर अपने लाइव शो के दौरान अपनी हास्य प्रस्तुति से दर्शकों को गुदगुदाया।

मुंगेर (बिहार) के मूल निवासी अभिनेता राजन कुमार थियेटर बैक ग्राउंड से आते हैं। ‘शहर मसीहा नहीं’ और ‘नमस्ते बिहार’ जैसी कई चर्चित फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता राजन कुमार मुंगेर (बिहार) के मूल निवासी हैं और बॉलीवुड में फिल्म निर्माण और अभिनय के क्षेत्र में क्रियाशील हैं। ‘शहर मसीहा नहीं’ और ‘नमस्ते बिहार’ जैसी बॉलीवुड की कई चर्चित फिल्मों में काम कर चुके अभिनेता राजन कुमार मानते हैं कि रंगमंच की बदौलत उनके जीवन में कई बड़े चेंज आए हैं।

बकौल अभिनेता राजन कुमार रंगमंच एक ऐसा प्लेटफार्म है जहाँ आर्टिस्ट को अपनी प्रतिभा को परिमार्जित करने का खुला अवसर मिलता है। थिएटर दरअसल एक कम्प्लीट आर्ट है, इसमे म्यूज़िक, डांस, एक्शन, इमोशन, संवाद अदायगी सभी कुछ शामिल हो जाता है। रंगमंच दिवस इस लिए मनाया जाता है ताकि थिएटर के प्रति जागरूकता और उमंग पैदा की जा सके। नवोदित प्रतिभाओं को सफल एक्टर बनने के लिए रंगमंच अपनाना चाहिए।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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जड़ी-बूटियों से दस से 12 हजार रुपए होती मासिक कमाई

ग्वालियर,28 मार्च (आरएनएस)। जड़ी-बूटियों से दस से 12 हजार रुपए होती मासिक कमाई. ग्वालियर के घाटीगांव, मोहना, श्योपुर के कराहल और शिवपुरी जिले के पोहरी क्षेत्र की सहरिया आदिवासी महिलाओं द्वारा वन्य क्षेत्र में बिखरी पड़ी जड़ी-बूटियों को खोजने और उसका चूर्ण बनाने के बाद संबंधितों को सप्लाई करने का काम किया जा रहा है।

इस काम से प्रति महिला को हर माह दस से 12 हजार रुपए मासिक पारिश्रमिक मिल जाता है। बताया जाता है कि इन जड़ी-बूटियों को लेने के लिए देश की नामी गिरामी कंपनियों पहुंंचती हैं। इन क्षेत्रों में 6112 आदिवासी महिलाएं काम में जुटी हैं। यह जड़ीबूटी जंगल से आती हैं – सफेद मूसली, गोंद, मशरूम, छाल, अश्वगंधा, पहर का बीज, शहद, हर्र, बहेड़ा, आंवकला, चांदी बाजार, गोखरू व बेल प्रमुख रूप से शामिल हैं।

वन उत्पादक समिति ले लेती हैं महिलाओं से माल – ये आदिवासी महिलाएं कई क्विंटल जड़ी बूटियां महीने में जंगलों से एकत्रित कर लेती हैं। जिन्हें वन उत्पादक समिति को दे दिया जाता है। इसके लिए महिलाओं का एक संगठन वन उत्पादक समिति की जमुना और हरीना आदिवासी महिलाओं के जरिए तैयार किया गया है।

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कान्हा की नगरी में नए साल के आगमन पर उत्सव

मथुरा 28 मार्च (आरएनएस)। कान्हा की नगरी नए साल के स्वागत के लिए तैयार हो रही है। नए साल पर धर्म नगरी में कई आयोजन होने जा रहे हैं। नव संवत्सर मेला को भव्य बनाने के लिए तैयारियों को अंतिमरूप दिया जा रहा है। हिन्दू कलैण्डर के मुताबिक चैत्रमास से नए साल का आगाज होता है।

