24.06.2022 – अंधेरी मुंबई स्थित कर्मवीर क्रीडा संकुल में आयोजित भव्य समारोह में प्रसिद्ध व्यवसायी और अब गायक निर्माता बने ललित अग्रवाल की म्यूजिक कंपनी जेड सीरीज का पहला म्यूजिक एल्बम ‘राधे राधे’ का लोकार्पण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ।
भगवान श्रीकृष्ण को समर्पित ‘राधे राधे’ में गीत-संगीत के .आर.वाही का, नृत्य- निर्देशन पप्पू खन्ना, कानसेप्ट रुपाली रावत, और निर्देशन यतींद्र रावत का है। योगेन्द्र श्रीवास्तव इस के कार्यकारी निर्माता है जब की इसका निर्माण और गायन ललित अग्रवाल ने किया है।
रायपुर के मूल निवासी ललित अग्रवाल ने अपने कारोबार की शुरुआत ट्रांसपोर्ट बिजनेस से की फिर प्लाईवुड और स्टील कारोबार में हाथ आजमाया और आज उनकी कंपनी पंकज ग्रुप ऑफ कंपनीज और सागर टीएमटी किसी परिचय की मोहताज नहीं है और सागर टीएमटी किसी परिचय की मोहताज नहीं हैं।
लोकार्पण कार्यक्रम का सफल संचालन गायिका और अभिनेत्री अनुजा सहाय ने किया। इस अवसर पर प्रसिद्ध गीतकार नवाब आरजू ने ललित अग्रवाल के क्रियाकलापों की चर्चा करते हुए उनकी गायन के प्रति दीवानगी के बारे में उपस्थित लोगों को बताया।
इस अवसर पर ललित अग्रवाल को बधाई देने वालों में सीमा कपूर, अली खान, सुनील पाल, मोहन नडार, मोहम्मद सलामत ,शबाब साबरी, शाहिद माल्या, अरविंद कुमार, रवि जैन, आरती नागपाल, इन्दानी तालुकदार, अंकिता नादान, हफीजा बक्शी, आयुष रैना, अरविंद चौधरी, तृप्ति साक्य, सुहेल जैदी, चाणक्य चटर्जी, अमर उपाध्याय, महेंद्र देवलेक, रिद्धिमा तिवारी, पुनीत खरे, डी.एन.जोशी, महेंद्र धारीवाल आदि उपस्थित थे।
मेष राशि:आज आपका दिन बेहतर रहेगा। आप नए विचारों से परिपूर्ण रहेंगे। आप जिन कामों को करने के लिए सोचेंगे, वे आपको उम्मीद से ज़्यादा फायदा दे सकते हैं। आप जिंदगी के प्रति अपने नजरिये को बहुत ही सकारात्मक पाएंगे। चाहे वो आपके परिवार, का काम हो या फिर प्रेम से संबंधित हो। इससे दूसरे लोग भी आपसे प्रभावित होंगे। आज के दिन हनुमान मंदिर में चमेली के तेल का दीपक जलाएं, आपके सभी काम बनेंगे।
वृष राशि:आज भाग्य का आपको पूरा-पूरा साथ मिलेगा। ऑफिस में अपनी प्रगति के बारे में विचार करेंगे। आगे बढऩे के लिए आप कुछ नया सीखेंगे। इस राशि के जो लोग सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र से जुड़े हुए हैं, उन्हें तरक्की के नये अवसर प्राप्त होंगे। आपको सहकर्मियों का सहयोग प्राप्त होगा, जो आपको सफलता के मार्ग पर एक कदम आगे बढ़ाएगा। आज के दिन बहते जल में काले तिल प्रवाहित करें, आपको सफलता जरुर हासिल होगी।
मिथुन राशि :आज आपका दिन बढिय़ा रहेगा। दोपहर तक आपको कोई अच्छी खबर मिल सकती है। आपकी प्रतिभा मान-सम्मान बढ़ाने में कारगर साबित हो सकती है। आपको कुछ ऐसे काम दिए जायेंगे, जिन्हें आप आसानी से पूरा कर लेंगे। इस राशि के जो लोग विज्ञान के क्षेत्र से जुड़े हैं, आज उन्हें किसी नयी खोज में बड़ी सफलता मिल सकती है। आज के दिन शिवलिंग पर कच्चे दूध का पैकेट चढ़ाएं, समाज में मान-सम्मान मिलेगा।
कर्क राशि :आज आपका दिन ठीक-ठीक रहेगा। कारोबार में अचानक कोई रुकावट आ सकती है। आज अपने मोबाइल का ध्यान रखें, नहीं तो जल्दीबाजी में कहीं भूल सकते हैं। स्वास्थ्य में उतार-चढ़ाव बना रहेगा। कोई बड़ा फैसला करने के पहले थोड़ा इंतजार करें। कुछ मामले उलझ भी सकते हैं। दूसरों की मदद करते-करते खुद थकावट महसूस करेंगे। आज के दिन गणेश जी को लड्डू चढ़ाएं, आपके स्वास्थ्य में सुधार आयेगा।
सिंह राशि:आज आपका दिन मिला जुला रहेगा। सोचे हुए काम को पूरा करने में थोड़ा टाइम लग सकता है। आर्थिक स्थिति सामान्य रहेगी। कोई काम किसी पर पूरी तरह से डिपेंड होकर न करें, तो ही अच्छा है। कन्फ्यूजन की स्थिति बन सकती है। रोजमर्रा और महत्वपूर्ण कामों को पूरा करने में मेहनत और भाग-दौड़ थोड़ी ज्यादा हो सकती है। किसी भी फैसले में जल्दबाजी करने से बचें। आज के दिन जरूरतमंद को भोजन कराएं, सोचे हुए काम समय से पूर्ण होंगे।
कन्या राशि:आज आपका दिन नई सौगात लेकर आया है। आज करियर संबंधी कोई शुभ समाचार मिलेगा, जिससे घर का वातावरण खुशनुमा हो जायेगा। सेहत आज फिट रहेगी। मन में पैसों को लेकर कई तरह के विचार आ सकते हैं। जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने-फिरने के लिए समय बेहतर है। यात्रा का कोई कार्यक्रम बना सकते हैं। आज के दिन गाय को रोटी खिलाएं, आपके साथ सब अच्छा होगा।
तुला राशि :आज आपका दिन खर्चीला रहने वाला है। जरूरत से अधिक चीजों की शॉपिंग हो सकती है। बेहतर होगा आज सामानों की लिस्ट बनाकर ही बाजार जाएं। इस राशि के छात्रों को कड़ी मेहनत करनी पड़ सकती है। किसी नये कॉलेज में एडमीशन लेने के लिये आपको भागदौड़ करनी पड़ सकती है। आपको पैसों की कमी भी महसूस हो सकती है। आज के दिन गौ माता का माथा छूकर प्रणाम करें, आपकी सभी समस्याएं दूर होगी।
वृश्चिक राशि:आज आपका दिन अच्छा रहेगा। ऑफिस में किसी सहकर्मी से मदद मिल सकती है। कार्यक्षेत्र में तरक्की होनी तय है। इस राशि की महिलाएँ नए कपड़े खरीदने के लिए शॉपिंग के लिए जा सकती हैं। दोस्तों से मदद मिलती रहेगी। ऐसे काम से फायदा होगा, जो लंबे समय तक चलेगा। कई तरह के रोचक विचार और योजनाएँ बन सकती है। आज के दिन हनुमान चालीसा का पाठ करें, जीवन में आगे बढऩे के लिए कई मौके मिलेंगे।
धनु राशि:आज आपका दिन सुनहरे पल लेकर आया है। आप जीवनसाथी को कोई अच्छा-सा सरप्राइज़ देने की योजना बनाएँगे, जिससे रिश्तों में मधुरता आयेगी। आप खुद को दूसरों के सामने साबित करने में सफल होंगे। कामकाज से संबंधित अच्छे और व्यवहारिक आइडिया आपके दिमाग में आयेंगे। आज के दिन अपने से बड़ों के पैर छूकर आशीर्वाद लें, जीवनसाथी के साथ संबंधों में मधुरता आयेगी।
मकर राशि :आज आपका दिन व्यस्तता में बीतेगा। कामकाज में ज्यादा मेहनत के बावजूद कुछ कम सफलता आपको मिल सकती है। किसी काम के लिए जितनी ज्यादा कोशिश करेंगे, आपको उतनी ही परेशानी महसूस हो सकती है। आपके काम कुछ समय के लिये अटक सकते हैं। ऑफिस में काम का लोड बढ़ सकता है। आज के दिन पक्षियों को गेहूं का दलिया डालें, काम में आ रही रुकावटें दूर होगी।
कुंभ राशि :आज आपका दिन फेवरेबल रहेगा। अपने बिजनेस में नये प्रयोग करने में आप सफल होंगे। आज आप जो भी सोचेंगे, उसमें आपको सफलता मिलेगी। पहले किये गये कामों से भी आज बेहतर परिणाम प्राप्त होगा। अधिकारी वर्ग आपके काम की तारीफ करेंगे। पार्टनर के साथ आप थोड़े रोमांटिक हो सकते हैं। प्रॉपर्टी से जुड़े काम आज पूरे हो सकते हैं। आज के दिन ‘? नम: शिवाय’ मंत्र का 11 बार जाप करें, सफलता आपके कदम चूमेगी।
मीन राशि :आज आपका दिन बढिय़ा रहेगा। दाम्पत्य संबंधों में नई ताजगी महसूस करेंगे। निवेश लाभदायक सिद्ध होगा। आज आपकी कोशिशें पूरी हो सकती हैं। आप नए लोगों से संपर्क कर सकते हैं। आज आप कोई महत्वपूर्ण काम कर सकते हैं, जो भविष्य में आपको बड़ा फायदा देने वाला रहेगा। आज के दिन अपने मस्तक पर तिलक लगाएं, आपका दिन बेहतर गुजरेगा।
नई दिल्ली, 23 जून (आरएनएस) । भारतीय जनता पार्टी के संस्थापक स्वर्गीय डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर आज भाजपा मुख्यालय में श्यामा प्रसाद मुखर्जी के प्रतिमा पर पुष्पांजलि देकर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जगत प्रकाश नड्डा ने श्रद्धा सुमन अर्पित किया। जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि आज के दिन हम सब लोग भाजपा के करोड़ों कार्यकर्ता डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के बलिदान दिवस पर भावभीनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। अपनी ओर से और भाजपा के सभी कार्यकर्ता की ओर से डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं।
नड्डा ने कहा कि भारत के महान राष्ट्रभक्त, शिक्षाविद, सांस्कृतिक राष्ट्रवाद के द्योतक, डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी को काल ने 1953 में आज ही के दिन हम से छीन लिया था। नड्डा ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी बहुआयामी प्रतिभा के मालिक थे और उनकी प्रतिभा से हमसब लोग भली भांति परिचित हैं। एक राष्ट्रभक्त, शिक्षाविद, डॉ. श्याम मुखर्जी का जन्म 1901 को हुआ था। वे 33 वर्ष की उम्र में कलकत्ता विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर बने। उनकी विद्वता का सबसे बड़ा परिचय है कि वे बहुत ही अल्प आयु में वे वाइस चांसलर बने।वाइस चांसलरशीप पूरी करने के बाद वे यूनाईटेड बंगाल के विधानसभा के सदस्य बने।
बाद में विचार को ध्यान में रखते हुए वे विधान सभा से त्यागपत्र देकर फिर से निर्दलीय चुनाव लड़े और वे बंगाल के वित्त मंत्री भी रहे।आजादी के बाद पूरा बंगाल पाकिस्तान में जाने की स्थिति में आ रहा था। उन्होंने बंगाल को पाकिस्तान में जाने से बचाने का काम किया। आज जो पश्चिम बंगाल देखते हैं कि यह उनकी ही देन है कि आज का पश्चिम बंगाल भारत में है।वे प्रथम नेहरू कैबिनेट के मंत्री भी रहे। विचारो के कारण उन्होंने नेहरू जी के कैबिनेट से इस्तीफा दिया। एक उद्योग मंत्री के रूप में उन्होंने बहुत अच्छा काम किया।
देश के औद्योगिक नीति की नींव रखी। लेकिन अपने विचार के कारण वे पद को छोड़ते हुए जनसंघ की स्थापना की। उस समय नेहरू की तुष्टीकरण की नीति से दुखी होकर उन्होंने भारतीय जनसंघ को स्थापित करते हुए देश को मजबूत एवं अखंड रखने के लिए अपनी लड़ाई लड़ी। जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने एक देश में दो निशान, दो विधान, दो प्रधान नहीं चलेगा, इस नारे को पूरा करते हुए जम्मू कश्मीर में लागू धारा 370 का विरोध किया. धारा 370 के कारण जम्मू एवं कश्मीर को विशेष दर्जा दिलाता था और उसे भारत के साथ अपना संविधान एवं अपना झंडा भी था।श्यामा प्रसाद मुखर्जी एक आंदोलन शुरू किया। 11 मई 1953 को इसके विरोध में बिना परमिट लिए उन्होंने जम्मू एवं कश्मीर के बार्डर में प्रवेश करने की कोशिश की।
