आजादी के अमृत महोत्सव के तहत हुआ बिजली महोत्सव का आयोजन

रामगढ़,27.07.2022 –  आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष में भारत की आजादी के 75 साल का उत्सव मनाने के उद्देश्य से झारखंड सरकार के सहयोग से विद्युत मंत्रालय भारत सरकार द्वारा बिजली महोत्सव का आयोजन राज्य के कई जिलों में किया जा रहा है। इसी क्रम में रामगढ़ जिले में दो दिवसीय बिजली महोत्सव कार्यक्रम का शुभारंभ मंगलवार को श्री गुरु नानक पब्लिक स्कूल रामगढ़ में किया गया।

कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपायुक्त रामगढ़ सुश्री माधवी मिश्रा ने हिस्सा लिया वही उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा, अध्यक्ष जिला परिषद श्रीमती सुधा देवी, अध्यक्ष नगर परिषद श्री योगेश बेदिया, उपाध्यक्ष नगर परिषद श्री मनोज महतो ने भी विशिष्ट अतिथि के रूप में कार्यक्रम में हिस्सा लिया।

बिजली महोत्सव कार्यक्रम के पहले दिन लोगों को संबोधित करते हुए उपायुक्त ने नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर बल दिया। उन्होंने कहा कि वर्तमान में सौर ऊर्जा का प्रयोग तेजी से बढ़ रहा है जोकि ना केवल हमारे लिए बल्कि प्रकृति के लिए भी काफी अच्छा है। इस दौरान उपायुक्त ने सभी से नवीकरणीय ऊर्जा के उपयोग पर बल देने की बात कही वहीं उन्होंने सभी से बिजली का सदुपयोग करने व बिजली व्यर्थ ना करने की अपील की।

कार्यक्रम के दौरान अधीक्षण अभियंता डीवीसी श्री अनुज कुमार ने आजादी के अमृत महोत्सव के तहत आयोजित बिजली महोत्सव मनाने के उद्देश्यों व ऊर्जा के क्षेत्र में हुए कार्यों की सभी को जानकारी दी।

बिजली महोत्सव कार्यक्रम के दौरान स्कॉलर हाई स्कूल के बच्चों के द्वारा नुक्कड़ नाटक के माध्यम से नवीकरणीय ऊर्जा के फायदों के प्रति उपस्थित लोगों को जागरूक किया गया वहीं कार्यक्रम के दौरान यूनिवर्सल हाउसहोल्ड इलेक्ट्रिफिकेशन, वन नेशन वन ग्रिड, कंस्यूमर राइट, नवीकरणीय ऊर्जा एवं कैपेसिटी एडिशन विषय पर बने फिल्म के माध्यम से भी लोगों को जागरूक किया गया।

कार्यक्रम के दौरान धन्यवाद ज्ञापन उप विकास आयुक्त श्री नागेंद्र कुमार सिन्हा ने किया वहीं उन्होंने सभी से सौर ऊर्जा का प्रयोग करने व बिजली के सदुपयोग करने की अपील की। कार्यक्रम के दौरान मंच का संचालन श्री कमल बगड़िया ने किया।

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अयोध्या : श्रद्धालुओं से भरी ट्राली को ट्रक ने मारी टक्कर, एक की मौत

अयोध्या 27 Jully (Rns/FJ): उत्तर प्रदेश के अयोध्या में सावन झूला मेले में आये श्रद्धालुओं से भरी एक ट्रैक्टर ट्राली सड़क दुर्घटना की शिकार हो गयी, जिससे उसमें सवार एक यात्री की मौत हो गयी और छह अन्य घायल हो गये।

पुलिस ने बुधवार को बताया कि अयोध्या में दर्शन करके वापस जा रहे श्रद्धालुओं से भरी ट्राली को राजमार्ग पर एक अनियंत्रित ट्रक ने टक्कर मार दी। इससे ट्राली में सवार एक व्यक्ति की मौत हो गयी। जबकि 06 अन्य श्रद्धालु घायल भी हुये हैं। घायलों को इलाज के लिये जिला अस्पताल भेज दिया गया है।

प्राप्त जानकारी के मुताबिक कोतवाली नगर क्षेत्र नाका हाइवे पर हुई इस घटना में हताहत हुए लोग बाराबंकी जनपद में थाना फतेहपुर क्षेत्र के रहने वाले हैं। पुलिस ने ट्रक चालक के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई प्रारंभ कर दी है।

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कौशांबी : आकाशीय बिजली गिरने से छह की मौत

कौशांबी 27 Jully (Rns/FJ): उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले के विभिन्न थाना क्षेत्रों में मंगलवार को देर शाम आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं में एक किशोर सहित 06 व्यक्तियों की मृत्यु हो गई।

पुलिस के अनुसार आकाशीय बिजली की चपेट में आने से दो लोग गंभीर रूप से झुलस भी गये हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक आकाशीय बिजली गिरने से जिले के पश्चिम शरीरा थाना क्षेत्र के कोरीपुर गांव निवासी लक्ष्मी (35 वर्ष), सराय अकिल थाना क्षेत्र के भक्कातनपुरवा निवासी रामप्रसाद (50 वर्ष), चरविथाना क्षेत्र की विट्टनदेवी, काजू गांव निवासी बसंत पासी (45 वर्ष), सटई गांव के एक 10 वर्षीय किशोर के अलावा लोधौर गांव के निवासी धर्मेंद्र की आकाशीय बिजली गिरने से मृत्यु हो गई।

इन घटनाओं में दो व्यक्ति गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों को इलाज के लिये स्थानीय अस्पताल भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस जनहानि पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए सभी मृतकों के परिजनों को आर्थिक सहायता देने एवं घायलों का इलाज कराने के जिला प्रशासन को निर्देश दिये हैं

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कर्नाटक में बीजेपी के युवा नेता की बेरहमी से हत्या, कुल्हाड़ी से किया हमला

बेंगलुरु 27 Jully (Rns/FJ): कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ जिले में मंगलवार देर शाम भाजपा के युवा मोर्चा कार्यकर्ता प्रवीण नेट्टारू की हत्या कर दी गई। हमलावरों की पहचान अभी नहीं हो सकी है। बताया जा रहा है कि ये मोटरसाइकिल पर सवार थे। घटना बेल्लारी की है।

वह रात में जब दुकान बंद करके घर लौट रहे थे, तभी पीछे से बाइक पर आए हमलावरों ने उनपर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया था। हालांकि पुलिस को अभी हत्या का कारण पता नहीं चल पाया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने इस घटना पर दुख जताया है और कहा है कि हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।

वहीं पुट्टूर के सरकारी अस्पताल में प्रवीण का शव रखा गया है। ऐसे में किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए अस्पताल के आसपास सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। वहीं कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई ने बीजेपी युवा मोर्चा के नेता की हत्या के मामले में दुख व्यक्त किया है।

सीएम बोम्मई ने कहा, ‘दक्षिण कन्नड़ जिले सुल्या के बीजेपी कार्यकर्त्ता प्रवीण नेतारू की नृशंस हत्या निंदनीय है। इस घटना को अंजाम देने वाले हत्यारों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। उन्हें कानून के तहत सख्त सजा दी जाएगी। प्रवीण की आत्मा को शांति मिले, ईश्वर उनके परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति दे। ओम शांतिः.’ यह भी जानकारी सामने आई है कि कुछ लोगों ने प्रवीण की हत्या को लेकर नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया था। उन्होंने बेल्लारी और पुट्टूर की सड़कों पर उतरकर नारेबाजी की थी।

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देवघर : श्रावणी मेला के दूसरी सोमवारी को बाबा मंदिर में बेलपत्र प्रदर्शनी

देवघर, 27.07.2022 (FJ) – देवघर : श्रावणी मेला, 2022 के दूसरी सोमवारी के अवसर पर बाबा मंदिर में चली आ रही प्राचीन परंपरा के अनुसार बेलपत्र प्रदर्शनी व बेलपत्र चढ़ाने की अलौकिक परंपरा है। यह परंपरा लगभग 151 वर्षाे से चली आ रहा है। श्रावण मास की दूसरी सोमवारी को सभी दलों के द्वारा बाबा पर शाम बिल्वपत्र अर्पित किया गया, जबकि शाम को सभी दलों की ओर से आकर्षक एवं अनोखे पहाड़ी बिल्वपत्र की प्रदर्शनी लगायी गयी।

इसके अलावे बेलपत्र प्रदर्शनी के अवसर पर काली मंदिर में जनरेल समाज, देव कृपा वन सम्राट बिल्वपत्र समाज, तारा मंदिर में बरनेल समाज, लक्ष्मी नारायण मंदिर में मसानी दल व बम बम बाबा बेलपत्र समाज, राम मंदिर में राजाराम बिल्वपत्र समाज, आनंद भैरव मंदिर में पंडित मनोकामना राधे श्याम बेलपत्र समाज के दो दल द्वारा आकर्षक एवं अनोखे पहाड़ी बिल्व पत्र की प्रदर्शनी लगाई गयी।

पूरी हो शिवभक्तों की मनोकामना, यही है भोलेनाथ से प्रार्थना!।

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27 जुलाई 2022 को रांची ग्रामीण क्षेत्र में बनाये गए 18+, 15+ और 12-14 वर्ष आयु वर्ग के लिए कोविड टीकाकरण केंद्र

(FJ) – 27 जुलाई 2022 को रांची ग्रामीण क्षेत्र में बनाये गए

18+, 15+ और 12-14 वर्ष आयु वर्ग

के लिए कोविड टीकाकरण केंद्र

तेजस्विनी नारीशक्ति संगठन ने छत्तीसगढ़ महतारी का पूजन कर मनाया सावन उत्सव

धमतरी, 27 जुलाई (आरएनएस/FJ)। अखिल भारतीय नारीशक्ति संगठन तेजस्विनी जिला-इकाई धमतरी के द्वारा 24 जुलाई को हर्षोल्लासपूर्वक छत्तीसगढ़ महतारी का पूजन-अर्चन कर सावन उत्सव मनाया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में तेजस्विनी की जिला संयोजिका वीणा राशिद , भूपेश्वरी रजक, सीमा सोनी एवं सदस्याओं ने छत्तीसगढ़ महतारी के चित्र पर माल्यार्पण कर एवं दीप प्रज्जवलित कर, छत्तीसगढ़ महतारी का पारंपरिक रूप से पूजन अर्चन कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया ।

