विकराल प्रदूषण में दिल्ली और केन्द्र सरकार के कैबिनेट मंत्रियों की नाकामियों के चलते: कांग्रेस

नई दिल्ली, 15 नवम्बर (एजेंसी)।केन्द्र और दिल्ली की कैबिनेट मंत्रियों की निष्क्रियता के चलते दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण और दिल्ली की बदहाल स्थिति से चिंताग्रस्त दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष  अरविन्दर सिंह लवली ने कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के पूर्व मंत्रियां की शैडो केबिनेट की महत्वपूर्ण बैठक में दोनो सरकारां की नाकामियों पर एक स्वेत पत्र जारी किया, जिस पर प्रदेश कार्यालय राजीव भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में विस्तृत रुप से जानकारी दी और खतरनाक प्रदूषण को लेकर बढ़ती समस्याओं और उसके सुझावों के बारे में चर्चा हुई।

अरविन्दर सिंह लवली के अलावा पूर्व मंत्री  हारुन युसूफ,  राजकुमार चौहान,  मंगतराम सिंघल,  कृष्णा तीरथ, डा0 नरेन्द्र नाथ,  रमाकांत गोस्वामी और प्रो0 किरण वालिया के साथ निगम में सदन के पूर्व नेता  जितेन्द्र कुमार, कोचर,  जगजीवन शर्मा और अनुज आत्रेय भी मौजूद थे। अरविन्दर सिंह लवली ने बैठक में दो प्रस्ताव पारित किये कि प्रत्येक वर्ष बढ़ते प्रदूषण से दिल्लीवासियों को राहत पहुचाने के लिए मुख्यमंत्री और उपराज्यपाल तुरंत सर्वदलीय बैठक बुलाए और सुप्रीम कोर्ट के न्यायधीश कि निगरानी में एक कमेटी बनाई जाए जिसमें पर्यावरण एक्पर्ट भी शामिल हो, यह कमेटी नवम्बर के महीने में प्रदूषण बढऩे के कारण और प्रदूषण से होने वाले नुकसान पर नजर रखे।लवली ने मांग की कि प्रदूषण नियंत्रण करने और लोगों को बचाने के लिए प्रदेश कांग्रेस की भांति केन्द्र सरकार भी श्वेत पत्र जारी करें।

राजधानी में 20,000 बसें परिवहन व्यवस्था को दुरस्त करने होनी चाहिए, जिससे लोग स्कूटर और मोटर साईकल का कम से कम प्रयोग करें, वेस्ट मेनेजमेंट पर पर्याप्त योजना बनाकर काम होना चाहिए, अनाधिकृत कालोनियों में कम्पलीट सीवर सिस्टम बनाना चाहिए, बी0आर0टी0 सिस्टम, साईकिल ट्रेक और इन्फ्रास्टक्चर सुधारने के लिए फुटपाथ बनाए जाऐ। उन्होंने मांग की कि मेट्रो एक्सटेंशन का काम केन्द्रीय गृह मंत्री की देखरेख में होना चाहिए, क्योंकि लंबे समय से मेट्रो का समय अवधि में पूरा नही हो रहा है।

अरविन्दर सिंह लवली ने कहा कि दिल्ली में खतरनाक दमघोटू प्रदूषण से राहत देने की बजाय केन्द्र और दिल्ली सरकार आरोप प्रत्यारोप की राजनीति कर रही हैं, जबकि कांग्रेस की शीला दीक्षित सरकार के समय हम जनता से जुड़ी हर समस्या के समाधान के लिए काम करते थे और 2003 के चुनाव में दिल्ली की बिजली समस्याओं को दूर करना, मेट्रो लाना, फ्लाई ओवरों का जाल बिछाना और दिल्ली को विश्व की क्लीन सिटी बनाने के नाम पर दिल्ली की जनता ने कांग्रेस को जिताया। जिसके बाद विश्व की सबसे ग्रीन सिटी का अवार्ड भी कांग्रेस की दिल्ली सरकार को मिला।

