शिमला : शोल गांव में भूस्खलन से दंपति की मौत, लोगों के जख्म फिर हुए हरे

शिमला ,23 अगस्त (एजेंसी)। शिमला के समीप बल्देयां के शोल गांव में प्रवासी दंपति की भूस्खलन के कारण मौत हो गई है। इस हादसे ने एक बार फिर लोगों के जख्मों को हरा कर दिया है। पुलिस चौकी मशोबरा के तहत सूचना मिली कि शोल गांव में कंस्ट्रक्शन साइट में काम कर रहा एक दंपति भूस्खलन के कारण दब गया है। पति-पत्नी के शव मलबे से बरामद कर लिए गए हैं।

मृतकों की पहचान झालू औरांव (28) पुत्र रांघा औरांव निवासी गांव कैरागानी डाकघर तबेला तहसील चैनपुर जिला घुमला झारखंड व उसकी पत्नी राजकुमारी देवी (21) के रूप में हुई है। एसपी शिमला संजीव गांधी ने कहा कि मृतक ठेकेदार हरिओम शर्मा के पास लेबर का काम करते थे। शवों को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया है।

*************************

 

ज्वाली : कोटला में बादल फटने से तबाही, 30 घर चपेट में आए

धर्मशाला ,23 अगस्त (एजेंसी)।  ज्वाली विधानसभा क्षेत्र के तहत लगते कोटला में बादल फटने से तबाही का मंजर देखने को मिला। बादल फटने के कारण कोटला के कई घरों में मलबा घुस जाने से काफी नुक्सान हुआ है। वहीं तबाही को देखते हुए लोगों के घर खाली करवाए गए हैं।
बता दें कि कोटला बाजार में तेज बारिश से भारी मलबा रिहायशी इलाके में आ गया है।

करीब 30 घरों इसकी चपेट में आए बताए जा रहे हैं। वहीं प्रभावित लोगों को सामुदायिक भवन कोटला व विद्युत कार्यालय के भवन में शिफ्ट किया गया है। कोटला में बादल फटने की सूचना के बाद नायब तहसीलदार व पुलिस की टीम मौके पर पहुंच गए हैं तथा स्थानीय युवाओं के साथ राहत कार्य में जुटे हुए हैं।

******************************

 

हिमाचल में बनीं 22 दवाओं के सैंपल फेल, ड्रग अलर्ट जारी

सोलन ,23 अगस्त (एजेंसी)।  हिमाचल प्रदेश में बनी 22 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। केन्द्रीय दवा मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने इस माह का ड्रग अलर्ट जारी किया है। देश में कुल 51 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। वाराणसी में नकली दवा के मार्च में पकड़े गए मामले में बद्दी में सील हुए उद्योग की 6 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं उनमें बुखार, शूगर, दिल, बीपी, गैस व एंटीबायोटिक शामिल हैं। सीडीएससीओ ने देश भर में 1306 दवाओं के सैंपल जांच के लिए भेजे थे जिसमें से 1252 ही मानकों पर खरा उतरे हैं।

इन उद्योगों की दवाओं के सैंपल हुए फेल

सीडीएससीओ से मिली जानकारी के अनुसार एएनजी लाइफ साइंस इंडिया मलकुमाजरा नालागढ़ रोड बद्दी की फोलिक एसिड का बैच नम्बर टी 112005 व टैलीमीसार्टन टी 101004, हैल्थ बायोटैक लिमिटेड संडोली नालागढ़ बद्दी की पीरिटोल (पैरासिटामोल) का बैच नम्बर एचआईपीएम 22008बी, अल्वेस हैल्थकेयर प्राइवेट लिमिटेड नालागढ़ की रेबेप्राजोल गैस्ट्रो- रैजिस्टेंट का एटी 23029, कैपटेब बायोटिक यूनिट-2 ईपीआईपी झाड़माजरी की आनडांसेट्रॉन एल 3003, डीएम फार्मा प्राइवेट लिमिटेड विलेज भूड बद्दी सिमोविट फोर्ट (ट्राइपसिन सिमोट्राइपसिन) डीएमटी 0027 जे व डीटी-1624 एच, जी लेबोरेटरीज लिमिटेड पांवटा साहिब की एमोक्सीसिल्लिन, पोटासियम क्लावुलेनेट का बैच नम्बर 422 -494 ए व सोडियम वालप्रोऐट एंड वालप्रोइक एसिड 422-2202 एवं इट्राकानाजोल कैप्सूल 100 एमजी का जैड 22-293, रोजएट मैडिकेयर आंजी बाईपास सोलन की ओंडाप्लस- एमडी 4 की जीटी 23030, पेरेननिएल मैडीकेयर शामती की एमोक्सीसिल्लिन, पोटासियम क्लावुलेनेट का बैच नम्बर पीएम 16,064, थियोन फार्मास्यूटिकल लिमिटेड ऑलमिसार्टन मेडोक्सोमिल जीटी 221831, ससईटैक मैडीकेयर प्राइवेट लिमिटेड गांव खेरी कालाअम्ब की मेटफॉर्मिन हाइड्रोक्लोराइड एसजीटी -0624 ए, साइपर फार्मा गुल्लरवाला बद्दी की निमसुलाइड एंड पैरासिटामोल एसएमपी 2205, कैल्शियम कार्बोनेट विद विटामिन डी 3 का बैच नम्ब्र सीएलएफ 22013, अलबेंडाजोल 400 एमजी एबीडी 2206, इंडोमेठासिन आईएनडी- 2202, ग्रिसोविन- 250 जीएसपी 22 बी 08 व एमपिसिल्लिन कैप्सूल एएमपी 22 ए 07, टीएंड जी मैडीकेयर बद्दी की डैक्साडेक टीजीएल 02230317 व अक्योरा केयर फार्मास्यूटिकल कालाअम्ब की ऑफ्लॉक्सासिन एंड ओरिंडाजोल का बैच नम्बर एटी 22070827 का सैंपल फेल हुआ है।
क्या बोले राज्य दवा नियंत्रक बद्दी

राज्य दवा नियंत्रक बद्दी नवनीत मारवाह ने बताया कि जिन दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं उन उद्योग के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। जिन दवाओं के बार-बार सैंपल फेल हो रहे हैं उन उद्योगों में मौके पर जाकर कार्रवाई करेंगे। एक उद्योग की 6 दवाओं के सैंपल फेल हुए हैं। उस उद्योग के खिलाफ पहले ही ड्रग विभाग ने कार्रवाई की है।

************************************

 

चंद्रयान-3 का लैंडर चंद्रमा की सतह पर उतरते ही खुशी में झूमे लोग, सीएम ने वैज्ञानिकों को दी बधाई

शिमला ,23 अगस्त (एजेंसी)। चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतर गया। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की।

हिमाचल प्रदेश में भी भारी बारिश से हुई तबाही के बीच लोगों में चंद्रयान-3 को लेकर खासा उत्साह देखा गया। लोग विभिन्न माध्यमों से लैंडर की लैंडिंग को लेकर पल-पल की जानकारी लेते रहे। लोगों ने टीवी व मोबाइल फोन पर चंद्रयान-3 के एलएम की लाइव लैंडिंग देखी। कई लोग सफल लैंडिंग की उम्मीद लिए टीवी से चिपके रहे।

आखिरकार जब लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरा, तो लोग खुशी में झूम उठे। लोगों ने चेहरों पर मुस्कान के साथ तालियों बजाकर चंद्रयान-3 मिशन की सफलता की खुशी जाहिर की। मालरोड पर कई लोगों ने मिशन को टीवी शो रूम में लाइव देखा।

भाजपा प्रदेश कार्यालय में भी जश्न

भाजपा मुख्यालय दीप कमल चक्कर शिमला में चंद्रयान-3 मिशन को नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर, भाजपा संगठन महामंत्री सिद्धार्थन, महामंत्री बिहारी लाल शर्मा सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं ने देखा। इस दौरान भाजपा मुख्यालय भारत माता की जय और तालियों की गडग़ड़ाहट से गूंज उठा।

कार्यकर्ताओं ने पटाखे जलाकर और तिरंगा फहराकर भारत की इस विजय का जश्न मनाया। वहीं, सिरमौर जिले के नाहन के बड़ा चौक पर लैंडर मॉड्यूल की लैंडिंग देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग एकत्र हुए।इस दौरान भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. राजीव बिंदल, सांसद सुरेश कश्यप, सहित भाजपा कार्यकर्ता व अन्य लोग मौजूद रहे।

चांद पर लैंडिंग होते ही लोग ढोल की थाप पर झूमने लगे। पूरा क्षेत्र भारत माता की जय के नारों से गूंज उठा। वहीं, कुल्लू व अन्य जिलों में भी जश्न मनाया गया।