भारतीय नववर्ष चैत्र शुक्ल प्रतिपदा विक्रम संवत 2079 की पूर्व संध्या पर चैत्र कृष्ण अमावस्या यानी एक अप्रैल को सेठ बीएन पोद्दार इंटर कॉलेज, मथुरा के मैदान में परम्परागत रूप से विभिन्न सांस्कृतिक एवं रंगारंग कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जायेगा है। इस अवसर पर आयोजित नववर्ष समारोह में मुख्य अतिथि जनरल वीके सिंह पूर्व थल सेनाध्यक्ष सड़क परिवहन एवं राष्ट्रीय राजमार्ग राज्यमंत्री भारत सरकार होंगे।

सांस्कृतिक कार्यक्रम में योग नृत्य मुख्य आकर्षण का केंद्र होगा। नगर निगम की ओर से मेला को दिव्य और भव्य बनाने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं। सोमवार को मथुरा वृंदावन नगर निगम के महापौर डा.मुकेश आर्यबंधु ने मेला स्थल पर चल रहीं तैयारियों का निरीक्षण करने पहुंचे। इस दौरान उन्होंने पूरे मेला परिसर का गहनता से निरीक्षण किया और तैयारियों को समय से पूरा करने के निर्देश दिए।

उनके साथ नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारी और दूसरे विभागों के कर्मचारी भी मौजूद रहे। मथुरा वृंदावन नगर निगम के मयेर डा.मुकेश आर्यबंधु ने बताया कि जनरल वीके सिंह नवसंवत्सर मेला में हमारे मुख्य अतिथि रहेंगे। नवसंवत्सर मेला एक अप्रैल को है। मेला में बच्चों के मनोरंजन के साधान, घोडा की सवारी, चांट की दुकानें आदि एक मेला में जो होती हैं वह सब स्टॉल होंगी।

बच्चों की प्रतियोगिताएं भी रखी गई हैं। हिन्दु रीतिरविाज के हिसाब से मेला का आयोजन होता है। इस बार मेला सेठ बीएन पौद्दार इंटरमीडिएट के मैदान पर आयोजित हो रहा है।

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सेना में भर्ती पर रोक युवाओं के लिये अच्छी खबर नहीं: मायावती

लखनऊ ,28 मार्च (आरएनएस)।  सेना में भर्ती पर कोरोना काल में  लगायी गयी रोक को दो साल बाद भी जारी रखने के सरकार के फैसले पर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने  चिंता जाहिर करते हुए कहा है कि सेना में भर्ती का जज्बा रखने वाले परिश्रमी युवाओं के लिये यह अच्छी खबर नहीं है। उन्होंने सरकार से कोरोना से उत्पन्न माहामारी के हालात अब सामान्य होने का हवाला देते हुए सरकार से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने का अनुरोध किया है।

मायावती ने सोमवार को सोशल मीडिया के माध्यम से कहा, कोरोना के कारण सेना में भर्ती रैलियों के आयोजन पर पिछले दो साल से लगी हुई रोक अभी आगे लगातार जारी रहेगी। संसद में दी गई यह जानकारी निश्चय ही देश के नौजवानों, बेरोजगार परिवारों व खासकर सेना में भर्ती का जज़्बा रखने वाले परिश्रमी युवाओं के लिए अच्छी ख़बर नहीं है।

गौरतलब है कि कोरोना काल के दौरान 2020 से सेना के भर्ती अभियानों पर रोक लगी हुयी है। सरकार की ओर से संसद में बताया गया कि सेना में भर्ती पर लगी यह रोक फिलहाल जारी रहेगी। मायावती ट्वीट कर कहा, मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक इसको लेकर सैन्य अफसर भी चिन्तित हैं, क्योंकि उनके अनुसार इस आर्मी रिक्रूटमेन्ट रैलियों पर अनवरत पाबन्दी का बुरा प्रभाव सेना की तैयारियों पर नीचे तक पड़ेगा। अब जबकि कोरोना के हालात नार्मल हैं, केन्द्र सरकार दोनों पहलुओं पर यथासमय पुनर्विचार करे।

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कोविड मुक्त हुए – अरुणाचल, दादर नागर हवेली और लक्ष्य दीप 

