लश्कर कमांडर शेख सजाद आतंकी घोषित, केंद्र सरकार ने कसा शिकंजा

नई दिल्ली,19 अप्रैल (आरएनएस)। लश्कर कमांडर शेख सजाद आतंकी घोषित. लश्कर-ए-तैयबा के कमांडरों में से एक शेख सजाद को केंद्र सरकार ने यूएपीए 1967 के तहत आतंकवादी घोषित कर दिया है। गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी है। केंद्र सरकार ने लश्कर कमांडर पर शिकंजा कसने की तैयारी कर ली है। मंत्रालय के मुताबिक वह जम्मू-कश्मीर के युवाओं को गुमराह कर आतंक के रास्ते पर लाने का काम करता था। इसके अलावा हथियार और गोलाबारूद की बरामदगी मामले में वह फरार था।

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टमाटर को इन तरीकों से करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे ठीक

19.04.2022 – टमाटर को इन तरीकों से करें स्टोर, लंबे समय तक रहेंगे ठीक. ऐसी कई स्वास्थ्यवर्धक सब्जियां हैं, जो किसी भी मौसम में बाजार में आसानी से मिल जाती हैं, जिनमें टमाटर भी शामिल है। अममून लोग सलाद से लेकर सब्जियां बनाने तक में टमाटर का इस्तेमाल करना पसंद करते हैं, इसलिए इसे घर में स्टोर करना सही समझते हैं। हालांकि, अगर इन्हें ठीक से स्टोर न किया जाए तो इनके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

इसलिए आज हम आपको टमाटर को स्टोर करने के तरीके बताने जा रहे हैं। कमरे के तापमान पर करें स्टोरजब भी आप बाजार से टमाटर खरीदकर लाएं तो उन्हें हमेशा कमरे के तापमान पर स्टोर करें। इसी के साथ ध्यान रखें कि इस पर सीधी धूप न पड़े। इस तरीके से टमाटर कम से कम छह दिन तक ठीक रहेगें। हालांकि, अगर आप कटे हुए टमाटर को स्टोर करना चाहते हैं तो आप सबसे पहले इसका छिलका निकालें, फिर इसे किसी एयरटाइट डिब्बे में डालकर फ्रिज में रखें।

अन्य सब्जियों के साथ न रखेंआमतौर पर लोग टमाटर को अन्य सब्जियों के साथ ही स्टोर कर देते हैं, लेकिन ऐसा करना गलत है। दरअसल, कई सब्जियों में एथिलीन नामक केमिकल मौजूद होता है, जिससे टमाटर जल्दी खराब हो सकते हैं। वहीं, कई सब्जियों में साइट्रिक एसिड होता है, जो टमाटर के साथ-साथ अन्य सब्जियों को भी खराब कर सकता है, इसलिए बेहतर होगा कि आप टमाटर को सभी सब्जियों से अलग ही स्टोर करें।

भूल से भी फ्रिज में न करें स्टोरअगर आप टमाटर को फ्रिज में स्टोर करके रखना सही समझते हैं तो आपको बता दें कि ऐसा करने से टमाटर जल्द ही खराब हो सकते हैं। दरअसल, जब फ्रिज में रखे सामान की महक टमाटर पर पड़ती है तो इससे वे खराब होने लगते हैं। वहीं, टमाटर की तासीर भी ठंडी होती है और ऐसे में इसे ठंडी जगह पर रखने से इस पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है, जिस वजह से इसके खराब होने की संभावना बढ़ जाती है।

पेपर टॉवल में लपेटकर रखेंटमाटर को लंबे समय तक फ्रेश रखने का सबसे अच्छा तरीका यह है कि आप इसे खरीदते समय थोड़ी स्मार्टनेस दिखाएं और ऐसे टमाटर खरीदें, जो एकदम सूखे और हल्के छिल्के वाले हों।

इस तरह के टमाटर खरीदने के बाद जब आप घर आए तो उन्हें तुरंत पेपर टॉवल से लपेट दें और स्टोर करें। अगर आपके पास पेपर टॉवल न हो तो आप टमाटर को पेपर बैग में भी स्टोर कर सकते हैं। (एजेंसी)

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घर के लिए फर्नीचर खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान

19.04.2022 – घर के लिए फर्नीचर खरीदते समय इन बातों का रखें खास ध्यान. घर को खास बनाने में फर्नीचर सबसे अहम भूमिका निभाता है, इसलिए हमेशा सोच-समझकर और अपनी जरूरतों को ध्यान में रखकर ही फर्नीचर खरीदना चाहिए। खासकर, अगर आप ऑनलाइन फर्नीचर खरीदने वाले हैं तो आपको फर्नीचर कैसा और किस साइज का होना चाहिए समेत ऐसी कई बातें हैं, जिन पर विशेष ध्यान देना जरूरी है।

आइए आज फर्नीचर उद्योग के विशेषज्ञों से जानते हैं कि फर्नीचर खरीदते किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है। अममून वेबसाइट पर दिखाई जाने वाली तस्वीरों में यह पता लगाना मुश्किल है कि फर्नीचर में कोई खराबी तो नहीं। दरअसल, इन दिनों कुछ ऑनलाइन फर्नीचर में कुछ न कुछ खराबी सामने आ रही है। ऐसे में जरूरी है कि आप जो फर्नीचर खरीदने का मन बना रहे हैं उससे जुड़े रिव्यू पर जरूर ध्यान दें क्योंकि इस तरह आप ब्लैक मार्केटिंग से खुद को काफी हद तक बचा सकते हैं।

अपनी जरूरतें समझेंअगर आप ऑनलाइन फर्नीचर खरीदने वाले है तो उसे खरीदने से पहले अपनी सभी जरूरतों को अच्छे से समझ लें। जैसे आपको किस तरह का फर्नीचर खरीदना है, या फर्नीचर किस डिजाइन का होना चाहिए, और फर्नीचर का साइज और शेप कैसी होनी चाहिए? आदि बातों को ध्यान में रखकर ही ऑनलाइन फर्नीचर खरीदें। दरअसल, आजकल ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट पर फर्नीचर में कई तरह के विकल्प मौजूद हैं, इसलिए बेहतर होगा आप अपनी जरूरतों का ध्यान रखकर ही फर्नीचर खरीदें। गुणवत्ता का भी रखें ध्यान  विशेषज्ञों की मानें तो हमेशा फर्नीचर खरीदते समय सिर्फ इसकी सुंदरता पर ध्यान न दें बल्कि इसकी गुणवत्ता को भी महत्व दें।

ऑनलाइन ग्राहक के तौर पर आपके लिए यह जानना जरूरी है कि अगर अगले कुछ दिनों में ही फर्नीचर के साथ कोई समस्या आ जाए तो उसे ठीक करवाने के लिए आप क्या सकते हैं या फिर उसकी एक्सचेंज पॉलिसी क्या है आदि। वहीं, शिफ्टिंग चार्ज, डिलीवरी टाइम इन चीजों को भी जरूर देखें। (एजेंसी)

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एवोकाडो को अपने हेयर केयर रूटीन का बनाएं हिस्सा

18.04.2022 -एवोकाडो को अपने हेयर केयर रूटीन का बनाएं हिस्सा.  बालों की खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए लोग महंगे से महंगे हेयर केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करने को तैयार रहते हैं, लेकिन यह जरूरी नहीं है कि उनसे उन्हें मनचाह रिजल्ट ही मिले। ऐसे में अगर हम कहें कि उनकी जगह बालों पर एवोकाडो का इस्तेमाल करना अधिक फायदेमंद और सुरक्षित है तो शायद आप यकीन न करें। आइए आज आपको बताते हैं कि एवोकाडो को किन तरीकों से हेयर केयर रूटीन में शामिल करना लाभदायक है।

कंडीशनर के तौर पर करें इस्तेमालइसके लिए सबसे पहले एक एवोकाडो को काटकर उसका बीज निकालें और इसके गूदें को ब्लेंड करें। अब एवोकाडो के पेस्ट को एक कटोरी में एक बड़ी चम्मच शहद और दो बड़ी चम्मच ऑलिव ऑयल के साथ मिलाएं, फिर इस मिश्रण को सिर पर लगाकर शावर कैप पहनने के आधे घंटे बाद बालों को गुनगुने पानी से धो लें। इसके बाद जब यह कंडीशनर बालों से पूरी तरह निकल जाए तो सिर को तौलिये से लपेट लें। हेयर स्पा के लिए करें एवोकाडो का इस्तेमालहेयर स्पा के लिए सबसे पहले एक पके एवोकाडो को छिल लें, फिर अच्छे से मसलकर इसका पेस्ट बना लें।