सीएम ने चंद्रयान के सफल लैंडिंग पर वैज्ञानिकों को दी बधाई

मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए ईसरो के वैज्ञानिकों को बधाई दी। सुक्खू ने कहा कि भारत के लिए यह ऐतिहासिक और यादगार क्षण है। आज हमारा देश चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। उन्होंने कहा कि देश के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपना लोहा मनवाया है।

भारत ने विश्व में नाम रोशन किया है। इस उपलब्धि को हासिल करने के लिए वे लंबे समय से दिन-रात मेहनत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि यह भारत के वैज्ञानिकों की बड़ी जीत है। भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू ने 1962 में अंतरिक्ष अनुसंधान एजेंसी की स्थापना की थी। इससे भारत के अंतरिक्ष अभियानों के लिए मजबूत नींव रखने का मार्ग प्रशस्त हुआ। सीएम ने राज्य सचिवालय चंद्रयान मिशन तीन को देखा।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग भारत की मून मिशन की बड़ी उपलब्धि: प्रो. महावीर

हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के भौतिकी विज्ञान विभाग के प्रोफेसर और साइंटिस्ट प्रो. महावीर सिंह ने कहा कि पिछले 50 साल से भारत के चल रहे मून मिशन की यह बड़ी सफलता है। चांद पर चंद्रयान-3 लैंडर की सफल और सुरक्षित लैंडिंग से भारतीय वैज्ञानिकों ने विश्व में अपना लोहा मनवाया है। भारत साऊथ पोल पर सॉफ्ट लैंडिंग करने वाला विश्व में पहला देश बन गया है।

इस सफलता से चांद पर जीवन की संभावनाओं को तलाशने में मदद मिलेगी, वहां पानी, वहां उपलब्ध खनिज की उपलब्धता का पता लगाया जा सकेगा। इससे मनुष्य का चांद पर बस्ती बसाने का सपना साकार करने में मदद मिलेगी। चूंकि चंद्रयान वहां से फोटो सहित इसमें लगे सेंसर के माध्यम से बहुमुल्य जानकारी देगा। इस सफलता के बाद भारत स्पेश मिशन में आय अर्जित करने का माध्यम भी बनेगा। चूंकि भारत वहां से आने वाली जानकारी को विभिन्न देशों के स्पेश मिशन के लिए उपलब्ध करवाएगा।

*****************************

 

नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपनी अलग और अनोखी पहचान बना रहा : नड्डा

नई दिल्ली , 23 अगस्त (एजेंसी)। चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर ऐतिहासिक और सफल लैंडिंग पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष  जगत प्रकाश नड्डा ने पूरे देशवासियो को बधाई दी।

चंद्रयान-3  की सफल और ऐतिहासिक लैंडिंग के लिए इस मिशन से जुड़े देश के सभी वैज्ञानिकों एवं देश की जनता को हार्दिक बधाई। देश को इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए गौरवान्वित होने का अवसर देने के लिए  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  का हार्दिक अभिनंदन जिनके कुशल नेतृत्व में देश सफलता के नित नए कीर्तिमान स्थापित कर रहा है।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में भारत अंतरिक्ष के क्षेत्र में अपनी अलग और अनोखी पहचान बना रहा है और आत्मनिर्भरता के मंत्र पर खरा उतर रहा है। महज चार साल के अंतराल में चंद्रयान-3 की सफलतापूर्वक लैंडिंग  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के अथक प्रयासों और हमारे वैज्ञानिकों की अद्भुत क्षमता के बिना संभव नहीं था।

चंद्रयान -3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग कर भारत चांद के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। साथ ही भारत चांद पर पहुंचने वाला दुनिया का चौथा देश भी बन गया है। यह देश के लिए एक ऐतिहासिक और अभूतपूर्व उपलब्धि है। रिपोर्ट्स के अनुसार अपनी स्थापना के बाद से, देश की अंतरिक्ष एजेंसी इसरो ने उपग्रहों को अंतरिक्ष में ले जाने वाले कुल 89 लॉन्च मिशनों को अंजाम दिया है जिसमें से 47 अंतरिक्ष मिशन श्री नरेन्द्र मोदी सरकार के 9 वर्षों में लॉन्च किए गए हैं।

इतने मिशन किसी भी सरकार में लॉन्च नहीं हुए। यह यूपीए की सरकार में लॉन्च मिशन की संख्या से लगभग दोगुना है।एक साथ 104 सैटेलाइट को अंतरिक्ष में स्थापित करना हो या सार्क देशों के लिए सैटेलाइट अंतरिक्ष में स्थापित करना हो,  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में इसरो ने कई कीर्तिमान स्थापित किया है। फाइनल स्टेज पर लैंडिंग में स्पीड काफी महत्वपूर्ण हो जाता है। हमारे वैज्ञानिकों ने चंद्रयान-III मिशन में अभूतपूर्व कार्य किया है।

अंतरिक्ष क्षेत्र में हम अमेरिका, रूस और चीन की तुलना में काफी कम खर्च पर क्वालिटी सेवा उपलब्ध करा रहे हैं। हमारा मंगलयान मिशन काफी सफल रहा। मंगलयान अपने लाइफ Span से ज्यादा चला। अब दुनिया स्पेस के क्षेत्र में हमें एक पॉवर के रूप में देख रहा है। अमेरिका ने भी अपने स्पेस मिशन में हमें शामिल करने के लिए आग्रह किया है।

मैं एक बार पुनः इस ऐतिहासिक उपलब्धि के लिए देश के वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं और इस अविस्मरणीय पल की अनुभूति दिलाने के लिए देश के  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी  का हार्दिक अभिनंदन करता हूं। भारतीय जनता पार्टी की ओर से मैं इस महान क्षण के लिए, इस सफलता के लिए देश की जनता को बधाई देता हूं।

*****************************

 

चंद्रयान 3 की सफलता की कामना के संग दो लाख से अधिक पार्थिव शिव लिंग की पूजा अर्चना की गई

*चंद्रयान की सफल लेंडिंग अंतरिक्ष में भारत की एक ऊंची छलांग साबित होगा -संत वसंत विजय महाराज*

नई दिल्ली,  23 अगस्त (एजेंसी)।दिल्ली के छतरपुर में चल रहे 55 दिवसीय शिव महापुराण यज्ञ के दौरान  आज 12 वें दिन चंद्रयान 3 की सफलता की कामना के संग  दो लाख से अधिक पार्थिव शिव लिंग की पूजा अर्चना की गई l अखंड रुद्राभिषेक महोत्सव 2023 के नाम से जाना जाने वाला यह कार्यक्रम छतरपुर के मार्कंडेय हॉल के भीतर अलंकृत शिव दरबार में प्रतिष्ठित संत डॉ. वसंत विजय महाराज जी द्वारा आजोजित किया जा रहा है l

संत वसंत विजय महाराज ने कहा कि  चंद्रयान 3 की सफलता की कामना के साथ आज पार्थिव शिवलिंग की पूजा और हवन यज्ञ किया गया। चंद्रयान की सफल लेंडिंग हमारे देश के लिए एक ऐतिहासिक क्षण होगा। इस अभूतपूर्व कामयाबी में देश के वैज्ञानिकों का अथक प्रयास और सर्मपण अतुलनीय है। चंद्रयान की सफल लेंडिंग अंतरिक्ष में भारत की एक ऊंची छलांग है। कृष्णागिरी पार्श्व पद्मावती शक्तिपीठ तमिलनाडु के पीठाधिपति संत वसंत विजय महाराज भक्तों को अपनी मधुर वाणी से शिव महापुराण का रसापान करा रहे थे।

शिव दरबार के पवित्र क्षेत्र में, संत डॉ. वसंत विजय जी महाराज ने शिव मानस की विस्मयकारी पूजा का आयोजन किया, जिससे अनगिनत लोगों को उनके कष्टों से मुक्ति मिली। शिव मानस पूजा के महत्व पर जोर देते हुए, संत ने शिवपुराण में वर्णित भगवान शिव के दिव्य नाम में खुद को विसर्जित करने की परिवर्तनकारी शक्ति को रेखांकित किया।उत्सव में उपस्थित लोगों ने कथा पंडाल में एकत्रित होकर प्रभावशाली 2,08,000 पार्थिव शिवलिंग बनाए।  विद्वान पंडितों ने मंत्रोच्चारण के साथ इन पवित्र शिवलिंगों की पूजा के माध्यम से  देश के लिए आज का सर्वाधिक महत्वपूर्ण दिवस चंद्रयान 3 के चंद्रमा के साउथ पोल पर सफलतापूर्वक लैंडिंग की भगवान शिव से प्रार्थना एवं कामना की।

