अग्निवीरों के लिए पुलिस बलों तथा असम राइफल्स में 10 प्रतिशत सीटें आरक्षित

नई दिल्ली 18 June (Rns) : अग्निपथ योजना के विरोध में उग्र आंदोलन कर रहे युवाओं को विश्वास में लेने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए सरकार ने अग्निवीरों के लिए केंद्रीय पुलिस बलों और असम राइफल में 10 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने का निर्णय लिया है।

इसके अलावा अग्निवीरों के पहले बैच को केंद्रीय पुलिस बलों और असम राइफल्स की भर्ती में अधिकतम आयु सीमा में पांच वर्ष की और बाद के बैचों को तीन वर्ष की छूट देने की भी घोषणा की है।

इससे पहले गृह मंत्रालय ने कहा था कि अग्निपथ योजना के तहत वर्ष 2022 की अग्निवीरों की भर्ती में उम्मीदवारों को अधिकतम आयु सीमा में दो वर्ष की छूट दी जाएगी।

गृह मंत्री के कार्यालय की ओर से शनिवार को किए गए ट्वीट ने कहा गया,“गृह मंत्रालय ने केंद्रीय पुलिस बलों और असम राइफल्स में होने वाली भर्तियों में अग्निपथ योजना के अंतर्गत चार साल पूरा करने वाले अग्निवीरों के लिए 10 प्रतिशत रिक्तियों को आरक्षित करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।”

एक अन्य ट्वीट में कहा गया,“गृह मंत्रालय ने हिंदी पुलिस वालों और असम राइफल्स में भर्ती के लिए अग्निवीरों को निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में तीन वर्ष की छूट देने का निर्णय किया है। और अग्निपथ योजना के पहले बैच के लिए यह छूट पांच वर्ष होगी।”

उल्लेखनीय है कि तीनों सेनाओं में जवानों की भर्ती के लिए सरकार ने अग्निपथ योजना की शुरुआत की है जिसके तहत भर्ती किए जाने वाले अग्निवीरों का कार्यकाल केवल चार साल का होगा। देशभर में युवा इस योजना का विरोध करते हुए आंदोलन कर रहे हैं।

***********************************************

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के मायने

इसे भी पढ़ें : संकटकाल में नयी चाल में ढला साहित्य

Leave a Reply

Exit mobile version