चर्चाओं के बीच : ज्योतिष व अंक शास्त्री नीलू कुमार

18.06.2022 –  परफेक्ट वूमन पत्रिका के द्वारा परफेक्ट एचिवर अवॉर्ड से सम्मानित किए जाने के बाद मुंबई मायानगरी में नीलू कुमार का नाम बतौर ज्योतिष व अंक शास्त्री तेजी से उभर कर सामने आया है। नीलू यूं तो बिहार की रहने वाली है मगर कई वर्षो से मुंबई में रह रही है और ज्योतिष व अंक शास्त्र के क्षेत्र में एक्टिव रहते हुए कुछ वर्षों से लोगों की कुंडली देखकर कुंडली के आधार पर उनका मार्गदर्शन कर रही हैं

इनके पूर्वानुमान एकदम सटीक पाए जा रहे हैं और यही वजह है कि यह एक परफेक्ट ज्योतिष और अंक शास्त्री के रूप में अपने प्रतिभा के बदौलत चर्चित हो गई हैं। कोरोना काल में नीलू ने लोगों की कुंडली देखकर मुफ्त में उनका मार्गदर्शन किया। नीलू सामने वाले का भूतकाल वर्तमान तो बताती है साथ ही उनका भविष्य उज्जवल हो उसके लिए कुछ सरल उपाय भी बताती है। यही कारण है कि कुछ ही समय में नीलू से मार्गदर्शन लेने वालों की लंबी लिस्ट बन गई है। जिनमें मध्यम वर्ग के लोगों के साथ बिल्डर, व्यवसायी, पत्रकार, फिल्म टीवी कलाकार भी शामिल है।

सीधी सरल हंसमुख नीलू ज्योतिष शास्त्र व अंक शास्त्र के विषय में पत्र-पत्रिकाओं में लिखती भी है इनका मानना है कि जिस तरह ज्योतिष शास्त्र हमारे जीवन से जुड़ा है वही अंकशास्त्र भी मायने रखता है मैंने बहुत सारे लोगों को नाम की स्पेलिंग बदलने की राय दी और उन सबको सकारात्मक परिणाम मिले।

नीलू ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई राजनेताओं व अभिनेताओं की कुंडली का भी अध्ययन किया है, नीलू बताती है कि सुपरस्टार बिग बी अमिताभ बच्चन को भी एक समय ग्रहों ने घेर लिया था तब उन्हें भी ग्रहों की चाल को समझना पड़ा था। यहां तक कि सलमान खान जैसे स्टार भी हमेशा अपना लकी ब्रेसलेट हमेशा पहने रखते हैं सलमान ने जो पहना है वह ओपेल है जो उनके भाग्य को बढ़ाता है। जहां तक मोदी जी की बात करें तो मोदी जी शिव के परम भक्त हैं.

वे उनकी सच्ची मन से पूजा करते हैं, उनकी जन्म कुंडली में शिव योग दर्शित है, शिव की कृपा से ही वे प्रधानमंत्री बने और अभी तक कायम है और मेरा पूर्वानुमान है कि वे 2024 में भी जरूर प्रधानमंत्री बनेंगे।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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‘अग्निपथ’ का मामला देशभर में बवाल के बीच सुप्रीम कोर्ट पहुंचा

नई दिल्ली 18 June (Rns): केंद्र सरकार की अग्निपथ स्कीम को लेकर देशभर में जारी युवाओं के हंगामे के बीच शनिवार को सुप्रीम कोर्ट में इससे संबंधित याचिका दाखिल की गई है। दिल्ली के वकील विशाल तिवारी ने याचिका दाखिल करते हुए स्कीम के विरोध में देशभर में हो रही हिंसा की जांच को लेकर एसआईटी का गठन करने की मांग की है।

साथ ही स्कीम की जांच के लिए सुप्रीमकोर्ट के पूर्व जज की अध्यक्षता में एक्सपर्ट कमेटी के गठन की भी मांग की गई है।याचिका में कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट केंद्र सरकार को आदेश दे कि वो हिंसा को लेकर एक स्टेटस रिपोर्ट कोर्ट में दाखिल करे। साथ ही राज्यों को आदेश दे कि पब्लिक प्रॉपर्टी को नुकसान पहुंचाने पर दोषियों से दावा वसूलने को लेकर दावा कमिश्नर नियुक्ति की जाए।

इसके अलावा अग्निपथ योजना के राष्ट्रीय सुरक्षा और सेना पर पड़ने वाले प्रभाव का आकलन भी एक्सपर्ट कमेटी से कराया जाए।बता दें कि केंद्र सरकार ने मंगलवार को थल सेना, नौसेना और वायुसेना में सैनिकों की भर्ती के लिए एक नई ‘अग्निपथ योजना’ का एलान किया है।

इसके तहत बढ़ते वेतन और पेंशन खर्च को कम करने के लिए संविदा के आधार पर अल्पकाल के लिए सैनिकों की भर्ती की जाएगी, जिन्हें ‘अग्निवीर’ कहा जाएगा। हालांकि, केंद्र की इस योजना ने युवाओं के आक्रोश को भड़का दिया है।

योजना के खिलाफ देशभर में प्रदर्शन जारी है। प्रदर्शन के बीच केंद्र ने योजना में बदलाव भी किए हैं। लेकिन युवा बहाली की पुरानी पद्धति को लागू करने की मांग पर अड़े हुए हैं।

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अग्निवीरों के लिए पुलिस बलों तथा असम राइफल्स में 10 प्रतिशत सीटें आरक्षित

नई दिल्ली 18 June (Rns) : अग्निपथ योजना के विरोध में उग्र आंदोलन कर रहे युवाओं को विश्वास में लेने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सरकार ने अग्निवीरों के लिए केंद्रीय पुलिस बलों और असम राइफल में 10 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का निर्णय लिया है।

इसके अलावा अग्निवीरों के पहले बैच को केंद्रीय पुलिस बलों और असम राइफल्स की भर्ती में अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की और बाद के बैचों को तीन वर्ष की छूट देने की भी घोषणा की है।

इससे पहले गृह मंत्रालय ने कहा था कि अग्निपथ योजना के तहत वर्ष 2022 की अग्निवीरों की भर्ती में उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में दो वर्ष की छूट दी जाएगी।

गृह मंत्री के कार्यालय की ओर से शनिवार को किए गए ट्वीट ने कहा गया,“गृह मंत्रालय ने केंद्रीय पुलिस बलों और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत चार साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।”

एक अन्य ट्वीट में कहा गया,“गृह मंत्रालय ने हिंदी पुलिस वालों और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट पांच वर्ष होगी।”

उल्लेखनीय है कि तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती के लिए सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की है जिसके तहत भर्ती किए जाने वाले अग्निवीरों का कार्यकाल केवल चार साल का होगा। देशभर में युवा इस योजना का विरोध करते हुए आंदोलन कर रहे हैं।

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ईशा तलवार बिकिनी पहनकर इंटरनेट का पारा हाई करती नजर आई 

18.06.2022 – वेब सीरीज मिर्जापुर 2 में माधुरी यादव के किरदार से सुर्खियां बटोरने वालीं ईशा तलवार अपने हुस्न का जमकर जलवा बिखेरती हैं. भले ही सीरीज में ईशा हमेशा सिंपल लुक में नजर आई थीं, लेकिन उनकी रियल लाइफ की तस्वीरें देखकर आपके होश उड़ जाएंगे.

ईशा तलवार सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं और अपनी एक से एक हॉट तस्वीरें शेयर करती रहती हैं, जिसे उनके फैंस बहुत पसंद करते हैं. उनकी हर एक अदा बहुत कातिलाना है और इसका सबूत उनका इंस्टाग्राम अकाउंट है.

ईशा तलवार कभी बिकिनी तो कभी मोनोकिनी में अपनी हॉटनेस से इंटरनेट का पारा हाई कर देती हैं. उनकी तस्वीरों को जमकर लाइक और शेयर किया जाता है.

तस्वीरों में ईशा तलवार ने अपने परफेक्ट फिगर को फ्लॉन्ट किया है. उनकी हर एक फोटो को लाखों में लाइक्स मिलते हैं. फैंस कमेंट सेक्शन में ईशा की तारीफ करते थकते नहीं है.

मिर्जापुर में ईशा तलवार ने मुन्ना त्रिपाठी यानी दिव्येंदु शर्मा की पत्नी माधुरी यादव का रोल निभाया था, जिसे बहुत पसंद किया गया. मालूम हो कि हाल ही में मिर्जापुर 3 का ऐलान किया गया है, जिसमें वह एक बार फिर नजर आएंगी.