वे अरेस्ट हुए। उन्होंने सत्याग्रह किया। उन्हें 11 मई को गिरफतार कर श्रीनगर के जेल में रखा गया। वहां आज ही के दिन सुबह में 23 जून 1953 को बहुत ही संदेहास्पद स्थिति में अंतिम सांस ली और उनकी मृत्यु जेल के अन्दर ही हो गयी। उस समय आकाशवाणी और ऑल इंडिया रेडियो ने बहुत देर से यह खबर प्रसारित की। बहुत ही संदेहास्पद स्थिति में उनकी मौत हुई थी। उनकी पूज्य माता जी ने यह मांग की थी कि यह मौत सामान्य मृत्यु नहीं है और इसकी जांच होनी चाहिए।
उन्होंने नेहरू से इसकी अपील की और पत्र भी लिखी थी।जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी की पूज्य माता जी योगमाया देवी ने पंडित जवाहर लाल नेहरू को पत्र लिखा था कि “मैं तम्हारी सफाई नहीं चाहती हूं बल्कि जांच चाहती हूं। तुम्हारी दलीले थोथी है और तुम सत्य का सामना करने से डरते हो। याद रखो, तुम्हे जनता और ईश्वर के सामने जबाव देना होगा। मैं अपने पुत्र के मृत्यु के लिए कश्मीर सरकार को जिम्मेदार समझती हूं और उस पर आरोप लगाती हूं कि उसने ही मेरे पुत्र की जान ली है।
मैं तुम्हारी सरकार पर आरोप लगाती हूं कि इस मामले को छुपाने और सांठगांठ करने का प्रयत्न किया गया है।“उनकी पूज्य माता जी ने 1953 में नेहरू जी को यह पत्र लिखी थी। हमारे करोड़ो कार्यकर्त्ता के सामने यह प्रश्न वाचक चिन्ह है कि उन्होंने संदेहास्पद तरीके से अंतिम सांस ली थी। जवाहर लाल नेहरू जी ने इसका कोई जबाव नहीं दिया। यह अपने आप में बहुत सारे राज छिपाता है।
जगत प्रकाश नड्डा ने कहा कि हमे इस बात से संतोष है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी के नेतृत्व में और गृह मंत्री अमित शाह की रणनीति में जम्मू एवं कश्मीर में लागू धारा 370 को धाराशायी कर दिया। आज जम्मू एवं कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना गया है। जिस बात के लिए डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपना बलिदान दिया था, उसे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी की इच्छाशक्ति और उनके दृढ़संकल्प ने पूरा किया है।
भारत को मजबूती प्रदान के लिए जनसंघ और भारतीय जनता पार्टी हमेशा तत्पर रही है और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी जी ने उसे पूरा करने का काम किया है।आज सही मायने में डॉ. श्याम प्रसाद मुखर्जी को सच्ची श्रद्धांजलि यही दे सकते हैं कि हम उनके बताए रास्ते पर चले, देश को मजबूत रखें और देश की मजबूती के लिए हमसब काम करें। यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी।
नई दिल्ली, 23 जून (आरएनएस) । कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने केंद्र की भारतीय जनता पार्टी की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा राहुल गांधी से बेवजह पूछताछ करके उनकी प्रतिष्ठा धूमिल करने और महज राजनीतिक स्टंट करने का काम कर रही है। गौरव वल्लभ ने कहा कि सभी केंद्रीय एजेंसियां सरकार के हाथों की मोहरे बनकर रह गई है। गौरव ने कहा मजाक बनाने के लिए अपनी आंखों पर पट्टी बांधने के लिए कतार में लगी हुई है। वर्तमान समय में राहुल गांधी से प्रवर्तन निदेशालय के द्वारा जो पूछताछ की जा रही है इस घटना की एक – एक श्रृंखला देश की जनता देख रही है। जहां एक बार इस प्रतिष्ठित एजेंसी ईडी को अब द्वारा नहीं बुलाया जा सकता है लेकिन केंद्र सरकार द्वारा लागू निर्देश लेने में व्यस्त है। गौरव बल्लव ने आरोप लगाते हुए कहा कि श्रीलंकाई राज्य के स्वामित्व वाली सीलोन बिजली बोर्ड के अध्यक्ष ने एक संसदीय पैनल के समक्ष दावा किया है कि हमारे देश के प्रधानमंत्री ने अदानी समूह को पवन ऊर्जा परियोजना देने के लिए श्रीलंका के राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे पर दबाव डाला है। गौरव वल्लभ ने कहा कि हमारे देश के इतिहास में शायद यह पहली और एकमात्र घटना है कि किसी प्रधानमंत्री पर इस तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। गौरव वल्लभ ने कहा कि प्रधानमंत्री एक निजी व्यक्ति को अनुचित उपकार क्यों देना चाहते थे वही गौरव वल्लभ कटाक्ष करते हुए कहा कि एक निजी व्यक्ति के लिए विक्री एजेंट के रूप में कार्य कर के प्रधानमंत्री ने भारत के गौरव को धूमिल किया है उनकी क्या मजबूरी थी। प्रवर्तन निदेशालय और अन्य एजेंसी इस सूचना पर क्यों सो रही है यह सवाल हमारा उन सभी एजेंसियों से है जो बेवजह की मुद्दों को लेकर लोगों को परेशान करने में लगी हुई है।2014 में जैसे ही मोदी सरकार सत्ता में आई, एसबीआई ने अडानी समूह के साथ एक अरब डॉलर (7,825 करोड़ रुपये) की सुविधा के लिए एक सैद्धांतिक समझौता किया और दुनिया भर में कई बैंकों को वित्त पोषण प्रदान करने के लिए लाया। लगातार विरोध के बाद, एसबीआई पीछे हट गया और समझौता ज्ञापन को रद्द कर दिया। 2020 में, रुपये के एक और ऋण की खबर। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा ऑस्ट्रेलिया में अडानी की कारमाइकल कोयला परियोजना के लिए 5,000 करोड़ रुपये सार्वजनिक हो गए। अमुंडी और एक्सा जैसे निवेशकों के दबाव के कारण एसबीआई का कर्ज फंस गया। पिछले साल से ऋण की स्थिति के बारे में कोई और अपडेट नहीं किया गया है। यह अदानी समूह को ऋण प्रदान करने के लिए किसी के द्वारा किए गए ठोस प्रयास की तरह लगता है। क्या यह शामिल व्यक्तियों या संस्थाओं को बुलाने और उनकी जांच करने के लिए ईडी के हस्तक्षेप की गारंटी नहीं देता है?कई अन्य मामलों में ईडी सहित केंद्रीय एजेंसियों द्वारा कड़ी कार्रवाई की आवश्यकता है, लेकिन एजेंसियों ने दूसरा रास्ता चुना है। हमारे पास भाजपा सरकार के लिए तीन सटीक प्रश्न हैं: 1. माननीय प्रधान मंत्री कथित तौर पर एक विदेशी भूमि में एक निजी व्यक्ति के लिए व्यावसायिक लाभ के लिए बल्लेबाजी कर रहे थे। क्या यह भ्रष्टाचार का मामला जांच के लायक नहीं है? ईडी किन नौकरशाहों या मंत्रियों को जांच के लिए बुलाने की योजना बना रहा है? 2. क्या ईडी ने कभी अडानी समूह से किसी को बुलाया है, या इन गंभीर आरोपों की जांच के लिए कॉल करने की योजना बना रहा है? 3. ईडी जैसी एजेंसी की क्या विश्वसनीयता है जो राजनीतिक डायन-हंट पर है लेकिन गंभीर आरोपों और अपराधों की जांच के अपने कर्तव्य में विफल है।
नई दिल्ली 23 जून (आरएनएस)। राष्ट्रपति पद के लिए होने जा रहे चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) की प्रत्याशी द्रौपदी मुर्मू गुरुवार को दिल्ली पहुंच गईं। सूत्रों ने बताया कि संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी के आवास पर उनके नामांकन पत्र तैयार किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, वरिष्ठ मंत्री राजनाथ सिंह, अमित शाह और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा उनके प्रस्तावकों में शामिल होंगे।
केंद्रीय मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता जोशी के आवास पर प्रस्तावक और समर्थक के तौर पर दस्तावेजों हस्ताक्षर कर रहे हैं। बीजू जनता दल (बीजद) के सस्मित पात्रा भी दस्तावेजों पर हस्ताक्षर करने वालों में शामिल हैं।
बीजेडी ने मुर्मू के नामांकन का समर्थन किया है। मुर्मू के पार्टी के शीर्ष नेताओं की मौजूदगी में नामांकन पत्र दाखिल करने की उम्मीद है। यहां पहुंचने के बाद मुर्मू का हवाई अड्डे पर भाजपा नेताओं ने स्वागत किया। वह यहां ओडिशा भवन में ठहरी हैं। उनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने की भी संभावना है।
राष्ट्रीय राजधानी के लिए रवाना होने से पहले ओडिशा में एक संक्षिप्त बयान में मुर्मू ने कहा था, मैं सभी का धन्यवाद करती हूं और सभी से राष्ट्रपति चुनाव के लिए सहयोग मांगती हूं। मैं 18 जुलाई से पहले सभी मतदाताओं (सांसदों) से मिलूंगी और उनका समर्थन मांगूंगी। अगर वह चुनाव जीत जाती हैं, तो वह भारत की पहली आदिवासी राष्ट्रपति और इस पद पर काबिज होने वाली दूसरी महिला होंगी।
जयपुर 23June (Rns) महाराष्ट्र में शिवसेना का संकट खत्म होने का नाम नहीं ले रहा है। एकनाथ शिंदे की बगावत के बाद महाराष्ट्र सरकार पर आए संकट के बीच कांग्रेस में भी सिर फुटव्वल हो गया है। हाल ही में राजस्थान से राज्यसभा सांसद बने कांग्रेस नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उद्धव ठाकरे को इस्तीफे की नसीहत दे डाली। आचार्य के बयान से असहज पार्टी ने उनके बयान से किनारा कर लिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने यह कहकर आचार्य प्रमोद के बयान को दरकिनार कर दिया कि वह पार्टी के अधिकृत प्रवक्ता नहीं हैं। अब प्रमोद ने भी जयराम को जवाब दिया है।
पूरे विवाद की शुरुआत गुरुवार को उस वक्त हुए जब आचार्य प्रमोद कृष्णम ने उद्धव ठाकरे को तुरंत इस्तीफा देने की नसीहत दे डाली। उन्होंने शिवसेना संस्थापक बाला साहब ठाकरे का जिक्र करते हुए यह सलाह दी। उन्होंने लिखा, ”सत्ता को ‘ठोकर’ पे मारने वाले स्व. बाला साहब ठाकरे की विरासत का सम्मान करते हुए उद्धव ठाकरे जी को मराठा ‘गौरव’ की रक्षा करने हेतु नैतिक मूल्यों का निर्वहन करते हुए ‘मुख्यमंत्री’ के पद को त्यागने में एक पल का ‘विलम्ब भी नहीं करना चाहिए।
पार्टी ने झाड़ा पल्ला, जयराम रमेश ने दिया जवाब
हाल ही में राज्यसभा सांसद भेजे गए आचार्य प्रमोद कृष्णम की ओर से महाराष्ट्र में गठबंधन साथी को लेकर दिए गए इस बयान से पार्टी बेहद असहज नजर आई। पार्टी के वरिष्ठ नेता और कम्युनिकेशन विंग के प्रभारी जयराम रमेश ने आचार्य के बयान से पार्टी को अलग किया। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ”ना तो यह कांग्रेस पार्टी के विचार हैं, ना ही आचार्य प्रमोद कृष्णम कांग्रेस के अधिकृत प्रवक्ता हैं।”
प्रमोद कृष्णम का पलटवार
बात यहीं खत्म नहीं हुई। आचार्य प्रमोद कृष्णम ने जयराम रमेश पर भी निशाना साध डाला। जयराम रमेश की ओर से ‘अधिकृत नहीं’ कहे जाने से आहत आचार्य ने ट्विटर पर उन्हें टैग करते हुए लिखा, ”अधिकृत तो ‘टेम्प्रेरी’ होता है प्रभु, मैं तो ‘परमानेंट’ हूं, फिर भी आपको कोई दिक्कत है तो ‘जयराम’ जी की।”
