अकाली दल के दोहरे संविधान विवाद मामले में बादल को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट

नई दिल्ली 28 April, (एजेंसी): सर्वोच्च न्यायालय ने शुक्रवार को शिरोमणि अकाली दल (शिअद) के दोहरे संविधान को लेकर पार्टी के दिवंगत संरक्षक प्रकाश सिंह बादल और उनके बेटे सुखबीर सिंह बादल के खिलाफ चल रहे विवाद के संबंध में धोखाधड़ी और जालसाजी की कार्यवाही को रद्द कर दिया। पांच बार पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री रहे प्रकाश सिंह बादल का मंगलवार को मोहाली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। वह 95 वर्ष के थे।

सुप्रीम कोर्ट ने 11 अप्रैल को बादलों और दलजीत सिंह चीमा की उस याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया था, जिसमें पंजाब के होशियारपुर कोर्ट में उनके खिलाफ दर्ज जालसाजी और धोखाधड़ी के कथित मामले में लंबित कार्यवाही को चुनौती दी गई थी।

फैसला सुनाते हुए, न्यायमूर्ति एम.आर. शाह की अगुवाई वाली पीठ ने कहा, कोई सामग्री नहीं बनी, आपराधिक कार्यवाही रद्द कर दी गई, हमने सम्मन आदेश को रद्द कर दिया।

होशियारपुर निवासी बलवंत सिंह खेड़ा द्वारा दायर शिकायत के संबंध में बादल और चीमा द्वारा याचिका दायर की गई थी।

2009 में, खेड़ा ने अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष एक आपराधिक शिकायत दर्ज की थी।

शिकायत में एसएडी पर राजनीतिक दल के रूप में मान्यता प्राप्त करने के लिए दो अलग-अलग संविधान, यानी एक गुरुद्वारा चुनाव आयोग (जीईसी) और दूसरा चुनाव आयोग (ईसीआई) के पास जमा करने का आरोप लगाया गया था।

वरिष्ठ अधिवक्ता के.वी. विश्वनाथन और आर.एस. चीमा बादलों की ओर से और वकील संदीप कपूर चीमा की ओर से पेश हुए।

याचिकाएं करंजावाला एंड कंपनी द्वारा दायर की गई थीं और ब्रीफ का नेतृत्व नंदिनी गोरे और संदीप कपूर और अन्य ने किया था। बलवंत सिंह खेड़ा की ओर से अधिवक्ता प्रशांत भूषण पेश हुए।

शीर्ष अदालत ने कहा कि प्रथमदृष्टया जालसाजी, धोखाधड़ी आदि का मामला नहीं बनता है।

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अभी तक तीनों धामों में 95,617 श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन

उत्तरकाशी 27 अपै्रल,(एजेंसी)। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा शुरू हो चुकी है। गुरुवार को बदरीनाथ धाम के कपाट भी खुल गए। यमुनोत्री, गंगोत्री के कपाट 22 अप्रैल को और केदारनाथ के कपाट 25 अप्रैल को खुल गए थे।

अभी तक तीनों धामों में 95,617 यात्री पहुंच चुके हैं। केदारनाथ में मात्र 2 दिन में 31,827 यात्री बाबा के दर्शन कर चुके हैं। यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में 63,790 श्रद्धालु मत्था टेक चुके हैं। अभी तक 31,647 यात्री यमुनोत्री धाम पहुंच चुके हैं। जिसमें 16765 पुरुष, 14179 महिलाएं और 703 बच्चे शामिल हैं।

गंगोत्री धाम में 32,143 श्रद्धालु दर्शन कर चुके हैं। जिसमें 17,523 पुरुष, 13,705 महिलाएं और 915 बच्चे शामिल हैं।

मौसम की बात करें तो गंगोत्री धाम क्षेत्र में हल्की बूंदाबांदी हो रही है। उधर, यमुनोत्री धाम क्षेत्र के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी हो रही है।
केदारनाथ धाम के कपाट 25 अप्रैल को खुलने के बाद 13,492 यात्रियों ने बाबा केदार के दर्शन किए।

जिसमें 8612 पुरुष, 4697 महिलाएं और 182 बच्चे शामिल हैं। इसके अलावा एक विदेशी नागरिक भी बाबा के द्वार पहुंचा। अभी तक 31,827 यात्री बाबा के दर्शन कर चुके हैं।

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देश की संप्रभुता को खतरे में डालने पर गुवाहाटी की एनआईए अदालत ने पांच को ठहराया दोषी

नई दिल्ली 27 अपै्रल,(एजेंसी)।  गुवाहाटी में राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की अदालत ने 2011 में पीएलए-सीपीआई (माओवादी) सांठगांठ मामले में भारत की एकता, अखंडता, सुरक्षा और संप्रभुता को खतरे में डालने की आपराधिक साजिश से जुड़े पांच आरोपियों को दोषी ठहराया है। दोषी ठहराए गए आरोपियों में से तीन मणिपुर की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलएएम) और दो भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) के थे।

अदालत ने पीएलएएम के एन दिलीप सिंह उर्फ वांगबा, सेंजम धीरेन सिंह उर्फ एस बाबू सिंह, अर्नोल्ड सिंह उर्फ के. अर्नोल्ड सिंह, इंद्रनील चंदा उर्फ राज और अमित बागची उर्फ अमिताभ को दोषी ठहराया गया।

एनआईए ने 1 जुलाई, 2011 को इस इनपुट पर स्वत: संज्ञान लेते हुए मामला दर्ज किया था कि प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन पीएलएम ने सीपीआई(माओवादी) के समर्थन से देश को अस्थिर करने की साजिश रची थी।

अधिकारी ने कहा, भाकपा (माओवादी) के नेताओं ने एक अलग राष्ट्र के रूप में पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर के निर्माण के लिए पीएलएएम की अलगाववादी गतिविधियों को पहचानने और समर्थन करने पर सहमति व्यक्त की थी।

पीएलएएम नेतृत्व ने भारत की संवैधानिक रूप से निर्वाचित सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए अपनी ओर से भाकपा (माओवादी) के जारी युद्ध का समर्थन करने का फैसला किया।
एनआईए ने कहा कि उनकी जांच से पता चला है कि पीएलएएम ने कोलकाता में एक संपर्क कार्यालय स्थापित किया था, जहां पीएलएएम/आरपीएफ और सीपीआई (माओवादी) नेताओं के बीच एक बैठक हुई थी।

बैठक में भारत संघ के खिलाफ युद्ध छेडऩे के लिए एकीकृत कार्रवाई करने के तौर-तरीकों पर काम किया गया।

पीएलएएम/आरपीएफ प्रशिक्षकों द्वारा सीपीआई (माओवादी) के कैडरों को सैन्य प्रशिक्षण प्रदान करने के लिए झारखंड में पीएलएएम/आरपीएफ और सीपीआई (माओवादी) नेतृत्व के बीच एक द्विदलीय बैठक भी आयोजित की गई थी।

अधिकारी ने कहा, जांच के दौरान यह भी सामने आया कि पीएलएएम/आरपीएफ के एसएस अध्यक्ष ने भी सीपीआई (माओवादी) के महासचिव को 6 अप्रैल, 2010 को छत्तीसगढ़ में सुरक्षा बलों पर हमला करने के लिए बधाई दी थी, जिसके परिणामस्वरूप 76 सीआरपीएफ जवानों की मौत हो गई थी।