इस अवसर पर सभी सदस्याओं ने राजकीय गीत अरपा पैरी के धार का गायन कर छत्तीसगढ़ महतारी को नमन किए। सावन उत्सव कार्यक्रम में तेजस्विनी की सदस्याओं के द्वारा रोचक सांस्कृतिक कार्यक्रम, छत्तीसगढ़ी गीत, संगीत, नृत्य की प्रस्तुति दी गई। कार्यकम में सभी महिलाएं एवं युवतियां हरे परिधान में शामिल हुई।

कार्यक्रम का संचालन जिला संयोजिका वीणा राशिद के द्वारा किया गया। कार्यक्रम में तेजस्विनी की भूपेश्वरी रजक, सीमा सोनी, विद्या देवांगन, चंद्रिका रजक, शशि रजक, बसंती, काजल रजक, सुधा सोनी सहित अन्य महिलाएं एवं युवतियां सम्मिलित हुई।

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भूपेश सरकार छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को सहेजने का काम कर रही – डॉ.लक्ष्मी ध्रुव

सिहावा विधानसभा क्षेत्रवासियों को हरेली की बधाई दी

नगरी, 27 जुलाई (आरएनएस/FJ)। मध्य क्षेत्र आदिवासी विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष एवं सिहावा विधायक डॉ.लक्ष्मी ध्रुव ने सिहावा विधानसभा क्षेत्रवासियों एवं प्रदेशवासियों को छत्तीसगढ़ के पहिली तिहार हरेली की बधाई एवं शुभकामनाएं दी है।हरेली के अपने शुभकामना संदेश में विधायक डॉ.लक्ष्मी ने कहा कि हरेली छत्तीसगढ़ के जन जीवन में रचा – बसा खेती – किसानी से जुड़ा पहला त्यौहार है। इसमें अच्छी फसल की कामना के साथ खेती – किसानी से जुड़े नागर,गैंती,कुदाली, फावड़ा सहित कृषि में काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ – सफाई कर पूजा अर्चना की जाती है।

पूजा कर हम धरती माता का हमारे भरण पोषण के लिए आभार व्यक्त करते है।विधायक ने कहा कि प्रदेश के मुखिया भूपेश बघेल ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने, गांव के पशुपालकों की आमदनी बढ़ाने साल 2020 में गोधन न्याय योजना को शुरूआत की थी। पूरे देश में गोधन न्याय योजना लागू करने वाला छत्तीसगढ़ पहला राज्य है। जिसमें तहत 2 रू. प्रति क्विंटल की दर से गोबर खरीदा गया। अब तक 75 लाख 6 हजार क्विंटल गोबर की खरीदी हमारी सरकार कर चुकी है।

जिसके तहत 293.94 करोड़ का भुगतान किया गया है। 8408 सक्रिय गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट से जैविक खेती में इजाफा हुआ है। छत्तीसगढ़ के तर्ज पर अन्य राज्यों ने भी गोबर खरीद योजना शुरू की है।इसी कड़ी में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल 28 जुलाई 2022 को हरेली तिहार के शुभ अवसर पर 4 रू. प्रति लीटर की दर से गौ मूत्र की खरीदी का शुभारंभ करेंगे। गौ मूत्र से गौअर्क, कीटनाशक, लिक्विड खाद और अन्य जैविक उत्पाद बनेगा।पूरा देश आज छत्तीसगढ़ के विकास मॉडल को देख रहा है जिसके केंद्र में गांव, किसान और पशुपालक है।

सिहावा विधायक ने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ की प्राचीन संस्कृति और परंपरा हमारा गौरव है। भूपेश सरकार ने छत्तीसगढ़ की संस्कृति और परंपरा को सहेजने के लिए कई फैसले लिए है। हरेली तिहार के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है।

नरवा, गरवा, घुरवा और बाड़ी योजना और गोधन न्याय योजना लागू कर प्रदेश की कांग्रेस सरकार ने पारंपरिक संसाधनों को पुनर्जीवित कर ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम किया है।

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हरेली : प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण का लोकपर्व

27.07.2022 – हरेली : प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण का लोकपर्व . छत्तीसगढ़ में जैविक खेती और आर्थिक सशक्तिकरण का नया अध्याय छत्तीसगढ़ के ग्रामीण जन-जीवन में रचा-बसा खेती-किसानी से जुड़ा पहला त्यौहार है, हरेली। सावन मास की अमावस्या को मनाया जाने वाला यह त्यौहार वास्तव में प्रकृति के प्रति प्रेम और समर्पण का लोकपर्व है। हरेली के दिन किसान अच्छी फसल की कामना के साथ धरती माता का सभी प्राणियों केे भरण-पोषण के लिए आभार व्यक्त करते हैं। सभी लोग बारिश के आगमन के साथ चारो ओर बिखरी हरियाली और नई फसल का उत्साह से स्वागत करते हैं। हरेली पर्व को छोटे से बड़े तक सभी उत्साह और उमंग से मनाते हैैं।

गांवों में हरेली के दिन नागर, गैती, कुदाली, फावड़ा समेत खेती-किसानी से जुड़े सभी औजारों, खेतों और गोधन की पूजा की जाती है। सभी घरों में चीला, गुलगुल भजिया का प्रसाद बनाया जाता है। पूजा-अर्चना के बाद गांव के चौक-चौराहों में लोगों को जुटना शुरू हो जाता है। यहां गेड़ी दौड़, नारियल फेक, मटकी फोड़, रस्साकशी जैसी प्रतियोगिताएं देर तक चलती रहती हैं। लोग पारंपरिक तरीके से गेड़ी चढ़कर खुशियां मनाते हैं। माना जाता है कि बरसात के दिनों में पानी और कीचड़ से बचने के लिए गेड़ी चढऩे का प्रचलन रहा है, जो समय के साथ परम्परा में परिवर्तित हो गया।

इस अवसर पर किया जाने वाला गेड़ी लोक नृत्य भी छत्तीसगढ़ की पुरातन संस्कृति का अहम हिस्सा रहा है। हरेली में लोहारों द्वारा घर के मुख्य दरवाजे पर कील ठोककर और नीम की पत्तियां लगाने का रिवाज है। मान्यता है कि इससे घर-परिवार अनिष्ट से बचे रहते हैं। छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल की पहल पर माटी से जुड़ी अपनी गौरवशाली संस्कृति और परम्परा को सहेजने और आने वाली पीढिय़ों तक पहुंचाने की पहल की गई है। छत्तीसगढ़ सरकार ने मुख्यमंत्री निवास सहित पूरे राज्य में लोकपर्वों के धूम-धाम से सार्वजनिक आयोजन कर इसकी शुरूआत की है।

इससे नई पीढ़ी के युवा भी अपनी पुरातन परम्पराओं से जुडऩे लगे हैं। सरकार ने हरेली त्यौहार के दिन सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया है। इस साल से प्रदेश के स्कूलों में हरेली तिहार को विशेष रूप से मनाने की शुरूआत की जा रही है। इससे बच्चे न सिर्फ अपनी कृषि संस्कृति को समझेंगे, उसका सक्रिय हिस्सा बनेंगे बल्कि अपनी संस्कृति के मूल भाव को आत्मसात भी कर सकेंगे। साथ ही स्कूलों में गेड़ी दौड़, वृक्षारोपण, पर्यावरण संरक्षण पर संगोष्ठी जैसे आयोजनों से बच्चों में अपनी संस्कृति और प्रकृति के प्रति प्रेम विकसित होगा। छत्तीसगढ़ में पारंपरिक लोक मूल्यों को सहेजते हुए गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ की परिकल्पना को साकार रूप दिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में पारंपरिक संसाधनों के उपयोग से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का काम किया जा रहा है।

इसके चलते राज्य सरकार ने दो साल पहले सन् 2020 में हरेली के दिन गो-धन न्याय योजना शुरू की थी। शुरूआत में किसी ने कल्पना नहीं की थी, कि गोबर खरीदी की यह योजना गांवों की अर्थव्यवस्था के लिए एक मजबूत आधार तैयार करेगी। आज यह ग्रामीण अंचल की बेहद लोकप्रिय योजना साबित हुई है। इस अनूठी योजना के तहत सरकार ने गोबर को ग्रामीणों की आय का नया जरिया बनाया और किसानों और पशुपालकों से दो रूपए की दर से गोबर खरीदी शुरू की। पशुपालक ग्रामीणों ने गोबर बेचकर पिछले दो सालों में 150 करोड़ रूपये से अधिक की कमाई की है। खरीदे गए गोबर से गौठानों में स्व-सहायता समूहों ने 20 लाख क्विंटल से अधिक वर्मी कम्पोस्ट तैयार किया है, जिससे प्रदेश में जैविक खेती को बढ़ावा मिल रहा है।

अब तक महिला समूह और गौठान समितियां 143 करोड़ से अधिक की राशि वर्मी खाद के निर्माण और विक्रय से प्राप्त कर चुकी हैं। इसके साथ ही गौठानों में गोबर से दिए, गमले सहित विभिन्न सजावटी समान बनाने से स्थानीय महिलाओं को रोजगार का नया साधन मिला है। गोधन न्याय योजना को विस्तार देते हुए राज्य सरकार इस साल हरेली तिहार से गौठानों में 4 रूपए प्रति लीटर की दर से गो-मूत्र की खरीदी की शुरूआत करने जा रही है। इस गो-मूत्र से महिला स्व-सहायता समूह द्वारा जीवामृत और कीट नियंत्रक उत्पाद तैयार किये जाएंगे। इससे रोजगार और आय का नया जरिया मिलने के साथ जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा और कृषि लागत कम होगी।