वर्क फ्रंट की बात करें तो ईशा तलवार पिछली बार फिल्म शर्माजी नमकीन में नजर आई थीं, जिसमें उन्होंने दिवंगत एक्टर ऋषि कपूर के साथ काम किया था. इसके अलावा वह कई हिंदी फिल्मों में नजर आ चुकी हैं, जिसमें ट्यूबलाइट, कालाकांडी, आर्टिकल 15, गिन्नी वेड्स सनी; शामिल हैं. (एजेंसी)

टेलीविजन अभिनेत्री रूप दुर्गापाल ने टीवी से लिया ब्रेक

18.06.2022 – टेलीविजन अभिनेत्री रूप दुर्गापाल जो बालिका वधू में सांची की भूमिका और रंग प्यार के ऐसे भी में अपने कैमियो के लिए प्रसिद्ध हैं। अब अभिनेत्री टीवी से ब्रेंक लेकर थिएटर में अपनी रुचि साझा करना चाहती हैं। अभिनेत्री रूप दुर्गापाल कहती हैं, मैं काफी समय से थिएटर कर रही हूं।

मुझे लगता है कि एक अभिनेता के लिए, सभी माध्यमों में काम करना बहुत अच्छा है। मैं रंगशिला थिएटर से जुड़ी हुई हूं और इसने मुझे एक अभिनेता के रूप में खुद को तलाशने का मौका दिया है।

मुझे थिएटर का हिस्सा बनना पसंद है और यह मेरे जीवन के सबसे समृद्ध अनुभवों में से एक रहा है।

अभिनेत्री ओटीटी और फिल्मों जैसे माध्यमों की खोज करने की उम्मीद कर रही है।

अभिनेत्री कहती हैं, हालांकि मैं अब वेब

स्पेस और फिल्मों में अच्छे अवसरों की तलाश कर रही हूं, लेकिन मेरा इरादा किसी न किसी तरह से थिएटर से जुड़े रहने का है। (एजेंसी)

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बहुत अधिक पसीना आना हो सकता है इस बीमारी का संकेत

18.06.2022 – गर्मी के मौसम में पसीना निकलना आम बात है। पसीना निकला शरीर के लिए जरूरी गतिविधियों में से है। इससे शरीर की गंदगी बाहर निकल जाती है। और त्वचा पर नैच्यूरल ग्लों भी बना रहता है। इसके अलावा यह वजन, मूड और नींद को सकारात्मक रूप से प्रभावित करता है। लेकिन कुछ लोग ऐसे होते है जिन्हें बहुत ज्यादा पसीना आता है।

बिना किसी बीमारी, शारीरिक गतिविधि और गर्मी के पसीना आना सेहत के लिए अच्छा नहीं होता है। यह परेशानी तब होती है जब शरीर से पसीने को बाहर निकालने वाली ग्रंथियां ऑवर एक्टिव हो जाती हैं।

सामान्य से अधिक पसीना आना हाइपरहाइड्रोसिस के कारण हो सकता है। इस रोग से पीडि़त लोगों के पसीने की ग्रंथियां अधिक सक्रिय हो जाती हैं। इसी वजह से इन लोगों के हाथ और पैर में पसीना आने लगता है। हाइपरहाइड्रोसिस बीमारी दो तरह की होती है। प्राइमरी तो नहीं लेकिन सेकेंड्री हाइपरहाइड्रोसिस से पीडि़त मरीज कई बीमारियों की चपेट में आ सकता है। ये बीमारियां है शुगर का बढ़ जाना, लो ब्लड प्रेशर और हाइपर थायरॉइडिज्म।

के अनुसार हाइपरहाइड्रोसिस से लगभग 3 प्रतिशत आबादी ग्रसित है।

ज्यादा पसीना आने के ये दो कारण

पहला कारण

अगर बिना किसी बीमारी के ज्यादा पसीना निकलता है तो इसके पीछे इसे बाहर निकालने वाली ग्रंथियां जिम्मेदार होती है। ये जब ऑवर एक्टिव हो जाती हैं तो शरीर से सामान्य से ज्यादा पसीना निकलने लगता है।

दूसरा कारण

जब कोई व्यक्ति थायराइड ग्लैंड डिसऑर्डर, डायबिटीज, मेनोपॉज, बुखार, घबराहट और हार्ट संबंधित रोगों से ग्रसित होता है।
ज्यादा पसीना निकल रहा है तो खाने पर रखें कंट्रोल

* मसालेदार खाना और खट्टा कम खाएं या न खाएं।

*आहार में गर्म खाद्य पदार्थों को शामिल न करें।

*रोज 10 भिगोएं हुए किशमिश को खाली पेट खाएं।

*आहार में कसैले और मि_े स्वाद वाले खाद्य पदार्थों को ज्यादा खाएं।

इन पेय पदार्थ का करे सेवन

धनिया पानी

धनिया के बीजों को पीसकर रात भर पानी में भिगोकर रख दें। सुबह खाली पेट इसका सेवन करें।

खस पानी

पसीने की परेशानी ज्यादा गर्मियों में रहती है ऐसे में आप सादा पानी पीने की जगह खस का पानी पी सकते हैं। इसके लिए एक चम्मच खस के जड़ को 2 लीटर पानी में 20 मिनट के लिए भिगो दें। इसके बाद इसे छानकर इसका सेवन करें।
नींबू, नमक और पानी का करें सेवन

नींबू और नमक का मिश्रण इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस को बनाए रखने में मदद करता है। पसीने की वजह से शरीर में नमक की कमी हो जाती है। ऐसे में ठंडे पानी में नींबू और नमक मिलाकर पीने से अधिक पसीना निकलने की समस्या में आराम मिलेगा।
इन घरेलू उपचारों से कर सकते हैं दूर

सेब का सिरका

सेब के सिरका में एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है जो शारीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव को नियंत्रित करता है और रात को पसीना आने की समस्या से निजात दिलाता है।

विटामिन-ई

विटामिन-ई पसीना होने की समस्या से निजात दिलाने में मदद करता है। वेजिटेबल ऑयल और नट्स में विटामिन-ई होता है। विटामिन ई 35-40त्न तक हॉट फ्लैश और नाइट स्वेट को उत्तेजित करता है।

अलसी के बीज

अलसी में ओमेगा – फैटी एसिड और फाइबर होता है जो पसीना आने की समस्या से निजात दिलाता है। इसके अलावा यह पसीना को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को भी नियंत्रित करता है। अलसी के बीज में पाए जाने वाले तत्व शरीर में उन इंफेक्शन से लडऩे में मदद करता है जिसके कारण पसीना आने की समस्या कम होती है।

अश्वगंधा

अश्वगंधा सिर दर्द, तनाव और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली के लिए एक बेहतर उपचार होता है। इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-बैक्टीरियल गुण होता है जिसके कारण यह मेनोपॉज के लक्षणों को कम करता है जिससे पसीना आने की समस्या कम हो जाती है। ये शरीर में एस्ट्रोजेन के स्तर को कम करता है जिससे पसीन आने की परेशानी दूर हो जाती है।

टी बैग का करें इस्तेमाल

पसीना ज्यादा आने की वजह से शरीर में दुर्गंध पैदा हो जाती है। ऐसे में आप एक कटोरी में 4 से 5 टी बैग को डालें। इसके बाद इसमें अपने हाथ को कुछ देर के लिए डुबोए रखें। रोजाना ऐसा करने से आपके ज्यादा पसीने आने की समस्या खत्म हो जाएगी। इसके अलावा आपगर्मी के मौसम में कॉटन के कपड़े पहनें। ऐसा करने से भी आपको फायदा होगा। (एजेंसी)

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टिनिटस के प्रभाव को कम करने में मदद करते हैं ये योगासन

18.06.2022 – टिनिटस कान से जुड़ी एक बीमारी है, जिससे ग्रस्त व्यक्ति को कानों में सीटी या भिनभिनाने जैसी आवाज सुनाई देती है, जबकि ये आवाजें कहीं बाहर से नहीं आती। सुनने की क्षमता कम होने, कान में मैल का जमाव, कान में चोट या संक्रमण होने आदि के कारण टिनिटस हो सकता है। हालांकि, कुछ योगासनों का नियमित अभ्यास इसके प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। आइए आज ऐसे कुछ योगासनों के अभ्यास का तरीका जानते हैं।

गोमुखासन

सबसे पहले योगा मैट पर दंडासन की स्थिति में बैठकर अपने दाएं पैर को मोड़ें और इसे बाईं जांघ के ऊपर से ले जाते हुए बाएं नितंब के पास जमीन पर रख लें। इसी तरह अपने बाएं पैर को मोड़ते हुए दाईं जंघा के नीचे से दाए नितंब के पास जमीन पर रख लें। अब अपने दोनों हाथों को कोहनी से मोड़ते हुए उन्हें पीठ के पीछे आपस में पकडऩे का प्रयास करें। कुछ देर इसी अवस्था में बने रहें।

उष्ट्रासन

उष्ट्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट बिछाकर उस पर घुटनों के बल बैठ जाएं, फिर घुटनों के बल ही खड़े हो जाएं। अब सामान्य रूप से सांस लेते हुए पीछे की ओर झुकें और दाईं हथेली को दाईं एड़ी पर और बाईं हथेली को बाईं एड़ी पर रखने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम एक-दो मिनट रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं और कुछ मिनट विश्राम करें।

विपरीतकरणी आसन

विपरीतकरणी आसन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योगा मैट पर सीधे पीठ के बल लेट जाएं। अब अपने पैरों को धीरे-धीरे ऊपर की तरफ उठा कर 90 डिग्री का कोण बना लें। ध्यान रखें कि आपके तलवे ऊपर की ओर होने चाहिए। इसके बाद अपने नितंब को ऊपर उठाने की कोशिश करें। इस मुद्रा में कम से कम दो-तीन मिनट तक रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य हो जाएं। इसके बाद दोबारा इस योगासन का अभ्यास करें।

मत्स्यासन

मत्स्यासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले योग मैट पर पद्मासन की मुद्रा में बैठ जाएं। अब अपनी पीठ की दिशा में झुकें और अपने सिर को जमीन से सटाने की कोशिश करें। इसके बाद अपने पैरों की उंगलियों को पकड़ें और जितना संभव हो सके उतनी देर इसी मुद्रा में रूकने की कोशिश करें। कुछ मिनट तक ऐसे ही रहने के बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं। (एजेंसी)

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ईडी की कार्रवाई पर विपक्ष चुप

सोनिया और राहुल गांधी के खिलाफ चल रही प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कांग्रेस अकेले लड़ रही है। लगभग सभी विपक्षी पार्टियों ने इस पर चुप्पी साधी है। यहां तक कि कांग्रेस की सहयोगी और यूपीए में शामिल पार्टियां भी इस पर कुछ नहीं बोल रही हैं। आमतौर पर केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई के खिलाफ विपक्षी पार्टियां स्टैंड लेती हैं। एक-दूसरे का साथ देती हैं।

लेकिन इस बार कोई कांग्रेस का साथ नहीं दे रहा है। इक्का-दुक्का नेताओं के छिटपुट बयान के अलावा कांग्रेस को कोई खास समर्थन नहीं मिला है। ध्यान रहे पिछले दिनों राजद नेता लालू प्रसाद और उनके परिवार के यहां सीबीआई का छापा पड़ा तो कांग्रेस ने इसका विरोध किया था और केंद्र सरकार पर आरोप लगाए थे। लेकिन राहुल गांधी से हो रही पूछताछ में लालू का परिवार चुप है। खुद लालू ने भी कोई बयान नहीं दिया है।
ध्यान रहे लगभग सभी विपक्षी पार्टियां केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का सामना कर रही हैं। ममता बनर्जी से लेकर शरद पवार और हेमंत सोरेन से लेकर लालू प्रसाद और अखिलेश यादव से लेकर एमके स्टालिन तक सबकी परिवार के सदस्यों और पार्टी के नेताओं पर केंद्रीय एजेंसियों का शिकंजा है। तभी सवाल है कि क्या डर के मारे पार्टियां चुप हैं या कोई राजनीतिक कारण हैं?