पीएलएएम ने माओवादी कैडरों को रसद सहायता प्रदान की थी और दोनों समूह नियमित रूप से संचार और ई-मेल का आदान-प्रदान कर रहे थे।

आरोपी व्यक्तियों ने भारत के भीतर और बाहर विभिन्न स्थानों की यात्रा की थी, और नकली पहचान के तहत फर्जी आईडी और बैंक खाते बनाए थे।

इन निष्कर्षों के आधार पर, एनआईए ने 21 मई और 16 नवंबर 2012 को और साथ ही 31 जुलाई, 2014 को एनआईए की विशेष अदालत, गुवाहाटी में मामले में चार्जशीट दायर की थी। सुनवाई के बाद अदालत ने बुधवार को इस मामले में पांचों आरोपियों को दोषी करार दिया।

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दिल्ली पुलिस ने वांछित कुख्यात गैंगस्टर को किया गिरफ्तार

नई दिल्ली 27 अपै्रल,(एजेंसी)। तिहाड़ जेल में प्रिंस तेवतिया की हत्या का बदला लेने की साजिश रच रहे एक कुख्यात गैंगस्टर को दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा ने गिरफ्तार किया है। संगम विहार निवासी विक्रांत उर्फ मेंटल (25) ने हाल ही में प्रिंस तेवतिया के गिरोह को अपने कब्जे में लिया था। वह हत्या समेत तीन मामलों में वांछित था। पुलिस ने विक्रांत के कब्जे से दो ऑटोमेटिक पिस्टल, तीन देसी पिस्टल और 16 गोलियां बरामद की हैं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रिंस तेवतिया की 14 अप्रैल को तिहाड़ में अतातुर रहमान और रोहित चौधरी गिरोह के द्वारा हत्या कर दिए जाने के बाद विक्रांत बदला लेने की फिराक में था।

विशेष पुलिस आयुक्त (अपराध) रवींद्र सिंह यादव ने कहा कि तेवतिया की हत्या के बाद गैंगवार की संभावना को देखते हुए दिल्ली/एनसीआर में फायरिंग, हत्या और रंगदारी के बढ़ते मामलों को देखते हुए सक्रिय गैंगस्टरों को पकडऩे के लिए एक टीम का गठन किया गया था।
उन्होंने कहा कि पुलिस के पास पुख्ता जानकारी थी कि राजकुमार तेवतिया की हत्या का बदला लेने के लिए विक्रांत रोहित चौधरी गिरोह के सदस्यों को खत्म करने की योजना बना रहा था और नंदू गिरोह का संदीप छिकारा उसकी मदद कर रहा था।

टीम को तब एक सूचना मिली कि विक्रांत हथियारों और गोला-बारूद की एक बड़ी खेप के साथ बिजवासन-नजफगढ़ रोड पर आएगा, जिसे वह प्रतिद्वंद्वियों को खत्म करने के लिए अपने गिरोह के सदस्यों को वितरित करेगा। इस पर जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया गया।
विक्रांत प्रिंस तेवतिया के गिरोह में शामिल हो गया था और उसने अपने साथियों हरि किशन, हनी रावत के साथ मिलकर एक सिंडिकेट बनाया और जघन्य अपराध करने लगा।

जून 2020 में, विक्रांत और उसके साथियों, जिनमें प्रिंस, हरि, हनी और अन्य शामिल थे, ने संपत्ति विवाद के कारण दिल्ली के वजीराबाद में राकेश चौहान की कथित तौर पर हत्या कर दी थी।

उसी दिन, गिरोह के सरगना तेवतिया के आदेश पर, विक्रांत और उसके साथियों ने कथित तौर पर दक्ष पर गोलियां चलाईं, जिसने उन्हें जबरन वसूली के लिए रिपोर्ट करने की धमकी दी थी।

विशेष सीपी ने कहा, विक्रांत को छोड़कर सभी आरोपी पहले ही दोनों मामलों में पकड़े जा चुके थे, मामला दर्ज होने के बाद से ही विक्रांत फरार चल रहा था।

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ब्रज में द्वापर युग का सपना साकार होगा : योगी आदित्यनाथ

*मुख्यमंत्री बोले भाजपा शासन में किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ*

मथुरा 27 अपै्रल,(आरएनएस)। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को मथुरा में कहा भाजपा शासन में किसी के साथ भेदभाव नहीं हुआ है। किसी का शोषण नहीं किया गया। आज हमारे पास विकास के लिए कार्य योजना हंै। मुख्यमंत्री निकाय चुनाव प्रचार के दौरान सेठ बीएन पोद्दार इंटर कॉलेज के मैदान पर आयोजित एक जनसभा को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्री की सभा को लेकर यातायात व्यवस्था को परिवर्तित किया गया था।

सभा स्थल को जाने वाले मार्गों पर वाहनों का आवागमन बैरियर लगा कर बंद कर दिया गया था। सुरक्षा व्यवस्था के भी पुख्ता इंतजाम किए गए थे।  मथुरा में भाजपा के के प्रत्याशियों के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि 84 कोस की परिक्रमा अयोध्या में ही नहीं ब्रज में भी होगी। ब्रज क्षेत्र के विकास में 32 हजार करोड़ की परियोजना चल रही हैं। जिस दिन यह परियोजना पूरी होंगी उस दिन द्वापर युग का सपना साकार होगा। 2017 में मथुरा वृंदावन को नगर निगम बनाया। ब्रज तीर्थ विकास परिषद बनाया।

काशी, अयोध्या, केदारनाथ और महाकाल में निर्माण कार्य चल रहा है। काशी में काशी विश्वनाथ धाम बना। अगर सब लोग सहमत हों तो बांके बिहारी का धाम भी काशी विश्वनाथ धाम की तर्ज पर बने। टूरिज्म बढ़ रहा है, फायदा लोगों को ही हो रहा है। अराजकता किसी के साथ नहीं। 2017 से पहले पार्टी विशेष के लोग तमंचा लेकर घूमते थे। वहीं इस दौरान सभा में योगी आदित्यनाथ ने अपने छह साल के कार्यों को भी गिनाया और कहा कि जिस यूपी में 2017 से पहले गुंडों का राज था आज वहां सब सुरक्षित हैं और व्यापारी बड़े शान से अपना व्यापार करता है।

जबकि आज प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश में यूपी लगातार आगे बड़ रहा है और दुनिया के भारत का झंडा ऊंचा किया जा रहा है। भारत अब किसी के सामने हाथ नही फैलता बल्कि अब भारत लोगों की मदद करने में आगे बढ़ता है ऐसा है भारत का नाम। वहीं हमने यहां पर दूध की नगरी को देखते हुए धर्म नगरी घोषित की ओर फिर शराब और मांस को बैन करके कहा कि ये दूध की नगरी है और यहां पर ये सब नहीं चलेगा। पहले मथुरा वृंदावन में क्या होता था, लोग परेशान रहते थे।

मुख्यमंत्री की मौजूदगी में मंच पर योगेश द्विवेदी, बसपा नेता एसके शर्मा और सपा नेता जगदीश नौहवार भाजपा में शामिल हुए। इस दौरान मंच पर भाजपा के नगर निगम, नगर पालिका और नगर पंचायतों के प्रत्याशी भी मौजूद रहे। सांसद हेमा मालिनी ने कहा कि भाजपा से महापौर प्रत्याशी सहित सभी प्रत्याशियों को चुनाव जिताने में मदद करें। हम सबका सौभाग्य है कि इतने कर्मठ मुख्यमंत्री हमें मिले हैं। वह विकास के लिए बेहतर काम कर रहें हैं।

