उत्तर भारत में सर्दी का सितमः 11 लोगों ने तोड़ा दम- ट्रेनें 9 घंटे तक लेट- 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित

नई दिल्ली 28 Dec, (एजेंसी): उत्तर भारत में ठंड का कहर जारी है। आलम यह है कि सड़कों पर गाड़ियां रेंगती नजर आ रही है। यमुना एक्सप्रेसवे के साथ-साथ कई जगहों पर सड़क दुर्घटनाओं की खबरें भी सामने आई हैं। ठंड के चलते उत्तर भारत में बुधवार को कम से कम 11 लोगों की मौत हो गई। वहीं, दिल्ली-एनसीआर के लगातार कोहरे की चपेट में रहने के कारण गुरुवार को 100 से अधिक उड़ानें प्रभावित हुईं। इसका असर रेल और सड़क यातायात पर भी पड़ा। पारा गिरकर 8.4 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया, जो औसत से सिर्फ एक डिग्री ऊपर है।

भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, इसमें निवासियों से कठोर मौसम की स्थिति के लिए तैयार रहने का आग्रह किया गया है। सलाह में शहर के विभिन्न हिस्सों में दृश्यता काफी कम होने के कारण एहतियाती कदम उठाने की जरूरत पर जोर दिया गया है। सुबह साढ़े पांच बजे पालम में दृश्यता महज 25 मीटर दर्ज की गई, जबकि सफदरजंग स्टेशन पर दृश्यता 50 मीटर दर्ज की गई।

शीत लहर का प्रभाव सुबह की यात्रा के दौरान सबसे अधिक था। हवाई और रेल यात्रा दोनों में देरी की सूचना मिली है। खराब दृश्यता के कारण कई उड़ानों में देरी हुई या उन्हें रद्द कर दिया गया, इससे यात्रियों की यात्रा योजनाएं प्रभावित हुईं। ट्रेनों का शेड्यूल बाधित हो गया, इससे रेल परिवहन पर निर्भर यात्रियों को असुविधा हुई। रेलवे के मुताबिक, खराब दृश्यता के कारण हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, जम्मू तवी-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस, तमिलनाडु एक्सप्रेस, गोल्डन टेम्पल मेल समेत 22 ट्रेनें कई घंटों की देरी से चलीं।

आज़मगढ़-दिल्ली जंक्शन कैफियत एक्सप्रेस नौ घंटे से अधिक की देरी से, पुरी-नई दिल्ली पुरूषोत्तम एक्सप्रेस छह घंटे की देरी से, जबकि गीता जयंती एक्सप्रेस और चेन्नई-नई दिल्ली ग्रैंड ट्रंक एक्सप्रेस पांच घंटे की देरी से चलीं। इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय (आईजीआई) हवाई अड्डे पर, खराब दृश्यता के कारण 100 से अधिक उड़ानें (घरेलू और अंतर्राष्ट्रीय) प्रस्थान और आगमन प्रभावित हुईं। खराब मौसम की स्थिति को देखते हुए आईएमडी ने जनता को सावधानी बरतने की सलाह दी है।

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