नई दिल्ली ,28 मार्च (आरएनएस)। कोविड मुक्त हुए.अरुणाचल प्रदेश, दादर-नगर हवेली और दमन-दीव तथा लक्ष्यद्वीप. देश में कोविड वायरस संक्रमण के लगातार घट रही है. केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक, पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामलों की संख्या 328 घटकर 15859 रह गई है। वहीं, इस दौरान एक हजार 270 नये मामले सामने आये हैं और इस बीच 31 लोगों की मौत हुई है। देश में कोरोना मृत्यु दर 1.21 प्रतिशत, रिकवरी दर 98.75 प्रतिशत और संक्रमण दर 0.04 प्रतिशत है।

केरल में पिछले 24 घंटे में सक्रिय मामलों में 218 की कमी आने के बाद इनकी संख्या घटकर 4663 रह गई। वहीं, 593 लोगों के स्वस्थ होने के बाद इससे निजात पाने वाले लोगों की संख्या 6458586 हो गई है, जबकि मृतकों का आंकड़ा 67797 हो गया है।

कर्नाटक में एक सक्रिय मामला बढ़कर 1819 हो गया है। इस दौरान 62 मरीजों के ठीक होने से इस महामारी से निजात पाने वालों की कुल संख्या बढ़कर 3903442 हो गई है। वहीं राज्य में एक और मरीज की मौत होने से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 40050 पर पहुंच गया है।

असम में इस दौरान सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 1360 हो गई है तथा इस महामारी से मुक्त होने वालों की कुल संख्या 716197 तक पहुंच गई है, वहीं मृतकों का आंकड़ा 6639 पर स्थिर रहा।

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प्रमोद सावंत दूसरी बार बने गोवा के मुख्यमंत्री

पणजी ,28 मार्च (आरएनएस)।  प्रमोद सावंत सोमवार को लगातार दूसरी बार गोवा के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ विश्वजीत राणे समेत आठ विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ.

भाजपा की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष सदानंद शेत तनवड़े ने कहा कि भाजपा के जिन विधायकों को मंत्री बनाया गया है, उनमें सर्वश्री विश्वजीत राणे, मौविन गोडिन्हो, रवि नाइक, सुभाष शिरोडकर, नीलेश कैबराल, रोहन खौंटे, गोविंद गौडे और बाबूस मोनसेरेट शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मंत्रालय में तीन अन्य विधायकों को भी एक या दो महीने में शामिल किया जाएगा।

भाजपा के पास 20 विधायक हैं जबकि उसे तीन निर्दलीय और महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) के दो विधायकों से भी समर्थन प्राप्त है। उल्लेखनीय है कि इससे पहले, श्री सावंत ने राजभवन में राज्यपाल पीएस श्रीधरन पिल्लई को मंत्रिपरिषद नियुक्त करने का आदेश सौंपा था।

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ई-श्रमिक पोर्टल में छह माह में 27 करोड़ पंजीकरण : यादव

नई दिल्ली ,28 मार्च (आरएनएस)।ई-श्रमिक पोर्टल पर सरकार ने कहा है कि असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के हितों को महत्व देते हुए ई-पोर्टल तैयार किया गया है जिसमें श्रमिकों को मिलने वाले रोजगार के साथ ही उनको दी जाने वाली सारी सुविधाओं का विवरण दिया गया है।
श्रम मंत्री भूपेंद्र यादव ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के जवाब में कहा कि श्रमिकों को विशेष महत्व देते हुए उनके हित के लिए कई कदम उठाये गये हैं। केंद्र सरकार की तरफ से असगंठित क्षेत्र के मजूदूरों को आत्मनिर्भर योजना के तहत रोजगार दिया जा रहा है और उन्हें किस क्षेत्र में कितना रोजगार मिला है इसका पूरा हिसाब किताब केंद्र सरकार के पास उपलब्ध हो रहा है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि असंगठित क्षेत्र के मजदूरों के हित के लिए ई-श्रमिक पोर्टल तैयार किया गया है जिसमें 27 करोड़ श्रमिकों ने पंजीकरण कराया है। सरकार ने यह उपलब्धि महज छह माह में हासिल की है। इस काम में कामन सर्विस सेंटरों से बहुत बड़ा सहयोग मिल रहा है। असंगठित क्षेत्र के लिए मजदूरों के लिए पेंशन, स्वास्थ्य आदि सुविधा के लिए कदम उठाए गये हैं।
उन्होंने कहा कि ई-श्रमिक पोर्टल में सारे देश के श्रमिकों पंजीकरण करना चाहिए। सरकार की तरफ से इसमें पंजीकृत श्रमिकों को दो लाख रुपए का बीमा कवर भी दिया जाता है। सरकार ने ई-पोर्टल बनाकर श्रमिकों को सम्मानित जीवन जीने का अधिकार दिया गया है। इसके तहत न सिर्फ श्रमिकों को मिलने वाले रोजगार के आंकड़े होते हैं बल्कि उनमें से कितने लोगों ने सरकारी सुविधा का लाभ उठाया है,इसका भी पूरा आंकड़ा होता है। इसमें असंगठित क्षेत्र के श्रमिकों के लिए सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का भी विवरण होता है।