अब इस पेस्ट को बालों की जड़ों में लगाएं। इसके बाद बालों को भाप देने के लिए एक बड़े से बर्तन में पानी गर्म कर लें और तौलिया ढककर 10 मिनट तक भाप लें, फिर 20 मिनट बाद बालों को शैंपू से धो लें। हफ्ते में एक बार ही इस प्रक्रिया को दोहराएं। दो मुंहें बालों से दिलाए छुटकारा दो मुंहें बालों से राहत दिलाने में एवोकाडो और बादाम के तेल का हेयर मास्क काफी मदद कर सकता है। इसके लिए सबसे पहले एक कटोरी में एवोकेडो को अच्छे से मैश कर लें, फिर उसमें बादाम का तेल मिलाएं। इसके बाद इस मिश्रण को अपने बालों की जड़ों से लेकर सिरे तक लगाकर बालों को शॉवर कैप से कवर कर दें और लगभग एक घंटे के लिए छोड़ दें। अंत में बालों को शैंपू से धो लें। रूखे और बेजान बाल होगें ठीकअगर आपके बाल रूखे और बेजान हो गए हैं तो इन्हें ठीक करने के लिए एवोकाडो और अंडे का हेयर मास्क लगाएं।

इसके लिए एक ब्लेंडर में एवोकाडो को अच्छे से ब्लेंड कर लें। अब एवोकाडो में अंडे की जर्दी मिलाकर अच्छे से मिश्रण तैयार कर लें। इस मिश्रण को अपने पूरे बालों पर लगाएं और 20 मिनट तक सूखने दें। इसके बाद बालों को ठंडे पानी और शैंपू से धोकर कंडीशन कर ले. (एजेंसी)

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त्वचा के लिए फायदेमंद है हायलूरोनिक एसिड

19.04.2022 – त्वचा के लिए फायदेमंद है हायलूरोनिक एसिड. अगर आप अपनी त्वचा को खूबसूरत बनाए रखना चाहते हैं तो ऐसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें, जो हायलूरोनिक एसिड से युक्त हो। यह कोई केमिकल नहीं बल्कि एक ऐसा तत्व है, जो त्वचा को प्राकृतिक रूप से स्वस्थ और खूबसूरत बनाए रखने में अहम भूमिका अदा कर सकता है। आइए आज हायलूरोनिक एसिड के फायदे और इससे जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण बातें विस्तार से बताते हैं।

हायलूरोनिक एसिड मूल रूप से एक चीनी अणु है, जो पहले से ही हमारी त्वचा, आंखों और पूरे शरीर में मौजूद होता है। यह मुख्य रूप से त्वचा की मरम्मत करने, त्वचा को हाइड्रेट और मॉइश्चराइज रखने में मदद करता है, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ हमारे शरीर में हायलूरोनिक एसिड का उत्पादन कम हो जाता है, इसलिए इसे बाहरी स्त्रोतों से प्राप्त करना पड़ जाता है। आप इसे स्किन केयर प्रोडक्ट्स के जरिए पा सकते हैं। हायलूरोनिक एसिड के फायदेहायलूरोनिक एसिड रूखेपन को दूर करके मॉइश्चराइज करने और समय से पहले त्वचा पर उभरने वाले बढ़ती उम्र के लक्षणों को कम करने में काफी मदद कर सकता है।

इसके अतिरिक्त, यह त्वचा के अनइवेन टेक्चर यानी खुरदरेपन को भी कम कर सकता है, जिससे त्वचा स्मूद नजर आती है और इससे त्वचा का लचीलापन भी बढ़ता है। एक्जिमा और किसी कारणवश त्वचा पर हुई लालिमा के प्रभाव को कम करने में भी हायलूरोनिक एसिड मदद कर सकता है। हायलूरोनिक एसिड के नुकसानआप चाहें हायलूरोनिक एसिड से युक्त कोई भी प्रोडक्ट लगाने वाले हो, उससे पहले पेच टेस्ट करें क्योंकि यह जरूरी नहीं है कि वह प्रोडक्ट आपकी त्वचा को सूट ही करें।

अगर आप हायलूरोनिक एसिड के सप्लीमेंट्स या फिर इंजेक्शन को चुनते हैं तो इनके इस्तेमाल से जुड़ी सारी जानकारी स्किन केयर एक्सपर्ट से इकट्ठा कर लें क्योंकि इनका गलत इस्तेमाल त्वचा पर लालिमा, सूजन और दर्द पैदा करने कारण बन सकता है। हायलूरोनिक एसिड इस्तेमाल करने का तरीकाआप चाहें स्किन केयर प्रोडक्ट के तौर पर हायलूरोनिक एसिड युक्त क्रीम, जेल या फिर सीरम आदि में से कुछ भी चुनें। इनके इस्तेमाल से पहले चेहरे को धो लें।

इसके बाद चेहरे को तौलिए से सुखाएं, फिर इस पर हायलूरोनिक एसिड की कुछ बूंदें लगाएं और हल्के हाथों से धीरे-धीरे मालिश करें। ध्यान रखें कि त्वचा पर हायलूरोनिक एसिड को रगडऩा नहीं है। यह अपने आप ही त्वचा में अच्छे से अवशोषित हो जाता है। (एजेंसी)

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लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे होंगे नए भारतीय सेना प्रमुख

नई दिल्ली,18 अप्रैल (आरएनएस)। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे भारतीय सेना प्रमुख के रूप में नियुक्त हुए हैं। वह जनरल नरवणे की जगह लेंगे जो इस माह के आखिर में सेवानिवृत्त हो रहे हैं। वे इस पद पर पहुंचने वाले पहले इंजीनियर अफसर हैं। लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे ही थलसेना में सबसे वरिष्ठअधिकारी हैं। आगामी 30 अप्रैल को लेफ्टिनेंट जनरल मनोज पांडे को भारतीय सेना की कमान सौंपी जाएगी।

मनोज पांडे देश के पहले इंजीनियर होंगे, जिन्हें सेना प्रमुख की कमान सौंपी जा रही है।लेफ्टिनेंट जनरल पांडे को दिसंबर 1982 में बॉम्बे सैपर्स में कमीशन मिला था।अपने विशिष्ट करियर में, उन्होंने सभी प्रकार के इलाकों में पारंपरिक और साथ ही आतंकवाद विरोधी अभियानों में कई प्रतिष्ठित कमांड और स्टाफ संबंधी दायित्वों का निर्वहन किया है।

उन्होंने जम्मू-कश्मीर में ऑपरेशन पराक्रम के दौरान नियंत्रण रेखा (एलओसी) के साथ एक इंजीनियर रेजिमेंट की कमान संभाली, पश्चिमी सेक्टर में एक इंजीनियर ब्रिगेड, एलओसी के साथ एक पैदल सेना ब्रिगेड और पश्चिमी लद्दाख के ऊंचाई वाले इलाके में एक पहाड़ी डिवीजन और पूर्वोत्तर में एक कोर की कमान संभाली।वह संयुक्त राष्ट्र के कई मिशनों में भी योगदान दे चुके हैं।वह जून 2020 से मई 2021 तक अंडमान एवं निकोबार कमान के कमांडर इन चीफ भी रहे।

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सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ की है कार्रवाई : नरोत्तम

भोपाल,18 अप्रैल (आरएनएस)।सरकार ने दंगाइयों के खिलाफ की है कार्रवाई. मध्यप्रदेश के गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने आज स्पष्ट कहा कि सरकार ने दंगाइयों के विरुद्ध विधि सम्मत कार्रवाई की है और जो भी न्यायालय जाना चाहता है, वो जाए।

साथ ही उन्होंने बताया कि खरगोन में अब पूर्णतया सामान्य स्थिति है और प्रशासन मॉनिटरिंग कर आवश्यकतानुसार ढील दे रहा है।
डॉ मिश्रा ने मध्यप्रदेश समेत कई राज्यों में बुलडोजर से की जा रही कार्रवाई के खिलाफ कुछ संगठनों के उच्चतम न्यायालय जाने से जुड़े सवाल के जवाब में संवाददाताओं से कहा कि सरकार ने कार्रवाई के पहले किसी कौम को ध्यान में नहीं रखा, दंगाइयों को ध्यान में रख कर कार्रवाई की है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि जिसे न्यायालय जाना है, वो जाए, न्यायालय का जो आदेश देगा, वह सर माथे है।
डॉ मिश्रा ने बताया कि राज्य में हनुमान जयंती पर 279 स्थानों पर शांतिपूर्वक शोभायात्रा एवं जुलूस निकला है। साथ ही उन्होंने कहा कि शांतिपूर्वक कार्यक्रम के लिए वे पुलिस प्रशासन को बधाई देते हैं।

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अपने धर्म-पालन की भारत में सबकोआजादी : मुख्तार अब्बास नकवी

नई दिल्ली ,18 अप्रैल (आरएनएस)। अपने धर्म-पालन की भारत में सबको आजादी. भारत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा है कि देश में सांप्रदायिक असहिष्णुता बढऩे की कोई समस्या नहीं है और हर व्यक्ति को अपने धर्म के पालन की पूरी आजादी है.भारत में हाल के दिनों में सांप्रदायिक हिंसा की कई घटनाएं हुई हैं. हाल ही में रामनवमी के मौके पर देश के कई हिस्सों में सांप्रदायिक हिंसा हुई, जिसके बाद कई जगह गिरफ्तारियां भी हुई हैं.

