हीरोपंती 2 के मिस हेयरन के लिए दी अपनी आवाज

09.04.2022 – हीरोपंती 2 के मिस हेयरन के लिए दी अपनी आवाज. बॉलीवुड के एक्शन स्टार टाइगर श्रॉफ अपनी आने वाली एक्शन फिल्म हीरोपंती 2 के फीचर फिल्म के गाने को अपनी आवाज दी है। एक्शन स्टार इससे पहले अनबिलीवबल और पंजाबी-इंग्लिश सिंगल पूरी गल बात जैसे सिंगल्स को अपनी आवाज दे चुके हैं।मिस हेयरन शीर्षक वाला यह गाना एक ए आर रहमान की रचना है, जिसके बोल अनुभवी गीतकार महबूब द्वारा प्रस्तुत किए गए हैं।

अहमद खान ने राहुल शेट्टी के साथ कोरियोग्राफी की जिम्मेदारी ली है।टाइगर ने निसा शेट्टी के साथ ट्रैक परफॉर्म किया है। गाना शुक्रवार को रिलीज होगा।रजत अरोड़ा द्वारा लिखित और ए आर रहमान द्वारा संगीत, साजिद नाडियाडवालाकी हीरोपंती 2 अहमद खान द्वारा निर्देशित है, जिन्होंने टाइगर की आखिरी रिलीज बागी 3 का निर्देशन भी किया था।

साजिद नाडियाडवाला द्वारा निर्मित, फिल्म, जिसमें नवाजुद्दीन सिद्दीकी और तारा सुतारिया भी हैं, 29 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली है, जो यह अजय देवगन निर्देशित रनवे 34 से टकराएगी। (एजेंसी)

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दबंग गर्ल सोनाक्षी सिन्हा का मालदीव में दिखा स्टनिंग लुक

09.04.2022 – दबंग गर्ल सोनाक्षी सिन्हा का मालदीव में दिखा स्टनिंग लुक.  गर्मी का पारा जैसे-जैसे बढ़ रहा है वैसे-वैसे ही सेलेब्स मालदीव में वेकेशन मनाने पहुंच रहे है. एक के बाद एक एक्ट्रेसेस मालदीव पहुंच रही हैं और वहां से समुंदर के किनारे खूबसूरत तस्वीरें और वीडियो शेयर कर रही हैं. इस कड़ी में अब बॉलीवुड की दबंग गर्ल सोनाक्षी सिन्हा का नाम भी जुड़ गया है. सोनाक्षी मालदीव में हैं और वहां से सोशल मीडिया का तापमान बढ़ा रही हैं. मालदीव से सोनाक्षी अपनी बोल्ड एंड ब्यूटीफुल तस्वीरें शेयर कर रही हैं जो फैंस को पसंद आ रही हैं.

सोनाक्षी सिन्हा तस्वीरों में हरे रंग का प्लाज़ो और लॉन्ग जैकेट के साथ ब्रालेट फिरोज़ी क्रॉप टॉप पहने दिखाई दे रही हैं. इसके साथ सोनाक्षी ने लाइट मेकअप के साथ अपनी जुल्फों को खोल रखा है. फैंस को सोनाक्षी का समर बीच लुक काफी पसंद आ रहा है. सोनाक्षी के स्टनिंग लुक की फैंस तारीफ करते नहीं थक रहे हैं. मालदीव सोनाक्षी के फेवरेट हॉलीडे डेस्टिनेशन में से एक है.

सोनाक्षी सिन्हा के काम की बात करें तो वह आखिरी बार अजय देवगन के साथ फिल्म भुज में नजर आई थीं. वहीं आने वाले समय में सोनाक्षी, हुमा कुरैशी के साथ फिल्म डबल एक्सएल और रितेश देशमुख, साकिब सलीम के साथ काकुड़ा में नजर आएंगी. (एजेंसी)

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पंखुड़ी अवस्थी गुड़ से मीठा इश्क में ऐश्वर्या से थीं प्रेरित

09.04.2022 – पंखुड़ी अवस्थी गुड़ से मीठा इश्क में ऐश्वर्या से थीं प्रेरित. गुड से मीठा इश्क की अभिनेत्री पंखुरी अवस्थी शो में अपनी भूमिका के लिए बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन से प्रेरणा लेने की बात की। पंखुड़ी का कहना है कि उन्होंने 1999 में आई फिल्म ताल में बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय बच्चन के किरदार से काजू के किरदार को गढ़ा था।अभिनेत्री ने बताया, शो का शीर्षक ट्रैक बहुत सुंदर है और ताल अपने आप में सर्वश्रेष्ठ है। जब शो में इस गाने पर डांस करने की बात आती है, तो सबसे पहले जो व्यक्ति दिमाग में आता है वह प्रसिद्ध बॉलीवुड अभिनेत्री ऐश्वर्या राय हैं।

क्योंकि उनसे बेहतर इस गाने की कल्पना कोई नहीं कर सकता था।खासकर जब शो गुड से मीठा इश्क के लिए मेरे हालिया फोटोशूट के दौरान मुझे अपने पहाड़ी लुक में पोज देने के संदर्भ में ऐश्वर्या राय बच्चन की एक तस्वीर दिखाई गई थी। तो यह कहना कोई खिंचाव नहीं है कि मैंने उनसे काजू के लिए प्रेरणा ली। मुझे उम्मीद है कि मेरे किरदार को दर्शकों द्वारा पसंद किया जाएगा और लोग मेरे किरदार को पसंद करते रहेंगे।फिल्म फार्म इंडिया द्वारा निर्मित यह शो जल्द ही दर्शकों को एक नई प्रेम कहानी से रूबरू कराएगा।

अभिनेत्री पंखुरी अवस्थी जहां एक हिल टूरिस्ट गाइड काजू की भूमिका में नजर आएंगी, वहीं ईशान धवन फोटोग्राफर नील खुराना के रूप में नजर आएंगे और मीरा देवस्थले एक विशेष किरदार निभाएंगी, जिसमें वह एक मानसिक रूप से विकलांग व्यक्ति के रूप में नजर आएंगी। पीलू विद्यार्थी, विशाल चौधरी, आम्रपाली गुप्ता और अनन्या खरे अन्य लोगों में शामिल हैं। गुड़ से मीठा इश्क 18 अप्रैल से स्टार भारत पर शुरू होगा। (एजेंसी)

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प्रधानमंत्री आवास योजना से देश के गरीबों को मिल रहा है फायदा

नई दिल्ली 8 अप्रैल । प्रधानमंत्री आवास योजना से देश के गरीबों को मिल रहा है फायदा. भारतीय जनता पार्टी अपने 42 वा स्थापना दिवस मना रही है जिसके उपलक्ष में 7 अप्रैल से 20 अप्रैल तक सामाजिक न्याय पखवारा पूरे देश में मना रही है । इस पखवाड़े में बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना पूरे देश की जनता को किस तरह इसका लाभ मिल रहा है इसकी जानकारी देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत और गरीबों को रहने को घर मिल रहा है ।

गिरिराज सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह चाहते हैं कि देश के और लोगों के पास अपना घर हो जिसमें वह आराम से रह सके । गिरिराज सिंह ने यूपी और खासकर कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस का यह नारा था गरीबी हटाओ इंदिरा लाओ लेकिन इन्होंने वास्तव में देश के गरीबों के लिए कुछ नहीं किया और केवल और केवल अपने जेब भरने का काम के अलावा कुछ नहीं किया।

वहीं दूसरी तरफ मोदी सरकार है जो आवास देने के साथ-साथ और घर शौचालय और एलईडी लाइट गरीबों के पास उज्जला योजना के तहत गरीब महिलाओं को गैस सिलेंडर देना खासकर मकान के स्वामित्व महिलाओं को देना यह नरेंद्र मोदी सरकार की बहुत बड़ी उपलब्धि है। देश की आजादी के 60 साल में स्वयं सहायता समूह की संख्या मात्र 2 करोड़ थी जोकि 2014 से वर्तमान समय तक स्वयं सहायता समूह की संख्या 8 करोड़ से अधिक हो चुकी है जिसे 2024 तक 10 करोड़ से अधिक करना है यह नरेंद्र मोदी की वजह से संभव हुआ है।

ग्रामीण विकास मंत्री गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में योगी सरकार आने के बाद प्रधानमंत्री आवास योजना में सबसे तेजी से काम किया है और अब तक 50 लाख आवास बनाकर गरीबों को देने का काम किया है। गिरिराज सिंह ने प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर यूपी की योगी सरकार की बहुत प्रशंसा की।

उन्होंने जानकारी देते हुए बताया कि यूपी में जब तक अखिलेश यादव की सरकार रही तब तक उन्होंने कोई काम नहीं किया। लेकिन जब से योगी जी की सरकार आई है. उन्होंने 50 लाख मकान बनाकर गरीबों को दे दिए। यूपी सबसे तेजी से इस योजना में काम कर रही है और गरीबों को आवास बनाकर दे रही है। यही वजह से उनकी फिर से यूपी में सरकार बनी है।

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संप्रदायिकता को राजस्थान में कांग्रेस सरकार बढ़ावा दे रही है

नई दिल्ली, 8 अप्रैल (आरएनएस) । संप्रदायिकता को राजस्थान में कांग्रेस सरकार बढ़ावा दे रही है.  राजस्थान के करौली शोभा यात्रा पर पथराव को लेकर भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर ने ट्रॉली हिंसा मामले में कहा कि राजस्थान में आग लगी हुई है और अशोक गहलोत सरकार सोई हुई है। राज्यवर्धन सिंह राठौर ने अशोक गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि राजस्थान में कांग्रेस की सरकार खुद संप्रदायिकता को बढ़ावा देने में लगी हुई है। राजस्थान में तुष्टीकरण को देखकर हम लोग चुप नहीं बैठ सकते। राजवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि कांग्रेस ने ही हिंदू आतंकवादी शब्द दिया है इस नाते कांग्रेस के तुष्टीकरण पर लोगों को अचंभा नहीं होता है। राज्यवर्धन सिंह राठौर ने कहा कि करौली हिंसा की निंदा होनी चाहिए और कांग्रेस सरकार हर तरफ से विफल नजर आ रही है। राजस्थान में राज्य सरकार तालिबानी सोच के साथ काम कर रही है।