55-दिवसीय उत्सव के दौरान, उल्लेखनीय एक करोड़ ग्यारह लाख पार्थिव शिवलिंगों का निर्माण और अभिषेक किया जाना है।डॉ. वसंत विजय महाराज ने यज्ञ अनुष्ठान की पवित्रता के बारे में बताते हुए सूखे मेवे, लकड़ी, घी, शहद और गुग्गुल के प्रसाद के माध्यम से ग्रहों के प्रभाव को शांत करने की इसकी क्षमता पर प्रकाश डाला। यह, बदले में, दैवीय कृपा का आह्वान करता है, भक्तों के जीवन में खुशी, शांति और समृद्धि के द्वार खोलता है।

वहीं यज्ञ के 11वें दिन प्रसिद्ध बॉलीवुड और पंजाबी पार्श्व गायक दलेर मेहंदी ने 55 दिवसीय शिव महापुराण यज्ञ के दौरान  यहां पहुंचकर प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संत वसंत विजय महाराज के दर्शन किए। गायक ने इस शुभ अवसर पर पूज्य गुरुदेव का आशीर्वाद लिया।

********************************

 

चांद पर पहुंचकर चंद्रयान-3 ने भेजा सबसे पहला मैसेज, मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं

चेन्नई ,23 अगस्त (एजेंसी)। भारत के चंद्रमा लैंडर ने योजना के अनुसार, बुधवार शाम को सफलतापूर्वक चंद्रमा की धरती पर अपने चारों पैर आसानी से और सुरक्षित रूप से स्थापित कर दिए और यह उपलब्धि हासिल करने वाला दुनिया का चौथा देश बन गया। चांद पर पहुंचकर चंद्रयान-3 ने मैसेज भेजा- मैं अपनी मंजिल पर पहुंच गया हूं। वहीं साउथ अफ्रीका से प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को बधाई देकर कहा- अब चंदामामा दूर के नहीं।

40 दिनों से अधिक समय तक लगभग 3.84 लाख किमी की यात्रा करने के बाद लैंडर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव के पास उतरा।  लैंडिंग के साथ 600 करोड़ रुपये के चंद्रयान -3 मिशन का एक बड़ा हिस्सा पूरा हो गया है। शेष भाग चंद्रमा रोवर है जो लैंडर से नीचे लुढ़क रहा है, चारों ओर घूम रहा है और प्रोग्राम किए गए प्रयोग कर रहा है।

चंद्रयान-3 अंतरिक्ष यान में एक प्रणोदन मॉड्यूल (वजन 2,148 किलोग्राम), एक लैंडर (1,723.89 किलोग्राम) और एक रोवर (26 किलोग्राम) शामिल है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसार, चंद्रमा रोवर में लैंडिंग स्थल के आसपास मौलिक संरचना प्राप्त करने के लिए अल्फा पार्टिकल एक्स-रे स्पेक्ट्रोमीटर (एपीएक्सएस) और लेजर प्रेरित ब्रेकडाउन स्पेक्ट्रोस्कोप (एलआईबीएस) है।

अपनी ओर से, लैंडर भी अपने पेलोड के साथ उसे सौंपे गए कार्यों को पूरा करेगा: तापीय चालकता और तापमान को मापने के लिए चंद्रा का सतह थर्मोफिजिकल प्रयोग , लैंडिंग स्थल के आसपास भूकंपीयता को मापने के लिए चंद्र भूकंपीय गतिविधि उपकरण (आईएलएसए), प्लाज्मा घनत्व और इसकी विविधताओं का अनुमान लगाने के लिए लैंगमुइर जांच (एलपी)। नासा के एक निष्क्रिय लेजर रेट्रोरिफ्लेक्टर ऐरे को चंद्र लेजर रेंजिंग अध्ययन के लिए समायोजित किया गया है। इसरो ने कहा कि लैंडर और रोवर का मिशन जीवन 1 चंद्र दिवस या 14 पृथ्वी दिवस है।

प्रणोदन मॉड्यूल में चंद्र कक्षा से पृथ्वी के वर्णक्रमीय और ध्रुवीय मीट्रिक माप का अध्ययन करने के लिए रहने योग्य ग्रह पृथ्वी पेलोड का स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री है। लैंडर से बाहर निकलने के बाद प्रोपल्शन मॉड्यूल द्वारा ले जाए गए पेलोड का जीवन तीन से छह महीने के बीच है।
19 मिनट का रहस्य और रोमांच, जैसा कि पहले तय किया गया था, शाम 5.45 बजे शुरू हुआ और 6.05 बजे समाप्त हुआ। लैंडर चंद्रमा की धरती को छूने के साथ।

गौरतलब है कि कुछ साल पहले चंद्रयान-2 मिशन का हिस्सा विक्रम लैंडर चंद्रमा पर लैंडिंग के आखिरी चरण में दुर्घटनाग्रस्त हो गया था।
सॉफ्ट लैंडिंग एक पेचीदा मुद्दा है, क्योंकि इसमें रफ और फाइन ब्रेकिंग सहित जटिल युद्धाभ्यासों की एक श्रृंखला शामिल होती है।
सुरक्षित और खतरा-मुक्त क्षेत्र खोजने के लिए लैंडिंग से पहले लैंडिंग साइट क्षेत्र की इमेजिंग की जाएगी।
शाम लगभग 5.45 बजे लगभग 30 किमी की ऊंचाई से क्षैतिज स्थिति में लैंडर का संचालित वंश शुरू हुआ। स्वचालित लैंडिंग अनुक्रम सक्रिय हो गया।

रफ ब्रेकिंग चरण के दौरान लैंडर की गति 1,680 मीटर प्रति सेकंड से घटाकर 358 मीटर प्रति सेकंड कर दी जाएगी। चंद्रमा से ऊंचाई 7.4 किमी कम कर दी जाएगी।

अगला चरण ऊंचाई रोक चरण था जहां ऊंचाई को 6.8 किमी तक कम कर दिया गया था। बेंगलुरु स्थित इसरो टेलीमेट्री, ट्रैकिंग और कमांड नेटवर्क (आईएसटीआरएसी) के मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स में बैठे अधिकारियों की नजरें अपने मॉनिटर पर टिकी थीं।

लैंडर की स्थिति ऊर्ध्वाधर में बदल गई और यान चंद्रमा के ऊपर 150 मीटर तक मँडराता रहा, तस्वीरें लेता रहा और सुरक्षित लैंडिंग स्थान तय करने के लिए लैंडिंग क्षेत्र का सर्वेक्षण करता रहा। फिर चार में से दो इंजन चालू होने पर सुरक्षित लैंडिंग हुई। चंद्रयान-3 प्रोपल्शन मॉड्यूल के लिए प्राथमिक संचार चैनल ढ्ढस्ञ्जक्र्रष्ट, बेंगलुरु में मिशन ऑपरेशंस कॉम्प्लेक्स होगा जो बदले में लैंडर और रोवर से बात करेगा।

हाल ही में, चंद्रमा लैंडर ने चंद्रयान -2 मिशन के ऑर्बिटर के साथ संचार लिंक स्थापित किया है जो 2019 से चंद्रमा की परिक्रमा कर रहा है और इस तरह एक बैकअप टॉकिंग चैनल है। इस बीच, चंद्रयान-3 का प्रणोदन मॉड्यूल अपने पेलोड स्पेक्ट्रो-पोलरिमेट्री ऑफ हैबिटेबल प्लैनेटरी अर्थ के साथ कुछ और अवधि के लिए चंद्रमा के चारों ओर घूमना जारी रख रहा है।

चंद्रयान-3 को 14 जुलाई को भारत के हेवी लिफ्ट रॉकेट रुङ्करू3 द्वारा कॉपीबुक शैली में कक्षा में स्थापित किया गया था। अंतरिक्ष यान ने पृथ्वी की परिक्रमा पूरी की और 1 अगस्त को चंद्रमा की ओर चला गया।

******************************

 

चंद्रयान 3 की सफलता पर बोले मोदी-भारत की कामयाबी दुनिया की कामयाबी

नई दिल्ली ,23 अगस्त (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चन्द्रयान-3 मिशन के सफलता पर भारतीय अनुसंधान संगठन (इसरो) के वैज्ञानिकों और देशवासियों को बधाई देते हुए कहा कि भारत ने अंतरिक्ष विज्ञान के क्षेत्र में सूर्य के अध्ययन से बड़े अभियानों की योजना बनाई है।

मोदी ने भारत की इस उपलब्धि को न केवल भारत बल्कि समग्र विश्व के लोगों की सफलता बताते हुए कहा कि भारत इस क्षेत्र में दुनिया के साथ सहयोग करने को तैयार है। उन्होंने इस उपलब्धि को विफलता को सफलता में बदलने का करिश्मा बताते हुए कहा कि दक्षिण (विकाशसील दुनिया) के देश भी इस तरह की कामयाबी हासिल करने में समर्थ है।