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इटावा सफारी में पर्यटकों की आवक बढ़ाने में मदद करेगा ताजमहल

इटावा ,28 मार्च (आरएनएस)। इटावा सफारी में दुनिया के पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र ताजमहल अब चंबल के बीहड़ों में बसे पर्यटकों की आवक बढ़ाने में मदद करेगा। आगरा जोन में अपर प्रधान मुख्य वन संरक्षक व ईको टूरिज्म के नोडल अधिकारी ने कहा कि प्रदेश सरकार सफारी पार्क को पर्यटन की दृष्टि से विकसित करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। ताजमहल देखने आने वाले पर्यटक इटावा सफारी पार्क भी आएं, इसके लिए उन्हें लाने के सारे इंतजाम वन विभाग करेगा।

इटावा सफारी पार्क को विकास और पर्यटक सुविधाओं के लिये जल्द ही यहां के अधिकारियों से चर्चा की जायेगी। उन्होने कहा पिछले कई माह से हम योजना बना रहे हैं। गर्मी शुरू हो रही है, इसलिए पर्यटकों की संख्या कम हो रही है। आगरा से इटावा आने वाले पर्यटकों को रास्ते में रेस्टोरेंट इत्यादि की अच्छी सुविधाएं दी जाएंगी। इटावा सफारी पार्क में सुविधाओं में इजाफा किया जाएगा। नोडल अधिकारी ने बताया कि 29 मार्च से अंतर्राष्ट्रीय उड़ानो पर लगी रोक खत्म हो रही है। ऐसे में विदेशी सैलानी की आवक बढऩे के आसार है। इन सैलानियों को यहां पर लाने का प्रयास होगा।

सफारी पार्क के उप निदेशक अरुण कुमार सिंह ने कहा कि आगरा के करीब होने के कारण इटावा सफारी पार्क का महत्व अपने आप में बढ़ा है। सफारी पार्क के प्रति पर्यटकों के आकर्षण में लगातार इजाफा हो रहा है। सफारी पार्क अपने आप में इसलिए भी बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि यह एशिया का एकमात्र ब्रीडिंग सेंटर है जिसके जरिए एशियाटिक शेरों की संख्या में इजाफा होना तय माना जा रहा है। फिलहाल इटावा सफारी पार्क में 18 शेर है इनमें से नौ अकेले इस सफारी पार्क में ही पैदा हुए हैं। तीन भालू भी यहां पर है लेकिन आगरा से एक दर्जन के आसपास भालुओं को लाया जाना है।

सफारी की लोकप्रियता मे 25 नंबवर 2019 को शुभारंभ के बाद  खासा इजाफा हो रहा है । सपा सरकार के कार्यकाल में निर्मित इटावा सफारी पार्क का उद्धघाटन एक जून 2017 को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने किया था ,लेकिन आम पर्यटकों के लिए 25 नम्वबर 2019 को शुभारंभ किया गया था।

कुख्यात डाकुओं की शरणस्थली के रूप में बदनाम रही चंबल घाटी को पर्यटकों के लिए आबाद करने की मंशा के तहत सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने 2003 में इस प्रोजेक्ट की शुरूआत कराई थी ,लेकिन 2007 में प्रदेश की तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती ने सत्ता में आते ही इस प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाल दिया था। उसके बाद इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई। रूपरेखा का ही नतीजा आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है।

