मनमोहन सिंह के परिवार ने दी समाधि की मंजूरी

Manmohan Singh's family gives approval for the mausoleum

राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर बनेगा स्मारक

नईदिल्ली,07 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के परिवार ने उनकी समाधि के लिए अपनी लिखित मंजूरी दे दी है। डॉ सिंह की समाधि दिल्ली में राजघाट के निकट राष्ट्रीय स्मृति स्थल पर 900 वर्ग मीटर के भूखंड पर बनेगा।
रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले सप्ताह परिवार ने राष्ट्रीय स्मृति स्थल का दौरा किया था, जिसके बाद डॉ सिंह की पत्नी गुरशरण कौर ने सरकार को स्वीकृति पत्र भेजा है।

निरीक्षण के दौरान सिंह की बेटियां उपिंदर और दमन भी मौजूद थीं।

रिपोर्ट के मुताबिक, स्मृति स्थल पर सिर्फ 2 भूखंड खाली पड़े थे, जिनमें एक भूखंड इस साल जनवरी में पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के परिवार को दिया गया था।

दूसरा 900 वर्ग मीटर का भूखंड स्मृति स्थल के बीच में है, जो अब सिंह के परिवार को दिया गया है।

उपिंदर ने बताया कि भूमि एक ट्रस्ट को आवंटित की जानी है, वे स्मारक के लिए 25 लाख रुपये तक के एकमुश्त अनुदान के लिए आवेदन कर सकते हैं।

कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार में 2013 में सिंह के प्रधानमंत्री रहते हुए केंद्रीय मंत्रिमंडल ने राजघाट के पास एक साझा स्मारक भूमि के निर्माण को मंजूरी दी थी।

तब मंत्रिमंडल ने यह भी कहा था कि दिवंगत पूर्व राष्ट्रपतियों, उपराष्ट्रपतियों, प्रधानमंत्रियों का अंतिम संस्कार भी स्मृति स्थल पर किया जाएगा। हालांकि, सिंह का अंतिम संस्कार निगम बोध घाट पर हुआ था।

परिसर में 9 समाधि स्थल हैं, जिनका वास्तुशिल्प डिजाइन समाधि स्थल के समान है।

राष्ट्रीय स्मृति स्थल परिसर में कुल 9 स्मारक हैं, जिसमें पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव, इंद्र कुमार गुजराल, अटल बिहारी वाजपेयी, चंद्रशेखर, पूर्व राष्ट्रपति आर. वेंकटरमन, पूर्व राष्ट्रपति ज्ञानी जैल सिंह, प्रणब मुखर्जी, के आर नारायणन और मनमोहन सिंह शामिल हैं।

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फिल्म फेस्टिवल सायनाश्योर का फिर से शुरू हुआ आगाज

Film festival CynaSure has been relaunched

रांची, 7 मार्च,2025 शुक्रवार को संत जेवियर्स कॉलेज रांची के फादर सी डिब्रावर सभागार में पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग व आई क्यू ए सी के सहयोग से एक दिवसीय स्टूडेंट फिल्म फेस्टिवल “द कमबैक ऑफ़ सायनाश्योर” का आयोजन किया जो चूल्हा चौकी व जेड एक्सप्रेस कैटरिंग द्वारा प्रायोजित था।

ज्ञात हो विगत 2010 से शुरुआत हुई कॉलेज में सायनाश्योर फिल्म फेस्टिवल का आयोजन होता आ रहा था जिसका उद्देश्य विद्यार्थियों द्वारा निर्मित फ़िल्में को मंच देना है जहां फिल्म स्टूडेंट्स अपने कला का खुल कर प्रदर्शन कर पाएं। कोरोना के समय के बाद से यह फिल्म फेस्ट बंद हो गया था लेकिन इस वर्ष से फिल्म फेस्टिवल बड़ी उल्लास के साथ शुरुआत कर इसे धूम धाम से आयोजित किया।

फिल्म फेस्टिवल के आयोजन में संत जेवियर्स कॉलेज के छात्रों के सहित रांची के लगभग 14 कॉलेजों के छात्रों के खुद की बनाई हुई फिल्म देखने को मिली।

सायनाश्योर की शुरुआत पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. संतोष कुमार किड़ो ने अपने स्वागत भाषण से किया। कार्यक्रम में कॉलेज के प्राचार्य डॉ फादर रोबर्ट प्रदीप कुजूर एसजे ने फेस्टिवल में मौजूद सभी को संबोधित करते हुए कहा कि फिल्म समाज को समाज के समक्ष रखता है। उन्होंने सभी विद्यार्थियों का हौसला बढ़ाते हुए सभी को भविष्य के लिए उत्साहित रहने का प्रयास करने के लिए प्रेरित किया।

कार्यक्रम में उपस्थित विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष वाल्टर भेंगरा ने पत्रकारिता के सफर में अपना अनुभव साझा। उन्होंने बताया कि कैसे “सायनाश्योर” एक ऐसा मंच प्रदान करता है जहां सभी छात्र खुद के द्वारा निर्मित चलचित्र कला को प्रदर्शित करने के लिए इस्तेमाल कर सकते है।

फिल्म स्क्रीनिंग में सेंट जेवियर्स कॉलेज के वृतचित्र वर्ग में फादर वैनविंकल , मलारीन खोदा , रातु फोर्ट , एम टी वी फ्रीस्टाइल फिल्म दिखाई गई, और काल्पनिक वर्ग में “यूं आर नॉट माई वर्ल्ड”, “द डार्क एंड द लाइट” दिखाई गई। दूसरे कॉलेज से प्रस्तुत किए गए चलचित्र में “द ब्लैक सिल्वर लाइनिंग” ,”सोहराय”, “वाधवा बर्डस सेंचुरी” और पथिक जैसे फिल्म शामिल थे। इन सभी फिल्मों की सबने खूब सराहा और आगे भी ऐसी फिल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया।

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में परीक्षा नियंत्रक प्रो. बी के सिन्हा , उप प्राचार्य डॉ. फादर अजय मिंज,एसजे पूर्व प्राचार्य डॉ फादर एन. लकड़ा, एसजे , प्रसिद्ध फिल्ममेकर मेघनाथ, आईक्यूएसी संयोजक डॉ शिव कुमार ,प्रो. सुशील कुमार (पूर्व निदेशक स्कूल ऑफ मास कम्युनिकेशन रांची यूनिवर्सिटी ), मोनिका मुंडू, बीजू टोप्पो, मास कम्युनिकेशन डिपार्टमेंट के डॉ नील कुसुम कुल्लू, आलोक रंजन, संजय मंडल और विभाग के पूर्व विद्यार्थियों के साथ आदि मौजूद थे। इस सफल आयोजन में पत्रकरिता विभाग के छात्रों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई|

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ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर भीषण आग

दमकल की 13 गाडिय़ों ने पाया काबू

भुवनेश्वर,07 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। ओडिशा के पारादीप बंदरगाह पर भीषण आग लग गई. आग लगने से कम से कम 17 नाव जलकर खाक हो गईं. इस दौरान, गैस का टैंक भी फट गया, जिससे लोग घबरा गए.

आग बुझाने के लिए दमकल की 13 गाडिय़ों को बुलाया गया. इसके अलावा, कटक से भी दमकल की और गाडिय़ों को मंगवाना पड़ा. आग बुझाने के दौरान, एक व्यक्ति आग की चपेट में आ गया. वह इससे घायल हो गया. इलाज के लिए उसे अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.

दरअसल, पोर्ट के जेटी नंबर- 1 में खड़ी नाव पर सबसे पहले आग लगी, इसके बाद एक के बाद एक करके बाकी नावों में आग लग घई. आग इतनी भयंकर थी कि तीन किलोमीटर दूर से आग दिखाई दी.

आग लगने के कारण मौके पर भीड़ न लगे, इसके लिए पारादीप, मरीन, जटाधार एस्टूरी, लॉक और अभयचंदपुर पुलिस स्टेशनों की पुलिस मौके पर पहुंच गई. आग लगने का असल कारण तो सामने नहीं आया है पर आशंका जताई जा रही है कि नाव में खाना पकाया जा रहा था, इस दौरान गैस रिसाव हो गया और आग लग गई.

सबी नाव में डीजल और गैस के टैंक होते हैं, जिस वजह से आग आग काफी ज्यादा तेज फैल गई. आग जोर-जोर से जल रही थी. वजह थी कि नाव पर गैस, लकड़ी, जाल और फाइबर जैसी चीजें वहां थी. आग के कारण 10 से ज्यादा गैस के टैंक भी फट गए.