राठौड़ ने कहा कि पुलिस को घटना की पहले से जानकारी क्यों नहीं थी। 14-15 दुकानों को जलाया गया है मामले में अब तक किसी की भी गिरफ्तारी क्यों नहीं हुई है। दी कश्मीर फाइल फिल्म पर अजमेर में धारा 144 लगा दी गई है। हिंदुओं कार्य स्थालों पर धारा 144 लगा देते हैं। रमजान आते ही सरकार कहती है कि बिजली की कटौती बिलकुल नहीं होगी। फर्क दर्शाता है कि किस प्रकार सरकार भेदभाव करती है। राजस्थान बीजेपी अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि पिछले 3 वर्षों में करीब 7 लाख FIR दर्ज हुई हैं। मॉब लिंचिंग के मामले, सांप्रदायिक हिंसा भी हैं और खास तौर पर महिलाओं से दुष्कर्म के मामले एक साल में ही 6,337 सामने आए हैं।

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प्रशिक्षण के बाद युवाओं को जॉब से जोड़ रही सरकार

रांची,08.04.2022 –  प्रशिक्षण के बाद युवाओं को जॉब से जोड़ रही सरकार. मुख्यमंत्री हेमन्त सोरने की पहल के बाद श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग एवं एचसीएल के बीच हुए एमओयू का प्रतिफल महज चार माह के अंदर ही नजर आने लगा है। प्लेसमेंट लिंक्ड स्किल ट्रेनिंग कार्यक्रम के जरिये राज्य के युवा प्रशिक्षण एवं रोजगार उपलब्ध कराने की योजना से जुड़ने लगे हैं। प्रथम चरण में राज्य के 220 युवा सरकार के रोजगारपरक कार्यक्रम से जुड कर आईटी सेक्टर में अपने सपने को उड़ान दे रहे हैं। युवाओं में इंटरमीडिएट के बाद उत्पन्न होने वाली उहापोह की स्थिति को काफी हद तक सरकार का यह कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम समाप्त करने में कारगर साबित हो रहा है। कौशल प्रशिक्षण के इस कार्यक्रम से रांची, जमशेदपुर और धनबाद के युवा जुड़ कर अपने भविष्य को गढ़ने में जुटे हैं। जल्द ही यह अवसर दुमका और पलामू के युवाओं को भी प्राप्त होगा।

12वीं के बाद मिल रहा अवसर

सरकार के कौशल प्रशिक्षण प्रोग्राम में चयन के लिए वर्ष 2021-22 में 12वीं साइंस संकाय में मैथ्स एवं कॉमर्स संकाय में बिजनेस मैथ्स के साथ पास होना अनिवार्य है। एचसीएल द्वारा चयनित होने के उपरांत छह माह तक वचुर्वल माध्यम से प्रशिक्षण देने के बाद छह माह का इंटर्नशिप एचसीएल के सेंटर में कराने का प्रावधान है। इंटर्नशिप के दौरान ही स्टूडेंटस को प्रतिमाह 10 हजार रुपये का भुगतान एचसीएल द्वारा किया जाता है। इंटर्नशिप पूर्ण होने के बाद एचसीएल द्वारा ही स्टूडेंट्स को नियोजित करने की सरकार के साथ सहमति बनी है। नियोजन के साथ एचसीएल के सहयोग से स्टूडेंट्स उच्च शिक्षा के लिए बिट्स पिलानी अथवा एमिटी यूनिवर्सिटी या शास्त्रा यूनिवर्सिटी, तमिलनाडु से स्नातक कर सकते हैं। यह डिग्री जॉब के साथ-साथ वर्क इंटीग्रेटेड लर्निंग प्रोग्राम के माध्यम से होता है। राज्य के हर जिले से बच्चे कौशल प्रशिक्षण कार्यक्रम का लाभ उठा सकते हैं। रांची, धनबाद, जमशेदपुर, दुमका व पलामू में एचसीएल टेकबी करियर हेतु इच्छुक छात्र एवं अभिभावक काउंसेलिंग एवं असेसमेंट में भाग लेने हेतु श्रम, नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग द्वारा संचालित मॉडल करियर सेन्टर में एचसीएल के प्रतिनिधि से मिल सकते हैं।

एचसीएल टेकबी कैरियर में जाने हेतु इच्छुक छात्र-छात्राएं निम्नलिखित लिंक पर निबंधन व आवेदन कर सकते हैं:

registrations.hcltechbee.com

Helpline: 9297788999

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मानव तस्करी रैकेट का भंडाफोड़ पुलिस ने 17 महिलाओं को बचाया

बेंगलुरु,08 अप्रैल (आरएनएस)। मानव तस्करी रैकेट का कर्नाटक पुलिस ने भंडाफोड़ कर एक बड़ी कार्रवाई में 7 लोगों को गिरफ्तार किया है। सिटी क्राइम ब्रांच (सीसीबी) के अधिकारियों ने 17 महिलाओं को बचाया है, जिन्हें दुबई ले जाने के लिए तैयार किया गया था। पुलिस ने 95 महिलाओं को दुबई भेजे जाने की जानकारी इक_ा की है और 17 पासपोर्ट जब्त किए हैं।
ये आरोपी शख्स युवक-युवतियों को लाखों रुपये प्रति माह की मोटी कमाई का लालच देकर जालसाजी करते थे। वे इवेंट मैनेजमेंट कंपनियों में काम करने वाली लड़कियों को भी लुभाते थे। आरोपियों ने 50,000 रुपये एडवांस रुपये के तौर पर मुहैया कराए और उन्हें दुबई का वीजा दिलाने में मदद की और वहां भेज दिया। गिरोह ने कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र और पंजाब राज्यों की महिलाओं को भी निशाना बनाया है।
आरोपी के दुबई में डांस बार के मालिकों से संबंध थे। एक बार जब लड़कियां दुबई में उतरीं तो उन्हें डांस बार में परफॉर्म करने के लिए मजबूर किया गया। इसके बाद में डांस बार मालिकों ने उन्हें ग्राहकों को आकर्षित करने और उनका मनोरंजन करने के लिए मजबूर किया। अगर लड़कियां ऐसा करने से मना करती हैं तो उन्हें मानसिक और शारीरिक रूप से प्रताडि़त किया जाता है। पीडि़तों से तत्काल एडवांस रुपये लौटाने को कहा गया। लेकिन लड़कियों के पास रुपये नहीं होने के कारण उन्हें नौकरी जारी रखने के लिए मजबूर किया जाता था।
गिरोह में फंसने वाले पीडि़तों में से एक ने बेंगलुरु के हेनूर पुलिस स्टेशन से संपर्क किया और शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद में मामले की गंभीरता को देखते हुए इसे आगे की जांच के लिए सीसीबी को सौंप दिया गया। पुलिस ने 3 आरोपियों को कर्नाटक से और 4 को तमिलनाडु से गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए लोगों की पहचान कोप्पल के एक जूनियर कलाकार बसवराजू शंकरप्पा कलासाद (43), मैसूर की एक डांसर आदर्श उर्फ आदि (28), तमिलनाडु के सलेम के राजेंद्र नचिमुट्ट (32), चेन्नई के एक कलाकार एजेंट मरियप्पन (44), बेंगलुरु से चंदू (20), पांडिचेरी से टी अशोक (29) और तमिलनाडु के तिरुवल्लूर से एस राजीव गांधी (35) के रूप में हुई है। आगे की जांच जारी है।

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श्रीलंका में राजनीति गहरी अस्थिरता के दौर में प्रवेश कर गई है

वेद प्रताप वैदिक – श्रीलंका में अस्थिरता के बादल छा गए हैं।  श्रीलंका की राजपक्ष भाइयों की सरकार रहे या चली जाए, हमारे  पड़ौसी देश की राजनीति गहरी अस्थिरता के दौर में प्रवेश कर गई है। जहां तक श्रीलंका का प्रश्न है, वहां राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री और अन्य तीन मंत्री एक ही राजपक्ष परिवार के सदस्य हैं। ऐसी पारिवारिक सरकार शायद दुनिया में अभी तक कभी नहीं बनी है। जब सर्वोच्च पदों पर इतने भाई और भतीजे बैठे हों तो वह सरकार किसी तानाशाह से कम नहीं हो सकती। राजपक्ष-परिवार श्रीलंका का राज-परिवार बन गया।

श्रीलंका में आर्थिक संकट इतना भीषण हो गया है कि कल पूरे मंत्रिमंडल ने इस्तीफा दे दिया। सबसे बड़ी बात यह कि जिन चार मंत्रियों को फिर नियुक्त किया गया, उनमें वित्तमंत्री बसील राजपक्ष नहीं हैं। वित्तमंत्री के खिलाफ सारे देश में जबर्दस्त रोष फैला हुआ है, क्योंकि मंहगाई आसमान छूने लगी है। चावल 500 रु. किलो, चीनी 300 रु. किलो और दूध पाउडर 1600 रु. किलो बिक रहा है। बाजार सुनसान हो गए हैं। ग्राहकों के पास पैसे नहीं हैं। रोजमर्रा पेट भरने के लिए हर परिवार को ढाई-तीन हजार रु. चाहिए। लोग भूखे मर रहे हैं। कोई आश्चर्य नहीं कि अगले दो-तीन दिन में सरे-आम लूट-पाट की खबरें भी श्रीलंका से आने लगें। पेट्रोल, डीजल और गैस का अकाल पड़ गया है, क्योंकि उन्हें खरीदने के लिए सरकार के पास डॉलर नहीं हैं।

लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग-भागकर भारतीय आ रहे हैं ।श्रीलंका के रिजर्व बैंक के गवर्नर अजीत निवार्ड कबराल ने भी इस्तीफा दे दिया है। श्रीलंका की अर्थव्यवस्था के तीन बड़े आधार हैं। पर्यटन, विदेशों से आनेवाला श्रीलंकाइयों का पैसा और वस्त्र-निर्यात। महामारी के दौरान ये तीनों अधोगति को प्राप्त हो गए। 12 बिलियन डॉलर का विदेशी कर्ज चढ़ गया। उसकी किस्तें चुकाने के लिए सरकार के पास पैसा नहीं है।चाय के निर्यात की आमदनी घट गई, क्योंकि रासायनिक खाद पर प्रतिबंध के कारण चाय समेत सारी खेती लंगड़ा गई।

श्रीलंका को पहली बार चावल का आयात करना पड़ा। 2019 में बनी इस राजपक्ष सरकार ने अपनी लोकप्रियता बढ़ाने के लालच में तरह-तरह के टैक्स घटा दिए और मुफ्त अनाज बांटना शुरु कर दिया। सारा देश विदेशी कर्जे में डूब गया।

गांव-गांव और शहर-शहर में लाखों लोग सड़कों पर उतर आए। घबराई हुई सरकार ने विरोधी दलों से अनुरोध किया कि सब मिलकर संयुक्त सरकार बनाएं लेकिन वे तैयार नहीं हैं। राजपक्ष सरकार ने पहले आपात्काल घोषित किया, संचारतंत्र पर कई पाबंदियां लगाईं और अब उसे कर्फ्यू भी थोपना पड़ा है। भारत सरकार ने श्रीलंका की तरह-तरह से मदद करने की कोशिश की है लेकिन जब तक दुनिया के मालदार देश उसकी मदद के लिए आगे नहीं आएंगे, श्रीलंका अपूर्व अराजकता के दौर में प्रवेश कर जाएगा।

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भारत और ऑस्ट्रेलिया व्यापार के क्षेत्र में संयुक्त विजेता

पीयूष गोयल -भारत और ऑस्ट्रेलिया व्यापार के क्षेत्र में संयुक्त विजेता.  भारत ऑस्ट्रेलिया आर्थिक सहयोग और व्यापार समझौता (इंडऑस ईसीटीए) के माध्यम से वैश्विक व्यापार परिदृश्य में भारत के प्रभावशाली उदय से जुड़े एक और नए अध्याय की शुरुआत हुई है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में, अत्यधिक प्रतिस्पर्धी वैश्विक बाजार में देश लगातार नई ऊंचाइयां छू रहा है। पिछले महीने, भारत ने 2021-22 के लिए 400 बिलियन डॉलर के महत्वाकांक्षी निर्यात लक्ष्य को हासिल ही नहीं किया, बल्कि इससे आगे भी बढ़ गया है, क्योंकि छोटे उद्यमों समेत भारतीय निर्यातकों ने अपने मौजूदा परिचालनों में वृद्धि की, नए बाजारों में प्रवेश किया और नए उत्पादों का निर्यात किया।

इस प्रकार, भारतीय निर्यातकों ने आर्थिक विकास को गति प्रदान की एवं रोजगार के अवसरों का सृजन किया और वो भी ऐसे समय में जब वैश्विक अर्थव्यवस्था महामारी के कारण संकट में थी। इससे एक महीने पहले, भारत ने संयुक्त अरब अमीरात के साथ व्यापक आर्थिक भागीदारी समझौताÓ पर हस्ताक्षर किए, जिससे देश के लोगों के लिए नौकरियों के और धन अर्जित करने के नए अवसर पैदा हुए। भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच एकता का प्रतीक, इंडऑस ईसीटीए एक प्रमुख मील का पत्थर है। यह अगले पांच वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार को मौजूदा 27.5 बिलियन डॉलर से बढ़ाकर 45-50 बिलियन डॉलर के स्तर पर ले जाएगा, जिससे दोनों देशों को बहुत लाभ होगा। यह एक दशक से अधिक समय के बाद किसी विकसित अर्थव्यवस्था के साथ पहला व्यापार समझौता है, जिसे निर्यातकों, व्यापारियों, छोटे उद्यमों और पेशेवरों के साथ व्यापक परामर्श के बाद अंतिम रूप दिया गया है।

व्यापार सौदे और भारतीय निर्यातकों का प्रशंसनीय प्रदर्शन न्यू इंडिया की नई ऊर्जा, समर्पण, दृढ़ संकल्प और सफल होने की अदम्य इच्छा का प्रमाण है। देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है, जो भारतीय स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ के पहले 75-सप्ताह की समयावधि को रेखांकित करता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा था कि कोरोना काल के बाद दुनिया बहुत तेजी से एक नई विश्व व्यवस्था की ओर बढ़ रही है। उन्होंने कहा, यह एक ऐसा महत्वपूर्ण दौर है, जब भारत को इस अवसर को हाथ से नहीं जाने देना चाहिए। अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भी भारत की आवाज बुलंद रहनी चाहिए तथा भारत को नेतृत्व की भूमिका के लिए खुद को योग्य समझना चाहिए। इस संदर्भ में, भारत का पूरा निर्यात व्यवसाय- सामान्य बुनकरों और कामगारों से लेकर दुनिया को मात देने वाले उद्यमियों, इंजीनियरों और सॉफ्टवेयर पेशेवरों तक – भारत को वैश्विक बाजार में एक प्रमुख शक्ति के रूप में स्थापित कर रहा है और दुनिया भारत को एक उभरती हुई महाशक्ति के रूप में देख रही है।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के आर्थिक संबंध एक-दूसरे के लिए पूरक हैं। भारत मुख्य रूप से ऑस्ट्रेलिया को तैयार उत्पादों का निर्यात करता है और विशेषकर खनिजों, कच्चे माल और मध्यवर्ती वस्तुओं का आयात करता है। भारत को अपने सभी उत्पादों के लिए ऑस्ट्रेलिया में शुल्क-मुक्त पहुंच प्राप्त होगी। इससे भारत, प्रमुख प्रतिद्वंद्वियों, जिनके पास पहले से ही ऑस्ट्रेलिया के साथ व्यापार सौदे हैं, के साथ प्रतिस्पर्धा करने में सक्षम होगा और प्रतिकूल परिस्थिति से होने वाले नुकसान को कम करने में सफल होगा। भारत को अपने उत्पादों के लिए बाजार पहुंच का फायदा मिलेगा और नियामक प्रक्रियाओं को आसान बनाने से फार्मास्युटिकल उत्पादों के लिए, इस क्षेत्र का आकर्षक 12 बिलियन डॉलर का ऑस्ट्रेलियाई बाजार भी खुल जाएगा।इसी तरह, कपड़ा निर्यात के तीन वर्षों में तीन गुना होकर 1.1 बिलियन डॉलर के स्तर तक पहुंचने की उम्मीद है, जिससे हर साल 40,000 नए रोजगार सृजित होंगे और छोटे शहरों व ग्रामीण क्षेत्रों में नई इकाइयों के शुरू होने की संभावना बढ़ेगी। इंजीनियरिंग उत्पादों का निर्यात 2020-21 के 1.2 बिलियन डॉलर से बढ़कर पांच वर्षों में 2.7 बिलियन डॉलर होने की उम्मीद है।ऑस्ट्रेलिया और संयुक्त अरब अमीरात के साथ व्यापार समझौतों से अगले पांच से सात वर्षों में प्रत्येक के सन्दर्भ में 10 लाख नौकरियां के सृजन होने का अनुमान है।

वे निवेशकों का उत्साह भी बढ़ाएंगे और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं में भारत की स्थिति को बढ़ावा देंगे, जिससे समझौते में एक रणनीतिक आयाम जुड़ेगा। भारत पहले ही ऑस्ट्रेलिया और जापान के साथ त्रिपक्षीय आपूर्ति श्रृंखला लचीलापन पहल (एससीआरआई) व्यवस्था में शामिल हो चुका है।यह समझौता भारतीय कंपनियों के लिए कच्चे माल, खनिज और मध्यवर्ती वस्तुओं की लागत को कम करता है, जिससे उपभोक्ताओं को मदद मिलेगी और निर्यात में वृद्धि होगी। सरकार ने किसानों का ध्यान रखा है और कई क्षेत्रों को समझौते के दायरे से बाहर रखा है। इनमें डेयरी उत्पाद, काबुली चना, अखरोट, पिस्ता, गेहूं, चावल, बाजरा, सेब, सूरजमुखी-बीज का तेल, चीनी, खली, सोना, चांदी, प्लेटिनम, आभूषण, लौह अयस्क और अधिकांश चिकित्सा उपकरण शामिल हैं।

छात्रों को भी बहुत लाभ मिलेगा। वे अध्ययन के बाद चार साल तक के लिए वीज़ा प्राप्त कर पायेंगे, जो उन्हें अंतरराष्ट्रीय स्तर पर नौकरी का अनुभव देगा और ऑस्ट्रेलिया को युवा पेशेवरों के प्रतिभाशाली, मेहनती समुदाय का लाभ देगा, जिन्होंने विश्व स्तर पर अपनी पहचान बनाई है और प्रमुख पश्चिमी कंपनियां के शीर्ष पदों को संभाल रहे हैं।इसके अलावा, भारतीयों को एक उदार वीजा व्यवस्था मिलेगी, जो कॉर्पोरेट के दायरे में स्थानांतरित होने वाले कर्मियों, अधिकारियों और संविदा सेवा प्रदाताओं को चार साल तक अस्थायी प्रवास की अनुमति देगा। परिवार के सदस्यों के लिए प्रवेश, निवास करने और काम के अधिकारों के लिए भी प्रतिबद्धताएं शामिल की गयीं हैं।