प्रधानमंत्री ने जोहान्सबर्ग (दक्षिण अफ्रीका) से वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से इसरो के मिशन नियंत्रण कक्ष में सभी वैज्ञानिकों और तकनीशियनों को संबोधित करे हुए घोषणा की कि भारत जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिए आदित्य एल वन मिशन जल्द ही शुरू करेगा ।

मोदी ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में भाग लेने दक्षिण अफ्रीका गए हैं। उन्होंने वहां से अपने संबोधन में कहा, मेरे प्यारे देशवासियों, जब हम अपनी आंखों के सामने इतिहास बनता देखते हैं, तो यह जीवन धन्य हो जाता है। यह पल अविस्मरणीय है। यह शाम अभूतपूर्व है। यह शाम विकसित भारत के शंखनाद का है। यह क्षण नये भारत के उद्घोष का है।

यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है। यह क्षण जीत का, चंद्रपटल पर चलने का है। यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सामर्थ्य का है। यह क्षण भारत में नयी ऊर्जा, नये विश्वास, नयी चेतना का है। यह क्षण भारत के उदयमान आह्वान का है। अमृतकाल की प्रथम प्रभा में सफलता की अमृत वर्षा हुई है।

प्रधानमंत्री ने कहा, मेरा मन चंद्रयान महाअभियान पर भी लगा हुआ है। नया इतिहास बनते ही हर भारतीय जश्न में डूब गया है। मैं भी उमंग और उल्लास से जुड़ा हुआ हूं। मैं टीम चंद्रयान को, इसरो को बहुत-बहुत बधाई देता हूं, जिन्होंने इस पल के लिये वर्षों तक इतना परिश्रम किया है। उत्साह, मन आनंद और भावुकता से भरे इस पल के लिये मैं (श्री मोदी) 140 करोड़ देशवासियों को भी कोटि-कोटि बधाइयां देता हूं। मेरे परिवारजनों, हमारे वैज्ञानिकों के परिश्रम और प्रतिभा से भारत चंद्रमा के उस दक्षिणी ध्रुव तक पहुंचा है, जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच सका।

मोदी ने कहा कि आज के बाद से चांद से जुड़े मिथक बदल जायेंगे, कथानक बदल जायेंगे। नयी पीढ़ी के लिये कहानियां भी बदल जायेंगी। भारत में हम सभी लोग धरती को मां कहते हैं, चांद को मामा कहते हैं। कभी कहा जाता था कि चंदा मामा बहुत दूर के हैं। अब एक दिन वह भी आयेगा जब बच्चे कहा करेंगे कि चंदा मामा एक दूर के हैं। दोस्तों, इस खुशी के अवसर पर मैं दुनिया के सभी लोगों को, सभी देशों और क्षेत्रों के लोगों को। भारत का चंद्र मिशन सिर्फ भारत का नहीं है। हम इस साल जी20 की मेज़बानी कर रहे हैं।

एक परिवार, एक भविष्य की हमारी सोच पूरी दुनिया में गूंज रही है। हमारा मून मिशन इसी मानवता केन्द्रित दृष्टिकोण पर आधारित है। इसलिये यह सफलता पूरी मानवता की है। यह दूसरे देशों के मून मिशन को भविष्य में मदद करेगी। मुझे विश्वास है कि दुनिया के सभी देश यह कर सकते हैं। हम सभी चांद और उसके आगे का सपना देख सकते हैं।

उन्होंने कहा कि चंद्रयान की यह उपलब्धि भारत की उड़ान को चंद्रमा की कक्षाओं से आगे जायेगी। हम हमारे सौरमंडल की सीमाओं को सामर्थ्य परखेंगे और मानव के लिये ब्रह्मांड की अनेक संभावनाओं को साकार करने के लिये भी जरूर काम करेंगे। हमने भविष्य के लिये कई बड़े और महत्वाकांक्षी लक्ष्य तय किये हैं। जल्द ही सूर्य के विस्तृत अध्ययन के लिये आदित्या एल1 मिशन लॉन्च करने जा रहे हैं। इसके बाद शुक्र भी इसरो के लक्ष्यों में से एक है।

*****************************

 

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल; दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश

New Delhi. 23 Aug. (एजेंसी) /- चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतर गया। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये पल अविस्मरणीय है।

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल हो गई है। दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है। इसी के साथ भारत ने इतिहास रच दिया है।

पीएम मोदी वर्चुअली जुड़े
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोहान्सबर्ग से वर्चुअली जुड़ गए हैं। जानकारी के मुताबिक, लैंडर मॉड्यूल चांद की सतह से सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी पर है।

लैंडर विक्रम ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें साझा कीं
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें साझा कीं। इसरो का कहना है कि चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह से 17.8 किमी की ऊंचाई पर है।

******************************

 

डीआरडीओ में आमूलचूल बदलाव के लिए नौ सदस्यीय समिति का गठन

नई दिल्ली 23 Aug. (एजेंसी): रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) में आमूलचूल बदलाव के लिए नौ सदस्यीय समिति का गठन किया है। प्रोफेसर के विजय राघवन की अध्यक्षता वाली समिति डीआरडीओ की भूमिका की समीक्षा करेगी और उसे फिर से परिभाषित करेगी और तीन महीने के भीतर एक रिपोर्ट सौंपेगी। राघवन भारत सरकार के पूर्व प्रधान वैज्ञानिक सलाहकार हैं।

समिति के अन्य सदस्यों में लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) सुब्रत साहा पूर्व उप सेना प्रमुख, वाइस एडमिरल एस एन घोरमडे पूर्व उप नौसेना स्टाफ प्रमुख, एयर मार्शल बी आर कृष्णा, पूर्व चीफ ऑफ इंटीग्रेटेड स्टाफ, सुजान आर चिनॉय, महानिदेशक, एमपी- आईडीएसए, आईआईटी कानपुर के प्रोफेसर मणिंद्र अग्रवाल, एसआईडीएम के अध्यक्ष एस.पी. शुक्ला, लार्सन एंड टुब्रो के जे.डी. पाटिल, रक्षा, डॉ. एस उन्नीकृष्णन नायर, प्रतिष्ठित वैज्ञानिक, इसरो, और रसिका चौबे, वित्तीय सलाहकार रक्षा मंत्रालय शामिल हैं।

समिति, रक्षा अनुसंधान और विकास विभाग की भूमिका और शिक्षा व उद्योग के साथ उनके संबंध को बेहतर करने के लिए काम करेगी। अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के विकास में शिक्षा जगत, एमएसएमई और स्टार्ट-अप की भागीदारी को अधिकतम करने का प्रयास किया जाएगा।

इसके अलावा उच्च गुणवत्ता वाली जनशक्ति को आकर्षित करना और बनाए रखना, जिसमें जवाबदेही के साथ प्रोत्साहन और निरुत्साहन की उचित प्रणाली, परियोजना आधारित जनशक्ति की प्रणाली शामिल है।

समिति सुनिश्चित करेगी की अत्याधुनिक और विघटनकारी रक्षा प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए एनआरआई व विदेशी सलाहकारों, अंतर-देशीय सहयोग की विशेषज्ञता का उपयोग करें। साथ ही परियोजनाओं के त्वरित कार्यान्वयन को प्राप्त करने के लिए प्रशासनिक, कार्मिक और वित्तीय प्रणालियों का आधुनिकीकरण करें।

प्रयोगशाला संरचनाओं और उनके प्रदर्शन मूल्यांकन प्रक्रिया का युक्तिकरण भी सुनिश्चित किया जाएगा। डीआरडीओ और संपूर्ण रक्षा अनुसंधान और उत्पादन इको-सिस्टम के कामकाज की समीक्षा करने का मोदी सरकार का निर्णय बहुप्रतीक्षित था क्योंकि सरकार संगठन में जवाबदेही और अनुसंधान के बारे में चिंतित थी।

******************************

 

मिजोरम ब्रिज हादसे पर PM Modi ने जताया दुख, मृतकों के परिजनों को मुआवजे का ऐलान

नई दिल्ली 23 Aug. (एजेंसी): मिजोरम ब्रिज हादसे पर दुख जाहिर करते हुए पीएम मोदी ने मृतकों के परिजनों के लिए मुआवजे का ऐलान किया है। पीएम मोदी ने ट्वीट कर मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये मुआवजे का एलान किया। वहीं, घायलों के लिए 50 हजार रुपये की मदद की घोषणा की गई।

वहीं, मिजोरम रेलवे ओवर ब्रिज ढहने पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने ट्वीट किया, मिजोरम में दुर्भाग्यपूर्ण घटना से दुखी हूं। एनडीआरएफ, राज्य प्रशासन और रेलवे अधिकारी घटनास्थल पर हैं। युद्ध स्तर पर बचाव अभियान जारी है। मृत्यु पर 10 लाख रुपये, गंभीर चोटों के लिए 2 लाख रुपये और मामूली चोटों के लिए 50,000 रुपए का मुआवजा दिया जाएगा।”