बता दें, मछली पकडऩे वाले के बंदरगाह में करीब 650 बड़ी नावें और 400 नौकाएं होती हैं. नौकाएं कई-कई दिनों तक समुद्र के गहरे पानी में मछली पकडऩे जाती हैं. इसलिए उनके पास 500 लीटर से लेकर 3000 हजार लीटर तक के डीजल भंडारण की क्षमता होती है.

चूंकि नाव कई-कई दिनों तक समुद्र में ही रहती है, इसलिए खाना पकाने के लिए नाव में आवश्यक जाल, गैस सिलेंडर और लकडिय़ां वगैरह पड़ी होती हैं. इनकी वजह से आग और तेजी से फैल गई. आग पर काबू पा लिया गया है.

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झारखंड के सीएम सोरेन की भाभी सीता सोरेन पर जानलेवा हमला

पूर्व पीए ने की फायरिंग की कोशिश, गिरफ्तार

रांची, 7 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की भाभी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की नेता सीता सोरेन पर जानलेवा हमला हुआ है। जानकारी के मुताबिक, उन पर यह हमला उनके पूर्व पीए देवाशीष घोष ने किया है।

बताया जा रहा है कि सीता सोरेन पर हमला उस वक्त हुआ जब वह सरायढेला थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह में शामिल होने जा रही थीं। राहत की बात यह रही कि वक्त रहते ही सुरक्षाकर्मियों की सूझबूझ ने सीता सोरेन पर हमला होने से बचा लिया और देवाशीष घोष को पकड़ लिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार करके जेल भेज दिया है।

जानकारी के अनुसार, झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) सुप्रीमो और पूर्व मुख्यमंत्री शिबू सोरेन की बहू सीता सोरेन गुरुवार को सरायढेला थाना क्षेत्र में एक शादी समारोह में शामिल होने गई थीं। इस दौरान वह एक होटल में रुकीं।

जब वह होटल के कमरे में गईं, तो वहां पहले से मौजूद देवाशीष ने उन पर पिस्टल से फायर करने की कोशिश की। लेकिन, इससे पहले सीता सोरेन के सुरक्षा गार्ड ने उसे पकड़ लिया। इसके बाद पुलिस को सूचना दी गई। जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और होटल से दो पिस्टल बरामद किए।

डीएसपी लॉ एंड ऑर्डर नौशाद आलम ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दृष्टया पता चला है कि पिछले विधानसभा चुनाव में फंड को लेकर चर्चा हो रही थी। उसी को लेकर कहासुनी हो गई। जिसके बाद देवाशीष घोष ने सीता सोरेन पर हथियार तान दिया।

उन्होंने बताया कि पूर्व पीए देवाशीष अपने साथ देशी पिस्टल रखता था। पूर्व विधायक एक शादी समारोह से आई थीं। उनकी गाड़ी पूर्व पीए चला रहा था। गाड़ी में उनके साथ मौजूद कार्यकर्ताओं को पता था कि देवाशीष के पास पिस्टल है। मामले की जांच की जा रही है और सख्त कार्रवाई की जाएगी।

झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने भाजपा नेता सीता सोरेन पर हुए हमले को लेकर मीडिया से बात करते हुए कहा कि हमें लगता है कि सीता सोरेन जो हैं, वह गलत हाथों में हैं, उनके आसपास के लोग सही नहीं हैं।

मैं इस पर टिप्पणी नहीं करूंगा, मामला जानने के बाद ही कुछ कहूंगा। हमारी सरकार सबकी जानमाल की रक्षा करने के लिए खड़ी है। राज्य में कानून-व्यवस्था दुरुस्त है। यह रघुवर दास की सरकार नहीं है, जहां खुलेआम मॉब लिंचिंग हुआ करता था।

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मुंबई 26/11 के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिकी कोर्ट से झटका

प्रत्यर्पण रोकने की याचिका खारिज

नईदिल्ली,07 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई में 26/11 आतंकवादी हमले के आरोपी तहव्वुर राणा को अमेरिका के सुप्रीम कोर्ट से बड़ा झटका लगा है। उसकी प्रत्यर्पण रोकने की मांग वाली याचिका खारिज कर दी गई है।

राणा ने कोर्ट में आपातकालीन अर्जी लगाते हुए भारत को उसके प्रत्यर्पण का विरोध किया था और दावा किया था कि चूंकि वह पाकिस्तानी मूल का मुसलमान है, इसलिए उसे वहां यातना दी जाएगी।

याचिका खारिज होने से राणा का भारत प्रत्यर्पण आसान हो गया है।

पाकिस्तानी मूल के कनाडाई नागरिक राणा ने अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के एसोसिएट जस्टिस और नौवें सर्किट के सर्किट जस्टिस के समक्ष आपातकालीन स्थगन आवेदन दायर किया था।

याचिका में राणा ने तर्क दिया कि भारत को उसका प्रत्यर्पण अमेरिका के कानून और टॉर्चर के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन का उल्लंघन है।
याचिका में यह भी कहा गया कि उसकी गंभीर चिकित्सा स्थिति के कारण उसे भारतीय हिरासत केंद्रों में प्रत्यर्पित करना, वास्तविक मौत की सजा के समान है।

राणा ने पिछले साल जुलाई 2024 के मेडिकल रिकॉर्ड का हवाला देकर बताया कि उसे कई गंभीर और जानलेवा रोग हैं।

रिपोर्ट में कई बार दिल का दौरा पडऩा, संज्ञानात्मक गिरावट के साथ पार्किंसंस रोग, मूत्राशय कैंसर का संकेत देने वाला एक द्रव्यमान, स्टेज-3 गंभीर गुर्दा रोग, और गंभीर अस्थमा का इतिहास और कई कोविड-19 संक्रमण शामिल हैं।

बता दें कि राणा ने एक दिन पहले ही सुप्रीम कोर्ट में अपना आवेदन दायर किया था।

राणा के पास प्रत्यर्पण से बचने का ये आखिरी कानूनी विकल्प था। अब उसके भारत आने की संभावना प्रबल है।

इस साल 25 जनवरी को अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट ने राणा के प्रत्यर्पण को मंजूरी दी थी।

इससे पहले 21 जनवरी को कोर्ट ने राणा की निचली कोर्ट के फैसले की समीक्षा करने की अपील को खारिज किया था।

हाल में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिका यात्रा के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी राणा के प्रत्यर्पण की घोषणा की थी।

राणा का जन्म पाकिस्तान में हुआ था। उसने मेडिकल की पढ़ाई की है और पाकिस्तान सेना में 10 साल डॉक्टर रह चुका है।

1997 में वह कनाडा चला गया, जिसके 3 साल बाद उसने अमेरिका के शिकागो में इमीग्रेशन का काम शुरू किया।

उसके पास कनाडाई नागरिकता है, लेकिन वह शिकागो में रहता है।

राणा पर आरोप है कि उसने 2006 से लेकर नवंबर, 2008 तक पाकिस्तान में मुंबई हमलों के मास्टरमांइड डेविड हेडली के साथ मिलकर पूरी साजिश रची।

26 नवंबर, 2008 को मुंबई में आतंकी हमला हुआ था। तब समुद्र के रास्ते पाकिस्तान से आए पाकिस्तानी आतंकियों ने ताज होटल समेत 6 जगहों पर हमले किए थे।

हमले में विदेशी नागरिकों समेत 175 लोगों की मौत हुई थी, जबकि कई सैंकड़ों घायल हुए थे। 4 दिनों तक तक चले आतंकरोधी अभियान के बाद सुरक्षाबलों ने 9 आतंकियों को मौके पर ही मार गिराया था।

इसी तरह एक जिंदा पकड़े गए आतंकी अजमल कसाब को फांसी दी गई थी।

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अप्रैल में श्रीलंका दौरे पर जाएंगे पीएम नरेंद्र मोदी

द्विपक्षीय मुद्दों पर हो सकती है चर्चा

नईदिल्ली,07 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल महीने के पहले सप्ताह में श्रीलंका के दौरे पर जा सकते हैं। दरअसल श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमार दिसानायके के अधिकारिक निमंत्रण पर पीएम मोदी का यह दौरा होगा।

