शोपियां कासो अभियान के दौरान आतंकवादियों ने हथगोले फेंके

श्रीनगर 17 Aug. (Rns/FJ) : जम्मू-कश्मीर के शोपियां जिले में कल रात घेराबंदी और तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षा बलों पर हथगोले फेंके। पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।

पुलिस ने आज यहां बताया कि हमले में किसी को नुकसान या चोट नहीं पहुंची लेकिन आतंकवादी घेराबंदी से बचकर भाग गये। उन्होंने बताया कि मंगलवार देर रात कुटपोरा शोपियां में सुरक्षा बलों ने एक खुफिया सूचना पर तलाशी और घेराबंदी (कासो) अभियान शुरु किया था।

पुलिस के ट्वीट में कहा, “तलाशी अभियान के दौरान आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों पर ग्रेनेड फेंके। जिसके बाद तलाशी दल ने भी जवाबी कार्रवाई की। हालांकि आतंकवादी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग गये।”

पुलिस और सुरक्षा बलों को एक घर के अंदर से छुपाकर रखे गये हथियार और गोला-बारूद बरामद किया है।

इससे पहले मंगलवार को जिले में आतंकवादियों ने हमलाकर एक कश्मीरी पंडित सुनील कुमार भट की गोली मारकर हत्या कर दी थी और उसके भाई घायल कर दिया था।

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पैदल हज यात्रा पर निकले शिहाब चितुर पहुंचे रूपनगढ

अजमेर 17 Aug. (Rns/FJ) : केरल से मक्का मदीना 8600 किलोमीटर की पैदल हज यात्रा पर निकले शिहाब चितुर राजस्थान में अजमेर होते हुए किशनगढ़ के रास्ते आज रुपनगढ़ पहुंचे।

पैदल हज यात्रा का जुनून उनके मजबूत इरादों के साथ उन्हें भारत सहित चार देशों की यात्रा कराते हुए 2023 में मक्का मदीना तक पहुंचेंगे। पूरे रास्ते उनकी एक झलक पाने के लिए सैंकड़ों लोगों का हुजूम उमड़ रहा है। रुपनगढ़ में भी उनके लिए पुलिस के पुख्ता बंदोबस्त किए गए। थाना अधिकारी अय्यूब खान स्वयं मोर्चा संभाले है।

पैदल हज यात्री शिहाब चितुर अजमेर में दरगाह जियारत करने के बाद यहां से किशनगढ़-हनुमानगढ़ मेगा हाईवे होते हुए पंजाब की ओर जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि वे वाघा बॉर्डर के रास्ते पाकिस्तान में प्रवेश कर अपनी पैदल हज यात्रा को आगे बढ़ाएंगे।

उल्लेखनीय है कि शिहाब चितुर ने स्वाधीनता दिवस पंद्रह अगस्त की शाम अजमेर ख्वाजा साहब की दरगाह में जियारत कर अमन, चौन, खुशहाली के लिए दुआ की। इस दौरान भी दरगाह में उनकी एक झलक पाने के लिए जायरीन उमड़ पड़े।

हज यात्रा के दौरान उनकी खास पहचान यह है कि वे दोनों हाथों में सफेद ग्लव पहने हुए हैं। वे जिस ओर भी जा रहे हैं उन्हें देखने के लिए लोग उमड़ रहे हैं जिससे जगह जगह जाम के हालात भी बन रहे हैं।

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जम्मू-कश्मीर: सिदरा में एक ही परिवार के 6 सदस्य घर में मृत मिले

श्रीनगर 17 Aug. (Rns/FJ): जम्मू-कश्मीर से बड़ी खबर है। जम्मू के सिदरा इलाके में एक परिवार के छह सदस्य अपने आवास पर मृत पाए गए। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची है। पुलिस ने शवों को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी है।

पुलिस ने बताया कि एक परिवार के छह सदस्य बुधवार को यहां अपने घर पर संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाए गए हैं। मृतकों की पहचान सकीना बेगम, उनकी दो बेटियों नसीमा अख्तर और रुबीना बानो, बेटे जफर सलीम और दो रिश्तेदारों नूर उल हबीब और सजाद अहमद के रूप में हुई है।

