मुंबई 18 April, (एजेंसी): महाराष्ट्र की राजनीति में एक बार फिर सियासी भूचाल आ रहा है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के चीफ शरद पवार और उनके भतीजे अजित पवार के बीच दूरियां एक बार फिर लगातार बढ़ती जा रहीं हैं। सूत्रों के मुताबिक एनसीपी के 53 एमएलए में से 40 एमएलए अजीत पवार के साथ हैं।
एनसीपी के सीनियर नेता अजित पवार को लेकर कहा जा रहा है कि वह अपने चाचा और पार्टी मुखिया शरद पवार से बगावत करके भाजपा के साथ जा सकते हैं। शरद पवार ने ऐसे सवालों पर सीधे तौर पर तो कुछ नहीं कहा लेकिन भाजपा के साथ जाने को आत्महत्या करने जैसा बताया है। कहा जा रहा है कि शरद पवार डैमेज कंट्रोल में जुटे हैं और पार्टी के नेताओं को साध रहे हैं। लेकिन उनकी कवायद बेकार होती दिख रही है।
एनसीपी नेता अजीत पवार के बीजेपी में शामिल होने की अटकलों के बीच यह बात सामने आ रही है कि अजित एक बार फिर बीजेपी-शिंदे के साथ मिलकर समर्थन जुटा रहे हैं।
सूत्रों के हवाले से खबर है कि लगभग 40 विधायक अजित पवार के समर्थन में हैं। इन लोगों की ओर से अजित पवार को भाजपा के साथ जाने के लिए हरी झंडी दी गई है। इन नेताओं में प्रफुल्ल पटेल भी शामिल हैं, वहीं प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल ने इसका विरोध किया है।
इससे पहले सोमवार को एनसीपी विधायक अन्ना बंसोडे और माणिकराव कोकाटे ने कह दिया था कि वह अजित पवार के साथ रहेंगे, भले ही वह किसी के भी साथ जाने का फैसला लें। साफ है कि शरद पवार भले ही पार्टी को साधने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन अब एनसीपी उनके हाथ से फिसलती दिख रही है।
******************************