पीएम मोदी की इस यात्रा से भारत और श्रीलंका के बीच द्विपक्षीय संबंध मजबूत होंगे। दरअसल 2 से 4 अप्रैल तक बैंकॉक में बंगाल की खाड़ी बहुक्षेत्रीय तकनीक और आर्थिक सहयोग पहल (बिम्सटेक) शिखर सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें पीएम मोदी शामिल होंगे। ऐसा माना जा रहा है कि इसके बाद पीएम नरेंद्र मोदी श्रीलंका जा सकते हैं। वहीं संभावना ये है कि इस दौरान दोनों देशों को मुखियाओं के बीच द्विपक्षीय मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।

बता दें कि दिसंबर 2024 में श्रीलंका के राष्ट्रपति दिसानायके भारत के तीन दिवसीय दौरे पर आए थे। इस दौरान उन्होंने पीएम नरेंद्र मोदी को जल्द से जल्द श्रीलंका आने का न्यौता दिया। यह उनकी पहली विदेशी यात्रा थी, जिसमें उन्होंने भारतीय नेतृत्व और व्यापारिक समुदाय के साथ गहन चर्चा की।

इस दौरान अपनी यात्रा को उन्होंने सफल बनाया और दोनों देशों के बीच रिश्ते को प्रगाढ़ करने की आवश्यकता पर जोर दिया। बता दें कि यह पहली बार नहीं होगा जब पीएम नरेंद्र मोदी श्रीलंका के दौरे पर जाएंगे। साल 2014 के बाद से पीएम नरेंद्र मोदी अबतक तीन बार श्रीलंका की यात्रा कर चुके हैं।

ऐसी संभावना जताई जा रही पीएम नरेंद्र मोदी की श्रीलंका यात्रा से भारत और श्रीलंका दोनों ही देशों के बीच जन केंद्रित साझेदारी को रफ्तार मिलेगी। यह दौरा कूटनीतिक, राजनीतिक, व्यापारिक और आर्थिक रूप से अहम होगा। बता दें कि पीएम नरेंद्र मोदी इससे पहले मार्च 2015 में श्रीलंका यात्रा पर गए थे।

यह 1987 के बाद किसी भी भारतीय प्रधानमंत्री की पहली यात्रा थी। इसके बाद मई 2017 में और फिर जून 2019 में ईस्टर संडे के आतंकवादी हमलों के बाद एकजुटता दिखाने के लिए पीएम मोदी ने कोलंबो का दौरा किया।

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भाषा मुद्दे पर शाह ने स्टालिन पर निशाना साधा

मेडिकल और इंजीनियरिंग शिक्षा तमिल में देने को कहा

रानीपेट,07 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शुक्रवार को तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन से राज्य में तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल की शिक्षा शुरू करने को कहा.

भाषा के मुद्दे विशेष रूप से स्टालिन के हिंदी विरोध को लेकर मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए शाह ने कहा कि नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने बदलाव किए और अब यह सुनिश्चित किया है कि केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के उम्मीदवार अपनी-अपनी क्षेत्रीय भाषाओं में परीक्षा दे सकें.

चेन्नई से करीब 70 किलोमीटर दूर रानीपेट में आरटीसी थक्कोलम में सीआईएसएफ के 56वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि परीक्षा में उत्तर पुस्तिका तमिल में भी लिखी जा सकेगी.

उन्होंने कहा कि मैं तमिलनाडु के मुख्यमंत्री से छात्रों के लाभ के लिए राज्य में तमिल में इंजीनियरिंग और मेडिकल शिक्षा शुरू करने की अपील करता हूं. उन्होंने कहा कि तमिलनाडु की संस्कृति ने भारत की सांस्कृतिक धारा को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है.

शाह ने कहा कि चाहे वह प्रशासनिक सुधार हो, आध्यात्मिक ऊंचाइयों को प्राप्त करना हो, शिक्षा हो या राष्ट्र की एकता और अखंडता हो, तमिलनाडु ने हर क्षेत्र में भारतीय संस्कृति को मजबूत किया है. इस कार्यक्रम में अर्द्धसैनिक बल के टुकडिय़ों का ‘मार्च पास्ट’, योग प्रदर्शन और कमांडो अभियान का प्रदर्शन किया गया.

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राहुल गांधी दो दिवसीय दौरे पर पहुंचे अहमदाबाद

राजनीतिक मामलों को लेकर की बैठक

अहमदाबाद,07 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी आज शुक्रवार से अहमदाबाद के दो दिवसीय दौरे पर हैं. जानकारी के मुताबिक वे अहमदाबाद पहुंच चुके हैं और उन्होंने राजीव गांधी भवन में गुजरात कांग्रेस की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक में भाग लिया. इसके अलावा वे दो दिन राज्य के विधानसभा चुनाव 2027 को लेकर गुजरात में पार्टी नेताओं और पदाधिकारियों के साथ बैठक भी करेंगे.

राहुल के गुजरात दौरे को लेकर कांग्रेस पार्टी ने बयान जारी करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने पहले कहा था कि पार्टी 2027 के गुजरात विधानसभा चुनाव जीतेगी और वह अगला विधानसभा चुनाव लडऩे का काम शुरू करने के लिए राज्य में आ रहे हैं. राहुल गांधी के कार्यक्रम के अनुसार, वह शुक्रवार सुबह पूर्व प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षों और पूर्व विपक्ष के नेताओं से मुलाकात करेंगे और राज्य राजनीतिक मामलों की समिति के साथ भी बैठक करेंगे.

इसके बाद शाम को वे लोकसभा में विपक्ष के नेता कांग्रेस के जिला और शहर अध्यक्षों के साथ-साथ तालुका और नगर पालिका प्रमुखों से मिलेंगे. शाम 5 से 7 बजे के बीच वह सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे. राहुल शनिवार को अहमदाबाद में पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करेंगे और उसी दिन दोपहर में दिल्ली के लिए रवाना होंगे. जानकारी के मुताबिक अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) का अधिवेशन अगले महीने 8-9 अप्रैल को अहमदाबाद में आयोजित होने वाला है.

इससे पहले पार्टी महासचिव के सी वेणुगोपाल ने बैठक की तैयारियों का जायजा लेने के लिए पिछले मंगलवार को गुजरात का दौरा किया था. बता दें, 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने राज्य की कुल 182 सीटों में से 17 सीटें जीती थीं, लेकिन पांच विधायकों के इस्तीफे के बाद सदन में पार्टी की ताकत घटकर 12 रह गई.

वहीं, अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी भी आज से गुजरात के दो दिवसीय दौरे पर हैं. वे दादरा-नगर हवेली का भी दौरा करेंगे.

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दिल्ली बजट 2025-26 : व्यापारी संगठनों से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने की मुलाकात

महत्वपूर्ण सुझाव मिले

नई दिल्ली ,06 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बजट 2025-26 के लिए जनता से उनके सुझाव और अपेक्षाएं प्राप्त करने के उद्देश्य से एक कार्यक्रम आयोजित किया। इस कार्यक्रम में दिल्ली के विभिन्न व्यापारिक और औद्योगिक संगठनों के प्रतिनिधि शामिल हुए।

सीएम गुप्ता ने बताया कि आज उन्हें व्यापार जगत से जुड़े कई महत्वपूर्ण और कीमती सुझाव प्राप्त हुए हैं। हमें दिल्ली के विभिन्न क्षेत्रों से आए व्यापारियों से उनके अनुभव और समस्याएं सुनने का अवसर मिला। इन सुझावों से यह समझने में मदद मिली कि पिछले कई सालों से व्यापारिक संगठनों को अफसरशाही और अव्यावहारिक नीतियों के कारण भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा है।

सीएम ने कहा कि व्यापारियों ने जो समस्याएं बताई हैं, उनमें सीवरेज की दिक्कतें, गली-मोहल्लों की खराब स्थिति, नालियों का जाम होना और खड़ंजा नहीं बनने जैसी बुनियादी समस्याएं शामिल हैं। इसके साथ ही इंडस्ट्रियल एरिया में आवश्यक सुधार नहीं होने, छोटे-छोटे मार्केट कॉम्प्लेक्स और बड़े बाजारों में शौचालय की कमी जैसी समस्याएं भी सामने आईं।

मुख्यमंत्री ने व्यापारी संगठनों को आश्वासन दिया कि उनकी समस्याओं का समाधान किया जाएगा। उन्होंने कहा, पूर्व सरकारों में केवल समस्याओं का प्रचार हुआ था, लेकिन हम कोशिश करेंगे कि इन समस्याओं का प्रभावी समाधान किया जाए और व्यापारियों की परेशानियों को दूर किया जाए।

इससे पहले भी महिला संगठनों के साथ मुख्यमंत्री ने मुलाकात कर उनके सुझाव और समस्याओं को जाना था। मुख्यमंत्री लगातार इस तरह का आयोजन कर लोगों से मिल रही हैं।

