मंत्री आलमगीर पर मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी जांच

रांची,16 अप्रैल (आरएनएस)।  मंत्री आलमगीर पर मनी लाउंड्रिंग मामले में ईडी जांच. झारखंड सरकार में क्रांगेस कोटे के मंत्री आलमगीर आलम के लिए मुश्किलें बढ़ सकती हैं। ईडी ने मनी लाउंड्रिंग के मामले में उनके खिलाफ जांच शुरू की है। आलमगीर आलम झारखंड सरकार में ग्रामीण विकास मंत्री हैं। यह मामला जून 2020 में साहेबगंज के बड़हरवा में हाट बाजार की बंदोबस्ती को लेकर हुए टेंडर विवाद के सिलसिले में दर्ज किया गया है।

आरोप है कि शंभु नंदन नामक एक ठेकेदार पर पॉलिटिकल प्रेशर बनाकर इस टेंडर में भाग लेने से रोका गया था। इस मामले में बरहेट के विधायक प्रतिनिधि और झामुमो नेता पंकज मिश्रा का एक ऑडियो भी वायरल हुआ था। इस ऑडियो में विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा की ओर से ठेकेदार शंभु नंदन को टेंडर नहीं डालने की चेतावनी दी गयी थी।

इसके आधार पर ठेकेदार शंभु नंदन की शिकायत पर मंत्री आलमगीर आलम, विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गयी थी। हालांकि ठेकेदार शंभु नंदन के खिलाफ भी दो लोगों ने काउंटर एफआईआर की थी। अब इसी मामले में ईडी ने प्रिवेंशन ऑफ मनी लाउंड्रिंग एक्ट के तहत जांच शुरू की है।

ईडी के रांची जोनल ऑफिस के असिस्टेंट डायरेक्टर देवव्रत झा ने इस संबंध में नोटिस जारी कर हाट-बाजार टेंडर विवाद के संदर्भ में दर्ज एफआईआर की पूरी जानकारी मांगी है। ईडी ने यह ब्योरा भी मांगा है कि जिस टेंडर को लेकर विवाद था, वह कितनी राशि का था। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, ईडी इस पहलू पर जांच कर रहा है कि इस मामले में किसी राशि की लेनदेन हुई है या नहीं।

वर्ष 2020 में जब इस टेंडर विवाद से जुड़ा ऑडियो वायरल हुआ था, तब मंत्री आलमगीर आलम ने इसे बदनाम करने की साजिश बताया था।

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विधान परिषद चुनाव सपा के लिए सोचने का समय

विधान परिषद चुनाव सपा के लिए सोचने का समय. यह सही है कि विधान परिषद के चुनाव प्रदेश के मतदाताओं का मूड नहीं बताते हैं। चुने हुए प्रतिनिधियों के वोट से होने वाला एमएलसी का चुनाव धनबल और बाहुबल से लड़ा जाता है। अन्यथा कोई कारण नहीं था कि भाजपा के नौ उम्मीदवार बिना चुनाव लड़े ही जीत जाएं।

36 में से नौ सीटों पर भाजपा के उम्मीदवार निर्विरोध चुनाव जीते और बाकी 27 सीटों पर चुनाव हुआ। सवाल है कि क्या समाजवादी पार्टी के पास ऐसे उम्मीदवारों की कमी है, जो धनबल और बाहुबल लगा कर चुनाव नहीं लड़ सकते? बिहार में तेजस्वी यादव के नेतृत्व वाले राजद ने ऐसे उम्मीदवार उतारे और छह सीटों पर जीत दर्ज की।

राज्य की 24 में से छह सीटों पर राजद जीता, तीन सीटों पर उसके बागी जीते और दो सीटों पर राजद का उम्मीदवार सात व 17 वोट से हारा।बिहार के उलट उत्तर प्रदेश में मुख्य विपक्षी समाजवादी पार्टी का सूपड़ा साफ हो गया। नौ सीटों पर उसके उम्मीदवार लड़े ही नहीं। बाकी 27 में से सिर्फ दो सीटों पर सपा उम्मीदवार को एक हजार से ज्यादा वोट आया। बाकी सभी सीटों पर उसके उम्मीदवारों को पांच सौ के आसपास या उससे कम कम वोट मिले। एक हजार से ज्यादा वोट हासिल करने वाले दो उम्मीदवारों में एक शिल्पी प्रजापति हैं, जो पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की बहू हैं और दूसरे डॉक्टर कफील खान हैं।

पार्टी से इतर डॉक्टर कफील खान की अपनी लोकप्रियता है, जिसके दम पर उनको अच्छा वोट मिला। पार्टी के तमाम बड़े नेताओं और अखिलश के करीबियों ने भी बहुत खराब प्रदर्शन किया। एक तरह से सबने सरेंडर कर दिया। पार्टी को इस बारे में गंभीरता से विचार करना होगा। अगर पार्टी और उसके बड़े नेताओं के हौसले इस तरह से पस्त होंगे तो आगे चुनाव लडऩा और मुश्किल होता जाएगा।

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बर्तन धोने वाले साबुन से बड़े काम आ सकते हैं जुड़े ये हैक्स

16.04.2022 – अब तक आप बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल बर्तनों को धोने के लिए करते आए होंगे, लेकिन इसका इस्तेमाल सिर्फ यहीं तक सीमित नहीं है। दरअसल, आप घर के छोटे-बड़े कामों के लिए और अन्य चीजों के विकल्प के रूप में बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल करके अपने कई कामों को बेहद आसान बना सकते हैं। शायद आप इस बात से वाकिफ नहीं हैं तो चलिए फिर आज बर्तन धोने वाले साबुन से जुड़े कुछ हैक्स जानते हैं।

कपड़ों से ग्रीस के दाग छुड़ाना होगा आसानअगर आप अपने किसी कपड़े से ग्रीस के दाग छुड़ाना चाहते हैं तो आप इसके लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले बर्तन धोने वाले साबुन को कपड़े की दाग वाली जगह पर अच्छे से रगड़कर कम से कम 10’5 मिनट के लिए छोड़ दें। इसके बाद कपड़े को हल्के गुनगुने पानी से साफ करके धूप में सुखा दें। अगर दाग रह जाए तो इस प्रक्रिया को दो से तीन बार दोहराएं। फर्श को चमकाने में है कारगरअगर आप अपने घर के फर्श को नैचुरल तरीके से साफ करना चाहते हैं तो इसके लिए आप बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले बर्तन धोने वाले साबुन को हल्के गर्म पानी में मिलाकर एक घोल तैयार कर लें। इसके बाद एक छोटी बाल्टी में थोड़ा साबुन का घोल, गर्म पानी, नींबू का रस और तीन चम्मच सिरका डालकर अच्छे से मिलाएं। अब इस मिश्रण का पूरे घर में पोंछा लगाएं। बतौर ज्वेलरी क्लीनर करें इस्तेमालअगर आपकी ज्वेलरी की चमक फीकी पड़ गई है या आपकी ज्वेलरी बहुत गंदी लगने लगी है तो आप इसके लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

बस इसके लिए आपको अपनी ज्वेलरी पर थोड़ा सा बर्तन धोने वाला साबुन लगाकर पुराने टूथब्रश से हल्के हाथों से रगडऩा है। इसके बाद साफ कपड़े से उसे पोंछ लें। ऐसा करने के बाद आपकी ज्वेलरी साफ होने के साथ-साथ चमक भी उठेगी। स्टीकर को आसानी से निकालेंअगर किसी नए बर्तन या किसी अन्य चीज पर लगे स्टीकर को निकालना काफी मुश्किल हो रहा है तो आप इस काम को आसान बनाने के लिए बर्तन धोने वाले साबुन का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए सबसे पहले स्टीकर वाली जगह पर थोड़ा बर्तन धोने वाला साबुन लगाकर कुछ मिनट के लिए छोड़ दें। ऐसा करने से स्टीकर्स की पकड़ कमजोर हो जाएगी, फिर आप चुटकियों में इस स्टीकर को निकाल सकेंगे। (एजेंसी)

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स्किन केयर प्रोडक्ट्स गर्मियों में आपके पास जरूर होने चाहिए 

16.04.2022 – ये स्किन केयर प्रोडक्ट्स गर्मियों में आपके पास जरूर होने चाहिए .  अब मौसम गर्मी का है और ऐसे में आपके स्किन केयर रूटीन में इस तरह के प्रोडक्ट्स के प्रोडक्ट्स होने चाहिए, जो त्वचा हाइड्रेट रखने के साथ ही आरामदायक महसूस करवाएं। दरअसल, गर्मी के दौरान पसीना आने के कारण सारा मेकअप खराब हो जाता है, इसलिए आप गर्मियों में ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जो आपको बिना मेकअप के खूबसूरत बनाएं। आइए जानते हैं कि गर्मियों में किन स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करना लाभदायक है।