भारतीय शेफ और योग शिक्षक भी वीजा व्यवस्था में रियायतों के साथ ऑस्ट्रेलिया में अपनी पहचान बनाने में सक्षम होंगे, जो उन्हें चार साल तक रहने की अनुमति देगा, यदि वे पात्रता मानदंडों को पूरा करते हैं। इससे भारत के सांस्कृतिक प्रभाव में वृद्धि होगी और आस्ट्रेलिया के लोगों को योग का लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी।दोनों देश क्रिकेट के प्रति अपने लगाव से भी एकता की भावना प्रदर्शित करते हैं और भारतीय खेलप्रेमी डॉन ब्रैडमैन, स्टीव वॉ, ब्रेट ली और शेन वार्न जैसे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के दिग्गजों के प्रशंसक रहे हैं। प्रत्येक टीम चुनौतीपूर्ण क्रिकेट प्रतियोगिताओं में दूसरे को पराजित करने के लिए कड़ी मेहनत करती है, लेकिन व्यापार-क्षेत्र में कोई पक्ष हारने वाला नहीं है – यह दोनों ही देशों के लिए जीत की स्थिति है।

भविष्य के प्रति और अधिक उत्साह है। भारत; यूरोपीय संघ, कनाडा और यूके जैसे प्रमुख पश्चिमी व्यापारिक भागीदारों के साथ व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रहा है। संयुक्त अरब अमीरात और ऑस्ट्रेलिया के साथ हुए व्यापार समझौते भारत की अदम्य इच्छा और उद्योग जगत के विश्वास को प्रदर्शित करते हैं, जहां दोनों देश लाभ की स्थिति में होते हैं तथा अन्य व्यापार समझौतों के लिए एक ठोस आधार मिलता है।

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आईएनएस विक्रांत घोटाले को लेकर राज्यसभा में हुआ हंगामा

नई दिल्ली,07 अप्रैल (आरएनएस)। आईएनएस विक्रांत घोटाले को लेकर राज्यसभा में हुआ हंगामा. राज्यसभा में आज शिवसेना और कांग्रेस पार्टी के सदस्यों ने विमान वाहक पोत आईएनएस विक्रांत से संबंधित एक सौ करोड़ रुपये के घोटाले को लेकर भारी शोरगुल और हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। शून्यकाल के दौरान शिवसेना के संजय राउत और अनिल देसाई ने इस मामले को उठाया और सदन के बीच में आ गए। इसके बाद शिवसेना तथा कुछ अन्य सदस्य अपनी सीट के आगे आ गये और शोरगुल करने लगे । शिवसेना की प्रियंका चतुर्वेदी ने नियम 267 के तहत इस घोटाले पर चर्चा कराने की मांग को लेकर नोटिस दिया था।

नायडू ने कहा कि विपक्ष के नेता मल्लिकार्जुन खडग़े ने नियम 267 के तहत एक नोटिस दिया था जिस पर चर्चा की अनुमति नहीं दी गई है । वह यदि इस मुद्दे को बाहर उठाना चाहते हैं तो उठाए। इसी दौरान तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने महंगाई पर चर्चा कराने की मांग की।
नायडू ने कहा कि सदन की बैठक का आज अंतिम दिन है इसलिए सदस्य सदन की कार्यवाही चलने दें । उन्होंने हंगामा कर रहे सदस्यों को कहा कि आप यहां से यही संदेश देना चाहते हैं । उन्होंने सदस्यों को चेतावनी देते हुए कहा कि जो सदस्य नारेबाजी कर रहे हैं उनके नाम बुलेटिन में छापे जाएंगे। इसके बाद भी सदस्यों का हंगामा जारी रहने पर सभापति ने सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित करने की घोषणा कर दी।

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सरना स्थल सिरोम टोली सौंदर्यीकरण योजना की मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने रखी आधारशिला

रांची, 07.04.2022 – सरना स्थल  सिरोम टोली सौंदर्यीकरण योजना की मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने रखी आधारशिला. राज्य सरकार के द्वारा आदिवासी समाज की परंपरा और कला- संस्कृति को जीवंत, अक्षुण्ण और संरक्षित करने का प्रयास लगातार जारी है। इस कड़ी में आज राजधानी रांची के सिरोमटोली सरना स्थल के सौदर्यीकरण योजना का शिलान्यास किया जा रहा है। लगभग 5 करोड़ रुपए की लागत से इस सरना स्थल परिसर में कई सुविधाएं उपलब्ध होंगी । उन्होंने कहा कि राज्य कि सभी सरना और मसना स्थल का संरक्षित करने का संकल्प राज्य सरकार ने लिया है, ताकि आने वाली पीढ़ी भी इसके ऐतिहासिक महत्व से भलीभांति वाकिफ रहे। उन्होंने राज्य वासियों से कहा कि अगर उनकी नजर में कोई उत्सव स्थल को विकसित और संरक्षित करने की जरूरत है तो उसकी जानकारी दें। इस दिशा में सरकार अवश्य पहल करेगी।

प्राचीनतम व्यवस्थाओं में एक है आदिवासी समाज की व्यवस्था

मुख्यमंत्री ने कहा कि विश्व की प्राचीनतम व्यवस्थाओं में आदिवासी समाज की व्यवस्था को जाना जाता है। हालांकि, आज की भौतिकवादी युग में सामंजस्य स्थापित करने में आदिवासी समाज थोड़ा पिछड़ सा गया है । लेकिन, आदिवासियों के हक और अधिकार तथा विकास के लिए केंद्र और राज्य सरकार के अवसर पर पृथक रूप से आदिवासी कल्याण मंत्रालय बनाया गया है। यह मंत्रालय आदिवासियों के उत्थान के लिए लगातार कार्य कर रही है।

प्रकृति के पुजारी है आदिवासी

मुख्यमंत्री ने कहा कि आदिवासी समाज प्रकृति के साथ रहना पसंद करते हैं। वे प्रकृति के पुजारी है। लेकिन, आज हर तरफ विकास की ही बात हो रही है। ऐसे में प्रकृति और विकास के बीच सामंजस्य स्थापित करने की जरूरत है। क्योंकि, जब प्राकृतिक व्यवस्था बचेगी, तभी आदिवासी समाज और संस्कृति जीवित रहेगी।

आदिवासियों में आत्मविश्वास और दृढ़ संकल्प कोई कमी नहीं

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्राचीन काल आज तक आदिवासी समाज का विश्लेषण किया जाए तो हम कह सकते हैं कि उनके आत्मविश्वास और दृढ संकल्प में कोई कमी नहीं आई है। आज भी वह पहले की ही तरह अडिग है। यही हमें मजबूती प्रदान करने का काम करते हैं । यही वजह है कि सरना स्थल जैसे उत्सव स्थल हमें एक सूत्र में बांधने का काम करते हैं।

इस अवसर पर मंत्री श्री चम्पाई सोरेन, विधायक श्री सीपी सिंह, श्री राजेश कच्छप, पदमश्री श्री मुकुंद नायक और केंद्रीय सरना समिति के अध्यक्ष श्री अजय तिर्की, श्री संतोष तिर्की, श्री प्रकाश हंस, श्री विजय बड़ाईक, श्री रूपचंद, श्री किशोर नायक, श्री किशोर लोहरा और अन्य सदस्य मौजूद थे।

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दिवंगत रूपेश पांडेय की माता को मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नियुक्ति पत्र और पांच लाख रुपए का सहायता राशि का चेक सौंपा

रांची, 07.04.2022 – दिवंगत रूपेश पांडेय की माता को मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने नियुक्ति पत्र और पांच लाख रुपए का सहायता राशि का चेक सौंपा . मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने दिवंगत रूपेश पांडेय (नईटांड़, बरही, हज़ारीबाग़) की माता श्रीमती उर्मिला देवी को नियुक्ति पत्र और पांच लाख रुपए की सहायता राशि का चेक सौंपा

मुख्यमंत्री ने परिजनों से कहा -रुपेश पांडेय हत्या मामले की हर दृष्टिकोण से हो रही जांच, दोषियों पर होगी कड़ी कार्रवाई
मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने आज दिवंगत रूपेश पांडेय (नईटांड़, बरही, हज़ारीबाग़) की माता श्रीमती उर्मिला देवी को नियुक्ति पत्र और पांच लाख रुपए की सहायता राशि का चेक प्रदान किया ।मुख्यमंत्री ने मंत्री श्री बादल द्वारा प्रदत एक लाख रुपए का चेक भी उन्हें सौंपा ।मुख्यमंत्री ने दिवंगत रुपेश के परिजनों से कहा कि दुख की इस घड़ी में आप अकेले नहीं हैं । आपके साथ सरकार खड़ी है। आपकी जो भी समस्या या जरूरत होगी, उसे सरकार हरसंभव पूरा करने की कोशिश करेगी।

जल्द पूरे मामले का होगा,मिलेगा इंसाफ

मुख्यमंत्री ने दिवंगत रूपेश के परिजनो को भरोसा दिलाया कि सरकार के स्तर पर उसकी हत्या की जांच हर दृष्टिकोण से की जा रही है । उसकी हत्या क्यों और कौन इसमें शामिल है ? जल्द ही पूरे मामले का खुलासा होगा । इस हत्याकांड में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आपको हर हाल में इंसाफ मिलेगा ।

इस मौके पर मंत्री श्री चम्पाई सोरेन और श्री बादल, विधायक श्री सुदिव्य कुमार सोनू और श्री उमाशंकर अकेला, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव श्री राजीव अरुण एक्का, हजारीबाग की उपायुक्त श्रीमती नैंसी सहाय के अलावा दिवंगत रुपेश पांडेय के पिता श्री सिकंदर पांडेय, माता श्रीमती उर्मिला देवी और परिजनों में श्री सुरेंद्र तिवारी, श्री अनिल कुमार पांडेय, श्री झारखंडी पांडेय, श्री नागेंद्र पांडेय, श्रीमती सुवास देवी और श्री बिनोद विश्वकर्मा मौजूद थे।