सिदरा इलाके में एक घर में दो शव, जबकि दूसरे घर में चार शव मिले हैं। पुलिस ने कहा कि शवों को यहां के सरकारी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भेज दिया गया है। पुलिस दल इलाके में पहुंच गए हैं। जांच शुरू कर दी गई है।

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पत्रकार नेता बन सकता है पर कोई नेता पत्रकार नहीं बन सकता – मुख्यमंत्री

*मुख्यमंत्री भूपेश बघेल श्रमवीर सम्मान में शामिल हुए*

रायपुर, 16 अगस्त (आरएनएस/FJ)। भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की छत्तीसगढ़ इकाई द्वारा न्यू सर्किट हाउस में आयोजित श्रमवीर सम्मान 2022-23 में  पहुंचे। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने कहा कि संघर्ष के बहुत से साथी यहाँ उपस्थित हैं एक दौर था जब टेबल न्यूज की चर्चा होती थी और ग्रामीण पत्रकारिता की बात होती थी अब इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के आ जाने पर घटना स्थल पर जाना होता है पत्रकारों का जीवन कठिन है एक जुनून होता है पत्रकारों में उससे भी कठिन इसमें स्थापित होना पत्रकारों में एक सम्भावना होती है कि फिर वो और कुछ नहीं कर सकता ।

जीवन भर कलम नहीं छोड़ता पत्रकार नेता बन सकता है पर कोई नेता पत्रकार नहीं बन सकता राहुल साहू की जो घटना घटी यहाँ सभी लोगों ने पत्रकार, व्यवसायी, समाजसेवी सभी ने सहायता की जिससे जो बन पड़ा इतने लंबे समय 109 घण्टे तक जीवित रह पाना देश मे इकलौता ऐसा लम्बा रेस्क्यू था पत्रकार साथियों के सम्मान का कार्यक्रम है.

आप लोगो के माध्यम से पल पल की खबर आम जनता तक पहुँची पत्रकार साथियों के सम्मान का कार्यक्रम है आप लोगो के माध्यम से पल पल की खबर आम जनता तक पहुँची आम लोगों की दुआएं राहुल तक पहुंची लगातार पानी मे रहने के कारण राहुल के शरीर मे लगतार इंफेक्शन बढ़ रहा था पर अपोलो के डॉक्टरों के प्रयासों से वह सुरक्षित रहा राहुल दरअसल डर से वाकिफ ही नहीं था इसलिए जीवित रह पाया

बहुत सी घटनाएं डर के कारण घटित हो जाती हैं, मैने कोरोना संकट के समय कई लोगों से बात की और वे सकुशल आइसीयू से वापस आ गए. कोरोना के कारण जो प्रथमिकताएँ थी उनके क्रम में परिवर्तन हुआ है पर पत्रकार सुरक्षा कानून हमारी प्राथमिकता में शामिल है और बहुत जल्द लागू करने के लिए प्रयासरत हैं.

पत्रकारों के लिए स्वास्थ्य बीमा  के लिए पहल करेगी राज्य सरकार सम्मान समारोह में मुख्यमंत्री  बघेल जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम पिहरीद में राहुल रेस्क्यू ऑपरेशन के दौरान रिकार्ड 109 घंटे जीवंत कव्हरेज करने वाले 61 पत्रकारों को श्रमवीर सम्मान से सम्मानित किया।

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मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने की राजनांदगांव में पत्रकारों को आबंटित भू-खण्ड के विकास के लिए 1.80 करोड़ रुपए की घोषणा

 *प्रेस क्लब के कार्यक्रम में शामिल हुए सीएम*

रायपुर, 16अगस्त (आरएनएस/FJ)। मुख्यमंत्री  भूपेश बघेल ने राजनांदगांव में पत्रकारों को आबंटित आवासीय भूखंड में आवश्यक विकास कार्यों हेतु एक करोड़  राजनांदगांव में पत्रकारों के लिए आबंटित आवासीय भूखंड में आवश्यक विकास कार्यों हेतु एक करोड़ 80 लाख रुपए की राशि प्रदाय करने की घोषणा की।