बता दें, उत्तर-पूर्वी राज्य मिजोरम में एक रेलवे पुल के ध्वस्त हो जाने के कारण 17 मजदूरों की मौत हो गई। उक्त रेलवे का पुल अभी निर्माणाधीन था। ये पुल कुरूंग नदी पर स्थित है और बैराबी को साईरंग से जोड़ता है। आज सुबह करीब 10 बजे ये घटना हुई। इस दौरान वहां काम कर रहे मजदूर मलबे के नीचे दब गए। बताया जा रहा है कि 30 और मजदूर मलबे के निचे दब गए, जिन्हें निकाले जाने की प्रक्रिया जारी है। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहाँ उनका इलाज चल रहा है।

**************************

 

मिजोरम में पुल ढहने से मचा हाहाकार, रेलवे ने बताया इस वजह से हुआ बड़ा हादसा

आईजोल 23 Aug. (एजेंसी) /- मिजोरम के आईजोल में बुधवार को एक बड़ी घटना हो गई। यहां एक निर्माणाधीन रेलवे ब्रिज गिरने से 17 लोगों की मौत हो गई। यह हादसा साइरांग इलाके के पास हुआ। वहीं, इस घटना पर रेलवे ने अपना बयान दिया है जिसमें बताया है कि इतने बड़े हादसे के पीछे क्या कारण है।

इस कारण हुआ हादसा
रेलवे ने बताया कि इतना बड़ा हादसा पुल निर्माण के दौरान एक गर्डर मशीन के गिरने से हुआ। यह मशीन एक विशेष प्रयोजन वाली मोबाइल गैन्ट्री क्रेन है जिसका उपयोग पुल निर्माण में किया जाता है। साथ ही इस मशीन का उपयोग पुल खंडों और गर्डरों को उठाने और सपोर्ट करने के लिए किया जाता है।

रेलवे ने किया बड़ा दावा
रेलवे के एक प्रवक्ता ने कहा कि जो गैन्ट्री गिरी है, उसे एसटीयूपी कंसल्टेंट ने डिजाइन किया था और इसकी आईआईटी गुवाहाटी ने इसकी जांच की थी। प्रवक्ता ने कहा कि मामले की जांच के लिए उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया गया है। इस मामले पर रेलवे के प्रवक्ता ने दावा किया कि पुल का जो हिस्सा पहले ही बनाया जा चुका है वह अभी भी बरकरार है। पुल नहीं गिरा है, यह एक गैन्ट्री थी जो निर्माणाधीन पुल पर लॉन्चिंग के दौरान गिर गई।

यह पुल भैरवी-सैरांग नई रेलवे लाइन परियोजना का हिस्सा है इसके तहत 130 पुलों का निर्माण किया जाना है। बैराबी सैरांग लाइन भारतीय रेलवे के पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे क्षेत्र के अंतर्गत बैराबी से सैरांग तक 51 किमी लंबी है। रेल लाइन में 130 पुल, 23 सुरंगें और चार स्टेशन- हॉर्टोकी, कावनपुई, मुआलखांग और सैरांग शामिल हैं।

पीएम मोदी ने दुर्घटना पर दुख जताया
इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी ट्वीट किया। उन्होंने दुर्घटना पर दुख जताया और मृतकों के परिजनों के लिए दो-दो लाख रुपये मुआवजे का एलान किया। वहीं, घायलों के लिए 50 हजार रुपये की मदद की घोषणा की गई।

सीएम जोरामथांगा ने जताया दुख
मिजोरम के सीएम जोरामथांगा ने भी ट्वीट किया। उन्होंने इस घटना पर दुख जताया और जान गंवाने वालों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। उन्होंने हादसे के बाद घायलों की मदद के लिए आगे आने वाले लोगों का शुक्रिया जताया।

***************************

 

एंटीलिया विस्फोटक मामला: सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व पुलिस अधिकारी प्रदीप शर्मा को दी जमानत

नई दिल्ली 23 Aug. (एजेंसी): सुप्रीम कोर्ट ने उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के बाहर विस्फोटक से भरा एसयूवी रखने और उसके बाद वाहन मालिक मनसुख हिरेन की मौत मामले में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) द्वारा गिरफ्तार महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व ‘एनकाउंटर स्पेशलिस्ट’ प्रदीप शर्मा की जमानत याचिका बुधवार को मंजूर कर ली।न्यायमूर्ति एएस बोपन्ना की अध्यक्षता वाली पीठ ने महाराष्ट्र पुलिस के पूर्व वरिष्ठ पुलिस इंस्पेक्टर द्वारा दायर विशेष अनुमति याचिका पर अपना फैसला सुनाते हुए कहा, “हमने अपील स्वीकार कर ली है और जमानत दे दी है।”

इस साल जनवरी की शुरुआत में बॉम्बे हाई कोर्ट ने शर्मा की जमानत याचिका यह कहते हुए खारिज कर दी थी कि वह एक प्रभावशाली व्यक्ति है और उसके द्वारा साक्ष्यों से छेड़छाड़ की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। हालांकि, जून में सुप्रीम कोर्ट की एक अवकाश पीठ ने शर्मा को अपनी बीमार पत्नी से मिलने के लिए तीन सप्ताह की अंतरिम जमानत दी थी, जिसे पिछले महीने अदालत ने 07 अगस्त तक बढ़ा दिया था।

एनआईए ने शर्मा, जिन्हें मुंबई पुलिस का ‘डर्टी हैरी’ कहा जाता है, को सनसनीखेज मामले में ‘मुख्य साजिशकर्ता’ के रूप में नामित किया था। उद्योगपति मुकेश अंबानी के घर एंटीलिया के पास 25 फरवरी 2021 को 20 जिलेटिन की छड़ें और एक धमकी भरे नोट के साथ एक एसयूवी मिली थीं। पुलिस ने 10 दिन बाद 5 मार्च को ठाणे क्रीक दलदल से एसयूवी मालिक हिरेन का शव बरामद किया।

बड़े पैमाने पर राजनीतिक विवाद पैदा करने वाले दोहरे मामलों को गंभीरता से लेते हुए, एनआईए ने आरोपियों पर भारतीय दंड संहिता की हत्या, धोखाधड़ी, साजिश से संबंधित धाराओं के अलावा शस्त्र अधिनियम, विस्फोटक पदार्थ अधिनियम और गैरकानूनी गतिविधियाँ (रोकथाम) अधिनियम की विभिन्न धाराएं लगाईं। राज्य कैडर के 1983 बैच के एक पूर्व कॉलेज प्रोफेसर से पुलिसकर्मी बने, शर्मा ने तथाकथित ‘एनकाउंटर हत्याओं’ के माध्यम से मुंबई माफिया का सफाया करने के लिए एक जबरदस्त प्रतिष्ठा बनाई।

हालांकि, शर्मा को अंडरवर्ल्ड के साथ कथित संबंधों के लिए 2008 में पुलिस बल से बर्खास्त कर दिया गया था, लेकिन लगभग 10 साल बाद उनके खिलाफ आरोप साबित न होने पर उन्हें बहाल कर दिया गया था। उन्होंने सितंबर 2017 में जबरन वसूली के आरोप में फरार माफिया डॉन दाऊद इब्राहिम कास्कर के छोटे भाई इकबाल इब्राहिम कास्कर को गिरफ्तार करके अपनी दूसरी पारी की धमाकेदार शुरुआत की। उन्होंने शिव सेना में शामिल होने के लिए 2019 में पुलिस बल छोड़ दिया और पालघर के नालासोपारा निर्वाचन क्षेत्र से विधानसभा चुनाव लड़ा, लेकिन असफल रहे।

******************************

 

शिक्षा प्रणाली में बड़ा बदलाव: साल में दो बार बोर्ड परीक्षाएं, 11वीं-12वीं में पढ़नी होंगी कम से कम 2 भाषाएं

नई दिल्ली 23 Aug. (एजेंसी): बोर्ड परीक्षाएं साल में दो बार आयोजित की जाएंगी। छात्रों को इन परीक्षाओं में से अपने सर्वश्रेष्ठ स्कोर बनाए रखने की अनुमति होगी। बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने यह जानकारी दी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक अब बोर्ड परीक्षाओं का उद्देश्य छात्रों में विषयों की समझ का मूल्यांकन करना होगा। विशेषज्ञों का मानना है कि इस नई पद्धति से कोचिंग और याद रखने की आवश्यकता में कमी आएगी।

केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने बताया कि इसके अलावा, 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान विषयों का चयन सीमित नहीं रहेगा। छात्रों को 11वीं और 12वीं कक्षा में अपनी पसंद के विषय चुनने की सुविधा मिलेगी। केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय के मुताबिक कक्षा 11 और 12 के छात्रों को कम से कम दो भाषाएं पढ़नी होंगी। मंत्रालय का कहना है कि 11वीं और 12वीं कक्षा में पढ़ाई जाने वाली इन भाषाओं में से एक भारतीय भाषा होनी चाहिए।