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खेल के साथ कोई समझौता नहीं : अनुराग ठाकुर

नई दिल्ली 27 अपै्रल,(एजेंसी)।  यहां जंतर-मंतर पर चार दिनों से देश के पहलवान धरने पर बैठे हैं। गुरुवार को केंद्रीय युवा कार्यक्रम एवं खेल मंत्री अनुराग ठाकुर ने पहली बार पहलवानों के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ खिलाड़ी अगर आज जंतर-मंतर पर बैठे हैं, उनके साथ किसने बात की? मैं 12 घंटे उनके साथ बैठा।

उनकी बात सुनी, कमेटी बनाई, हम निष्पक्ष जांच चाहते थे। इनके कहने पर बबीता फोगाट को कमेटी में शामिल किया गया। हर किसी को अपनी बात रखने का मौका दिया गया। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि किसी भी थाने में कोई भी एफआईआर दर्ज करवा सकता है। पुलिस ने कहा कि प्राथमिक जांच के बाद आगे की कार्रवाई करेंगे। मोदी सरकार हमेशा खिलाडिय़ों के साथ खड़ी रही है।

हमारे लिए खेल प्राथमिकता है, जिसके साथ हम कोई समझौता नहीं करेंगे। दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे कुश्ती खिलाडिय़ों को रोहतक की खाप पंचायतों का समर्थन मिला है। किसान नेता राकेश टिकैत ने पहलवानों से बातचीत की।

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सीमा पर शांति के बिना सामान्य नहीं होंगे रिश्ते : राजनाथ सिंह

नई दिल्ली 27 अपै्रल,(एजेंसी)। भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और चीन के रक्षा मंत्री के बीच गुरुवार को मुलाकात हुई। बैठक के बाद राजनाथ सिंह ने कहा कि सीमा पर शांति के बिना दोनों देशों के बीच रिश्ते सामान्य नहीं होंगे। जानकारी के अनुसार राजनाथ सिंह ने अपने चीनी समकक्ष ली शांगफू के साथ सीमा विवाद को उठाया।

गौरतलब है कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए शांगफू के दिल्ली पहुंचने के बाद यह वार्ता हुई। भारत एससीओ के रक्षा मंत्रियों की बैठक की मेज़बानी कर रहा है।?

रक्षा मंत्रालय ने बैठक के बाद एक बयान में कहा कि दोनों मंत्रियों ने भारत-चीन सीमा क्षेत्रों के साथ-साथ द्विपक्षीय संबंधों के विकास के बारे में खुलकर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एलएसी पर सभी मुद्दों को मौजूदा द्विपक्षीय समझौतों और प्रतिबद्धताओं के अनुसार हल करने की जरूरत है। राजनाथ सिंह ने दोहराया कि मौजूदा समझौतों के उल्लंघन ने द्विपक्षीय संबंधों के पूरे आधार को खत्म कर दिया है।?

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भारत और इंग्लैंड का संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास अजेय वॉरियर-2023 यूके में हुआ शुरू

नई दिल्ली 27 अपै्रल,(एजेंसी)।  भारत और यूनाइटेड किंगडम (इंग्लैंड) के बीच संयुक्त सैन्य युद्धाभ्यास ‘अजेय वॉरियर-23’ गुरुवार 27 अप्रैल से शुरू हो गया। भारत और इंग्लैंड की सेनाओं के बीच यह सहयोग युद्धाभ्यास इंग्लैंड में आयोजित किया जा रहा है। यूनाइटेड किंगडम से सेकेंड रॉयल गोरखा राइफल्स के सैनिक और भारतीय सेना की बिहार रेजिमेंट के सैनिक इस सैन्य अभ्यास में भाग ले रहे हैं।

रक्षा मंत्रालय के मुताबिक भारतीय सेना की टुकड़ी भारतीय वायु सेना के सी-17 विमान से 26 अप्रैल 2023 को स्वदेशी हथियारों और उपकरणों के साथ ब्रीज नॉर्टन पहुंची थी। इस युद्धाभ्यास का उद्देश्य सकारात्मक सैन्य संबंधों का निर्माण करना, एक-दूसरे की सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को अपनाना और संयुक्त राष्ट्र के शासनादेश के तहत शहरी और अर्ध-शहरी माहौल में कंपनी-स्तरीय उप-पारंपरिक संचालनों को करते हुए एक साथ काम करने की क्षमता को बढ़ावा देना है। इसके अलावा दोनों सेनाओं के बीच अंतर-संचालन, भाईचारा, और मैत्रीपूर्ण संबंधों को विकसित करना भी है।

इस अभ्यास के दायरे में बटालियन स्तर पर कमांड पोस्ट अभ्यास (सीपीएक्स) और कंपनी स्तर पर क्षेत्र प्रशिक्षण अभ्यास (एफटीएक्स) करना शामिल है। इस युद्धाभ्यास के दौरान, प्रतिभागी विभिन्न सिम्युलेटेड स्थितियों में अपने परिचालन कौशल का परीक्षण करने वाले विभिन्न मिशनों में भाग लेंगे। इसके अलावा वे अपने सामरिक अभ्यासों का प्रदर्शन करेंगे तथा एक-दूसरे के परिचालन अनुभव से जानकारी हासिल करेंगे।
युद्धाभ्यास अजेय वॉरियर-23 भारतीय सेना और ब्रिटिश सेना के बीच रक्षा सहयोग में एक और महत्वपूर्ण उपलब्धि है, जो दोनों देशों के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और अधिक बढ़ावा देगा।

भारत और इंग्लैंड की सेनाओं के बीच हो रहे संयुक्त युद्धाभ्यास का यह 7वां संस्करण है। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक 27 अप्रैल से शुरू होकर यह युद्धाभ्यास 11 मई तक जारी रहेगा। सैलिसबरी मैदान, यूनाइटेड किंगडम में इसका आयोजन किया जा रहा है। ‘युद्धाभ्यास अजय वॉरियरÓ भारत का यूनाइटेड किंगडम के साथ द्विवार्षिक प्रशिक्षण कार्यक्रम है, जो कि यूनाइटेड किंगडम और भारत में वैकल्पिक रूप से आयोजित किया जाता है। इस अभ्यास का पिछला संस्करण अक्टूबर 2021 में उत्तराखंड के चौबटिया में आयोजित किया गया था।

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समलैंगिक जोड़ों को सामाजिक लाभ कैसे मिलेगा? सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र सरकार से पूछा सवाल

नई दिल्ली 27 अपै्रल,(एजेंसी)।  सर्वोच्च न्यायालय ने केंद्र से कहा कि समलैंगिक जोड़ों को उनकी वैवाहिक स्थिति की कानूनी मान्यता के बिना भी संयुक्त बैंक खाते या बीमा पॉलिसियों में भागीदार नामित करने जैसे बुनियादी सामाजिक लाभ देने का तरीका खोजा जाए।

भारत के मुख्य न्यायाधीश डी. वाई. चंद्रचूड़ की अध्यक्षता वाली पांच-न्यायाधीशों की पीठ ने कहा कि जब अदालत कहती है कि मान्यता को विवाह के रूप में मान्यता देने की आवश्यकता नहीं है, तो इसका मतलब मान्यता हो सकती है जो उन्हें कुछ लाभों का हकदार बनाती है, और दो लोगों के जुड़ाव को विवाह के बराबर नहीं माना जाना चाहिए। शीर्ष अदालत ने स्वीकार किया कि समलैंगिक विवाह के लिए कानूनी मंजूरी संसद के अधिकार क्षेत्र में है।

