संत सेवालाल जी ने कुरीतियों को समाप्त और मानव कल्याण के कार्य किया : ओम बिरला

*संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा संत सेवालाल महाराज 285वीं जयंती मनाई गई*

*बंजारा समुदाय अपने सांस्कृतिक धरोहर को संरक्षित किया : मीनाक्षी लेखी*

*गुलबर्गा के सांसद डा उमेश जाधव ने सेवालाल महाराज की  जयंती समारोह का आयोजन करवाया*

नई दिल्ली , 19 फरवरी (एजेंसी) । संत सेवालाल महाराज की 285वीं जयंती एवं श्री रूप सिंह महाराज स्मृति दिवस के अवसर पर संत सेवाला महाराज चैरिटेबल ट्रस्ट, नई दिल्ली द्वारा दिल्ली मे रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम किया गया। इस कार्यक्रम का संचालन सांस्कृतिक मंत्रालय, भारत सरकार के साथ किया गया था। यह कार्यक्रम दिल्ली के एन डी एम सी कन्वेन्शन सेंटर मे हुआ।

इस समारोह को सम्मानित करने के लिए  ओम बिड़ला, लोकसभा के मान्यवर अध्यक्ष,  मीनाक्षी लेखी, सांस्कृतिक और विदेश के क्षेत्र में राज्यमंत्री,  संजय राठौड़, भूमि और पर्यावरण के मंत्री,  मंजिंदर सिंह सिरसा, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव, और  सतीश उपाध्याय, एनडीएमसी  उपाध्यक्ष ने भी भाग लिया। कार्यक्रम का आरंभ संत सेवालाल महाराज की प्रतिमा को पुष्पांजलि अर्पित करने और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ। डॉ. उमेश जाधव ने स्वागत नोट दिया और लोकसभा के अध्यक्ष से दिल्ली में बंजारा भवन की निर्माण के लिए 5 एकड़ ज़मीन की मंजूरी में सहायक होने का अनुरोध किया, उन्होंने 8 वीं संविधान अनुसूची में गोरबोली को शामिल करने का भी अनुरोध किया।

मुख्य अतिथि  ओम बिड़ला ने अपने भाषण में कहा कि “बंजारा समाज के आराध्य संत सेवालाल जी महाराज की 285वीं जयंती पर दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में सम्मिलित हुआ। संत सेवालाल जी ने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कुरीतियों को समाप्त करने तथा लोकसेवा और मानव कल्याण की दिशा में जो कार्य किए वे सदैव प्रेरणा के समृद्ध स्रोत रहेंगे। संत सेवालाल जी, रूप सिंह , लक्खी शाह बंजारा जी जैसी महान विभूतियों के संदेश को आत्मसात कर बंजारा समाज देश की सेवा में अद्वितीय कार्य कर रहा है। समाजबंधुओं से युवाओं विशेषकर बेटियों को शिक्षित, संस्कारित और राष्ट्र भक्ति से परिपूर्ण करने का आह्वान किया।

मीनाक्षी लेखी ने कहा कि “बंजारा समुदाय वह समुदाय है जिसने अपने सांस्कृतिक धरोहर को इस आधुनिक युग में भी संरक्षित किया है। संजय राठौड़ ने कहा कि “महाराष्ट्र सरकार हमेशा बंजारा समुदाय के कल्याण के लिए तैयार है। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार पहाड़गढ़ को अंतरराष्ट्रीय मानक और 600 करोड़ से अधिक खर्च करके एक पवित्र स्थल और तीर्थस्थल के रूप में विकसित कर रही है। इस मौके पर  ओम बिड़ला  ने  शंकर पवार, अखिल भारतीय बंजारा सेवा संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष की जीवनी का पुस्तक “बाज वडारों ” का विमोचन किया, और कहा की शंकर पवार जी का जीवन उन लोगों को समर्पित है जो कुछ करने की चाहत रखते है और कर के दिखते है  और समाज के प्रति उनका लगाव अदितवीय है |

जिस तरह उन्होंने अपने जीवन मे गरीबी से संघर्ष कर आज जिस मुकाम पर पहुंचे है अतुलनीय है और सराहनीय है। कार्यक्रम को  शंकर पवार ने धन्यवाद संबोधन से समाप्त किया। कर्नाटक, तेलंगाना, और महाराष्ट्र से आए विभिन्न सांस्कृतिक दलों ने 4 घंटे से भी अधिक का कार्यक्रम प्रस्तुत किया। पूरे देश से 1500 से अधिक प्रतिष्ठान के व्यक्तियों ने इस कार्यक्रम में भाग लिया।

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