डिजिटल हेल्थकेयर इनोवेशन के नेतृत्व के लिए सेतू-2024 के लिए हुए एकजुट

*एम्स नई दिल्ली और आईआईटी इंदौर के आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन ने करवाया कार्यक्रम*

*हितधारकों के इस जुड़ाव का उद्देश्य अत्याधुनिक स्वास्थ्य प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण का मार्ग प्रशस्त कर नवाचार और कार्यान्वयन के बीच अंतर को कम करना*

नई दिल्ली , 20 जनवरी (एजेंसी)। एम्स नई दिल्ली और आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन ने, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 2018 में लॉन्च किए गए नेशनल मिशन ऑन इंटरडिसिप्लिनरी साइबर-फिजिकल सिस्टम्स (एनएमआईसीपीएस) की छत्रछाया में, सेतू-2024 के सफल लॉन्च की गर्व से घोषणा की। यह एनएमआईसीपीएस के क्रांतिकारी कार्यक्रम का एक हिस्सा है।

इस पहल का उद्देश्य भारत में डिजिटल स्वास्थ्य सेवा नवाचार को बढ़ावा देना है।सेतू-2024, एक सहयोगी कार्यक्रम, एम्स नई दिल्ली और दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के अभिसरण के लिए एक अद्वितीय मंच के रूप में कार्य करेगा, जो अत्याधुनिक स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकियों के व्यावसायीकरण को बढ़ावा देगा। यह अभूतपूर्व सहयोग शैक्षणिक संस्थानों और शुरुआती चरण के गहन तकनीकी स्टार्टअप से वास्तविक दुनिया के अनुप्रयोगों में नवाचार को बढ़ावा देकर भारत में स्वास्थ्य सेवा परिदृश्य को नया आकार देना चाहता है।

कार्यक्रम ने देश भर के प्रमुख हितधारकों को एकजुट किया, जिनमें आठ एम्स के निदेशक और वरिष्ठ डॉक्टर, विभिन्न आईआईटी के शोधकर्ता, एनआईटी/आईआईआईटी के प्रौद्योगिकी डेवलपर्स और मेडिकल और इंजीनियरिंग संस्थानों के विशेषज्ञ शामिल थे। एम्स ने प्रौद्योगिकी डेवलपर्स और संभावित उपयोगकर्ताओं के बीच सार्थक कनेक्शन की सुविधा प्रदान की, जिससे नवाचार और कार्यान्वयन के बीच की खाई को प्रभावी ढंग से कम किया गया।दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के परियोजना निदेशक प्रो.भूपेश कुमार लाड ने गणमान्य व्यक्तियों और प्रतिभागियों का स्वागत किया। और शिक्षा जगत, स्टार्टअप और स्वास्थ्य सेवा संगठनों के बीच सहयोग को बढ़ावा देने में नवाचार की महत्वपूर्ण भूमिका और फाउंडेशन के प्रयासों पर जोर दिया।

आईजीआईबी(इंस्टीट्यूट ऑफ जेनोमिक्स एंड इंटीग्रेटिव बायोलॉजी), राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण, मिशिगन विश्वविद्यालय, बिल और मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन और विलियम जे क्लिंटन फाउंडेशन के विशेषज्ञों के साथ आकर्षक पैनल चर्चाएं हुईं। इन चर्चाओं ने डिजिटल स्वास्थ्य सेवा में चुनौतियों और अवसरों की खोज की, भारतीय स्वास्थ्य सेवा प्रणाली को आगे बढ़ाने में इसकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला। समानांतर राउंड टेबल चर्चाओं में रेडियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, दुर्लभ बीमारियों और अन्य महत्वपूर्ण क्षेत्रों में विशिष्ट स्वास्थ्य देखभाल चुनौतियों का समाधान किया गया।एम्स नई दिल्ली के पूर्व निदेशक और कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. एम सी मिश्रा ने वर्तमान स्वास्थ्य देखभाल परिदृश्य में डिजिटलीकरण की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया।

एम्स नई दिल्ली के निदेशक और सम्मानित अतिथि डॉ. एम. श्रीनिवास ने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र में ‘आत्मनिर्भर भारत’ के दृष्टिकोण के अनुरूप, मितव्ययी और लागत प्रभावी स्वास्थ्य देखभाल समाधान विकसित करने की अनिवार्यता को रेखांकित किया। सेतू-2024 ने दृष्टि सीपीएस द्वारा वित्त पोषित और सलाह प्राप्त स्टार्टअप और अकादमिक शोधकर्ताओं द्वारा विकसित हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर उत्पादों की एक विविध श्रृंखला का प्रदर्शन किया। जिसमें निर्णय समर्थन प्रणाली, 3 डी मॉडलिंग समाधान, सिमुलेशन टूल और डिजिटलीकरण प्लेटफॉर्म शामिल रहे। दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन के सीईओ आदित्य एसजी व्यास ने गहरे संबंधों को बढ़ावा देने के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कार्यक्रम का समापन किया।

और अधिक सहयोगात्मक प्रयास व ज्ञान साझा करने की मांग की। भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के सहयोग से, आईआईटीआई दृष्टि सीपीएस फाउंडेशन डिजिटल हेल्थकेयर में प्रगति को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, जो भारत में स्वास्थ्य सेवाओं को बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। सेतू-2024 एक दूरदर्शी पहल के रूप में खड़ा है, जो हितधारकों को अंतराल को कम कर, साझेदारी को बढ़ावा देने और स्वास्थ्य देखभाल प्रौद्योगिकी में तेजी से प्रगति का मार्ग प्रशस्त करने के लिए एकजुट करता है।

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