रुद्रप्रयाग 23 June (Rns):केदारनाथ में प्लास्टिक की खाली बोतल लाइए, 10 रुपये पाइए. चारधाम यात्रा उत्तराखंड की आर्थिकी की रीढ़ है, लेकिन इस दौरान पहाड़ों पर होने वाला प्लास्टिक कचरा भी एक बड़ी समस्या के रूप में हमारे सामने है। पिछले दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी इस पर चिंता जताई थी। अच्छी बात ये है कि प्रशासन और तमाम स्वयंसेवी संगठन पहाड़ों को प्लास्टिक मुक्त बनाने के लिए अपने स्तर पर प्रयास कर रहे हैं।
इसी कड़ी में एक शानदार काम रुद्रप्रयाग जिला प्रशासन ने भी किया है। प्रशासन ने एक सामाजिक संस्था के साथ पैदल मार्ग से केदारनाथ धाम तक 65 दुकानों पर क्यूआर कोड वाला बोतल बंद पानी दिया है। इन बोतलों की खरीद के वक्त यात्रियों से 10 रुपये ज्यादा लिए जा रहे हैं। खाली बोतल वापस लाने पर यात्री को दस रुपये लौटाए जा रहे हैं। यही नहीं अगर यात्री बोतल को इधर-उधर फेंक देता है, तो उसे एकत्रित करने वाले को दस रुपये इनाम में दिए जा रहे हैं।
आपको जानकर हैरानी होगी कि कपाट खुलने के बाद से अभी तक तीन हजार खाली बोतलें एकत्रित की गई हैं। इन बोतलों को जल्द रिसाइकिल के लिए भेजा जाएगा। खाली बोतलों को जमा करने के लिए गौरीकुंड, केदारनाथ मंदिर परिसर और केदारपुरी में तीन डिपॉजिट सेंटर बनाए गए हैं। यात्रियों से निरंतर क्यूआर कोड वाली बोतल खरीदने की अपील की जा रही है।
जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि केदारनाथ धाम में प्लास्टिक कचरे की समस्या को दूर करने और यात्रियों में जागरुकता को लेकर पायलट प्रोजेक्ट चलाया जा रहा है, जिसके तहत क्यूआर कोड की प्लास्टिक बोतल को धाम से वापस लाने पर दस रुपये दिए जा रहे हैं। जिला प्रशासन की इस पहल का हर कोई स्वागत कर रहा है।
बता दें कि जिला प्रशासन गौरीकुंड से केदारनाथ तक 18 किमी पैदल मार्ग में प्लास्टिक उन्मूलन को लेकर विशेष अभियान चला रहा है। सुलभ इंटरनेशनल की ओर से बीते 12 दिनों में सफाई अभियान चलाते हुए अभी तक 70 क्विंटल से अधिक कूड़ा-कचरा एकत्रित किया जा चुका है, जिसमें 35 क्विंटल प्लास्टिक कचरा है।
शिव प्रकाश – बलिदान दिवस पर विशेष, व्यर्थ नहीं जाएगा डॉ. मुखर्जी का बलिदान. जम्मू कश्मीर को भारतीय संविधान के दायरे में लाने और एक देश में दो विधान, दो प्रधान और दो निशान (झंडा) के विरोध में सबसे पहले आवाज उठाने वाले भारतीय जनसंघ के संस्थापक डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी का 23 जून को बलिदान दिवस है। उनका यह स्वप्न स्वतंत्रता प्राप्ति के 70 वर्ष बाद तब पूरा हुआ.जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सरकार ने अगस्त 2019 में संसद में संविधान के अनुच्छेद 370 एवं 35- ए को समाप्त करने का बिल पारित कराया।
इसके बाद ही जम्मू कश्मीर भारत देश का सही मायनों में अभिन्न अंग बना। विशेष राज्य का दर्जा, अलग संविधान, देश के अन्य प्रदेशों के नागरिकों के जम्मू कश्मीर में प्रवेश के लिए परमिट की आवश्यकता जैसी जिन शर्तों और नियमों के साथ जम्मू कश्मीर को भारत में शामिल किया गया था, डॉ. मुखर्जी प्रारंभ से ही उसके विरोध में थे।उन्होंने इसके लिए बाकायदा जम्मू कश्मीर जाकर अपना विरोध दर्ज कराया। लेकिन चाहकर भी उनका यह स्वप्न उनके जीते जी पूरा नहीं हो पाया और रहस्यमय परिस्थितियों में 23 जून 1953 को उनकी मृत्यु हो गई।
डॉ. मुखर्जी को जम्मू कश्मीर एवं देश की अखंडता के लिए बलिदान देने वाले पहले व्यक्ति के तौर पर जाना गया। इसीलिए देश उनकी पुण्यतिथि को बलिदान दिवस के रूप में मनाता है।भारतीय संविधान के दायरे में आने के बाद से जम्मू कश्मीर की परिस्थितियों में क्रांतिकारी परिवर्तन आया है। स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद से सरकारों ने प्रदेश में कृत्रिम सामान्यता बनाये रखी। वास्तविक अर्थों में जम्मू कश्मीर की स्थिति अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की समाप्ति के बाद ही सामान्य हुई है।अब जम्मू कश्मीर का सही मायनों में विकास संभव होगा। केंद्र की भाजपा सरकार ने भी राज्य के विकास को लेकर अपनी प्रतिबद्धता ज़ाहिर की है। वित्त वर्ष 2022-23 के लिए केंद्र की भाजपा सरकार ने राज्य के लिए 1.42 लाख करोड़ रुपये का बजट संसद से पारित कराया है जिससे जम्मू कश्मीर में विकास के कार्य पिछले वर्षों के मुक़ाबले ज्यादा तेजी से पूरे किये जा सकेंगे। राज्य में अब न केवल रोजगार के अधिक अवसर उपलब्ध हो रहे हैं बल्कि उद्योग जगत मे निवेश के लिए भी उत्साह दिखा रहा है।अनुच्छेद 370 के प्रावधानों की समाप्ति के बाद प्रदेश में अब केंद्र के कऱीब 890 क़ानून लागू हो गए हैं। यही नहीं अब प्रदेश के लोग संविधान के तहत मिलने वाले आरक्षण के भी हक़दार हो गए हैं जिनसे उनके लिए विकास और समृद्धि के रास्ते खुले हैं । पर्यटकों की संख्या मे वृद्धि हुई है। पंचायतों को सीधे 2200 करोड़ का बजट स्वीकृत हुआ है। स्वास्थ्य सेवाओ के विकास के लिए 2 नए एम्स, 6 नए मेडिकल कॉलेज, 2 कैंसर संस्थान एवं 15 नर्सिंग कौलेज पर कार्य चल रहा है। युवा, पुलिस एवं अन्य संस्थानों मे रोजगार प्राप्त कर रहे है।यूं तो डॉ. मुखर्जी स्वतंत्रता प्राप्ति से पूर्व ही भारत विभाजन के खिलाफ थे और उन्होंने संविधान सभा की बैठकों में भी अपने विचारों को काफी प्रभावशाली तरीके से प्रस्तुत किया था। लेकिन जम्मू कश्मीर के भारत में विलय को लेकर कांग्रेस नेताओं और तत्कालीन सरकार की सोच के साथ वे कभी एकमत नहीं थे।वे पहले ही दिन से जम्मू कश्मीर को भारतीय संविधान की सीमाओं के अंतर्गत लाने के पक्षधर थे।इसे संघर्ष की सीमा तक ले जाने की शुरुआत अप्रैल 1952 में तब हुई जब जम्मू कश्मीर की प्रजा परिषद पार्टी के नेता प0 प्रेमनाथ डोगरा नई दिल्ली में उनसे मुलाकात करने आए। डोगरा ने डॉ. मुखर्जी से राज्य में चल रहे इस आंदोलन में भाग लेने का आग्रह किया ।डॉ. मुखर्जी ने डोगरा को तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू से मिलकर अपना पक्ष रखने को कहा। लेकिन इसे विडंबना कहें या कांग्रेस की तत्कालीन सरकार का अडिय़ल रवैया, डोगरा को अपनी बात रखने के लिए नेहरू से समय ही नहीं मिला।डॉ. मुखर्जी अपने सिद्धांतों को लेकर अटल थे। उन्होंने जम्मू कश्मीर को लेकर अपने विचारों पर कभी समझौता नहीं किया और प्रजा परिषद पार्टी के बुलावे पर अगस्त 1952 में वह जम्मू में एक सभा में शामिल हुए और ‘एक देश में दो विधान दो प्रधान नहीं चलेंगे, नहीं चलेंगेÓ का नारा दिया। डॉ. मुखर्जी को केवल जम्मू कश्मीर में भारतीय संविधान लागू करने की नीति के समर्थक के तौर पर ही नहीं देखा जाना चाहिए।शिक्षा, समाज, संस्कृति और राजनीति में भी उनका योगदान बेहद उल्लेखनीय रहा है। उनकी राजनीतिक यात्रा कलकत्ता विश्वविद्यालय क्षेत्र से 1929 में विधान परिषद से प्रारंभ हुई 7 बंगाल के हितों की रक्षा के लिए वे फजलुल सरकार में वित्त मंत्री रहे। भारत सरकार के उद्योग मंत्री रहते हुए उन्होंने 6 अप्रैल 1948 को उद्योग नीति लायी7 तीन भागों में उद्योगों का विभाजन कर भारत में उद्योगों का विकास उनका प्रयास था।औद्योगिक वित्त विकास निगम की स्थापना, ऑल इंडिया हैंडीक्राफ्ट, ऑल इंडिया हैंडलूम बोर्ड, खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड, चितरंजन रेलवे कारखाना, हिंदुस्तान एयरक्राफ्ट लिमिटेड, दामोदर नदी घाटी बहुउद्देशीय परियोजना सभी डॉ श्यामा प्रसाद मुखर्जी के संकल्प के साकार रूप है। तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरु जी के विभाजन के समय, पाकिस्तान एवं पूर्वी पाकिस्तान पर विफल नीति के विरोध में उद्योग मंत्री से त्यागपत्र देकर वे भारत में आए लाखों शरणार्थियों की सेवा में जुट गए.हमें कांग्रेस के राष्ट्रवादी विकल्प की आवश्यकता है , इस संकल्प को पूर्ण करने के लिए उन्होंने भारतीय जनसंघ की स्थापना मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायी 7 डॉ0 श्यामा प्रसाद जी जनसंघ के प्रथम अध्यक्ष बने। प्रथम लोकसभा चुनाव मे साउथ कोलकाता से सांसद सदस्य भी चुने गए।वर्ष 1934 से 1938 तक कलकत्ता विश्वविद्यालय के सबसे युवा कुलपति होने का श्रेय भी उनके ही नाम है। इसी पद पर उन्होंने दो कार्यकाल रहते हुए कलकत्ता विश्वविद्यालय को प्रगति की ऊंचाइयों पर पहुंचाया।ब्रिटिश इंडिया के प्रतीक ब्रिटिश मोहर को बदलकर उस स्थान पर खिलते हुए कमल में श्री अंकित कलकत्ता विश्वविद्यालय का प्रतीक चिन्ह बनाया। उनकी शिक्षा दृष्टि उनके ही शब्दों में मैं ऐसे व्यक्ति बनाना चाहता हूं जो नए बंगाल के योग्य नेता बने। इसी उद्देश्य से उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय में अनेक नए पाठ्यक्रम प्रारंभ किए।साल 1943 में आए भीषण अकाल में सरकार के निकम्मे एवं द्वेषपूर्ण व्यवहार को समाज के सामने लाते हुए स्वयं सेवा के मैदान में उतर गए । बंगाल रिलीफ कमेटी बनाकर, साथ ही तत्कालीन अन्य सामाजिक एवं धार्मिक संस्थाओं को उन्होंने साथ लेकर यह सेवा कार्य किया।मुफ्त रसोई, निशुल्क अनाज वितरण, सस्ती कैंटीन, अनाज की दुकाने, आवास, वृद्धों एवं बच्चों के लिए दूध एवं दवाइयां वितरण कमेटी के द्वारा हुआ।देश के विभाजन की त्रासदी को श्यामा प्रसाद मुखर्जी ने अपनी आंखों से देखा था।बंगाल के कलकत्ता, नोआखाली सहित अनेक स्थानों के दंगो में मानवता कराह उठी थी। ग्रेट कलकत्ता के नाम से कुख्यात नरसंहार आज भी लोगों में सिहरन पैदा करता है। समाज का मनोबल बढ़ाने, उचित मार्गदर्शन करने एवं पीडि़त मानवता की सेवा करने के लिए अस्वस्थ होते हुए भी उन्होंने सभी स्थानों का प्रवास किया। भारत के विभाजन के घोर विरोधी होने के बाद भी जब उनको लगा कि यदि हमने बंगाल के विभाजन की बात नहीं की तब संपूर्ण बंगाल ही हमारे हाथ से चला जाएगा।इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए वे भारतीय नेताओं के साथ-साथ अंग्रेज अधिकारियों से भी मिले। आज के भारत में, बंगाल उन्हीं के संकल्प का परिणाम है। उनको नव बंगाल का शिल्पी भी कहा जाता है। एकजुट भारत की उनकी इस सोच पर आगे कदम बढ़ाने में हमें 70 वर्ष से भी अधिक का समय लग गया। लेकिन आज प्रधानमंत्री मोदी के कुशल नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की सरकार डॉ. मुखर्जी की इस सोच को वास्तविकता में बदल रही है। एक भारत, श्रेष्ठ भारत के नारे के माध्यम से मोदी सरकार देश को एक सूत्र में पिरोने का काम कर रही है। जम्मू कश्मीर को भारतीय संविधान के अंतर्गत लाने के दो वर्ष पूरे होने को हैं। मोदी सरकार की नीतियों में डॉ. मुखर्जी की आकांक्षाओं की झलक स्पष्ट देखी जा सकती है। नई शिक्षा नीति को लागू करना डॉ0 श्यामा प्रसाद मुखर्जी की शिक्षा अभिव्यक्ति ही है । वह दिन दूर नहीं जब भारतीय जनसंघ, जिसने बाद में भारतीय जनता पार्टी का स्वरूप लिया, के संस्थापक डॉ. मुखर्जी की राष्ट्रीय एकता व अखंडता की भावना सशक्त होकर भारत को विश्व के श्रेष्ठ राष्ट्र के रूप में स्थापित करेगी।