सनस्क्रीनजब भी आप घर से किसी काम के लिए निकलने वाले हो तो उससे पहले अपने चेहरे और अपने शरीर के अन्य दिखाई देने वाली त्वचा पर सनस्क्रीन की एक मोटी लेयर जरूर लगाएं। सनस्क्रीन आपको सूरज की हानिकारक ङ्क किरणों से बचाती है और सनबर्न,

हाइपरपिग्मेंटेशन और समय से पहले उभरते बढ़ती उम्र के प्रभाव को दूर करने में मदद करती है। इसके लिए सनस्क्रीन का ऐसा फॉर्मूला चुनें, जो आपकी त्वचा के प्रकार के अनुकूल हो। फेस मिस्टगर्मियों के दौरान फेस मिस्ट का एक छिड़काव आपकी त्वचा को तरोताजा करने और इसे बाहरी अशुद्धियों से सुरक्षित रखने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। इसके अतिरिक्त, यह आपके मेकअप को स्मूथ और नेचुरल लुक देने में सहायक है। इसलिए हमेशा अपने बैग में एक फेस मिस्ट जरूर रखें। आप चाहें तो मार्केट से खरीदने की बजाय घर पर खुद भी फेस मिस्ट बनाकर उसका इस्तेमाल कर सकते हैं। फेसवॉशगर्मी के प्रभाव से त्वचा को बचाने के लिए सबसे पहले अपने सर्दियों के फेसवॉश को हाइड्रेटिंग फेसवॉश से स्विच करें, जो रूखी और बेजान त्वचा के लिए सही है।

इतना ही नहीं, अपनी त्वचा के प्रकार के अनुसार ही फेसवॉश खरीदना सुनिश्चित करें। इसके साथ ही त्वचा को साफ और तरोताजा रखने के लिए दिन में कम से कम दो बार धोएं और नियमित रूप से टोनर का इस्तेमाल करें, क्योंकि इससे आपकी त्वचा हाइड्रेट रहेगी ब्लोटिंग शीटकोई फर्क नहीं पड़ता कि आपकी त्वचा का प्रकार क्या है, बस हमेशा अपने बैग में ब्लोटिंग पेपर का एक पैकेट रखें।

दरअसल, ब्लोटिंग पेपर चेहरे के अतिरिक्त तैलीय प्रभाव को नियंत्रित करने के साथ ही इसे तरोताजा महसूस करवाने में मदद कर सकता है। इसलिए जब भी आप अपने चेहरे पर तेल या पसीना महसूस करें तो कॉम्पेक्ट पाउडर लगाने की बजाय अपने चेहरे को ब्लोटिंग पेपर से पोंछे। (एजेंसी)

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आचार्य का ट्रेलर , चिरंजीवी और राम चरण का धर्मस्थली जंगल की रक्षा के लिए दिखा जुनून

16.04.2022 -आचार्य का ट्रेलर , चिरंजीवी और राम चरण का धर्मस्थली जंगल की रक्षा के लिए दिखा जुनून.  चिरंजीवी और राम चरण की नई फिल्म आचार्य के निर्माताओं ने मंगलवार को फिल्म की रिलीज से पहले इसका ट्रेलर जारी कर दिया है।नाट्य ट्रेलर न केवल धर्मस्थली के पास पवित्र भूमि और दिव्य जंगल की रक्षा करने वाले कामरेड के रूप में पिता-पुत्र की जोड़ी को दिखाता है, बल्कि इससे लोगों में फिल्म की रिलीज को लेकर उत्सुकता बढ़ गई है।

राम चरण को धर्मस्थली की पवित्र भूमि के रक्षक के रूप में चित्रित किया गया है, जो पवित्र भूमि और एक दिव्य नदी के बीच कार्य करता है। राम चरण को पवित्र स्थान धर्मस्थली की रक्षा के लिए अपराधियों के साथ लड़ते हुए दिखाया गया है।ट्रेलर के दूसरे भाग में चिरंजीवी को शीर्षक भूमिका में दिखाया गया है, जो सोनू सूद द्वारा निभाए गए खलनायक के खिलाफ लड़ते हैं।ट्रेलर से यह भी पता चलता है कि राम चरण धर्मस्थली की रक्षा के लिए भेजे गए चिरंजीवी की छाया से ज्यादा कुछ नहीं है। सबसे दिलचस्प पहलुओं में से एक दोनों का एक साथ स्क्रीन टाइम है। बैकग्राउंड म्यूजिक अच्छा है।

कोराताला शिवा द्वारा निर्देशित आचार्य में मुख्य भूमिका में पूजा हेगड़े और काजल अग्रवाल हैं। जानकारी के मुताबिक, 29 अप्रैल को रिलीज होने वाली इस फिल्म ने ट्रेलर रिलीज के बाद खूब सुर्खियां बटोरी हैं। (एजेंसी)

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केजीएफ-2,140 करोड़ की हिन्दी सिनेमा कीओपनर फिल्म बनी

16.04.2022 – केजीएफ-2,140 करोड़ की हिन्दी सिनेमा कीओपनर फिल्म बनी . दक्षिण भारत के पैन स्टार बने अभिनेता यश की कल गुरुवार को प्रदर्शित हुई फिल्म केजीएफ-2 ने भारतीय बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त धमाका करने में सफलता प्राप्त कर ली है। साउथ सुपरस्टार यश की नई फिल्म केजीएफ 2 से ट्रेड एक्सपट्र्स को बम्पर ओपनिंग की उम्मीद थी। इन उम्मीदों को पूरी करने में केजीएफ 2 सफल रही है। ट्रेड से सामने आई खबरों के अनुसार केजीएफ 2 (हिन्दी) ने अपने ओपनिंग डे पर 53.95 करोड़ की कमाई की है।

इसी के साथ केजीएफ 2 हिन्दी की सबसे बड़ी ओपनर्स की लिस्ट में शामिल हो गई है। इसने कई बड़े हिन्दी अभिनेताओं की फिल्मों को धूल चटा दी है। प्रशांत नील के निर्देशन में बनी यह फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कई रिकॉर्ड तोड़ रही है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श के मुताबिक, फिल्म ने ऋतिक रोशन-टाइगर श्रॉफ की वॉर और आमिर खान की ठग्स ऑफ हिंदोस्तान के ओपनिंग डे रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है। पहले दिन के कारोबार को देखते हुए यह कहा जा सकता है कि यह फिल्म अपने पहले सप्ताहांत तक कई कीर्तिमानों को तोड़ते हुए बॉक्स ऑफिस पर 140 करोड़ का कारोबार करने में सफल हो जाएगी।

फिल्म ने हिन्दी की हाईएस्ट ओपनर्स में जगह बनाने के साथ-साथ केजीएफ’ का लाइफटाइम कलेक्शन भी पार कर लिया है। केजीएफ’ हिन्दी ने बॉक्स ऑफिस पर कुल मिलाकर 44.09 करोड़ रुपये कमाए थे। केजीएफ 2 ने पहले दिन ही 53 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई करके बता दिया है कि यह फिल्म आने वाले दिनों में कई और भी रिकॉर्ड तोडऩे में सफल रहेगी।यश की फिल्म केजीएफ 2 को संजय दत्त और रवीना टंडन की लोकप्रियता का भी जबरदस्त फायदा मिल रहा है। इन दोनों हिन्दी स्टार्स की वजह से हिन्दी भाषी दर्शक केजीएफ 2 को देखने के लिए काफी उत्साहित हैं। फिल्म केजीएफ 2 ने हिन्दी क्षेत्रों में भी रिकॉर्डतोड़ एडवांस बुकिंग दर्ज कराई थी।

फिल्म केजीएफ 2 के अंत में मेकर्स ने यह इशारा दिया है कि इसका तीसरा पार्ट भी जल्द बनेगा।निर्देशक प्रशांत नील की केजीएफ चैप्टर 2 ने 14 अप्रैल को सिनेमाघरों में दस्तक दी। कोरोन वायरस महामारी के कारण फिल्म को कई बार स्थगित किया गया था। केजीएफ चैप्टर 2 बॉक्स ऑफिस पर तूफान ला रही है। ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने ट्विटर पर प्रशंसकों को सूचित किया कि केजीएफ चैप्टर 2 के हिंदी संस्करण ने वॉर और ठग्स ऑफ हिंदोस्तान के पहले दिन के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया है।