यह बैठक दिल्ली के विकास में व्यापारियों और उद्योग जगत के सुझावों की अहमियत को दर्शाती है। सीएम गुप्ता ने इस बात का विश्वास दिलाया कि दिल्ली की उन्नति के लिए व्यापारियों के दर्द का उपचार किया जाएगा।

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शादी के बंधन में बंधे भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या

बेंगलुरु  ,06 मार्च(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)।  भाजपा सांसद तेजस्वी सूर्या गुरुवार को शादी के बंधन में बंध गए। उनकी शादी से संबंधित कई तस्वीरें सोशल मीडिया पर सामने आई हैं। उन्होंने चेन्नई की मशहूर सिंगर और भरतनाट्यम डांसर शिवश्री स्कंदप्रसाद से शादी की है।

उनके शादी समारोह में तमिलनाडु भाजपा अध्यक्ष अन्नामलाई, प्रताप सिम्हा और अमित मालवीय समेत कई बड़े नेता शामिल हुए। शादी समारोह में करीबी रिश्तेदारों और दोस्तों को ही आमंत्रित किया गया था।

शिवश्री ने शास्त्र विश्वविद्यालय से बायोइंजीनियरिंग में स्नातक किया। इसके बाद उन्होंने चेन्नई विश्वविद्यालय से भरतनाट्यम में एमए की डिग्री हासिल की। शिवश्री का अपना यूट्यूब चैनल भी है, जिसके दो लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर हैं।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शिवश्री की कला से प्रभावित होकर उनकी तारीफ कर चुके हैं। साल 2014 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा उनके गाने की तारीफ किए जाने के बाद वह सुर्खियों में आई थीं। शिवश्री एक संगीत प्रेमी परिवार से आती हैं।

उन्होंने ए.एस. मुरली से शास्त्रीय संगीत की शिक्षा ली थी। वह देशभर में कई जगहों पर अपनी कला का जलवा बिखेर चुकी हैं। वह डेनमार्क और दक्षिण अफ्रीका में भी प्रस्तुति दे चुकी हैं।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक, 9 मार्च को बेंगलुरु के गायत्री विहार पैलेस ग्राउंड में रिसेप्शन पार्टी का आयोजन किया जाएगा। इसे लेकर तैयारियां जारी हैं। इस कार्यक्रम में कई बड़ी हस्तियां शामिल हो सकती हैं।

तेजस्वी सूर्या भाजपा के तेजतर्रार नेताओं की फेहरिस्त में शुमार हैं, जो अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते हैं। वह कई बार अपने राजनीतिक विरोधियों को माकूल जवाब देते नजर आए हैं।

उन्होंने अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से अपने राजनीतिक सफर का आगाज किया था। इसके बाद 2019 में बेंगलुरु दक्षिण से भारी मतों से विजयी हुए थे। वह सबसे कम उम्र में सांसद बनने वालों की सूची में शामिल हैं। उनकी प्रतिभा को देखते हुए ही भाजपा के शीर्ष नेतृत्व ने उन्हें युवा मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी है।

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तेजस्वी यादव की बड़ी घोषणाएँ, बिहार में डोमिसाइल नीति लागू करने का वादा

पटना ,06 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कई अहम घोषणाएँ कीं। उन्होंने कहा कि अगर उनकी सरकार बनती है, तो बिहार में डोमिसाइल नीति लागू की जाएगी। इसके अलावा, विद्यार्थियों को बड़ी राहत देते हुए प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म की फीस माफ करने और परीक्षा केंद्र तक आने-जाने के किराए की भरपाई सरकार द्वारा किए जाने की भी घोषणा की।

तेजस्वी यादव ने शराबबंदी कानून में बदलाव का संकेत देते हुए कहा कि अगर राजद की सरकार बनी, तो ताड़ी को इस कानून से बाहर कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले ताड़ी बेचने का काम करने वाले लोग इसे जारी रख सकेंगे, लेकिन नीतीश कुमार की सरकार ने इसे शराबबंदी के दायरे में लाकर हजारों परिवारों की आजीविका छीन ली।

तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि उनकी गलत नीतियों के कारण ताड़ी पर पाबंदी लगी, जिससे गरीब तबके के लोग प्रभावित हुए। उन्होंने दोहराया कि राजद की सरकार बनने पर इस फैसले को बदला जाएगा।

तेजस्वी यादव की इन घोषणाओं से बिहार की राजनीति में हलचल मच गई है। विपक्ष जहां इसे राजनीतिक स्टंट बता रहा है, वहीं समर्थकों का कहना है कि यह कदम युवा और गरीब तबके के लिए बड़ी राहत साबित होगा।

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झारखंड भाजपा विधायक दल के नेता चुने गए बाबूलाल मरांडी

नेता प्रतिपक्ष का सस्पेंस खत्म

रांची ,06 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। बाबूलाल मरांडी को झारखंड विधानसभा में भारतीय जनता पार्टी विधायक दल का नेता चुन लिया गया है। गुरुवार को रांची के हरमू रोड स्थित प्रदेश कार्यालय में केंद्रीय पर्यवेक्षकों भूपेंद्र यादव और के. लक्ष्मण की मौजूदगी में हुई विधायकों की बैठक में उनके नाम पर सर्वसम्मति बनी।

इसके साथ ही विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष को लेकर पिछले साढ़े तीन महीनों से चला आ रहा सस्पेंस खत्म हो गया है। पार्टी आज ही स्पीकर को विधायक दल के नेता के निर्वाचन की सूचना देगी।

नेता चुने जाने के बाद मरांडी ने कहा कि उन्हें पार्टी के नेतृत्व और विधायकों ने जो जिम्मेदारी सौंपी है, उसके लिए वह आभारी हैं। उन्होंने कहा, अपनी पूरी क्षमता और ताकत के साथ सदन के अंदर और बाहर दल को मजबूत बनाने के लिए हर पल कार्य करूंगा। संगठन को और कैसे मजबूत किया जा सकता है, उसके लिए प्रयासरत रहूंगा। सबको साथ लेकर चलूंगा।

मरांडी ने इस नई जिम्मेदारी के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, केंद्रीय पर्यवेक्षक भूपेंद्र यादव, के. लक्ष्मण, प्रदेश प्रभारी लक्ष्मीकांत वाजपेयी, क्षेत्रीय संगठन मंत्री नागेंद्र, प्रदेश संगठन महामंत्री कर्मवीर और प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष रवींद्र राय सहित सभी साथी विधायकों का आभार जताया।

उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा, मैं, पार्टी की नीतियों एवं सिद्धांतों के साथ जनता की आवाज बनकर गरीब, दलित, शोषित, आदिवासी समाज के अधिकारों और उनकी समस्याओं को उठाने के लिए पूर्ण निष्ठा और क्षमता के साथ कार्य करूंगा।

मरांडी ने कहा कि विधानसभा के पिछले कार्यकाल में भी पार्टी के विधायकों ने उन्हें नेता चुना था, लेकिन स्पीकर ने दुर्भावना से ग्रस्त होकर चार साल तक मामले को लटकाकर रखा। इसके बावजूद पार्टी के हम सभी विधायकों ने जनता के मुद्दों पर लड़ाई में कोई कसर नहीं छोड़ी। राज्य की सरकार के गलत कार्यों का जमकर विरोध किया।

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होली के अवसर पर फिर होगी रिलीज होगी क्लासिक कॉमेडी फिल्म ‘नमस्ते लंदन’

06.03.2025 – विपुल अमृतलाल शाह द्वारा निर्देशित ‘नमस्ते लंदन’ 2007 की टॉप 10 सबसे ज्यादा कमाई करने वाली हिंदी फिल्मों में शामिल हुई थी। फिल्म की कहानी, निर्देशन, साउंडट्रैक और अभिनय की खूब तारीफ हुई थी। इसे पंजाब, लंदन और यूके के 50 अलग-अलग लोकेशंस पर शूट किया गया था।

अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री हमेशा यादगार रही है, और उनकी क्लासिक फिल्मों में से एक है ‘नमस्ते लंदन’। इस फिल्म को रिलीज़ हुए 25 साल हो चुके हैं, और यह एक क्लासिक रोमांटिक कॉमेडी फिल्म का दर्जा हासिल कर चुकी है।

अब यह फिल्म इस वर्ष होली के अवसर पर सिनेप्रेमियों के लिए 14 मार्च को फिर से सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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कर्नाटक होम बोर्ड के अधिकारी शिवानंद केंबावी के आवास पर लोकायुक्त की छापेमारी