सपा अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट इटावा सफारी पार्क का निर्माण मई 2012 में शुरू हुआ था। यह करीब 350 हेक्टेयर क्षेत्र में फैला है। इटावा को पर्यटन मानचित्र पर लाने की गरज से बीहड़ में लायन सफारी की स्थापना की रूपरेखा शुरू कराई थी और आज बीहड मे स्थापित सफारी भव्य रूप मे दिखाई दे रहा है।

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विधि पांड्या अपने फर्स्ट लुक टेस्ट से पहले बेहद नर्वस थी

28.03.2022 – विधि पांड्या मोसे छल की जाए शो के लिए किए गए अपने पहले मेकओवर की यादें ताजा की।शो में सौम्या की भूमिका निभाने वाली विधि याद करती है कि फस्र्ट लुक टेस्ट के लिए जाने से पहले वह कैसे घबराई हुई थी।वह कहती है कि मुझे याद है कि मैं अपने पहले लुक टेस्ट से पहले बेहद नर्वस थी। मैंने पूरी तरह से मेकओवर किया, लेकिन मैं झिझक रही थी।

लेकिन जब मैंने अपने नए अवतार को आईने में देखा, तो यह मुझे अचंभित कर गया।अभिनेत्री को बिग बॉस 15 में अपने हालिया कार्यकाल के लिए भी जाना जाता है। वह इस बात पर जोर देती हैं कि मेकओवर भी एक व्यक्तिगत पसंद होना चाहिए।मेरा मानना है कि कोई केवल अपने मेकओवर का आनंद तभी ले सकता है जब वह चाहे, और न कि दूसरे के चाहने पर.

आप अपने दिखने के तरीके को बदल दे। हमें कभी भी किसी को अपनी पसंद को निर्धारित नहीं करने देना चाहिए, और हमारे निर्णय केवल उसी तरह से लेने चाहिए जैसे हम चाहते हैं।मोसे छल की जाए सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन पर प्रसारित होता है। (एजेंसी)

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मनोज बाजपेयी ने साइन की ये नई थ्रिलर फिल्म

28.03.2022 –  मनोज बाजपेयी ने अपने करियर में एक से बढ़कर एक फिल्मों में काम किया है। वह ना सिर्फ फिल्मी दुनिया, बल्कि डिजिटल जगत में भी काफी लोकप्रिय हैं। वेब सीरीज द फैमिली मैन में काम कर मनोज ने दुनियाभर के दर्शकों से वाहवाही बटोरी है। आने वाले दिनों में भी मनोज कई दिलचस्प फिल्मों में दिखने वाले हैं और अब एक और फिल्म उनके खाते से जुड़ गई है।

मनोज निर्माता-निर्देशक और स्क्रीन राइटर देवाशीष मखीजा की थ्रिलर ड्रामा जोरम में अभिनय करने के लिए तैयार हैं। निर्माताओं ने इसकी घोषणा की है। नई फिल्म की कहानी झारखंड की पृष्ठभूमि पर आधारित होगी। फिल्म का निर्माण जी स्टूडियोज और मखीजा फिल्म्स के बैनर तले हो रहा है। यह पहला मौका नहीं है, जब मनोज और देवाशीष साथ आए हैं।

इससे पहले दोनों शॉर्ट फिल्म तांडव और फिल्म भोंसले में साथ काम कर चुके हैं। बता दें कि तांडव 2016 में रिलीज हुई थी। फिल्म को दर्शकों ने काफी सराहा था और मनोज की भी तारीफ हुई थी। इसके बाद दोनों ने 2020 में फिल्म भोंसले में साथ काम किया, जिसके लिए मनोज ने बेस्ट एक्टर का नेशनल अवॉर्ड जीता।

फिल्म एक ऐसे पिता की कहानी है, जिसका अतीत उसके पीछे पड़ा है और उसे हर हाल में मारना चाहता है। अपने अतीत के भूतों और ताकतों से बचने के लिए पिता अपनी बच्ची के साथ देशभर में इधर-उधर भागता फिरता है। जी स्टूडियोज के सीईओ, शारिक पटेल ने कहा, हमें पूरा विश्वास है कि फिल्म को अच्छी प्रतिक्रिया मिलेगी, क्योंकि यह एक मजबूत विषय पर बनी है।