संभव है कि इसी बहाने विपक्षी पार्टियों को लग रहा है कि कांग्रेस परेशान है तो वे अपनी राजनीति कर सकते हैं। यह भी कहा जा रहा है कि कांग्रेस ने भी विपक्षी पार्टियों को साथ लेने या इस पर साझा आंदोलन के लिए प्रयास नहीं किया। सारे विपक्षी नेता ममता बनर्जी की बुलाई बैठक में शामिल होने के लिए मंगलवार को ही दिल्ली पहुंच गए थे लेकिन किसी ने राहुल से मिल कर उनका समर्थन करने की जरूरत नहीं समझी।

राहुल से पूछताछ के तीसरे दिन अखिलेश यादव ने जरूर छायावादी अंदाज में एक टिप्पणी की, जिसमें उन्होंने किसी का नाम नहीं लिखा लेकिन कहा कि विपक्ष को केंद्रीय एजेंसियों की कार्रवाई का सामना करने के लिए तैयार रहना चाहिए।

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आज का राशिफल

18.06.2022 – मेष: ख्याली पुलाव पकाने में वक्त ज़ाया न करें। सार्थक कामों में लगाने के लिए अपनी ऊर्जा बचाकर रखें। प्राप्त हुआ धन आपकी उम्मीद के मुताबिक नहीं होगा। अपने सामाजिक जीवन को दरकिनार न करें। थोड़ा-सा समय निकालकर परिवार के साथ किसी आयोजन में शिरकत करें।

वृष: आज आपकी सेहत पूरी तरह अच्छी रहेगी। सोच समझकर पैसा निवेश करने की जरूरत है। आज का दिन ख़ुशियों से भरा रहेगा, क्योंकि आपका जीवनसाथी आपको ख़ुशी देने का हर प्रयास करेगा। आपका प्रिय आज रोमांटिक मूड में होगा।

मिथुन: आपका हंसमुख स्वभाव दूसरों को खुश रखेगा। आज आप अपने घर के सदस्यों को कहीं घुमाने ले जा सकते हैं। नए प्रेम संबंधों के बनने की संभावना ठोस है, लेकिन व्यक्तिगत और गोपनीय जानकारियों को उजागर करने से बचें। विरोधी आपकी आँखों के सामने ही नीचे को खिसकेंगे।
कर्क: अध्यात्म की सहायता लेने का सही समय है, क्योंकि मानसिक तनाव को मार भगाने के लिए यह सबसे बेहतरीन विकल्प है। ध्यान और योग आपकी मानसिक मज़बूती को बढ़ाने में कारगर रहेंगे। आप पैसा बना सकते हैं, बशर्ते आप अपनी जमा-पूंजी पारंपरिक तौर पर निवेश करें।

सिंह: किसी झगड़ालू इनसान से वाद-विवाद आपका मूड खऱाब कर सकता है। समझदारी से काम लें और अगर संभव हो तो इससे बचें, क्योंकि किसी भी तरह का विवाद आपके लिए मददगार नहीं रहेगा। आज के दिन आप धन से जुड़ी समस्या के कारण परेशान रह सकते हैं।

कन्या: चौकन्ने रहें, क्योंकि कोई आपको बलि का बकरा बना सकता है। तनाव और चिंता में इजाफ़ा मुमकिन है। पैसा अचानक आपके पास आएगा, जो आपके खर्च और बिल आदि को संभाल लेगा। परिवार के साथ सामाजिक गतिविधियां सभी को ख़ुश रखेंगी। आपके लिए अपने प्रिय से दूर रहना बहुत मुश्किल होगा।

तुला: काम का बोझ आज कुछ तनाव और खीज की वजह बन सकता है। तंग आर्थिक हालात के चलते कोई अहम काम बीच में अटक सकता है। ख्याली परेशानियों को छोड़ें और अपने साथी के साथ रोमांटिक समय बिताएं। कार्यक्षेत्र में आप ख़ुद को ख़ास महसूस करेंगे। जीवन का आनंद लेने के लिए आपको अपने दोस्तों को भी समय देना चाहिए।

वृश्चिक: सेहत के नजरिए से यह वक्त थोड़ा ठीक नहीं है, इसलिए जो आप खाएं उसके प्रति सावधान रहें। आज किसी विपरीत लिंगी की मदद से आपको करोबार या नौकरी में आर्थिक लाभ होने की संभावना है। बेहतर कामकाज के चलते तारीफ़ मिल सकती है।

धनु: अगर मुमकिन हो, तो लंबे सफऱ पर जाने से बचें, क्योंकि लंबी यात्राओं के लिए अभी आप कमज़ोर हैं। आर्थिक तौर पर सुधार के चलते आप आसानी से काफ़ी वक्त से लंबित बिल और उधार चुका सकेंगे। एक प्यारी-सी मुस्कुराहट से अपने प्रेमी का दिन रोशन करें।

मकर: मज़बूती और निडरता का गुण आपकी मानसिक क्षमताओं में इज़ाफ़ा करेगा। किसी भी तरह के हालात को क़ाबू में रखने के लिए इस रफ़्तार को बरकऱार रखिए। बच्चे आपको अपनी उपलब्धियों से गर्व का अनुभव कराएंगे। आपको अपनी तरफ़ से बेहतर तरीके से बर्ताव करने की ज़रूरत है।

कुंभ: सेहत की तरफ़ ज़्यादा ग़ौर करने की ज़रूरत है। अतिरिक्त आय के लिए अपने सृजनात्मक विचारों का सहारा लें। परिवार के सदस्यों के साथ कुछ आराम के पल बिताएं। महत्त्वपूर्ण व्यापारिक सौदे करते समय दूसरों के दबाव में न आएं।
मीन: अपना धैर्य न खोएं, ख़ास तौर पर मुश्किल हालात में। अपने ख़र्चों पर क़ाबू रखें और आज हाथ खोलकर व्यय करने से बचें। अपने प्रिय को आज निराश न करें, क्योंकि ऐसा करने की वजह से बाद में आपको पछताना पड़ सकता है।

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अभिनेता  प्रत्युष मिश्रा को मिला ‘यंग अचीवर्स अवार्ड’

17.06.2022 – अभिनेता  प्रत्युष मिश्रा को मिला ‘यंग अचीवर्स अवार्ड’. मुंबई की बहुचर्चित प्रकाशन समुह ‘गऊ भारत भारती’ द्वारा आयोजित यंग एचीवर अवार्डस समारोह पिछले  अँधेरी के रहेजा क्लासिक क्लब में संपन्न हुआ। प्रकाशन समूह के संचालक संजय अमान के द्वारा आयोजित इस समारोह में बहुत से युवा प्रतिभाओं को यंग अचीवर्स अवार्डस दे कर सम्मानित किया गया।

‘गऊ भारत भारती’ प्रकाशन समूह के द्वारा प्रतिवर्ष विभिन्न क्षेत्रों में क्रियाशील युवा प्रतिभाओं को ‘यंग अचीवर्स अवार्ड’ दे कर सम्मानित किया जाता है। इसी क्रम में सिनेमा जगत और संगीत जगत से जुड़े नवोदित सिने अभिनेता  प्रत्युष मिश्रा को वर्ष 2022 का ‘गऊ भारत भारती’ यंग एचीवर अवार्डस दे कर सम्मानित किया गया।

यह सम्मान प्रधानमंत्री आत्मनिर्भर भारत अभियान के कार्यकारी अध्यक्ष रामकुमार पाल के हाथों प्रदान किया गया। इस अवसर पर भाजपा सचिव आर यू सिंह , ज्ञानमूर्ति शर्मा , डॉ खालिद शेख , राजश्री तुडेयेकर , आदि लोग मंच पर मौजूद रहे। उत्तर प्रदेश की धरती से जुड़े प्रत्युष मिश्रा प्रयागराज  के रहने वाले हैं, बॉलीवुड में कड़ी मेहनत और संघर्ष के बाद आज वह किसी परिचय के मोहताज़ नहीं है।

नवोदित अभिनेता  प्रत्युष मिश्रा को ‘यंग अचीवर्स अवार्ड’ उनकी आने वाली फिल्म ‘प्रेम हिंदुस्तानी’ के लिए दिया गया इस फिल्म की निर्मात्री समिता पांडेय उर्फ़ रिशिता हैं। उनकी दूसरी फिल्म ‘भाभी माँ’ है जो अभी से भोजपुरी फिल्म जगत में चर्चा का विषय बना हुआ है। ‘कृष्णा की मेहँदी’ भी उनकी आने वाली फिल्मों में से एक है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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अभिनेत्री वेदिका एक्शन एंटरटेनर गजाना में मुख्य भूमिका निभाएंगी 

18.06.2022 – अभिनेत्री वेदिका निर्देशक प्रबदीश सामज की आगामी एक्शन एंटरटेनर फिल्म गजाना में मुख्य भूमिका निभाएंगी। यूनिट के करीबी सूत्रों का कहना है कि फिल्म का शीर्षक, जो अब तक वीरपन्निन गजाना था, अब बदलकर सिर्फ गजाना कर दिया गया है।