दरअसल, बुधवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्रालय ने नेशनल करिकुलम फ्रेमवर्क पर एक संयुक्त व महत्वपूर्ण बैठक बुलाई।
गौरतलब है कि कस्तूरीरंगन के मार्गदर्शन में स्टीरिंग समिति ने नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अंतर्गत करिकुलम फ्रेमवर्क पर अपनी रिपोर्ट तैयार की है। कस्तूरीरंगन समिति ने अपनी रिपोर्ट व करिकुलम फ्रेमवर्क सरकार को सौंप दिया है।

केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने इसकी पुष्टि करते हुए कहा है कि शिक्षा मंत्रालय ने आगे की कार्रवाई के लिए ही इसे एनसीईआरटी को दिया है।

गौरतलब है कि एनसीईआरटी स्कूली शिक्षा के लिए पाठ्यपुस्तकें तैयार करती हैं। एनसीईआरटी ने करिकुलम पर दो समितियां बनाई हैं। इनमे राष्ट्रीय निरीक्षण समिति और राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और पाठ्यपुस्तक समिति बनाई हैं।

शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि ये दोनों समितियां 21वीं सदी की आवश्यकताओं के अनुसार और मूल भारतीय सोच पर आधारित पाठ्यक्रम तैयार करेंगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि कक्षा 3 से 12 तक के लिए भविष्य की शिक्षण और शिक्षण सामग्री तैयार करने के लिए कहा गया है। इसको लेकर पहली ओरिएंटेशन बैठक बुधवार को हुई।

शिक्षा मंत्री का कहना है कि हमें विश्वास है कि नई पाठ्यपुस्तकें सभी आवश्यकताओं को पूरा करेंगी। खासतौर पर जब दुनिया भारत से बहुत उम्मीद कर रही है, जब पीएम ने अमृत काल का सपना दिखाया है, ऐसे समय में नई पाठ्यपुस्तकें आवश्यकताओं को पूरा करेंगी। हाल ही में स्कूली पाठ्य पुस्तकें तैयार करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाई गई है। इस ‘राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शिक्षण शिक्षण सामग्री समिति’ में कई शिक्षाविद्, अर्थशास्त्री व विशेषज्ञ शामिल हैं।

इनमें इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के अध्यक्ष बिबेक देबरॉय, प्रधानमंत्री की आर्थिक सलाहकार परिषद के सदस्य संजीव सान्याल, प्रसिद्ध संगीतकार व गायक शंकर महादेवन समेत सदस्य हैं। महेश चंद्र पंत इस 19 सदस्यीय समिति के अध्यक्ष बनाए गए हैं। वह नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एजुकेशन एंड प्लानिंग इन एडमिनिस्ट्रेशन के चांसलर हैं।

समिति के सह-अध्यक्षता प्रिंसटन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर मंजुल भार्गव को सौंपी गई है। समिति में चामू कृष्ण शास्त्री भी शामिल हैं। वह भारतीय भाषाओं को बढ़ावा देने के लिए केंद्र की उच्चाधिकार प्राप्त, भारतीय भाषा समिति के अध्यक्ष भी हैं। ‘राष्ट्रीय पाठ्यक्रम और शिक्षण शिक्षण सामग्री समिति’ एक स्वायत्त समिति होगी और इसका कार्य कक्षा 3 से 12वीं तक के छात्रों का सिलेबस तैयार करना है।

चांद की मिट्टी से मिलती-जुलती है इस राज्य की मिट्टी, वैज्ञानिक भी हैरान

नई दिल्ली 23 Aug. (एजेंसी)-इसरो के चंद्रयान 3 अभियान में देश के एक राज्य की मिट्टी ने अहम भूमिका निभाई है। यह राज्य है तमिलनाडु। तमिलनाडु ने इसरो के महत्वाकांक्षी चंद्रमा मिशन के परीक्षण के लिए तीसरी बार मिट्टी की आपूर्ति की है। पेरियार विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के निदेशक प्रोफेसर एस अनबझगन ने बताया कि तमिलनाडु के नामक्कल में प्रचुर मात्रा में मिट्टी उपलब्ध थी, ऐसे में जरूरत पड़ने पर इसरो ने इसका इस्तेमाल किया।

दरअसल तमिलनाडु में इस प्रकार की मिट्टी है जैसी चंद्रमा की सतह पर है। यह मिट्टी खासतौर पर दक्षिणी ध्रुव (चंद्रमा के) पर मौजूद मिट्टी से काफी मिजली-जुलती है। चंद्रमा की सतह पर मिट्टी ‘एनॉर्थोसाइट’ है जो मिट्टी का एक प्रकार है।’प्रोफेसर एस अनबझगन ने बताया, ‘‘इसरो ने जब चंद्रमा अन्वेषण कार्यक्रम की घोषणा की, इसके बाद से हम लगातार मिट्टी भेज रहे हैं।’’

उन्होंने कहा, ‘‘इसरो को कम से कम 50 टन मिट्टी भेजी गई, जो चंद्रमा की सतह पर मौजूद मिट्टी से मिलती-जुलती है।’’अनबझगन ने कहा कि नामक्कल के पास स्थित सीतमपुंडी और कुन्नामलाई गांव, आंध्र प्रदेश के कुछ हिस्सों और देश के उत्तरी क्षेत्रों में इस प्रकार की मिट्टी प्रचुर मात्रा में उपलब्ध है। अगर चंद्रयान-4 मिशन भी शुरू होता है तो हम उसके लिए भी मिट्टी उपलब्ध कराने के लिए तैयार हैं।’’

**************************

 

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल; दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश

New Delhi. 23 Aug. (एजेंसी) /- चंद्रयान-3 का लैंडर मॉड्यूल (एलएम) बुधवार शाम चंद्रमा की सतह पर उतर गया। भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। लैंडर (विक्रम) और रोवर (प्रज्ञान) से युक्त लैंडर मॉड्यूल ने शाम छह बजकर चार मिनट पर चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुवीय क्षेत्र पर सॉफ्ट लैंडिंग की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि ये पल अविस्मरणीय है।

चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल
चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग सफल हो गई है। दक्षिणी ध्रुव पर पहुंचने वाला भारत पहला देश बन गया है। इसी के साथ भारत ने इतिहास रच दिया है।

पीएम मोदी वर्चुअली जुड़े
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जोहान्सबर्ग से वर्चुअली जुड़ गए हैं। जानकारी के मुताबिक, लैंडर मॉड्यूल चांद की सतह से सिर्फ दो किलोमीटर की दूरी पर है।

लैंडर विक्रम ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें साझा कीं
चंद्रयान-3 के लैंडर विक्रम ने चंद्रमा की सतह की तस्वीरें साझा कीं। इसरो का कहना है कि चंद्रयान-3 लैंडर मॉड्यूल चंद्रमा की सतह से 17.8 किमी की ऊंचाई पर है।

***************************

 

‘यारियां 2’ के पहले सॉन्ग ‘सौरे घर..’ का टीज़र जारी 

23.08.2023  –  टी-सीरीज़ फिल्म्स और राव और सप्रू फिल्म्स प्रोडक्शन की फिल्म ‘यारियां 2’ के पहले सॉन्ग ‘सौरे घर..’ का टीज़र जारी कर दिया गया है। इसमें यश दासगुप्ता, अनास्वरा राजन, वरीना हुसैन और प्रिया वॉरियर नज़र आएंगे। ‘यारियां 2’ के टीज़र ने लोगों में एक जबरदस्त एक्साइटमेंट क्रिएट किये हुए है और अब  इस साल की सबसे बड़ी पारिवारिक म्यूजिकल फिल्म का पहला  सॉन्ग ‘सौरे घर..’