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आरआरआर का बॉक्स ऑफिस पर धमाका  900 करोड़ पार

07.04.2022 –  आरआरआर एसएस राजामौली की फिल्मने बॉक्स ऑफिस पर धमाका कर दिया है। 450 करोड़ के बजट में बनी फिल्म ने वर्ल्डवाइड 900 करोड़ का कारोबार कर लिया है। फिल्म के हिंदी वर्जन ने अपने दूसरे वीकेंड में ताबड़तोड़ 51.25 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। रविवार को 10वें दिन इस फिल्म ने हिंदी वर्जन से 20.75 करोड़ रुपये का बिजनस किया है। जबकि शनिवार को 17.25 करोड़ रुपये का कारोबार हुआ था।

10वें दिन की कमाई के साथ ही आरआरआर ने हिंदी से कुल 183.21 करोड़ रुपये की कमाई कर ली है। फिल्म ट्रेड एनालिस्ट मनोबल विजयबालन के मुताबिक, आरआरआर ने वर्ल्डवाइड 901.46 करोड़ रुपये की कमाई भी कर ली है। इस तरह इस फिल्म ने रजनीकांत और अक्षय कुमार की फिल्म 2.0 की लाइफटाइम कमाई को भी पीछे छोड़ दिया है। रजनीकांत और अक्षय कुमार की साइंटिफिक फिक्शन फिल्म 2.0 ने बॉक्स ऑफिस पर वर्ल्डवाइड 800 करोड़ रुपये का कारोबार किया था।

आरआरआर जिस रफ्तार से आगे बढ़ रही है उससे यह आसानी से 250 करोड़ के आंकड़े को पार कर लेगी। फिल्म के पास कमाई के लिए अभी 10’1 दिन का वक्त और है। ऐसा इसलिए कि 13 अप्रैल को जहां थलपति विजय की पैन इंडिया फिल्म बीस्ट रिलीज हो रही है, वहीं 14 अप्रैल को केजीएफ 2 और शाहिद कपूर की जर्सी रिलीज हो रही है। कुल मिलाकर आरआरआर के पास खुलकर कमाई करने के लिए तीसरा हफ्ता भी है। देखना दिलचस्प होगा कि 25 मार्च को रिलीज यह पीरियड ड्रामा फिल्म आगे और कितने रेकॉर्ड अपने नाम करती है। (एजेंसी)

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श्रीनिधि शेट्टी का सबसे बोल्ड फोटोशूट केजीएफ2 से पहले वायरल

07.04.2022 – श्रीनिधि शेट्टी का सबसे बोल्ड फोटोशूट केजीएफ2 से पहले वायरल . यश की केजीएफ चैप्टर 2 में एक नाम की चर्चा इन दिनों हो रही है।वो हैं श्रीनिधि शेट्टी जो कि फिल्म के पहले पार्ट के बाद अब दूसरे पार्ट में भी दिखाई देंगी। श्रीनिधि शेट्टी का एटीट्यूड केजीएफ के पहले भाग में फैंस को काफी पसंद आया था। अब दूसरे भाग में भी श्रीनिधि के उसी टशन को देखना केजीएफ 2 के फैंस के लिए काफी दिलचस्प होने वाला है।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर कौन हैं श्रीनिधि शेट्टी जो कि केजीएफ के बाद साउथ फिल्मों के साथ बॉलीवुड पर भी छा गई हैं। श्रीनिधि को भले ही एक्टिंग की दुनिया केजीएफ से जानती हो लेकिन मॉडलिंग की दुनिया में श्रीनिधि शेट्टी का बड़ा नाम है। साल 2016 में मिस सुपरनेशनल ब्यूटी की वह विजेता रही हैं। इसके अलावा मिस साउथ इंडिया और मिस कर्नाटक जैसे खिताब भी उनके नाम हुए हैं।केजीएफ में श्रीनिधि शेट्टी में रीना की भूमिका निभाई थी। अपनी डेब्यू फिल्म के साथ ही वह सब पर छा गईं।

तमिल और तेलगु फिल्म इंडस्ट्री में भी श्रीनिधि अपनी पहचान बना रही हैं।केजीएफ 2 के बाद श्रीनिधि शेट्टी की एक और फिल्म 26 मई को रिलीज होगी जिसका नाम है कोबरा। स्टाइल और ग्लैमर के लिहाज से श्रीनिधि बला की खूबसूरत हैं।साड़ी हो या गाउन हर लुक में श्रीनिधि कहर ढा रही हैं। श्रीनिधि शेट्टी के इंस्टाग्राम पर उन्होंने अपने कई फोटोशूट की ढेर सारी तस्वीर शेयर की है।

जहां उनका फैशन सेंस साफ दिखाई पड़ रहा है। जाहिर सी बात है कि केजीएफ 2 के बाद श्रीनिधि शेट्टी के लिए बॉलीवुड के भी दरवाजे खुल चुके हैं।गौरतलब है कि इस बार केजीएफ 2 किरदारों की कहानी है। यश, संजय दत्त, रवीना टंडन,प्रकाश राज और श्रीनिधि शेट्टी के साथ केजीएफ 2 की बॉक्स ऑफिस पर बंपर कमाई की उम्मीद की जा रही है।(एजेंसी)

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थलापति विजय की फिल्म बीस्ट कुवैत में प्रतिबंधित हुई?

07.04.2022 – थलापति विजय की फिल्म बीस्ट कुवैत में प्रतिबंधित हुई? साउथ सुपरस्टार थलापति विजय अपनी फिल्म बीस्ट को लेकर छाए हुए हैं। जब से फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ है, अभिनेता विजय का जादू छाया हुआ है। फैंस उनकी एक्टिंग की खूब तारीफ कर रहे हैं। यह फिल्म 13 अप्रैल को दुनियाभर के सिनेमाघरों में रिलीज होगी। रिलीज से महज कुछ दिन पहले अब मेकर्स को झटका लग गया है। दरअसल, कुवैत में फिल्म की रिलीज पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।रिपोर्ट के मुताबिक, कुवैत में विजय की फिल्म बीस्ट की रिलीज पर रोक लगा दी गई है। खबरों की मानें तो कुवैत के सूचना मंत्रालय ने फिल्म पर प्रतिबंध लगाया है।

कहा जा रहा है कि फिल्म में इस्लामिक आतंकवाद के सीन्स दिखाए गए हैं, जोकि कुवैत के हितों के खिलाफ हैं। इसमें पाकिस्तान को गलत तरीके से चित्रित करने का आरोप लगाया गया है। इन्हीं वजहों से सरकार ने फिल्म पर बैन लगाया है। एक सूत्र ने बताया फिल्म बीस्ट में विजय का कैरेक्टर पाकिस्तान के एक उच्च अधिकारी के साथ संघर्ष में पड़ जाता है। इसलिए, कुवैत का सेंसर बोर्ड निर्माताओं द्वारा पाकिस्तान विरोधी भावना के चित्रण से खुश नहीं था। सूत्र ने आगे बताया, चूंकि फिल्म में यह सीक्वेंस महत्वपूर्ण है, इसलिए इसे एडिट करने का कोई विकल्प नहीं था। इसके परिणामस्वरूप कुवैत में सूचना मंत्रालय ने बीस्ट को रिलीज नहीं होने देने का फैसला किया।

फिल्म समीक्षक रमेश बाला ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट लिखकर जानकारी दी थी। उन्होंने अपने पोस्ट में लिखा था, सूचना मंत्रालय द्वारा कुवैत में बीस्ट पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। इसका कारण हो सकता है पाकिस्तान का चित्रण, आतंकवाद या हिंसा। हाल ही में फिल्म कुरुप और एफआईआर पर भी कुवैत में बैन लगा दिया गया था। अन्य देशों की तुलना में गल्फ कोऑपरेशन काउंसिल (त्रष्टष्ट) में कुवैत सेंसर बोर्ड काफी सख्त रवैया अपना रहा है। एक ट्रेड एक्सपर्ट ने कहा, कुवैत एक महत्वपूर्ण विदेशी क्षेत्र है।

हालांकि, इस बैन का फिल्म पर ज्यादा असर नहीं पड़ेगा। इसे यूएई, कतर, बहरीन आदि देशों में मंजूरी मिल गई है। फिल्म को उत्तरी अमेरिका, यूरोप और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में भी पूरी तरह से रिलीज किया जाएगा। फिल्म के हिन्दी वर्जन का टाइटल रॉ रखा गया है और इसे हिन्दी भाषी बाजारों में लगभग 600-700 स्क्रीन पर रिलीज किया जाएगा। विजय के अलावा फिल्म बीस्ट में पूजा हेगड़े दिखने वाली हैं। फिल्म के हिन्दी ट्रेलर को बॉलीवुड अभिनेता वरुण धवन ने लॉन्च किया था। ट्रेलर में विजय का एक्शन अवतार दर्शकों को पसंद आया है। फिल्म में वह एक रॉ एजेंट वीरा राघवन की भूमिका में दिखने वाले हैं।

फिल्म की कहानी आतंकवादियों के हाईजैक की एक घटना के इर्दगिर्द घूमती है। नेल्सन दिलीपकुमार ने फिल्म का निर्देशन किया है। बीस्ट की टक्कर केजीएफ चैप्टर 2 और जर्सी से होगी। केजीएफ चैप्टर 2 और जर्सी दोनों फिल्में 14 अप्रैल को सिनेमाघरों में रिलीज होगी। केजीएफ चैप्टर 2 में जहां यश लीड रोल में हैं, वहीं जर्सी में बॉलीवुड अभिनेता शाहिद कपूर दिखेंगे। (एजेंसी)

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गूगल ने डेटा क्लाउड एलायंस की घोषणा