अरविन्दर सिंह लवली ने बताया कि सभी पूर्व मंत्रियों अपने-अपने संबधित विभागों के संबध में दिल्ली की जटिल समस्याओं पर विस्तार पूर्वक चर्चा की, क्योंकि इन सभी को दिल्ली को विकसित करने का अनुभव श्रीमती शीला दीक्षित के साथ काम करने से मिला था। उन्होंने कहा कि हमारे कार्यकाल में रिज़ क्षेत्र की बाउडरी वाल बनाई गई थी और ग्रीन कवर क्षेत्र बढ़ाने पर काम किया गया और पेड़ लगाने का अभियान निरंतर चलाया जाता था। उन्होंने कहा कि आज ध्वस्त परिवहन व्यवस्था, प्रदूषण, खस्ता हाल सड़के, कूड़ा कचरा ग्रस्त गलियां, भरी नालियां और ओवर फ्लो सीवर, सीवेज प्लांटों की कमी, ध्वस्त सीवर सिस्टम, लैंड फिल साईटों पर कूड़े के पहाड़ बनना आदि कुछ ऐसी जटिल समस्याऐं हैं जिन पर नियंत्रण करने के में दिल्ली सरकार और दिल्ली नगर निगम पूरी तरह विफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि निगम में 15 वर्ष का भाजपा का शासन भ्रष्टाचार से परिपूर्ण था जिसमें पर्यावरण दुरस्त करने व प्रदूषण नियंत्रण के लिए कोई काम नही किया, वहीं स्थिति आम आदमी पार्टी की निगम में सत्तासीन होने के बाद है।

लवली ने कहा कि कांग्रेस की शीला सरकार के दौरान कभी भी प्रदूषण खतरनाक स्थिति में नही हुआ, जो स्थिति वर्तमान सरकार के कार्यकाल में पिछले 9 वर्षों से है। उन्हांने कहा कि शीला जी पर्यावरण के प्रति इतनी संवेदनशील थी कि उन्होंने 12-13 साल पर्यावरण विभाग अपने पास ही रखा। उन्होंने कहा कि वर्तमान में बढ़ते प्रदूषण से न केवल लोगों की 10-12 वर्ष आयु कम हो रही है बल्कि प्रतिवर्ष 10 हजार बच्चे दुनिया में आने से पहले ही कोख में दम तोड़ रहे है और देश का भविष्य 5-11 वर्ष के बच्चे सांस और फैंफड़ों की बीमारी से ग्रस्त हो रहे है जबकि 14000 बच्चे प्रतिवर्ष सांस व अन्य बीमारियों से मर रहे है।

लवली ने कहा कि आज दिल्ली को 20,000 बसों की जरुरत है जबकि हमारी सरकार ने दिल्ली के परिवहन सिस्टम में एक साथ सीएनजी बसों में तबदील करके प्रदूषण नियंत्रण के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम उठाया था, वर्तमान में केवल 5 हजार के करीब ही डीटीसी की बसें है जिनमें से आधी से अधिक की लाईफ पूरी हो चुकी है, मतलब जो बसे चल रही है वो भी प्रदूषण फैला रही है। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार मल्टी मॉडल ट्रांसपोर्ट और लास्ट माईल कनेक्टिविटी देने की सुविधा को पूरी तरह नजरअंदाज करने के साथ स्मॉग टावर और मेट्रो प्रोजेक्ट को समय पर पूरा नही कर पाई है, जिसके कारण राजधानी में प्रदूषण में बढ़ोत्तरी हो रही है।

लवली ने कहा कि भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकार की विफलाओं के बाद कांग्रेस पार्टी मांग करती है कि दिल्लीवासियों के स्वास्थ्य की रक्षा और कल्याण के लिए तत्काल व्यापक और सक्रिय रणनीति बनाने की आवश्यकता है जिस कड़ी में काम शुरु करने लिए शीला सरकार कैबिनेट के पूर्व मंत्रियों की महत्वपूर्ण बैठक हुई।

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