बंगलौर  06 March, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । कर्नाटक में लोकायुक्त ने गुरुवार सुबह विजयपुरा शहर में एक बड़े छापे की कार्रवाई को अंजाम दिया। ये छापा होम बोर्ड के एफडीए अधिकारी के ठिकानों पर मारा गया। मामला आय से अधिक की संपत्ति का बताया जा रहा है।

आय से अधिक संपत्ति रखने के आरोप में लोकायुक्त पुलिस ने कर्नाटक होम बोर्ड (केएचबी) के एफडीए अधिकारी शिवानंद केंबावी के आवास और फार्म हाउस पर छापा मारा है।

यह छापा विजयपुरा शहर के सुकून कॉलोनी स्थित आवास और विजयपुरा तालुक के थिडागुंडी गांव में स्थित फार्म हाउस पर भी मारा गया।दस्तावेजों की जांच शुरू कर दी गई है और आय से संबंधित सबूत जुटाने के लिए तलाशी अभियान जारी है।

लोकायुक्त एसपी डी मल्लेश के नेतृत्व में डीएसपी सुरेश रेड्डी, सीपीआई आनंद तक्कन्नावारा और अन्य कर्मचारियों की टीम ने इस छापेमारी का संचालन किया।

अधिकारियों का कहना है कि यह कार्रवाई आय से अधिक संपत्ति के मामले में प्रारंभिक जांच का हिस्सा है और आय से संबंधित दस्तावेजों की गहन जांच की जा रही है।

यह छापा कर्नाटक होम बोर्ड के उच्च अधिकारियों और सरकारी कर्मचारियों के खिलाफ बढ़ती जांचों का हिस्सा माना जा रहा है।

कर्नाटक लोकायुक्त ने जनवरी 2025 में भी छापेमारी की बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया था। तब आठ सरकारी अधिकारियों से जुड़े ठिकानों पर रेड डाली गई थी।

जिन अधिकारियों के यहां छापेमारी की गई थी उन पर भी आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप लगे हैं। इनमें से एक बेंगलूरु की परिवहन संयुक्त आयुक्त शोभा भी शामिल थीं।

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तेलंगाना एमएलसी चुनाव में भाजपा की जीत

पीएम मोदी बोले -हमें अपने कार्यकर्ताओं पर गर्व

नई दिल्ली  06 March, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को तेलंगाना विधान परिषद चुनाव में विजयी हुए भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवारों को बधाई दी। कांग्रेस को बड़ा झटका देते हुए भाजपा ने तेलंगाना में विधान परिषद की तीन में से दो सीटें जीत ली है।

प्रधानमंत्री मोदी ने भाजपा का समर्थन करने के लिए तेलंगाना के लोगों को धन्यवाद दिया है। साथ ही भाजपा कार्यकर्ताओं का आभार जताया है।

पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “मैं तेलंगाना के लोगों को एमएलसी चुनावों में भाजपा के अभूतपूर्व समर्थन के लिए धन्यवाद देता हूं। हमारे नवनिर्वाचित उम्मीदवारों को बधाई। मुझे अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं पर बहुत गर्व है, जो लोगों के बीच बड़ी मेहनत से काम कर रहे हैं।”

केंद्रीय मंत्री और तेलंगाना भाजपा इकाई के प्रमुख जी किशन रेड्डी ने इस जीत को जनता और कार्यकर्ताओं की जीत बताया। उन्होंने कहा कि चुनाव में भाजपा की सफलता, जनता के बढ़ते समर्थन और मौजूदा राज्य सरकार के प्रति बढ़ते असंतोष को दर्शाता है।

भाजपा ने तेलंगाना में विधान परिषद (एमएलसी) की तीन में से दो सीटें जीतकर बेहतर प्रदर्शन किया है, जिससे राज्य में सत्तारूढ़ कांग्रेस पार्टी को बड़ा झटका लगा।

मेडक- करीमनगर- आदिलाबाद- निजामाबाद (शिक्षक) निर्वाचन क्षेत्र से भाजपा के मलका कोमारैया विजयी हुए। वहीं चिन्नामेल अंजी रेड्डी ने करीमनगर- निजामाबाद- आदिलाबाद- मेडक (स्नातक) निर्वाचन क्षेत्र से जीत हासिल की। वारंगल- खम्मम- नलगोंडा शिक्षक एमएलसी चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार श्रीपाल रेड्डी पिंगिली ने जीत हासिल की है।

एक अन्य पोस्ट में प्रधानमंत्री मोदी ने आंध्र प्रदेश में स्नातक एमएलसी चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत पर भी प्रसन्नता व्यक्त की।

चुनावों में एनडीए उम्मीदवारों की जीत पर मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के एक पोस्ट का जवाब देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “विजेता उम्मीदवारों को बधाई। केंद्र और आंध्र प्रदेश में एनडीए सरकारें राज्य के लोगों की सेवा करती रहेंगी और राज्य की विकास यात्रा को नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगी।”

एनडीए उम्मीदवार ए राजेंद्र प्रसाद और पी राजशेखरम ने आंध्र प्रदेश में स्नातक एमएलसी चुनाव जीता, जबकि एक स्वतंत्र उम्मीदवार ने शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र एमएलसी चुनाव में जीत हासिल की।

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प्रधानमंत्री योग पुरस्कार 2025 के लिए नामांकन शुरू

नई दिल्ली 05 March, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी): योग के प्रचार और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करने के लिए प्रधानमंत्री योग पुरस्कार 2025 के आवेदन की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

यह पुरस्कार योग के प्रति समर्पण और इसके वैश्विक प्रसार में योगदान करने वालों को मान्यता प्रदान करता है। पुरस्कार उन व्यक्तियों और संगठनों को दिए जाएंगे जिन्होंने योग के प्रचार-प्रसार और इसके विकास में महत्वपूर्ण और लगातार योगदान दिया है, चाहे वह राष्ट्रीय स्तर पर हो या अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर।

माई गवर्नमेंट ऑफ इंडिया ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “योग की परिवर्तनकारी शक्ति का जश्न मनाएं। पीएम योग पुरस्कार 2025 योग के प्रचार और विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों और संगठनों को सम्मानित करता है। माई गवर्नमेंट ऑफ इंडिया पर योग्य उम्मीदवार आवेदन करें।”

योग प्राचीन भारतीय परंपरा का एक अमूल्य उपहार है, जो न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व में शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य के लिए एक शक्तिशाली साधन के रूप में जाना जाता है। “योग” शब्द संस्कृत के युज से लिया गया है, जिसका अर्थ है “जुड़ना”, “जोड़ना” या “एकजुट होना”।

यह शब्द मन और शरीर की एकता का प्रतीक है, जिसमें विचार और क्रिया, संयम और पूर्ति, मानव और प्रकृति के बीच सामंजस्य, तथा स्वास्थ्य और कल्याण के लिए एक समग्र दृष्टिकोण शामिल है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दूसरे अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर दो योग पुरस्कारों की घोषणा की थी। एक पुरस्कार अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर और दूसरा राष्ट्रीय स्तर पर दिया जाएगा। इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन व्यक्तियों और संगठनों को मान्यता देना और सम्मानित करना है, जिन्होंने योग के प्रचार और विकास के माध्यम से लंबे समय तक समाज पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाला है।

प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था,” यह पुरस्कार योग के प्रति समर्पण और इसके माध्यम से शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए किए गए अथक प्रयासों को सम्मानित करने का एक महत्वपूर्ण कदम है।” उन्होंने यह भी कहा कि योग न केवल भारत में बल्कि दुनिया भर में लोगों को स्वास्थ्य और शांति की दिशा में एक नया रास्ता दिखा रहा है।

इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन योगदानों को सराहना है जो योग को वैश्विक स्तर पर एक समृद्ध और प्रभावशाली जीवनशैली के रूप में स्थापित करने में सहायक रहे हैं। यह पुरस्कार उन लोगों को प्रोत्साहित करेगा जो योग के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।

योग की सार्वभौमिक अपील को मान्यता देते हुए 11 दिसंबर 2014 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक ऐतिहासिक प्रस्ताव (संकल्प 69/131) पारित किया, जिसमें 21 जून को अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के रूप में घोषित किया गया। इस प्रस्ताव का उद्देश्य दुनिया भर में योग के लाभों को फैलाना और इसकी प्राचीन परंपरा को संजीवनी शक्ति के रूप में सम्मानित करना था।