उससे पहले भी विभिन्न मौकों पर अल्पसंख्यकों के खिलाफ हिंसा की वारदात को लेकर मानवाधिकार कार्यकर्ता चिंता जताते रहे हैं. कई अंतरराष्ट्रीय संस्थानों ने भी भारत में बढ़ती असहिष्णुता और भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा उस पर कोई कार्रवाई ना करने को लेकर बयान दिए गए हैं. यहां तक कि अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकेन ने भी पिछले हफ्ते भारतीय विदेश और रक्षा मंत्रियों की मौजूदगी में कहा था कि अमेरिका भारत में बढ़ते मानवाधिकार उल्लंघनों पर नजर बनाए हुए है.

लेकिन भारत के अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता मुख्तार अब्बास नकवी का मानना है कि कुछ लोग देश की छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा, कुछ हाशिये के लोग जो देश की शांति और तरक्की को पचा नहीं पा रहे हैं, वे भारत की समावेशी संस्कृति और प्रतिबद्धता का नाम खराब करने की कोशिश कर रहे हैं. भारत में अल्पसंख्यकों के पहनावे से लेकर मांस खाने आदि तक जैसे मुद्दों पर हिंसक घटनाएं हुई हैं.

हाल ही में नवरात्र के दौरान दिल्ली के प्रतिष्ठित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के छात्रवासों में मांस परोसने को लेकर हिंसा हुई थी और बीजेपी के छात्र संगठन एबीवीपी ने मांस परोसने का विरोध किया था. नकवी कहते हैं, लोगों को क्या खाना चाहिए और क्या नहीं, यह बताना सरकार का काम नहीं है. हर नागरिक को अपनी मर्जी का खान-पान चुनने की आजादी है । इसी तरह हिजाब को लेकर कर्नाटक और फिर देश के अन्य हिस्सों में हुए विवाद पर नकवी कहते हैं, भारत में हिजाब पर कोई बैन नहीं है.

बाजार और अन्य जगहों पर कोई भी हिजाब पहन सकता है. लेकिन हर कॉलेज और संस्थान का अपना ड्रेस कोड होता है और उसे तो हमें मानना ही पड़ेगा. अगर आपको पसंद नहीं तो आप दूसरा संस्थान चुन सकते हैं

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तूफान से असम के बाद बंगाल में मची तबाही

कोलकाता ,18 अप्रैल (आरएनएस)। तूफान से असम के बाद बंगाल में मची तबाही,पश्चिम बंगाल के कूचबिहार जिले में आए तूफान में दो लोगों की मौत हो गई, जबकि करीब 50 लोग घायल हो गए। मौतों की सूचना कूचबिहार में मोआमारी ग्राम पंचायत के ब्लॉक नंबर एक से मिली है। कूचबिहार नगर पालिका के अध्यक्ष रवींद्र नाथ घोष ने बताया, कूचबिहार जिले के ब्लॉक नंबर एक, मोआमारी ग्राम पंचायत में तूफान में दो लोगों की मौत हो गई और कम से कम 50 घायल हैं। तूफान ने जिले के तुफानगंज, माथाभांगा समेत कई अन्य क्षेत्रों में भी किया गया है। वहीं, असम में तूफान के कारण मृतकों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। राज्य में गर्मियों के मौसम में आंधी तूफान के साथ होने वाली बारिश को बोर्डोइसिला कहा जाता है। बिजली गिरने के कारण कई मकानों को नुकसान पहुंचा है। कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं और बिजली की लाइनें टूट गई हैं।

असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की ओर से प्राप्त सूचना के अनुसार तूफान के कारण आठ और लोगों की मौत हुई, जिनमें दो नाबालिग भी शामिल हैं। शुक्रवार को तिनसुकिया जिले में तीन, बक्सा में दो और डिब्रूगढ़ में एक व्यक्ति की मौत हुई थी। गुरुवार से जारी तूफान के कारण 12 हजार से अधिक मकानों और अन्य इमारतों को नुकसान पहुंचा है।

मिजोरम में तूफान में 200 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त

वहीं, मिजोरम के कोलासिब और मामित जिलों में भारी बारिश और ओलावृष्टि के साथ आए तूफान से एक गिरजाघर की इमारत समेत 200 से अधिक मकान क्षतिग्रस्त हो गए। तूफान में अभी तक किसी की मौत की खबर नहीं है। तूफान शनिवार देर रात को दो जिलों में आया था। कोलासिब जिले में कम से कम 220 मकान और गिरजाघर की इमारत क्षतिग्रस्त हो गई। असम सीमा के समीप मामित जिले में करीब 18 मकान क्षतिग्रस्त हुए

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राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अभ्यास का राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद ने किया आयोजन

नई दिल्ली,18 अप्रैल (आरएनएस)।राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा अभ्यास का राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय ने किया आयोजन राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केसी, ने आज राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा संयोजक लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पंत और डीआरडीओ के सचिव डॉ. सतीश रेड्डी के साथ राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा घटना प्रतिक्रिया अभ्यास का उद्घाटन किया। राष्ट्रीय साइबर अभ्यास (एनसीएक्स) इंडिया का आयोजन दस दिनों की अवधि यानि 18 से 29 अप्रैल 2022 तक एक हाइब्रिड अभ्यास के रूप में किया जाएगा.

जिसका उद्देश्य सरकार/महत्वपूर्ण क्षेत्र के संगठनों और एजेंसियों के वरिष्ठ प्रबंधन तथा तकनीकी कर्मियों को समकालीन साइबर खतरों एवं साइबर घटनाओं व प्रतिक्रिया के प्रबंधन पर प्रशिक्षण देना है।कार्यक्रम का संचालन, राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय (एनएससीएस), भारत सरकार द्वारा ज्ञान भागीदार के रूप में भारतीय डेटा सुरक्षा परिषद (डीएससीआई) के सहयोग से तथा रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (डीआरडीओ) के समर्थन से किया जा रहा है। प्रशिक्षण के लिए प्लेटफार्म साइबरएक्सर टेक्नोलॉजीज द्वारा प्रदान किया जा रहा है, जो एस्तोनिया की साइबर सुरक्षा कंपनी है और इसे विश्व स्तर पर कई बड़े साइबर अभ्यास आयोजित करने की मान्यता मिली हुई है।

प्रशिक्षण सत्र, लाइव फायर और सामरिक अभ्यास के माध्यम से 140 से अधिक अधिकारियों को प्रशिक्षित किया जाएगा। प्रतिभागियों को प्रमुख साइबर सुरक्षा क्षेत्रों जैसे घुसपैठ का पता लगाने की तकनीक, वायरस (मैलवेयर) सूचना साझाकरण प्लेटफॉर्म (एमआईएसपी), जोखिम प्रबंधन और प्रवेश परीक्षण, नेटवर्क प्रोटोकॉल और डेटा प्रवाह, डिजिटल फोरेंसिक, आदि के लिए प्रशिक्षित किया जाएगा।एनसीएक्स इंडिया, अग्रणी रणनीतिक कर्मियों को साइबर खतरों को बेहतर ढंग से समझने, तैयारी का आकलन करने और साइबर संकट प्रबंधन व सहयोग करने के क्षेत्र में कौशल को विकसित करने में मदद करेगा। यह साइबर सुरक्षा कौशल, टीम वर्क, योजना, संचार, महत्वपूर्ण सोच और निर्णय लेने की क्षमता को विकसित करने में और इनका परीक्षण करने में भी मदद करेगा।राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, केसी, ने अपने मुख्य भाषण में देश में चल रही डिजिटल क्रांति और सरकार द्वारा बड़ी संख्या में डिजिटल सेवाओं के शुभारंभ विषय पर प्रकाश डाला। उन्होंने आगे कहा कि साइबर सुरक्षा किसी भी सफल डिजिटल बदलाव की आधारशिला है। साइबर दुनिया में कोई भी खतरा सीधे तौर पर हमारी सामाजिक, आर्थिक और राष्ट्रीय सुरक्षा को प्रभावित करता है और इसलिए हमें अपने साइबर दुनिया की सुरक्षा करने की आवश्यकता है। राष्ट्रीय साइबर सुरक्षा संयोजक लेफ्टिनेंट जनरल राजेश पंत ने भारत की साइबर दुनिया के महत्व और इसे नागरिकों, व्यवसायों तथा सरकारों के लिए सुरक्षित रखने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने पूरे विश्व में और हमारे देश में फिरौती के वायरस (रैंसमवेयर) की घटनाओं और आपूर्ति श्रृंखला पर हमलों की वृद्धि के बारे में बात की और इन हमलों का प्रभावी ढंग से मुकाबला करने के लिए सभी संगठनों के बीच तालमेल हासिल करने के महत्व पर चर्चा की। उन्होंने ऑयल इंडिया लिमिटेड पर हाल के रैंसमवेयर हमले और वैश्विक परिदृश्य में साइबर युद्ध के महत्व पर भी प्रकाश डाला। भारत सरकार, साइबर सुरक्षा में क्षमता निर्माण और कौशल बढ़ाने के लिए विभिन्न कदम उठा रही है।