पीठ ने केंद्र का प्रतिनिधित्व कर रहे सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से कहा कि एक बार जब आप कहते हैं कि साथ रहने का अधिकार एक मौलिक अधिकार है, तो यह राज्य का दायित्व है कि साथ रहने के सभी सामाजिक प्रभाव को कानूनी मान्यता प्राप्त हो, और अदालत विवाह में बिल्कुल नहीं जा रही है।

मुख्य न्यायाधीश ने कहा कि अदालत गठजोड़ की व्यापक भावना का कुछ तत्व चाहती है और अदालत इस तथ्य के बारे में भी सचेत है कि देश में प्रतिनिधि लोकतंत्र को भी बहुत कुछ हासिल करना चाहिए। पीठ ने कहा कि बैंकिंग, बीमा, प्रवेश आदि जैसी सामाजिक आवश्यकताएं होंगी जहां केंद्र को कुछ करना होगा।

मेहता ने कहा कि सरकार कुछ मुद्दों से निपटने पर विचार कर सकती है, समलैंगिक जोड़ों को कानूनी मान्यता दिए बिना सामना करना पड़ रहा है। शीर्ष अदालत ने केंद्र से 3 मई को वापस आने के लिए कहा, सामाजिक लाभों पर अपनी प्रतिक्रिया के साथ कि समान-लिंग वाले जोड़ों को उनकी वैवाहिक स्थिति की कानूनी मान्यता के बिना भी अनुमति दी जा सकती है।

मुख्य न्यायाधीश ने मेहता से कहा, हम आपकी बात मानते हैं कि अगर हम इस क्षेत्र में प्रवेश करते हैं..आपने बहुत शक्तिशाली तर्क दिया है कि आप कानून बनाएंगे.. और यह संसद के लिए है, यह विधायिका का अखाड़ा होगा.. तो, अब क्या? बेंच ने सवाल किया कि सरकार सहवासित संबंधों के साथ क्या करना चाहती है?

पीठ ने मेहता से आगे पूछा, सुरक्षा और सामाजिक कल्याण की भावना कैसे बनाई जाती है? और यह भी सुनिश्चित करें कि ऐसे संबंध समाज में बहिष्कृत न हों। शीर्ष अदालत समलैंगिक विवाहों को कानूनी मंजूरी देने की मांग वाली याचिकाओं पर सुनवाई कर रही है।

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सिने फ़लक पे उभरता सितारा रतिकांत कामिला

    गुमनाम जो रहा वो गुनहगार बन गया

    जरा सा नाम हुआ तो अवतार बन गया

     अपनी अपनी किस्मत है दुनियां में दोस्तों…

    महफ़िल ने जिसे चाहा वो कलाकार बन गया !

27.04.2023 –  बालासोर (ओडिशा) जिला के एक छोटे से शहर बलियापाल से निकलकर अभिनेता रतिकांत कामिला ने जब बॉलीवुड में अपनी पहचान कायम करने की मंशा के साथ कदम रखा तो कई तरह की चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन रितिकांत के जुनून और समर्पण ने उनके सामने आई सभी बाधाओं को दूर करने में मदद की। रतिकांत कामिला ने 2014 में डीडी नेशनल चैनल पर प्रसारित होने वाले टीवी शो ‘ऐसा प्रेम कहानी’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की।

उन्होंने अपने प्रभावशाली अभिनय कौशल से दर्शकों का ध्यान तुरंत आकर्षित किया। उनकी अगली टीवी उपस्थितियां ‘चंद्रादिनी’, ‘लाल इश्क’, ‘सिद्धिविनायक’, ‘मेरी हानिकारक बीवी’, ‘मौका-ए-वारदात’, ‘आप के आ जाने से’, ‘फियर फाइल्स’, ‘दिल दौड़ता है’, ‘ब्रह्मरक्ष’ ‘इंडिया मोस्ट सनसनी खेज’, ‘नागिन 3’, ‘इश्क में थीं’। ‘मैं मरजावां’, ‘मोल्की’, ‘सावधान इंडिया’, ‘निमकी मुखिया’, ‘क्राइम प्रटोल 100’, ‘कवच’, ‘महाराज की जय हो’, ‘कयामत की रात’, ‘एक्सप्रेस योर सेल्फ’, ‘स्कैम 1992’, ‘साहेब बीवी और बॉस’, ‘सुहानी सी एक लड़की’, ‘संकट मोचन महाबली हनुमान’, ‘अकबर बीरबल’ , और ‘विक्रम बेताल’। रितिकांत का अभिनय कौशल केवल टेलीविजन शो तक ही सीमित नहीं रहा उन्होंने 100 से अधिक लघु फिल्मों में और दो भोजपुरी फिल्म ‘तू ही तो मेरी जान है राधा’ और ‘नवरात्र’ में भी अभिनय किया है, जिसने दर्शकों और आलोचकों से समान रूप से सकारात्मक समीक्षा प्राप्त की।

2017 में, रतीकांत कामिला ने फिल्म सरकार राज 3 से बॉलीवुड में अपनी शुरुआत की, जहां उन्होंने अमिताभ बच्चन और जैकी श्रॉफ जैसे दिग्गज अभिनेताओं के साथ महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। इसने उनके लिए नए अवसर खोले, और उन्हें बॉलीवुड फिल्मों में अधिक प्रमुख भूमिकाओं के प्रस्ताव मिलने लगे। 2021 में, लोकप्रिय क्राइम ड्रामा ‘मुंबई सागा’ में रतिकांत के प्रदर्शन को व्यापक रूप से सराहा गया, और उन्होंने दर्शकों के बीच बहुत लोकप्रियता हासिल की। फिल्म ‘कौन प्रवीण तांबे?’ 2022 में आई जिससे उनके कैरियर को एक नई दिशा मिली। उसके बाद तो उन्होंने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा। फ़िलवक्त बॉलीवुड की कई फिल्मों और वेबसीरीज के अलावा भोजपुरी फिल्मों के लिए अभिनेता रतिकांत कामिला को अनुबंधित किया जा चुका है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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UN में भारत का पाक-चीन को करारा जवाब, J&K-लद्दाख हमारा था, है और रहेगा

नई दिल्ली 27 April, (एजेंसी): भारत ने एक बार फ‍िर संयुक्‍त राष्‍ट्र में केंद्र शास‍ित प्रदेश जम्‍मू-कश्‍मीर और लद्दाख को लेकर अपना रुख स्‍पष्ट करते हुए चीन और पाकिस्तान को करारा जवाब दिया है। भारत ने अपने इस रुख को दोहराया कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग थे, हैं और रहेंगे। उन्होंने ‘यूएनजीए प्लेनरी: यूज ऑफ द वीटो’ को संबोधित करते हुए कहा कि कोई भी देश कितनी भी गलत सूचना, बयानबाजी और प्रचार करले लेकिन वो इस तथ्य से इनकार नहीं कर सकता है।

काउंसलर प्रतीक माथुर ने कहा कि यूएनजीओ के ‘वीटो पहल’ को अपनाए हुए एक साल बीत चुका है। उन्होंने कहा कि यूएनजीए ने 2008 में सर्वसम्मति से सहमति व्यक्त की थी कि यूएनएससी सुधार के सभी पांच पहलू, जिनमें वीटो भी शामिल है, पर व्यापक तरीके से फैसला किया जाएगा।