इस दिन को पूरी दुनिया में योग के महत्व को समझने और उसे अपनाने के लिए मनाया जाता है, जिससे वैश्विक स्तर पर शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा मिल सके। 21 जून को आयोजित होने वाला अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस न केवल योग के लाभों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए एक मंच प्रदान करता है, बल्कि यह विश्वभर में शांति, सामंजस्य और एकता का प्रतीक भी बन गया है।

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पीएम मोदी ने बीजू पटनायक को उनकी 109वीं जयंती पर किया याद

नई दिल्ली 05 March, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : ओडिशा के लोकप्रिय सीएम बीजू पटनायक की जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उन्हें याद किया। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफार्म एक्स पर आपातकाल के दौरान उनके कड़े विरोध को भी याद किया।

पीएम मोदी ने कहा, “बीजू बाबू को उनकी जयंती पर याद करते हुए, हम ओडिशा के विकास और लोगों को सशक्त बनाने में उनके योगदान को याद करते हैं। वे लोकतांत्रिक आदर्शों के प्रति भी पूरी तरह प्रतिबद्ध थे और उन्होंने आपातकाल का कड़ा विरोध किया था।”

बता दें कि 5 मार्च 1916 को ओडिशा के गंजाम जिले में जन्मे विजयानंद (बीजू) पटनायक दो बार ओडिशा के मुख्यमंत्री रहे और अपने कार्यकाल में कई महत्वपूर्ण कार्य किए। लेकिन इसके साथ ही, वह एक स्वतंत्रता सेनानी और बहादुर पायलट भी थे।

बीजू पटनायक को एविएशन में गहरी रुचि थी, और उन्होंने पायलट बनने के अपने सपने को पूरा करने के लिए अपनी पढ़ाई छोड़ दी। प्रशिक्षण लेने के बाद, उन्होंने निजी एयरलाइंस के साथ उड़ान भरी, लेकिन जब दूसरा विश्व युद्ध छिड़ा, तो उन्होंने रॉयल इंडियन एयरफोर्स जॉइन कर लिया। इसी समय के दौरान, उन्होंने कलिंग एयरलाइंस की भी शुरुआत की।

1947 में, जब पाकिस्तानी हमलावरों ने कश्मीर पर हमला किया, तो बीजू पटनायक ने कश्मीर की रक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। वह एक पायलट थे और डकोटा डी सी-3 विमान उड़ाते थे। 27 अक्टूबर को, उन्होंने अपने विमान से श्रीनगर की हवाई पट्टी के लिए उड़ान भरी और साथ में 1 सिख रेजिमेंट के 17 जवानों को भी लिया।

उन्होंने यह सुनिश्चित करने के लिए कि हवाई पट्टी पर दुश्मन का कब्जा नहीं है, विमान को हवाई पट्टी के बेहद पास उड़ाया और जब यह देखा कि रास्ता साफ है, तो उन्होंने विमान को वहां उतार दिया। वहां भारतीय सैनिकों ने घुसपैठियों को खदेड़ दिया।

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गुजरात गोधरा कांड : केंद्र सरकार ने 14 गवाहों की हटाई सुरक्षा

सिक्योरिटी में तैनात थे 150 CISF जवान

नई दिल्ली 05 March, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : गुजरात के गोधरा कांड के गवाहों की सुरक्षा हटा दी गई है। केंद्र सरकार की तरफ से ये फैसला लिया गया है। जानकारी के मुताबिक 14 गवाहों की सुरक्षा हटाई गई है। जिन्हें सीआईएसएफ के 150 जवानों द्वारा सुरक्षा प्रदान की जा रही थी। गृह मंत्रालय ने SIT की रिकमेंडेशन रिपोर्ट के आधार पर 14 गवाहों की सुरक्षा को हटाने का फैसला लिया है। गोधरा कांड पर बनी SIT ने 10 नवंबर 2023 को इन गवाहों की सुरक्षा हटाने की अपनी रिपोर्ट दी थी।

 27 फरवरी, 2002 को गुजरात के गोधरा में अयोध्या से लौट रहे कारसेवकों को ले जा रही साबरमती एक्सप्रेस की एक बोगी में आग लगा दी गई थी, जिसमें 58 लोगों की मौत हो गई थी। इस घटना के बाद पूरे राज्य में बड़े पैमाने पर दंगे भड़क उठे थे, जिसके बाद केंद्र सरकार को सेना भेजनी पड़ी थी।

यह भारत में सबसे भीषण सांप्रदायिक हिंसा में से एक थी। जिसमें 790 मुस्लिम और 254 हिंदुओं सहित 1044 लोग मारे गए थे। घटना के बाद बलात्कार, लूटपाट और संपत्ति के नुकसान, घरों और दुकानों को जलाने की भी खबरें आईं। इस कांड के बाद लगभग 2 लाख लोग विस्थापित हुए। उनमें से कई लोग अपने घरों में वापस नहीं जा सके और नए इलाकों में बस गए।

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Google Map ने लील ली स्टेशन मास्टर की जान

30 फीट गहरे नाले में गिरने से हुई मौत

नई दिल्ली 05 march, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) : गूगल मैप एक बार फिर घातक साबित हुआ, ग्रेटर नोएडा में स्टेशन मास्टर की जान गई। गूगल मैप के निर्देशों का पालन करते हुए गाड़ी चला रहे स्टेशन मास्टर की कार एक गहरे नाले में गिर गई, जिससे उनकी दुखद मृत्यु हो गई। यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना उस समय हुई जब स्टेशन मास्टर एक बारात में शामिल होने जा रहे थे।

यह दुखद घटना बीटा टू थाना क्षेत्र के पी 3 सेक्टर के पास घटी। मृतक की पहचान दिल्ली के मंडावली निवासी भरत भाटी के रूप में हुई है, जो स्टेशन मास्टर थे। जानकारी के अनुसार, भाटी हाल ही में एक विवाह समारोह में भाग लेने के लिए अपनी कार से जा रहे थे। जैसे ही वह केंद्रीय विहार 2 सोसायटी के सामने तेज़ गति से अपनी कार लेकर पहुंचे, रास्ता अचानक समाप्त हो गया, और उनकी कार लगभग 30 फीट गहरे नाले में जा गिरी। आसपास के लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचित किया।

सूचना मिलते ही पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। चौकी इंचार्ज और उनके सहयोगियों ने मिलकर कार सवार को नाले से बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने स्टेशन मास्टर के पास मौजूद पहचान पत्र से उनकी पहचान की और उनके परिवार को दुखद समाचार से अवगत कराया।

प्रारंभिक जांच में यह बात सामने आई है कि सड़क के किनारे सुरक्षा व्यवस्था की कमी के कारण यह हादसा हुआ। स्थानीय लोगों का कहना है कि यदि उस स्थान पर ग्रिल या रेलिंग लगी होती तो शायद स्टेशन मास्टर की जान बचाई जा सकती थी। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि स्टेशन मास्टर वर्तमान में किस स्टेशन पर कार्यरत थे। स्थानीय निवासियों ने बताया कि यह स्थान दुर्घटनाओं का केंद्र बन गया है, क्योंकि रास्ता अचानक बंद हो जाता है और सीधा नाले में खुलता है, जिससे चालकों को भटकाव होता है। इस हादसे के बाद, नोएडा पुलिस ने नाले के आगे बैरिकेडिंग लगा दी है।

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अब 9 घंटे नहीं, 36 मिनट में होगी केदारनाथ की यात्रा

मोदी सरकार ने इस बड़े प्रोजेक्ट को दी मंजूरी

नई दिल्ली 05 March,

(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)  सरकार ने पर्वतमाला परियोजना के अंतर्गत उत्तराखंड में स्थिति तीर्थ स्थल बाबा केदारनाथ तथा सिखों के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल हेमकुंड साहिब के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को रोपवे की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए कुल 6811 करोड रुपए की लागत की दो परियोजनाओं के निर्माण को आज मंजूरी प्रदान की। केदारनाथ जाने में एक तरफ से कम से कम 9 घंटे का समय लगता है। रोपवे बन जाने के बाद यह यात्रा 36 मिनट में होगी।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केन्द्रीय मंत्रिमंडल की आर्थिक मामलों की समिति की आज यहां हुई बैठक में इन दोनों परियोजनाओं को मंजूरी दी गयी। रेल, सूचना प्रसारण, इलैक्टॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कैबिनेट के फैसलों की जानकारी देते हुए यहां संवाददाता सम्मेलन में बताया कि इन परियोजनाओं पर डिजाइन, निर्माण, वित्त, संचालन और स्थानांतरण-डीबीएफओटी मोड पर काम कराया जाएगा जिन्हें चार से छह वर्ष के भीतर पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि दोनों रोपवे परियोजनाओं को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के अधीन कंपनी राष्ट्रीय राजमार्ग रसद प्रबंधन लिमिटेड (एनएचएलएमएल) द्वारा बनाया जाएगा।