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प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात दौरे से पहले वडोदरा में हिंसक झड़प

वडोदरा ,18 अप्रैल (आरएनएस)। प्रधानमंत्री मोदी के गुजरात दौरे से पहले, गुजरात में वडोदरा के रावपुरा इलाके में दो गुटों के बीच हिंसक झड़प हुई है। बताया जा रहा है कि दो मोटरसाइकिलें आपस में टकरा गईं, जिससे बहस शुरू हुई और मामला काफी आगे बढ़ गया। एक गुट ने दूसरे पर पत्थर फेंकने का आरोप लगाया है। हिंसा में चार लोग घायल हैं और 10 से अधिक वाहनों और लॉरियों में तोडफ़ोड़ की गई है।

पुलिस ने इलाके की घेराबंदी कर ली है। मामला शांत करा लिया गया है। वडोदरा के पुलिस कमिश्नर शमहर सिंह ने कहा, रावपुरा इलाके में एक्सीडेंट के बाद दो समूहों के बीच झड़प हो गई। इस घटना में कुछ लोग घायल हुए हैं। शहर में फिलहाल शांति है। पुलिस टीम पैट्रोलिंग कर रही है। अन्य फोर्स को भी हमने मंगाया है। लोगों से अपील है कि वे किसी भी तरह की अफवाह पर विश्वास नहीं करें।

रामनवमी पर गुजरात के दो इलाकों में हुई थी झड़प

इससे पहले गुजरात के हिम्मतनगर और खंभात शहरों में रामनवमी के जुलूस के दौरान दो समुदायों के बीच सांप्रदायिक झड़प हो गई। खंभात में हुई सांप्रदायिक झड़प में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि एक अन्य घायल हो गया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सांप्रदायिक झड़पों के दौरान पुलिस को पथराव करने वाली भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोडऩे पड़े।

प्रधानमंत्री मोदी आज से तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज से तीन दिवसीय गुजरात दौरे पर होंगे, जहां वह कई विकास परियोजनाओं की आधारशिला रखेंगे। दौरे के दौरान पीएम मोदी गांधीनगर, बनासकांठा, जामनगर और दाहोद में कार्यक्रमों में शामिल होंगे। इसके साथ ही विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के महानिदेशक डॉ. टेड्रोस अदानोम घेब्रेयसस की भी तीन दिवसीय गुजरात यात्रा सोमवार से शुरू होगी। इस दौरान वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ कुछ कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे।

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कांग्रेस ने भी शुरू की चुनावी तैयारी

कांग्रेस ने भी शुरू की चुनावी तैयारी. भारतीय जनता पार्टी एक चुनाव खत्म होने के साथ ही दूसरे चुनाव की तैयारी में जुट जाती है। तभी उत्तर प्रदेश और पांच राज्यों के चुनाव खत्म होते ही भाजपा के नेता उन राज्यों में चुनाव की तैयारी में जुट गए, जहां इस साल के अंत में या अगले साल चुनाव होने वाले हैं। अमित शाह ने नतीजों का भी इंतजार नहीं किया और त्रिपुरा गए। नरेंद्र मोदी ने नतीजों के तुरंत बाद गुजरात में रोड शो किया।

नतीजों के साथ ही राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ की अखिल भारतीय प्रतिनिधि सभा की बैठक गुजरात में हुई। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा अपने गृह राज्य हिमाचल प्रदेश के दौरे पर गए और आम आदमी पार्टी के लगभग पूरे संगठन को भाजपा में शामिल करा लिया। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बासवराज बोम्मई को दिल्ली बुलाया गया और राजकाज पर ध्यान देने की नसीहत दी गई।भाजपा से उलट कांग्रेस का चुनाव अभियान आमतौर पर चुनाव की घोषणा के बाद ही शुरू होता रहा है।

लेकिन इस बार कांग्रेस ने भी पांच राज्यों में चुनाव हारने के तुरंत बाद अगले एक साल में होने वाले विधानसभा चुनावों की तैयारी में जुट गई। राहुल गांधी कर्नाटक गए और प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार व पूर्व अध्यक्ष सिद्धरमैया को साथ लेकर एकजुटता का संदेश दिया। उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं के एक कार्यक्रम में पार्टी के लिए अगले साल के चुनाव में डेढ़ सौ सीट जीतने का लक्ष्य तय किया। कर्नाटक में कांग्रेस ने एक साल पहले चुनाव का बिगुल बजा दिया है।इसी तरह गुजरात की तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। हार्दिक पटेल के चुनाव लडऩे पर लगी रोक हटने के बाद कांग्रेस का उत्साह बढ़ा है।

सुप्रीम कोर्ट ने उनकी दो साल की सजा पर रोक लगा दी है, जिसके बाद उनके चुनाव लडऩे का रास्ता साफ हो गया है। हार्दिक पटेल के अलावा कांग्रेस पार्टी लेउवा पटेल समुदाय के नेता नरेश पटेल को भी पार्टी में शामिल कराने के प्रयास में है। हालांकि भाजपा के पटेल मुख्यमंत्री के मुकाबले हार्दिक या नरेश पटेल प्रदेश की इस ताकतवर जाति को कितना कांग्रेस के साथ जोड़ पाएंगे, यह नहीं कहा जा सकता। जो हो कांग्रेस गुजरात में भी चुनाव की तैयारियों में लगी है।

ऐसे ही हिमाचल प्रदेश में भी कांग्रेस की चुनावी तैयारियां शुरू हो गई हैं। पिछले दिनों हिमाचल कांग्रेस के नेता दिल्ली में राहुल गांधी से मिले और चुनावी तैयारियों पर चर्चा हुई। वीरभद्र सिंह के निधन की वजह से पार्टी को वहां नया नेतृत्व आगे करने की चुनौती है। उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह को कुछ अहम जिम्मेदारी मिल सकती है। पार्टी कोई एक चेहरा आगे नहीं करेगी लेकिन मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंदर सिंह सुक्खु, कौल सिंह ठाकुर आदि नेताओं की सामूहिक कमान बनाई जा रही है।

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ओटीटी प्लेटफॉर्म  ‘मल्टीप्लेक्स प्ले’ का उद्घाटन संगीतकार दिलीप सेन ने किया 

17.04.2022 – ओटीटी प्लेटफॉर्म ‘मल्टीप्लेक्स प्ले’ का  हनुमान जयंती के शुभ अवसर पर अंधेरी (पश्चिम) मुम्बई स्थित एन.के.एफ.सी प्राइवेट लिमिटेड के कार्यालय मौर्य हाउस में  उद्घाटन संगीतकार दिलीप सेन और एडवोकेट शैलेश दूबे ने संयुक्त रूप से नारियल तोड़कर व फीता काटकर किया। इस अवसर पर संगीतकार दिलीप सेन ने मल्टीप्लेक्स प्ले एप्प भी जारी किया।

इस कार्यक्रम में कंपनी के सीएमडी रेहान अली, निर्देशक अमोल द्विवेदी एवं कंपनी के प्रोग्रामिंग हेड अविनाश जाधव, उदय मोहित, दीपांकर अधिकारी, वेस्टर्न इंडिया फिल्म एंड टीवी प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन से सेक्रेटरी दिलीप दलवी, अभिनेत्री नयन पवार, सुनिता कांबले, निर्देशक हरेंद्र हॅरी, एस पी मिलिंद, प्रतिक यादव, एडवोकेट अजय पोल, बालासाहेब गोरे, कोरील राजेश कुमार, अभिषेक खन्ना (कामेडियन)और कंपनी के क्रिएटिव डायरेक्टर महादेव सालोखे आदि उपस्थित थे। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज की सूची में एन.के.एफ.सी प्रा.लि. शामिल है इसलिए इस कंपनी के द्वारा संचालित ‘मल्टीप्लेक्स प्ले’ ओटीटी प्लेटफॉर्म से जुड़े निवेशकों व निर्माताओं का आर्थिक व्यवहार सुरक्षित होने का दावा कंपनी के सी.एम.डी. रेहान अली करते हैं।