गौ-मूत्र से बने कीट नियंत्रक उत्पाद का उपयोग किसान भाई रासायनिक कीटनाशक के बदले कर सकेंगे, जिससे खाद्यान्न की विषाक्तता में कमी आएगी और महंगे रासायनिक कीटनाशकों पर निर्भरता कम होगी। इन नवाचारों ने हरेली को प्रदेश में जैविक खेती और आर्थिक सशक्तिकरण के नए अध्यायों का प्रतीक बना दिया है। इससे लगता है कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के ग्राम-स्वराज का सपना अब आत्मनिर्भर गांवों के रूप में छत्तीसगढ़ में साकार हो रहा है। छत्तीसगढ़ में परंपराओं को सहेजते हुए उसे आधुनिक जरूरतों के अनुसार ढालने की जो शुरूआत की गई है, उसे जरूरत है सबके सहयोग से आगे बढ़ाने की।

प्रकृति से जुड़कर पर्यावरण अनुकूल विकास की दिशा में आगे बढऩे का हमारा यह कदम बेहतर कल के लिए सर्वोत्तम योगदान होगा।

(लेखिका सहायक जनसम्पर्क अधिकारी हैं)

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नियति फतनानी ने चन्ना मेरेया में अपनी भू्मिका को लेकर साझा किया अनुभव

27.07.2022 – टीवी अभिनेत्री नियति फतनानी जिन्होंने अपने नए शो चन्ना मेरेया में अपने किरदार को लेकर बात की और बताया कि कैसे उन्होंने शो में एक जिंदादिल लड़की जिन्नी का किरदार निभाया है। नियति ने जिन्नी की भूमिका निभाई है, जो जीवन से भरपूर है। वह और उसका परिवार अमृतसर में एक ढाबा चलाते हैं।

अभिनेत्री ने कहा, मैं जिन्नी की भूमिका निभाने के लिए बहुत उत्साहित हूं, एक जीवंत युवा महिला जो जीवन से भरपूर है। जिनी ग्रेवाल अपने ही अराजक बुलबुले में रहती है। वह और उसका पूरा परिवार अमृतसर में एक ढाबा चलाता है जो बेहद लोकप्रिय है। जिन्नी के हाथों का स्वाद के कारण और यह न केवल वह खाना है जो जिनी परोसती है, बल्कि वह प्यार और अपनापन भी है जो वह ग्राहकों के साथ साझा करती है।

नियति ने आगे कहा, जिन्नी अपनी पाक क्षमताओं और जीवंत हंसी से परे कुछ ढूंढ रही है। वह एक चमकदार सितारे की तरह है, हमेशा चमकती और रोशनी फैलाती है।शो में दो मुख्य लीड हैं, जिनमें से एक हैं, आभिनेता करण वाही, जो आदित्य की भूमिका निभाएंगे और दूसरी ओर नियति फतनानी, जिनी की भूमिका निभाएंगी। बियॉन्ड ड्रीम्स एंटरटेनमेंट द्वारा निर्मित, चन्ना मेरेया स्टार भारत पर प्रसारित होगा। (एजेंसी)

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रितिका सिंह ने विजय एंटनी-स्टारर मर्डर मिस्ट्री कोलाई में निभाई संध्या की भूमिका

27.07.2022 – अभिनेत्री रितिका सिंह ने निर्देशक बालाजी के. कुमार की आगामी खोजी थ्रिलर, कोलाई में संध्या नाम का एक किरदार निभाया है, जिसमें अभिनेता विजय एंटनी मुख्य भूमिका में हैं। इरुधि सुत्रु (हिंदी में साला खडूस) में अपने अभिनय के लिए प्रसिद्धि पाने वाली ऋतिका ने ट्विटर पर कहा, यह संध्या के रूप में आपकी लड़की रिट्ज है – द अपरेंटिस।पहले ही, टीम ने खुलासा किया है कि जॉन विजय ने फिल्म में मंसूर अली खान नामक एक पुलिस वाले की भूमिका निभाई है, जिसमें सिद्धार्थ शंकर केंद्रीय चरित्र लीला के प्रेमी सतीश की भूमिका निभा रहे हैं।

अभिनेत्री मीनाक्षी चौधरी ने लीला की भूमिका निभाई है, जिसकी फिल्म में हत्या कर दी जाती है। मनोरंजक खोजी थ्रिलर, जिसमें अभिनेता विजय एंटनी मुख्य भूमिका निभा रहे हैं, में अभिनेता मुरली शर्मा और राधिका भी शामिल हैं। जहां मुरली शर्मा आदित्य नामक एक एजेंट की भूमिका निभाते हैं, वहीं राधिका बॉस, रेखा की भूमिका निभाती हैं। इंडस्ट्री में चल रही अफवाहें बताती हैं कि मर्डर मिस्ट्री में विजय एंटनी एक जासूस की भूमिका निभाते हैं।

सूत्रों का कहना है कि, फिल्म की कहानी, जिसने बड़ी उम्मीदों को जन्म दिया है, को निर्देशक द्वारा पांच साल में इसके 40 से अधिक ड्राफ्ट लिखने के बाद अंतिम रूप दिया गया था। फिल्म की सिनेमैटोग्राफी शिवकुमार विजयन ने की है और संगीत गिरीश गोपालकृष्णन का है। (एजेंसी)

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सफर को बनाना चाहते हैं यादगार, तो आपके बड़े काम आ सकते हैं ये ट्रैवल टिप्स

27.072022 – घुमक्कड़ी लोग सफर को अच्छी तरह से एंजॉय कर लेते हैं, क्योंकि ये उनका शौक होता है। उन्हें अच्छी तरह से पता होता है कि यात्रा का आनंद कैसे लिया जा सकता है? लेकिन वो लोग जो कभी-कभी या साल में एक दो बार छुट्टियां बिताने के लिए सफर के लिए निकलते हैं। वो लोग कई बार अपने सफर का पूरा आनंद नहीं ले पाते हैं। वो लोग कुछ न कुछ ऐसा जरूर कर देते हैं जिससे सफर का मजा पूरी तरह से बरबाद हो जाता है। तो अगर आप भी खुद को उसी कैटेगरी में खड़ा पाते हैं तो ये खबर आपके लिए ही है।

हम यहां आपके साथ कुछ ऐसे टिप्स शेयर करने जा रहे हैं, जिन्हें फॉलो कर आप अपने सफर का मजा दोगुना कर सकते हैं। साथ ही उसे यादगार भी बना सकते हैं।

तो आइये जानते हैं कौन सी हैं वो चमत्कारी टिप्सज्

1.ट्रैवल के समय धैर्य बनाए रखें। सफर में हर समय गुस्सा और नाराज होने से आपकी ट्रिप खराब हो सकती है। सफर पर छोटी बड़ी कठिनाईयों का सामना करना आम बात है। ऐसे में चिड़चिड़ाने, नाराज होने की जगह सब्र रखें, तभी आप समस्या का समाधान निकालने में सक्षम हो सकेंगे।

2.अच्छा होटल अच्छा रूम और उसकी सुख-सुविधा का आनंद लेते हुए देर तक सोते न रहें। सूर्योदय से पहले उठें और फिर सबसे अच्छे नजारों को एंजॉय करें।

3.ट्रिप को पूरी तरह से एंजॉय करने के लिए अपनी स्पीड को थोड़ा स्लो करना अच्छा हो सकता है। इससे आप चीजों को अच्छी तरह से देख सकेंगे। आप जब भी किसी जगह को एक्सप्लोर करें, तो उसे काफी आराम से देखें और एंजॉय करें। इससे आपका सफर काफी यादगार हो जाएगा।

4.ट्रिप पर अगर कोई काम कठिन लगे, तो निराश न हों, धैर्य पूर्वक उसे करने की कोशिश करते रहें। ध्यान रखें, कोई भी काम मुश्किल नहीं होता।

5.अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलकर ट्रिप की उन चीजों को करने में हाथ अजमाएं, जो आपको चुनौतीपूर्ण लगता हो, क्योंकि पता नहीं, अगली बार आपको इस जगह पर आने का मौका कब मिले, मिले भी या नहीं।

6.दूसरों की लाइफस्टाइल को जज किए बिना ट्रैवल करें। सफर के दौरान पूरी तरह से ओपेन माइंड हो जाएं, ताकि आप अपने ट्रैवल को अच्छी तरह से एंजॉय कर सकें। अपने ट्रैवल डेस्टिनेशन के लोकल फूड, ड्रेस और कल्चर का मजा जरूर लें। (एजेंसी)

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केला नेचुरल कंडीशनर का काम करता हैं, बालों को पोषण देंगे इससे बने ये 9 हेयर मास्क

27.072022 – केला नेचुरल कंडीशनर का काम करता हैं. बरसात के इन दिनों में बालों को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता हैं जिनसे बचाने के लिए इनकी खास देखभाल करने की जरूरत होती हैं। बारिश के इन दिनों में बालों के ड्राई और डैमेज होने जैसी समस्याएं उत्पन्न होती हैं जिनसे छुटकारा दिलाने में आपकी मदद कर सकता हैं केला जो कि नेचुरल कंडीशनर का काम करता हैं। केले में मौजूद पोटेशियम, विटामिन बी-6, विटामिन सी, मैग्नीशियम, और प्रोटीन से भरपूर सभी पोषक तत्व बालों को सुंदर और स्वस्थ बनाने का काम करते हैं। आज इस कड़ी में हम आपको केले से बने विभिन्न हेयर मास्क की जानकारी देने जा रहे हैं जिन्हें आजमाने के बाद बाल स्मूथ सिल्की और शाइनी नजर आने लगेंगे।