27अगस्त को रिलीज़ होने के लिए पूरी तरह तैयार है। इस फिल्म के टीज़र में कुछ मेजिकल सॉन्ग के साथ ‘सनी सनी’ गाने की झलक दिखाई गयी थी परन्तु इसके अलावा फिल्म में कई और दिलचस्प गाने हैं जो निश्चितरूप से लोगों को अपनी और आकर्षित करेंगे। ‘सौरे घर’ के टीज़र को देख यह अनुमान लगाया जा सकता है कि यह एक डांस नंबर है, जो निश्चितरूप से दर्शकों को डांस फ्लोर पर थिरकने को मजबूर कर देगा।

भूषण कुमार, कृष्ण कुमार, दिव्या खोसला कुमार और आयुष माहेश्वरी द्वारा निर्मित फिल्म ‘यारियां 2’ में दिव्या खोसला कुमार, मीजान जाफरी और पर्ल वी पुरी, यश दासगुप्ता, अनास्वरा राजन, वरीना हुसैन और प्रिया वॉरियर की मुख्य भूमिका है।

इस फिल्म को  राधिका राव और विनय सप्रू ने संयुक्त रूप से डायरेक्ट किया है। यह फिल्म 20 अक्टूबर  को सभी सिनेमाघरों में रिलीज होगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

**************************

 

मध्यप्रदेश में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलें तेज, भाजपा अध्यक्ष बोले-मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार

भोपाल 23 Aug. (एजेंसी): मध्यप्रदेश में विधानसभा चुनाव के लगभग तीन महीने पहले मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों के बीच भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा ने आज कहा कि ये मुख्यमंत्री का विशेषाधिकार है। शर्मा ने यहां संवाददाताओं से चर्चा के दौरान कहा कि ये मुख्यमंत्री चौहान का विशेषाधिकार है। इस पर वे कभी भी निर्णय कर सकते हैं।

उन्होंने कहा कि मान लीजिए कि अगर इस पर निर्णय हो भी रहा है, तो वह जल्दी ही सामने आएगा। दरअसल कल देर रात मुख्यमंत्री चौहान की राज्यपाल मंगुभाई पटेल से राजभवन में हुई मुलाकात के बाद से राज्य में मंत्रिमंडल विस्तार की अटकलों को तेजी से बल मिला है। दोनों के बीच लगभग 15 मिनट की मुलाकात हुई।

समझा जा रहा है कि विधानसभा चुनाव के पहले जातिगत समीकरण और असंतोष को साधने के लिए कुछ वरिष्ठ नेताओं को मंत्री बनाया जा सकता है। राज्य के विधानसभा चुनाव के लिए पिछले दिनों 39 सीटों पर प्रत्याशियों की घोषणा की जा चुकी है। इसके बाद कुछ सीटों पर असंतोष की खबरें उभरी हैं। इन्हीं सब कारणों को देखते हुए भी मंत्रिमंडल विस्तार की संभावनाएं जताई जा रही हैं। राज्य की 230 सदस्यीय विधानसभा के मान से प्रदेश में मुख्यमंत्री समेत 35 मंत्रियों काे मंत्रिमंडल में स्थान दिया जा सकता है। वर्तमान में मुख्यमंत्री समेत कुल 31 मंत्री हैं, ऐसे में चार पद अभी रिक्त हैं।

**********************

 

मांझी ने लोगों से की अपील: बिहार में शराबबंदी हटाने वालों को वोट दें

पटना 23 Aug. (एजेंसी): बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने लोगों से अपील की कि वे केवल उन्हें वोट दें जो राज्य में शराब पर प्रतिबंध हटाएंगे।

गया जिले के मंगरावा महादलित टोला गांव में लोगों को संबोधित करते हुए हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) प्रमुख ने कहा कि राज्य में पिछले सात वर्षों से शराब पर प्रतिबंध है और इस कानून के कारण केवल गरीब लोगों को दंडित किया जा रहा है। मांझी ने कहा, “हर कोई जानता है कि अधिकांश आईएएस, आईपीएस अधिकारी, डॉक्टर, बिल्डर, ठेकेदार, मंत्री और राजनीतिक नेता रात 10 बजे के बाद शराब का सेवन करते हैं, लेकिन उन्हें दंडित नहीं किया जाता। दूसरी ओर, गरीब मजदूर जो दिनभर की मेहनत के बाद शराब पीते हैं, वे अपराधी बन जाते हैं, क्योंकि वे पुलिस और उत्पाद शुल्क विभाग के लिए आसान निशाना बन जाते हैं1”

मांझी ने कहा, “पुलिस और उत्पाद शुल्क अधिकारियों ने मंगरावा महादलित टोले में गरीब लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। मैं लोगों से अपील करना चाहता हूं कि वे केवल उसी को वोट दें जो ‘ताड़ी’ (ताड़ का रस) और शराब पर प्रतिबंध हटाएगा।”

उन्‍होंने कहा, “शराबबंदी लागू होने के बाद से 5 लाख से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें से 3.5 लाख मजदूर या गरीब लोग हैं। गुजरात और झारखंड में भी शराब पर प्रतिबंध है, लेकिन वहां ऐसी स्थिति कभी पैदा नहीं होती।

*****************************

 

अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी हेलिकॉप्टर घोटाले में ईडी ने ताजा गिरफ्तारी की

नई दिल्ली 23 Aug. (एजेंसी): प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने अगस्ता वेस्टलैंड वीवीआईपी चॉपर घोटाले के सिलसिले में मुख्य आरोपियों में से एक नितिन भटनागर को गिरफ्तार किया है। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।

भटनागर कथित तौर पर एक निजी बैंकर और एलिंगटन प्रॉपर्टीज के संस्थापक हैं। उन पर सह-अभियुक्तों के लिए हवाला लेनदेन करने का आरोप है।

हालांकि ईडी ने इस मामले पर कोई टिप्पणी नहीं की लेकिन सूत्रों ने कहा कि जब उन्होंने उसे इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से गिरफ्तार किया तो वह विदेश भागने की कोशिश कर रहा था।

ईडी को उसकी 10 दिन की कस्टडी रिमांड मिल गई है और अब रिकॉर्ड, सबूत आदि से उसका आमना-सामना कराया जाएगा।

बताया जाता है कि भटनागर का संबंध रतुल पुरी और राजीव सक्सेना से है।

ईडी ने उसे विशेष पीएमएलए अदालत में पेश किया।दलीलों के दौरान ईडी की ओर से कहा गया कि मामले की उचित जांच के उद्देश्य से उसकी हिरासत में पूछताछ आवश्यक है।

ईडी ने कहा कि आरोपियों का सामना भारी दस्तावेजों और रिकॉर्ड से कराया गया।

आरोपी की ओर से पेश वकील ने ईडी का विरोध करते हुए कहा कि उनके मुवक्किल से कुछ भी पूछताछ करने की जरूरत नहीं है क्योंकि उनके मुवक्किल से ईडी पहले ही कई मौकों पर विस्तार से पूछताछ कर चुकी है।

2012 में प्रिस्टिन रिवर इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड के नाम से एक बैंक खाता बैंक ऑफ सिंगापुर में खोला गया था और नितिन भटनागर ने रिलेशनशिप मैनेजर होने के नाते इसकी सुविधा प्रदान की थी। उक्त कंपनी का स्वामित्व सवाना ट्रस्ट के पास था, जिसमें रतुल पुरी (सह-अभियुक्तों में से एक) सेटलर थे, जबकि जॉन डॉचेर्टी और मिलन मोर्जारिया संरक्षक थे।”

इसमें आगे लिखा है कि कथित रूप से यह रकम सह-अभियुक्त राजीव सक्सेना के अपराध की आय है।

इसके बाद विशेष पीएमएलए अदालत ने ईडी को भटनागर की 10 दिन की हिरासत दी थी।

ईडी अब उनसे मामले से जुड़े डिजिटल उपकरणों, दस्तावेजों और अन्य रिकॉर्डों के बारे में पूछताछ करेगी।

*******************************

 

झारखंड में एक बार फिर ED ने दी दस्तक, शराब घोटाला मामले में 30 ठिकानों पर मारा छापा

रांची 23 Aug. (एजेंसी): झारखंड में शराब घोटाले में छापेमारी का सिलसिला जारी है। बुधवार को ED ने यहां 30 ठिकानों पर छापेमारी की है। रांची के हरमू के साथ-साथ दुमका और देवघर में भी एक साथ रेड मारी गई है। ये कार्रवाई शराब घोटाले को लेकर की गई है। रांची में मंत्री रामेश्वर उरांव, तिवारी ब्रदर्स सहित कई लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की जा रही है।

मंत्री रामेश्वर उरांव के रांची स्थित आवास पर भी छापेमारी की जा रही है। बताया जा रहा है कि रांची में कुल सात जगहों पर ईडी रेड कर रही है। जामताड़ा में भी छापेमारी चल रही है। वहीं देवघर में कुल आठ जगहों पर रेड मारी गई है।

दुमका शहर में अलग-अलग पांच जगहों पर ईडी की छापेमारी चल रही है, जिसमें टाटा शोरूम चौक स्थित तनिष्क शोरूम, तिवारी ऑटोमोबाइल, कुम्हारपाड़ा स्थित पप्पू शर्मा और कुम्हार पाड़ा स्थित ठेका बाबा मंदिर के नजदीक अनिल सिंह के घर पर ईडी की कार्रवाई चल रही है। ईडी की रेड के दौरान आसपास रहने वाले लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई है। इसे देखते हुए सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए हैं।

*****************************

 

