नई दिल्ली/पटना , 03 सितंबर (एजेंसी)। तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म को लेकर दिए गए एक बयान से हंगामा मचा हुआ है। पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्वनी कुमार चौबे ने कहा कि घमंडिया गठबंधन का एक ही उद्देश्य है, हिंदू धर्म को नीचा दिखाना। पहले लालू नीतीश एवं तेजस्वी की सरकार ने बिहार में हिंदू त्योहारों की छुट्टियां रद्द की और अब तमिलनाडु सरकार में मंत्री और मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर अपमानजनक टिप्पणी की है।
एक साजिश के तहत घमंडिया गठबंधन की सरकार सनातन धर्म एवं संस्कृति पर प्रहार कर रही है। केंद्रीय राज्यमंत्री श्री चौबे ने ट्विट किया कि- “महाठगबंधन वाले सुनियोजित ढंग से सनातन पर प्रहार कर रहे हैं। पहले लालू-नीतीश ने बिहार में हिंदू त्यौहारों की छुट्टियां रद्द की,अब स्टालिन के बेटे ने सनातन को लेकर बेहद आपत्तिजनक बयान दिया है। घमंडिया गठबंधन का एक ही उद्देश्य है हिंदू धर्म को नीचा दिखाना। यही इस गठबंधन की विचारधारा है”। पूरा मामला है कि उदयनिधि ने एक सभा को संबोधित करते हुए सनातन धर्म की तुलना मलेरिया और डेंगू से कर दी. उदयनिधि के इस बयान की तमाम नेताओं द्वारा आलोचना की जा रही है और उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है।
सुप्रीम कोर्ट के वकील और सामाजिक कार्यकर्ता विनीत जिंदल द्वारा उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ सनातन धर्म के खिलाफ उनके उत्तेजक, भड़काऊ और मानहानिकारक बयान के लिए दिल्ली पुलिस में शिकायत दर्ज की गई है। इसमें भारतीय दंड संहिता की धारा 120बी,153ए, 295, और 504 of और आईटी एक्ट की धाराएं शामिल हैं। इसके अलावा, हिंदू सेना ने भी उदयनिधि स्टालिन के खिलाफ दिल्ली पुलिस कमिश्नर से शिकायत दर्ज कराई है।
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