यह फिल्म अच्छे कंटेट के प्रति हमारी प्रतिबद्धता का अगला उदाहरण है। मनोज ने भी फिल्म को लेकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा, फिल्म में मेरा किरदार बेहद चुनौतीपूर्ण है और मैं इस शानदार चुनौती का सामना करने के लिए पूरी तरह से तैयार हूं। उन्होंने कहा, मैं बेहतरीन निर्माताओं और निर्देशक देवाशीष के साथ काम करने को लेकर उत्साहित हूं। फिल्मों को लेकर उनका नजरिया अपने आप में बेहद खास है।

हमने साथ में पहले दो सफल प्रोजेक्ट किए हैं। उम्मीद है कि जोरम के जरिए हम फिर अपना जादू बिखेरेंगे। मनोज जल्द ही निर्देशक मोहम्मद अली की फिल्म मुगल रोड में नजर आएंगे। वह निर्देशक कन्नू बहल की फिल्म डिस्पैच में भी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं।

पत्रकार की कहानी पर आधारित इस फिल्म मेंं मनोज एक क्राइम रिपोर्टर बने हैं। मनोज जल्द ही नेटफ्लिक्स की एक ब्लैक कॉमेडी थ्रिलर वेब सीरीज में नजर आएंगे। इस सीरीज में उनके साथ दक्षिण भारतीय अभिनेता नास्सर भी अपनी मौजूदगी दर्ज कराएंगे। कैंपस, गुलमोहर और राख भी उनकी आगामी फिल्मों में शुमार हैं। (एजेंसी)

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द वॉरियर राम पोथिनेनी की 14 जुलाई को रिलीज होगी 

28.03.2022 – द वॉरियर निर्देशक एन. लिंगुसामी की बहुप्रतीक्षित एक्शन एंटरटेनर  14 जुलाई को दुनिया भर में रिलीज होगी। इसके निर्माताओं ने घोषणा की। फिल्म की यूनिट ने राम पोथिनेनी की विशेषता वाला एक पावर-पैक पोस्टर भी जारी किया। पोस्टर में राम एक रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर विस्फोटक के डिब्बे पर बैठे नजर आ रहे हैं।

राम पोथिनेनी अपने करियर में पहली बार द वॉरियर में एक पुलिस अधिकारी की भूमिका निभाते नजर आएंगे।तेलुगु-तमिल द्विभाषी फिल्म, श्रीनिवास चित्तूरी द्वारा श्रीनिवास सिल्वर स्क्रीन के लिए एक भव्य बजट पर बनाई जा रही है। पवन कुमार फिल्म पेश कर रहे हैं।गौरतलब है कि पिछले साल रिलीज हुई प्रोडक्शन हाउस की पिछली फिल्म सीटीमार ब्लॉकबस्टर के रूप में उभरी थी।

आधी पिनिसेटी ने इस फिल्म में प्रतिपक्षी की भूमिका निभाई है, वहीं कृति शेट्टी मुख्य भूमिका में हैं। उन्होंने फिल्म में सीटी महालक्ष्मी नाम का एक किरदार निभाया है।फिल्म के लिए संगीत देवी श्री प्रसाद का है। (एजेंसी)

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कंगना रनौत से तीखी बहस के बाद लॉकअप से बाहर हुईं सायशा शिंदे

28.03.2022 – कंगना रनौत के साथ तीखी बहस होने के कारण डिजाइनर और ट्रांसवुमन सायशा शिंदे की उन्हें लॉक अप से बाहर कर दिया गया। सायशा लगातार खाद्य सामग्री कम मात्रा में उपलब्ध कराए जाने की शिकायत करती नजर आई थीं। उन्होंने जेल के प्रहरियों के साथ भी अभद्र व्यवहार किया, साथ कंगना के कहने पर भी उन्होंने कहा कि मैं माफी नहीं मांगूंगी.