दिलचस्प बात यह है कि मुख्य भूमिका निभाने वाली वेदिका फिल्म में एक्शन स्टंट करती नजर आएंगी, जिसकी कहानी खजाने की खोज की तर्ज पर होगी।

वेदिका के अलावा, फिल्म में इनिको प्रभाकर, चांदिनी, योगी बाबू, प्रताप पोथेन, मोत्तई राजेंद्रन और वेलु प्रभाकरन भी शामिल होंगे।
फिल्म के लिए छायांकन गोपी द्वारा किया जाएगा, जबकि संगीत आर.जे. विक्रम. सेनगोवी ने इस फिल्म के संवाद लिखे हैं, जिसे दीपक संपादित कर रहे हैं।

एक्शन एंटरटेनर का निर्माण फोर स्चयर स्टूडियो द्वारा किया जा रहा है। (एजेंसी)

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मॉडल कमल चीमा सपनों को पूरा करने मुंबई पहुंची

18.06.2022 – मॉडल कमल चीमा सपनों को पूरा करने मुंबई पहुंची. हाल ही में परफैक्ट अचीवर्स अवार्ड जीतने वाली पंजाबी लिरिसिस्ट, म्यूजिशियन और मॉडल कमल चीमा की हुस्न की खूबसूरती का जवाब नहीं। सिंगिंग उनका टैलेंट है, तो फैशन की दुनिया में खूबसूरती उनकी पहचान। नए जमाने से कदम से कदम मिलाकर चलने वाली और चंडीगढ़ की रहने वाली यह भारतीय सुंदरी एक मॉडल और एक महत्वाकांक्षी अभिनेत्री के रूप में अपने जीवन के सभी सपनों को पूरा करने के लिए मुंबई में रहती है।

साथ ही सोशल मीडिया के जरिये भी सुर्खियों में रहती हैं। कमल चीमा अब तक अपने करियर में कई म्यूजिक वीडियो में काम कर चुकी हैं। उन्हें अमृत बराड़ के पंजाबी संगीत एल्बम, कुडिय़ां में भी दिखाया गया था। कमल चीमा ने वर्ष 2019 में थाईलैंड, बैंकॉक में अंतर्राष्ट्रीय सुपरमॉडल सौंदर्य प्रतियोगिता जीती।

इसने उन्हें उद्योग में आगे बढ़ाया, जहां उन्हें कई सौंदर्य प्रतियोगिताओं और युवा सहायक शो और पुरस्कारों के लिए जज के रूप में भी आमंत्रित किया गया था। युवा और खूबसूरत मॉडल ने मॉडल व्यू और मॉडल क्राफ्ट जैसी पत्रिकाओं और कई अन्य मीडिया और साइटों पर छापा है। आपको बता दें कि कमल चीमा बेहद प्रतिभशाली और डेडिकेटेड कलाकार हैं।

इसका अलावा वे सोशल मीडिया पर भी खूब एक्टिव रहती हैं। यही वजह है कि वे अपनी हर एक्टिविटी को अपने इंस्टाग्राम अकाउंट से शेयर करती नजऱ आती हैं। कमल बला की खूबसूरत भी हैं। यह आप उनके सोशल अकाउंट पर बखूबी देख सकते हैं। कमल चीमा को इंस्टाग्राम पर सिफऱ् 132 के से अधिक लोग फॉलो करते हैं।

इतना ही नहीं उनके हर पोस्ट को लोग खूब लाइक और शेयर भी करते हैं। उनके फैन्स को उनके हर एक पोस्ट का बेसब्री से इंतज़ार होता है। ये कमल चीमा भी बखूबी समझती हैं और उन्हें कभी निराश नहीं करती हैं। अक्सर अपनी गतिविधियों से इंस्टाग्राम पर अपडेट रहती हैं। दूसरे सेलिब्रिटी की तरह वे भी सोशल मीडिया फ्रीक हैं। तभी सोशल मीडिया में उनका जलवा भी खूब देखने को मिलता है। (एजेंसी)

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कई तरह के फेस हाइलाइटर बाजार में मौजूद हैं,जानिए किसका चयन करना सही

17.06.2022 – फेस हाइलाइटर चेहरे के बेस्ट फीचर्स को हाइलाइट करने और उसकी कुछ कमियों को छिपाने में मदद करता है। यही कारण है कि सिर्फ प्रोफेशनल्स ही नहीं बल्कि आम लड़कियां भी अपनी मेकअप किट में हाईलाइटर को जगह देती हैं। वैसे बाजार में पांच तरह के फेस हाइलाइटर मौजूद हैं और अगर आपको नहीं पता कि इनमें से किसका चयन करना चाहिए तो परेशान न होइए। आइए आज हम आपको इन पांच हाइलाइटर्स की विशेषताएं बताते हैं।

स्ट्रॉबिंग क्रीम

अगर आप चाहते हैं कि आपकी त्वचा प्राकृतिक रूप से चमके तो आपके लिए स्ट्रॉबिंग क्रीम का इस्तेमाल करना एकदम सही है। यह एक प्रकार का चमकीला मॉइश्चराइजर या प्राइमर हता है, जो आपके चेहरे को विशेष हिस्सों को हाइलाइट करने में मदद कर सकता है। आप चाहें तो चेहरे पर फाउंडेशन लगाने से पहले भी स्ट्रॉबिंग क्रीम लगा सकते हैं या इसे अपने फाउंडेशन के साथ मिला सकते हैं।

स्टिक हाइलाइटर

एक स्टिक हाइलाइटर मोटे क्रेयॉन की तरह ठोस होता है, जो मेकअप बिगनर्स के इस्तेमाल के लिए सही माना जाता है क्योंकि इनका इस्तेमाल करना काफी आसान होता है। आप चाहें तो इसे सीधा अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। स्टिक हाइलाइटर आमतौर पर पैराफिन या बीजवैक्स से तैयार किए जाते हैं। आप इस हाइलाइटर का इस्तेमाल आईलिड पर भी कर सकते हैं। हालांकि, हाइलाइटर को चेहरे पर अच्छे से ब्लेंड करने के लिए अपनी उंगलियों का इस्तेमाल जरूर करें।

लिक्विड हाइलाइटर

अगर आप किसी अवसर के लिए हैवी मेकअप करने वाले हैं तो उस दौरान लिक्विड हाइलाइटर का इस्तेमाल करें। यह हाइलाइट कांच या प्लास्टिक की बोतल में ड्रॉपर के साथ आता है। इसके अतिरिक्त, इसमें ऐसे तेल मौजूद होते हैं, जो आसानी से आपकी त्वचा में समा जाते हैं। रूखे प्रकार की त्वचा के लिए यह बेस्ट ऑप्शन है। अपने लिक्विड हाइलाइटर को अपने फाउंडेशन के साथ मिलाएं और परफेक्ट ग्लो के लिए इसे अपनी त्वचा पर लगाएं।

पाउडर हाइलाइटर

अगर आपकी त्वचा तैलीय प्रकार की है तो आपके लिए पाउडर हाइलाइटर का इस्तेमाल करना अच्छा है। वहीं, रूखे प्रकार की त्वचा वाले लोग उचित मॉइश्चराइजेशन के बाद इसका इस्तेमाल कर सकते हैं ताकि त्वचा पर रूखे पैच न पड़े। पाउडर हाइलाइटर शिमरी पाउडर होता है, जो कॉम्पैक्ट पाउडर की तरह दिखता है। पूरा मेकअप करने के बाद पाउडर हाइलाइटर को ब्रश से लगाएं। आप इसे अपनी आंखों के अंदरूनी कोनों पर भी लगा सकते हैं।

ब्रिक हाइलाइटर

ब्रिक हाइलाइटर सभी प्रकार की त्वचा के लिए एकदम सही है। यह हाइलाइटर भी पाउडर आधारित होता है, जिसमें छोटे-छोटे चमकीले कण होते हैं और प्रत्येक रंग के लिए अलग-अलग पंक्तियां होती हैं। आप अपने कस्टम हाइलाइटर रंग बनाने के लिए अलग-अलग रंगों को एक साथ मिला सकते हैं या इसे अलग से एक ब्रोंजर या ब्लश के रूप में इस्तेमाल कर सकते हैं। आप चाहें तो इसे बतौर आईशैडो भी इस्तेमाल कर सकते हैं। (एजेंसी)

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ये पांच तरह के पौधे घर को प्राकृतिक रूप से महकाने में मदद कर सकते हैं

17.06.2022 – ये पांच तरह के पौधे घर को प्राकृतिक रूप से महकाने में मदद कर सकते हैं. घर को महकाने के लिए लोग तरह-तरह के रूम फ्रेशनर का इस्तेमाल करते हैं, लेकिन ये काफी महंगे होते हैं और इनकी आर्टिफीशियल खुशबू स्वास्थ्य को भी नुकसान पहुंचा सकती है, इसलिए इनके इस्तेमाल से बचें। आप चाहें तो खूशबूदार पौधे लगाकर अपने घर को प्राकृतिक रूप से महका सकते हैं। आइए आज हम आपको पांच ऐसे पौधों के बारे में बताते हैं, जो घर की सुंदरता में इजाफा करने के समेत खूशबू फैलाने में भी मदद कर सकते हैं।

पैशन फ्लावर्स का पौधा

यह पौधा न सिर्फ आपके घर को एक हल्की सुगंध से भर देता है बल्कि इसके फूल भी घर की खूबसूरती को बढ़ा देते हैं। रूम फ्रेशनर के लिए एक आदर्श प्राकृतिक विकल्प इस पौधे के फूल गर्मियों में खिलना शुरू करते हैं और सर्दियों तक ठीक रहते हैं। इस पौधे को आप घर के अंदर और बाहर दोनों तरफ लगा सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि यह पौधा अतिरिक्त देखभाल की मांग करता है।