मेष: आज आप कुछ नए मित्र बनाएंगे। आप उनके साथ मौज-मस्ती से समय व्यतीत करेंगे। व्यापारियों को व्यापार में लाभ होगा। गृहस्थ जीवन सुखद रहेगा। मित्रों के साथ कहीं बाहर घूमने का कार्यक्रम बन सकता है।
वृष: आज आपमें से कुछ जातक मौज मस्ती और जश्न के उत्साह में लीन पाए जाएंगे। आज काम में मन लगाना आपके लिए अत्यंत मुश्किल होगा। आज आप व्यावसायिक जि़म्मेदारियों में गलतियां करने से बचेंगे। आज आप बैंगनी रंग के वस्त्र धारण करें क्योंकि बैंगनी रंग आपके लिए शुभ है।
मिथुन: आज आप खुद पर ही शक करने लगेंगे। आपने बहुत मेहनत की है और यहां तक आने के लिए आपको बहुत ज्यादा संघर्ष करना पड़ा है। अब यह आपके लिए गर्व का विषय होना चाहिए। आपने अपने जीवन में कई सारे पहलुओं में अच्छी बढ़त हासिल की है। अचानक धन लाभ होगा।
कर्क: सकारात्मक बने रहें। यह आपको अपनी क्षमता से ज्यादा बेहतर ढंग से काम करने में मदद करेगा। आप अपने सभी लक्ष्यों को बुद्धिमत्ता, सोचनीयता और शानदार वॉक कला से प्राप्त कर सकेंगे। जीवन में आगे बढऩे के लिए निजी और व्यावसायिक, दोनों ही ढंग से मजबूत होने की जरूरत है।
सिंह: आज मन लगाकर काम करें। उन सहकर्मियों से दूरी बनाकर रखें, जो कि आपकी मदद नहीं करना चाहते या फिर आपकी मेहनत का श्रेय खुद ले जाना चाहते हैं। उन लोगों से भी दूरी बनाकर रखिए जो कि अपने किए का आरोप आप पर लगाना चाहते हैं। आपको अपना नाम दूसरों के सामने बचाकर रखना है।
कन्या: आपका कानूनी और सरकारी काम तेजी से हो रहे हंै। आज आप अपने सगे बंधुओं के साथ पुरानी समस्याओं को लझा सकेंगे। आपको आंतरिक शांति मिलेगी और आप दुनिया से मुकाबला करने के लिए तैयार रहेंगे। व्यापार में लाभ होगा। विद्यार्थियों को परीक्षा में सफलता मिलेगी।
तुला: आज आत्म अवलोकन करें। यह आत्म अवलोकन आपको खुद से जुड़ी बहुत सी सच्चाइयों से अवगत कराएगा। जीवनसाथी से बड़े दिनों से चली आ रही अनबन आज खत्म हो जाएगी। ऑफिस में सहकर्मियों कस साथ मिलेगा। उच्च अधिकारी आपके काम से खुश्या नजर आएंगे।
वृश्चिक: आज आप परेशान और दुखी कर सकते हैं। हालांकि इस दौरान कोशिश करें कि अपनी भावनाओं को ज्यादा प्रदर्शित न करें और सामान्य दिखने का प्रयत्न करें। बोलते समय दो बार सोच लें, ताकि आपको बाद में पछताना न पड़े। आप चाहें तो अपनी भावनाएं किसी करीबी के साथ साझा कर सकते हैं।
धनु: आज का दिन आपके लिए ठीक नहीं रहेगा। इसकी वजह सहकारियों से मनमुटाव या उनकी तरफ से असहयोग भी सकता है। पर हौसला न हारें। आपकी सहनशीलता और समझदारी ही आपको हारी हुई बाज़ी जीता सकते हैं। बातचीत से सारी समस्याएं आज हल हो जाएंगी।
मकर: आज का दिन लगभग मिला जुला रहेगा। आज आपके लिए काफी कुछ बेहतर होगा, जिसमें आर्थिक स्थिति में सुधार भी शामिल है। आज आपको ऐसा लगेगा कि आपकी सारी मेहनत और प्रयत्न सफल हो रही है। आज आपका कोई कर्म आपको बिना फल दिए नहीं जाएगा। आज अपने करीबियों के साथ समय बिताएं।
कुंभ: आपका चिंतन किसी भी नए कार्य के बारे में नकारात्मकता पैदा कर सकता है। घरेलू कामों से निपटने के लिए आज का दिन अनुकूल है, परंतु परिस्थितियों को ठीक होने में अभी कुछ समय लग सकता है।
मीन: आप आज असमंजस में रहेंगे। सबसे अच्छा यह होगा कि आप सावधानी से आगे बढ़ें। सबसे समझदारी वाला काम यह होगा कि जब चीजें गलत मोड़ लेती हैं, तो उन्हें पहचाने और
उनके ऊपर आत्मविश्वास के साथ काम करें।
रांची, 22.06.2022 – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने 93 नवनियुक्त पदाधिकारियों के बीच नियुक्ति पत्र सौंपा. राज्य की आंतरिक क्षमता को विकसित कर हमें प्रत्येक सेक्टर में आगे बढ़ने की जरूरत है। झारखंड का राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला एक आदर्श प्रयोगशाला के रूप में अपनी पहचान बनाए इस निमित्त आपसभी नवनियुक्त सहायक निदेशक, वरीय वैज्ञानिक पदाधिकारी एवं वैज्ञानिक सहायक अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन करें। हमें अब फॉरेंसिक जांच, डीएनए टेस्ट, नारकोटिक्स जांच सहित अन्य टेक्निकल जांच के लिए सैंपल अन्य राज्यों में न भेजना पड़े इसीलिए राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला को सुदृढ़ और मजबूत बनाया जा रहा है।
हमारी सरकार ने राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला में रिक्त पड़े पदों को भरने का काम किया है। जरूरत को मद्देनजर रखते हुए राज्य सरकार आने वाले समय में विधि विज्ञान प्रयोगशाला का विस्तार भी करेगी। जांच की वजह से पेंडिंग पड़े वादों का निपटारा जल्द हो यह सरकार की प्राथमिकता है। उक्त बातें मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज झारखंड मंत्रालय स्थित सभागार में आयोजित नियुक्ति पत्र वितरण समारोह में कहीं।
मुख्यमंत्री ने सभागार में उपस्थित सभी नवनियुक्त पदाधिकारियों को उनके उज्जवल भविष्य की शुभकामनाएं तथा बधाई दीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल नियुक्ति पत्र नहीं है यह संकल्प पत्र है। आज हम सभी का मकशद मिलकर राज्य को अपने पैरों पर खड़ा करने का होना चाहिए।
जांच के अभाव में हजारों कैदी जेलों में है बंद
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि आदिवासी, दलित, गरीब कमजोर वर्ग के हजारों कैदी जांच के अभाव में राज्य के विभिन्न कारागारों में बंद पड़े हैं। गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग की समीक्षा बैठक में जो आंकड़े मेरे समक्ष लाए गए, उससे तो यह प्रतीत होता है कि ये सभी बंदी छोटे-छोटे जुर्म के आरोप में फंसे हैं और जांच के अभाव में कई वर्षों से राज्य के विभिन्न काराओं में कैदी के रूप में बंद पड़े हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि ऐसे कैदियों के वादों पर सरकारी संसाधनों का उपयोग से त्वरित जांच प्रक्रिया निष्पादित कर इन्हें न्याय दिलाने का काम हमारी सरकार करेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के विभिन्न कारागारों में 80 से 90% कैदी छोटे-मोटे आरोपों के शिकार बने हैं। ये सभी कैदी आर्थिक रूप से कमजोर, गरीब और पिछड़े वर्ग के हैं। इन्हें विधि सम्मत न्याय मिले यह हम सभी की जिम्मेदारी है।
झारखंड के नौजवानों में काबिलियत की कमी नही, प्लेटफार्म उपलब्ध करा रही हमारी सरकार
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड के नौजवानों के काबिलियत पर कोई प्रश्न चिन्ह खड़ा नहीं किया जा सकता है। सीमित संसाधनों के बावजूद हमारे नौजवानों ने कई क्षेत्रों में राज्य का नाम रोशन कर दिखाया है। इस बार यूपीएससी की परीक्षा में एक साथ हमारे 25 बच्चों ने अपनी क्षमता का प्रदर्शन कर सफलता पाई है। राज्य स्थित नेतरहाट विद्यालय से पढ़कर अबतक सैकड़ों आईएएस,आईपीएस सहित अन्य बड़े पदों में अधिकारी देश के कोने कोने में काबिज हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला के नवनियुक्त पदाधिकारी जो इस सभागार में उपस्थित हैं 90 से 95% स्थानीय बच्चे हैं, जिन्होंने अपना प्रतिभा को दर्शाया और आज नियुक्ति पायी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास जताया कि आप सभी लोग राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला को नई क्षमता, नई ऊर्जा एवं नई सोच के साथ आगे ले जाएंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा विदेशों में शिक्षा ग्रहण हेतु एस्कॉलरशिप, खेल नीति सहित कई अन्य क्षेत्रों में सकारात्मक सोच के साथ नियम बनाने का कार्य किया है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का 42% खनिज संपदा झारखंड में है। पिछले लगभग 100 वर्षों से खनन का कार्य किया जा रहा है परंतु यहां के विस्थापितों को दूसरे राज्यों में जाकर रोजी रोटी के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। विस्थापितों का विकास सिर्फ मुआवजा देकर ही नहीं किया जा सकता है बल्कि उन्हें सरकारी संसाधनों का लाभ देकर भी मजबूत करने की आवश्यकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि खनन कार्यों के तहत राज्य को मिलने वाली रॉयल्टी के रूप में 1 लाख 36 करोड़ रुपए का बकाया केंद्र सरकार पर है। अब हमें केंद्र सरकार द्वारा बकाया राशि मिलना प्रारंभ भी हुआ है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार आदिवासी, दलित, जरूरतमंदों का जुबान बनकर कार्य कर रही है।
स्थानीय बच्चों को नई नियुक्ति नियमावलियों का मिल रहा है लाभ
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार द्वारा सभी विभागों में पड़े रिक्त पदों को भरने का कार्य किया जा रहा है। सरकार गठन के बाद से ही सभी विभागों की नियुक्ति नियमावलियों को दुरुस्त और सुदृढ़ किया गया है, जिसका लाभ झारखंड के स्थानीय बच्चों को मिल रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 12,000 अवर सेवा स्तर के तथा विभिन्न पदों पर नियुक्ति के लिए कार्मिक को अधियाचना भेज दी है।
