नयी दिल्ली,16 अगस्त (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को कहा कि विश्वकर्मा योजना छोटे कारीगरों के प्रयासों को बढ़ाएगी। इससे पहले दिन में, केंद्रीय कैबिनेट ने पीएम विश्वकर्मा योजना के लिए 13,000 करोड़ रुपये को मंजूरी दे दी थी, जिसके तहत लोहार, मोची, लोहार और मछुआरों जैसे 18 पारंपरिक व्यवसायों में लगे कारीगरों को पीएम विश्वकर्मा प्रमाण पत्र और आईडी कार्ड के माध्यम से मान्यता प्रदान की जाएगी। मंगलवार को मोदी ने लाल किले से अपने स्वतंत्रता दिवस के भाषण के दौरान इस योजना की घोषणा की थी.
प्रधानमंत्री ने एमएसएमई मंत्री नारायण राणे के ट्वीट की प्रतिक्रिया में यह टिप्पणी की, जहां मंत्री ने कहा कि नई योजना से कारीगरों के 30 लाख परिवारों को लाभ होगा।
हमारे देश के कौशल और सांस्कृतिक विविधता को अपनाते हुए, पीएम विश्वकर्मा पहल ग्रामीण और शहरी भारत के हमारे पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों का जश्न मनाएगी। कालातीत गुरु-शिष्य परंपरा का सम्मान करते हुए, यह हमारे विश्वकर्माओं के प्रयासों को बढ़ाएगी, उन्हें जोड़ेगी।
मोदी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर राणे की टिप्पणियों के जवाब में कहा, आधुनिक मूल्य श्रृंखलाओं और आने वाली पीढिय़ों के लिए उनके अमूल्य कौशल को संरक्षित करना।
योजना के तहत 5 प्रतिशत की रियायती ब्याज दर के साथ 1 लाख रुपये (पहली किश्त) और 2 लाख रुपये (दूसरी किश्त) तक की ऋण सहायता दी जाएगी।
यह योजना कारीगरों को कौशल उन्नयन, टूलकिट प्रोत्साहन, साथ ही डिजिटल लेनदेन और विपणन सहायता के लिए प्रोत्साहन प्रदान करेगी।
यह योजना 17 सितंबर को विश्वकर्मा दिवस पर शुरू की जाएगी, जो संयोग से मोदी का जन्मदिन भी है।
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