नई दिल्ली 19 दिसंबर (एजेंसी)। भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता शहजाद पुणे वाले ने पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी की तीन राज्यों में प्रचंड बहुमत की सरकार आने पर कहा कि देश की जनता में देश की जनता ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी पर मुहर लगायी है। मध्य प्रदेश में 18 सालों के बाद भी भारतीय जनता पार्टी की सरकार एकबार फिर से आयी तो वहीं छत्तीसगढ़ और राजस्थान में कांग्रेस की सरकार को हटाकर जनता ने भारतीय जनता पार्टी को प्रचंड बहुमत की सरकार बनायी है।
शहजाद पुणे वाले ने कहा कि मोदी की गारंटी का मतलब विकसित भारत बनने की गारंटी। मोदी की गारंटी का मतलब सुशासन की नीति की गारंटी। मोदी की गारंटी का मतलब सरकार की टाईम बाउंड डिलवरी की गारंटी। मोदी की गारंटी का मतलब सामाजिक न्याय और गरीब कल्याण की गारंटी। मोदी की गारंटी का मतलब इज ऑफ लिविंग और इज आफ डुइंग की गारंटी।मोदी की गारंटी का मतलब आधारभूत संरचना की व्यापक बढ़ोत्तरी। शहजाद पुणे वाले ने कहा कि मोदी की गारंटी में एक स्पष्ट रूप् से देश के लिए एक मिषन एवं विजन है। जिसमें देष की अर्थव्यवस्था को दसवें से पांचवें स्थान पर लाने की है।
किस प्रकार से 13.5 करोड़ लोगों को गरीबी से बाहर निकालना है। किस प्रकार से गरीबों के आवास बनाने हैं। किस प्रकार से 12 करोड़ लोगों तक नल से जल पहुंचाना है। उज्जवला योजना के तहत मताओं एवं बहनों तक गैस सिलिंडर पहुंचाना है। मोदी की गारंटी में बहुत ही स्पष्ट रूप् से मिषन एवं विजन है। मोदी की गारंटी में एकतरफ मिशन एवं विजन है, दूसरी तरफ आपस में लड़ते आए और आजकल वे लोग विपक्षी दल अब हाथों में हाथ डाले इक्ठ्ठा हो रहे हैं। किन्तु, उनके दिल से दिल मिलते नहीं दिख रहे हैं। क्योंकि एक तरफ मोदी की गारंटी में मिषन एवं विजन है तो दूसरी ओर गारंटी ऑफ कमीशन गारंटी ऑफ करप्शन गारंटी ऑफ डिविजन, गारंटी ऑफ फैमिली रन डायनेस्टिक प्रोफेषन, गारंटी ऑफ अपना-अपना एम्बिषन और गारंटी ऑफ डिसरप्षन इन पार्लियामेंट है। भारत की विवेकपूर्ण एवं विद्वान जनता ने पहले ही मोदी की गारंटी पर मुहार लगा ही दी थी और अब अंतरराष्टीय एजेंसी भी मोदी की गारंटी पर बार-बार अपनी मुहर लगा रही है।
इंटरनेशन मॉनिटरिंग फंड का एक विस्तृत रिपोर्ट आया है जोकि मजबूत व्यापक आर्थिक रणनीतियों की वजह से वर्ष 2023 में भारत सबसे तेजी से बढ़ती प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं के रूप में उभरकर सामने आया है। 2014 से पहले कांग्रेस नेतृत्व वाली यूपीए की सरकार के दौरान भारत की अर्थव्यवस्था फ्रैजाइल-5 मे था। उस समय अंतरराष्टीय एजेंसियां कहती थी कि क्या भारतीय अर्थव्यवस्था टिक पाएगी, या लड़खड़ा कर गिर जाएगी। भारतीय अर्थव्यवस्था को लेकर नाकारात्मक बातें आती थी। आज दुनिया के दैनिक अखबारों में भारत की अर्थव्यवस्था फास्टेस्ट ग्रोइंग- 5 के रूप में खबरे आती है। पिछले नौ वर्षों में यह मोदी की गारंटी का असर है, जिस पर देश की जनता सहित आईएफएफ ने भी मुहर लगायी है। आईएमएफ ने भारत की अर्थव्यवस्थ को असाधारण रूप् से तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था बताया है, जो वैष्विक विकास में 16 प्रतिषत योगदान देगा।