इस ओटीटी प्लेटफॉर्म पर हिंदी भोजपुरी, मराठी इंग्लिश सहित 15 भाषाओं के कंटेंट्स का समावेश होगा। यह ओटीटी प्लेटफॉर्म उच्च तकनिकी संसाधनों से सुसज्जित होने के कारण इस पर प्रसारित होने वाले सभी कार्यक्रम अन्य ओटीटी के मुकाबले अच्छी गुणवत्ता के साथ दिखाई देंगे।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय 

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आपको स्टाइलिश बनाने वाला पर्स कहीं आपको शर्मिंदा ना कर दे

17.04.2022 – आपको स्टाइलिश बनाने वाला पर्स कहीं आपको शर्मिंदा ना कर दे.  जिस तरह से कपड़ो की सफाई करना जरूरी होता है उसी तरह से पर्स की सफाई करना भी जरूरी है। नही धोने पर उसमे से बदबू आने लग जाती है। पर्स में हम हमारी जरूरत का सामान रखते है और इसके निरंतर उपयोग करने से इसमें से बदबू आने लगती है और साथ ही इसकी चमक भी खोने लगती है। पर्स को धोने के कुछ तरीके ऐसे होते है जिनकी वजह से आप उसमे से आने वाली बदबू को दूर कर सकती है।

आज हम आपको इन्ही तरीको के बारे में बतायेंगे, तो आइये जानते है इस बारे में..

* अपने पर्स या बैग से पूरा सामान निकाल लें और अगर वह फैबरिक का बना हुआ है तो उसे किसी हल्के साबुन वाले घोल से धोलें। उसे धूप की बजाए शेड में सुखाएं जिससे वह खराब न हो।

* अगर बैग कपड़े का नहीं बना है तो आप उसे वैक्यूम क्लीनर से साफ करके बाहर सूरज में सुखा सकते हैं। बैगके अंदर की छोटी छोटी पॉकेट को साफ करना बिल्कुल भी न भूलें। अगर बैग लेदर का है तो उसे सूती कपड़े से ही साफ कर लें। पर अगर बैग सिल्क या वेल्वेट का बना हुआ है तो उसे ड्रायक्लीनर को ही दें।

* बैग में से छोटे-छोटे टुकड़ों को साफ करने के लिए टूथब्रश का इस्तमाल करें। बैग में कभी भी पैसों को सीधे ना डालें वरना आपके बैग की लाइनिंग खराब हो सकती है और बैग अंदर से फट सकता है। पैसे को हमेशा छोटे पर्स में अलग से रखें।

* हमेशा ही आयताकार पर्स खरीदें जिससे जरुरत के रुपये और पैसे सामने ही दिख जाएं और उन्हें ढूडने की जरुरत न पडे।

* अगर पर्स में बदबू आने लगे तो पर्स के किसी ऐसे कोने में एक चदंन और लेवेंडर पाउडर का सील बंद पैकेट रखें जो आप इस्तमाल न करती हों। (एजेंसी)

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झूठे बर्तनों से जिद्दी चिकनाई इन तरीको से होंगी साफ़

17.04.2022 – झूठे बर्तनों से जिद्दी चिकनाई इन तरीको की मदद से मिनटों में साफ़ होंगी. साफ चमकती किचन में सबसे पहले ध्यान जाता है, बर्तनों पर। जिसमे आपको अपने बर्तनों की सफाई पर खास ध्यान देने की जरूरत होती है। बर्तन धोना किचन का सबसे काम है। ऐसे में बहुत से लोग ऐसे होते है जिन्हें बर्तन धोना बड़ा ही झंझट वाला काम लगता है। लेकिन कुछ बातो को ध्यान में रखकर इसी काम को बहुत आसानी से किया जा सकता है।

आज हम आपको कुछ ऐसे तरीके बतायेंगे जिनकी मदद से आप मिनटों में बरतनों को साफ़ कर सकती है तो आइये जानते है इस बारे में…

* बर्तन धोने से पहले पूरे घर को चेक कर लें और सारे जूठे बर्तनों को एक ही जगह इकठ्ठा  कर लें। प्लानिंग से काम करने पर आपको बार-बार भागना नहीं पड़ेगा। बर्तन धुलने की सामग्री जैसे- साबुन, स्क्रबर और तौलिया भी पास में रख लें।

* बर्तनों को धुलने से पहले गर्म पानी में भिगो दें ताकि इनसे चिकनाई छूट जाए और इनको साफ करने में ज्यादा मशक्कत न करनी पड़े।

*जूठे बर्तनों को पानी से साफ करके किसी अलग टब या स्लैब पर ही रख लें। ऐसा करने से आपका काम भी कम हो जाएगा और आपको बर्तनों से बार-बार जूठन भी नहीं निकालनी पड़ेगी। बर्तनों को स्क्रब करने के बाद उन्हें छोटे से लेकर बड़े के क्रम में धोना शुरू करें।

* कांच के बर्तन और चीनी मिट्टी के बर्तनों को धोकर अलग रख लें ताकि इनके टूटने का खतरा कम रहे। चम्मच, कांटे और चाकू भी पहले ही साफ कर लें।

* बर्तनों को धोने के बाद एक साथ घुसाकर कर न रख दें। पहले इन्हें सूखने दें और फिर किचन टॉवल से पोंछने के बाद रैक में रखें। (एजेंसी)

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हिमाचली गायिका व अभिनेत्री प्रिया हरीश शक्तावत के बढ़ते कदम..

17.04.2022 – हिमाचली गायिका और अभिनेत्री प्रिया हरीश शक्तावत ने हाल ही में होटल सी प्रिंसेस – मुंबई में आयोजित एक संगीत के रंगारंग कार्यक्रम में अपने हिमाचली गीतों का उत्कृष्ट प्रदर्शन कर श्रोता दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि भजन सम्राट अनूप जलोटा, के साथ अभिनेत्री दीपशिखा, कॉमेडियन सुनील पॉल, गायक/अभिनेता राजू टाक और गायक डॉ मकवाना भी उपस्थित थे। सभी ने प्रिया हरीश शक्तावत के गायन प्रदर्शन की सराहना की। कार्यक्रम के दौरान संगीत जगत में उनके प्रदर्शन और योगदान के लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया।

हिमाचली गायिका और अभिनेत्री प्रिया हरीश शक्तावत इन दिनों निर्देशक मनीष चौहान, सहायक निदेशक शंभू चौहान की टीम के साथ हिमाचल के खूबसूरत स्थानों में अपने अधिकांश संगीत वीडियो की शूटिंग कर रही हैं। प्रिया हरीश शक्तावत ने कई म्यूजिक वीडियो के लिए गाया है और अभिनय भी किया है।

उनका पहला गीत मिथियां मिथ्यान गल्लां जो वर्ष 2021 में रिलीज़ हुआ था, को बहुत सराहा गया था, इसके बाद में आया तेरा हस्सा (2022), हिमाचल प्यारा (2022) जैसे अन्य गाने आए। निकट भविष्य में और भी कई म्यूजिक वीडियो जल्द रिलीज होने वाले हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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हुनर हाट स्वदेशी उत्पादों को संरक्षित,सुरक्षित करने, बढ़ावा देने का मंच है

नई दिल्ली,16 अप्रैल (आरएनएस)। हुनर हाट स्वदेशी उत्पादों को संरक्षित,सुरक्षित करने, बढ़ावा देने का मंच है. हुनर हाट स्वदेशी उत्पादों को संरक्षित, सुरक्षित करने, बढ़ावा देने के लिए एक विश्वसनीय और पसंदीदा मंच है। मुंबई के बांद्रा-कुर्ला कॉम्प्लेक्स (बीकेसी) के एमएमआरडीए ग्राउंड में 16 से 27 अप्रैल, 2022 तक 40वें हुनर हाट का आयोजन किया जा रहा है।