गार्डेनिया का पौधा

गार्डेनिया एक विदेशी पौधा है, जिसकी खूशबू आपके घर को महकाने के साथ-साथ अरोमाथेरेपी का काम करके आपको तनाव, चिंता आदि से छुटाकारा दिला सकती है। तेज खुशबू वाला यह सफेद रंग के फूल से भरा पौधा दिमाग को शांत रखने में मदद करता है, जिससे आपको सुकून की नींद आराम से मिल सकती है। अगर आप इस पौधे को बैडरूम में रखते हैं तो यह आपके कमरे को महकाने लगेगा, जिसके जरिए आपको कई तरह स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे।

चमेली का पौधा

चमेली पौधा अपनी खुशबू और सुंदर सफेद रंग के फूलों के लिए जाना जाता है। यह एक बारहमासी पौधा है क्योंकि इसके फूल पूरे साल खिलते हैं। इस पौधे को हल्की धूप वाली जगह पर रखना सुरक्षित है। वहीं, इसके गमले में पर्याप्त मात्रा में पानी जरूर डालें। आपको गर्मियों के दौरान इस पौधे में ज्यादा पानी डालना पड़ सकता है। जब भी इसके गमले की मिट्टी एक इंच तक सूखी लगे, तब इसे पानी दें।

लैवेंडर का पौधा

लैवेंडर का पौधा भी आपके घर को प्राकृतिक रूप से महका सकता है। वहीं, इसका इस्तेमाल भी अरोमाथेरेपी के लिए किया जाता है। इससे हमारा मतलब है कि इस पौधे की सुगंध दिमाग को सुकून देने में सहायक मानी जाती है। इस पौधे को भी ज्यादा केयर की जरुरत नहीं होती है। बस इसको खुली जगह पर रखकर इसमें तीन-चार दिन में एक बार पानी डालना होता है। हालांकि, ध्यान रखें कि इस पर धूप पडऩा भी जरूरी है।

लेमनग्रास का पौधा

लेमनग्रास भी एक सुगंधित पौधा है, जिसकी पत्तियां ही आपके घर को प्राकृतिक रूप से महकाने का काम कर सकती हैं। वहीं, इस पौधे की पत्तियों का इस्तेमाल आप चाय के लिए कर सकते हैं क्योंकि इसके सेवन से ताजगी महसूस होती है। यह एक ऐसा रिफ्रेशिंग पौधा है, जिसको आप घर में किसी मिट्टी के गमले में आसानी से लगा सकते हैं, लेकिन ध्यान रखें कि यह पौधा अतिरिक्त देखभाल की मांग करता है। (एजेंसी)

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क्या यह समाधान है?

क्या यह समाधान है? यूक्रेन युद्ध के बाद बने हालात में तीन दशक पहले आई वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था डावांडोल हो गई है। इससे सिर्फ वे देश उबर पाएंगे, जो ताजा हालात में नया सोचने का जज्बा दिखाएंगे। बाकी उपाय महरम पट्टी हैं, जिनसे समस्या दूर नहीं होगी।

भारतीय रिजर्व बैंक ने ब्याज दर में अपेक्षा से अधिक बढ़ोतरी की है। अगर पिछले महीने अचानक की गई बढ़ोतरी को भी ध्यान में रखें, तो आरबीआई ब्याज दर को दो महीनों के अंदर 90 आधार अंक- यानी लगभग एक फीसदी- बढ़ा चुका है। बैंक के सामने दो चुनौतियां हैं- बढ़ती महंगाई और देश से विदेशी पूंजी के हो रहे पलायन को रोकने की। तो यही दो कसौटियां हैं, जिन पर मौद्रिक नीति में लाए गए बदलाव की सफलता या नाकामी को परखा जाएगा।

ताजा बढ़ोतरी के बावजूद रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष में मुद्रास्फीति दर 6.7 प्रतिशत रहने का अनुमान लगाया है। स्पष्टत: यह बैंक और भारत सरकार के तय लक्ष्य से काफी ऊंचा है। तो ब्याज दर बढऩे से तुरंत महंगाई काबू में आएगी, इसकी उम्मीद रिजर्व बैंक को भी नहीं है। दूसरी तरफ पूंजी का पलायन अमेरिका में ब्याज दर बढऩे से हो रहा है। वहां हो रही बढ़ोतरी से रिजर्व बैंक की बढ़ोतरियां मुकालबा कर पाएंगी, ये आस जोडऩा किसी नजरिए से यथार्थवादी नहीं होगा।

दूसरी तरफ ब्याज दर बढऩे का असर उन कारोबारियों/ लोगों पर पड़ेगा, जिन्होंने आसान मौद्रिक नीति के दौर में उदारता से कर्ज लिया। अब चाहे वो कर्ज उद्यम लगाने के लिए लिया गया हो, या मकान या कार खरीदने के लिए- उन पर चुकाई जाने वाली किस्तें बढ़ जाएंगी। महंगाई और अधिक किस्त चुकाने के दबाव में उनका उपभोग खर्च घटेगा, ये अनुमान सहज लगाया जा सकता है। तो पहले से ही कम मांग की समस्या से जूझ रहे बाजार पर यह एक और मार होगी।

फायदा सिर्फ उन लोगों को होगा, जिन्होंने फिक्स्ड डिपोजिट जैसी योजनाओं में निवेश कर रखा है। बहरहाल, यह कहा जा सकता है कि आरबीआई ने जो कदम उठाए हैं, उनके अलावा उसके पास कोई और विकल्प भी नहीं है। विकल्प अगर किसी के पास हो सकता है, तो वह सरकार है। अर्थशास्त्री मानते हैं कि कोरोना महामारी और खास कर यूक्रेन युद्ध के बाद तीन दशक पहले आई वैश्वीकृत अर्थव्यवस्था डावांडोल हो गई है। इससे सिर्फ वे देश उबर पाएंगे, जो ताजा हालात में नया सोचने का जज्बा दिखाएंगे। बाकी उपाय महरम पट्टी हैं, जिनसे समस्या दूर नहीं होगी।

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हिंदी के लिए खुला विश्व-द्वार

वेद प्रताप वैदिक – हिंदी के लिए खुला विश्व-द्वार. संयुक्तराष्ट्र संघ में अभी भी दुनिया की सिर्फ छह भाषाएं आधिकारिक रूप से मान्य हैं। अंग्रेजी, फ्रांसीसी, चीनी, रूसी, हिस्पानी और अरबी! इन सभी छह भाषाओं में से एक भी भाषा ऐसी नहीं है, जो बोलने वालों की संख्या, लिपि, व्याकरण, उच्चारण और शब्द-संख्या की दृष्टि से हिंदी का मुकाबला कर सकती हो। इस विषय की विस्तृत व्याख्या मेरी पुस्तक ‘हिंदी कैसे बने विश्वभाषा?’ में मैंने की है। यहां तो मैं इतना ही बताना चाहता हूं कि हिंदी के साथ भारत में ही नहीं, विश्व मंचों पर भी घनघोर अन्याय हो रहा है लेकिन हल्की-सी खुशखबर अभी-अभी आई है।

संयुक्तराष्ट्र संघ की महासभा ने अपने सभी ‘जरुरी कामकाज’ में अब उक्त छह आधिकारिक भाषाओं के साथ हिंदी, उर्दू और बांग्ला के प्रयोग को भी स्वीकार कर लिया है। ये तीन भाषाएं भारतीय भाषाएं हैं, हालांकि पाकिस्तान और बांग्लादेश को विशेष प्रसन्नता होनी चाहिए, क्योंकि बांग्ला और उर्दू उनकी राष्ट्रभाषाएं हैं। यह खबर अच्छी है लेकिन अभी तक यह पता नहीं चला है कि संयुक्तराष्ट्र के किन-किन कामों को ‘जरुरी’ मानकर उनमें इन तीनों भाषाओं का प्रयोग होगा।

क्या उसके सभी मंचों पर होनेवा ले भाषणों, उसकी रपटों, सभी प्रस्तावों, सभी दस्तावेजों, सभी कार्रवाइयों आदि का अनुवाद इन तीनों भाषाओं में होगा? क्या इन तीनों भाषाओं में भाषण देने और दस्तावेज़ पेश करने की अनुमति होगी? ऐसा होना मुझे मुश्किल लग रहा है लेकिन धीरे-धीरे वह दिन आ ही जाएगा जबकि हिंदी संयुक्तराष्ट्र की सातवीं आधिकारिक भाषा बन जाएगी। हिंदी के साथ मुश्किल यह है कि वह अपने घर में ही नौकरानी बनी हुई है तो उसे न्यूयार्क में महारानी कौन बनाएगा?

हम आजादी का अमृत महोत्सव मना रहे हैं और हिंदी देश में अधमरी (अर्धमृत) पड़ी हुई है। कानून-निर्माण, उच्च शोध, विज्ञान विषयक अध्यापन और शासन-प्रशासन में अभी तक उसे उसका उचित स्थान नहीं मिला है। जब 1975 में पहला विश्व हिंदी सम्मेलन नागपुर में हुआ था, तब भी मैंने यह मुद्दा उठाया था और 2003 में सूरिनाम के विश्व हिंदी सम्मेलन में मैंने हिंदी को सं.रा. की आधिकारिक भाषा बनाने का प्रस्ताव पारित करवाया था।

1999 में भारतीय प्रतिनिधि के नाते संयुक्तराष्ट्र में मैंने अपने भाषण हिंदी में देने की कोशिश की लेकिन मुझे अनुमति नहीं मिली। केवल अटलजी और नरेंद्र मोदी को अनुमति मिली, क्योंकि हमारी सरकार को उसके लिए कई पापड़ बेलने पड़े थे। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने भरसक कोशिश की कि हिंदी को संयुक्तराष्ट्र की आधिकारिक भाषा का दर्जा मिले लेकिन कोई मुझे यह बताए कि हमारे कितने भारतीय नेता और अफसर वहां जाकर हिंदी में अपना काम-काज करते हैं?

