*लैब को कारण बताओ नोटिस जारी- प्रोडक्शन बंद*
नई दिल्ली 28 March, (एजेंसी): हैदराबाद में एक कंपनी की कैंसर की दवा में जानलेवा बैक्टीरिया मिला है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने यह दावा किया है। लेबनान और यमन के हेल्थ अधिकारियों ने हैदराबाद की सेलोन लैब्स की ओर से बनाई जानी वाली इस कैंसर की दवा को बैन कर दिया गया है। कैंसर की इस दवा के एक बैच में स्यूडोमोनास नाम का जानलेवा बैक्टीरिया मिला था।
इस मामले में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने लोकसभा को जानकारी भी दी। मंत्रालय ने कहा कि डब्लूएचओ ने चार घटिया और दूषित ड्रग्स के बारे में मंत्रालय को अलर्ट किया था। इसमें सेलोन लैब्स की कैंसर दवा मेथोट्रेक्सेट भी शामिल है। बताया जा रहा है कि ये दवा कीमोथेरेपी में इस्तेमाल की जाती है। इससे पहले यमन और लेबनान के हेल्थ अधिकारियों ने बच्चों में प्रतिकूल प्रभाव देखने के बाद इस दवा का टेस्ट किया था, जिसमें यह दूषित पाई गई।
डब्लूएचओ ने अलर्ट जारी कर कहा था कि कैंसर दवा मेथोट्रेक्सेट का इस्तेमाल करने वाले बीमार लोगों का इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है और वह इंफेक्शन से पीड़ित हो सकते हैं। डब्लूएचओ ने कहा कि इसे सिर्फ भारत में भेजा जाना था, लेकिन अनौपचारिक बाजारों के माध्यम से यह दवा दोनों पश्चिम एशियाई देशों तक पहुंच गई।
मामला सामने आने के बाद तेलंगाना ड्रग कंट्रोल एडमिनिस्ट्रेशन के जॉइंट निदेशक जी रामधन ने कहा कि हमने दवा में जानलेवा बैक्टिरिया मिलने के बाद सेलोन लैब्स को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। साथ ही लैब से तुरंत कैंसर की इस दवा का प्रोडक्शन बंद करने को कहा है।