क्रिप्टो करेंसी पर बनेगा वैश्विक कानून! वित्त मंत्री सीतारमण की मांग पर जी20 देशों ने जताई सहमति

नई दिल्ली 15 अपै्रल (एजेंसी)। देश और दुनिया में क्रिप्टो करेंसी में बढ़ते निवेश और इससे जुड़े मुद्दों को लेकर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने चिंता जाहिर की है। फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण की मांग पर जी20 सदस्य देश इस बात पर सहमत हैं कि क्रिप्टो करेंसी को लेकर एक ग्लोबल फ्रेमवर्क बनाने की जरूरत है। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि क्रिप्टो संपत्ति से संबंधित मुद्दों पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है और जी20 देशों को यह सुनिश्चित करना है कि अर्थव्यवस्था को नुकसान से बचाने के लिए इस पर गंभीरता से विचार किया जाए।

वहीं, जी20 सदस्य देशों ने कहा कि इससे न सिर्फ क्रिप्टो से जुड़ी चुनौतियों से निपटने में मदद मिलेगी बल्कि इसका नियमन भी हो सकेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि सदस्य देशों ने इस पर सहमति जताई है और जल्द ही इसे लेकर कार्य योजना बनाई जाएगी।
बता दें कि आईएमएफ मुख्यालय में जी20 देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों के साथ क्रिप्टो एसेट्स के मैक्रोफाइनेंशियल इम्प्लिकेशन्स पर चर्चा के दौरान वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने विचार रखे।

फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने कहा कि समूह देशों ने तत्परता के साथ इस मुद्दे पर अपनी राय व्यक्त की है और जी20 की भारत की अध्यक्षता के दौरान, क्रिप्टो संपत्ति से संबंधित मामलों पर एक ‘संश्लेषण पत्रÓ लाया जाएगा जो जिसमें विभिन्न विचारों को रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मुझे यह बताते हुए खुशी हो रही है कि जी20 के सदस्य इस बात को लेकर सहमत हैं कि क्रिप्टो संपत्तियों पर कोई भी कार्रवाई वैश्विक होनी चाहिए।

बता दें कि भारत सरकार क्रिप्टो संपत्तियों के नियमन को लेकर काम कर रही है और अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी इस मांग को उठा रही है। वॉशिंगटन में अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक की सालाना बैठकों के अलावा निर्मला सीतारमण, भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने समूह के सदस्य देशों के वित्त मंत्रियों और केंद्रीय बैंक के गवर्नरों की एक बैठक की सह-अध्यक्षता की। इस बैठक में क्रिप्टो करेंसी और उससे जुड़ी चुनौतियों के बारे में बात की गई।

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