उनके ट्वीट में लिखा था, केजीएफ2 ने इतिहास रचा, सबसे बड़ा पहला दिन केजीएफ-2 53.95 करोड़ रुपये वॉर : 51.60 करोड़ रुपये ठग्स ऑफ हिन्दुस्तान : 50.75 करोड़ रुपये नेट।केजीएफ-2 प्रशांत नील द्वारा लिखित और निर्देशित है। फिल्म का निर्माण होम्बले फिल्म्स के विजय किरागंदूर ने किया है। फिल्म में संजय दत्त, रवीना टंडन, श्रीनिधि शेट्टी, प्रकाश राज और मालविका अविनाश मुख्य भूमिका में हैं। संपादक उज्जवल कुलकर्णी, छायाकार भुवन गौड़ा और संगीत निर्देशक रवि बसरूर का है। (एजेंसी)

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‘लाइफ ऑन रोड’ का फर्स्ट लुक जारी 

16.04.2022 – ‘लाइफ ऑन रोड’ का फर्स्ट लुक जारी. निर्माता आनंद कुमार गुप्ता द्वारा मदारी आर्ट्स के बैनर तले छत्तीसगढ़ की लोक कला संस्कृति से जुड़ी फिल्म ‘लाइफ ऑन रोड’ का फर्स्ट लुक जारी कर दिया गया है। गोविंद मिश्रा के निर्देशन में बनी इस फिल्म में एक किसान मजदूर की व्यथा को इस फिल्म की कथावस्तु का आधार बनाया गया है।

जो पैसा कमाने के लिए दिल्ली जैसे बड़े शहर में जाता है और विश्वव्यापी महामारी कोविड19 की वजह से केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए राष्ट्रीय स्तरीय लॉकडाउन के दरम्यान पैदल दिल्ली से सरगुजा लगभग 12 सौ किलोमीटर की दूरी तय करता है। इस फिल्म के मुख्य कलाकार आनंद कुमार, संध्या माणिक, प्रणव चक्रवर्ती, देवेश बेहरा, तान्या शर्मा, किरण गुप्ता, राजेश सिन्हा, राकेश नामदेव, राजेन्द्र सलिल, दिनेश केहरी, ओमप्रकाश गुप्ता, प्रेम सोनी, सुषमा मिंज, ऑगस्टा मिंज, मीनाक्षी माणिक, पूजा गुप्ता, अर्चना, मास्टर वेदांश, अधर्व, कुंजीलाल, शोभित नेताम और संधारी देवांगम आदि हैं।

इस फिल्म की शूटिंग सरगुजा (छत्तीसगढ़) के निकटवर्ती इलाकों के साथ-साथ दिल्ली एवं उत्तर प्रदेश के विभिन्न लोकेशनों में की गई है। शाश्वत मूवी की नवीनतम प्रस्तुति के रूप में यह फिल्म बहुत जल्द ही प्रदर्शित होने वाली है। इस फिल्म के गीतकार गोविंद मिश्रा और संगीतकार अंकित शाह हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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मुख्यमंत्री ने जखोल में बिशु मेले का किया उद्धघाटन

उत्‍तरकाशी,  15 अप्रैल। मुख्यमंत्री ने उत्तरकाशी जखोल में बिशु मेले का  किया उद्धघाटन. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शुक्रवार को उत्तरकाशी के जखोल स्थित सोमेश्वर मंदिर के प्रांगण में आयोजित बिशु मेले का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में अपने सम्बोधन के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा इस मेले का महत्व धर्म और आस्था के साथ ही लोक संस्कृति और संवर्धन से भी जुड़ा हुआ है।उन्होंने कहा कि रवांई- जौनसार क्षेत्र की लोक संस्कृति अपने आप में एक विशेष संस्कृति का परिचायक है मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में देश के साथ ही उत्तराखंड का चहुमुखी विकास हो रहा है। प्रधानमंत्री जी की सोच के अनुरूप उत्तराखंड में हुए विकास कार्यों पर पुरोला की जनता ने मोहर लगाई है।मुख्यमंत्री ने इसके लिए स्थानीय जनता का आभार जताया। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 2 सालों से चार धाम यात्रा पर कोरोना का प्रभाव रहा है, लेकिन इस बार यात्रा बड़े स्तर पर यात्रा चलेगी, जिसके लिए सरकार पूरी तरीके से तैयार है।सरकार का उद्देश्य है कि इस बार चार धाम यात्रा में आने वाले देश दुनिया के श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा ना हो मुख्यमंत्री ने कहा कि हम अतिथि देवो भवः के ध्येय वाक्य को लेकर चल रहे हैं।मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्रधानमंत्री जी के विजन के अनुरूप 21वीं सदी का तीसरा दशक उत्तराखंड का दशक होगा। जिसमें हर एक प्रदेशवासी को अपना योगदान देना होगा। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने जो वादे जनता से किए हैं उनको पूरा किया जा रहा है। प्रदेश में समान नागरिक संहिता को लेकर एक ड्राफ़्ट तैयार किया जाएगा, उसके लिए जल्द कमेटी गठित होगी।उन्होंने कहा कि सरकार ने जनता से वादा किया था कि गरीब परिवार को साल भर में 3 सिलेंडर मुफ्त दिए जाएँगे। इसे जल्द लागू किया जा रहा है। इसके साथ ही वृद्धावस्था पेंशन में बढ़ोतरी और दोनों पात्र दंपतियों को वृद्धावस्था पेंशन दिए जाने का शासनादेश भी जारी कर दिया गया है। इसके अलावा सफाई कर्मचारियों के मानदेय बढ़ोतरी और राज्य आंदोलनकारियों के अस्पताल में मुफ्त इलाज की व्यवस्था का शासनादेश भी जारी कर दिया गया है।मुख्यमंत्री ने घोषणा करते हुए कहा कि पुरोला और आसपास के क्षेत्र को बागवानी क्षेत्र घोषित करने के लिए सरकार काम करेगी। विकासखंड मोरी के अंतर्गत प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मोरी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा। पुरोला विकासखंड में स्वर्गीय बर्फिया लाल जुवांठा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र को उप जिला चिकित्सा अस्पताल के रूप में उच्चीकृत किया जाएगा।विकासखंड नौगांव में स्थित बर्नीगार्ड में नए सत्र में डिग्री कॉलेज स्थापित किया जाएगा। मोरी-नेटवाड़-सांकरी-जखोल मोटर मार्ग को यथोचित योजना में शामिल कर बनाया जाएगा।कार्यक्रम में विधायक पुरोला दुर्गेश्वर लाल, भाजपा जिला अध्यक्ष श्री रमेश चौहान, भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी मनवीर चौहान, विशु मेला समिति (जखोल) के अध्यक्ष गंगा सिंह रावत समेत बड़ी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद रही।

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चारधाम यात्रा के लिए सोमवार से बनेंगे वाहनों के ग्रीन कार्ड

देहरादून 15 अप्रैल । चारधाम यात्रा पर जाने वाले कमर्शियल वाहनों के ग्रीन कार्ड 18 अप्रैल से बनेंगे। परिवहन विभाग ने इसकी तैयारी शुरू कर दी हैं। ग्रीन कार्ड के लिए greencard.uk.gov.in पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यहां होम पेज खुलने पर ‘ग्रीन कार्ड/वाहन पंजीकरण के लिए आवेदन करें वाले ऑप्शन पर क्लिक करना होगा। इसके बाद वाहन नंबर और चेसिस नंबर दर्ज करके बाकी डिटेल भरनी होगी।

ऑनलाइन आवेदन करने के बाद वाहन को आरटीओ या एआरटीओ दफ्तर लाना होगा,भौतिक निरीक्षण के बाद ग्रीन कार्ड जारी होगा। आरटीओ दिनेश पठोई ने बताया कि ग्रीन कार्ड बनाने की तैयारी चल रही है।

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जूनियर एनटीआर के पोस्ट-आरआरआर लुक से प्रभावित हुए प्रशंसक

15.04.2022 – जूनियर एनटीआर के पोस्ट-आरआरआर लुक से प्रभावित हुए प्रशंसक.  एस.एस. राजामौली के महाकाव्य आरआरआर की अभूतपूर्व सफलता के बाद, जूनियर एनटीआर ने अपनी अगली फिल्म के लिए अपने लुक को तैयार करने के लिए ब्रेक लिया है। एनटीआर की अगली फिल्म एनटीआर 30 की घोषणा के एक साल बाद.