वैष्णव बताया कि उत्तराखंड में सोनप्रयाग से केदारनाथ 12.9 किलोमीटर लम्बी रोपवे परियोजना के निर्माण पर 4081.28 करोड़ रुपए की लागत से किया जाएगा। रोपवे को सार्वजनिक-निजी भागीदारी में विकसित करने की योजना है और यह परियोजना सबसे उन्नत ट्राई-केबल डिटेचेबल गोंडोला-3एस तकनीक पर आधारित होगा जिसकी डिजाइन क्षमता 1800 यात्री प्रति घंटे प्रति दिशा होगी,जो प्रति दिन 18 हजार यात्रियों को लाने ले जाने में सक्षम होगी। एक गोंडोला मिनी बस के समान होगा जिसमें एक बार में 36 यात्री सवारी कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि रोपवे निर्माण से केदारनाथ की यात्रा गौरीकुंड से 16 किलोमीटर की चढ़ाई में लगने वाला 8 से 9 घंटे की अवधि घटकर महज 36 मिनट रह जाएगी। प्रस्तावित रोपवे की योजना मंदिर में आने वाले तीर्थयात्रियों को सुविधा प्रदान करने और सोनप्रयाग और केदारनाथ के बीच हर मौसम में कनेक्टिविटी सुनिश्चित करने के लिए बनाई गई है। उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग में 3,583 मीटर की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ में 6 से 7 महीने में हर साल लगभग 20 लाख तीर्थयात्री पहुंचते हैं। रोपवे के निर्माण से यह संख्या 23 लाख हो जाएगी।

श्री वैष्णव ने बताया कि गोविंदघाट से हेमकुंड साहिब तक 12.4 किमी रोपवे परियोजना को भी डीबीएफओटी मोड पर तैयार किया जाएगा। इसमें 10.55 किलोमीटर तक गोविंदघाट से घांघरिया तक और 1.85 किलोमीटर घांघरिया से हेमकुंड साहिब तक बनाया जाएगा। इस परियोजना पर 2730.13 करोड़ रुपए लागत आने का अनुमान है। करीब 15 हजार फुट की ऊंचाई पर स्थित हेमकुंड साहिब की यात्रा गोविंदघाट से 21 किमी की चुनौतीपूर्ण चढ़ाई है। उन्होंने कहा कि इस रोपवे से हेमकुंड साहिब के दर्शन के साथ ही फूलों की घाटी का दौरा करने वाले पर्यटकों को भी सुविधा होगी जो घांघरिया से करीब चार किलोमीटर की दूरी पर है। इस तीर्थ पर हर साल करीब दो लाख यात्री पहुंचते हैं। उन्होंने कहा कि इस समय हेमकुंड साहिब में चार से पांच घंटे ही दर्शन हो पाते हैं। रोपवे बनने के बाद दिन में दस घंटे तक दर्शन की सुविधा संभव हो सकेगी। रोपवे के माध्यम से एक दिन में करीब 1100 यात्री आ जा सकेंगे।

एक सवाल के जवाब में सूचना प्रसारण मंत्री ने बताया कि दोनों परियोजनाओं को मंजूरी देने से पहले पर्यावरण एवं पारिस्थितिकी तंत्र पर गहरायी से विचार किया गया है और सभी चिंताओं का समाधान किया गया है। रोपवे का संचालन उत्तराखंड रोपवे अधिनियम 2014 के अंतर्गत किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि केदारनाथ एवं हेमकुंड साहिब के लिए माल पहुंचाने के लिए भी रोपवे सेवा बहुत उपयोगी साबित होगी। सामान के परिवहन की लागत घटने से यात्रियों को भी लाभ होगा।

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सोनपुर रेल मंडल में 05 मार्च को राजीव प्रताप रुडी की बैठक

छपरा, 03 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। सारण सांसद एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री  राजीव प्रताप रुडी, बुधवार को पूर्व मध्य रेलवे के सोनपुर मंडल संसदीय समिति की बैठक में सम्मिलित होंगे। सामुदायिक भवन, सोनपुर में आयोजित इस बैठक में सोनपुर मंडल के क्षेत्राधिकार में आने वाले 10 लोकसभा सांसदों और 1 राज्यसभा सांसद को आमंत्रित किया गया है।

इस बैठक का मुख्य उद्देश्य रेलवे परियोजनाओं की प्रगति की समीक्षा करना और रेल यात्रियों की सुविधाओं को और बेहतर बनाने के लिए सुझावों पर चर्चा करना है। इस बैठक में हाजीपुर के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री श्री चिराग पासवान, केंद्रीय मंत्री श्री गिरिराज सिंह, केंद्रीय मंत्री श्री नित्यानंद राय, केंद्रीय मंत्री श्री रामनाथ ठाकुर, केंद्रीय मंत्री श्री राज भूषण चौधरी, सांसद श्रीमती वीणा देवी, श्री राजेश वर्मा, श्री अजय कुमार मंडल, श्री तारिक अनवर और श्रीमती शाम्भवी चौधरी समेत अन्य जनप्रतिनिधि शामिल होंगे।

इस संदर्भ में सांसद श्री रुडी ने बताया कि बैठक के कुछ प्रमुख एजेंडे में वर्तमान रेलवे परियोजनाओं की समीक्षा और लंबित कार्यों की स्थिति पर चर्चा, अमृत भारत ट्रेन और अन्य महत्वपूर्ण रेल योजनाओं की प्रगति का आकलन, नए रेलवे ओवरब्रिज (ROB) और अंडरपास (LHS) के निर्माण पर विचार-विमर्श, सोनपुर, दिघवारा और छपरा में नई ट्रेनों के ठहराव को लेकर निर्णय और रेलवे स्टेशनों की सफाई और यात्री सुविधाओं को लेकर विशेष चर्चा होगी।

सांसद  राजीव प्रताप रुडी ने कहा कि सोनपुर मंडल का रेलवे इतिहास बहुत पुराना और गौरवशाली रहा है। एक समय पर सोनपुर देश का सबसे बड़ा प्लेटफॉर्म वाला रेलवे स्टेशन हुआ करता था। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में रेलवे को नई ऊंचाइयों पर ले जाने के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए गए हैं, जिससे परियोजनाओं की गति तेज हुई है और यात्री सुविधाओं में लगातार सुधार हो रहा है।

बैठक में सोनपुर मंडल के महाप्रबंधक, विभिन्न विभागाध्यक्षों और सांसदों के बीच रेलवे विकास कार्यों और यात्री सुविधाओं के विस्तार पर गहन विचार-विमर्श होगा। सांसद श्री रुडी ने आम जनता और रेलवे यात्रियों से आग्रह किया कि वे रेल सुविधा से जुड़े अपने सुझाव और समस्याओं को लिखित रूप में सांसद कार्यालय में भेजें, ताकि उन्हें बैठक में उठाया जा सके।

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प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का पहला साहित्य महोत्सव और पुस्तक मेला संपन्न

2026 में और बड़े आयोजन का वादा

10 लाख की पुस्तक बिक्री, 12 विमोचन और 18 प्रकाशकों की भागीदारी बनीं मुख्य आकर्षण

नई दिल्ली, 03 मार्च (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ( पीसीआई) द्वारा आयोजित तीन दिवसीय साहित्य महोत्सव और पुस्तक मेला 29 फरवरी से 2 मार्च तक चला और उम्मीदों से कहीं ज्यादा सफल रहा। इस ऐतिहासिक आयोजन ने 18 से अधिक प्रकाशकों, साहित्य प्रेमियों और पुस्तक विक्रेताओं को एक मंच पर लाकर पत्रकारिता और साहित्य के गहरे संबंधों को उजागर किया। महोत्सव में प्रेस की स्वतंत्रता, खोजी पत्रकारिता और साहित्य के समाज पर प्रभाव जैसे अहम विषयों पर गहन चर्चा हुई।