बहुत जल्द 40,000 पदों पर नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की जायेगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी विभागों में रिक्त पड़े पदों पर तेजी से नियुक्ति कर मानव बल के अभाव में हो रही समस्याओं का समाधान कर रही है हमारी सरकार। उन्होंने कहा कि देखा जा रहा है कि प्रत्येक महीने किसी न किसी विभाग में नवनियुक्त कर्मियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सामाजिक सुरक्षा, नियुक्ति रोजगार के कार्य सहित राज्य के प्रत्येक पिलर को मजबूत करना हमारी प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नई नियुक्ति नियमावलियों में कई चीजों को सरल और पारदर्शी बनाया गया है। पहले हमारे बच्चों को प्रतियोगिता परीक्षाओं में आवेदन करने के लिए फॉर्म शुल्क के तौर पर पांच सौ, एक हजार, कभी-कभी पंद्रह सौ रुपए लगते थे, परंतु हमारी सरकार ने अब यह शुल्क मात्र 50 से 100 रुपए ही रखा है। अब जेपीएससी इत्यादि प्रतियोगिता परीक्षाओं में चार लाख से अधिक बच्चे शामिल होते हैं।
जन भावना के अनुरूप कार्य कर रही राज्य सरकार
इस अवसर पर खिजरी विधायक श्री राजेश कच्छप ने कहा कि निश्चित तौर पर मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व वाली सरकार प्रत्येक क्षेत्र में प्रतिबद्धता के साथ कार्य कर रही है। जो कार्य 22 साल पहले हो जानी थी, वह कार्य आज किया गया। उन्होंने कहा कि गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग अंतर्गत राज्य विधि विज्ञान प्रयोगशाला, झारखंड हेतु चयनित सहायक निदेशक/वरीय वैज्ञानिक पदाधिकारियों एवं वैज्ञानिक सहायकों की नियुक्ति कई वर्षों पहले ही होनी चाहिए थी परंतु पूर्ववर्ती सरकारों के उदासीनता का परिणाम है कि यह नियुक्ति आज हो रही है।
उन्होंने कहा कि फॉरेंसिक जांच के लिए अब हमें दूसरे राज्यों पर निर्भर नही रहना पड़ेगा। मुख्यमंत्री का सपना है कि झारखंड में सुशासन और पारदर्शी कानून व्यवस्था बना रहे। उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी के समय झारखंड ने दूसरे राज्यों को आईना दिखाने का काम किया है। मुख्यमंत्री ने प्रतिबद्धता के साथ अपने वादों को निभाने का काम किया है। तीव्र गति से सरकारी नियुक्तियां हो रही है। स्थिति अनुकूल रहती तो ये नियुक्तियां आज से डेढ़ वर्ष पहले ही हो गई होती।
जल्द ही कई विभागों में हजारों नियुक्तियां होनी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन के नेतृत्व में वर्तमान सरकार झारखंड की परिस्थिति के अनुसार यहां की जनभावना और जरूरत को पूरा करने के लिए कटिबद्ध है।
अब तेज गति से हो सकेगा फॉरेंसिक जांच का कार्य
इस अवसर पर राज्य के मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि किसी भी प्रकार की क्राइम की जांच के लिए पुलिस के साथ फॉरेंसिक जांच टीम का होना जरूरी होता है। एक्सपर्ट पदाधिकारियों के अभाव में पहले सैंपल जांच के लिए गुजरात भेजे जाते थे। वहां हमारी जांच को प्राथमिकता नहीं मिलती थी। इसी कारण पुलिस की जांच प्रभावित होती थी।
लेकिन अब इससे मुक्ति मिलेगी। नवनियुक्त अधिकारियों के प्रति विश्वास जताते हुए मुख्य सचिव ने कहा कि फॉरेंसिक जांच के लिए आये सभी सैम्पल ससमय पर पूरे होंगे, साथ ही बैकलॉग को क्लियर करने की रणनीति पर भी वह काम करें। इसके लिए उन्होंने गृह विभाग से अनुरोध किया कि 15 दिनों के अंदर एक ओवरटाइम सिस्टम काम करने की रणनीति बनाएं, जिसमें काम करने वाले अधिकारियों को सैलरी के साथ इंटेंसिव भी मिले। ताकि वे उत्साह से काम कर पाये।
गृह विभाग की रिक्तियों को तेज गति से भरा जा रहा है
इस अवसर पर गृह, कारा एवं आपदा विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में नियुक्ति कार्यों में तेजी आई है। उन्होंने कहा कि जेएसएससी और जेपीएससी ने जितनी जल्दी से आज नियुक्ति पत्र पाने वाले अधिकारियों का रिजल्ट दिया है वह अपने आप में माइलस्टोन है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार गृह विभाग में रिक्त पड़े विभिन्न पदों को नियम के तहत जल्द से जल्द भरने की प्रक्रिया शुरू की गई है।
उसी का परिणाम है कि आज कुल 93 अधिकारियों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। मौके पर डीजीपी श्री नीरज सिन्हा ने कहा कि पूर्व में क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम के लिए एक समिति बनी थी। समिति ने सुझाव दिया था कि पुलिस की जांच के साथ एक फॉरेंसिक जांच की भी टीम रहे। राज्य में फॉरेंसिक लैब तो था, परंतु जांच के लिए एक्सपर्ट अधिकारियों की कमी थी। अब अधिकारियों की नियुक्ति होने से इन समस्याओं का निपटारा हो सकेगा।
इस अवसर पर विधायक श्री राजेश कच्छप, मुख्य सचिव श्री सुखदेव सिंह, गृह, कारा एवं आपदा विभाग के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, डीजीपी श्री नीरज सिन्हा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री विनय कुमार चौबे सहित नवनियुक्त पदाधिकारी एवं अन्य लोग उपस्थित थे।
हांगकांग,22 जून(RNS) । हांगकांग का प्रसिद्ध तैरता रेस्तरां दक्षिणी चीन सागर की गहराइयों में समा गया। उसे बांध कर पैरासेल द्वीप के करीब ले जाया गया जहां वह समुद्र में डूब गया। आबेरडीन रेस्ट्रॉन्ट एंटरप्राइजेज ने एक बयान जारी कर बताया कि रेस्तरां विपरीत परिस्थितियों का सामना नहीं कर पाया और उसमें पानी भरने लगा था। हादसे में किसी के घायल होने की खबर नहीं है। रेस्त्रां को बचाने के प्रयास जारी हैं।
जंबो रेस्त्रां जहां डूबा है, वहां गहराई एक हजार मीटर से ज्यादा है, इसलिए बचाव व राहत कार्य में मुश्किल आ रही है। यह रेस्त्रां ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ और हॉलीवुड के सुपरस्टार टॉम क्रूज जैसे तमाम दिग्गजों की मेहमाननवाजी कर चुका है। हांगकांग आने वाले पर्यटकों के लिए यह मुख्य आकर्षण हुआ करता था।
जंबो रेस्टॉरेंट के डुबने की यह घटना उस वक्त हुई, जब 46 साल बाद उसे बोटों द्वारा दूसरी जगह ले जाया जा रहा था। हांगकांग का यह जंबो रेस्टॉरेंट सालों से पर्यटकों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र था। यह 1976 में शुरू हुआ था। इसका कैंटोनीज खाना बेहतरीन माना जाता था।
जंबो रेस्टॉरेंट कोरोना महामारी के बाद से नहीं खुला था। इसे नए सिरे से संवारने के लिए कोई निवेशक आगे नहीं आया।
मालिकों ने इसके पुनरुद्धार के लिए काफी कोशिशें की थीं, लेकिन विफल रहने से उसे हांगकांग के एबरडीन हार्बर से हटाया जा रहा था, तभी यह डूब गया।
इसका संचालन करने वाली एबरडीन रेस्तरां एंटरप्राइजेज के अनुसार इस तैरते रेस्त्रां को चलाने की लागत लगातार बढ़ रही थी। वह लगातार पैसा लगाने में असमर्थ हो गए थे। इसके रखरखाव पर ही हर साल लाखों डॉलर खर्च हो रहे थे।
कंपनी ने कहा कि लगता नहीं है कि यह निकट भविष्य में फिर से शुरू होगा। इस तैरते हुए रेस्टोरेंट को कई नावों की मदद से दूर ले जाया गया है। इसे विदाई देने के लिए सैकड़ों लोग जमा हुए थे।
नई दिल्ली 22 जून (आर एन एस) । केंद्र सरकार के द्वारा रक्षा मंत्रालय में अग्निपथ योजना को लेकर कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने फिर दोहराते हुए कहा कि केंद्र की मोदी सरकार को अग्नीपथ वापस लेना ही होगा। राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कहते हैं कि मैं सच्ची देशभक्ति सेना को मजबूत करने में है लेकिन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नए धोखे से सेना को कमजोर कर रहे हैं।
राहुल गांधी ने कहा कि अग्निपथ योजना देश के युवाओं के लिए और सेना के लिए दोनों ही घातक है और इसे हम लोग कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। चीन की सेना हमारे हिंदुस्तान की धरती पर बैठी है किस बात की फिक्र केंद्र की मोदी सरकार को यह नहीं समझ नहीं आ रही है और अपने मनमर्जी करने के लिए सेना के साथ और देश के युवाओं के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है।
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने दशकों पुरानी रक्षा भर्ती प्रक्रिया में आमूल-चूल परिवर्तन करते हुए तीनों सेनाओं में सैनिकों की भर्ती संबंधी ‘अग्निपथ’ योजना की 14 जून को घोषणा की थी। इसके तहत साढ़े 17 साल से 21 वर्ष आयु तक के युवाओं की चार साल की अल्प अवधि के लिए संविदा आधार पर भर्ती की जाएगी।
इनमें से 25 फीसदी को 15 और वर्षों को लिए सेवा में रखा जाएगा। अन्य को बिना ग्रैज्युटी और पेंशन लाभ के सेवानिवृत्त कर दिया जाएगा। इसके बाद से ही देश भर में हिंसक प्रदर्शन हो रहे हैं।
नई दिल्ली 22 June (Rns): सैन्य मामलों के विभाग के अतिरिक्त सचिव लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि अग्निवीरों की भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि सेना में पारंपरिक रेजीमेंट सिस्टम जारी रहेगा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने यहां मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, “अग्निपथ योजना तीन चीजों को संतुलित करती है- पहली, सशस्त्र बलों की युवा प्रोफाइल, दूसरा, तकनीकी जानकार और सेना में शामिल होने वाले अनुकूलनीय लोग, तीसरा व्यक्ति को भविष्य के लिए तैयार करती है। हमें देश की सुरक्षा के लिए सर्वश्रेष्ठ की जरूरत है।” नई भर्ती योजना अग्निपथ के देश में व्यापक विरोध और आंदोलन के बाद से यह तीनों सेनाओं की दूसरी मीडिया ब्रीफिंग थी।
लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा, “रक्षा सुधारों पर कई समितियां सशस्त्र बलों के लिए युवा प्रोफाइल की सिफारिश करती हैं और अग्निपथ योजना रक्षा बलों में उस बदलाव को लाने में मदद करती है। दुनिया के किसी अन्य देश में भारत के समान जनसांख्यिकीय लाभांश नहीं है। हमारे 50 प्रतिशत युवा 25 वर्ष से कम आयु वर्ग के हैं। सेना को इसका अधिकतम लाभ उठाना चाहिए। हमें इस जनसांख्यिकीय लाभांश को प्रतिबिंबित करना होगा।”
एयर मार्शल एस.के. झा ने कहा, “पहले वर्ष में दो प्रतिशत के साथ आग्नेयास्त्रों को धीरे-धीरे शामिल किया जा रहा है। पांचवें वर्ष में यह संख्या लगभग 6,000 हो जाएगी और 10वें वर्ष में लगभग 9,000-10,000 हो जाएगी। भारतीय वायु सेना में प्रत्येक नामांकन अब केवल ‘अग्निवीर वायु’ के माध्यम से होगा।”
इस बीच, वाइस एडमिरल दिनेश के. त्रिपाठी ने कहा कि भारतीय नौसेना का भर्ती कैलेंडर 25 जून के लिए तय किया गया था, लेकिन यह 22 जून से शुरू होगा। ऑनलाइन पंजीकरण 1 जुलाई से शुरू होगा। वाइस एडमिरल त्रिपाठी ने कहा, “एग्निवर्स के लिए डीजी शिपिंग आदेश के अनुसार, 4 साल के प्रशिक्षण के बाद वे सीधे मर्चेट नेवी में जा सकते हैं।”