जूनियर एनटीआर की एक अन्य व्यक्ति के साथ एक तस्वीर सामने आई है, जिसमें उनके प्रशंसकों ने इसे सबसे हालिया तस्वीर होने का दावा किया है।जैसा कि फोटो से पता चलता है, जूनियर एनटीआर ने एक शानदार बदलाव किया है। तारक के प्रशंसकों को लगता है कि वह कटे हुए बालों और कटी हुई दाढ़ी के साथ बेहतर दिखते हैं।

नये लुक में जूनियर एनटीआर की यह फोटो उनके प्रशंसकों के लिए ताजी हवा के झोंके के रूप में आई है।एनटीआर 30 के लिए अपना वजन कम करने की खबरों के बीच तारक के नए लुक ने उनके फैंस को उत्साहित कर दिया है। (एजेंसी)

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संजय दत्त ने अपने केजीएफ 2 के चरित्र को लेकर बात की

15.04.2022 – संजय दत्त ने अपने केजीएफ 2 के चरित्र को लेकर बात की. पीरियड एक्शन फिल्म केजीएफ का दूसरा भाग के गुरुवार को स्क्रीन पर हिट होने के बाद, बॉलीवुड अभिनेता संजय दत्त ने साझा किया कि उन्हें सूट करने के लिए एक कठिन फिटनेस रेगुलरटी से गुजरना पड़ा।

अभिनेता ने कहा कि नायक के खिलाफ एक्शन ²श्यों के साथ एक भयावह उपस्थिति के लिए न केवल गहन अभिनय की आवश्यकता होती है, बल्कि हैवी और आकर्षित बॉडी भी होती है। सरल शब्दों में कहूं तो मुझे केवल भूमिका ही नहीं निभानी थी, मुझे भूमिका देखनी भी थी।2020 में, संजय दत्त को उनकी फिल्म सड़क 2 की रिलीज से पहले कैंसर का पता चला था, जहां उन्होंने आलिया भट्ट, आदित्य रॉय कपूर, मकरंद देशपांडे और पूजा भट्ट के साथ स्क्रीन साझा की थी।

हालांकि उपचार के बाद अच्छी फिटनेस अपनाना कठिन था, लेकिन जब उन्होंने फिल्म पाने वालों की भीड़ देखी तो उसके लिए यह सब भुगतान किया। प्रशिक्षण कठिन था लेकिन जब मैंने भीड़ को देखा तो यह पूरी तरह से इसके लायक था। (एजेंसी)

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कालीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी

15.04.2022 – कालीन खरीदते समय इन बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी.  घर की सुन्दरता बढाने में कई चीजों की जरूरत होती है और सभी चीजें इसमें अपना महत्व बनाए रखती हैं। इसी में कालीन का भी एक विशेष स्थान होता हैं जो आपको ठन्डे आँगन से बचाने के साथ ही घर की सुन्दरता भी बढाता है। लेकिन अक्सर लोगों की यह शिकायत होती है कि कालीन जल्दी ही फट जाता है या उसकी चमक खो जाती हैं। इसलिए आज हम आपको कुछ विशेष ध्यान रखने वाली बातों के बारे में बताने जा रहे है जो आपको कालीन खरीदते वक़्त ध्यान रखनी हैं। तो आइये जानते है इन बातों के बारे में।

* कालीन की गद्दीप्रत्येक कालीन गद्दी के साथ आता है। लेकिन कुछ कालीनों में पतली गद्दी होती है, तो कुछ में मोटी। अच्छी गद्दी वाला कालीन वही होता है जिस में ठीक तरीके से गद्दी लगाई गई हो। सही तरीके की गद्दियों वाला कालीन अधिक सुविधापूर्ण और आरामदेह होता है। लेकिन मुलायम मोटी गद्दियां अधिक आरामदेह नहीं होतीं। इन के बजाय ऐसी ठोस गद्दियां अधिक आरामदेह और उपयुक्त होती हैं, जो अपेक्षाकृत अधिक पतली होती हैं।

* कालीन का रेशाजहां एक ओर कालीन के रोएं से उस की भीतरी परत का निर्धारण होता है, वहीं दूसरी ओर कालीन के रेशे से उस की बाहरी परत बनती है। ये रंगों और पैटर्नों की ढेरों वैराइटियों में उपलब्ध हैं। ये अत्यधिक जलरोधी और दागरोधी भी होती हैं। ऊन वह सब से कीमती रेशा है जिस का कालीनों में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन उन कालीनों के लिए अधिक केयर और रखरखाव की जरूरत पड़ती है।

* जांचें रेशे का घनत्वकालीन खरीदने से पहले रेशे के घनत्व की जांच अवश्य कर लेनी चाहिए। कालीन में रेशे का घनत्व जितना अधिक होगा वह उतना ही अधिक अच्छा होगा। दरअसल, उच्च घनत्व वाले कालीन फील और टच में अधिक मजबूत और आरामदेह होते हैं। ये पैरों के नीचे मुलायम तो रहते ही हैं, थके हुए पैरों के लिए आरामदेह भी होते हैं।

* रोएं की जांच करेंकालीन का रोयां कालीन का मुख्य आधार होता है। कालीन का फील इस बात पर बहुत अधिक निर्भर करता है कि उस में किस प्रकार के रोएं का इस्तेमाल किया गया है। रोएं बुने हुए और कलगीदार होते हैं, लेकिन बुने हुए रोएं कलगीदार रोएं की तुलना में अधिक मजबूत और टिकाऊ होते हैं। बुने हुए रोएं एकदूसरे के साथ अधिक निकटता से बुने जाते हैं, जिस से कालीन को अधिक ठोस और मजबूत फीलिंग मिलती है। इसलिए कलगीदार कालीनों की तुलना में बुने हुए कालीनों को अधिक तरजीह दी जाती है। (एजेंसी)

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सिंक की बदबू को इन उपायों की मदद से दूर करें

15.04.2022 – सिंक की बदबू को इन उपायों की मदद से दूर करें. अक्सर देखा गया है कि महिलाऐं किचन के सिंक में आने वाली बदबू से परेशान रहती हैं क्योंकि यह बदबू पूर घर में फैलती हैं और घर आए मेहमानों के सामने आपको शर्मिंदा करती हैं। ऐसे में जरूरी हैं कि इस बदबू का कारण जाना जाए और बदबू को दूर करने के उपाय किए जाए। सिंक में बदबू तो खाने के फंसे होने की वजह से होती हैं। इसलिए आज हम आपके लिए कुछ बेहतरीन उपाय लेकर आए है जिनकी मदद से इस बदबू से छुटकारा पाया जा सकता हैं। तो आइये जानते है इन उपायों के बारे में।

* नेप्थलीन की गोली का करें इस्तेमाल बदबू खत्म के लिए नेप्थलीन की गोली भी बहुत ही अच्छा उपाय है। आप हमेशा सिंक में 1 नेप्थलीन की गोली डालकर रखें। इससे कभी भी आपको इस समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा।

* सिरके से दूर करें बदबूआप चाहे तो सिरके का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। सिंक में सिरके को डालकर छोड़ दें, बाद में स्क्रब और पानी से रगड़कर साफ करें। इससे सिंक क्लीन हो जाएगा और गदंगी भी निकल जाएगी। सिंक में व्हाइट स्पॉट पड़ जाते हैं तो वो भी आसानी से निकल जाएंगे

* जैतून का तेल है फायदेमंदसिंक और ड्रेन पाइप को धोने के बाद सिंक पर हल्का सा पानी डालें और इसे तौलिया या टिश्यू से अच्छी तरह पोंछ लें। इससे सिंक पर पानी के दाग भी नहीं रहेगा। इसके बाद ऑलिव ऑयल की कुछ बूदों को डालकर पेपर टॉवल से पोंछ दें। इससे सिंक शाइन करेगा और बदबू भी दूर रहेगी।

* बेकिंग सोडे का इस्तेमाल करेंअगर आपका सिंक स्टेनलेस स्टील से बना हुआ है तो इसे साफ करने के लिए बेकिंग सोडा का इस्तेमाल करें। इससे बदबू भी दूर हो जाएगी और सिंक चमकदार भी बनेगा। इसके लिए बेकिंग सोड़ा को पूरे सिंक में छिड़क दें और 5 मिनट बाद सक्रब से रगड़कर अच्छे से साफ करें।

* संतरे के छिलकों का इस्तेमाल सिंक को खूशबूदार बनाने के लिए उसे संतरे के छिलकों से रगड़ें। फिर गुनगुने पानी से सिंक को साफ करें। इससे सिंक की बदबू कुछ देर में ही दूर हो जाएगी। (एजेंसी)

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सैफ-करीना का नवाबी रंग रणबीर-आलिया की शादी में छाया