नई दिल्ली,06 अप्रैल। गूगल ने एक नए डेटा क्लाउड एलायंस की घोषणा की, जो डेटा को अधिक पोर्टेबल और व्यावसायिक प्रणालियों, प्लेटफार्मों और वातावरण में सुलभ बनाएगा। गठबंधन में संस्थापक भागीदार के रूप में एक्सेंचर, कंफ्लुएंट, डेटाब्रिक्स, डेटैकु, डेलॉइट, मोंगोडीबी, रेडिस, स्टारबस्र्ट और अन्य हैं।

सदस्य कई वातावरणों में कई प्लेटफार्मों और प्रोडक्टस के बीच डेटा पोर्टेबिलिटी और पहुंच सुनिश्चित करने के लिए बुनियादी ढांचा, एप्लिकेशन प्रोग्रामिंग इंटरफेस (एपीआई) और एकीकरण का समर्थन प्रदान करेंगे। 2023 तक, 60 प्रतिशत संगठन तीन या अधिक एनालिटिक्स समाधानों का उपयोग व्यावसायिक एप्लीकेशन्स के निर्माण के लिए करेंगे ताकि अंतदृष्टि को कार्यों से जोड़ा जा सके।
गूगल क्लाउड में उत्पाद प्रबंधन के निदेशक सुधीर हस्बे ने कहा, संगठनों को डेटा-संचालित परिवर्तनों में तेजी लाने के लिए फ्लेक्सिबिलिटी, अंतर-क्षमता और चुस्ती प्रदान करने के लिए, हमने अपने डेटा क्लाउड पार्टनर इकोसिस्टम का काफी विस्तार किया है और कई नए क्षेत्रों में अपने पार्टनर निवेश को बढ़ा रहे हैं।

मंगलवार की देर रात अपने डेटा क्लाउड समिट के हिस्से के रूप में, गूगल क्लाउड ने ग्राहकों के सवालों के साथ मान्य साझेदार एकीकरण की पहचान करने में मदद करने के लिए एक नई गूगल क्लाउड रेडी बिगक्येरी पहल शुरू की और भागीदारों को अपने डेटा को साझा करने और मुद्रीकृत करने में मदद करने के लिए अपने एनलाइटिक्स हब का एक पब्लिक प्रिव्यु किया।

एनलाइटिक्स हब बिगक्येरी पर निर्मित एक पूरी तरह से प्रबंधित सेवा है जो डेटा साझाकरण भागीदारों को किसी भी संगठनात्मक सीमा के पार मूल्यवान डेटा और विश्लेषण संपत्तियों का कुशलतापूर्वक और सुरक्षित रूप से आदान-प्रदान करने की अनुमति देती है।

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64वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में संगीतकार ए. आर. रहमान ने शिरकत की

06.04.2022 – 64वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में संगीतकार ए. आर. रहमान ने शिरकत कीसंगीत की दुनिया का सबसे बड़े पुरस्कार ग्रैमी अवार्ड्स समारोह का आयोजन इस बार अमेरिका के लॉस वेगास स्थित नेशनल एकेडमी ऑफ रिकॉर्डिंग आर्ट्स एंड साइंसेज में किया गया। दो बार ग्रैमी अवार्ड्स से सम्मानित भारतीय संगीतकार ए. आर. रहमान ने अपने पुत्र एवं पार्श्व गायक ए.आर. अमीन के साथ इस बार के 64वें ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में शिरकत की।

इस बार इस समारोह में न्यूयॉर्क की भारतीय-अमेरिकी गायिका फाल्गुनी शाह और बेंगलुरू में रहने वाले संगीतकार रिक्की केज़ को भी ‘ग्रैमी अवार्ड’ से सम्मानित किया गया है। फाल्गुनी शाह को ‘ए कलरफुल वर्ल्ड’ के लिए सर्वश्रेष्ठ बाल एल्बम श्रेणी में ग्रैमी अवार्ड से सम्मानित किया गया है। वहीं, रिक्की केज़ को ‘डिवाइन टाइड्स’ के लिए सर्वश्रेष्ठ नये एल्बम की श्रेणी में ग्रैमी अवार्ड से नवाजा गया। ग्रैमी अवॉर्ड हॉलीवुड का सबसे प्रतिष्ठित अवॉर्ड है जिसमें म्यूजिक जगत से जुड़े सितारों को अलग-अलग कैटेगरी में अवॉर्ड देकर सम्मानित किया जाता है।

इसकी शुरुआत 4 मई 1959 की गई थी। पहले ग्रैमी अवॉर्ड समारोह में वर्ष 1958 के लिए कलाकारों की संगीत उपलब्धियों का सम्मान और सम्मान करने के लिए आयोजित किया गया था। ग्रैमी अवॉर्ड का ट्रॉफी सोने का पानी चढ़ा हुआ ग्रामोफोन का प्रतिनिधित्व करता है। 64वें एनुअल ग्रैमी अवार्ड्स समारोह में के दिग्गज म्यूजीशियंस, सिंगर्स, कंपोजर्स आदि ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। बेस्ट न्यू आर्टिस्ट का अवॉर्ड आलीविया रोड्रीगो को मिला तो वहीं बेस्ट ट्रेडिशनल पॉप वोकल के लिए लेडी गागा को इस अवॉर्ड से नवाजा गया। विश्वविख्यात सिंगर लेडी गागा भी इस अवॉर्ड शो में अपने हुस्न का जमकर जलवा बिखेरा। अवॉर्ड से सम्मानित होने के बाद सेलिब्रिटीज ने फोटोशूट भी करवाया।

64वें एनुअल ग्रैमी अवार्ड्स :

* साल का बेस्ट गीत – ‘लीव द डोर ओपन’, ब्रैंडन एंडरसन, क्रिस्टोफर ब्रॉडी ब्राउन, डर्नस्ट एमिल और ब्रूनो मार्स, गीतकार सिल्क सोनिक
* बेस्ट न्यू आर्टिस्ट – ओलिविया रोड्रिगो
* बेस्ट पॉप सोलो परफॉर्मेंस – ‘ड्राइविंग लाइसेंस’
* बेस्ट ट्रेडिशनल पॉप वोकल एल्बम – ‘लव फॉर सेल’ टोनी बेनेटन और लेडी गागा
* बेस्ट पॉप वोकल – सोर, ओलीविया
* बेस्ट डांस  – अलाइव, रूफस डू सोल
* बेस्ट डांस, इलेक्ट्रॉनिक म्यूजिक एलबम – सबकॉन्शियस्ली, ब्लैक कॉफ़ी
* बेस्ट ऑल्टरनेटिव म्यूजिक एलबम –’डैडीज़ होम’, सेंट विंसेंट
* बेस्ट कंट्रेंप्रेरी इंस्ट्रूमेंटल एलबम – ‘ट्री फाल्स, टेयलर ईगस्टी’
* बेस्ट रॉक परफॉर्मेंस – मेकिंग अ फायर, फू फाइटर्स
* बेस्ट मेटल परफॉर्मेंस – ‘द एलियन’ ड्रीम थिएटर
* बेस्ट रॉक सॉन्ग – ‘वेटिंग ऑन अ वॉटर’, डावे ग्रोहल, टेयलर हॉकिंस , रैमी जैफी, नेट मेंडेल , क्रिस शिफ्लेट और पेट स्मेर , गीतकार फू फाइडर्स
* एलबम ऑफ द इयर विनर – ‘वी आर’, जोन बटीस्टे

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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श्रीलंका ने समय पर दवाइयां उपलब्ध कराने के लिए दिया भारत को धन्यवाद

कोलंबो ,06 अप्रैल। श्रीलंका भारी इकॉनमिक संकट का सामना कर रहा है। आर्थिक संकट के बीच आवश्यक वस्तुओं की कीमतों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। इसके साथ ही श्रीलंका दवाओं की आपूर्ति की कमी का भी सामना कर रहा है। लोग आर्थिक संकट के विरोध में सरकार के खिलाफ सड़क पर उतर आए हैं। इस बीच श्रीलंका के नेशन आई हॉस्पिटल के डायरेक्टर ने भारत को दवाएं उपलब्ध कराने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने कहा है कि भारत द्वारा समय पर मदद ने स्वास्थ्य सुविधाओं के कामकाज को सुनिश्चित किया है।
श्रीलंका में दवाओं की किल्लत
नेशनल आई हॉस्पिटल कोलंबो के डायरेक्टर डॉक्टर दममिका ने कहा है कि हमारी अधिकांश दवाएं भारतीय क्रेडिट लाइन के तहत भारत से आ रही हैं और निकट भविष्य में और अधिक आपूर्ति हमारे पास आएगी। यह हमारे लिए एक बड़ी मदद है। मैं समर्थन के लिए भारत को धन्यवाद देता हूं। हमारे पास इस महीने के लिए हमारे अस्पताल में मेडिकल स्टॉक है और हमें स्वास्थ्य मंत्रालय से आपूर्ति मिल रही है, जबकि कुछ अस्पताल दवाओं की कमी का सामना कर रहे हैं।
श्रीलंका की करेंसी में भारी गिरावट
श्रीलंका मौजूदा वक्त में विदेशी मुद्रा की कमी का सामना कर रहा है जिसके कारण देश में खाने की चीज, फ्यूल, बिजली और गैस की कमी हो गई है। श्रीलंका ने आर्थिक मदद के लिए भारत और चीन के साथ ही आईएमएफ से भी मदद मांगी है। पिछले 8 मार्च से श्रीलंका की करेंसी में भारी गिरावट आई है। कोविड महामारी से पहले से ही श्रीलंका की इकॉनमी ढीली पड़ रही थी। कोरोना वायरस महामारी के बाद इकॉनमी को भयंकर नुकसान पहुंचा है।

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अमरनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं के लिए 11 अप्रैल से रजिस्ट्रेशन प्रारंभ