नई दिल्ली 22 June (Rns) एनडीए ने राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार में झारखंड की पूर्व राज्यपाल और आदिवासी नेता द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगा दी है। इससे पहले विपक्ष ने पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्हा का नाम फाइनल किया था। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के एनडीए उम्मीदवार के ऐलान के कुछ देर बाद पीएम नरेंद्र मोदी ट्वीट किया कि द्रौपदी मुर्मू देश की एक महान राष्ट्रपति बनेंगी।
इससे पहले भाजपा अध्यक्ष जयप्रकाश नड्डा ने प्रेस कांफ्रेस के जरिए एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार का औपचारिक ऐलान किया। काफी देर तक चले मंथन में पीएम मोदी, अमित शाह समेत कई बड़े नेताओं ने बैठक की थी। जिसमें सर्वसम्मति से द्रौपदी मुर्मू का नाम फाइनल किया गया।
कौन हैं द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू झारखंड की राज्यपाल रह चुकी हैं। आदिवासी नेता कहे जाने वाली मुर्मू ओडिशा की रहने वाली हैं और बीजेडी सरकार में मंत्री रह चुकी हैं। द्रौपदी मुर्मू के नाम पर मुहर लगने के बाद अब एनडीए को चुनाव में बीजू जनता दल का साथ मिलने की संभावना काफी बढ़ गई है।
क्या बोले पीएम मोदी
पीएम मोदी ने एनडीए के राष्ट्रपति उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू के बारे ट्वीट किया। पीएम ने लिखा, “द्रौपदी मुर्मू जी ने अपना जीवन समाज की सेवा और गरीबों, दलितों के साथ-साथ हाशिए के लोगों को सशक्त बनाने के लिए समर्पित किया। उनके पास समृद्ध प्रशासनिक अनुभव है और उनका कार्यकाल उत्कृष्ट रहा है। मुझे विश्वास है कि वह हमारे देश की एक महान राष्ट्रपति होंगी।”
पीएम मोदी ने आगे लिखा, “लाखों लोग, विशेष रूप से वे जिन्होंने गरीबी का अनुभव किया है और कठिनाइयों का सामना किया है, द्रौपदी मुर्मू जी के जीवन से बहुत ताकत मिलती है। नीतिगत मामलों में उनकी समझ और दयालु स्वभाव से हमारे देश को बहुत लाभ होगा।”
जनजातीय गौरव को नए शिखर पर ले जाने वाला काम
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने ट्वीट किया, “आज देश के लिए एक अत्यंत महत्वपूर्ण क्षण है, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व जेपी नड्डा की अध्यक्षता में एनडीए ने राष्ट्रपति पद के लिए श्रीमती द्रौपदी मुर्मू जी की घोषणा की है। ये निर्णय जनजातीय गौरव को नए शिखर पर ले जाने का काम करेगा। इसके लिए मोदी जी का अभिनंदन करता हूं।”
22.06.2022 – टेलीविजऩ के मशहूर सीरियल से घर-घर में अपनी छाप छोडऩे वाली हिना खान बॉलीवुड में करियर बनाने के प्रयास में लगी हुई हैं। कान्स में उन्होंने अपनी अगली फिल्म कंट्री ऑफ ब्लाइंड का पोस्टर जारी करके ये बता दिया कि वो बॉलीवुड पर कमाल करने वाली हैं। लाखों दिलों पर राज करने वाली हिना खान हाल ही में एक अवॉर्ड कार्यक्रम में नजर आई।
वही इसके चलते वो बेहद खूबसूरत लगीं। हिना ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया अकाउंट पर इवेंट लुक की कुछ तस्वीरें साझा की है। जिसे देखकर प्रशंसक अपना दिल हार रहे हैं। इन तस्वीरों में हिना खान ने ब्लैक एंड व्हाइट ड्रेस पहन रखी हैं। ब्लैक गाउन में वो अब तक की सबसे खूबसूरत लुक में नजर आ रही हैं।
हिना खान ने ग्लिटरी मेकअप किया था जिससे शाम को और भी वो खूबसूरत बना सकें। गले में चोकर आकर्षक का केंद्र था।हिना खान की फोटोज से प्रशंसकों की नजर नहीं हट रही हैं। स्टनिंग, फायर, हॉट जैसे कमेंट की लाइन लगी हुई हैं। कुछ लोग उनकी आंखों की प्रशंसा भी करते नजर आ रहे हैं। बता दें कि इस वर्ष हिना खान ने फिर से इंटरनेशनल इवेंट कान्स फिल्म फेस्टिवल में अपने फैशनेबल लुक से जलवा बिखेरा।
हालांकि उन्हें भारतीय पवेलियन में हिस्सा नहीं मिलने के कारण थोड़ा दुख हुआ था। वही फिलहाल इंटरनेट पर हिना की ये तस्वीरें छाई हुई है। (एजेंसी)
22.06.2022 – केट शर्मा का सोशल मीडिया भले ही उनके बिकनी शूट और सेक्सी कपड़ों में आत्मविश्वास के लिए तारीफों और तारीफों के साथ धमाका कर रहा हो, लेकिन उनके लिए एक टिप्पणी सामने आई है। अपनी बेटी को इतने नाजुक दृश्यों और शूटिंग में देखने के बारे में अभिनेत्री की मां का कुछ और ही कहना था।
केट ने हमारे साथ साझा किया कि उनकी पहली बिकनी पोस्ट देखकर उनकी मां ने कैसे प्रतिक्रिया दी, ज्यादातर माताओं की तरह, मेरी माँ भी थोड़ी पारंपरिक हैं और मेरी पहली बिकनी पोस्ट को देखकर, उनकी प्रतिक्रिया वास्तव में काफी मजेदार थी। उन्होंने मुझे डांटा। मैं वास्तव में फोन के माध्यम से गर्मी महसूस कर सकती थी।
माँ रिश्तेदारों के बारे में सोचती थीं कि वे क्या सोचेंगे और कैसे प्रतिक्रिया देंगे, लेकिन मैं उनके साथ बैठ गई और शांति से उन्हें फैशन के बारे में समझाया कि उद्योग और कला और दुनिया कैसे विकसित हुई है। मैंने उन्हें समझाया कि यह सिर्फ पहनावा नहीं है बल्कि यह महिलाओं को कई अलग-अलग तरीकों से सशक्त बनाता है।
हर चीज के दो पहलू होते हैं इसलिए मैंने उनसे कहा कि इसे शक्तिशाली, शानदार और सुंदर के रूप में लें। लेकिन इसके अलावा, मेरी मां ने मेरे सपनों को पूरा करने और एक मॉडल और अभिनेत्री बनने में मेरा काफी साथ दिया है।
यह वास्तव में हमारे माता-पिता की प्रार्थना है जो हमें सफलता की ओर ले जाती है। केट ने इंस्टाग्राम पर रील में फोन के जरिए अपनी मां के चिल्लाने का एक मजेदार वर्जन भी पोस्ट किया है और यह वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है (एजेंसी)
22.06.2022 – बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों खुद को संवार लेते हैं, लेकिन जब बात कुत्तों की आती है तो उनके लिए खुद को संवारना मुश्किल होता है। हालांकि, कुत्ते खुद को साफ रखने के लिए कई तरह की कोशिश करते हैं, लेकिन उसमें पूरी तरह से सफल नहीं हो पाते। अगर आपने कोई कुत्ता पाल रखा है तो आइए आज हम आपको कुछ ऐसी ग्रूमिंग टिप्स बताते हैं, जिन्हें अपनाकर आप उसे साफ और स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।
कुत्ते को रोजाना नहलाने से बचेंअपने कुत्ते को नहलाने के लिए सबसे पहले एक मग गुनगुना पानी अपने कुत्ते पर डालकर उस पर हल्के हाथों से माइल्ड शैंपू लगाएं, फिर उसे सावधानीपूर्वक गुनगुने पानी से नहालकर तौलिये से पोंछे। किसी भी कुत्ते को नहलाने की आवृत्ति उसकी नस्ल पर निर्भर करती है, लेकिन अधिकांश कुत्तों को महीने में एक-दो बार नहलाना चाहिए। इसके अतिरिक्त, समय-समय पर अपने कुत्ते के फर को अच्छी तरह से ब्रश करें ताकि उनमें पिस्सू जैसे कीड़े न हो।
दांतों के स्वास्थ्य पर दें ध्यानइंसानों की तरह ही कुत्तों के मुंह का स्वच्छ होना जरूरी है, इसलिए अपने कुत्ते के दांतों को नियमित रूप से ब्रश करें। दरअसल, बैक्टीरिया उनके दांतों के स्वास्थ्य को प्रभावित करने का कारण बन सकते हैं, जिससे उन्हें कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। द अमेरिकन सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स के मुताबिक, सप्ताह में दो-तीन बार कुत्तों को टूथब्रश कराने की सलाह देती है।
समय-समय पर करें ट्रिमिंगजब बात ट्रिमिंग की आती है तो इसमें आपके कुत्ते के फर और नाखून दोनों शामिल होते हैं। हालांकि, ट्रिम करते समय अतिरिक्त सावधानी बरतें क्योंकि उस दौरान आप एक तेज उपकरण का इस्तेमाल कर रहे होते हैं और आपका कुत्ता आपकी पकड़ से बाहर निकलने की कोशिश कर सकता है, जिसके कारण उसे या फिर आपको चोट लगने का खतरा हो सकता है। इसलिए धीरज और सावधानी से यह कार्य करें या फिर उसे डॉग सैलून लेकर जाएं।
अपने कुत्ते के कानों पर रखें नजरजब आप अपने कुत्ते पर ब्रश करें या फिर उसे नहलाएं तो उसके कानों की जांच करें। दरअसल, कुत्ते के कान में कोई संक्रमण होता है और उसका समय पर इलाज नहीं किया जाता है तो वे दर्दनाक और परेशान करने वाला हो सकता है।
इसलिए अगर कभी आपके कुत्ते के कान से अजीब सी गंध आए या वह अपने कान को बार-बार छूएं तो समझ जाए कि उसे संक्रमण है, ऐसे में उसे पशु चिकित्सक के पास ले जाएं। (एजेंसी)
22.06.2022 – गैस बनने की समस्या तब होती है, जब गले और पेट को जोडऩे वाली एक प्रकार की नली कमजोर हो जाती है और इससे पेट में मौजूद एसिड ऊपर की ओर आ जाता है। यह एक सामान्य शारीरिक समस्या है और इससे डॉक्टरी इलाज की मदद से राहत पाई जा सकती है। वहीं, कुछ हर्बल चाय भी आपको इससे राहत दिला सकती हैं।
आइए आज हम आपको कुछ ऐसी चाय के बारे में बताते हैं। पुदीने की चायपुदीने की चाय का सेवन गैस के प्रभाव को कम करने में मदद कर सकता है। इस चाय को बनाने के लिए पहले एक पैन में दो कप पानी उबालें, फिर इसमें 10 से 15 पुदीने की पत्तियां डालें और पानी को थोड़ी देर तक उबालें। कुछ सेकंड बाद गैस बंद करके पानी को ढक दें, फिर कुछ मिनट बाद इस चाय को छानकर इसका सेवन करें।
आप चाहें तो इस चाय में भी स्वादानुसार शहद मिला सकते हैं। अदरक की चायअदरक की चाय में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण मौजूद होते हैं, जो सूजन को कम करने समेत गैस से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में दो से तीन कप पानी और थोड़ा सा कदूकस किया हुआ अदरक डालें। इसके बाद कुछ मिनट तक पानी को उबलाकर गैस बंद कर दें।
अब इस चाय को छानकर एक कप में डालें, फिर इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर पिएं। कैमोमाइल टीकैमोमाइल टी का सेवन भी गैस से राहत दिलाकर पाचन को स्वस्थ रखने में मदद कर सकता है। इस चाय को बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में एक गिलास पानी और एक चौथाई कप सूखे कैमोमाइल के फूल डालकर उबालें और जब पानी आधा हो जाए तो गैस बंद करके चाय को छानकर कप में डालें।
इसके बाद चाय में स्वादानुसार शहद मिलाकर इसका सेवन करें। सौंफ की चायइस चाय का सेवन भी गैस की समस्या से राहत दिलाने में सहायक है। सौंफ की चाय बनाने के लिए सबसे पहले एक पैन में एक कप पानी गर्म करें, फिर उसमें एक छोटी चम्मच सौंफ डालकर पानी को एक उबाला दिलाएं।