15.04.2022 – सैफ-करीना का नवाबी रंग रणबीर-आलिया की शादी में छाया . रणबीर कपूर और आलिया भट्ट की शादी के फंक्शन में सबकी नजरें सैफ अली खान और करीना कपूर खान पर टिकी रह गईं। करीना ने पति सैफ के साथ ट्विनिंग की। दोनों ने बेबी पिक कलर की आउटफिट कैरी की हुई थी। स्टाइल स्टेटमेंट को देख हर कोई दंग रह गया।

करीना कपूर के आउटफिट की बात करें तो उन्होंने पिंक कलर की साड़ी पहनी हुई थीं। साड़ी पर सिल्वर कलर का बॉर्डर खूबसूरती को चार चांद लगा रहा था। इसके अलावा, उनकी सिंपल जूलरी और लाइट मेकअप उनके लुक को परफेक्ट बना रहा था।वहीं सैफ ने नेहरू जैकेट और पजामे के साथ पिंक कलर का रॉयल कुर्ता पहना हुआ था। आपको बता दें कि रणबीर-आलिया की शादी की रस्में पाली हिल स्थित आवास वास्तु में हुई।

दोनों सितारे 2018 में ब्रह्मास्त्र के सेट पर मिले थे। यहां से ही दोनों के प्यार की शुरूआत हुई। 2020 में दिए एक इंटरव्यू में रणबीर ने अपने रिश्ते की पुष्टि की।ब्रह्मास्त्र 9 सितंबर को रिलीज होगी। यह पहली बार होगा जब दोनों एक साथ पर्दे पर नजर आएंगे। (एजेंसी)

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अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, 5.3 मापी गई तीव्रता

ईटानगर,15 अपै्रल (आरएनएस)। अरुणाचल प्रदेश में भूकंप के झटके, 5.3 मापी गई तीव्रता. अरुणाचल प्रदेश में पांगिन क्षेत्र के उत्तर में शुक्रवार को भूकंप के मध्यम झटके महसूस किए गए।
राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र (एनसीएस) ने यह जानकारी दी। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 5.3 मापी गयी। केंद्र ने बताया कि सुबह करीब 6.56 बजे आए भूकंप का केन्द्र पांगिन शहर से करीब 1,176 किमी उत्तर में 30 किमी की गहराई में स्थित था। उन्होंने बताया कि भूकंप से किसी के जान-माल के नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं है।

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ढाका के रास्ते अगरतला-कोलकाता के बीच बस सेवा हुई बहाल

अगरतला,15 अप्रैल (आरएनएस)। ढाका के रास्ते अगरतला-कोलकाता के बीच बस सेवा हुई बहाल.  कोरोना संक्रमण के कारण दो साल तक स्थगित रही ढाका के रास्ते अगरतला-कोलकाता के बीच बस सेवा अगले सप्ताह से बहाल होगी। अगरतला में बंगलादेश के सहायक उच्चायोग ने इस माह से यात्रियों के लिए वीजा जारी करना शुरु कर दिया है।साल 2020 में अप्रैल के अंतिम सप्ताह में कोरोना के मामलों में वृद्धि को देखते हुए सीमा पर लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई थी। फिलहाल दोनों ही देशों ने आखाउड़ा और बेनापोल में से होकर बंगलादेश में यात्रियों की आवाजाही पर लगे सभी प्रतिबंधों को वापस ले लिया
है।
त्रिपुरा सरकार के अधिकारियों ने कहा कि त्रिपुरा सड़क परिवहन निगम (टीआरटीसी) ने अगले 20 अप्रैल से दोनों देशों के बीच मैत्री बस चलाने का भी फैसला किया है। बंगलादेश सरकार ने हालांकि इस संबंध में कोई घोषणा नहीं की है। दोनों देशों के समझौते के अनुसार, टीआरटीसी अगरतला से ढाका के रास्ते कोलकाता के लिए एक बस चलाता है और बंगलादेश रोड ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन कोलकाता के सॉल्ट लेक इलाके से ढाका के रास्ते अगरतला के लिए एक बस चलाता है।
अगरतला और कोलकाता के बीच सफर के लिए ट्रेन और विमान सेवाएं दोनों किफायती दरों पर उपलब्ध हैं, लेकिन बावजूद इसके बस से कम दूरी (करीब 500 किलोमीटर) होने की वजह से लोग इससे सफर करना ही अधिक पसंद करते हैं। इसे पहली बार वर्ष 1999 में शुरू किया गया था।
कोरोना के मामलों में गिरावट को देखते हुए पर्यटन को फिर से बढ़ावा दिया जा रहा है। इसे देखते हुए बंगलादेश के टूर ऑपरेटरों ने ढाका के रास्ते अगरतला और चटगांव तथा अगरतला से कॉक्स बाजार के बीच एक सीधी बस सेवा शुरु करने का प्रस्ताव रखा है, जिसे यहां रविवार से आयोजित होने वाले भारत-बंगलादेश पर्यटन उत्सव के दौरान औपचारिक रूप दिया जाना है।

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दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश इस साल सामान्य रहेगी : आईएमडी

नई दिल्ली ,15 अप्रैल (आरएनएस)।दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश इस साल सामान्य रहेगी.  कृषि प्रधान भारत के बड़े हिस्से के लिए क्या खुशी ला सकता है। इस साल पूरे देश में दक्षिण-पश्चिम मानसून की बारिश सामान्य रहने की संभावना है। मात्रात्मक रुप से, मानसून ऋतु (जून से सितम्बर) वर्षा प्लस/माइनस 5 प्रतिशत मॉडल त्रुटि के साथ दीर्घावधि औसत (एनपीए) का 99 प्रतिशत होने की संभावना है। आईएमडी ने यह जानकारी दी। 1971-2020 की अवधि के लिए पूरे देश में जून से सितंबर की अवधि के लिए एलपीए वर्षा 87 सेमी है।

यह 87 सेमी इस वर्ष की नई सामान्य अखिल भारतीय वर्षा है, जिसे आईएमडी ने 1961-2010 के आंकड़ों के आधार पर पहले के 88 सेमी की जगह लेगा।आईएमडी के महानिदेशक, मौसम विज्ञान, मृत्युंजय महापात्र ने मीडियाकर्मियोंको बताया, प्रायद्वीपीय भारत के उत्तरी भाग, मध्य भारत, हिमालय की तलहटी और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश होने की संभावना है।

आईएमडी मानसून के मौसम के लिए पूवार्नुमान जारी करेगा। मुख्य रूप से मध्य भारतीय भाग, जो गुजरात और राजस्थान से ओडिशा तक फैला हुआ है, जो काफी हद तक वर्षा आधारित क्षेत्र (कृषि के लिए) है और इसलिए पिछले साल से, आईएमडी के विशिष्ट एमसीजेड पूवार्नुमान को किसानों के लिए अधिक प्रासंगिक बनाते हैं।

महापात्र ने कहा, उपरोक्त कमी अखिल भारतीय वर्षा के सूखे और गीले कालावधि की प्राकृतिक बहु दशकीय कालावधि के परिवर्तनशीलता का हिस्सा है। वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम मानसून शुष्क काल से गुजर रहा है, जो 1971-80 के दशक से शुरू हुआ था। वर्ष 2011-20 के दशक के लिए अखिल भारतीय दक्षिण पश्चिम मानसून वर्षा का दशकीय औसत दीर्घकालिक माध्य से 3.83 फीसदी कम है। अगले दशक यानी 2021-30 के तटस्थ के करीब आने की उम्मीद है और दक्षिण-पश्चिम मानसून 2031-40 के दशक से आदर युग में प्रवेश करेगा।

ला नीना की स्थिति भूमध्यरेखीय प्रशांत क्षेत्र में बनी हुई है और मानसून के मौसम के दौरान जारी रहने की संभावना है। ला नीना मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर के ऊपर ठंडा होने से जुड़ा है। एक अल नीनो (ला नीना के विपरीत) आमतौर पर भारत में कम (अधिशेष) मानसून वर्षा से जुड़ा होता है। हालांकि, अल नीनो और भारतीय मानसून के बीच कोई एक से एक संबंध नहीं है।

इस बीच, आईएमडी गतिविधियों की बेहतर क्षेत्रीय स्तर की योजना के लिए क्षेत्रीय औसत वर्षा पूर्वानुमानों के साथ-साथ मौसमी वर्षा के स्थानिक वितरण के पूर्वानुमान के लिए विभिन्न उपयोगकर्ताओं और सरकारी अधिकारियों की मांगों को पूरा करता है। इसके लिए 2021 से आईएमडी के अपने मॉनसून मिशन क्लाइमेट फोरकास्ट सिस्टम (एमएमसीएफएस) सहित विभिन्न वैश्विक जलवायु भविष्यवाणी और अनुसंधान केंद्रों से युग्मित वैश्विक जलवायु मॉडल (सीजीसीएम) पर आधारित एक मल्टी-मॉडल एनसेंबल (एमएमई) पूर्वानुमान प्रणाली का उपयोग किया जाता है।

