नई दिल्ली, 25 अगस्त (आरएनएस/FJ) । भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता एवं सांसद सुधांशु त्रिवेदी और सांसद प्रवेश साहिब सिंह ने कहा की दिल्ली शराब घोटाले के किंगपिन मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल एवं मुख्य आरोपी शराब मंत्री मनीष सिसोदिया पर नित्य नए स्वांग रचने का आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी ने शराब के पूर्णतः खिलाफ रहने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर आज प्रदर्शन कर भारतीय राजनीति का अद्भुत उदाहरण पेश किया है।
संसद परवेश वर्मा ने कहा कि शराब घोटाला करने वाले अरविन्द केजरीवाल और आम आदमी पार्टी के नेता राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की समाधि पर जाकर उस जगह को अपवित्र कर दिया है। भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ता राजघाट जाकर गंगा जल का छिड़काव कर उस जगह को पुनः पवित्र करेंगे।
सुधांशु त्रिवेदी ने आम आदमी पार्टी पर तंज कसते हुए कहा कि भारतीय राजनीति की सबसे नई नवेली और अजब-अलबेली पार्टी की मधुशाला का जो क्रम विगत कई दिनों से चल रहा है, उससे जुड़ी कुछ तकनीकी बिंदु भारतीय जनता पार्टी निरंतर उठा रही है। इसी क्रम में एक तकनीकी प्रश्न उठा था कि यदि कोई लाइसेंसी ने अपना लाइसेंस सरंडर कर दे तो नियमतः क्या किया जाना चाहिए?इस सन्दर्भ में नई आबकारी नीति के पृष्ठ 20 पर स्पष्ट कहा गया है कि यदि किसी कंपनी द्वारा रिटेल लाईसेंस सरेन्डर किया जाता है तो उनके द्वारा जमा की गयी जमानती राशि जब्त हो जाएगी।
उसके बाद उसकी पुनः निविदा निकालनी चाहिए। साथ ही, लाईसेंस सरेन्डर करने वाली कंपनी को आगामी दो वर्षों तक निविदा में भाग लेने से प्रतिबंधित कर देना चाहिए। परन्तु इसके बावजूद, जिन लोगों ने अपने लाइसेंस सरंडर किये, उन्हें प्रकारांतर से मौका भी मिला और उनके पैसे भी वापस किये गए, अब क्या इसमें कोई किन्तु-परन्तु की गुंजाईश रह जाती है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी शराब के पूर्णतः खिलाफ रहने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की जयंती पर आधिकारिक तौर पर देश में ड्राई-डे मनाया जाता है।
किन्तु शराब की एक बोतल खरीदने पर एक बोतल फ्री देने की नीति बनाने वाले व शराब घोटाले में घिरे अरविन्द केजरीवाल और उनकी पार्टी के विधायक राजघाट पर जाकर महात्मा गांधी की समाधि पर सत्यता की दुहाई दे रहे हैं, यह शर्मनाक है। अरविन्द केजरीवाल “रेवड़ी बांट” रहे हैं पर रेवड़ी के पेड़े सबसे ज्यादा बेबड़े पा रहे हैं।अरविंद केजरीवाल महात्मा गाँधी की समाधि पर जाकर सच को ढंकने का प्रयास कर रहे हैं, लेकिन सच नहीं छिपेगा, क्योंकि केजरीवाल सरकार में शराब घोटाले हुए है और उसका खुलासा भी हो चुका है।
इसके बावजूद, अरविन्द केजरीवाल एवं मनीष सिसोदिया भारतीय जनता पार्टी के सवालों का जवाब न देकर मुद्दे को भटकाने में लगे हुए हैं। अरविन्द केजरीवाल की सरकार पर आंच नहीं है, बल्कि उनकी साख पर आंच आ गई है। सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी शराब घोटाले मामले में आम आदमी पार्टी से वस्तुनिष्ठ और बिंदुगत प्रश्न पूछ रही है, लेकिन वे कभी न्यूयार्क टाइम्स की बात करते हैं तो कभी शिक्षा नीति की, कभी कट्टर ईमानदारी की दुहाई देते फिरते हैं तो कभी बिरादरी की बात करने लग जाते हैं, कभी लोटस की बात तो कभी बोगस की बात, तो कभी विधानसभा सत्र का जिक्र अरविन्द केजरीवाल शराब घोटाले पर जवाब देने के बदले नाटकीय ढंग से जनता को गुमराह कर रहे हैं।
दरअसल नई नवेली आम आदमी पार्टी एक पहेली बनती जा रही है। प्रवेश साहिब सिंह ने कहा कि आम आदमी पार्टी शराब घोटाले पर सीधा जवाब न देते हुए मुद्दे को डायवर्ट करने के लिए पार्टी टूटने का ढिंढोरा पीट रही है। अरविन्द केजरीवल कह रहे हैं कि उनके विधायक मिल नहीं रहे हैं तो उसका नाम बताएं ताकि भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्त्ता उनके विधायकों को खोज कर उनके पास पहुंचा देगी। केजरीवाल का झूठ पहले भी उजागर हुआ है। बच्चों की झूठी कसम खाकर राजनीति में आने वाले केजरीवाल जी अन्ना हजारे जी को धोखा देते हैं, सरकारी गाड़ी-बंगला- सिक्यूरिटी की सुविधा भी लेते हैं।
केजरीवाल ने भाजपा नेताओं पर झूठे आरोप भी लगाए, लेकिन बाद में इन्हें माफ़ी भी मांगनी पड़ी।अरविन्द केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता नितीन गडकरी और अरूण जेटली पर अनर्गल आरोप लगाए थे और फिर सर्वोच्च न्यायालय में जाकर माफी मांग ली थी। जिस पार्टी के प्रमुख ने सर्वोच्च न्यायाल में जाकर झूठे आरोप लगाने के लिए क्षमा याचना की हो, उनके आरोपों की गंभीरता पर सवालिया निशान लगता है।दिल्ली विधान सभा में भारतीय जनता पार्टी के 8 विधायक हैं और आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं। उनके 5-10 विधायक आ जाएंगे, तब भी दिल्ली में भारतीय जनता पार्टी की सरकार नहीं बनेगी।
अरविन्द केजरीवाल यह बेबुनियाद आरोप लगा रहे हैं कि उनके 5-10 विधायकों को ख़रीदा जा रहा है। प्रवेश वर्मा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी ने अरविन्द केजरीवाल एवं मनीष सिसोदिया से सीधा सवाल पूछा है कि नई आबकारी नीति के लिए बनायी गयी कमिटी की रिपोर्ट को लागू क्यों नहीं किया गया? इसका जवाब देने के बदले रोज नए स्क्रीप्ट तैयार कर मुद्दे को नाटकीय मोड़ दे रहे हैं।
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