इसके बाद इसमें एक छोटी चम्मच चायपत्ती डालें और चाय अच्छे से कड़ जाए तो गैस बंद कर दें। अब इस चाय को छानकर एक कप में डालें, फिर इसमें स्वादानुसार शहद मिलाकर पिएं। (एजेंसी)
वीडियो गेम खेलना धीरे-धीरे लत बन जाती है। उसके बाद संबंधित बच्चा खेल के बारे में नहीं सोचना चाहे, तब भी वह अपने-आप को रोकने में सक्षम नहीं होता। हिंसा से भरपूर वीडियो गेम्स खेलने वाले लोग निष्ठुर हो जाते हैं।
हाल की दो घटनाओं ने आम जन मानस को झकझोर रखा है। इन दोनों का संबंध मोबाइल गेम्स की बढ़ती लत से है। इनमें से एक घटना में 16 साल के एक लड़के पर अपनी ही मां की हत्या का आरोप लगा। बताया जाता है कि मां बेटे को मोबाइल गेम खेलने से मना करती थी। उधर दूसरी घटना में इसी वजह से बेटे ने खुदकुशी कर ली।
इन घटनाओं ने मोबाइल्स गेम्स के कारण परिवारों में खड़ी समस्याओं को फिर से हमारे सामने ला दिया है। ऐसी मुश्किलों से दुनिया भर के मध्यवर्गीय परिवार जूझ रहे हैँ। कुछ समय पहले ऑस्ट्रेलियाई नेशनल यूनिवर्सिटी में हुए शोध में इस बात के ठोस सबूत जुटाए गए थे कि वीडियो गेम खेलना धीरे-धीरे लत (एडिक्शन) बन जाती है।
उसके बाद हाल यह हो जाता है कि संबंधित बच्चा खेल के बारे में नहीं भी सोचना चाहे तब भी वह अपने-आप को रोकने में सक्षम नहीं होता। कुछ दूसरे जानकारों का भी कहना है कि हिंसा से भरपूर वीडियो गेम्स खेलने वाले लोग निष्ठुर हो जाते हैं। उन्हें हिंसक चित्र देख कर कोई खास फर्क नहीं पड़ता। ऐसे लोग तनाव से मुक्ति पाने के लिए वीडियो गेम का सहारा लेते हैं और अपराध करने की जगह अपना गुस्सा ऑनलाइन या वीडियो गेम पर उतारने लगते हैं।
भारत में पिछले साल राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग से अभिभावकों ने शिकायत की थी कि ऑनलाइन गेमिंग साइट्स बच्चों में जुआ, सट्टेबाजी और शोषण की प्रवृत्ति को बढ़ावा दे रही हैं। जब कोरोना महामारी के दौरान बच्चों की पढ़ाई डिजिटल रूप से होने लगी थी, तो कई बार बच्चे मोबाइल लेकर पढ़ाई के नाम पर ऑनलाइन गेम भी खेलने लगे।
आयोग ने गेमिंग साइट्स से बच्चों के भ्रमित होने से रोकने के लिए दिशा-निर्देशों के बारे में पूछा था। साथ ही आयोग ने सवाल किया कि उनकी साइट्स पर बाल अधिकारों के हनन को रोकने के लिए क्या कदम उठाए जाते हैं। लेकिन संभवत: बात वहीं ठहर गई। लेकिन हाल की घटनाओं ने यह साफ कर दिया है कि इस समस्या पर अब अधिक गंभीर रुख अपनाए जाने की जरूरत है।
आरकेएस भदौरिया – अग्निपथ आज के वक्त की जरूरत. अग्निवीर योजना राष्ट्रीय रक्षा की यात्रा में एक नए युग की शुरुआत है जिसका सीधा असर रक्षा बलों के साथ-साथ राष्ट्र के युवाओं पर पड़ेगा। ये दोनों ही राष्ट्र के दो अभिन्न स्तंभ हैं। रक्षा मंत्रालय द्वारा एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान जब इस योजना की घोषणा हुई तो माननीय रक्षा मंत्री इसकी अध्यक्षता कर रहे थे और मंच को तीनों सेना प्रमुखों द्वारा साझा किया गया था। इस योजना पर समाज के विभिन्न वर्गों ने अपने विचारों,आख्यानों, अलग-अलग संदर्भो में अपनी आशंकाओं के साथ-साथ कई पक्ष-विपक्ष के पहलुओं को भी उजागर किया है।
हमेशा विकास करती दुनिया में, परिवर्तन ही एकमात्र पहलू हैं जो निरंतर है। साथ ही, परिवर्तन का प्रतिरोध मानव स्वभाव का एक अभिन्न हिस्सा है जिसे ध्यान में रखने की आवश्यकता है। आगे बढऩे से पहले आइए योजना की व्यापक रूपरेखा पर एक नजर डालते हैं।
सरकारी घोषणाओं के अनुसार अग्निवीर योजना तीनों सेनाओं (नौसेना, थल सेना और वायु सेना) में ऑफिसर्स रैंक से नीचे सिपाही(पीबीओआर) श्रेणी में सभी भर्तियों के लिए नया भर्ती मार्ग होगा।
17.5 वर्ष से 21 वर्ष के आयु वर्ग के योग्य उम्मीदवारों की भर्ती 4 वर्ष की निश्चित अवधि के लिए की जाएगी। चार साल के बाद, सभी अग्निवीरों को अपने संबंधित बलों में नियमित रूप से शामिल होने के लिए आवेदन करने का विकल्प दिया जाएगा। हालांकि,नियमित तौर पर केवल 25 प्रतिशत अग्निवीरों को ही शामिल किया जाएगा।
सबसे पहले,आइए रक्षा सेवाओं पर योजना के संभावित प्रभाव पर विचार करें क्योंकि अग्निवीरों के उपयोग और इससे सेवाओं की परिचालन क्षमता और युद्ध क्षमता पर इसके प्रभाव पर सवाल उठाए गए हैं। भारतीय वायुसेना एक प्रौद्योगिकी-केंद्रित आधुनिक वायु सेना है जिसमें सभी लड़ाकू प्लेटफार्मों, उपकरणों के साथ-साथ एक नेटवर्क वातावरण में काम करने वाली हथियार प्रणालियां हैं। भारतीय वायुसेना को समकालीन प्रौद्योगिकी ज्ञान के साथ युवा और अनुकूलनीय लोगों की आवश्यकता है ताकि उन्हें कम से कम समय में उभरती प्रौद्योगिकियों में प्रशिक्षित किया जा सके।
इसके अलावा, जैसे-जैसे उभरती प्रौद्योगिकियां बेहद जल्दी आउटडेटेड भी हो रही हैं और हर गुजरते दिन के साथ इनका दायरा सिकुड़ जाता है, ऐसे में छोटी अवधि के लिए लगातार इंडक्शन लंबी प्रतिबद्धताओं के साथ इंडक्शन की तुलना में अधिक तार्किक हैं। एक छोटी चार साल की अवधि के बाद उम्मीदवारों के साथ-साथ सर्विसेज को भी निर्णय लेने का विकल्प देती है। पूर्ववर्ती व्यवस्था में ऐसा कोई विकल्प उपलब्ध नहीं था।
नतीजन, एक ओर युवाओं का एक वर्ग 15-20 साल की न्यूनतम प्रतिबद्धता के कारण सर्विसेज में शामिल होने के विकल्प का उपयोग करने से आशंकित था, और दूसरी ओर, सर्विसेज को उभरती प्रौद्योगिकियों में वरिष्ठ /उम्रदराज लोगों को फिर से कौशल देने में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा था। युवा लोगों को बार-बार शामिल करना और लड़ाकों की औसत आयु में कमी सर्विसेज के लिए अच्छी होगी।
सैनिकों की औसत आयु में कमी, जिन्हें आमतौर पर भारतीय वायुसेना में वायु योद्धा कहा जाता है, सर्विसेज के लिए एक बड़ा लाभ होगा। वास्तव में, प्रशिक्षण की अवधि, पैटर्न और साथ ही मौजूदा प्रणाली की तुलना में अग्निवीरों के पोस्टिंग प्रोफाइल में बदलाव करने की आवश्यकता होगी।
रक्षा सेवाएं राष्ट्रीय सुरक्षा के अंतिम गढ़ हैं और किसी को भी सेना प्रमुखों की दृष्टि और योजना पर कोई संदेह नहीं होना चाहिए। सर्विसेज ने अब तक नई योजना के सभी आयामों पर विचार-विमर्श किया होगा जिसमें प्रशिक्षण पैटर्न और परिचालन उपयोग शामिल हैं। किसी भी स्तर पर किसी प्रकार की शिथिलता नहीं बरती जाएगी। भारत के सभी नागरिकों को निश्चिंत होना चाहिए कि रक्षा बल हर बार और हर पहलू में खुद को साबित करेंगे जब भी उन्हें ऐसा करने के लिए कहा जाएगा।
अन्य प्राथमिक हितधारक देश के युवा हैं। आइए युवाओं की आकांक्षाओं के साथ-साथ रुचियों पर भी विचार करें। सरकार द्वारा घोषित वित्तीय पैकेज 10वीं या 12वीं पास युवा वयस्कों के लिए सर्वोत्तम कॉरपोरेट्स की पेशकश की तुलना में बहुत अधिक है। नई भर्ती के लिए 30,000 रुपए प्रति माह और इसके अतिरिक्त 9000 रुपए प्रति माह सरकार द्वारा उनकी सेवा निधि के लिए योगदान दिया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, हर साल वेतन में लगभग 10 प्रतिशत की वृद्धि होगी। यह रेखांकित करना उचित है कि बोर्डिंग, लॉजिंग, चिकित्सा सुविधाओं आदि अधिकांश दैनिक आवश्यकताओं की देखभाल सर्विसेज द्वारा की जाती है, इसलिए अग्निवीर को इन पहलुओं पर कोई पैसा खर्च करने की आवश्यकता नहीं होगी। चूंकि आय का बहुत कम हिस्सा जीवन यापन की लागत की ओर जा रहा होगा, इसलिए वेतन के अधिकांश हिस्से को बचाया जा सकता है। साथ ही चार साल पूरे होने पर प्रत्येक अग्निवीर को 11 लाख रुपये से अधिक की राशि उसके सेवा निधी खाते के मैच्योर होने पर मिलेगी।
आर्थिक लाभ के अलावा, यह योजना युवाओं की अन्य आकांक्षाओं को भी पूरा करेगी जिसमें गर्व, स्वाभिमान और कौशल विकास के साथ-साथ नई एनईपी 2020 के अनुरूप शैक्षिक योग्यताएं शामिल हैं। जैसा कि शिक्षा मंत्रालय द्वारा पहले ही एनईपी 2020 ला चुका है, यूजीसी और इग्नू इसके जरिए अग्निवीरों के लिए उनकी शैक्षिक योग्यता को उन्नत करने की व्यवस्था और विकल्प तैयार करेंगे।
इससे उन लोगों की दूसरी पारी सुगम बनेगी जो सर्विसेज द्वारा नियमित नियुक्ति प्रक्रिया से बाहर हो जाएंगे। केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बलों में इन युवा और कुशल नागरिकों को शामिल करने के लिए गृह मंत्रालय पहले से ही एक योजना शुरू करने की प्रक्रिया में है। उनके पास सरकारी क्षेत्र, उद्योग, आईटी क्षेत्र के साथ-साथ कॉर्पोरेट जगत में एक अच्छी नौकरी की तलाश करने या अपनी सेवा निधि का उपयोग करके अपना खुद का उद्यम शुरू करने के विकल्प भी होंगे।
आखिर में अग्निपथ योजना का राष्ट्र निर्माण में अभूतपूर्व योगदान रहेगा। अनुशासन, ईमानदारी, जोश, एस्प्रिट डी कोर, स्वयं से पहले सेवा, युवा और प्रभावशाली दिमाग में राष्ट्र-प्रथम दृष्टिकोण के गुणों का समावेश कई मायनों में राष्ट्र निर्माण के लिए एक महत्वपूर्ण गेम चेंजर होगा।
मेरी राय में, यह योजना सेवाओं के साथ-साथ राष्ट्र के युवाओं के लिए एक जीत की स्थिति है और उच्च स्तर पर राष्ट्र निर्माण में इसका योगदान अभूतपूर्व होगा।
मेष: आउटडोर खेल आपको आकर्षित करेंगे। ध्यान और योग आपको फ़ायदा पहुंचाएंगे। आज आप काफ़ी पैसे कमा सकते हैं। दोस्तों के साथ घूमना-फिरना मज़ेदार रहेगा। अपने प्रिय की भावनाओं को समझें। आपके आत्मविश्वास में वृद्धि हो रही है।
वृष: शारीरिक व्यायाम और वजऩ घटाने की कोशिशें आपके रूप-रंग को निखारने में फ़ायदेमंद साबित होंगी। आपके पास आज पैसा भी पर्याप्त मात्रा में होगा और इसके साथ ही मन में शांति भी होगी। आज नई शुरू की परियोजनाएं उम्मीद के मुताबिक़ परिणाम नहीं देंगी।
मिथुन: कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों का दबाव और घर में अनबन के चलते आपको तनाव का सामना करना पड़ सकता है। विवाद को ज़्यादा तूल देने की बजाय उसे दोस्ताना तरीक़े से हल करने की कोशिश करें। रोमांस के लिए बढ़ाए गए क़दम असर नहीं दिखाएंगे। आज कार्यक्षेत्र में आपके किसी पुराने काम की तारीफ हो सकती है।