एमएमई एक सार्वभौमिक रूप से स्वीकृत तकनीक है, जिसका उपयोग एकल मॉडल-आधारित ²ष्टिकोण की तुलना में पूर्वानुमानों के कौशल में सुधार और पूर्वानुमान त्रुटियों को कम करने के लिए किया जाता है। एमएमई पूर्वानुमान प्रणाली में उपयोग किए जाने वाले सभी मॉडलों की सामूहिक जानकारी के लिए प्रदर्शन सुधार पूरी तरह से जिम्मेदार हैं।

पृथ्वी विज्ञान सचिव, एम. रविचंद्रन ने कहा, परंपरागत रूप से, आईएमडी पूर्वानुमान के लिए सांख्यिकीय मॉडल का उपयोग करता था, लेकिन 2017 के बाद से, गतिशील पूर्वानुमान प्रणाली ने मानसून पूर्वानुमान और जिला स्तर के पूर्वानुमान और अब-कास्ट जैसे अन्य पूर्वानुमानों के लिए महासागर वातावरण युग्मित मॉडल का उपयोग करना शुरू कर दिया है।

दक्षिण-पश्चिम मानसून के लिए पहले चरण के पूर्वानुमान के बाद, आईएमडी मई के अंतिम सप्ताह में दूसरा चरण, अद्यतन, पूवार्नुमान जारी करेगा, उस तारीख की घोषणा करने की संभावना के साथ जब मानसून उससे पहले केरल तट से टकराएगा।

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शिवराज सिंह चौहान के बुलडोजर एक्ट को मिला पार्टी का समर्थन

नई दिल्ली ,15 अप्रैल (आरएनएस)। शिवराज सिंह चौहान के बुलडोजर एक्ट को मिला पार्टी का समर्थन. दंगा और अन्य गंभीर अपराधों के आरोपी व्यक्तियों की संपत्तियों को ध्वस्त करने के लिए बुलडोजर का इस्तेमाल करना आदेश देने को लेकर विरोध के उठते स्वरों के बीच मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के कार्यो को केंद्रीय नेतृत्व का समर्थन मिला है।

हिंसा और जघन्य अपराधों के आरोपियों की संपत्तियों को गिराने के कदम का समर्थन करते हुए मध्य प्रदेश के पार्टी प्रभारी पी. मुरलीधर राव ने गुरुवार को कहा कि चौहान ने जमीनी हकीकत के आधार पर कार्रवाई की।राव ने कहा, जमीन पर स्थिति के आधार पर मुख्यमंत्री चौहान ने कार्रवाई की। जहां कहीं भी बुलडोजर की जरूरत है, वह इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

हाल ही में मध्य प्रदेश के खरगोन जिले में रामनवमी के जुलूस को लेकर हुई हिंसा के बाद स्थानीय प्रशासन ने बुलडोजर से 50 से अधिक घरों और दुकानों को ध्वस्त कर दिया और लगभग 100 लोगों को गिरफ्तार किया।

चौहान ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सफल बुलडोजर शैली का अनुसरण किया और कानून-व्यवस्था के मुद्दे पर और दंगों और जघन्य अपराधों में शामिल लोगों के खिलाफ उनकी सरकार के सख्त रुख पर एक कड़ा संदेश देने की कोशिश की।

राव ने कहा, लोगों ने चौहान को बुलडोजर मामा कहना शुरू कर दिया है, जैसे आदित्यनाथ को लोकप्रिय रूप से बुलडोजर बाबा कहा जाता है। बुलडोजर निर्दोष लोगों की संपत्ति को नष्ट नहीं कर रहा है, यह केवल दंगाइयों और अपराधियों की संपत्ति को ध्वस्त कर रहा है। मेरे सहित भाजपा में कई को लगता है कि असामाजिक तत्वों की संपत्तियों के खिलाफ बुलडोजर का इस्तेमाल करने के राज्य सरकार के फैसले में कुछ भी गलत नहीं है।

चौहान सरकार ने इससे पहले श्योपुर और रायसेन जिले में दो अलग-अलग आपराधिक कृत्यों में आरोपी व्यक्तियों की संपत्तियों को ध्वस्त कर दिया था।

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मानसिक अवसाद व विभिन्न वजहों से जूझने वाले छात्रों की फिक्र कहां?

मानसिक अवसाद व विभिन्न वजहों से भारत में हर साल छात्र आत्महत्या कर रहें  हैं। ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए कभी कोई ठोस पहल नहीं की गई। कुछ संस्थानों ने मानसिक अवसाद से जूझने वाले छात्रों की काउंसलिंग के लिए केंद्र खोले हैँ। लेकिन उसका खास फायदा नहीं नजर आ रहा है।कोलकाता स्थित इंडियन इंस्टीट्यूट आफ साइंस एजुकेशन एंड रिसर्च के एक छात्र की रहस्यमय हालात में मौत ने एक बार फिर उच्च शिक्षा क्षेत्र में जारी समस्याओं की तरफ ध्यान खींचा है। लगातार बढ़ती ऐसी घटनाओं से साफ है कि उच्च शिक्षा क्षेत्र में कहीं कोई गड़बड़ी है। दुखद यह है कि ऐसे किसी मामले के सामने आने पर दो-चार दिन चर्चा होती है। फिर सब कुछ जस का तस हो जाता है। गौरतलब है कि कोलकाता में शुभदीप राय के पहले बीते महीने इलाहाबाद विश्वविद्यालय के शोध छात्र संजय पटेल ने आत्महत्या की थी। उससे पहले पिछले जुलाई में आईआईटी- चेन्नई के शोध छात्र उन्नीकृष्णन का शव परिसर के भीतर जली हुई हालत में बरामद किया गया था। ऐसी घटनाओं की सूची काफी लंबी है। कोलकाता के छात्र ने अपनी डायरी में अपने गाइड की आलोचना करते हुए लिखा था कि वे किसी तरह का सहयोग नहीं करते और खुद कुछ लिखते-पढ़ते नहीं हैं। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में हर साल विभिन्न वजहों से हजारों छात्र आत्महत्या कर लेते हैं।ऐसे मामलों पर अंकुश लगाने के लिए कभी कोई ठोस पहल नहीं की गई। कुछ संस्थानों ने मानसिक अवसाद से जूझने वाले छात्रों की काउंसलिंग के लिए केंद्र खोले हैँ। लेकिन उसका खास फायदा नहीं नजर आ रहा है। अफसोसनाक यह है कि ऐसी हर घटना के बाद लीपापोती का प्रयास तेज हो जाता है। ज्यादातर मामलों को मानसिक अवसाद की आड़ में दबा दिया जाता है। लेकिन मूल कारणों की ओर किसी का ध्यान नहीं जाता। यही वजह है कि ऐसे मामले थमने की बजाय बढ़ते ही रहे हैं। जबकि शिकायत यह है कि ज्यादातर मशहूर संस्थानों में दाखिले के कुछ साल बाद ही संस्थान और प्रोफेसरों के रुख के कारण शोध छात्र खुद को ठगा हुआ महसूस करने लगते हैं। देश में शिक्षण संस्थानों में जड़ें जमा चुकी इन गड़बडिय़ों के कारण ही हर साल भारी तादाद में शोध छात्र विदेशी विश्वविद्यालयों का रुख करते हैं। लेकिन सबके पास इतना सामर्थ्य नहीं होता। नतीजतन उनके पास देश में ही शोध करने का विकल्प बचता है। और यहां हालात अवसाद पैदा करने वाले हैँ। जबकि शिक्षाविद ये बात बार-बार कह चुके हैं कि शिक्षण संस्थानों में खासकर शोध के क्षेत्र में मौजूद गड़बडिय़ों को दूर करने की दिशा में ठोस पहल करनी होगी। क्या अब ऐसा होगा?