आइये जानते हैं इन हेयर मास्क के बारे में…केला और शहद का हेयर मास्कअगर आपके बालों में ड्रायनेस आ गई है, तो आपको केला और शहद का हेयर मास्क इस्तेमाल करना चाहिए। यह मास्क कमजोर बालों में नमी जोडऩे के साथ लोच में सुधार भी करता है। हेयर पैक बनाने के लिए दो पके केले और दो बड़ा चम्मच शहद लें। केलों को अच्छी तरह से मसलकर इसमें शहद मिलाएं और इतना फेटें ताकि इसमें कोई गुठली ना रह जाए। इस मिश्रण को थोड़े नम बालों पर लगाएं और शॉवर कैप से ढंक दें। आधे घंटे बाद इसे धो लें।केला, एलोवेरा जेल और जैतून तेल का हेयर मास्कसबसे पहले आप एक कटोरी में कटा हुआ केला और एलोवेरा जेल डालकर अच्छी तरह से मिक्स करें।

फिर केला और एलोवेरा के इस मिश्रण को एक मिक्सी में डालें। मिक्सी में डालने के बाद उसमें जैतून का तेल डालें और इसका पेस्ट तैयार करें। ध्यान रहे, मिश्रण स्मूथ हो ताकि आसानी से बालों पर लग जाए। अब सामग्री को एक कटोरी में निकाल लें और कुछ देर रख दें। आप चाहें तो इसमें नींबू की एक बूंद भी डाल सकती हैं। आप इसे बालों और स्कैल्प पर ब्रश की सहायता से अच्छी तरह लगाएं और मालिश करें। इसे बालों पर 30 मिनट तक लगा रहने दें और साथ ही बालों को एक पॉलिथीन या शॉवर कैप से कवर कर लें।

30 मिनट हो जाने के बाद आप माइल्ड शैम्पू से बाल धो लें। ध्यान रहे, इसे लगाने से पहले अपने बालों को अच्छी तरह सुलझा लें वर्ना बाल काफी टूट सकते हैं। बेहतर परिणामों के लिए यह हेयर मास्क हफ्ते में कम से कम 2 बार लगाएं केला पपीता और शहद का हेयर मास्कसूखेपन के साथ आपके बालों की शाइन खो गई है, तो प्रोटीन से भरपूर केला, पपीता, और शहद से तैयार हेयर मास्क बालों को चमक देने के साथ उन्हें मजबूत भी बना सकता है। इसके लिए एक पका हुआ केला लें और इसे दरदरा मैश कर लें। इसमें 4-5 क्यूब पके हुए पपीते के डालें और गूदे के साथ मैश करें।

इसमें 2 चम्मच शहद डालें और इन सबको अच्छी तरह से मिलाकर स्मूदी बना लें। इसे पूरे बालों और स्कैल्प पर अप्लाई करें। अब बालों को कैप से कवर कर लें। थोड़ी देर बाद बालों को गुनगुने पानी से धोकर बाद में शैंपू कर लें।केले और सरसो के तेल का हेयर मास्कसरसो तेल सेहत के लिए अच्छा माना जाता है। इसके साध ही यह आपकी खूबसूरती को बढ़ाने में भी मददगार साबित हो सकता है। केले और सरसो तेल का पैक तैयार करने के लिए 1 केला लें। इसे अच्छी तरह मैश करें। अब इसमें कुछ बूंदें सरसों तेल की डालें। अब इस पैक को अच्छे से मिक्स करने के बाद इसे अपने बालों में लगा लें।

करीब 30 मिनट बाद शैंपू से अपने बालों को अच्छे से धो लें। ध्यान रखें कि इसमें आपको ज्यादा सरसों तेल मिक्स नहीं करना है। इस पैक से आपके बालों की चमक बढ़ेगी। सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से बालों और सिर के स्कैल्प की मरम्मत होती है। इससे आपके रूखे और बेजान बालों में निखार आएगा।केला और नारियल के दूध से बना हेयर मास्ककेला और नारियल के दूध से बना हेयर मास्क बालों के लिए डीप कंडिशनिंग का काम करता है। इसे लगाने से बाल पहले से ज्यादा मुलायम और चिकने दिखते हैं। हेयर पैक बनाने के लिए दो पके केलों को आधा कप ताजा नारियल के दूध के साथ मिलाएं।

आप चाहें, तो इसमें शहद की कुछ बूंदें मिला सकते हैं। इस हेयर मास्क को हल्के गीले बालों पर लगाकर जड़ों की धीरे-धीरे मालिश करें। आधे घंटे के लिए इसे ऐसे ही रहने दें और किसी माइल्ड शैंपू से धो लें।केला और एवोकाडो का हेयर मास्कइस पैक को तैयार करने के लिए सबसे पहले 1 केले को मसल कर पेस्ट तैयार कर लें। अब इसमें 3 चम्मच नारियल का दूध और 2 चम्मच एवोकाडो का पेस्ट मिलाएं। अब इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिक्स करके अपने रूखे बालों पर लगाएं। इस पैक को करीब 20 मिनट तक अपने बालों में लगा हुआ छोड़ दें। इसके बाद अपने बालों को अच्छे से धो लें।

इस पैक को बालों में लगाने से आपके बाल मुलायम और चमकदार बनेंगे। इस पैक में आप एवोकाडो की जगह कोको भी डाल सकते है। इससे आपके बालों को प्राकृतिक रंग मिलेगा। केला, दही, और शहद का हेयर मास्ककेले से रूखे और बेजान बालों में नमी आती है। वहीं दही बालों के लिए एक नेचुरल कंडीशनर है। शहद भी एक नेचुरल मॉइश्चराइजर का काम करता है। इन तीनों सामग्री से बना हेयर मास्क डैंड्रफ से छुटकारा दिलाते हुए बालों को मॉइश्चराइज करने के लिए बेस्ट है। हेयर पैक बनाने के लिए एक पके हुए केले को मैश कर लें। इसमें 4-5 चम्मच दही और 1 से 2 चम्मच शहद मिलाएं।

चिकना होने तक इन तीनों सामग्री को ब्लेंड करें। अब इस तैयार मास्क को अपने बालों की जड़ों पर लगाएं। 25-30 मिनट तक ऐसे ही रहने दें और फिर शैंपू से धो लें।केले, शहद और दलिया का हेयर मास्ककेले का हेयर मास्क बनाने के लिए आपको 1 पका हुआ केले, 100 मिली शहद और 1 चम्मच बारीक पीसे हुए दलिया की जरूरत होगी। इसके लिए सबसे पहले एक बाउल में केले को तब तक मैश करें जब तक कि आपको गाढ़ा पेस्ट न मिल जाए। फिर इसमें शहद और ओट्स मिलाएं और लगभग 5 मिनट तक अच्छी तरह मिलाएं, जब तक कि आपके पास बिना गांठ वाला मिश्रण न हो जाए। इसे पूरे बालों पर लगाएं।

10 मिनट के लिए छोड़ दें, और फिर हल्के गर्म पानी से धो लें।केला, अंडा, और शहद का हेयर मास्कअंडे में मौजूद प्रोटीन को बालों के विकास में तेजी लाने के लिए जाना जाता है। केला, अंडा, और शहद को मिलाकर बना ये हेयर मास्क सूखे बालों के लिए मॉइश्चराइजेशन का काम करता है।

मास्क बनाने के लिए दो पके हुए केले लें और इसमें एक अंडा डाल दें। दो चम्मच शहद डालें और चिकना करने के लिए इस मिश्रण को बीट करें। हर किसी को अंडे की स्मेल पसंद नहीं होती, ऐसे में खुशबू के लिए लैवेंडर, संतरा या नींबू का तेल मिलाएं। अब ब्रश का इस्तेमाल करके लंबाई में इसे बालों पर अप्लाई करें। 20 मिनट के लिए इसे रहने दें और फिर शैंपू से धो लें. (एजेंसी)

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छत्तीसगढ़ के पहिली लोक तिहार : हरेली तिहार

डॉ. दानेश्वरी संभाकर – हरेली तिहार छत्तीसगढ़ का सबसे पहला त्यौहार है, जो लोगों को छत्तीसगढ़ की संस्कृति और आस्था से परिचित कराता है। हरेली का मतलब हरियाली होता है, जो हर वर्ष सावन महीने के अमावस्या में मनाया जाता है। हरेली मुख्यत: खेती-किसानी से जुड़ा पर्व है। इस त्यौहार के पहले तक किसान अपनी फसलों की बोआई या रोपाई कर लेते हैं और इस दिन कृषि संबंधी सभी यंत्रों नागर, गैंती, कुदाली, फावड़ा समेत कृषि के काम आने वाले सभी तरह के औजारों की साफ-सफाई कर उन्हें एक स्थान पर रखकर उसकी पूजा-अर्चना करते हैं।

घर में महिलाएं तरह-तरह के छत्तीसगढ़ी व्यंजन खासकर गुड़ का चीला बनाती हैं। हरेली में जहाँ किसान कृषि उपकरणों की पूजा कर पकवानों का आनंद लेते हैं, आपस में नारियल फेंक प्रतियोगिता करते हैं, वहीं युवा और बच्चे गेड़ी चढऩे का मजा लेते हैं।
छत्तीसगढ़ की संस्कृति के संरक्षण और संवर्धन के लिए शासन द्वारा बीते साढ़े तीन वर्षों के दौरान उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों के क्रम में स्थानीय तीज-त्यौहारों पर भी अब सार्वजनिक अवकाश दिए जाते हैं। इनमें हरेली तिहार भी शामिल है।

जिन अन्य लोक पर्वों पर सार्वजनिक अवकाश दिए जाते है – तीजा, मां कर्मा जयंती, मां शाकंभरी जयंती (छेरछेरा), विश्व आदिवासी दिवस और छठ। अब राज्य में इन तीज-त्यौहारों को व्यापक स्तर पर मनाया जाता है, जिसमें शासन भी भागीदारी बनता है। इन पर्वों के दौरान महत्वपूर्ण शासकीय आयोजन होते है तथा महत्वपूर्ण शासकीय घोषणाएं भी की जाती है।

वर्ष 2020 में हरेली पर्व के ही दिन मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने गोधन न्याय योजना की शुरूआत की थी जो केवल 02 वर्षों में अपनी सफलता को लेकर अन्य राज्यों के लिए नजीर बन गई है। इस योजना का देश के अनेक राज्यों द्वारा अनुसरण किया जा रहा है। आगामी हरेली तिहार 28 जुलाई से इस योजना में और विस्तार करते हुए अब गोबर के साथ-साथ गोमूत्र खरीदी करने की भी निर्णय लिया गया है।