मतलब भारत की ग्रोथ सिर्फ देश को ही नहीं, बल्कि विश्व को संपन्न बनाए। जबकि 2014 से पहले भारतीय अर्थव्यवस्था को दुनिया ऐसी नजरों से देखती थी कि क्या भारत की अर्थव्वस्था विश्व को नीचे की ओर ले जाएगा। शहजाद पुणे वाले ने कहा कि वैष्विक महामारी कोविड-19 के बाद भारत ने आर्थिक रूप से मजबूत रहा है, रोजगार दर अब महामारी से पहले के स्तर से अधिक हो गयी है। कोविड-19 के रूप् में ऐसी महामारी आयी कि पूरी दुनिया ने पिछले सौ सालों में ऐसी समस्या नहीं आयी थी। इस तरह के कठिन कालखंड में भी भारत की अर्थव्यवस्था ने तेजी से रिकवरी की है, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ था। यह दर्शाता है कि भारत की अर्थव्यवस्था उड़ान भरने के लिए तैयार हो गयी है।आईएमएफ की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत के अंदर जी-20 की अध्यक्षता आने से स्पष्ट संदेश देता है कि भारत पूरी दुनिया की नीतियों को बनाने और निर्धारित करने तथा देश एवं दुनिया को आगे बढ़ाने में अहम किरदार निभा रहा है। शहजाद पुणे वाले ने कहा कि भारत की अर्थव्यवस्था दसवीं से पांचवें स्थान पर बढती है तो सिर्फ आंकड़ा नहीं है, बल्कि आम नागरिकों की आय में बढ़ोत्तरी हो रही है और उनके जीवन स्तर उपर उठ रहा है। मध्यम वर्ग की आय में चार गुना बढ़ा है।
केंद्र सरकार द्वारा सामाजिक जनकल्याण पर होने वाले खर्च में वर्ष 2014 में 6.06 लाख करोड़ रूप्ए था, जो आज बढ़कर 22.04 लाख करोड़ रूप्ए हो गया है। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व की सरकार में सामाजिक जनकल्याण पर होने वाले खर्च में 3.3 प्रतिषत की बढ़ोत्तरी हुई है। पिछले नौ सालों में डायरेक्ट बेनिफिट टांसफर के माध्यम से विभिन्न योजनाओं की राषि लाभार्थियों के खाते में 32 लाख करोड़ रूप्ए से अधिक पहुंचायी गयी है। जबकि कांग्रेस के प्रधानमंत्री कहते थे कि एक रूप्ए लोगों को भेजता हूं तो 85 पैसा बिचौलिया खा जाते हैं, कोई पंजा लूट लेता था। शहजाद पुणे वाले ने कहा कि आईएमएफ की कोई पहली बार भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रशंसा नहीं की है।
मोदीनॉमिक्स पर एक के बाद एक मुहर लगती जा रही है। मार्गेन स्टैनली की रिपोर्ट ने भी मोदीनॉमिक्स पर मुहर लगायी थी। एसएनपी ग्लोबल रिपोर्ट में यह बात कही गयी थी कि जब दुनिया की अर्थव्यवस्था लड़खड़ा गयी है तब दुनिया भारत की ओर देख रहा है। वाल स्टीट जनरल में कहा गया कि भारत की अर्थव्यवस्था बूम कर रहा है और मुम्बई स्टॉक मार्केट आजतक के सबसे उंचाई को छू रहा है। अमेरिका के साथ भारत चिप कंडक्टर बनाने का समझौता कर रहा है। आज भारत की अर्थव्यवस्था और वैष्विक ताकत का इस प्रकार से विष्लेषन किया जाता है।
*****************************