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जातिवादी सरकारें नेताओं को अपने समाज का भला नहीं करने देती

लखनऊ ,14 अपै्रल (आरएनएस)। जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला नहीं करने देती. उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की अध्यक्ष मायावती ने अंबेडकर जयंती के अवसर पर विरोधी दलों की सरकारों को जातिवादी करार देते हुए आरोप लगाया है कि जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं और यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसे दूध में पड़ी मक्खी की तरह निकाल कर बाहर कर दिया जाता है।

मायावती ने संविधान निर्माता डा भीमराव अंबेडकर की 131वें जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए देश में आज भी दलित और उपेक्षित समाज की दयनीय स्थिति को अत्यंत दुखद बताया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने संदेश में कहा, संविधान शिल्पी परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर की जयंती पर उनके अनुयाइयों की ओर से उन्हें शत्-शत् नमन व हार्दिक श्रद्धा-सुमन। करोड़ों कमजोर व उपेक्षित वर्गों तथा मेहनतकश समाज आदि के हित व कल्याण के प्रति उनके महान व ऐतिहासिक योगदान के लिए देश हमेशा ऋणी व कृतज्ञ।

उन्होंने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और अन्य विरोधी दलों पर आरोप लगाते हुए कहा, जातिवादी सरकारें उपेक्षित वर्ग के नेताओं को अपने समाज का भला करने की छूट नहीं देती हैं। यदि कोई कुछ करने का प्रयास करता है तो उसको दूध की मक्खी की तरह निकाल-बाहर कर दिया जाता है, जैसाकि अब तक यहाँ होता रहा है। इसीलिए इन वर्गों की हालत अभी तक मजबूर व लाचार, यह अति-दु:खद।
मायावती ने इस स्थिति से निपटने के लिये उपेक्षित एवं शोषित वर्गों में आत्मसम्मान जगाने के बसपा के आंदोलन को झुकने नहीं देने की जरूरत पर बल दिया। उन्होंने कहा, जातिवादी मानसिकता से ग्रस्त विरोधी पार्टियों व इनकी सरकारें बाबा साहेब डा. अम्बेडकर के संघर्षों व संदेशों की कितनी ही अवहेलना करके उनके अनुयाइयों पर शोषण, अन्याय-अत्याचार व द्वेष आदि जारी रखें, किन्तु उनके आत्म-सम्मान व स्वाभिमान का बीएसपी मूवमेन्ट रुकने व झुकने वाला नहीं है।

अंबेडकर जयंती के अवसर पर मायावती ने आज सुबह यहां स्थित बसपा के प्रदेश कार्यालय में बाबा साहब की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किये। इस मौके पर बसपा के महासचिव सतीश चंद्र मिश्रा सहित पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी उपस्थित थे।

मिश्रा ने पार्टी कार्यालय में आयोजित अंबेडकर जयंती की तस्वीरें ट्वीटर पर साझा करते हुए कहा, आज लखनऊ स्थित बसपा प्रदेश कार्यालय पर आदरणीय बहन सुश्री मायावती जी के साथ भारतीय संविधान के शिल्पकार, शोषित, वंचित, दलित वर्ग के साथ ही करोड़ों लोगों के मसीहा परम पूज्य भारत रत्न डॉ. भीमराव अम्बेडकर जी की जयंती पर उन्हें श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन किया। गौरतलब है कि 131वीं अंबेडकर जयंती देश भर में मनायी जा रही है।

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नए प्रधानमंत्री संग्रहालय का पीएम मोदी ने किया का उद्घाटन

नई दिल्ली ,14 अप्रैल (आरएनएस)। नए प्रधानमंत्री संग्रहालय का पीएम मोदी ने किया का उद्घाटन. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन एवं योगदान पर आधारित प्रधानमंत्री संग्रहालय का आज उद्घाटन किया। मोदी करीब 11 बजे तीन मूर्ति भवन में नेहरू स्मारक एवं संग्रहालय पहुंचे जहां केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने उनका स्वागत किया। उन्होंने ने बाद में संग्रहालय का भ्रमण किया और इसके बाद शिलापट्ट का अनावरण करके संग्रहालय का उद्घाटन किया। यहां उन्होंने पहला टिकट भी खरीदा।

यह शुभारंभ संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर की जयंती के अवसर पर किया गया है। इस मौके पर पूर्व केन्द्रीय राज्य मंत्री एम जे अकबर भी मौजूद थे।

आजादी का अमृत महोत्सव के उत्सव के दौरान शुरू हुए इस संग्रहालय में स्वतंत्रता के पश्चात सभी प्रधानमंत्रियों के जीवन और योगदान के माध्यम से लिखी गई भारत की गाथा का वर्णन किया गया है।

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बाबा साहेब के विचार भाजपा के कृतित्व का हिस्सा हैं

भोपाल,14 अप्रैल (आरएनएस)। बाबा साहेब के विचार भाजपा के कृतित्व का हिस्सा हैं. मध्यप्रदेश भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने कहा है कि भाजपा संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर के विचार भाजपा के कृतित्व का हिस्सा हैं। पार्टी उनके विचारों पर काम करते हुए गरीबों के उत्थान के लिए काम करती है।

शर्मा आज यहां बोर्ड ऑफिस चौराहा स्थित भारत रत्न डॉ भीमराव अंबेडकर की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। माल्यार्पण के अवसर पर उपस्थित पार्टी पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने ‘डॉ. भीमराव अंबेडकर अमर रहें और ‘जब तक सूरज-चांद रहेगा बाबा साहब का नाम रहेगा के नारे लगाए। श्री शर्मा ने कहा कि आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार इतने वर्षों तक रही, लेकिन उन्होंने कभी भी बाबा साहेब के विचारों पर ध्यान नहीं दिया। लेकिन जब से देश में और प्रदेश में भाजपा की सरकार बनी तब से बाबा साहेब के विचारों को जमीन पर उतारने और गरीबों के उत्थान के काम हुए।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि बाबा साहेब के पंच तीर्थों पर भी भाजपा की सरकारों ने काम किए। उन्होंने कहा कि भाजपा के कार्यकर्ता भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर आज पूरे प्रदेश के 65 हजार बूथों पर माल्यार्पण कर बाबा साहेब के विचारों को जन-जन तक पहुंचाएंगे।
इस अवसर पर प्रदेश शासन के मंत्री विश्वास सारंग, पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष आलोक शर्मा, सीमा सिंह जादौन, प्रदेश महामंत्री भगवानदास सबनानी, प्रदेश मंत्री राहुल कोठारी, जिला अध्यक्ष सुमित पचौरी, विधायक रामेश्वर शर्मा, अजा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कैलाश जाटव, पूर्व विधायक ध्रुवनारायण सिंह, पूर्व सांसद आलोक संजर सहित जिला पदाधिकारी एवं कायकर्ताओं ने बाबा साहेब अंबेडकर को पुष्पांजलि अर्पित की।

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सब्जियों की सफाई ऐसे करें,कीड़ों व कीटनाशक से मिलेगा छुटकारा

14.04.2022 – सब्जियों की सफाई ऐसे करें,कीड़ों व कीटनाशक से मिलेगा छुटकारा. गर्मियों का मौसम जारी हैं और इस दौरान सबसे ज्यादा परेशानी आती हैं सब्जियों के खराब होने की, खासतौर से इनमें कीड़े लगने की। जी हां, इन दिनों में सब्जियों का इस्तेमाल जरा संभलकर करने की जरूरत हैं क्योंकि सब्जियों में कीड़े लगने का डर बना रहता हैं जिनका सेवन आपकी सेहत के लिए हानिकारक साबित हो सकता हैं। इसी के साथ ही सब्जियों पर लगे कीटनाशक भी सेहत को नुकसान पहुंचाने का काम करते हैं जिन्हें हटाना भी बहुत जरूरी हैं।

आज इस कड़ी में हम आपको बताने जा रहे हैं कि किस तरह सब्जियों की सफाई की जाए ताकि कीड़ों के साथ ही कीटनाशक से भी छुटकारा मिल सकें। तो आइये जानते हैं इन उपायों के बारे में.ब्रोकली से कैसे निकालें कीड़े?ब्रोकली सेहत के लिए फायदेमंद होती है। लेकिन उसमें मौजूद कीड़ो के कारण कोई भी उसका सेवन नहीं करता। इसका सेवन करने से पहले इसको साफ करना भी जरुरी है। इसमें से कीड़े निकालने के लिए आप इसके पिछले हिस्से को पहले काट लें और ब्रोकली के सारे फूलों को अलग कर दें। फिर गर्म पानी करके इसमें थोड़ा सा नमक मिलाएं और ब्रोकली को 30 मिनट के लिए रख दें।

फिर साफ पानी में से निकाल कर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। फूल गोभी से कैसे निकालें कीड़े?सबसे पहले गोभी को 4-5 हिस्सों में काट लें। किसी बड़े साइज में काटें ताकि यह पानी में न घूले। फिर किसी बर्तन में पानी डालकर गर्म करें और उसमें 3 चम्मच हल्दी मिला लें। पानी में गोभी को 15-20 मिनट के लिए डिप करके रख दें। उसके बाद साफ पानी से निकाल कर आप इसका खाना बनाने में इस्तेमाल कर सकती हैं।पत्ता गोभी से कैसे निकालें कीड़े?पत्ता गोभी का रंग हरा होता है। जिसकी वजह से इसमें कीड़े दिखाई नहीं देते। बहुत से लोग इसे मानसून में खाने से बचते हैं। इसमें कीड़े निकालने में समय लगता है। इससे कीड़े निकालने के लिए पत्तागोभी के ऊपर की दो लेयर निकालकर फेंक दें । बाकी लेयरस के निकाल कर अलग-अलग रख दें।