यूएनएससी में सुधार की पर फिर समर्थन जताते हुए उन्होंने कहा कि वीटो पर भारत की स्थिति स्पष्ट है। बता दें कि भारत और कई अफ्रीकी और एशियाई देश कई सालों से वीटो सुधार के लिए संयुक्त राष्ट्र पर जोर दे रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य हैं – संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम – जिन्हें सामूहिक रूप से पी5 के रूप में जाना जाता है। इन 5 देशों का कोई भी सदस्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित प्रस्ताव को वीटो कर सकता है। हालांकि, सुरक्षा परिषद 10 सदस्यों का चुनाव करती है, जो परिषद में दो साल तक रहते हैं, लेकिन उन्हें वीटो पावर नहीं दिया जाता है।

यूएनएससी में सुधार की पर फिर समर्थन जताते हुए उन्होंने कहा कि वीटो पर भारत की स्थिति स्पष्ट है। बता दें कि भारत और कई अफ्रीकी और एशियाई देश कई सालों से वीटो सुधार के लिए संयुक्त राष्ट्र पर जोर दे रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र की सुरक्षा परिषद में पांच स्थायी सदस्य हैं – संयुक्त राज्य अमेरिका, रूस, चीन, फ्रांस और यूनाइटेड किंगडम – जिन्हें सामूहिक रूप से पी5 के रूप में जाना जाता है। इन 5 देशों का कोई भी सदस्य संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित प्रस्ताव को वीटो कर सकता है। हालांकि, सुरक्षा परिषद 10 सदस्यों का चुनाव करती है, जो परिषद में दो साल तक रहते हैं, लेकिन उन्हें वीटो पावर नहीं दिया जाता है।

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16 साल बाद जेल से रिहा हुए बाहुबली आनंद मोहन, रिहाई के खिलाफ HC में याचिका दायर

पटना 27 April, (एजेंसी): बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन सिंह 16 साल बाद जेल से रिहा हो गया है। सारी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद वह आज सुबह 4.30 बजे जेल से बाहर आया। बता दें कि गोपालगंज के डीएम जी कृष्णैय्या की हत्या के मामले में उन्हें उम्रकैद हुई थी। हाल ही में नीतीश सरकार ने जेल नियमों में बदलाव कर उनकी रिहाई का आदेश जारी किया था। जेल से निकलने के बाद आनंद मोहन के सक्रिय राजनीति में आने की चर्चा है। 2024 में उनके चुनाव लड़ने की अटकलें भी लगाई जा रही हैं। हालांकि अभी तक उन्होंने इस बारे में कोई खुलासा नहीं किया है।

शिवहर से पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे चेतन की 3 मई को शादी है। वह देहरादून में डॉक्टर आयुषी सिंह के साथ सात फेरे लेंगे। चेतन आनंद अभी शिवहर से आरजेडी के विधायक हैं। 24 अप्रैल को चेतन और आयुषी की रिंग सेरेमनी थी। पटना में हुए इस समारोह में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव भी शामिल हुए थे। जेल से रिहाई के बाद आनंद मोहन अपने बेटे की शादी की तैयारियों में जुटेंगे। इसके बाद आगे की रणनीति बनाएंगे।

बाहुबली आनंद मोहन की जेल से रिहाई की टाइमिंग अपने आप में बहुत कुछ कह रही है। वे अब फिर से राजनीति में अपना दमखम दिखाने के लिए तैयार हैं। चर्चा है कि आनंद मोहन ने 2024 में लोकसभा का चुनाव लड़ने की प्लानिंग कर दी है। कोसी क्षेत्र में उनका खासा प्रभाव है। सवर्ण और खासकर राजपूत वोटबैंक पर उनकी अच्छी पकड़ है। ऐसे में वे आगामी आम चुनाव में बड़ा फैक्टर साबित हो सकते हैं।

दो दिन पहले मीडिया से बातचीत में आनंद मोहन से उनकी अगली रणनीति के बारे में सवाल किया गया। इस पर उन्होंने कहा कि वे जेल से छूटकर अपने साथियों से मुलाकात करेंगे। उनकी राय लेने के बाद ही आगे का फैसला करेंगे। हालांकि, इस दौरान उन्होंने चुनावी राजनीति में जाने के संकेत जरूर दिए। कयास लगाए जा रहे हैं कि आनंद मोहन नीतीश कुमार की जेडीयू या लालू यादव की आरजेडी में शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा उनके द्वारा नई पार्टी बनाने की भी चर्चा हो रही है। जब आनंद मोहन से इस बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि वह अपने साथियों से बात करके इस पर फैसला लेंगे।

बाहुबली आनंद मोहन की रिहाई में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली महागठबंधन सरकार की अहम भूमिका है। राज्य सरकार ने कारा नियमों में बदलाव किया, जिसके बाद ही उनकी रिहाई हो पाई है। आनंद मोहन इसे लेकर सीएम नीतीश का आभार भी जता चुके हैं। राजनीतिक जानकारों की मानें तो 2024 में राजपूत वोटरों को महागठबंधन के पक्ष में एकजुट करने पर नीतीश और तेजस्वी की नजर टिकी है। आनंद मोहन की रिहाई इसी रणनीति का हिस्सा है। बिहार में राजपूत आबादी करीब 5.2 फीसदी है। आनंद मोहन की राजपूत समाज में अच्छी पकड़ है। भले ही वे बाहुबली हैं लेकिन उन्हें रिहा करने से राजपूत वोटरों के बीच सहानुभूति फैक्टर काम कर सकता है। ऐसे में अगर आनंद मोहन महागठबंधन में रहकर चुनाव लड़ते हैं तो इसका फायदा जेडीयू-आरजेडी को मिलना लाजमी है।

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सूडान से फंसे 360 भारतीय दिल्ली पहुंचे, एयरपोर्ट पर लगे नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे

नई दिल्ली 27 April, (एजेंसी): ऑपरेशन कावेरी के तहत हिंसा प्रभावित सूडान से  360 भारतीयों को लेकर पहली उड़ान दिल्ली पहुंच गई। एयरपोर्ट पर पहुंचते ही लोगों ने भारत माता की जय, इंडियन आर्मी जिंदाबाद, पीएम नरेंद्र मोदी जिंदाबाद के नारे लगाए। सूडान से लौटे एक भारतीय नागरिक ने कहा, भारत सरकार ने हमारा बहुत साथ दिया। बड़ी बात यह है कि हम यहां सुरक्षित पहुंच गए क्योंकि यह बहुत खतरनाक था। मैं पीएम मोदी और भारतीय सरकार को धन्यवाद देता हूं।

बता दें, भारत अब तक करीब 1100 नागरिकों को भारतीय नौसेना के जहाजों और वायु सेना के विमानों के जरिये सुरक्षित बाहर निकाला है। भारतीय वायुसेना का सी-130जे विमान 128 भारतीयों को लेकर जेद्दाह पहुंचा, जबकि आईएनएस तेग भारतीयों के पांचवें जत्थे सहित 297 यात्रियों को लेकर कल रात सूडान बंदरगाह से रवाना हुआ। बचाव कार्यों की निगरानी के लिए जेद्दा में मौजूदा विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन ने ट्वीट में कहा, “यह सुनिश्चित करने के प्रयास किए जा रहे हैं कि जेद्दा पहुंचे सभी भारतीयों को जल्द से जल्द भारत भेजा जाए।”