नई दिल्ली,06 अप्रैल (आरएनएस)। अमरनाथ यात्रा कोरोना महामारी के चलते पिछले दो साल से बाधित बाबा बर्फानी की यह यात्रा 30 जून से शुरू होने वाली है। इसके लिए रजिस्ट्रेशन 11 अप्रैल से शुरू होगी।

कोरोना महामारी के कारण अमरनाथ यात्रा पिछले दो साल से बाधित थी। लेकिन अब सरकार के निर्देश पर अमरनाथ यात्रा आगामी 30 जून से शुरू होने जा रही है। श्राइन बोर्ड के अनुसार, 11 अप्रैल से यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू हो जाएंगे।

बोर्ड का कहना है कि एक दिन में 20 हजार लोगों का रजिस्ट्रेशन हो सकेगा। यही नहीं बोर्ड द्वारा निर्धारित काउंटरों के जरिए ही बाबा बर्फानी की यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन किया जा सकेगा।

गौरतलब है कि सरकारी निर्देशों के मुताबिक, 75 वर्ष से अधिक उम्र के लोग और 13 साल से छोटे उम्र के बच्चों के लिए अमरनाथ यात्रा की अनुमति नहीं है। यही नहीं डेढ़ माह से अधिक गर्भवती महिला भी अमरनाथ यात्रा नहीं कर सकती है।

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कांग्रेस नेतृत्व से हकीकत यहीं है कि पार्टी नहीं संभल रही है

अजीत द्विवेदी –  कांग्रेस नेतृत्व से कोई कुछ भी कहे हकीकत यहीं है कि पार्टी नहीं संभल रही है। हैरानी की बात यह है कि कांग्रेस नेतृत्व में पार्टी को संभालने का न तो जुनून दिख रहा है और न कोई ठोस संरचनात्मक योजना दिख रही है। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि कांग्रेस अब भी मजबूत है और सिर्फ चुनाव हार जाने से वह खत्म नहीं हो जाएगी। सैद्धांतिक रूप से यह बात ठीक है लेकिन कांग्रेस के सामने संकट सिर्फ यह नहीं है कि वह चुनाव हार रही है, बल्कि असली संकट यह है कि उसकी जगह लेने के लिए विकल्प उभर रहा है। भारतीय जनता पार्टी के लिए सबसे अच्छी बात यह थी कि हिंदुत्व की राजनीति के स्पेस में वह अकेली पार्टी थी।

इसलिए लगातार हारते रहने के बावजूद हिंदुत्व की विचारधारा और उसके राजनीतिक स्पेस की वह अकेली प्रतिनिधि पार्टी के तौर पर बची रही। इसके उलट कांग्रेस के आइडिया और उसके स्पेस में राजनीति करने वाली पार्टियों की भरमार है। कांग्रेस से अलग हुई पार्टियां हों या समाजवादी विचारधारा वाली पार्टियां हों या आम आदमी पार्टी हो सब कांग्रेस के आइडिया और उसके स्पेस में राजनीति कर रहे हैं। तभी कांग्रेस का संकट बहुत गहरा है।कांग्रेस का मौजूदा नेतृत्व इस संकट की गंभीरता को नहीं समझ रहा है या समझ रहा है तो उसके पास इस संकट से निपटने की कोई योजना नहीं है।

राजनीति एक जुनून है, जो सत्ता की अदम्य चाहना से निर्देशित होती है। सारी पार्टियां और नेता कहते हैं कि वे देश और जनता की सेवा के लिए राजनीति में आएं हैं लेकिन यह सिर्फ कहने की बात होती है। हर पार्टी और राजनेता को निर्देशित करने वाली केंद्रीय शक्ति सत्ता की भूख होती है। कांग्रेस के मौजूदा नेतृत्व में या कम से कम राहुल गांधी में उसकी कमी है। वे यह मान कर राजनीति नहीं करते हैं कि इसमें असफल हो गए तो दुनिया खत्म हो जाएगी! वे यह मान कर राजनीति करते हैं और चुनाव लड़ते हैं कि हार गए तो क्या हो जाएगा? क्योंकि कांग्रेस की लगातार हार से भी उनकी स्थिति पर कोई फर्क नहीं पड़ता है

इसलिए वे जुनून के साथ न राजनीति करते हैं और न चुनाव लड़ते हैं। उनकी राजनीतिक ईमानदारी, बेबाकी और साहस अपनी जगह हैं लेकिन सिर्फ बयानों से राजनीति नहीं होती है।हकीकत यह है कि राहुल गांधी हों या कांग्रेस का पूरा मौजूदा नेतृत्व हो उसमें ऊर्जा का अभाव है। उसमें स्पष्ट वैचारिक सोच का अभाव है। उसको समझ में नहीं आ रहा है कि उसकी वैचारिक व राजनीतिक विशिष्टता क्या है! उसके नेता हिंदुत्व की राजनीति की काट में कभी मंदिरों में दौड़ते हैं और भारत के धर्मनिरपेक्ष ढांचे को चोट पहुंचाने वाली बातों पर भी चुप रह जाते हैं तो कभी खैरात बांटने वाली राजनीति के जवाब में ज्यादा खैरात बांटने की घोषणा करते हैं।

कभी इसकी तरफ तालमेल का हाथ बढ़ाते हैं तो कभी उसकी तरफ। दीर्घावधि की योजना से कुछ भी निर्देशित होता नहीं दिख रहा है। सारे फैसले तात्कालिक राजनीतिक और चुनावी जरूरतों को ध्यान में रख कर किए जा रहे हैं।इसके बाद जब पार्टी के नेता सवाल उठाते हैं और पार्टी छोड़ते हैं तो उनको कायर, डरपोक, अहसानफरामोश कहा जाने लगता है। किसी को कायर कह देना बहुत आसान है। आप साहसी हैं इसका यह मतलब नहीं है कि आपसे सहमत नहीं होने वाला हर व्यक्ति कायर है। क्या कांग्रेस छोडऩे वाले सारे लोग सिर्फ ईडी, सीबीआई या आयकर विभाग के डर से पार्टी छोड़ कर गए हैं या कोई और गहरी समस्या है, जिसने दशकों तक पार्टी में रहे नेताओं को मजबूर किया कि वे पार्टी छोड़ें? सत्ता का लालच पार्टी छोडऩे का एक कारण हो सकता है और हो भी क्यों नहीं क्या सारी राजनीति सत्ता के लिए ही नहीं होती है? राहुल गांधी में सत्ता की भूख नहीं है

या सत्ता की अदम्य चाहना नहीं है लेकिन उनको यह उम्मीद नहीं करनी चाहिए कि बाकी लोग भी सत्ता से निरपेक्ष होकर राजनीति करेंगे। आज कांग्रेस के जो नेता पार्टी छोडऩे वालों को कायर, अहसानफरामोश या सत्ता का लालची कह रहे हैं, जरा राहुल गांधी उनका पद वापस लेकर दिखाएं, फिर पता चलेगा कि असलियत क्या है? क्या आज कोई मंत्री, मुख्यमंत्री या पार्टी का पदाधिकारी स्वेच्छा से अपना पद छोड़ेगा? अगर उसे लालच नहीं है और वह साहसी है तो पद छोड़ कर लड़े! यकीन मानिए ऐसा हुआ तो लडऩे वालों की संख्या बहुत कम बचेगी!इसलिए कांग्रेस नेतृत्व को अपने स्वप्न लोक से निकलना होगा और व्यावहारिकता के कठोर धरातल पर खड़े होकर राजनीति करनी होगी।

उसे समझना होगा कि सिर्फ केंद्र सरकार की एजेंसियों के डर से लोग कांग्रेस नहीं छोड़ रहे हैं, बल्कि उनको यकीन हो गया है कि कांग्रेस का मौजूदा नेतृत्व उन्हें सत्ता नहीं दिला सकता है। वे अपने भविष्य की चिंता में कांग्रेस छोड़ रहे हैं। उनको लग रहा है कि कांग्रेस नेतृत्व का करिश्मा खत्म हो गया है। उसमें कोई ऊर्जा, कोई वैचारिकता और सत्ता हासिल करने की अदम्य इच्छा से निर्देशित होने का जुनून नहीं बचा है। उनको लग रहा है कि राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा कांग्रेस पार्टी को रसातल से नहीं निकाल पाएंगे। उनको दिख रहा है कि कांग्रेस एक खड़ी ढलान से लुढ़कती हुई पार्टी है, जिसके बीच में रूकने और वापस सत्ता की चढ़ाई चढऩे का कोई मौका अभी नहीं है।कांग्रेस को सबसे पहले यह समझने की जरूरत है कि पार्टी और नेतृत्व दोनों कमजोर हो गए हैं।

सोचें, कांग्रेस पार्टी ढाई साल से अध्यक्ष नहीं चुन पाई है। लोकसभा चुनाव हारने के बाद राहुल ने इस्तीफा दिया तब से पार्टी सोनिया गांधी के तदर्थ नेतृत्व में चल रही है। कांग्रेस का शीर्ष नेतृत्व इस चिंता में दुबला हुआ जा रहा है कि भाजपा की ओर से वंशवाद के आरोप लगाए जा रहे हैं तो कैसे खुल कर पार्टी का नेतृत्व परिवार के हाथ में ही रखा जाए। कांग्रेस को यह भ्रम तत्काल खत्म करना होगा। पहले भी कांग्रेस में आंतरिक लोकतंत्र टाइप की कोई चीज नहीं थी और पहले भी कांग्रेस का नेतृत्व परिवार के हाथ में रहा तभी कांग्रेस एकजुट रही और बची रही। या तो आंतरिक लोकतंत्र और वंशवाद की चिंता छोड़ कर नेहरू-गांधी परिवार कमान अपने हाथ में रखे या तत्काल किसी ऐसे नेता को कमान सौंपे, जिसमें सत्ता के लिए लडऩे-भिडऩे का जुनून हो।