सीएम के काफिले के लिए रोक दी एंबुलेंस, जिंदगी और मौत में फंसा मरीज

पटना ,22 अगस्त (आरएनएस)। बिहार की राजधानी पटना में वीवीआईपी कल्चर की एक ऐसी तस्वीर सामने आई है, जिससे सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े अधिकारियों ने कथित तौर पर एक एंबुलेंस को रास्ते में रोक दिया, जिस पर मरीज सवार था। एंबुलेंस तब तक रोके रखा गया, जब तक नीतीश कुमार का काफिला गुजर नहीं गया। अब, इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।

वायरल हो रहे वीडियो में दिख रहा है कि एंबुलेंस में एक महिला मरीज सवार है, जिनके परिजन रो रहे हैं और सड़क से गाडिय़ां गुजर रही हैं। पुल पर सारे छोटे से बड़े वाहन को किनारे रोक दिया गया है। एंबुलेंस पर सवार मरीज के परिजन पुलिसकर्मियों से दुहाई भी लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें जाने नहीं दिया गया।

भाजपा के अमित मालवीय ने एक्स (पहले ट्विटर) पर लिखा कि प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे नीतीश कुमार की संवेदनहीनता देखिए। उनके काफिले की रफ्तार कम ना पड़े, इसके लिए वो किसी की जान दांव पर लगा सकते हैं।

एक तरफ जहां मोदी जी ने कई दफा ना सिर्फ अपने काफिले बल्कि रोड शो तक एंबुलेंस को रास्ता देने के लिए रुकवा दिये, नीतीश बाबू ने एंबुलेंस में बिलख रहे परिवार के बारे में तनिक नहीं सोचा। यही भ्रष्ट और संवेदनहीन लोगों के घमंडिया गठबंधन का सच है। शर्मनाक!

***********************************

 

भगवंत मान ने की स्टूडैंट पुलिस कैडिट स्कीम की शुरुआत

चंडीगढ़ 22 Aug. (एजेंसी)  : पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने मंगलवार को छात्रों को पुलिस प्रणाली को गहराई से समझने और शासन और सुरक्षा में सक्रिय भागीदार बनने का अवसर प्रदान करने के लिए राज्य में छात्र पुलिस कैडेट (एसपीसी) स्कीम शुरू की। पहले चरण में 280 सरकारी स्कूलों के आठवीं कक्षा के 11,200 से अधिक चयनित छात्रों ने भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समारोह में भाग लिया।

इस स्कीम संबंधी विस्तार में जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि इसका कोर्स ब्यूरो आफ पुलिस रिर्सच एंड डिवैल्पमैंट द्वारा तैयार किया गया जो मौजूदा शैक्षिणक साल 2023-24 में आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को दो सालों में करवाया जाएगा। दो वर्षीय कोर्स के अंतर्गत यही विद्यार्थी शैक्षिणक वर्ष 2024-25 में नौवीं कक्षा में इस स्कीम का हिस्सा बने रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने इस स्कीम को लागू करने के लिए हरेक स्कूल के लिए 50,००० रुपए सालाना अलॉट किए गए हैं। यह स्कीम राज्य के 28 जिलों (23 माल जिले और पांच पुलिस जिले) में लागू की जायेगी। इस स्कीम के अंतर्गत हरेक जि़ले में 10 स्कूलों में से प्रति स्कूल 40 विद्यार्थियों का चयन किया गया है जिससे कुल 11200 विद्यार्थी चुने गए हैं।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इन्डोर कोर्स मुकम्मल करने के लिए हर महीने एक क्लास लगाई जायेगी जिससे विद्यार्थियों के स्कूल कोर्स में कोई बड़ा विस्तार नहीं होगा। इन विद्यार्थियों को स्कूल के समय के बाद या हफ्ते के अन्तिम दिन के मौके महीने में दो बार बाहरी सरगर्मियों के लिए ले जाया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस प्रयास से विद्यार्थियों को पुलिस के कामकाज के बारे नजदीकी से जानने और शासन और सुरक्षा में सक्रिय हिस्सेदार बनने का मौका हासिल होगा।

दो वर्षीय कोर्स के विषयों के बारे जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने बताया कि विद्यार्थियों को ‘स्टूडैंट कैडिट स्कीम’ के बारे प्राथमिक जानकारी, भ्रष्टाचार, साईबर अपराध, अपराध के अलग-अलग स्वरूप, भ्रूण हत्या, सडक़ सुरक्षा, बच्चे की सुरक्षा, नशों की कुरीति संबंधी जागरूकता सैशन, घरेलू हिंसा, फस्ट ऐड, आपदा के मौके पर आपात सेवाएं और क्विज मुकाबले करवाये जाएंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि इस स्कीम के अंतर्गत विद्यार्थी पुलिस दफ़्तरों, पुलिस थानों, साईबर सेल, फोरेंसिक लैब, पुलिस ट्रेनिंग केंद्र और अन्य सम्बन्धित सरकारी संस्थाओं का दौरा करेंगे। उन्होंने कहा कि इन विद्यार्थियों को ट्रैफिक नियमों के बारे जागरूक करने, गणतंत्र दिवस/ स्वतंत्रता दिवस परेड में हिस्सा लेने, गैर-हथियारबंद मुकाबलों के बारे ट्रेनिंग, कानूनी हकों और जिम्मेदारियों संबंधी ट्रेनिंग देने के साथ-साथ कानूनी व्यवस्था के लिए अलग-अलग ड्यूटियों के बारे पुलिस के साथ इंटरशिप प्रोग्राम भी करवाए जाएंगे। इसके इलावा समाज सेवा से सम्बन्धित सरगर्मियों के साथ विद्यार्थियों को जोड़ा जायेगा और चरित्र-निर्माण और मूल्यों को कोर्स का हिस्सा बनाया गया है।

मुख्यमंत्री ने बताया कि इस स्कीम को लागू करने के लिए पुलिस की कम्युनिटी अफेअरज डिवीजन और शिक्षा विभाग आपसी तालमेल के साथ काम करेंगे। रिसोर्स पर्सन के तौर पर अध्यापक पुलिस विभाग के सांझ केन्द्रों में तैनात पुलिस मुलाजिमों के साथ तालमेल करके एक इन्डोर क्लास और ढाई दिन आउटडोर क्लासें लगाऐंगे।

उन्होंने कहा कि इस स्कीम को प्रभावशाली ढंग से लागू करने के लिए 269 स्कूल अध्यापकों और 59 सांझ केन्द्रों के मुलाजिमों को विशेष ट्रेनिंग भी दी गई है। इस मौके पर शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस के इलावा पुलिस और सिविल प्रशासन के सीनियर अधिकारी उपस्थित थे।

**********************************

 

किंग खान शाहरुख खान की ‘जवान’ के लिए दुनिया भर के 6 सबसे बड़े एक्शन निर्देशक आए साथ..!

23.08.2023  –  रेड चिलीज़ एंटरटेनमेंट के बैनर तले गौरी खान द्वारा निर्मित और गौरव वर्मा द्वारा सह-निर्मित बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘जवान’ के माध्यम से किंग खान शाहरुख खान दुनिया भर के अपने फैन्स और दर्शकों को एक बड़ा सरप्राइज देने जा रहे हैं। जबकि फिल्म के जबरदस्त प्रीव्यू और गानों को पहले ही लोगों के दिलों में खास जगह मिल गई है, फिल्म के एक्शन  सीक्वेंस भी यादगार होंगे। ऐसा इसलिए क्योंकि मेकर्स ने जवान के धमाकेदार एक्शन सीन्स को ग्रैंड बनाने के लिए टॉप क्लास एक्शन निर्देशकों की एक पूरी फौज हायर की थी जिसमें 6 बड़े एक्शन डायरेक्टर्स शुमार है।

इन नामों में स्पिरो रज़ाटोस, यानिक बेन, क्रेग मैक्रे केचा खम्फाकडी, सुनील रोड्रिग्स और अनल अरासु उल्लेखनीय हैं जिन्होंने विश्व स्तर पर कुछ बेहतरीन एक्शन फिल्मों पर काम किया हैं। ‘जवान’ में एक्शन प्रारूपों की एक विस्तृत रेंज शामिल है, जिसमें हैंड टू हैंड कॉम्बैट, रोमांचक बाइक सीक्वेंस, दिल दहला देने वाले ट्रक और कार चेस जैसे कई सीक्वेंस शामिल है। पूरी सावधानी से डिजाइन किए गए ये एक्शन सीक्वेंस फिल्म की कहानी का अभिन्न हिस्सा हैं, जो फिल्म में गहराई और रियलिज्म  जोड़ते है।

इन छह असाधारण एक्शन निर्देशकों की संयुक्त प्रतिभा के साथ, जवान एक बेहतरीन एक्शन एंटरटेनर फिल्म बनने के लिए तैयार है। यह फिल्म 7 सितंबर को दुनिया भर के सिनेमाघरों में हिंदी, तमिल और तेलुगु भाषाओं में रिलीज होगी।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

************************

 

Exit mobile version