जो चाहो करोउनके इस जवाब से कंगना नाराज हो गईं और उन्होंने उन्हें शो की सबसे कमजोर कंटेस्टेंट बताया। कंगना ने कहा कि मुझे लगता है कि आप शो में सबसे गैर जिम्मेदार और कमजोर प्रतियोगी हैं और मुझे 50 अन्य प्रतियोगी मिल सकते हैं।यह सुनकर सायशा ने यह कहकर अपना बैग पैक करना शुरू कर दिया कि मैं शो नहीं छोड़ रही हूं, कंगना मुझे बेदखल कर रही है।

मुनव्वर ने उसे सांत्वना देने की कोशिश की क्योंकि वह लगातार रो रही थी।इसके अलावा, कंगना भी जेल में सभी कैदियों के व्यवहार से परेशान थी और उन्होंने ऐसे लोगों को बुलाया जो इस व्यवहार को प्रोत्साहित कर रहे हैं। उन्होंने अंजलि अरोड़ा और पूनम पांडे को चेतावनी दी कि वे किसी के साथ शारीरिक रूप से अभद्रता नहीं करें।

उन्होंने करणवीर बोहरा को इन कृत्यों का समर्थन नहीं करने की चेतावनी भी दी। कंगना ने मंदाना को आजमा फलाह या अन्य को बॉडी शेम न करने की चेतावनी भी दी। वह उन कैदियों के व्यवहार से नाखुश थी जो लगातार लड़ रहे थे और एक-दूसरे को नीचा दिखाने की कोशिश कर रहे थे।कंगना ने कहा कि मैं यह नहीं देखूंगी कि आप बाहरी दुनिया में एक सेलिब्रिटी या प्रभावशाली व्यक्ति हैं।

मैं अपने लॉक अप में इस तरह के व्यवहार को बर्दाश्त नहीं करूंगी। मेरे पास घर में कोई पक्षपात नहीं है, न ही मैं इसका पालन करती हूं। मैं भाई-भतीजावाद के खिलाफ हूं. जैसा कि आप सभी जानते हैं। जैसे ही आप लोग नियमों के खिलाफ कुछ भी करेंगे, आपको जेल से बाहर निकाल दिया जाएगा।लॉक अप ऑल्ट बालाजी और एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम होता है। (एजेंसी)

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आरआरआर फिल्म राजामौली निर्देशित बड़ी ब्लॉकबस्टर बनकर उभरी

28.03.2022 – आरआरआर फिल्म निर्देशक एस.एस. राजामौली की , (जिसमें अभिनेता राम चरण और जूनियर एनटीआर मुख्य भूमिका में हैं) ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़कर भारत की सबसे बड़ी ब्लॉकबस्टर बनकर उभरी है। जाने-माने ट्रेड एक्सपर्ट तरण आदर्श ने शनिवार को ट्वीट किया, बाहुबली 2 को पछाड़ते हुए आरआरआर ने पहले दिन सभी रिकॉर्ड तोड़ दिए।

आरआरआर अब भारतीय सिनेमा की नंबर एक ओपनर बन गई है। वल्र्डवाइड डे वन बिजनेस [ग्रॉस बीओसी]: 223 करोड़ रुपये रहा। एसएस राजामौली खुद से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं।इंडस्ट्री विशेषज्ञ ने एक पोस्टर भी लगाया, जिन्होंने संख्या की पुष्टि की।तरण ने कहा कि आरआरआर की जबरदस्त सफलता ने द कश्मीर फाइल्स के कलेक्शन को प्रभावित किया है।

फिल्म ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में भी अच्छा बिजनेस कर रही है। उद्योग विशेषज्ञ ने कहा कि ऑस्ट्रेलिया में, फिल्म ने शुक्रवार को द बैटमैन को पछाड़ दिया।उन्होंने कहा कि फिल्म ने ऑस्ट्रेलिया में 4.03 करोड़ रुपये और न्यूजीलैंड में 37.07 लाख रुपये का कलेक्शन किया और फिल्म ने संयुक्त राज्य अमेरिका में भी धमाकेदार शुरूआत की।उन्होंने कहा, आरआरआर: इट्स ए सुनामी आरआरआर ने अमेरिका में एक चौंकाने वाली शुरूआत की है।

उन्होंने कहा कि फिल्म ने अमेरिका में गुरुवार को पूर्वावलोकन कलेक्शन से 3,198,766 डॉलर का कलेक्शन किया।कनाडा में फिल्म ने 270,361 डॉलर कमाए। पूरे उत्तरी अमेरिका में, फिल्म ने 26.46 करोड़ रुपये कमाए, जबकि यूके में इसने 2.40 करोड़ रुपये कमाए। (एजेंसी)

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