एफआईएच नेशन्स कप: 11 दिसंबर को कनाडा के खिलाफ अभियान की शुरूआत करेगा भारत

मुंबई, 6 सितम्बर (एजेंसी)। एफआईएच प्रो लीग 2021-22 में तीसरे स्थान पर रहकर सफलता का स्वाद चखने के बाद भारतीय महिला टीम इस साल 11 से 17 दिसंबर से स्पेन के वालेंसिया में होने वाले एफआईएच हॉकी महिला राष्ट्र कप से टूर्नामेंट में आगे बढऩे का प्रयास करेगी।

कोविड-19 महामारी के कारण कई देशों के बाहर होने के बाद भारतीय महिलाओं ने एफआईएच प्रो लीग 2021-22 में एक बार विशेष आमंत्रित के रूप में भाग लिया। अब जब यह आयोजन समाप्त हो गया है, तो भारतीय महिलाएं 2023-24 सीजन में नौ-टीम प्रो लीग में फिर से शामिल होने का प्रयास करेंगी।

विश्व शासी निकाय ने सोमवार को कहा, एफआईएच हॉकी नेशंस कप एफआईएच हॉकी प्रो लीग में आगे बढऩे का मौका मिलेगा, जिसमें पहले एफआईएच हॉकी नेशंस कप की विजेता टीम को 2023-24 एफआईएच हॉकी प्रो लीग में पदोन्नत होने में आगे बढ़ाया जाएगा।

एफआईएच ने आयोजन के लिए पूल और मैच शेड्यूल जारी करते हुए कहा, एफआईएच हॉकी महिला राष्ट्र कप 11 से 17 दिसंबर, 2022 तक वालेंसिया, स्पेन में चलेगा। मेजबान स्पेन, पूल ए में दक्षिण कोरिया, आयरलैंड और इटली के साथ खेलेगा, जबकि पूल बी में भारत, जापान, कनाडा और दक्षिण अफ्रीका में प्रतिस्पर्धा होगी।

पहले मैच 11 दिसंबर को वालेंसिया में भारत और कनाडा के बीच खेला जाएगा। दो टीमें जो पिछले दो महीनों के भीतर एफआईएच हॉकी महिला विश्व कप 2022 के साथ-साथ बर्मिघम 2022 राष्ट्रमंडल खेलों में आमने-सामने होंगे। फाइनल 17 दिसंबर को खेला जाएगा।

*********************************

इसे भी पढ़ें : आबादी पर राजनीति मत कीजिए

इसे भी पढ़ें : भारत में ‘पुलिस राज’ कब खत्म होगा?

इसे भी पढ़ें : प्लास्टिक मुक्त भारत कैसे हो

इसे भी पढ़ें : इलायची की चाय पीने से मिलते हैं ये स्वास्थ्य लाभ

तपती धरती का जिम्मेदार कौन?

मिलावटखोरों को सजा-ए-मौत ही इसका इसका सही जवाब

जल शक्ति अभियान ने प्रत्येक को जल संरक्षण से जोड़ दिया है

इसे भी पढ़ें : भारत और उसके पड़ौसी देश

इसे भी पढ़ें : चुनावी मुद्दा नहीं बनता नदियों का जीना-मरना

इसे भी पढ़ें : *मैरिटल रेप या वैवाहिक दुष्कर्म के सवाल पर अदालत में..

इसे भी पढ़ें : अनोखी आकृतियों से गहराया ब्रह्मांड का रहस्य

इसे भी पढ़ें : आर्द्रभूमि का संरक्षण, गंगा का कायाकल्प

इसे भी पढ़ें : गुणवत्ता की मुफ्त शिक्षा का वादा करें दल

इसे भी पढ़ें : अदालत का सुझाव स्थाई व्यवस्था बने

इसे भी पढ़ें : भारत की जवाबी परमाणु नीति के

Leave a Reply

Exit mobile version