किसी बर्तन में गुनगुना पानी डालकर उसमें 1 चम्मच हल्दी मिक्स करें। उसमें पत्तागोभी के सारे पत्ते डालकर 15-20 मिनट के लिए भिगो कर रख दें। फिर गोभी को बाहर निकालकर साफ पानी में निकाल दें।पालक से कैसे निकालें कीड़े?बरसाती मौसम में बहुत से लोग पालक की सब्जी का सेवन नहीं करते। कीड़े लगने के कारण बहुत से लोग इससे परहेज हैं। इस मौसम में पालक के पत्तों में छेद होता है। जिस वजह से भी इसका इस्तेमाल करने से सभी डरते हैं। पालक से कीड़े निकालने के लिए आप गर्म पानी करके उसमें थोड़ा सा नमक मिला दें और पालक को पानी में डालकर 15-20 मिनट के लिए रख दें।

थोड़ी देर के बाद साफ पानी में से पानी निकालकर आप इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। विनेगर से हटाए कीटनाशक 10 प्रतिशत सफेद सिरके और 90 प्रतिशत पानी के घोल में अपनी सभी सब्जियों और फलों को भिगो दें। इस घोल को अच्छी तरह से हिलाएं और सब्जियों को अच्छी तरह से रगड़ें। फलों में जामुन को धोते समय सावधान रहें क्योंकि इसका छिलका पतला होता है, जिसके कारण इसकी बाहरी त्वचा को नुकसान पहुंच सकता है।उबालें और छीलें अपनी सब्जियों को थोड़ी देर के लिए गर्म पानी से धोएं।

ऐसा करने से आप सब्जियों पर लगे हुए अवशेष को हटा सकते हैं। इसके अलावा सब्जी या फल को छीलना इन कीटनाशकों को हटाने का एक कुशल तरीका है। इसके अलावा, चिकन या मांस को जब भी बनाएं तो उसमें से अतिरिक्त वसा और त्वचा को निकाल दें क्योंकि यह अवांछित कीटनाशक अवशेषों को अवशोषित कर सकते हैं। (एजेंसी)

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एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल फेंकने की बजाय इस तरह से करें

14.04.2022 – एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल फेंकने की बजाय इस तरह से करें. गर्मियों के इन दिनों में पसीने की बदबू को दूर करने के लिए परफ्यूम को बेस्ट ऑप्शन में से एक माना जाता हैं। महिला हो या पुरुष सभी इसका इस्तेमाल करते हैं। परफ्यूम अब हमारे लिए सिर्फ फैशन और स्टेटस सिंबल ही नहीं बल्कि जरूरत बन गया है। लेकिन इसके इस्तेमाल के दौरान कई बार ऐसे मौके आते हैं जब यह एक्सपायर हो जाता हैं और इसे फेंकने की नौबत आ जाती हैं क्योंकि एक्सपायर्ड परफ्यूम के इस्तेमाल से त्वचा पर खुजली, जलन और स्किन इंफेक्शन जैसे साइड इफेक्ट देखने को मिल सकते हैं। महंगे परफ्यूम को यूं ही फेंकना आसान तो नहीं होता हैं।

ऐसे में आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे काम बताने जा रहे हैं जिसमें एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल किया जा सकता हैं और इसे फेंकने की जरूरत नहीं पड़ेगी। तो आइये जानते हैं इनके बारे में…रूम फ्रेशनर और कार फ्रेशनरअगर आपका परफ्यूम एक्सपायर हो गया है और आपको उसकी खुशबू बेहद पसंद है। तो आप इसे फेंकने की जगह रूम फ्रेशनर के रूप में भी इस्तेमाल कर सकते हैं। कमरे में खुशबू फैलाने के लिए आप इसे रूम में स्प्रे भी कर सकते हैं और इसे सीलिंग फैन पर भी लगा सकते हैं। वहीं कमरे या सीलन की बदबू को दूर भगाने में एक्सपायर्ड परफ्यूम की मदद ली जा सकती है। इसके अलावा आप अपनी कार में भी इसे स्प्रे कर खुशनुमा माहौल का एहसास कर सकते हैं।

पैरों की बदबू को करें दूरअगर आप अपने पैरों की बदबू के कारण परेशान रहते हैं तो इस समस्या से छुटकारा दिलाने में परफ्यूम आपकी काफी मदद कर सकता है। एक्सपायर परफ्यूम से भी आप अपने पैरों की बदबू को दूर कर सकते हैं। इसके लिए पहले अपने पैरों को धोने के बाद परफ्यूम को उन पर अच्छे से छिड़कें और मोजे या जूते पहनने से पहले परफ्यूम को सूखने दें।कपड़े और कालीन महकाएंघर की कालीन को साफ करने के बाद इसे खुशबूदार बनाने के लिए आप एक्सपायर्ड परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए वैक्यूम करते समय थोड़ी सी रूई को एक्सपायर्ड परफ्यूम से भिगाकर वैक्यूम क्लीनर में डाल दें। अगर आप चाहें तो कालीन पर डायरेक्ट परफ्यूम स्प्रे भी कर सकते हैं। इसके अलावा कपड़ों की दराज से आने वाली स्मैल को दूर करने के लिए रूई को परफ्यूम में डुबाकर कपड़ों के बीच में रख दें। इससे आपकी दराज और कपड़े दोनों महकने लगेंगे।बाथरूम और गद्दों पर करें स्प्रेआप घर के गद्दों और बाथरूम से आने वाली स्मैल को दूर करने के लिए एक्सपायर्ड परफ्यूम का उपयोग कर सकते हैं।

जहां गद्दों के चारों तरफ परफ्यूम स्प्रे करने से उनकी बदबू चली जाती है। वहीं बाथरूम को महकाने के लिए नहाने के थोड़ी देर पहले बाथरूम में परफ्यूम स्प्रे कर दें, इससे बाथरूम महक उठेगा।खुशबूदार मोमबत्तियां बनाएंआप चाहें तो अपने एक्सपायर परफ्यूम से खूशबूदार मोमबत्तियां बनाकर अपने घर को महका सकते हैं। बस जब भी आप मोमबत्ती बनाने के लिए मोम को पिघलाएं तो उसमें परफ्यूम की पांच से छह बूंदें अच्छे से मिलाएं और जब मोम अच्छे से जम जाए तो मोमबत्तियों का इस्तेमाल करें। ये खुशबूदार मोमबत्तियां जलने के बाद आपके मूड और कमरे के माहौल को एकदम अच्छा और खुशबूदार बना देंगी।गद्दों की बदबू दूर करें.

आपके बेड में खासतौर से गद्दों में एक अजीब सी स्मेल आने लगती है। ये किसी भी कारण से हो सकती है क्योंकि अक्सर आप अपनी बेड शीट तो साफ़ कर लेती हैं लेकिन गद्दे साफ़ नहीं कर पाती हैं। इसलिए गद्दों (गद्दों से खटमल हटाने के टिप्स) की बदबू दूर करने के लिए उनके चारों तरफ एक्सपायर्ड परफ्यूम स्प्रे करें इससे मिनटों में स्मेल दूर हो जाएगी और आपको एक साफ़ और खुशबूदार बेड पाने में भी मदद मिलेगी।डस्टबिन की बदबू भगाएंडस्टबिन से आने वाली स्मैल अक्सर पूरे घर को बदबूदार बना देती है।

ऐसे में हर रोज डस्टबिन खाली करने के बाद आप इसमें एक्सपायर्ड परफ्यूम छिड़क सकते हैं। इससे डस्टबिन और उसमें पड़ी चीजों की बदबू दूर हो जाएगी और आस-पास की जगह भी महकने लगेगी।बालों को महकाएंअगर आप अपने बालों को धोना भूल जाते हैं और अचानक से आपको किसी जरूरी मीटिंग में जाना पड़ता है तो ऐसी स्थिति में बालों से आने वाली पसीने की बदबू को दूर करने के लिए आप एक्सपायर परफ्यूम का इस्तेमाल कर सकते हैं।

इसके लिए पहले अपनी कंघी के दांतों पर परफ्यूम को अच्छे से स्प्रे करें और फिर इससे अपने बालों को सुलझाएं। ऐसा करने से आपके बालों से खुशबू आने लगेगी। (एजेंसी)

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