विभिन्न सत्रों, पुस्तक विमोचनों और इंटरैक्टिव वर्कशॉप के माध्यम से मीडिया और साहित्य से जुड़े मुद्दों को विस्तार से समझने और समझाने का मौका मिला। पीसीआई के अध्यक्ष गौतम लाहिड़ी ने इस सफलता पर खुशी जाहिर करते हुए कहा, “यह पहला आयोजन हमारी उम्मीदों से कहीं बढ़कर रहा। इस मंच पर हुई चर्चाओं ने पत्रकारिता और साहित्य के बीच गहरे रिश्ते को और मजबूत किया है। हम अगले साल इसे और बड़े स्तर पर लाने के लिए तैयार हैं। इस महोत्सव की सबसे खास उपलब्धि ₹10 लाख की किताबों की बिक्री रही और में 18 प्रमुख प्रकाशकों की भागीदारी भी देखने को मिली।

साथ ही, जय सिंह, रोहिणी सिंह और मसोम मुरादाबादी सहित कई चर्चित लेखकों की 12 नई किताबों का विमोचन हुआ। पीसीआई के महासचिव नीरज ठाकुर ने कहा कि “हम लोगों की जबरदस्त भागीदारी से बेहद उत्साहित हैं। जो शुरुआत पत्रकारिता और साहित्य के उत्सव के रूप में हुई थी, वह अब एक बड़ा सांस्कृतिक आयोजन बन चुका है। हम इसे और समावेशी और भव्य बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं। वहीं पीसीआई के सचिव जितेंद्र सिंह ने कहा है, “यह सिर्फ एक पुस्तक मेला नहीं था, बल्कि विचारों और बहस का एक महत्वपूर्ण मंच भी था।

पत्रकारिता और साहित्य की भूमिका पर हुई चर्चाएं बेहद सार्थक रही हैं। अब इसे हर साल आयोजित करने का हमारा संकल्प और भी मजबूत हो गया है। पीसीआई की उपाध्यक्ष संगीता बड़ोआ पिशारोती ने धन्यवाद ज्ञापन में सभी प्रकाशकों, पुस्तक विक्रेताओं और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और आश्वासन दिया कि आने वाले वर्षों में यह महोत्सव और व्यापक और समृद्ध रूप में आयोजित किया जाएगा।

प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के सदस्य मनोज शर्मा ने इस आयोजन की सराहना करते हुए कहा, “यह एक बेहतरीन पहल थी! मैं अपनी बेटियों के साथ यहां आया था, और उन्होंने पांच किताबें खरीदीं। इस तरह के आयोजनों से न सिर्फ किताबों के प्रति रुचि बढ़ती है, बल्कि समाज में पढ़ने-लिखने की संस्कृति भी मजबूत होती है। हम अगले साल के आयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।

इस सफलता के बाद, प्रेस क्लब ऑफ इंडिया ने घोषणा की कि यह साहित्य महोत्सव अब हर साल आयोजित किया जाएगा। 2026 में इसे और भी बड़े पैमाने पर, अधिक भागीदारी और व्यापक प्रतिनिधित्व के साथ प्रस्तुत करने की योजना बनाई गई है।

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दिल्ली विधानसभा में : तू है कौन.. चुप हो जा; तू गुंडा है… बैठ जा

दिल्ली विधानसभा में बीजेपी और आप विधायक हुए आमने सामने

नई दिल्ली ,03 मार्च(Final Justice Digital News Desk/एजेंसी)। दिल्ली विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही सदन में भाजपा विधायक कुलवंत सिंह राणा और आम आदमी पार्टी के विधायक आपस में भिड़ गए। दोनों के बीच बहस इतनी बढ़ गई कि स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी कुर्सी से उठकर दोनों पक्षों को शांत कराना पड़ा।

सदन के अंदर भाषा की मर्यादा भी टूटती दिखी। कुलवंत सिंह ने कहा कि तू है कौनज् चुप हो जा.. कल का आया बच्चा मुझे सिखाएगा। स्पीकर के बार-बार अनुरोध करने के बाद मामला शांत हुआ। दरअसल, सत्र की शुरुआत में रिठाला विधायक कुलवंत सिंह राणा खड़े हुए। कुलवंत सिंह के वक्तव्य के बीच में आम आदमी पार्टी की तरफ से किसी ने टिप्पणी की।

कुलवंत सिंह ने नाराज होकर कहा कि हूं मत करनाज् हां ये हूं नहीं चलेगा। तुम लोगों की चोरी पकड़ी गई है, तुम लोग चोरी से आए हो। इसके थोड़ी ही देर बाद आम आदमी पार्टी की तरफ के किसी विधायक ने फिर टिप्पणी की। इसपर रिठाला विधायक कुलवंत सिंह राणा और नाराज हो गए। उन्होंने सीधे आप विधायकों की तरफ आंखें दिखाते हुए कहा कि तेरी हूं करने की हिम्मत कैसे हुई?

तू गुंडा हैज् बैठ जा, तू हमें समझाएगा.. कल का बच्चा समझाएगा। कम बोला करज् तुझे बता रहा हूं। इस बीच स्पीकर विजेंद्र गुप्ता दोनों पक्षों को शांत कराते रहे। स्पीकर ने दोनों को बैठने को भी कहा, लेकिन मामला शांत होता नहीं दिखा।

आप विधायक संजीव झा ने कुलवंत सिंह का विरोध करते हुए उनसे भिड़ गए। इसपर कुलवंत सिंह का पारा और चढ़ गया। उन्होंने भरे सदन में संजीव झा को महाचोर बोल दिया।

कुछ मिनटों तक कुलवंत सिंह राणा और संजीव झा के बीच भी तीखी नोकझोंक देखने को मिली। जिसके बाद स्पीकर विजेंद्र गुप्ता को अपनी कुर्सी से उठकर दोनों को शांत कराना पड़ा।

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वक्फ संशोधन बिल का विरोध करने वाले मुसलमानों के दुश्मन – ओपी राजभर

वाराणसी 02 March, (Final Justice Digital News Desk/एजेंसी) । यूपी की योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने वक्फ बिल में किए गए संशोधन को लेकर अपनी प्रतिक्रिया जाहिर की। उन्होंने कहा कि जो मुसलमान समाज के मजबूत सदस्य हैं, वह कमजोर मुसलमानों को वक्फ बोर्ड की जमीन पर कब्जा नहीं करने देते। यह स्थिति समाज में असंतोष और छटपटाहट का कारण बन रही है।

राजभर ने स्पष्ट किया कि सरकार की मंशा यह है कि गरीब मुसलमानों, विशेष रूप से महिलाओं और युवाओं को वक्फ बोर्ड की जमीनों का लाभ मिल सके, जो पहले कुछ ताकतवर लोग ही अपने हाथ में रखते थे।

वक्फ संशोधन बिल को लेकर जारी विरोध के बारे में पूछे जाने पर राजभर ने कहा कि विरोध करने वाले लोग खुद मुसलमानों के दुश्मन हैं। जो लोग वक्फ बोर्ड की जमीनों पर कब्जा करते हैं और उसे बेचकर धन उगाहते हैं, वही लोग इस संशोधन का विरोध कर रहे हैं।

अगर गरीब मुसलमानों को वक्फ बोर्ड की जमीन का लाभ मिलता है, तो इसमें बुरा क्या है? सरकार का प्रयास है कि इन जमीनों का सही तरीके से वितरण किया जाए और इससे समाज के वंचित वर्ग को लाभ हो।

बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर सवाल किए जाने पर राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी 29 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और इसके लिए पार्टी ने जमीनी स्तर पर संगठन खड़ा किया है। उनकी पार्टी ने इन सीटों पर बूथ स्तर तक संगठन को मजबूत किया है।

हिमाचल सरकार की ओर से मठ-मंदिरों से मदद मांगने को लेकर सवाल किए जाने पर राजभर ने कहा कि आपदा के समय सभी क्षेत्रों से मदद होनी चाहिए। हर किसी को अपनी भूमिका निभानी चाहिए और मदद करने के लिए किसी विशेष क्षेत्र या धर्म का पक्ष नहीं लेना चाहिए।

विपक्ष के महाकुंभ के आंकड़ों पर सवालों को लेकर ओपी राजभर ने कहा कि विपक्ष का काम सवाल करना है, जबकि सरकार का काम अपनी योजनाओं और कार्यों को प्रभावी ढंग से लागू करना है। उन्होंने विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि सरकार को काम करने का मौका दिया जाना चाहिए।

दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा सीएजी रिपोर्ट पर सवाल उठाए जाने पर राजभर ने कहा कि जब जांच की रिपोर्ट आएगी, तो जो दोषी होंगे, उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि जांच में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उस पर कार्रवाई की जाएगी और दोषियों को सजा दी जाएगी।

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