जब देश में सरकार का सारा महत्वपूर्ण काम-काज (वोट मांगने के अलावा) अंग्रेजी में होता है तो संसार में वह अपना काम-काज हिंदी में कैसे करेगी? अंग्रेजी की इस गुलामी के कारण भारत दुनिया की अन्य समृद्ध भाषाओं का भी लाभ लेने से खुद को वंचित रखता है। देखें, शायद संयुक्त राष्ट्र की यह पहल भारत को अपनी भाषायी गुलामी से मुक्त करवाने में कुछ मददगार साबित हो जाए!

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आज का राशिफल

मेष : ईश्वरीय आस्था से भौतिक कष्ट दूर होंगे। बुद्धिमत्ता द्वारा हर दिशा में स्वयं को पारंगत साबित करेंगे। जीवन साथी से कुछ मुद्दों पर वैचारिक मतभेद की आशंका है।

बृषभ : सगे-संबंधों में अपने अनुकूल अपेक्षा रखना ठीक नहीं है। व्यावसायिक योजनाएं फलीभूत होती नजर आएंगी। मन में कुछ नई इच्छाएं बलवती होंगी। माता के स्वास्थ्य के प्रति कुछ चिंताएं रहेंगी।

मिथुन : आंतरिक प्रतिभाओं द्वारा संबंधों में प्रभावी बनेंगे। भबिष्य संबंधी कुछ चिंताएं मन में नकारात्मक विचार ला सकती हैं किंतु कुछ अच्छे आसारों से मन में प्रसन्नता संभव। कार्यक्षेत्र में ब्यस्तता बढ़ेगी।

कर्क : भौतिकता की लोलुकतावश दूसरों के चढ़ाने में आकर अपनी आर्थिक क्षति कर सकते हैं। रोजगार में अच्छी आशाएं प्रसन्नता लाएंगी। कुछ घरेलू चिंताओं से मन ग्रसित होगा।

सिंह : किसी पुराने संबंधी से निकटता बढ़ेगी। घरेलू दायित्वों के प्रति सक्रियता से आपकी महत्ता बढ़ेगी। पूजा-पाठ में पूरा दिन मन केंद्रित होगा। भौतिकता के आधार पर थोड़ा असंतोष हो सकता है।

कन्या : कुछ नई अभिलाषाएं आपको हतोत्साहित करेंगी। नये दायित्वों की पूर्ति हेतु परिश्रम तीव्र होगा। सगे-संबंधों में व्यवहार कुशल बनें। घरेलू वातावरण में उत्साह का माहौल रहेगा।

तुला : दुविधाओं को त्याग सही योजनाओं पर केंद्रित होंगे। सगे-संबंधियों के बीच रह-रहकर भावनात्मक अपेक्षाएं कष्ट की जननी बनेंगी। आवेश व उच्छृंखलता पर नियंत्रण रखें।

वृश्चिक : निकट संबंधों में मधुर वाणी का प्रयोग करें। क्षमता से अधिक जिम्मेदारियां परेशान करेंगी। विद्यार्थियों का मन पढ़ाई में लगेगा। आर्थिक सुदृढ़ता हेतु मन प्रयत्नशील होगा। कार्यक्षेत्र में लोकप्रिय होंगे।

धनु : नई सकारात्मक सोच से प्रगति के आसार बढ़ेंगे। दूसरों की सफलता को देख अपने अंदर हीनता न आने दें। दुनियादी में समय देने से अच्छा होगा कि थोड़ा घर में समय देने की चेष्ठा करें।

मकर : धनागम के नये स्रोत बनेंगे। भावनाओं पर नियंत्रण रख अपने दायित्वों के प्रति सजग हों। अच्छी योजनाओं द्वारा महत्वपूर्ण कार्यों की समयानुकूल व सकुशल पूर्ण करने में सक्षम होंगे।

कुंभ : किसी महत्वपूर्ण दायित्व की पूर्ति हेतु समुचित व्यवस्था हेतु मन चिंतित होगा। नौकरी-पेशे में अधिकारियो व सहकर्मियों के सहयोग से वातावरण सुखद होगा। नई आकांक्षाएं मन पर प्रभावी होंगी।

मीन : बीती बातों को भूल वर्तमान में जीने की चेष्ठा करें। प्रणय संबंधों में प्रगाढ़ता बढ़ेगी किंतु सामाजिक मर्यादा का उल्लघंन न होने दें। भौतिक-सुख साधन हेतु व्यय संभव। घर में खुशहाली रहेगी।

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मुख्यमंत्री श्रमिक योजना से श्रमिकों में बढ़ा आत्मविश्वास

रांची, 16.06.2022 – श्रमिकों के प्रति संजीदा मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन द्वारा कोरोना महामारी के दौरान शहर में निवास करने वाले अकुशल श्रमिकों के लिए शुरू की गई मुख्यमंत्री श्रमिक योजना अकुशल श्रमिकों के लिए वरदान साबित हो रही है। राज्य के 50 नगर निकायों में निवास करने वाले गरीबों और श्रमिकों को इसका लाभ मिल रहा है।गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण के दौरान रोजगार का अभाव श्रमिकों के लिए एक बड़ी समस्या के रूप में दिखाई दे रही थी। दिहाड़ी मजदूरों के लिए यह दौर विभीषिका के समान था।  लाखों की संख्या में प्रवासी श्रमिक अपने घर लौटे थे।

मुख्यमंत्री ने इस समस्या को गंभीरता से लिया और पूरी संवेदनशीलता एवं तत्परता के साथ श्रमिकों के लिए नई योजना बनाई। राज्य के 50 नगर निकायों में निवास करने वाले गरीबों और श्रमिकों के लिए मुख्यमंत्री श्रमिक योजना का शुभारंभ 14 अगस्त 2020 को किया गया । इस योजना से शहरी जनसंख्या के करीब 31 प्रतिशत लोग, जो गरीबी रेखा के नीचे जीवन यापन कर रहें हैं, उन्हें लाभान्वित करने का लक्ष्य तय किया गया। उसी का प्रतिफल है कि विगत ढाई वर्ष में 50 नगर निकायों में अब तक 63,493 जॉब कार्ड निर्गत कर 12,66,744 मानव दिवस कार्य का आवंटन किया गया। जॉब कार्डधारी को अधिकतम 100 कार्य दिवस कार्य का आवंटन हुआ। योजना के तहत निबंधित श्रमिकों को मजदूरी का भुगतान सरकारी दर के अनुसार देय है।

अपने ही नगर निकाय में मिलता है विशेष साफ-सफाई से संबन्धित कार्य

राज्य सरकार द्वारा शहरी विकास के लिए कई योजनाएं संचालित की जाती हैं। उदाहरण स्वरूप भवनों का निर्माण, सड़कों का निर्माण, स्वच्छता आदि से संबंधित योजनाएं।  इनके क्रियान्वयन में अकुशल श्रमिकों की जरूरत होती है। शहरी क्षेत्रों में हरियाली के विस्तार के लिए पार्कों और पेड़-पौधों की देखभाल के लिए भी कामगारों की जरूरत होती है। साथ ही विभिन्न संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों के रख-रखाव में भी इन मजदूरों से काम लिया  जाता है। इस योजना के तहत मजदूरों को  कार्यस्थल पर पीने का पानी, प्राथमिक उपचार की पेटी और कार्यरत मजदूरों के पांच साल से छोटे बच्चे के लिए आवश्यक सुविधाओं के साथ  एक महिला मजदूर को रखा जाना अनिवार्य बनाया गया है। इस तरह यह योजना न सिर्फ मजदूरों के रोजगार की बात करती है, बल्कि उन्हें कार्यस्थल पर जरूरी सुविधाएं भी उपलब्ध कराती है।

रोजगार गारंटी स्कीम और बेरोजगारी भत्ता

योजना के तहत सरकार को क्रियान्वयन एजेंसी की सहायता से सभी नगर निकायों में वार्डवार योजनाओं में निबंधित अकुशल श्रमिकों को 100 दिनों का काम देने के लिए समेकित वार्षिक योजना तैयार की गई है। इसमें यह भी प्रावधान है कि काम की मांग करनेवाले किसी निबंधित कामगार को पंद्रह दिनों के अंदर रोजगार की मंजूरी नहीं मिलती है, तो वह बेरोजगारी भत्ते का हकदार होगा। यह भत्ता पहले माह न्यूनतम मजदूरी का एक चौथाई, दूसरे माह न्यूनतम मजदूरी का आधा और तीसरे माह से न्यूनतम मजदूरी के समतुल्य होगा। इसमें जरूरी है कि मजदूर ने अपना निबंधन जरूर कराया हो। साथ ही वैसे ग्रामीण श्रमिक, जो मजदूरी करने शहर आते हैं एवं जिनका मनरेगा जॉब कार्ड नहीं है, वे भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं।

योजना के निम्नलिखित उद्देश्य हैं

गरीब परिवारों की खाद्य सुरक्षा, पोषण के अवसर बढ़ाना और उनके जीवन में सुधार लाना योजना का मुख्य उद्देश्य है। वहीं शहरी क्षेत्रों में साफ-सफाई, स्वच्छता और शुद्ध वातावरण का सृजन करना, शहरी क्षेत्रो में हरियाली का विस्तार करना, शहरी क्षेत्रों में संचालित विभिन्न योजनाओं के ससमय पूरा होने की गारंटी करना। विभिन्न संस्थानों और सार्वजनिक स्थलों का बेहतर रख-रखाव करना भी उसमें शामिल है।