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने ट्वीट किया, “चौथी आईएएफ सी-130जे उड़ान 128 यात्रियों के साथ पोर्ट सूडान से जेद्दा के लिए रवाना हुई। ऑपरेशन कावेरी के तहत सूडान से निकाले जाने वाले भारतीयों का यह छठा जत्था है। इसके बाद अब तक कुल लगभग 1100 लोगों को सूडान से निकाला गया हैं।”

इस बीच मुरलीधरन ने खार्तून में गोलीबारी में मारे गए भारतीय नागरिक अल्बर्ट ऑगस्टाइन के परिवार से मुलाकात की। उन्होंने ट्वीट कर कहा, “भारतीय वायुसेना के सी130 जे विमान द्वारा जेद्दा पहुंचे सूडान में मारे गए एक भारतीय अल्बर्ट ऑगस्टाइन के परिवार से मिला। परिवार के कोच्चि पहुंचने के लिए तुरंत टिकट का इंतजाम किया।” उन्होंने ट्वीट किया, “परिवार को हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। ऑपरेशन कावेरी तब तक जारी रहेगा जब तक हम उन सभी भारतीयों को नहीं बचा लेते जो घर वापस आना चाहते हैं।”

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अतीक अहमद के ऑफिस में मिले इंसानी खून के धब्बे, फॉरेंसिक रिपोर्ट से पुष्टि

प्रयागराज 27 April, (एजेंसी)- एक चौंकाने वाले घटनाक्रम में, फोरेंसिक जांच रिपोर्ट ने पुष्टि की है कि उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में गैंगस्टर अतीक अहमद के ध्वस्त किए गए कार्यालय में पाए गए खून के धब्बे मानव रक्त थे। बुधवार देर रात विशेष जांच दल को रिपोर्ट सौंपी गई। सोमवार को चकिया स्थित कार्यालय के अंदर खून के धब्बे और खून से सना चाकू मिला था। इसके बाद नमूने लेने के लिए फॉरेंसिक टीम को बुलाया गया था।

पुलिस सूत्रों ने कहा कि जांच से पता चला है कि ध्वस्त और परित्यक्त इमारत में स्थानीय नशेड़ियों का आना-जाना लगा रहता है। पुलिस ने कुछ नशेड़ियों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है और उनमें से कुछ को चोटें आई हैं। अतीक अहमद और उनके भाई अशरफ की तीन लोगों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दिए जाने के कुछ दिनों बाद यह मामला सामने आया।

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आगामी विधानसभा चुनाव के पूर्व आज मध्यप्रदेश भाजपा में बैठकों का दौर

भोपाल 27 April, (एजेंसी): मध्यप्रदेश में इस वर्ष के अंत में होने वाले विधानसभा चुनाव के पूर्व भारतीय जनता पार्टी की प्रदेश इकाई में आज बैठकों का दौर चलेगा।

पार्टी सूत्रों के अनुसार इन बैठकों में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, पार्टी के प्रदेश प्रभारी पी मुरलीधर राव, प्रदेश इकाई के अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा और संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा समेत पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता उपस्थित रहेंगे। सुबह प्रदेश पदाधिकारियों, जिला अध्यक्षों और जिला प्रभारियों की बैठक होगी। इसके बाद शाम को केंद्रीय मंत्रियों, पार्टी के सभी विधायकों और सांसदों की बैठक आयोजित होगी।

पार्टी के प्रदेश कार्यालय में दिन भर चलने वाली बैठकों में चुनाव के पूर्व बूथ प्रबंधन, आगामी 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड समेत आगामी कार्यक्रमों की रूपरेखा पर मंथन होगा।

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अब NIA करेगी रामनवमी हिंसा की जांच, HC के आदेश से ममता सरकार को बड़ा झटका

कलकत्ता 27 April, (एजेंसी): कलकत्ता हाई कोर्ट ने हावड़ा और दलखोला जिलों के साथ ही पश्चिम बंगाल के अन्य हिस्सों में रामनवमी के दौरान भड़की हिंसा की जांच एनआईए को सौंप दी है। कलकत्ता हाई कोर्ट ने गुरुवार (27 अप्रैल) को आदेश दिया कि मामले की जांच एनआईए द्वारा करवाई जाए। पिछले महीने रामनवमी पर आयोजनों के दौरान राज्य के विभिन्न इलाकों में सामुदायिक दंगे भड़क गए थे। इस दौरान, तोड़फोड़, आगजनी और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई थीं। सबसे ज्यादा हिंसात्मक घटनाएं हावड़ा और दलखोला जिले में हुई थीं।

बता दें कि हावड़ा और दिनाजपुर जिले में विश्व हिंदू परिषद ने रामनवमी का जुलूस निकाला था। इसी दौरान दो समुदाय भिड़ गए। इसके 24 घंटे बाद शिबपुर में दोबारा पत्थरबाजी की घटना हुई। इसमें तीन पुलिसवालों समेत करीब 15 लोग घायल हो गए थे। इसके अलावा 10 वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। कई दुकानों में आग लगा दी गई थी और तोड़फोड़ की गई थी।

हिंसा की घटनाओँ के बाद पुलिस ने करीब तीन दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया था। यहां के कुछ लोगों ने यह आशंका जाहिर की थी कि इस हिंसा के पीछे राजनीतिक कनेक्शन है। सूत्रों के मुताबिक गुड्डू शेख नाम का श्ख्स ऑटो यूनियन को कंट्रोल करता है और उसने लोगों को इकट्ठा किया था। उसकी का पॉलिटिकल कनेक्शन भी बताया जाता है।

हाईकोर्ट से एनआईए जांच का आदेश होना ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। ममता बनर्जी अकसर केंद्र पर केंद्रीय एजेंसियों के दुरुपयोग का आरोप लगाती रहती हैं. पहले से भी कई मामलों में केंद्रीय एजेंसियां जांच कर रही हैं। स्कूल शिक्षक भर्ती घोटाले में ईडी और सीबीआई दोनों ही जांच कर रही हैं। इस तरह रामनवमी हिंसा मामले में भी केंद्रीय एजेंसी को जांच सौंपा जाना ममता बनर्जी के लिए बड़ा झटका है।

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ड्रग तस्करी में गिरफ्तार Sadak 2 की अभिनेत्री UAE की जेल से हुईं रिहा, 48 घंटे में होगी भारत वापसी

नई दिल्ली 27 April, (एजेंसी): सड़क 2 और बाटला हाउस जैसी फिल्मों में काम कर चुकीं अभिनेत्री क्रिसन परेरा को लेकर पिछले दिनों एक ऐसी खबर आई थी, जिसने सभी को हिलाकर रख दिया था। क्रिसन परेरा को बीते दिनों यूएई पुलिस ने ड्रग्स के आरोप में गिरफ्तार किया था। हालांकि, अब खबर है कि अभिनेत्री को बीते दिन जेल से रिहा कर दिया गया है। क्रिसन के भाई केविन परेरा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया है, जिसमें शारजाह जेल से रिहा होने के बाद क्रिसन अपने परिवार संग बात करती नजर आ रही हैं।