केन्द्रीय सूचना एवं प्रसारण तथा युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर कल सुबह इसका विधिवत उद्घाटन करेंगे।केंद्रीय अल्पसंख्यक कार्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने आज मुंबई में 40वें हुनर हाट की खास विशेषताओं के बारे में मीडिया को जानकारी देते हुए कहा कि 31 राज्यों/केंद्र-शासित प्रदेशों के 1,000 से अधिक कारीगर और शिल्पकार इसमें भाग ले रहे हैं और विभिन्न प्रकार के सामानों का प्रदर्शन कर रहे हैं।महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, दिल्ली, नगालैंड, मध्य प्रदेश, मणिपुर, बिहार, आंध्र प्रदेश, झारखंड, गोवा, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, लद्दाख, कर्नाटक, गुजरात, हरियाणा, जम्मू-कश्मीर, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, तमिलनाडु, केरल और देश के अन्य स्थानों के कारीगर एवं शिल्पकार मुंबई के हुनर हाट में स्वदेशी उत्पादों को प्रदर्शित कर रहे हैं।अल्पसंख्यक कार्य मंत्री ने कहा कि हस्तशिल्प, शिल्प कौशल से जुड़े परिवारों की युवा पीढ़ी मुख्य रूप से बाजारों की कमी के कारण अपनी पारंपरिक पुश्तैनी विरासत से दूर होने लगी है। उन्होंने कहा: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने स्वदेशी कारीगरों और शिल्पकारों की पुश्तैनी विरासत के संरक्षण, रक्षण और प्रचार के लिए कई प्रभावी कदम उठाए हैं। हुनर हाट जैसे कार्यक्रम कारीगरों और शिल्पकारों को उनकी पुश्तैनी विरासत को जबरदस्त अवसर प्रदान करके उन्हें आगे बढ़ाने में सक्षम बनाते हैं। हुनर हाट की सफलता के बारे में, नकवी ने कहा कि हुनर हाट ने कलाकारों को मुख्यधारा की अर्थव्यवस्था से जुडऩे में मदद की है।आज हुनर हाट’ का हर कारीगर और शिल्पकार बड़ी संख्या में स्वदेशी उत्पाद बेच रहा है और इससे कारीगरों एवं शिल्पकारों के जीवन में आर्थिक क्रांति आई है।नकवी ने कहा कि हुनर हाट कारीगरों, विशेषकर महिला कारीगरों की प्रेरक कहानियों से भरा है, जो न केवल खुद आत्मनिर्भर हुई हैं बल्कि हुनर हाट से की गई अपनी कमाई के माध्यम से अपने परिवार की भी सहायता की है।नकवी ने यह भी कहा कि मेरा गांव मेरा देश नामक एक विषयगत फूड कोर्ट स्थापित किया गया है, जहां भारत के विभिन्न राज्यों के पारंपरिक खाद्य पदार्थों का स्वाद लिया जा सकता है।

हाट में 60 से अधिक फूड स्टॉल लगाए गए हैं।12 दिवसीय हुनर हाट में आने वाले लोग अन्नू कपूर, पंकज उधास, सुदेश भोसले, सुरेश वाडकर, साधना सरगम, अमित कुमार, शैलेंद्र सिंह, शब्बीर कुमार, महालक्ष्मी अय्यर, भूमि त्रिवेदी, कविता पौडवाल, दलेर मेहंदी, अल्ताफ राजा, रेखा राज, उपासना सिंह (कॉमेडी आर्टिस्ट), एहसान कुरैशी (कॉमेडी आर्टिस्ट), भूपिंदर सिंह भूप्पी, रानी इंद्राणी, मोहित खन्ना, प्रिया मलिक, जॉली मुखर्जी, प्रियाना मैत्रा, विवेक मिश्रा, दीपक राजा (कॉमेडी कलाकार), अदिति खांडेगल, अंकिता पाठक, सिद्धांत भोसले, राहुल जोशी, सुप्रिया जोशी, भूमिका मलिक, प्रेमा भाटिया, पॉश जेम्स और अन्य जैसे प्रसिद्ध कलाकारों के विभिन्न संगीत और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आनंद ले सकेंगे।26 अप्रैल को एक लेजर लाइट शो का आयोजन किया जाएगा और आगंतुक हाट में अन्नू कपूर द्वारा अंताक्षरी का आनंद भी ले सकते हैं।हुनर हाट में प्रवेश नि:शुल्क है।

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केन्द्र ने राज्यों व केंद्र शासित को 192.27 करोड़ टीके दिए

नईदिल्ली,16 अप्रैल (आरएनएस)। केंद्र सरकार देशभर में कोविड-19 टीकाकरण का दायरा विस्तृत करने और लोगों को टीके लगाने की गति को तेज करने के लिये प्रतिबद्ध है। कोविड-19 के टीके को सभी के लिए उपलब्ध कराने के लिए नया चरण 21 जून 2021 से शुरू किया गया था। टीकाकरण अभियान की रफ्तार को अधिक से अधिक टीके की उपलब्धता के जरिये बढ़ाया गया है।

इसके तहत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को टीके की उपलब्धता के बारे में पूर्व सूचना प्रदान की जाती है, ताकि वे बेहतर योजना के साथ टीके लगाने का बंदोबस्त कर सकें और टीके की आपूर्ति श्रृंखला को दुरुस्त किया जा सके।

देशव्यापी टीकाकरण अभियान के हिस्से के रूप में केंद्र सरकार राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क कोविड टीके प्रदान करके उन्हें पूर्ण सहयोग दे रही है। टीके की सर्व-उपलब्धता के नये चरण में, केंद्र सरकार टीका निर्माताओं से 75 प्रतिशत टीके खरीदकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को नि:शुल्क प्रदान करेगी।

केंद्र सरकार द्वारा अब तक नि:शुल्क और सीधे राज्य सरकार खरीद माध्यमों से टीके की लगभग 192.27 करोड़ खुराकें राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को उपलब्ध कराई गई हैं। अभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के पास कोविड-19 टीके की 20.60 करोड़ से अधिक अतिरिक्त और बिना इस्तेमाल हुई खुराकें उपलब्ध है, जिन्हें लगाया जाना है।

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सोनिया गांधी के आवास पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं की बैठक

नईदिल्ली,16 अप्रैल (आरएनएस)। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के आवास पर शनिवार को पार्टी के वरिष्ठ नेताओं की एक बैठक हो रही है। बैठक में कांग्रेस के संगठन महासचिव के.सी. वेणुगोपाल, वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी, मल्लिकार्जुन खडग़े और कुछ अन्य नेता उपस्थित हैं। सूत्रों ने बताया कि बैठक में कांग्रेस के प्रस्तावित ‘चिंतन शिवर, आगामी विधानसभा चुनावों की तैयारियों, सदस्यता अभियान और कुछ अन्य मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

बैठक में, चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर के कांग्रेस से जुडऩे के बारे में भी मंथन हो सकने की खबरें हैं। हालांकि, अभी पार्टी की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।

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कला प्रदर्शनी में सराही गई शिल्पी खरे

16.04.2022 –  कला प्रदर्शनी में सराही गई शिल्पी खरे. राज्य ललित कला अकादमी रीजनल सेंटर(लखनऊ) की आर्ट गैलरी में चित्रकला से जुड़ी संस्था ‘अर्टिस्टरी ऑफ वूमेन’ के द्वारा आयोजित ‘कला प्रदर्शनी’ का उद्घाटन मुख्य अतिथि लखनऊ की मेयर श्रीमती संयुक्ता भाटिया के द्वारा किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ लवकुश द्विवेदी ने की और विशिष्ट अतिथि देवेंद्र त्रिपाठी रहे। डॉ शारदा सिंह ने कलाकार ग्रुप का परिचय दिया और मेहमानों का स्वागत और भाषण का कार्यभार संभाला तथा डॉ निहारिका सिंह द्वारा धन्यवाद ज्ञापित किया।

डॉ शारदा सिंह और निहारिका सिंह के प्रयासों के कारण इस कार्यक्रम में देश व्यापी समूह में देश के विभिन्न स्थानों से भाग लेने आये कलाकारों में एकजुटता दिखाई दी। प्रत्येक माह में एक बार समूह की कार्यशाला का आयोजन किया जाता है जिसमें तैयार कृतियों को चित्रप्रदर्शनी में प्रदर्शित किया जाता है। इस कला प्रदर्शनी समूह में प्रोफेसर, छात्राएं, कलाकार, अध्यापक, गृहणी सभी एक साथ काम करते हैं।

इस कला प्रदर्शनी में लखनऊ से आई शिल्पी खरे के कार्य को सबों के द्वारा सराहा गया।इसमें शिल्पी खरे (लखनऊ) के अलावा निरुपमा टंक (भावनगर गुजरात), अमिता शर्मा, अमिता विश्वकर्मा, निहारिका सिंह, अन्नू चौहान, अनीता पांडे, अंकिता शर्मा, कमर आरा, कविता, कुसुम, डॉ शारदा सिंह, डॉ प्रोफेसर रेखा कक्कड़, डॉ जयश्री द्विवेदी, डॉ अनंता शांडिल्य, डॉ आभा, डॉ कुसुम, लता गुप्ता, डॉ रश्मि सक्सेना, नेहा कुमारी, प्रीति मलिक, प्रतिभा त्रिपाठी, प्रियंका जैसवाल, पूनम पटेल, मृदुला, ममता, मीनू सिंह, मोनाली, वनिता मिधा, मौसमी गुप्ता, शर्मिला शर्मा, शिवानी, शिवांगी गुप्ता, शुचिता त्रिपाठी और रिजु बर्णवाल आदि ने भी अपनी कला कृतियों का प्रदर्शन किया।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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भारत के पक्ष में झुका लिया अमेरिकी सरकार को