श्रमिक भाई-बहन आगे आएं

यदि कोई 18 या उससे अधिक  आयु का शहरी अकुशल श्रमिक है, तो मुख्यमंत्री श्रमिक योजना के तहत वह निःशुल्क जॉब कार्ड, एक वित्तीय वर्ष में अधिकतम 100 दिनों की रोजगार गारंटी और काम की मांग के 15 दिनों के अन्दर अपने निकाय क्षेत्र में ही रोजगार प्राप्त कर सकते हैं। वैसे ग्रामीण श्रमिक, जो मजदूरी करने शहर आते हैं एवं जिनका मनरेगा जॉब कार्ड नहीं है, वे भी इस योजना का लाभ ले सकते हैं। निःशुल्क जॉब कार्ड प्रज्ञा केंद्र, स्वंय के द्वारा ऑनलाइन पोर्टल के माध्यम से, सीआरपी दीदी या निकाय कार्यालय में लिखित आवेदन देकर प्राप्त किया जा सकता है। इच्छुक श्रमिक जॉब कार्ड हेतु अपने निकटतम नगर निकाय में संपर्क कर सकते हैं। आवेदन हेतु दो पासपोर्ट फोटो, आधार कार्ड, बैंक पासबुक एवं राशन कार्ड की प्रति आवश्यक है।

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अदाकारा रिया रॉय म्यूजिक एलबम ‘सुट्टा’ में नज़र आएगी

16.06.2022 – अदाकारा रिया रॉय म्यूजिक एलबम ‘सुट्टा’ में नज़र आएगी . पश्चिम बंगाल की धरती से जुड़ी अभिनेत्रियों में अपर्णा सेन, इंद्राणी मुखर्जी, सुमिता सन्याल, शर्मिला टैगोर, तनुजा, राखी, माला सिन्हा, मौसमी चटर्जी, मुममुन सेन,राइमा सेन, रानी मुखर्जी, सुष्मिता सेन और रिंकू घोष (दुर्गेशनंदिनी) जैसी कई अभिनेत्रियों ने बॉलीवुड में अपने अभिनय प्रतिभा के बदौलत बंगाल का नाम रौशन किया और सिने दर्शकों दिलोदिमाग़ में छाई रहीं।

इन नामों के साथ अब एक नाम और जुड़ गया है अभिनेत्री रिया रॉय का। कोलकाता (पश्चिम बंगाल) के टालीगंज से आयी होनहार, मेहनती और आकर्षक व्यक्तित्व की धनी रिया रॉय की अदाकारी और खूबसूरती का जलवा बहुत जल्द ही मशहूर पार्श्वगायक कुमार शानू के पुत्र जान कुमार शानू के नए म्यूजिक एलबम ‘सुट्टा’ में देखने को मिलेगा। यह एक पेप्पी पार्टी सांग है जो कश्मीर की अदभुत सुंदर वादियों में फिल्माया गया है। इस एल्बम से रिया रॉय बॉलीवुड का हिस्सा बनेंगी।

बचपन से ही अभिनय में रुचि रखने वाली अदाकारा रिया रॉय अपने कैरियर की शुरुआत मॉडलिंग से की है साथ ही रंगमंच में भी काम किया है। कई बेहतरीन विज्ञापन फिल्मों में रिया काम कर चुकी है तथा कई ब्रांड की वह हाई पॉइंट भी रही है। कई बड़े ज्वेलर्स के विज्ञापनों में रिया की सुंदरता देखते बनती है जैसे ओरा डिमांड ज्वेलर्स आदि।

कई सौंदर्य सामग्री के विज्ञापनों के साथ बड़े रिसोर्ट के विज्ञापन में भी रिया का जलवा कायम है जिसमें हाल ही में खानवेल रिसोर्ट सिलवासा का विज्ञापन उल्लेखनीय है। रिया को अमिताभ बच्चन, धर्मेंद्र, माधुरी दीक्षित, आयुष्मान खुराना, रणवीर सिंह और नवाजुद्दीन सिद्दिकी जैसे शख्सियत जिन्होंने बॉलीवुड में अपनी मेहनत से खुद को स्थापित किया है, काफी पसंद हैं। रिया भी अपनी योग्यता और अभिनय कौशल की बदौलत ऊचाइयों तक पहुंचना चाहती है।

पूर्ण आत्मविश्वास से भरी रिया ने स्वयं में कमी होने नहीं दी है वह नयापन और अपने व्यक्तित्व में सुधार करते रहती है। वह योगा, मेडिटेशन, डांस में ध्यान देती है। नवोदित अदाकारा रिया रॉय के पास म्यूजिक एलबम ‘सुट्टा’ के अलावा कई प्रोजेक्ट हैं जिसमें वह दर्शकों को जल्द दिखायी देंगी। रिया आत्मविश्वासी और दृढ़ निश्चयी है। अभिनय की दुनिया में वह अपना अलग मुकाम बनाना चाहती है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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मैं या तो अपनी जेब को या अपनी आत्मा को संतुष्ट करती हूं : ईशा गुप्ता

16.06.2022 – हाल ही में वेब सीरीज आश्रम 3 में नजर आ चुकीं अभिनेत्री ईशा गुप्ता का कहना है कि समय के साथ अभिनय के लिए प्रोजेक्ट चुनने का उनका मानदंड बदल गया है। ईशा ने शो में नायक, बाबा निराला की छवि प्रबंधक सोनिया की भूमिका निभाई।अभिनेत्री ने शो का हिस्सा बनने पर खुशी जाहिर की, क्योंकि वह पहले से ही आश्रम की प्रशंसक थीं, उन्होंने एक प्रोजेक्ट चुनने का अपना तरीका भी साझा किया।

ईशा ने बताया, मैंने बहुत कम उम्र में अपना स्वतंत्र जीवन शुरू कर दिया है। ऐसे दिन थे जब मैंने अपनी पॉकेट मनी कमाने के लिए एक छात्र के रूप में एक कैफे में काम किया था। लेकिन अब इतने वर्षो के बाद मेरे पास एक निर्धारित पैरामीटर है। मेरा अभिनय परियोजना को या तो मेरी जेब या मेरी आत्मा को संतुष्ट करना है।

अगर मैं असाइनमेंट या कहानी से बहुत पैसा नहीं कमा रही हूं, एक भूमिका जो इतनी रोमांचक है जो मुझे एक अभिनेत्री के रूप में चुनौती देती है, तो इसे करने का क्या मतलब है। भगवान की कृपा से, मैं अच्छा कर रही हूं और मैं वास्तव में सिर्फ अपनी रसोई चलाने के लिए काम नहीं कर रही हूं। मैं जीवन के उस पड़ाव पर हूं, जहां मैं संतुष्टि की तलाश में हूं।

अभिनेत्री को राज 3, जन्नत 2, रुस्तम, वेब सीरीज रिजेक्टएक्स, नाकाब जैसी बॉलीवुड फिल्मों में अभिनय के लिए जाना जाता है।यह पूछे जाने पर कि क्या वह ट्रोलर्स से अप्रभावित हैं, ईशा ने जवाब दिया, लेकिन ट्रोलर्स केवल प्रशंसक हैं, इसलिए वे मेरी पोस्ट पर टिप्पणी कर रहे हैं, वे मुझसे प्यार करते हैं।

नवीनतम प्रोजेक्ट में उन्होंने बॉबी देओल के साथ स्क्रीन स्पेस साझा किया, उन अभिनेताओं और निर्देशकों के बारे में पूछा जिनके साथ वह सहयोग करना चाहेंगी, ईशा ने कहा, इन दिनों कुछ सबसे रोमांचक प्रतिभाएं हैं जो हमें वेब श्रृंखला पर देखने को मिलती हैं। इनमें से एक वे जयदीप अहलावत हैं।

वह इतने दिलचस्प अभिनेता हैं कि मैं उनके साथ काम करना चाहती हूं।प्रकाश झा द्वारा निर्देशित, बॉबी देओल अभिनीत, आश्रम : चैप्टर 3 एमएक्स प्लेयर पर स्ट्रीम होती है। (एजेंसी)

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निया शर्मा ने कैमरे के सामने खोले जींस के बटन,देखकर छूट गए फैंस के पसीने

16.06.2022 – निया शर्मा ने कैमरे के सामने खोले जींस के बटनटेलीविजऩ इंडस्ट्री की मशहूर एक्ट्रेस निया शर्मा अपनी हॉट अदाओं के लिए बहुत लोक्रपिय हैं। आए दिन वो अपनी कातिलाना फोटोज सोशल मीडिया पर साझा करती रहती हैं। निया शर्मा ने एक बार फिर अपनी ऐसी तस्वीर साझा कर दी है कि लोगों का दिल संभालना भी मुश्किल हो रहा है।वही निया शर्मा सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहती हैं।

हाल ही में उन्होंने अपनी एक तस्वीर साझा की है, जिसमें उनका हॉट अंदाज देखने को मिल रहा है। निया शर्मा ने ब्लू डेनिम की क्रॉप शर्ट पहनी हुई है तथा साथ ही जींस पहनी हुई है, किन्तु उन्होंने इस शूट के लिए जींस की बटन तक खोल दी। निया का ये स्टाइल प्रशंसकों को बहुत पसंद आ रहा है।निया शर्मा अपने जबरदस्त अभिनय के दम पर इंडस्ट्री में ऊंचा मुकाम हासिल कर चुकी हैं।

हालांकि, यहां तक आने के लिए उन्होंने कड़ी मेहनत की है। टेलीविजऩ शोज से अपने करियर का आरम्भ करने वाली निया अब म्यूजिक वीडियोज में अपने हुस्न के जलवे बिखेर रही हैं। निया के प्रशंसक आज केवल भारत में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया में मौजूद हैं। निया भी अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ी रहने की हर मुमकिन प्रयास करती हैं।

निया अपने प्रशंसकों के साथ जुड़ी रहने के लिए सोशल मीडिया पर बहुत एक्टिव रहती हैं। अक्सर सोशल मीडिया पर उनके नए लुक की झलक देखने को मिलती रहती हैं। (एजेंसी)

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मसूर दाल के चिप्स बच्चों को घर पर बनाकर खिलाएं ,ये है बनाने का आसान तरीका

16.06.2022 – मसूर दाल के चिप्स बच्चों को घर पर बनाकर खिलाएं. बड़े हो या बच्चे सभी चिप्स को बढ़े चाव से खाते है। घर पर फुर्सत के पल हों या फिर परिवार के बीच की गपशप, अगर इस बीच मसूर दाल की क्रिस्पी चिप्स मिल जाए तो मजा ही कुछ और हो जाता है। हालांकि मार्केट की चिप्स बच्चों की सेहत के लिए नुकसानदायक हो सकती है। अगर आप घर पर ही मसूर दाल की क्रिस्पी चिप्स बनाना चाहते है तो इस आर्टिकल को जरूर पढऩा चाहिए। आज हम आपको मसूर दाल से क्रिस्पी चिप्स कैसे बनाते है उसकी विधि बताने जा रहे है।

तो आइए जानते हैं.