क्रिसन के भाई केविन परेरा ने इंस्टाग्राम पर एक वीडियो साझा किया, अभिनेत्री शारजाह जेल से रिहा होने के बाद वीडियो कॉल पर वह अपनी मां से बात करती दिखाई दे रही हैं। बेटी से बात कर उनकी मां खुशी से झूमती नजर आ रही हैं। केविन ने इंस्टाग्राम पर वीडियो साझा करते हुए लिखा, ‘क्रिसन आजाद है!!! वह अगले 48 घंटे में भारत में होगी।’

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ओलंपिक बॉक्सर कौर सिंह खनाल का निधन, जीत चुके हैं 6 गोल्ड मैडल

संगरूर 27 April, (एजेंसी): ओलंपियन बॉक्सर, पद्मश्री, अर्जन अवार्डी और एशिया गोल्ड मेडलिस्ट कौर सिंह खनाल का निधन हो गया। गौरतलब है कि हाल ही में पंजाब की भगवंत मान सरकार ने उनकी जीवनी को पाठ्यक्रम में छापने का फैसला किया है। उनके निधन पर मुख्यमंत्री भगवंत मान ने शोक व्यक्त किया है।

बता दें कि 1971 में सेना में शामिल होने के बाद कौर सिंह ने 1977 में बॉक्सिंग शुरू की थी। 1979 से 1983 के दौरान, उन्होंने सीनियर नेशनल बॉक्सिंग चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक जीते।

1982 के एशियाई खेलों सहित अंतर्राष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में 6 स्वर्ण पदक जीते। वह एकमात्र मुक्केबाज हैं जिन्होंने 1980 में महान मुक्केबाज मुहम्मद अली के खिलाफ एक प्रदर्शनी मैच खेला था। सेना से सूबेदार के पद से रिटायर होने के बाद उन्होंने पंजाब पुलिस में एएसआई के तौर पर काम किया।

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ग्रेटर नोएडा के गौर सिटी सोसाइटी में लगी भीषण आग, अफरातफरी का माहौल

ग्रेटर नोएडा 27 April, (Rns): ग्रेटर नोएडा के बिसरख थाना इलाके में बनी गौर सिटी सोसाइटी के 14थ एवेन्यू में आज भीषण आग लग गई। आग की लपटें इतनी ज्यादा तेज थीं कि एक फ्लोर से दूसरे फ्लोर तक पहुंच रही थीं। आग की इस घटना से सोसाइटी के लोगों में दहशत और अफरातफरी का माहौल बन गया था। आनन-फानन में फायर ब्रिगेड को इस आग लगने की सूचना दी गई। जब तक मौके पर फायर ब्रिगेड की टीम पहुंचती तब तक आसपास के रहने वाले लोगों और मेंटेनेंस डिपार्टमेंट ने आग पर काबू पाने का प्रयास किया।

आग बुझने के बाद जब जांच की गई तो पता चला कि एक फ्लैट में छोटे से मंदिर में रखे दिए से पर्दे में आग लगी और पर्दे से आग कमरे तक पहुंची। जिसके बाद फस्र्ट फ्लोर से होते हुए आग सेकंड फ्लोर तक पहुंच गई।

फायर विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक समय करीब 12:15 बजे सूचना मिली कि 14 एवेन्यू गौर सिटी 2 में एल – 2097 में बने छोटे से मंदिर के दीपक से पर्दे में आग लग गई है। सूचना मिलते ही पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर फायर ब्रिगेड की 2 गाड़ियों को बुला आग पर काबू पाया गया। इस घटना में कोई जनहानि नहीं है। मौके पर पहुंची लोकल पुलिस ने इस बात को सुनिश्चित किया कि किसी को भी आग से खतरा ना हो और पुलिस जांच में पता चला कि मंदिर के दिए से ये आग लगी है।

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कर्नाटक सरकार ने सुप्रीम कोर्ट से कहा- असंवैधानिक होने के कारण मुस्लिम कोटा खत्म करने का लिया फैसला

नई दिल्ली 27 April, (एजेंसी): कर्नाटक सरकार ने सर्वोच्च न्यायालय को बताया कि उसने मुस्लिम समुदाय के लिए केवल धर्म के आधार पर आरक्षण जारी नहीं रखने का फैसला सोच-समझकर लिया है, क्योंकि यह असंवैधानिक है और संविधान के अनुच्छेद व 14 व 16 के खिलाफ है। राज्य सरकार ने बताया कि 27 मार्च को मुसलमानों को प्रदान किए गए 4 प्रतिशत आरक्षण को खत्म कर दिया गया था और समुदाय के सदस्यों को ईडब्ल्यूएस योजना के तहत आरक्षण के लाभ लेने की अनुमति दी गई थी।

सरकार ने कहा कि यह ध्यान रख चाहिए कि मुस्लिम समुदाय के पिछड़े समूहों को 2002 के आरक्षण आदेश के समूह एक के तहत आरक्षण के लाभ प्रदान किए जाते रहेंगे। राज्य सरकार ने कहा कि केवल धर्म के आधार पर आरक्षण सामाजिक न्याय के सिद्धांतों के विपरीत है। इसलिए किसी भी समुदाय को केवल धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं दिया जा सकता है। राज्य ने कहा कि धर्म के आधार पर आरक्षण का प्रावधान धर्मनिरपेक्षता की अवधारणा के विपरीत होगा।

सरकार ने कहा कि केवल इसलिए कि अतीत में धर्म के आधार पर आरक्षण प्रदान किया गया है, इसे हमेशा के लिए जारी रखने का कोई आधार नहीं है। राज्य सरकार ने कहा कि समाज में सामाजिक और शैक्षिक रूप से पिछड़े वर्ग हैं, जो ऐतिहासिक रूप से वंचित और भेदभाव के शिकार हैं और इसे एक पूरे धर्म के साथ नहीं जोड़ा जा सकता है, और जोर देकर कहा कि मंडल आयोग ने स्पष्ट रूप से पाया कि धर्म आरक्षण का एकमात्र आधार नहीं हो सकता।

हलफनामे में कहा गया है: केंद्रीय सूची में धर्म के आधार पर मुस्लिम समुदाय को कोई आरक्षण नहीं दिया गया है। मुस्लिम धर्म के विभिन्न समुदाय हैं जो एसईबीसी में शामिल हैं, उन्हें कर्नाटक में भी आरक्षण जारी है। राज्य सरकार ने कहा कि 103वें संशोधन के आधार पर आर्थिक मानदंड (ईडब्ल्यूएस) के आधार पर 10 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मुस्लिम समुदाय भी उठा सकता है।

हलफनामे में कहा गया है कि 1979 में मुस्लिम समुदाय को अन्य पिछड़ा वर्ग की श्रेणी में शामिल करना एलजी हवानूर की अध्यक्षता वाले प्रथम पिछड़ा वर्ग आयोग की सिफारिशों के विपरीत था। आंध्र प्रदेश के मामले में, सुप्रीम कोर्ट ने मुसलमानों के बीच केवल सीमित पहचान योग्य समुदायों के लिए आरक्षण की अनुमति दी, न कि पूरे धर्म के लिए।

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चुनाव से ठीक पहले BJP ने अपने उम्मीदवार का नाम लिया वापस, निर्विरोध मेयर चुनी गईं AAP की शैली ऑबरोय

