नई दिल्ली, 12 अप्रैल (आरएनएस) । कोविड कंट्रोल में है लेकिन गया नहीं. भारतीय जनता पार्टी के 42 वा स्थापना दिवस पर बीजेपी के द्वारा पूरे देश में 6 अप्रैल से 20 अप्रैल तक स्वतंत्रता के अमृत महोत्सव को लेकर सामाजिक न्याय पखवारा बीजेपी कार्यकर्ताओं के द्वारा मनाया जा रहा है। 7 अप्रैल से 20 अप्रैल तक अलग-अलग सरकार की योजनाओं को लेकर भारतीय जनता पार्टी दिवस मना रही है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने कहा कि केंद्र के द्वारा कोरोनावायरस महामारी के समय स्वास्थ्य विभाग में जिस तरह से काम किया उसकी चर्चा देश और विदेश में भी हो रही है ।
कोविड प्रबंधन और वैक्सीनेशन पर बोलते हुए मनसुख मांडविया ने कहा कि सरकार ने जिस तरह से मैनेजमेंट किया वो अद्भुत है और एक नागरिक के रूप में आपके लिए मेरे लिए और देश के लिए गौरव का विषय है। देश में कोविड मामलों की स्थिति पर आज देश के स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मांडविया ने आज बीजेपी दिल्ली के हेडक्वार्टर में प्रेस कांफ्रेंस की है। स्वास्थ्य मंत्री ने इस दौरान कोविड काल में कोविड मामलों के प्रबंधन के बारे में जानकारी दी है। इसके अलावा उन्होंने भारत सरकार के कोविड वैक्सीनेशन के बारे में भी जानकारी दी। मनसुख मांडविया ने कोविड प्रबंधन और कोविड वैक्सीनेशन पर बोलते हुए कहा कि भारत सरकार ने जिस तरह से कोविड टीका मैनेजमेंट किया वो अद्भुत है और ये एक नागरिक के रूप में आपके लिए मेरे लिए और देश के लिए गौरव का विषय है।
मांडविया ने कहा कि पहले स्थिति ये थी कि कुछ अच्छा होता था तो वो दुनिया में ही होता था और उसका भारत में उदाहरण दिया जाता था लेकिन मैं परसो जेनेवा में एक वैक्सीन ग्लोबल एलायंस की बैठक में भाग लेकर आया। दुनिया ने जिस तरह से भारत के कोरोना प्रबंधन और टीकाकरण अभियान को देखा है वो अद्भुत है।स्वास्थ्य मंत्री ने कहा की हमने एक दिन में 2.5 करोड़ डोज लगाईं। पहले दुनिया में वैक्सीन पर रिसर्च होता था तो इसके कम से कम 10 साल बाद भारत में वो वैक्सीन आती थी।
स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि आप सोचिये कि अगर स्वदेशी वैक्सीन नहीं बनती तो हमारी क्या हालत होती। 16 जनवरी 2021 को देश में टीकाकरण अभियान शुरू हुआ और उसे बहुत तालमेल के साथ चलाया गया। स्वास्थ मंत्री मनसुख मांडवीया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी अपनी बारी आने पर ही वैक्सीन लगवाने गए. टीकाकरण अभियान के दौरान 10 लाख से अधिक हमारे हेल्थकेयर वर्कर इस काम में लगे। उन्होंने रेगिस्तान, पहाड़, बर्फ और नदी पार करके देश भर में टीकाकरण अभियान चलाया. दुनिया में 18 साल से अधिक के 97% लोगों को पहली डोज लगाने वाला भारत पहला देश है, 85% लोगो को दूसरी डोज भी लग चुकी है। 15 से 18 वर्ष के 5.77 करोड़ लोगों को पहली और 3.98 करोड़ लोगों को दूसरी डोज लगाई जा चुकी है।
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