आवश्यक सामग्री : 1 कप मसूर दालनमक स्वादानुसार1/2 टेबलस्पून जीरा1/2 टेबलस्पून लाल मिर्च पाउडर1 चुटकी बेकिंग सोडा1टेबलस्पून चाट मसाला1 टेबलस्पून काली मिर्च2 कप तेल2 टेबलस्पून सूजी2 टेबलस्पून गेहूं का आटा

बनाने की विधि- मसूर दाल से चिप्स बनाने के लिए सबसे पहले आप मसूर दाल को पानी में भिगोकर लगभग 2 से 3 घंटे के लिए छोड़ दें।- 2 से 3 घंटे बाद दाल को पानी से निकालकर मिक्सी में महीन पीस लें।

*जब पूरी दाल पीस जाए, तो उसे मिक्सी से निकाल कर एक बर्तन में रख लें।

*अब पीसे गए सामग्री में सूजी, गेहूं का आटा और बेकिंग सोडा डालकर उसे अच्छी तरह गूंथ लें।

*अब उस मिश्रण में लाल मिर्च पाउडर, नमक, काली मिर्च डालकर सभी को अच्छी तरह फेट लें।

*अब उस सामग्री से छोटी-छोटी लोई बना लें।

* जब सारी लोई बन जाए, तो उसे चिप्स के शेप में कट कर लें।

* बाद में कट किए गए चिप्स को एक दिन 1 से 2 दिन तक धूप में सूखने के लिए छोड़ दें।

*जब चिप्स अच्छी तरह से सूख जाए, तो उसे धूप से हटा लें।

*अब एक पैन में तेल डालकर उसे गैस पर गर्म करें।

* जब तेल अच्छी तरह से गर्म हो जाए, तो उसमें बनाएं गए चिप्स को डालकर फ्राई करें।

* जब सारे चिप्स फ्राई हो जाए, तो उसे चाय के साथ स्नैक्स के तौर पर सर्व करें या खाएं।

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स्वास्थ के लिए बिलकुल अच्छा नहीं है बर्फ वाला पानी पीना

16.06.2022 – गर्मियों के मौसम में लोग ठंडा पानी पीना पसंद करते है। कुछ लोग तो पानी में बर्फ डालकर पीते हैं। भले ही आपको गर्मी में ठंडा बर्फ वाला पानी पीकर राहत मिलती है लेकिन ये आपके स्वास्थ के लिए बिलकुल भी अच्छा नहीं हैं। पानी जब बहुत ठंडा होता है तो थोड़े से पानी से ही आपको ऐसा महसूस होगा, जैसे बहुत ज्यादा पानी पी लिया हो। यह आपकी प्यास पर कंट्रोल लगा देता है। इससे आपके शरीर में पानी की मात्रा भी कम होती है।

डॉक्टर की मानें तो हमे हमेशा 20 से 22 डिग्री टेम्प्रेचर वाला पानी ही पीना चाहिए। बर्फ वाला या ठंडा पानी पीने से आपको पेट से जुड़़ी कई सारी परेशानियां जैसे पेट दर्द, खाना पचने में दिक्कत हो सकती है। अगर आप ज्यादा ठंडा पानी पीते हैं तो इससे कई बार नर्व ठंडी होकर आपके हार्ट रेट को धीमी कर देती है। आज हम आपने इस आर्टिकल के माध्यम से आपको विस्तार से बताने जा रहे कि अगर आप नियमित तौर पर ठंडा पानी पीते है तो सेहत को क्या-क्या नुकसान हो सकते हैं.

पाचन तंत्र को नुकसानठंडा पानी पीने से पाचन तन्त्र को नुकसान पहुंचता है। क्योंकि ठंडे पीने से ब्लड सेल्स सिकुड़ जाती हैं। इससे डाइजेशन धीमा पड़ जाता है। डाइजेशन ठीक से नहीं होता इसलिए खाने के पोषक तत्व खत्म हो जाते हैं या शरीर द्वारा अवशोषित नहीं किए जाते।बॉडी हाइड्रेट नहीं रहतीबर्फ का पानी ठीक तरह से बॉडी को हाइड्रेट नहीं कर पाता है। कभी भी खाने के तुरंत बाद बर्फ वाला पानी पीने से बचना चाहिए, क्योंकि यह शरीर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाता है।

पोषक तत्वों का खत्म हो जानाशरीर का तापमान 37 डिग्री सेल्सियस होता है और जब आप कोई ठंडी चीज पीते हैं तो उसके तापमान को नियमित करने के लिए आपके शरीर को कुछ ऊर्जा खर्च करनी पड़ती है। वरना इस उर्जा का उपयोग भोजन के पाचन और पोषक तत्वों के अवशोषण के लिए होता है। यही कारण है कि ठंडा पानी पीने से आपके शरीर को पोषक तत्व नहीं मिल पाते।माइग्रेनमाइग्रेन वाले लोगों को बर्फ का पानी पीना ज्यादा तकलीफ दे सकता है।

जब आप ठंडा पानी पीते हैं तो यह आपके नाक और रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट को ब्लॉक कर देता है। जो माइग्रेन के दर्द को बढ़ा देता है।मोटापाहर वक्त बर्फ वाला पीने से शरीर में मौजूद फैट बर्न नहीं हो पाते है जिसकी वजह मोटापा बढऩे लगता है और वजन कम करने में परेशानी होती है।गला खराबठंडा पानी पीने से आपके श्वसन तंत्र में म्युकोसा बन सकता है जो श्वसन तंत्र की सुरक्षात्मक परत होती है। जब यह परत सिकुड़ जाती है तो आपका श्वसन तंत्र अनावृत हो जाता है और इंफेक्शन की चपेट में आ जाता है।

इसी कारण गला खराब होने का खतरा बढ़ जाता है।हार्ट रेट को कम करता हैबर्फ का पानी या ठंडा पानी पीने से आपका हार्ट रेट कम हो सकता है। रिसर्च से पता चला है कि ठंडा पानी वेगस तंत्रिका को उत्तेजित करता है।

वेगस तंत्रिका 10 वीं कपाल तंत्रिका है और यह शरीर के स्वायत्त तंत्रिका प्रणाली का महत्वपूर्ण हिस्सा है जो शरीर के अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करती है। वेगस तंत्रिका हार्ट रेट को कम करने में मध्यस्थता करती है और ठंडा पानी इस तंत्रिका को उत्तेजित करता है जिसके कारण हार्ट रेट कम हो जाता है। (एजेंसी)

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नेशनल हेराल्ड केस : 22 घंटे की पूछताछ से थक गए राहुल गांधी?

मांगा एक दिन का ब्रेक, ईडी के सवाल अभी भी बाकी

नई दिल्ली,16 जून (आरएनएस)। नेशनल हेराल्ड अखबार से जुड़े एक कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले में बुधवार को लगातार तीसरे दिन नौ घंटे से अधिक की पूछताछ के बाद देर रात कांग्रेस पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय से बाहर निकले। शुक्रवार को उनसे फिर से पूछताछ की जाएगी। यह ब्रेक राहुल ने खुद जांच एजेंसी से मांगा था।

सूत्रों ने यह भी कहा कि जांच एजेंसी उनकी पूछताछ का एक ऑडियो और एक वीडियो संस्करण रिकॉर्ड कर रही है। बयान को बाद में टाइप किया जाता है। राहुल गांधी और जांच अधिकारी द्वारा उस पर हस्ताक्षर किए जाते हैं।

पिछले तीन दिनों में राहुल गांधी से 30 घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की गई है। उनकी मां और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी, जो कोविड के लिए सकारात्मक परीक्षण के बाद अस्पताल में भर्ती हैं, से भी उनके स्वास्थ्य में सुधार के बाद पूछताछ की जाएगी।

ईडी कार्यालय के बाहर कांग्रेस दिल्ली पुलिस के साथ टकराव की राह पर है। पार्टी के शीर्ष नेताओं और कार्यकर्ताओं ने सत्तारूढ़ भाजपा की प्रतिशोध की राजनीति के खिलाफ अपना विरोध जारी रखा है। कल सचिन पायलट सहित वरिष्ठ नेताओं को पुलिस ने घेर कर हिरासत में लिया था। केसी वेणुगोपाल, भूपेश बघेल और रणदीप सुरजेवाला सहित कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कहा कि पुलिस पार्टी मुख्यालय में भी घुस गई जहां से उन्होंने कार्यकर्ताओं और नेताओं को हिरासत में लिया।

पायलट को भी पार्टी मुख्यालय के पास से उठाया गया। पायलट ने बताया, उन्होंने हमें बस में धकेल दिया और मुझे नहीं पता कि वे हमारे साथ आगे क्या करने की योजना बना रहे हैं। इस तरह की हिरासत पहले कभी नहीं हुई है। एक सभ्य समाज में ऐसा व्यवहार नहीं किया जाता है। हालांकि दिल्ली पुलिस ने कांग्रेस के दावों का खंडन किया है।

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