नई दिल्ली 27 April, (एजेंसी): दिल्ली मेयर चुनाव को लेकर कई तरह के सस्पेंस लगाए जा रहे थे लेकिन चुनाव के ठीक पहले सस्पेंस का एक और तड़का  सुबह लगा। दरअसल बीजेपी ने मेयर और डिप्टी मेयर चुनाव के लिये अपना नामांकन वापस लिया। बता दें कि दिल्ली में आज यानी बुधवार को ही मेयर और डिप्टी मेयर का चुनाव होना है। इस बाबत एमसीडी की कार्यवाही भी शुरू हो चुकी है। इसी दौरान ये जानकारी मिली कि भारतीय जनता पार्टी ने अपने मेयर पद के उम्मीदवार का नाम वापस ले लिया है।

अपने उम्मीदवार का नाम वापस लेने के पीछे सदन में संख्याबल की कमी एक कारण हो सकता है। मौजूदा नंबर्स को देखा जाए तो आम आदमी पार्टी के पास 250 में से 133 पार्षद हैं। वहीं भारतीय जनता पार्टी के पास 108 पार्षद है। कांग्रेस के सदन में सिर्फ 9 पार्षद ही हैं। यानी संख्याबल सीधे-सीधे आम आदमी पार्टी के समर्थन में दिखाई दे रहा है।

बीजेपी प्रत्याशी का नाम वापस लेने के बाद पीठासीन अधिकारी मुकेश गोयल ने डॉ शैली ऑबरोय को मेयर घोषित कर दिया है। MCD सदन में भाजपा की मेयर पद की उम्मीदवार शिखा राय ने खुद ये एलान किया कि वो अपना नाम वापस ले रहीं हैं। इसी के साथ उन्होंने कहा कि वो डॉ शैली ऑबरोय को बधाई देती हैं और आग्रह करती हैं कि मेयर स्टेंडिंग कमेटी का चुनाव होने दें। उसमें कानूनी रुकावट न डालें। दरअसल, स्टेंडिंग कमेटी का मामला दिल्ली हाई कोर्ट में लंबित है।

उम्मीदवारी वापस लेते हुए बीजेपी की शिखा राय ने कहा कि सबसे बड़ी पार्टी की तरफ से मैंने उम्मीदवार के तौर पर नामांकन दाखिल किया था। लेकिन हमारी पार्टी का ध्येय यह नहीं रहता है कि हमें केवल सत्ता चाहिए। पिछले दिनों हम उम्मीद कर रहे थे कि स्टेंडिंग कमेटी चुनाव भी होगा, लेकिन कोर्ट में यह मामला लंबित है और उसमें डेट पर डेट लिया जा रहा है। इसलिए जब तक बाकी कि संवैधानिक प्रक्रिया नहीं पूरी होती, मैं यह मांग करते हुए कि कमेटी का गठन हो, मैं अपना नाम वापस लेती हूं।

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चर्चाओं के बीच : संगीतकार काशी कश्यप

09.04.2023 – बॉलीवुड के चर्चित संगीतकार जोड़ी जतिन-ललित के साथ 150 फिल्मों का हिस्सा रहे संगीत निर्देशक, गीतकार एवं गायक काशी कश्यप अपनी हिट एल्बम ‘पहली बारिश में’और ‘तेरे बिना’ को लेकर इन दिनों काफी चर्चा में हैं।

इंदौर (मध्य प्रदेश) के मूल निवासी काशी कश्यप स्वतंत्र रूप से बतौर संगीत निर्देशक 16 फिल्में पूरी कर चुके हैं। उनके कार्यों को राष्ट्रीय पुरस्कारों के लिए भी नामांकित किया गया है, जिससे वह उद्योग में सबसे अधिक मांग वाले नामों में से एक बन गए हैं।

गीत संगीत विधा के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता ने उन्हें आज सफलता की ऊंचाइयों तक पहुंचाने में मदद की है। काशी कश्यप कई नवोदित महत्वाकांक्षीगायकों और संगीतकारों संगीतकारों  के लिए प्रेरणास्रोत के रूप में स्थापित है और सेवा समर्पण और सहयोग की भावना को आत्मसात कर कर्मपथ पर अग्रसर हैं।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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हॉरर फिल्म ‘बेरा- एक अघोरी’ 28 अप्रैल को रिलीज होगी

27.04.2023 धिराल एंटरटेनमेंट के बैनर तले राजू भारती द्वारा निर्मित हॉरर फिल्म ‘बेरा – एक अघोरी’ 28 अप्रैल को देश के सभी सिनेमाघरों में ऑडियो लैब मीडिया कॉर्पोरेशन द्वारा सभी सिनेमाघरों में प्रदर्शित होगी। ‘बेरा – एक अघोरी’ नयी सोच वाली नये ज़माने की नये मिजाज की फिल्म है जिसे यंगस्टर्स खूब एंज्वॉय करेंगे।

इस फिल्म के लिए संगीतकार जोड़ी प्रेम-शक्ति ने कर्णप्रिय संगीत दिया है। बॉलीवुड के सिंगर नक्काश अजीज, शाहिद माल्या और वैशाली द्वारा गाये गीतों के लोकप्रिय होने की काफी उम्मीद है।

फिल्म के डीओपी रोशन खड़गी हैं। शक्तिवीर धिराल द्वारा लिखित और प्रेम धिराल द्वारा निर्देशित इस फिल्म में मनोरंजन के अनेक रंग हैं। फिल्म में शक्ति धिराल, प्रेम धिराल और प्राजक्ता शिंदे ने जबरदस्त अभिनय किया है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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अब तक 500 के अधिक भारतीय नागरिकों को सूडान से सुरक्षित निकाल चुका है भारत

नई दिल्ली 26 April, (एजेंसी): भारत अब तक संघर्षग्रस्त सूडान से 534 भारतीय नागरिकों को सुरक्षित निकाल चुका है और इसके लिए चलाए जा रहे ऑपरेशन कावेरी के तहत भारतीय नौसैनिक जहाजों और भारतीय वायु सेना के विमानों के माध्यम से भारतीय नागरिकों को वहां से निकाला जा रहा है।

दो सौ अठहतर भारतीयों का पहला जत्था जेद्दा के लिए रवाना हुआ, जहां आगे की यात्रा के लिए एक पारगमन सुविधा स्थापित की गई है। आईएनएस सुमेधा पर मंगलवार शाम को 121 और 135 भारतीयों के दो अन्य जत्थों को जेद्दा के लिए रवाना किया गया था।

विदेश राज्य मंत्री वी मुरलीधरन को जेद्दा में हैं, जहां सूडान से भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी की निगरानी के लिए एक नियंत्रण कक्ष स्थापित किया गया है। सेना और अर्धसैनिक बल के बीच लड़ाई शुरू होने के समय सूडान में मौजूद 3,000 से अधिक भारतीयों को निकालने के लिए और उड़ानें भरी जाएंगी।

सूडान में दो युद्धरत गुटों ने मंगलवार को तीन दिवसीय युद्धविराम की घोषणा की थी, जिसका लाभ उठाते हुए भारत ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी शुरू किया है। सूडानी सशस्त्र बलों और प्रतिद्वंद्वी रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के नेताओं ने मंगलवार से शुरू होने वाली लड़ाई को रोकने पर सहमति व्यक्त की है।

आरएसएफ ने कहा कि युद्धविराम का मतलब “मानवीय गलियारों की स्थापना करना है, जिससे नागरिकों और निवासियों को आवश्यक संसाधनों, स्वास्थ्य देखभाल और सुरक्षित क्षेत्रों तक पहुंचने की इजाजत मिलती है, साथ ही राजनयिक मिशनों को खाली कर दिया जाता है।”

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