वेद प्रताप वैदिक – भारत के पक्ष में झुका लिया अमेरिकी सरकार को . यूक्रेन के बारे में भारत पर अमेरिका का दबाव बढ़ता ही चला जा रहा था और ऐसा लग रहा था कि हमारे रक्षा और विदेश मंत्रियों की इस वाशिंगटन-यात्रा के दौरान कुछ न कुछ अप्रिय प्रसंग उठ खड़े होंगे लेकिन हमारे दोनों मंत्रियों ने अमेरिकी सरकार को भारत के पक्ष में झुका लिया। इसका सबसे बड़ा प्रमाण वह संयुक्त विज्ञप्ति है, जिसमें यूक्रेन की दुर्दशा पर खुलकर बोला गया लेकिन रूस का नाम तक नहीं लिया गया।

उस विज्ञप्ति को आप ध्यान से पढ़ें तो आपको नहीं लगेगा कि यह भारत और अमेरिका की संयुक्त विज्ञप्ति है बल्कि यह भारत का एकल बयान है।भारत ने अमेरिका का अनुकरण करने की बजाय अमेरिका से भारत की हां में हां मिलवा ली। अमेरिका ने भी वे ही शब्द दोहराए, जो यूक्रेन के बारे में भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कहता रहा है। दोनों राष्ट्रों ने न तो रूस की भर्त्सना की और न ही रूस पर प्रतिबंधों की मांग की।

अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने यह मांग जरुर की कि दुनिया के सारे लोकतांत्रिक देशों को यूक्रेन के हमले की भर्त्सना करनी चाहिए। भारतीय विदेश मंत्री जयशंकर ने यूक्रेन की जनता की दी जा रही भारतीय सहायता का भी जिक्र किया और रूस के साथ अपने पारंपरिक संबंधों का भी! ब्लिंकन ने भारत-रूस संबंधों की गहराई को सार्वजनिक तौर पर स्वीकार भी किया।भारत प्रशांत-क्षेत्र में अमेरिकी चौगुटे के साथ अपने संबंध घनिष्ट बना रहा है।

इस यात्रा के दौरान दोनों मंत्रियों ने अंतरिक्ष में सहयोग के नए आयाम खोले, अब अमेरिकी जहाजों की मरम्मत का ठेका भी भारत को मिल गया है और अब भारत बहरीन में स्थित अमेरिकी सामुद्रिक कमांड का सदस्य भी बन गया है। इस यात्रा के दौरान अमेरिकी पक्ष ने भारत में मानव अधिकारों के हनन का सवाल भी उठाया। जयशंकर ने उसका भी करारा जवाब दिया। उन्होंने पूछा कि पहले बताइए कि आपके देश में ही मानव अधिकारों का क्या हाल है?

अमेरिका के काले और अल्पसंख्यक लोग जिस दरिद्रता और असमानता को बर्दाश्त करते रहते हैं, उसे जयशंकर ने बेहिचक रेखांकित कर दिया। जयशंकर का अभिप्राय था कि अमेरिका की नीति पर उपदेशकुशल बहुतेरेÓ की नीति है। जहां तक रूसी एस-400 प्रक्षेपास्त्रों की खरीद का सवाल है, उस विवादास्पद मुद्दे पर भी जयशंकर ने दो-टूक जवाब दिया। उन्होंने कहा कि यह पाबंदी का अमेरिकी कानून है।इसकी चिंता अमेरिका करे कि वह किसी खरीददार पर पाबंदिया लगाएगा या नहीं? यह हमारी चिंता का विषय नहीं है।

जयशंकर पहले अमेरिका में भारत के राजदूत रह चुके हैं। उन्हें उसकी विदेश नीति की बारीकियों का पता है। इसीलिए उन्होंने भारत का पक्ष प्रभावशाली ढंग से प्रस्तुत करने में कोई कोताही नहीं बरती।

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श्रीलंका में वित्तिय प्रबंधन में विफलता से स्थितियां विषम..

डॉ. सुधीर सक्सेना – श्रीलंका में वित्तिय प्रबंधन में विफलता के चलते स्थितियां सम से विषम हो गयी हैं। भयावह मुद्रास्फीति और अंधाधुंध कर्ज ने चौतरफा संकट खड़ा कर दिया है, फलत: श्रीलंका इन दिनों अंधे बोगदे में नजऱ आ रहा है…- शरत कोनगहगेशरत कोनगहगे श्रीलंका की जानी-मानी शख्सियत हैं, राजनीतिज्ञ, वकील, राजनयिक, मीडियाकर्मी और ख्यातिलब्ध सलाहकार। वे राष्ट्रपति और मंत्रालयों के सलाहकार रहे, सांसद रहे, रूपवाहिनीÓ के चेयरमैन रहे, जर्मनी और स्विट्जरलैंड में राजदूत और दक्षिण अफ्रीका में उच्चायुक्त रहे।

संप्रति वे दु:खी हैं। रूपये के अबाध अवमूल्यन और फोरेक्स-भंडार में अभूतपूर्व कमी ने जरूरी चीजों के अभाव की स्थिति उत्पन्न कर दी है। सड़कों पर बसों और गाडिय़ों के चक्के थम गये हैं। जिसों की कीमतें आसमान छू रही है।सुभाषिणी रत्नायका विश्वविद्यालय में शिक्षिका हैं। वे बताती हैं कि हालात बद से बदतर होते जा रहे हैं और जीवन कठिन से कठिनतर। राजधानी कोलंबो में स्थिति विकराल होते देख वे कोलंबो से सुदूर कैंडी चली गई हैं, जहां उनके पति का घर और खेती-बाड़ी है। बताती हैं कि हालात सर्वत्र चिंताजनक हैं। शहरों में 12 से 15 घंटे बिजली कटौती हो रही है। स्ट्रीट लाइटें गुल हैं। न तो सरकारी बिजली संस्थानों के पास ईंधन है और न ही निजी परिवहन कंपनियों के पास। कीमतों में आग लगी हुई है।

श्रीलंका अपने इतिहास के भयावहतम पॉवरकट से गुजर रहा है। सभी 20 विद्युतजोनों में बिजली कटौती का ऐलान किया गया है। दुकानों में दवाओं का अभाव है। हालात का अनुमान इससे लगाया जा सकता है कि अस्पतालों में भर्ती और ऑपरेशन प्रभावित हुए हैं। जीना इस कदर मुहाल है कि पूछिये मत। एक लिटर पेट्रोल की कीमत 254 रुपये है, जबकि एक लिटर दूध 263 रुपये में बिक रहा है। डबलरोटी के लिए डेढ़ सौ रुपये खर्च करने पड़ रहे हैं।

चीनी की कीमत 300 रुपये प्रति किलो तक पहुंच रही है। चावल 500 रुपये प्रति किलो है तो मिर्च 700 रुपये के पार। आलू 200 रुपये किलो है। करीब एक हजार बेकरियां बंद हो गई हैं। आप श्रीलंका में हैं तो यकीनन खुशकिस्मत कहे जायेंगे यदि आपको सौ रुपया खर्च कर एक प्याली चाय मिल जाये।अजित निशांत वरिष्ठ पत्रकार हैं। कोलंबो और दिल्ली में उनसे मुलाकातें हुईं। अब फोन पर बात हुई तो उन्होंने हादसे की पूर्वपीठिका समझाने की कोशिश की। यह स्थिति रातोंरात उत्पन्न नहीं हुई है। राजपक्षे सरकार ने स्थितियों से निपटने में कोताही बरती। हंबनटोटा का जिक्र न भी हो तो भी चीन व अन्य देशों से भारी ऋण लिया गया। परिणामत: फोरेक्स भंडार में 70 फीसद से अधिक गिरावट आई। अब श्रीलंका के पास मात्र 2.36 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा बची है, जबकि करीब तीन साल पहले विदेशी मुद्रा भंडार 7.5 बिलियन डॉलर था। अब उसके पास ब्याज और कर्ज को चुकाने के लिए पैसा नहीं है।