हरेली के दिन गांव में पशुपालन कार्य से जुड़े यादव समाज के लोग सुबह से ही सभी घरों में जाकर गाय, बैल और भैंसों को नमक और बगरंडा का पत्ता खिलाते हैं। हरेली के दिन गांव-गांव में लोहारों की पूछपरख बढ़ जाती है। इस दिन गांव के लोहार हर घर के मुख्य द्वार पर नीम की पत्ती लगाकर और चौखट में कील ठोंककर आशीष देते हैं। मान्यता है कि ऐसा करने से उस घर में रहने वालों की अनिष्ट से रक्षा होती है। इसके बदले में किसान उन्हे दान स्वरूप स्वेच्छा से दाल, चावल, सब्जी और नगद राशि देते हैं। ग्रामीणों द्वारा घर के बाहर गोबर से बने चित्र बनाते हैं, जिससे वह उनकी रक्षा करे।

हरेली से तीजा तक होता है गेड़ी दौड़ का आयोजन

हरेली त्यौहार के दिन गांव के प्रत्येक घरों में गेड़ी का निर्माण किया जाता है, मुख्य रूप से यह पुरुषों का खेल है घर में जितने युवा एवं बच्चे होते हैं उतनी ही गेड़ी बनाई जाती है। गेड़ी दौड़ का प्रारंभ हरेली से होकर भादो में तीजा पोला के समय जिस दिन बासी खाने का कार्यक्रम होता है उस दिन तक होता है। बच्चे तालाब जाते हैं स्नान करते समय गेड़ी को तालाब में छोड़ आते हैं, फिर वर्षभर गेड़ी पर नहीं चढ़ते हरेली की प्रतीक्षा करते हैं। गेड़ी के पीछे एक महत्वपूर्ण पक्ष है जिसका प्रचलन वर्षा ऋतु में होता है। वर्षा के कारण गांव के अनेक जगह कीचड़ भर जाती है, इस समय गाड़ी पर बच्चे चढ़कर एक स्थान से दूसरे स्थान पर आते जाते हैं उसमें कीचड़ लग जाने का भय नहीं होता। बच्चे गेड़ी के सहारे कहीं से भी आ जा सकते हैं।

गेड़ी का संबंध कीचड़ से भी है। कीचड़ में चलने पर किशोरों और युवाओं को गेड़ी का विशेष आनंद आता है। रास्ते में जितना अधिक कीचड़ होगा गेड़ी का उतना ही अधिक आनंद आता है। वर्तमान में गांव में काफी सुधार हुआ है गली और रास्तों पर काम हुआ है। अब ना कीचड़ होती है ना गलियों में दलदल। फिर भी गेड़ी छत्तीसगढ़ में अपना महत्व आज भी रखती है। गेड़ी में बच्चे जब एक साथ चलते हैं तो उनमें आगे को जाने की इच्छा जागृत होती है और यही स्पर्धा बन जाती है। बच्चों की ऊंचाई के अनुसार दो बांस में बराबर दूरी पर कील लगाते हैं और बांस के टुकड़े को बीच में फाड़कर दो भाग कर लेते हैं, फिर एक सिरे को रस्सी से बांधकर पुन: जोड़ देते हैं इसे पउवा कहा जाता है। पउवा के खुले हुए भाग को बांस में कील के ऊपर फंसाते हैं पउवा के ठीक नीचे बांस से सटाकर 4-5 इंच लंबी लकड़ी को रस्सी से इस प्रकार बांधते है जिससे वह नीचे ना जा सके लकड़ी को घोड़ी के नाम से भी जाना जाता है। गेड़ी में चलते समय जोरदार ध्वनि निकालने के लिए पैर पर दबाव डालते हैं जिसे मच कर चलना कहा जाता है।

नारियल फेंक प्रतियोगिता

नारियल फेंक बड़ों का खेल है इसमें बच्चे भाग नहीं लेते। प्रतियोगिता संयोजक नारियल की व्यवस्था करते हैं, एक नारियल खराब हो जाता है तो तत्काल ही दूसरे नारियल को खेल में सम्मिलित किया जाता है। खेल प्रारंभ होने से पूर्व दूरी निश्चित की जाती है, फिर शर्त रखी जाती है कि नारियल को कितने बार फेंक कर उक्त दूरी को पार किया जाएगा। प्रतिभागी शर्त स्वीकारते हैं, जितनी बात निश्चित किया गया है उतने बार में नारियल दूरी पार कर लेता है तो वह नारियल उसी का हो जाता है। यदि नारियल फेंकने में असफल हो जाता है तो उसे एक नारियल खरीद कर देना पड़ता है। नारियल फेंकना कठिन काम है इसके लिए अभ्यास जरूरी है। पर्व से संबंधित खेल होने के कारण बिना किसी तैयारी के लोग भाग लेते है।

बस्तर क्षेत्र में हरियाली अमावस्या पर मनाया जाता है अमूस त्यौहार

छत्तीसगढ़ के बस्तर क्षेत्र में ग्रामीणों द्वारा हरियाली अमावस्या पर अपने खेतों में औषधीय जड़ी-बूटियों के साथ तेंदू पेड़ की पतली छड़ी गाड़ कर अमुस त्यौहार मनाया जाता है। इस छड़ी के ऊपरी सिरे पर शतावर, रसना जड़ी, केऊ कंद को भेलवां के पत्तों में बांध दिया जाता है। खेतों में इस छड़ी को गाडऩे के पीछे ग्रामीणों की मान्यता यह है कि इससे कीट और अन्य व्याधियों के प्रकोप से फसल की रक्षा होती है। इस मौके पर मवेशियों को जड़ी बूटियां भी खिलाई जाती है। इसके लिए किसानों द्वारा एक दिन पहले से ही तैयारी कर ली जाती है। जंगल से खोदकर लाई गई जड़ी बूटियों में रसना, केऊ कंद, शतावर की पत्तियां और अन्य वनस्पतियां शामिल रहती है, पत्तों में लपेटकर मवेशियों को खिलाया जाता है। ग्रामीणों का मानना है कि इससे कृषि कार्य के दौरान लगे चोट-मोच से निजात मिल जाती है।

इसी दिन रोग बोहरानी की रस्म भी होती है, जिसमें ग्रामीण इस्तेमाल के बाद टूटे-फूटे बांस के सूप-टोकरी-झाड़ू व अन्य चीजों को ग्राम की सरहद के बाहर पेड़ पर लटका देते हैं। दक्षिण बस्तर में यह त्यौहार सभी गांवों में सिर्फ हरियाली अमावस्या को ही नहीं, बल्कि इसके बाद गांवों में अगले एक पखवाड़े के भीतर कोई दिन नियत कर मनाया जाता है।

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आप चल रही समस्याओं का समाधान पाने में सफल रहेंगे। भौतिक सुख साधनों में वृद्धि होगी। मौज मस्ती में भी समय व्यतीत होगा। विद्यार्थियों को उनकी सफलता के लिए पुरस्कार भी प्राप्त हो सकता है। अभीष्ट मित्रों व गुरु के सानिध्य में भी समय व्यतीत होगा। स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

मानसिक सुख शांति का अनुभव होगा। पठन-पाठन, कथा-लेखन में रुचि बनेगी। उचित कार्य समय पर पूरे हो जाने से मन प्रसन्न रहेगा। मन में चल रही किसी प्रकार की ऊहापोह समाप्त होगी। मित्र तथा परिजन मददगार साबित होंगे।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज दिनचर्या में कुछ नयापन लाने का प्रयास करेंगे। जिसमें पारिवारिक सदस्यों का भी सहयोग रहेगा। विद्यार्थियों तथा युवाओं की प्रतियोगी अथवा विभागीय परीक्षा संबंधी परिणाम उनके पक्ष में आएंगे। घर के किसी सदस्य की विवाह संबंधी तैयारियों में भी समय व्यतीत होगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज आप किसी महत्वपूर्ण कार्य को विशेष तरीके से संपादित करने में सक्षम रहेंगे। आपका मान-सम्मान और यश-कीर्ति का ग्राफ भी ऊपर की ओर चढ़ेगा। संपत्ति संबंधी विवाद किसी की मध्यस्थता द्वारा हल करने का प्रयास करें, अवश्य ही सफलता मिलेगी।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज आप मनमौजी स्वभाव से लुफ्त उठाएंगे। रिश्तों को और अधिक मजबूत करने में आपका विशेष प्रयास रहेगा। प्यार और स्नेह के बल पर आप सफल भी रहेंगे। आप अपने अहम को छोड़कर किसी से मिलेंगे – जुलेंगे जिससे आपको विशेष रूप से मान-सम्मान प्राप्त होगा। यात्रा योग प्रबल है। स्वास्थ्य लाभ होगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज दिन भर अत्यधिक व्यस्तता बनी रहेगी। आपको स्वयं के लिए वक्त नहीं मिल पाएगा परंतु आप इस स्थिति का आनंद उठाएंगे। धन संबंधी योजनाएं सफल होंगी। संतान के विवाह, कैरियर आदि संबंधी चिंताएं समाप्त होंगी।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

सामाजिक कार्यों में व्यस्तता बनी रहेगी और रिश्ते भी मजबूत होंगे। कोई पुराना विवाद हल होगा। दौड़-धूप बनी रहेगी परंतु उसके परिणाम भी शानदार हासिल होंगे। कोई अटका हुआ धन मिलने की भी उम्मीद है, इसलिए प्रयासरत रहें।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