कर्क: स्वास्थ्य के लिहाज़ से बहुत अच्छा दिन है। आपकी खुशमिज़ाजी ही आपके आत्मविश्वास में बढ़ोतरी करेगी। आज मुमकिन है कि आपको धन से जुड़ी कोई समस्या हो। आपका आत्मविश्वास आपकी पेशेवर जि़ंदगी में ख़ास असर छोड़ेगा।
सिंह: दौड़-भाग भरा दिन आपको तुनकमिज़ाज बना सकता है। आज धन आपके हाथ में नहीं टिकेगा, आपको धन संचय करने में आज बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। आपका जीवनसाथी आपकी सहायता करेगा और मददगार साबित होगा।
कन्या: आपको कामकाम के मोर्चे पर धक्का लग सकता है, क्योंकि आपकी सेहत आपके साथ नहीं है। अगर आप छात्र हैं और विदेशों में जाकर पढ़ाई करना चाहते हैं, तो घर की आर्थिक तंगी आज आपके माथे पर शिकन ला सकती है। आपको अपनी भावनाओं को नियंत्रित करने में कठिनाई होगी।
तुला: आपका मनमौजी बर्ताव सेहत के लिए परेशानी खड़ी कर सकता है। विदेशों में पड़ी आपकी जमीन आज अच्छे दामों में बिक सकती है। आपके काम की गुणवत्ता देखकर आपके वरिष्ठ आपसे प्रभावित होंगे। एक बढिय़ा जीवनसाथी के साथ जीवन वाक़ई अद्भुत लगता है।
वृश्चिक: बहुत ज़्यादा चिंता करना मानसिक शांति को बर्बाद कर सकता है। इससे बचें, क्योंकि जऱा-सी चिंता और मानसिक तनाव भी शरीर पर खऱाब असर डालते हैं। आज यार दोस्तों के साथ पार्टी में आप खूब पैसे लुटा सकते हैं, लेकिन इसके बावजूद आपका आर्थिक पक्ष आज मजबूत रहेगा। कोई आपको सराहेगा।
धनु: आपका प्रबल आत्मविश्वास और आज के दिन का आसान कामकाज मिलकर आपको आराम के लिए काफ़ी वक्त देंगे। आज आपको किसी अज्ञात स्रोत से पैसा प्राप्त हो सकता है। दोस्तों के साथ शाम बिताना या खऱीदारी करना मज़ेदार और रोमांचक रहेगा। नए प्रस्ताव आकर्षक होंगे, लेकिन जल्दबाज़ी में निर्णय लेना समझदारी का काम नहीं है।
मकर: पुरानी परियोजनाओं की सफलता आत्मविश्वास में वृद्धि करेगी। परिवार के सदस्यों के साथ थोड़ी दिक्कत होगी, लेकिन इस वजह से अपनी मानसिक शांति भंग न होने दें। प्यार का बुख़ार आपके सर पर चढऩे के लिए तैयार है। इसका अनुभव कीजिए।
कुंभ: आपका तेज़ काम आपको प्रेरित करेगा। सफलता हासिल करने के लिए समय के साथ अपने विचारों में बदलाव लाएं। इससे आपका दृष्टिकोण व्यापक होगा। आपको बेवजह पैसा खर्च करने से खुद को रोकना चाहिए। प्यार-मोहब्बत की नज़रिए से बेहतरीन दिन है।
मीन: पेचीदा हालात में फंसने पर घबराएं नहीं। अपना मूड बदलने के लिए किसी सामाजिक आयोजन में शिरकत करें। आज आप अपने घर के वरिष्ठजनों से पैसे की बचत करने को लेकर कोई सलाह ले सकते हैं। बिना किसी को बताए आज आप
अकेले वक्त बिताने घर से बाहर जा सकते हैं।
नई दिल्ली 21 June (Rns) आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर लोगों को शुभकामनाएं दी हैं। योग दिवस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए कल वह कर्नाटक पहुंचे। आज उन्होंने 15 हजार लोगों के साथ योग किया। पीएम मोदी प्रतिष्ठित लिंगायत समुदाय के गुरुकुल सुत्तूर मठ भी जाएंगे।
राज्यपाल थावरचंद गहलोत, मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई, वरिष्ठ भाजपा नेता बी एस येदियुरप्पा और पार्टी की प्रदेश ईकाई के प्रमुख नलिन कुमार कतील ने यहां येलहांका वायुसेना अड्डे पर प्रधानमंत्री मोदी की अगवानी की थी।
भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने नोएडा स्टेडियम में सैकड़ों लोगों के साथ योग किया। इसके साथ ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने त्यागराज स्टेडियम में लोगों के साथ योग किया।
पीएम मोदी ने लोगों की दी योग दिवस की शुभकामनाएं
देश और विश्व भर के सभी लोगों को 8वें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं। आज योग दिवस के अवसर पर मैं कर्नाटक की सांस्कृतिक राजधानी, आध्यात्म और योग की धरती मैसूरु को प्रणाम करता हूं।
नई दिल्ली 21 June (Rns) आज अंतरराष्ट्रीय योग दिवस है। इस अवसर में दुनिया भर में योग शिविरों का आयोजन किया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आठवें योग दिवस पर देश व दुनिया के लोगों को बधाई दी और कहा कि योग समाज, राष्ट्र और विश्व के साथ ही पूरे ब्रह्मांड में शांति लाता है। ऐतिहासिक मैसुरु पैलेस परिसर में इस वर्ष आयोजित अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के मुख्य कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मोदी ने यह बात कही। इसके बाद उन्होंने यहां उपस्थित हजारों लोगों के साथ योगाभ्यास भी किया।
अंतरराष्ट्रीय योग दिवस की शुरुआत 2015 में हुई थी। हर वर्ष 21 जून को दुनिया भर में इसे मनाया जाता है। इस वर्ष के योग दिवस का विषय मानवता के लिए योग है। पीएम मोदी ने कहा, ”पूरे ब्रह्मांड की शुरुआत हमारे अपने शरीर और आत्मा से होती है। ब्रह्मांड की शुरुआत हमसे ही होती है। योग शरीर की हर चीज के प्रति जागरूक बनाता है और जागरूकता का एक भाव पैदा करता है। योग हमारे लिए शांति लाता है। योग से शांति केवल लोगों को नहीं मिलती, योग हमारे समाज में भी शांति लाता है। योग हमारे राष्ट्रों और विश्व में शांति लाता है और योग हमारे ब्रह्मांड में शांति लाता है।”
योग मानवता को भारत का उपहार: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि योग मानवता को भारत का उपहार है और यह स्वास्थ्य व कुशलक्षेम के लिए एक समग्र दृष्टिकोण है, जो तन, मन तथा आत्मा को संतुलित करता है। उन्होंने सभी से योग को अपने दैनिक जीवन का हिस्सा बनाने और इसके लाभ का अनुभव करने के लिए भी कहा। राष्ट्रपति भवन ने अन्य लोगों के साथ योगाभ्यास करते हुए राष्ट्रपति की तस्वीरें भी ट्विटर पर साझा की।
केजरीवाल ने सैकड़ों दिल्ली वासियों के साथ किया योगाभ्यास
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने योग दिवस के अवसर पर त्यागराज स्टेडियम में सैकड़ों लोगों के साथ योगाभ्यास किया। उन्होंने लोगों से हर दिन योग और प्राणायाम करने का संकल्प करने की अपील की। केजरीवाल ने इस कार्यक्रम में दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और ‘दिल्ली की योगशाला’ के सदस्यों के साथ हिस्सा लिया। उन्होंने सिलसिलेवार ट्वीट कर बताया कि दिल्ली सरकार ने मुफ्त योग कक्षाओं की व्यवस्था की है, साथ ही लोगों से स्वस्थ जीवन जीने के लिए योगाभ्यास करने का आग्रह किया। दिल्ली सरकार ‘दिल्ली की योगशाला’ कार्यक्रम के तहत योग करने को इच्छुक 20-25 लोगों के समूहों को एक प्रशिक्षक मुहैया कराती है।
हिमवीरों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर किया योग
अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के जवानों ने लद्दाख, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, सिक्किम और अरुणाचल प्रदेश सहित भारत-चीन सीमाओं पर विभिन्न उच्च ऊंचाई वाले हिमालय पर्वतों पर योग किया। ITBP के हिमवीरों ने 16,000 फीट की ऊंचाई पर योग अभ्यास किया। असम में 33 बटालियन आईटीबीपी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर गुवाहाटी में योग अभ्यास किया। सिक्किम में आईटीबीपी के जवानों ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर योग अभ्यास किया।
योग का विचार अब दुनिया भर में पहुंचा: हरदीप पुरी
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने कहा कि हमारी 5000 साल पुरानी सभ्यता है। योग का विचार अब दुनिया भर में पहुंच गया है। ये जीवन का उत्सव है। हमने यहां 12,000 लोगों के लिए योग कार्यक्रम का आयोजन किया। ये अनुभव अद्वितीय था। वहीं, अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने परमार्थ निकेतन में योगाभ्यास कार्यक्रम में हिस्सा लिया।
सीएम जयराम ठाकुर ने रिज मैदान में किया योग
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने शिमला में 8वें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर रिज मैदान में योग कार्यक्रम में भाग लिया। उन्होंने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर मैं सभी प्रदेश वासियों को बधाई देता हूं। हमारे लिए ये सौभाग्य की बात है कि हमारे ऋषियों ने योग के माध्यम से भारत की संस्कृति को विश्व भर में पहुंचाने के लिए बहुत बड़ा योगदान दिया है।
एस जयशंकर बोले- दुनिया को जोड़ रहा योग
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, “योग दुनिया को जोड़ती है। जो लोग योग करते हैं, उनके मन में शांति की भावना होती है। यहां योग करने के लिए कूटनीति से जुड़े हुए लोग और विश्वविद्यालयों से छात्र आए हैं। यह बहुत खुशी की बात है। यह शांति के पक्ष में एक भावना है, जिसे हम प्रकट कर रहे हैं।”
नई दिल्ली 21 June (Rns) अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर भारत सहित पूरी दुनिया में अलग-अलग स्थानों पर लोग योग कर रहे हैं। पीएम मोदी मैसूर में तो वहीं हरिद्वार स्थित पंताजलि योगपीठ में योग गुरु बाबा रामदेव योग कर रहे हैं। इसी बीच आईटीबीपी के जवानों ने देश के दुर्गम हिस्सों में योग किया। आईटीबीपी के हिमवीरों की शानदार तस्वीरें देश के अलग-अलग हिस्सों से आई हैं।
दरअसल, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीर आठवें अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर सिक्किम स्थित 17 हजार फीट बर्फ की स्थिति में योग का अभ्यास करते नजर आए। वहीं ये हिमवीर उत्तराखंड में भी 16 हजार फीट की ऊंचाई पर योग का अभ्यास करते नजर आए। इसके अलावा उन्होंने हिमाचल प्रदेश में 16500 फीट की ऊंचाई पर भी योग का अभ्यास किया।
लद्दाख में भी 17 हजार फीट की ऊंचाई पर भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के हिमवीरों ने योग किया।
इस अवसर पर पीएम मोदी ने देश के लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि योग निरोग जीवन को विश्वास दे रहा है और घर-घर में योग का प्रसार हो रहा है। साथ ही बोले योग वैश्विक पर्व बन गया है।
बता दें कि कोरोना महामारी के चलते साल 2020 और 2021 में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस सार्वजनिक तौर पर नहीं मनाया गया था। इस तरह वर्ष 2019 के बाद इस साल सार्वजनिक तौर पर योग दिवस मनाया जा रहा है।