नेतृत्व के साथ ही विचारों में स्पष्टता लानी होगी और अपनी राजनीति को धारदार बनाना होगा। सिर्फ प्रतीकात्मक विरोध से कुछ नहीं होगा और न ट्विटर पर आंदोलन करने से कुछ होगा। नेता को सड़क पर उतरना होगा। गांवों में जाना होगा। ट्रेन से सफर करना होगा। पैदल चलना होगा। लोग नेता को अपने बीच पाकर खुश होते हैं, उसके साथ अपने को जोड़ते हैं। चंद्रशेखर की भारत यात्रा ने उनको देश का नेता बनाया था। राजीव गांधी भी ट्रेन देश घूमे थे। नरेंद्र मोदी ने कन्याकुमारी से कश्मीर और सोमनाथ से अयोध्या तक की रथयात्रा की है। राहुल या प्रियंका को अगर कांग्रेस को रसातल से बाहर निकालना है तो उन्हें भी तत्काल देश की खाक छानने के लिए निकलना होगा।

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पुलिस का कारनामा, गुनाह किसी का,हवालात किसी और को 

सुलतानपुर,06 अप्रैल (आरएनएस)।  पुलिस के कारनामे हमेशा से चर्चा में रहे हैं। सरकार कोई भी रही हो। अब बुलडोजर बाबा की सरकार में नंबर बढ़ाने के लिए पुलिस वाले जो भी कर जाएं वो कम हैं। और शासन भी इन पर नकेल कसने से रहा। ताजा मामला जयसिंहपुर तहसील क्षेत्र से जुड़ा हुआ है। स्थानीय कोतवाली क्षेत्र के चोरमा गांव निवासी हरकेश पुत्र रामसुमेर निषाद का एसडीएम कोर्ट से गैर जमानती वारंट जारी किया गया था।

वारंट के तामीले के तहत जयसिंहपुर कोतवाली पुलिस ने उसके स्थान पर इसी गांव के हरकेश पुत्र राम अजोर कोरी को गिरफ्तार कर उसे हवालात में डाल दिया। पुलिसिया लापरवाही उस समय उजागर हुई जब मंगलवार को एसडीएम के न्यायालय पर पुलिस अभिरक्षा मे लाए गए हरकेश पुत्र राम अजोर को कोर्ट में जमानत पत्र दाखिल करने के लिए पेश किया गया। तो अहलमद को वारंटी के स्थान पर दूसरे को पेश किए जाने का शक हुआ।

इसी बीच गिरफ्तार किए गए व्यक्ति हरकेश कोरी की मां प्रभावती ने साक्ष्य के रूप में अपने बेटे का आधार कार्ड अहलमद के सामने प्रस्तुत करते हुए बेटे का नाम हरकेश पुत्र राम अजोर कोरी बताया। जबकि वारंट हरकेश पुत्र राम सुमेर निषाद के विरुद्ध जारी किया गया था। बचाव पक्ष के अधिवक्ता सुधाकर विकास चतुर्वेदी ने बताया कि उनके मुवक्किल को पुलिस ने गलत ढंग से दबंगो के सह पर रंजिशन गिरफ्तार किया।

अधिवक्ता ने कहा है कि बुधवार को उसका मेडिकल कराते हुए इस मामले में उचित बैधनिक कार्यवाही करेंगे। कोर्ट ने बिना जमानत पत्र दाखिल कराए उसे छोड़ दिया। मामले में किरकिरी होता देख देर शाम पुलिस ने गिरफ्तार किए गए हरकेश पुत्र राम अजोर को घर भेज दिया। इस संबंध में जयसिंहपुर उप जिला अधिकारी अरविंद कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है किसी व्यक्ति पर गलत ढंग से मुकदमा नहीं दर्ज किया जाएगा। इस विषय की कल जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी।

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हॉकी की नर्सरी सिमडेगा को जल्द मिलेगा अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम

रांची। 06.04.2022 –  हॉकी की नर्सरी सिमडेगा में  मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने 20 अक्तूबर 2021 को  जिस अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम की आधारशिला रखी थी, वह अब अपने भव्य स्वरूप में आने लगा है। एस्ट्रोटर्फ मैदान के ठीक बगल में निर्माणाधीन उक्त स्टेडियम का 80 प्रतिशत निर्माण पूर्ण हो चुका है। जल्द यहां के खिलाड़ी नीले और हरे रंग के अंतरराष्ट्रीय मानक पर निर्मित एस्ट्रोटर्फ पर अपना हुनर दिखायेंगे। स्टेडियम में फ्लड लाइट लगाने की तैयारी पूर्ण कर ली गयी है। स्टेडियम में बास्केटबॉल और वालीबॉल कोर्ट का निर्माण भी प्रगति पर है।

अंतरराष्ट्रीय मानक का है स्टेडियम

स्टेडियम को सभी अंतरराष्ट्रीय मानकों को ध्यामें रख कर बनाया जा रहा है। इसके पवेलियन भवन में खिलाडियों के लिए चेंजिंग रूम, जिम, चिकित्सक और कोच के लिए रूम, स्टेडियम के पास विशाल पोडियम का भी निर्माण किया जा रहा है। स्टेडियम परिसर में 50 शैय्या वाले महिला और पुरुष खिलाडियों के लिए हॉस्टल का निर्माण हो रहा है। स्टेडियम में तीन हजार दर्शकों को आधुनिक सुविधा के साथ बैठने की व्यवस्था होगी। इसी तर्ज पर खूंटी में भी हॉकी स्टेडियम और स्पोर्ट्स हॉस्टल का निर्माण करीब 70 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो चुका है। जल्द चाईबासा में  प्रस्तावित फुटबॉल और हॉकी स्टेडियम का भी निर्माण शुरू होगा।

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वाणिज्यकर का वित्तीय वर्ष 2021-22 में 107 प्रतिशत संग्रह

रांची।06.04.2022 –  वाणिज्यकर विभाग की सचिव श्रीमती आराधना पटनायक ने कहा है कि विभाग ने वित्तीय वर्ष 2021-22 में कुल 19,750 करोड़ वाणिज्यकर संग्रह किया है, जो लक्ष्य का 107 प्रतिशत है। वित्तीय वर्ष 2021-22 में 18422 करोड़ का लक्ष्य निर्धारित किया गया था। उन्होंने बताया कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में जो कर संग्रह किया गया है, वह वित्तीय वर्ष 2020-21 के 16,147 करोड़ से 25 प्रतिशत अधिक है। वह आज उत्पाद भवन में वाणिज्यकर विभाग के सभागार में मीडिया को जानकारी दे रही थीं।

सचिव ने कहा कि राज्य में पहली बार इंटेलिजेंस एंड रेवेन्यु एनायलिसिस विंग का गठन कर सेक्टरवार विश्लेषण किया गया, जिसके सकारात्मक नतीजे सामने आये हैं। उम्मीद है कि चालू वित्तीय वर्ष में भी विभाग लक्ष्य के अनुरूप वाणिज्यकर संग्रह कर सकेगा। उन्होंने बताया कि  ऑडिट विंग को सशक्त करने के लिये कर से जुड़े आयुक्त कार्यालय को ज्यादा सक्षम बनाया गया है।

उन्होंने कहा कि टैक्स से संबंधित किसी भी प्रकार की परेशानी अगर करदाताओं को आती है, तो उसके लिये विभाग की टीम हमेशा उपलब्ध रहेगी। चालू वित्त वर्ष में विभाग नियमित रूप से कर दाताओं के साथ उनकी सहूलियत के लिये इंट्रैक्शन करता रहेगा, ताकि उनकी समस्याओं का निष्पादन सहजता के साथ किया जा सके।

विभाग की सचिव श्रीमती आराधना पटनायक ने कहा कि कर संग्रह में बेहतर प्रदर्शन करने वाले कुल 17 पदाधिकारियों, कर्मचारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया है।

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तेलंगाना में नेताओं का झगड़ा सुलझाने उतरे राहुल गांधी

नई दिल्ली ,06 अप्रैल (आरएनएस)। तेलंगाना में कांग्रेस पार्टी के अंदर गुटबाजी के वजह से बिगड़ते हालात को संभालने के लिए राहुल गांधी मैदान में उतर पड़े हैं। इस तनाव को खत्म करने के लिए राहुल गांधी ने एक पार्टी फोरम बनाने का फैसला किया है। राहुल गांधी ने तेलंगाना के पार्टी नेताओं के साथ लगभग तीन घंटे तक बैठक की। इसमें प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष ए रेवंत रेड्डी और एआईसीसी के इनचार्ज

मणिकम टैगोर समेत करीब 35 नेता शामिल हुए थे। कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि मीटिंग में राहुल गांधी ने कहा, किसी को कोई भी दिक्कत है या फिर पार्टी की कार्यप्रणाली से परेशानी है तो यह फोरम की निगाह में लाया जाएगा। इसके लिए किसी को मीडिया में जाने की जरूरत नहीं है। एआईसीसी लीडर ने भी पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे ऐसे गुटों को सपोर्ट न करें जो प्रदेश कांग्रेस कमेटी का साथ नहीं देते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि राज्य में पार्टी नेताओं को समझाने के लिए वह और भी समय देंगे। उन्होंने बताया, राहुल गांधी ने अप्रैल के आखिरी सप्ताह में तेलंगाना जाने का फैसला किया है। वह 28 अप्रैल को वारंगल में जनसभा भी कर सकते हैं।

राहुल गांधी ने कहा कि वह तेलंगाना कांग्रेस पर पूरा ध्यान देंगे लेकिन अगर नेताओं के अंदर कोई भी गलतफहमी आती है तो उसे सुलझाने के लिए वह हमेशा तत्पर रहेंगे। टैगोर ने बैठक के बाद ट्वीट किया, राहुल गांधी ने 3.30 घंटे तक तेलंगाना के 38 नेताओं की बात सुनी। हम तेलंगाना में मिलकर काम करेंगे और जरूर जीत हासिल करेंगे।

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