नई दिल्ली 23 April, (एजेंसी): ओडिशा के तट से समुद्र आधारित अंत: वायुमंडलीय इंटरसेप्टर मिसाइल का पहला उड़ान परीक्षण सफल रहा है। मंत्रालय ने बताया कि रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) और भारतीय नौसेना ने इस मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस परीक्षण का उद्देश्य एक शत्रुतापूर्ण बैलिस्टिक मिसाइल खतरे को पहचानना और उसे बेअसर करना है।
उसने कहा, परीक्षण का मकसद एक दुश्मन बैलिस्टिक मिसाइल के खतरे को भांपना और उसे बेअसर करना था, ताकि भारत को बीएमडी नौसेनिक क्षमता वाले देशों के कुलीन क्लब में शामिल किया जा सके। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पोत आधारित बैलिस्टिक मिसाइल रक्षा (बीएमडी) क्षमताओं के सफल परीक्षण में शामिल डीआरडीओ, भारतीय नौसेना और अन्य इकाइयों को बधाई दी।
बता दें कि इस मिसाइल की मदद से भारतीय सेना दुश्मन की मिसाइलों को समुंद्र में ही नष्ट कर सकेगी। भारत के अलावा इस तरह की मिसाइल दुनिया के सबसे ताकतवर देश अमेरिका, पड़ोसी देश चीन, रूस और इजारयल के पास है। इंडियन एरोस्पेस डिफेंस न्यूज़ ने अपने ट्विटर पर मिसाइल के परीक्षण का वीडियो ट्वीट किया और लिखा कि भारत ने आज भारतीय नौसेना के जहाज से नेवल बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस (बीएमडी) इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया।
बैलिस्टिक मिसाइल इंटरसेप्टर के परीक्षण के बाद डीआरडीओ के चीफ समीर वी कामत ने मिसाइल के डिजाइन और इसे बनाने में शामिल टीमों की तारीफ की। समीर वी कामत ने कहा कि भारत ने बेहद जटिल नेटवर्क-केंद्रित एंटी-बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम को विकसित करने में आत्मनिर्भरता हासिल की है।
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