किसी विशिष्ट व्यक्ति से मुलाकात होगी। तथा किसी पुरानी गलतफहमी का भी निराकरण होगा। आर्थिक पक्ष भी उत्तम बना रहेगा। पिछले कुछ समय से चल रही चिंताओं से राहत मिलेगी। जिससे आप पुन: ऊर्जावान होकर अपने कार्यों के प्रति ध्यान एकाग्रचित्त कर पाएंगे।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप अपनी आंतरिक शक्तियों को महसूस करेंगे। जिससे आपकी मानसिक स्थिति बहुत ही सकारात्मक रहेगी। लोग भी आपकी प्रतिभा के कायल हो जाएंगे। किसी प्रियजन का घर में आगमन सभी लोगों को खुशी प्रदान करेगा।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज संतान की समस्याओं संबंधित कार्यो में अधिक समय व्यतीत होगा। आप अपनी फिटनेस पर भी ध्यान देंगे। आप में हिम्मत आत्मविश्वास और आशा का संचार रहेगा। परिजनों के साथ घूमने-फिरने तथा मनोरंजन संबंधी कार्यों में भी समय व्यतीत होगा।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आपका दिन बेहतर रहेगा। अधिकतर समय आध्यात्मिक धार्मिक गतिविधियों में व्यतीत होगा। बुजुर्गों का आशीर्वाद व स्नेह पाकर आप प्रगति पथ पर आगे बढ़ेंगे। आप हर निर्णय को बहुत ही सोच समझकर लेने से अपने कार्यों में आशातीत सफलता प्राप्त करेंगे।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आज भाग्य का सितारा बुलंद रहेगा। कल्पनाओं की दुनिया से निकलकर यथार्थ के धरातल पर आएं। आपका सकारात्मक रवैया आपके व्यक्तित्व को निखारेगा तथा आपको राजनैतिक व सामाजिक रूप से सम्मानित भी करेगा। आपकी प्रतिभा व योग्यता सबके सामने आएगी।

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135 करोड़ देशवासियों के दिल में बसते हैं हमारे जवान : जेपी नड्डा

नई दिल्ली, 26 जुलाई (आरएनएस/FJ) ।135 करोड़ देशवासियों के दिल में बसते हैं हमारे जवान.  भारतीय जनता पार्टी  के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे.पी. नड्डा ने कारगिल विजय दिवस के अवसर पर पार्टी के केन्द्रीय कार्यालय में भारतीय सेना के शौर्य, साहस, पराक्रम व राष्ट्र के प्रति समर्पण के प्रतीक कारगिल विजय दिवस के अवसर पर देश के वीर शहीदों को श्रद्धांजलि दी और इस अवसर उपस्थित गणमान्य अतिथियों को संबोधित किया। इस कार्यक्रम में सेना के कई अधिकारी (रिटायर्ड), वीर चक्र और गैलेंट्री अवार्ड विजेता जवान (रिटायर्ड) एवं उनके परिजन उपस्थित थे।

सेना के वरिष्ठ अधिकारियों ने कारगिल विजय के अनुभव भी साझा किये। साथ ही, कारगिल विजय के संबंध में एक डॉक्यूमेंट्री भी दिखाई गई। कार्यक्रम में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री श्री अजय भट्ट, भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री एवं सांसद अरुण सिंह सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मेजर जनरल (रिटायर्ड)  एम. श्रीवास्तव ने किया। ज्ञात हो कि भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय कार्यालय में हर वर्ष 26 जुलाई को सेना के अभूतपूर्व शौर्य को सलाम करते हुए उनकी शहादत के सम्मान में ‘कारगिल विजय दिवस समारोह’ आयोजित किया जाता है और जवानों की वीरगाथा का स्मरण करते हुए उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी जाती है।

नड्डा ने कहा कि हम सभी देशवासियों के लिए अत्यंत ही गर्व का विषय है। यह देश के वीर जवानों के शौर्य, त्याग और बलिदान का दिवस है। आज के दिन हम अपने आप को समर्पित करते हैं उन वीर जवानों के सम्मान के प्रति जिन्होंने अपना सर्वस्व देश की रक्षा के लिए अर्पित कर दिया। कारगिल में विपरीत परिस्थितियों में हमारे बहादुर जवानों ने देश के इतिहास में शौर्य की अमर गाथा का एक ऐतिहासिक अध्याय जोड़ा है। मैं नम आंखों से सभी शहीद अमर जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि देता हूं।

वे लड़ते-लड़ते देश के लिए शहीद हो गए लेकिन दुश्मनों के पाँव से भारत माता की भूमि को पद्दलित नहीं होने दिया।  जेपी नड्डा ने कहा कि भारत की सेना का हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों मजबूत है। हमारे जवान वीरता और कौशल, दोनों में दुनिया के मुकाबले कहीं आगे हैं। आत्मबल और साहस के मामले में हवारे जवानों का कोई सानी नहीं है। भारत के वीर जवानों जैसा देश के लिए मर मिटने का जज्बा शायद ही दुनिया की किसी और फ़ौज में है।

इसलिए देश की रक्षा के लिए लड़ी गई हर लड़ाई में सदैव हमारी विजय, विजय और विजय ही होगी। उन्होंने कहा कि कारगिल की विजय गाथा को अमर बनाने वाले हमारे जवान सभी 135 करोड़ देशवासियों के दिल में बसते हैं। नड्डा ने कहा कि हमें यह समझना चाहिए कि निर्णायक नेतृत्व का देश की सुरक्षा पर कितना व्यापक प्रभाव पड़ता है।

जेपी नड्डा ने कहा कि 2014 तक हमारी सेना तकनीक, एम्युनेशन, फाइटर प्लेन और इन्फ्रास्ट्रक्चर के मामले में लगभग 20 वर्ष पीछे चल रही थी क्योंकि कांग्रेस की यूपीए सरकार के 10 वर्षों में इस दिशा में कुछ भी नहीं किया गया। सेना के आधुनिकीकरण के लिए कांग्रेस की यूपीए सरकार ने कुछ भी नहीं किया। कांग्रेस की सरकार में एक रक्षा मंत्री तो भारत-चीन सीमा पर इसलिए इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत नहीं बनाना चाहते थे क्योंकि वे कहते थे कि यदि हमने सीमा पर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलप किया तो इससे चीन नाराज हो जाएगा। यूपीए सरकार के रक्षा मंत्री कहते थे कि हम कोई रिस्क नहीं लेना चाहते इसलिए कोई भी रक्षा सौदा नहीं करेंगे।

कांग्रेस की सरकार में ‘डिफेंस डील्स’ का दूसरा नाम ‘स्कैंडल एंड स्कैम्स” बन गया था। कांग्रेस की सरकार में हर रक्षा सौदे में स्कैम और स्कैंडल की एक अलग ही कहानी है। जेपी नड्डा  ने कहा कि नरेन्द्र मोदी सरकार ने सेना के तीनों अंगों का आधुनिकीकरण किया है, देश की सीमा सुरक्षा को मजबूत किया है और इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में काफी काम हुआ है। आज हमारे पास राफेल का बेड़ा है, मारक अपाचे है, चिनूक है, सर्फेस टू एयर मिसाइल है, होवित्जर है, वज्र आर्टिलरी गन है और बुलेट प्रूफ जैकेट्स का तो हम अब निर्यात करने लगे हैं।

मिसाइल ट्रैकिंग सिस्टम का निर्माण हो रहा है। हमारी सरकार में सीमा पर अब तक हजारों मीटर रोड और ऑल वेदर डबल लेन ब्रिज बन चुके हैं। सीमा पर सड़क, स्ट्रेटजिक ब्रिज और कम्युनिकेशन इन्फ्रा पर तेज गति से काम हो रहा है। सीमावर्ती राज्यों में रेल लाइन और रोपवे का भी विस्तार किया जा रहा है। नड्डा ने कहा कि निर्णायक नेतृत्व का क्या असर होता है, इसका एक और उदाहरण मैं आपके सामने रखता हूँ। मेरे कई रिश्तेदार आर्मी में हैं। मुझे पता है और आप भी भलीभांति जानते हैं कि पहले बॉर्डर पर दुश्मनों के हमले के बावजूद एक गोली चलाने हेतु परमिशन के लिए भी कितना इंतजार करना पड़ता था।

जब दिल्ली तक बात पहुँचती भी थी तो केंद्र सरकार की ओर से वेट एंड वॉच  की सलाह दी जाती थी। आप समझ सकते हैं कि उस वक्त बॉर्डर पर देश की सीमा पर खड़े जवानों की क्या मनोदशा होती होगी जब उन्हें कुछ न करने के लिए बोला जाता होगा। आज जब केंद्र में  नरेन्द्र मोदी  के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार है, तब सेना को खुली छूट है स्थिति का आकलन कर निर्णय लेने के लिए। अब उन्हें दिल्ली से परमिशन की कोई जरूरत नहीं है। आज सेना पहले कार्रवाई करती है और दिल्ली को कार्रवाई की रिपोर्ट देती है।

यह होता है नेतृत्व के बदलने का असर।जेपी नड्डा ने  कहा कि कारगिल युद्ध के दौरान जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ युद्ध विराम की भीख मांगने अमेरिकी राष्ट्रपति बिल क्लिंटन के पास गए थे तो बिल क्लिंटन ने वार्ता के लिए हमारे तत्कालीन प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी  को बुलाया था लेकिन तब हमारे प्रधानमंत्री  अटल बिहारी वाजपेयी ने अमेरिका जाने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था कि हमारे जवान मोर्चे पर लड़ रहे हैं। जब तक हमारी सीमा दुश्मनों के चंगुल से मुक्त नहीं हो जाती, मैं देश छोड़ कर नहीं जा सकता। यह होती है निर्णायक नेतृत्व की विशेषता।

जब केंद्र में  नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में पुनः भारतीय जनता पार्टी की सरकार आई तो आतंकी गतिविधियों पर सख्त रुख अपनाया गया। नड्डा ने कहा कि उरी की दुर्भाग्यपूर्ण घटना के ठीक बाद केरल में भाजपा की राष्ट्रीय परिषद् की बैठक थी। इस बैठक के दौरान कालीकट में हमारे  प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि भारत दुश्मन की इस गलती पर चुप नहीं बैठेगा। कुछ ही दिन में सर्जिकल स्ट्राइक किया गया और पाकिस्तान को उसी की भाषा में जवाब दिया गया। विपक्ष ने तब सेना के शौर्य पर सवाल उठाये थे।