जरूरी चीजों का आयात करें तो कैसे करें?श्रीलंका सुंदर और सुरम्य द्वीप है, भारत का सदाशयी पड़ोसी। निर्गुट आंदोलन में भारत का साथी। इतना साफ-सुथरा कि आप विस्मय-विमुग्ध हो उठें। पुलिन (समुद्र तट) लुभाते हैं। रंग और स्वाद की उम्दा चाय के बागान और गरम मसालों की मह-मह खेती श्रीलंका का वैशिष्ट्य हैं। अपने प्रतापी राजवंशों, राजधर्म और संस्कृति के लिए श्रीलंका भारत का ऋणी है। दोनों देशों को समुद्र जोड़ता है। ऐसे श्रीलंका को लगता है कि किसी की नजर लग गयी है। अजित निशांत कहते हैं-परिस्थितियों के बिगडऩे में कोविड महामारी का भी बड़ा हाथ है। इसने खेती-बाड़ी और कारोबार तो प्रभावित किया ही, पर्यटन का भी सत्यानाश कर दिया। पर्यटन श्रीलंका में विदेशी मुद्रा की कमाई का बड़ा स्रोत था। इससे करीब 20 लाख लोग जुड़े थे और सालाना करीब 5 अरब डॉलर की आय होती थी। चिंतनीय स्थितियों का अंदाजा इससे लगा सकते हैं कि एजुकेशनल बोर्ड के पास कागज-स्याही नहीं है, लिहाजा उसने परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं।

अखबारों की छपाई भी बंद है।श्रीलंका की आबादी दो करोड़ 20 लाख के आसपास है। लंबे समय तक वह अशांत और गृहयुद्ध से ग्रस्त रहा है। इसमें शक नहीं कि गोतबाया राजपक्षे के सत्ता में आने के बाद अर्थव्यवस्था पटरी से उतरी है। यह भी निर्विवाद है कि यह राजपक्षे-परिवार के वर्चस्व का दौर है। राजनीति और व्यापार-वाणिज्य में परिवार की तूती बोलती है। भाई महिंदा प्रधानमंत्री हैं। एक अन्य भाई बासिल वित्तमंत्री और एक अन्य विपुल खेलमंत्री। इस राजवंश का प्रादुर्भाव और प्रभुत्व अलग कथा का विषय है, किन्तु दो-मत नहीं कि राजपक्षे परिवार सिंहली राष्ट्रवाद और राजपक्षे-परिवार की लौह-छवि तथा देश की समृद्धि के सब्जबाग के बूते सत्ता में आया है।

श्रीलंका में बरसों रहे एक राजनयिक ने बताया कि विक्रमसिंघे की तमिलों के प्रति नरम-नीति को बहुसंख्यक सिंहली जनता पसंद नहीं करती थी। इसी भावनात्मक ज्वार ने सत्ताच्युत राजपक्षे परिवार की एक बार फिर लॉटरी खोल दी। सन् 2019 में कोलंबो के सीरियल ब्लास्ट ने उनके समर्थन का ईंधन जुटाया। बहरहाल, श्रीलंका का रूपया आज अपने न्यूनतम स्तर पर है। आज एक डॉलर के लिए आपको वहां 318 रुपये चुकाने होंगे। भारत में यही विनिमय दर 76, पाकिस्तान में 182, मारीशस में 45 तथा नेपाल में 121 है।

श्रीलंका गत अप्रैल तक 32 अरब डॉलर का विदेशी ऋण ले चुका था। टेंट में रकम नहीं है, जबकि उसे जुलाई तक एक अरब और आगामी कुछ माह में 7 अरब डॉलर से अधिक की रकम चुकानी है। उसे 10 अरब डॉलर का सालाना व्यापारिक घाटा होने का अनुमान है। चीन से कर्ज की शर्तों और हंबनटोटा बंदरगाह के भविष्य को लेकर भी आशंकाओं का बाजार गर्म है।यह इन्हीं विषम परिस्थितियों का दुष्परिणाम है कि गुरूवार 31 मार्च की रात्रि को सैकड़ों लोगों की क्षुब्ध भीड़ ने मिरिहान की ओर रुख किया और राष्ट्रपति के निजी निवास को घेर लिया।

बेकाबू महंगाई और किल्लत से त्रस्त लोग राष्ट्रपति गोतेबाया राजपक्षे के इस्तीफे की मांग कर रहे थे। आंसू गैस और पानी की बौछारों के बाद पुलिस ने गोलियां दागीं और रात का कर्फ्यू लगा दिया। गोलीबारी में दस लोग आहत हुए। अजित निशांत के अनुसार प्रदर्शनों का यह सिलसिला अभी और गति पकड़ेगा।श्रीलंका का यह संकट अभूतपूर्व और भयावह है। इस विषम वेला में श्रीलंका को सबसे बड़ा आसरा भारत का है। और भारत ने भी हालात की नाजुकी और अपने ऐतिहासिक दायित्व को समझा है।

भारत के विदेशमंत्री एस. जयशंकर की ताजा कोलंबो यात्रा इसी की परिचायक है। भारत के लिए नेबरहुड फर्स्टÓ की नीति मायने रखती है। वक्त के तकाजे को बूझ भारत ने 1.5 अरब डॉलर की वित्तीय सहायता दी है, जबकि श्रीलंका ने एक अरब डॉलर और मांगे हैं। जहांतक इस सर्वग्रासी संकट से मुक्ति की बात है, इससे मुक्ति का कोई शॉर्ट कटÓ’नहीं है।

शरत कोनगहगे के ही शब्दों में समापन करें तो हर बोगदे की तरह इसका भी सिरा है और उस तक पहुंचने में समय लगेगा। प्रबंधन और नियोजन में सूझबूझ और धैर्य के बल पर श्रीलंका आहिस्ता-आहिस्ता इससे पार पा सकता है। हां, इस बीच उथलपुथल के दौरों से इंकार नहीं किया जा सकता।

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देश में अब तक एक सौ 86 करोड़ 38 लाख से अधिक कोविड टीके लगे

नईदिल्ली,16 अप्रैल (आरएनएस)। देश में अब तक एक सौ 86 करोड़ 38 लाख से अधिक कोविड टीके लगे. भारत का कोविड-19 टीकाकरण कवरेज अंतिम रिपोर्ट के अनुसार 186.38 करोड़ से अधिक हो गया। इस उपलब्धि को 2,26,92,477 टीकाकरण सत्रों के जरिये प्राप्त किया गया है।

12-14 आयु वर्ग के लिए कोविड-19 टीकाकरण 16 मार्च,2022 को प्रारंभ हुआ था। अब तक 2.40 करोड़ से अधिक किशोरों को कोविड-19 टीके की पहली खुराक लगाई गई है। समान रुप से 18-59 आयु वर्ग के लिये प्रीकॉशन खुराक 10 अप्रैल,2022 को प्रारंभ की गई। अब तक 1,10,212 प्रीकॉशन खुराक लगाई गई हैं। लगातार गिरावट दर्ज करते हुए भारत में सक्रिय मामले आज कम होकर 11,366 रह गए। सक्रिय मामले कुल मामलों के 0.03 प्रतिशत हैं।

नतीजतन, भारत में स्वस्थ होने की दर 98.76 प्रतिशत है।पिछले 24 घंटों में 796 रोगियों के ठीक होने के साथ ही स्वस्थ होने वाले मरीजों (महामारी की शुरुआत के बाद से) की कुल संख्या बढ़कर 4,25,07,834 हो गई है। बीते 24 घंटे में कोरोना के 975 नए मामले सामने आएं। पिछले 24 घंटों में कुल 3,00,918 जांच की गई हैं। भारत ने अब तक कुल 83.14 करोड़ से अधिक जांच की गई हैं।

साप्ताहिक और दैनिक पुष्टि वाले मामलों की दर में भी लगातार गिरावट दर्ज की गई है। देश में साप्ताहिक पुष्टि वाले मामलों की दर 0.26 प्रतिशत है और दैनिक रूप से पुष्टि वाले मामलों की दर भी 0.32 प्रतिशत है।

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आईईडी को सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर के राजौरी में नष्ट किया

जम्मू,16 अप्रैल (आरएनएस)। जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने शनिवार तड़के राजौरी-गुरदान सड़क के किनारे रखी गई एक आईईडी को नष्ट कर आतंकवादी हमले की साजिश नाकाम कर दी। पुलिस के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी।
प्रवक्ता के मुताबिक, राजौरी-गुरदान सड़क पर गुरदान चावा गांव में शुक्रवार रात कुछ संदिग्ध गतिविधियों की सूचना मिली थी, जिसके बाद पुलिस और सेना के जवानों के संयुक्त दलों ने इलाके की घेराबंदी कर तलाशी अभियान शुरू किया था। इस दौरान उन्हें सड़क किनारे रखी एक संदिग्ध वस्तु के बारे में पता चला।
प्रवक्ता ने बताया कि जांच करने पर यह वस्तु आईईडी निकली, जिसके बाद बम निरोधक दस्ते ने इसे अपने कब्जे में ले लिया और मानक संचालन प्रक्रिया के बाद नष्ट कर दिया।
प्रवक्ता के अनुसार, पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।

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