उनसे उनकी वीरता का सर्टिफिकेट माँगा था लेकिन देश की जनता को पता था कि इतिहास रचा जा चुका है। पुलवामा में जब फिर से पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवादियों ने कायराना हरकत की तो हमारे प्रधानमंत्री जी ने सार्वजनिक रूप से कहा था कि तुमने बहुत बड़ी गलती कर दी है, इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा। कुछ ही दिनों में हमारे जवानों ने सर्जिकल स्ट्राइक किया और आतंकवादियों के हौसले पस्त कर दिए लेकिन विपक्ष ने एक बार फिर हमारे सवानों की वीरता पर सवाल उठाये।नेशनल वॉर मेमोरियल का जिक्र करते हुए माननीय राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा कि 1960 में नेशनल वॉर मेमोरियल का कांसेप्ट आया था।

नड्डा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी के हर एक कार्यकर्ता के लिए सदैव ‘राष्ट्र प्रथम’ होता है। मैं अपनी सरकार की ओर से देश के हर जवान को आश्वस्त करते हुए कहना चाहता हूँ कि हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सदैव आपके साथ चट्टान की तरह खड़े हैं। वे अपनी हर दिवाली सीमा पर देश के जवानों के साथ मनाते हैं। हम जानते हैं कि हम सभी भारतवासी ख़ुशी से अपने अपने घरों में दिवाली इसलिए मना पाते हैं क्योंकि हमारे जवान हर दिन चौबीसों घंटे देश की सीमा की सुरक्षा में लगे रहते हैं।

मैं अपनी ओर से और पार्टी के करोड़ों कार्यकर्ताओं की ओर से एक बार पुनः कारगिल के सभी योद्धाओं को नमन करता हूँ और अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले अमर सेनानियों को अपनी भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करता हूँ।

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यूपी, बिहार में भी जमकर बरसेंगे बादल, मौसम विभाग ने बताया मानसून का हाल

नई दिल्ली ,26 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  इस बार उत्तर भारत का बड़ा क्षेत्र बारिश के लिए तरस रहा है। हालांकि इसी बीच मौसम विभाग ने राहत भरी भविष्यवाणी की है। आईएमडी के मुताबिक अगले एक सप्ताह में मॉनसून उत्तर में शिफ्ट हो सकता है। इसके बाद उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल में पर्याप्त बारिश हो सकती है।

मंगलवार की बात करें तो देश में सामान्य से 11 फीसदी ज्यादा बारिश हुई जबकि पूर्वोत्तर में सामान्य से 14 फीसदी कम वर्षा रेकॉर्ड की गई। सोमवार तक  उत्तर प्रदेश में सामान्य से 45 फीसदी कम बारिश हुई। वहीं बिहार और झारखंड के भी हालात लगभग एक जैसे ही हैं। मौसम विभाग का कहना है कि एक सप्ताह बाद मॉनसून उत्तर की ओर शिफ्ट होगा और बारिश की गतिविधि बढ़ेगी। मौसम विभाग का कहना है कि अरब सागर के पूर्वोत्तर और पश्चिमोत्तर में कम दबाव का क्षेत्र बना हुआ है। इस वजह से उत्तर भारत में अच्छी बारिश हो सकती है। वहीं 28 जुलाई से हिमालयी क्षेत्र में नया पश्चिमी विक्षोभी भी बन  सकता है।

पूर्वी राजस्थान और आसपास के इलाकों में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। ऐसे में 27 से 30 जुलाई तक जम्मू-कश्मीर में कई जगहों पर भारी वर्षा होने का अनुमान है। इसके अलावा 26 से 30 जुलाई तक हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड में भी बारिश हो सकती ैह। इसके अलावा राजस्थान और उत्तर प्रदेश, बिहार में भी मध्यम से तेज वर्षा के आसार हैं। 28 जुलाई को दिल्ली में भी बारिश की संभावना है।
मौसम विभाग के डायरेक्टर एम मोहापात्रा ने बताया, अब देश में बारिश में कमी आएगी लेकिन उत्तर भारत में वर्षा बढ़ेगी। एक हफ्ते में कमजोर मानसून का असर खत्म होना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह अच्छा है कि मानसून उत्तर की ओर शिफ्ट होगा और जहां बाढ़ की स्थिति है वहां लोगों को राहत मिलेगी।

मौसम विभाग ने कहा हैकि देश में 4 अगस्त से 17 अगस्त तक भी बारिश होगी। मोहापात्रा ने कहा, यह कहना कि अगस्त में बारिश नहीं होगी, गलत साबित हो सकता है। बता दें कि उत्तर भारत में कम  बारिश की वजह से धान की खेती को नुकसान हो रहा है। हालांकि उम्मीद है कि अगले सप्ताह से होने वाली प्रचुर वर्षा से फसल में  सुधार आए।

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तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व डीजीपी श्रीकुमार को राहत नहीं, जमानत याचिका पर फैसला टला

अहमदाबाद ,26 जुलाई (आरएनएस/FJ)।  अहमदाबाद की एक अदालत ने 2002 दंगों के मामलों में निर्दोष लोगों को फंसाने केलिए दस्तावेज बनाने की आरोपी तीस्ता सीतलवाड़ और पूर्व डीजीपी आरबी श्रीकुमार की जमानत याचिका पर आदेश 28 जुलाई तक टाल दिया है। सामाजिक कार्यकर्ता तीस्ता सीतलवाड़ ने अहमदाबाद के सेशल कोर्ट में अर्जी दी थी।  सीतलवाड़ और श्रीकुमार ने खुद पर लगे आरोपों से इनकार किया है।

क्या है आरोप?

तीस्ता और श्रीकुमार के अलावा इस मामले में पूर्व आईपीएस अधिकारी संजीव भट्ट भी आरोपी हैं। एसआईटी ने दावा किया है कि ये तीनों ही आरोपी तत्कालीन नरेंद्र मोदी सरकार को अस्थिर करने की साजिश रच रहे थे। आरोप है कि पीडि़तों की मदद के लिए दी जाने वाली राशि का दुरुपयोग किया गया और इसका इस्तेमाल राज्य सरकार को अस्थिर करने में किया गया। यह सब कांग्रेस नेता अहमद पटेल के इशारों पर किया जाता था।

विशेष लोक अभियोजक मितेश अमीन ने अहमदाबाद सेशल कोर्ट में तीस्ता की जमानत याचिका का विरोध किया था। उन्होंने कहा था कि तीस्ता निर्दोषों को फंसाने के लिए साजिश कर रही थीं। उन्होंने यह भी कहा कि पीडि़तों को जो राशि मिलनी थी वह कभी नहीं मिली। इसका इस्तेमाल साजिश में कर लिया गया।

तीस्ता सीतलवाड़ का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था। उन्होंने मुंबई विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन किया। तीस्ता को साल 2007 में पद्मश्री से सम्मानित किया जा चुका है। वह सिटीजन्स फॉर जस्टिस ऐंड पीस नाम का एनडीओ चलाती हैं। उन्होंने पत्रकारिता करने केलिए कानून की पढ़ाई बीच में ही छोड़ दी थी। उनकी शादी पत्रकार जावेद आनंद से हुई थी। सीतलवाड़ के दादा एमसी  सीतलवाड़ देश के पहले अटॉर्नी जनरल थे। उनके पिता भी वकील थे।

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देश की रक्षा करते हुए शहीद होने से बड़ा कोई बलिदान नहीं: योगी आदित्यनाथ

*शहीद स्मृति वाटिका में मुख्यमंत्री ने शहीदों के परिजनों को सम्मानित किया

लखनऊ 26 Jully (आरएनएस)। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आज पूरा देश कारगिल विजय दिवस के अवसर पर भारत माता के उन सभी महान सपूतों के प्रति नमन करते हुए उन्हें अपनी विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित कर रहा है, जिन्होंने देश की आजादी को अक्षुण्ण रखने तथा भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया।

मुख्यमंत्री जी मंगलवार को कारगिल शहीद स्मृति वाटिका में कारगिल विजय दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि कारगिल युद्ध स्वतंत्र भारत का एक ऐसा युद्ध है, जो पाकिस्तान ने भारत पर जबरन थोपा था। यह युद्ध मई, 1999 में प्रारम्भ हुआ था और 26 जुलाई, 1999 को आज ही के दिन कारगिल युद्ध में भारत की विजय की घोषणा भी हुई थी। इस विजय के साथ ही, पूरी दुनिया में पाकिस्तान बेनकाब हुआ था। साथ ही, भारत के बहादुर जवानों के शौर्य, पराक्रम को पूरी दुनिया ने देखा था। इस युद्ध में अनेक वीर सैनिकों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया था। लखनऊ के कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय, कैप्टन आदित्य मिश्र, लांसनायक केवलानन्द द्विवेदी, राइफलमैन सुनील जंग तथा मेजर रितेश शर्मा का नाम पूरा देश बड़े गर्व व सम्मान के साथ लेता है।

मुख्यमंत्री जी कहा कि कैप्टन मनोज कुमार पांडेय को युद्ध के उपरान्त उनकी अति असाधारण वीरता, अदम्य साहस, उत्कृष्ट नेतृत्व तथा कर्तव्यनिष्ठा के लिए भारतीय सेना का सर्वोच्च सम्मान परमवीर चक्र प्रदान किया गया था। प्रदेश सरकार ने लखनऊ में सन् 1960 में स्थापित देश के पहले सैनिक स्कूल का नामकरण कैप्टन मनोज कुमार पाण्डेय के नाम पर किया। इसके साथ ही, सूबेदार मेजर पद को सुशोभित करने वाले तत्कालीन लांस नायक योगेन्द्र यादव को भी परमवीर चक्र से सम्मानित किया गया। मुख्यमंत्री ने कारगिल युद्ध में शहीद हुए देश व प्रदेश के सभी बहादुर जवानों की वीरता को नमन करते हुए कहा कि देश की रक्षा करते हुए शहीद होने से बड़ा बलिदान कोई और नहीं हो सकता। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन बलिदानियों का राष्ट्र के प्रति प्रेम, मातृभूमि के लिए प्राण न्यौछावर करने की भावना, उनका साहस तथा वीरता के बारे में सोचकर ही प्रत्येक भारतवासी रोमांचित हो उठता है। पूरा राष्ट्र उनके प्रति ऋणी है। मुख्यमंत्री ने भारत माता के अमर सपूतों के परिजनों को आश्वस्त किया कि केन्द्र व राज्य सरकार उनके साथ खड़ी है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कारगिल विजय दिवस का आयोजन ऐसे अवसर पर हो रहा है, जब यह देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। 15 अगस्त, 2022 को देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण हो रहे है। हम सौभाग्यशाली हैं कि देश की आजादी के इस अमृत महोत्सव आयोजन के साथ हमें जुड़ने का अवसर प्राप्त हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कार्यक्रम पूरे देश के लिए उपलब्ध कराया है। यह केवल एक महोत्सव तक सीमित न रहे, बल्कि एक संकल्प दिवस भी बन जाए।

मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आजादी के 75 वर्ष पूर्ण होने पर आगामी 25 वर्षों की एक वृहद कार्ययोजना को लेकर हमें कार्य करना होगा कि हमें अपने देश को कहां लेकर जाना है, हम कैसा भारत चाहते हैं, आने वाली पीढ़ी को कैसा भारत चाहिए। ऐसे भारत के निर्माण के लिए 135 करोड़ भारतवासी एक साथ मिलकर कार्य करेंगे, तो उसके परिणाम हम सबके सामने आयेंगे। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, नगर विकास मंत्री एके शर्मा, लखनऊ की महापौर संयुक्ता भाटिया, पूर्व उपमुख्यमंत्री डॉ दिनेश शर्मा, पूर्व मंत्री आशुतोष टंडन सहित जनप्रतिनिधिगण, अपर मुख्य सचिव एमएसएमई एवं सूचना नवनीत सहगल एवं अन्य गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।

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मोहम्मद अली की बेल्ट 61.8 लाख डॉलर में बिकी

डलास, 26 जुलाई(एजेंसी)। मोहम्मद अली द्वारा 1974 में ‘हैवीवेट’ मुकाबले ‘रंबल इन जंगल’ में जीती गई बेल्ट एक नीलामी में 61.8 लाख डॉलर की बिकी। डलास के ‘हेरिटेज ऑक्शन’ के अनुसार, नीलामी में कड़े मुकाबले के बाद ‘इंडियानापोलिस कोल्ट्स’ (पेशेवर फुटबॉल टीम) के मालिक जिम इरसे के हाथ यह बेल्ट लगी।

इरसे ने बेल्ट खरीदने की पुष्टि की। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने रॉक म्यूजिक, अमेरिकी इतिहास और पॉप कल्चर से जुड़ी चीजों के संग्रह के लिए यह बेल्ट खरीदी है।

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नीरज चोपड़ा मांसपेशियों में खिंचाव के कारण राष्ट्रमंडल खेलों से हटे

बर्मिंघम,26 जुलाई (एजेंसी)। भाला फेंक के स्टार खिलाड़ी नीरज चोपड़ा फिटनेस संबंधी दिक्कतों के कारण राष्ट्रमंडल खेलों से हट गए हैं। भारतीय ओलंपिक संघ  ने मंगलवार को यह जानकारी दी।

चोपड़ा ने रविवार को यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में ऐतिहासिक रजत पदक जीता था लेकिन इस प्रतियोगिता के दौरान उनके पांव की मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था।

आईओए महासचिव राजीव मेहता ने कहा कि मौजूदा ओलंपिक चैंपियन चोपड़ा को एक महीने के विश्राम की सलाह दी गई है।
उन्होंने कहा,  भारतीय टीम के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा की आज सुबह अमेरिका से फोन पर मुझसे बात हुई और उन्होंने फिटनेस चिंताओं के कारण बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भाग लेने में असमर्थता जताई।

मेहता ने कहा,  यूजीन में विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में भाग लेने के बाद चोपड़ा ने सोमवार को एमआरआई कराया था और उनकी चिकित्सा टीम ने उन्हें एक महीने विश्राम करने की सलाह दी है।

यह 24 वर्षीय खिलाड़ी विश्व चैंपियनशिप में पदक जीतने वाला दूसरा भारतीय एथलीट बना था। उनसे पहले अंजू बॉबी जॉर्ज ने 2003 विश्व चैंपियनशिप में लंबी कूद में कांस्य पदक जीता था

चोपड़ा के गुरुवार से शुरू होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का ध्वजवाहक बनने की संभावना थी।

भारतीय दल के दल प्रमुख राजेश भंडारी ने कहा,  हमारी अब बैठक होगी जिसमें नए ध्वजवाहक का चयन किया जाएगा।

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शुरू हो गई 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी, चार कंपनियां दौड़ में शामिल

नयी दिल्ली,26 जुलाई(एजेंसी) । 5जी स्पेक्ट्रम के लिए नीलामी प्रक्रिया मंगलवार से शुरू हो गई जिसमें 4.3 लाख करोड़ रुपये मूल्य के 72 गीगाहर्ट्ज स्पेक्ट्रम के लिए बोलियां लगाई जाएंगी।

बोली प्रक्रिया मंगलवार को सुबह 10 बजे से शुरू हो गई। शाम छह बजे तक बोली लगाई जा सकती है। नीलामी प्रक्रिया का आगे भी जारी रहना आने वाली बोलियों और बोलीकर्ताओं की रणनीति पर निर्भर करेगा।

स्पेक्ट्रम नीलामी के इस दौर में 5जी के लिए मौजूदा दूरसंचार सेवा प्रदाताओं रिलायंस जियो, भारती एयरटेल और वोडाफोन आइडिया के अलावा गौतम अडाणी की कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज भी बोली लगाने वाली है।

दूरसंचार विभाग को 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से 70,000 करोड़ रुपये से लेकर 1,00,000 करोड़ रुपये तक का राजस्व मिलने की उम्मीद है। उद्योग जगत को उम्मीद है कि स्पेक्ट्रम की बिक्री आरक्षित मूल्य के आसपास ही होगी।

देश में 5जी सेवाएं शुरू होने से अत्यधिक तीव्र गति वाली इंटरनेट सेवाएं देने का रास्ता साफ हो पाएगा। मौजूदा 4जी सेवाओं की तुलना में 5जी सेवा करीब 10 गुना तेज होगी।

नीलामी के दौरान रिलायंस जियो की तरफ से ज्यादा खर्च किए जाने की उम्मीद है। एयरटेल के भी इस होड़ में आगे रहने जबकि वोडाफोन आइडिया और अडाणी एंटरप्राइजेज की तरफ से सीमित भागीदारी किए जाने की उम्मीद है।

रिलायंस जियो ने नीलामी के लिए 14,000 करोड़ रुपये की राशि विभाग के पास जमा कराई है जबकि अडाणी एंटरप्राइजेज ने 100 करोड़ रुपये की राशि जमा की है।

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अर्पिता मुखर्जी ने किया स्वीकार, पार्थ चटर्जी का ही था रुपयों का ढेर

 छापेमारी के चलते फेल हो गई कैश बाहर निकालने की योजना

कोलकाता ,26 जुलाई (आरएनएस/FJ)। पश्चिम बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी की निकट सहयोगी अर्पिता मुखर्जी ने कबूल किया है कि उनके घर से बरामद कैश बंगाल के मंत्री पार्थ चटर्जी का ही है। मंत्री की करीबी ने प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के सामने यह कबूलनामा किया है। उन्होंने एजेंसी को बताया कि पैसा उनसे जुड़ी कंपनियों में लगाया जाना था। पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि कैश को एक या दो दिनों में घर से बाहर निकालने की योजना थी। लेकिन एजेंसी के छापे ने योजना को फेल कर दिया।

दोषी पाए जाने पर अपने मंत्री को नहीं बख्शूंगी : ममता

तृणमूल कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने शिक्षक भर्ती घोटाले के सिलसिले में ईडी द्वारा राज्य के मंत्री पार्थ चटर्जी को गिरफ्तार करने के बाद उनसे दूरी बना ली है। इस बीच पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोमवार को स्पष्ट किया कि घोटाले का जिम्मेदारी चटर्जी और उनकी करीबी अर्पिता मुखर्जी के ऊपर है। विभिन्न क्षेत्रों के प्रशंसित व्यक्तियों को सम्मानित करने के लिए राज्य सरकार के एक कार्यक्रम के दौरान इस मुद्दे पर अपनी चुप्पी तोड़ते हुए, बनर्जी ने कहा, भ्रष्टाचार का समर्थन करना न तो मेरा जुनून है और न ही मेरी आदत। मैं यह नहीं कह सकती कि हर कोई निर्दोष है। मैं स्पष्ट रूप से कहना चाहती हूं कि एक महिला के आवास से बरामद धन का तृणमूल या राज्य सरकार से कोई संबंध नहीं है।

अगर कोई दोषी पाया जाता है, तो उसे आजीवन कारावास की सजा दी जाए। लेकिन जिस तरह से मेरा नाम नकदी की वसूली के मामले में घसीटा जा रहा है, उससे मैं दुखी हूं। मैं इस तरह के झूठे प्रचार को और बर्दाश्त नहीं करूंगी। मुख्यमंत्री ने एक वायरल वीडियो का भी जिक्र किया, जिसमें उन्हें दुर्गा पूजा के उद्घाटन समारोह के दौरान अर्पिता मुखर्जी के साथ मंच साझा करते देखा जा सकता है।

उन्होंने कहा, मैं कई पूजाओं के उद्घाटन के लिए जाती हूं। मुझे कैसे पता चलेगा कि आयोजकों ने किसे आमंत्रित किया है? मुझे कैसे पता चलेगा कि वह पार्थ की दोस्त थी? मैं अपने पार्टी के लोगों को भी नहीं बख्शती अगर वे गलती करते हैं। दोषी पाए जाने पर मैं अपने मंत्री को भी नहीं बख्शूंगी।

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