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में आज प्रेस क्लब राजनांदगांव द्वारा आयोजित कार्यक्रम में यह घोषणा की। उन्होंने कार्यक्रम के दौरान प्रेस क्लब राजनांदगांव में 75 लाख रूपए की लागत से विस्तारित भवन का लोकार्पण करने सहित पत्रकार कॉलोनी का भूमिपूजन किया। साथ ही उन्होंने राजनांदगांव के 141 पत्रकारों को आवासीय भूमि के दस्तावेज का वितरण भी किया।

मुख्यमंत्री  बघेल ने कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में पत्रकारों को ज्यादा से ज्यादा सुविधाएं मिले, उनका तथा उनके परिजनों का जीवन सुगम हो। इसके लिए हमने राज्य में पत्रकारों के कल्याण के लिए हर जरूरी कदम उठाए हैं। उन्होंने बताया कि एक पत्रकार का काम बहुत चुनौतीपूर्ण होता है। उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती होती है कि आर्थिक कठिनाईयों का सामना करते हुए अपने परिजनों के प्रति भी अपने कर्तव्यों को पूरा करें। लोगों तक सूचनाएं पहुंचाने की भागमभाग में पत्रकार को अपने परिजनों के लिए समय पर जरूरी चीजों का इंतजाम करना भी कठिन हो जाता है।

शासन ने अपनी इस जिम्मेदारी को महसूस किया कि पत्रकारों के जीवन की कठिनाईयों को कम किया जा सके, ताकि वे निश्चिंत होकर अपने दायित्वों का निर्वहन कर सकें। इसीलिए राजनांदगांव के पत्रकारों ने जब जमीन की मांग की तो उन्हें तत्परता से 10 एकड़ जमीन शासन की ओर से उपलब्ध कराई गई। उन्होंने कहा कि राजनांदगांव में प्रेस क्लब भवन के विस्तार से पत्रकारों को अपनी रचनात्मक गतिविधियों के संचालन में बेहतर सुविधा होगी। यह भी खुशी की बात है कि आज पत्रकारों को आबंटित भू-खण्डों के रजिस्ट्री का वितरण हुआ। मुझे बताया गया है कि समिति द्वारा राजनांदगांव के 141 पत्रकारों को मात्र 01 लाख रूपए की दर से 1980 वर्गफीट के भू-खण्ड आबंटित किए गए हैं। इसके लिए पत्रकारों की मांग पर शासन द्वारा सोसायटी को 10 एकड़ भूमि आबंटित की गई थी, ताकि पत्रकारों के अपने घर का सपना पूरा हो सके।

मुख्यमंत्री  बघेल ने आगे कहा कि राजनांदगांव को संस्कारधानी के नाम से जाना जाता है। यहां विविध साहित्यिक गतिविधियों के साथ-साथ पत्रकारिता के क्षेत्र में भी एक विशिष्ठ पहचान है। कार्यक्रम को महापौर राजनांदगांव मती हेमा देशमुख, अध्यक्ष जिला सहकारी केंद्रीय बैंक राजनांदगांव  नवाज खान ने भी सम्बोधित किया और उनके द्वारा राज्य में पत्रकारों के कल्याण के लिए संचालित कार्यों की सराहना की गई।
इस अवसर पर अध्यक्ष छत्तीसगढ़ युवा आयोग  जितेंद्र मुदलियार, अध्यक्ष राजगामी सम्पदा न्यास राजनांदगांव  विवेक वासनिक,  आर.पी. सिंह, कलेक्टर  डोमन सिंह, पुलिस अधीक्षक  प्रफुल्ल ठाकुर, प्रेस क्लब राजनांदगांव के अध्यक्ष  सचिन अग्रहरि सहित प्रेस क्लब राजनांदगांव के अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।

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45 की उम्र में मल्लिका शेरावत ने बिकिनी में दिए बोल्ड पोज

मल्लिका शेरावत ने इंस्टाग्राम पर अपनी हालिया बोल्ड फोटोशूट की तस्वीरें शेयर की है। इसमें उन्हें काउच पर लेटकर बोल्ड पोज देते हुए देखा जा सकता है। तस्वीरों में उन्हें बिकिनी पहनकर पोज देते हुए देखा जा सकता है। उन्होंने एक ज्वेलरी भी पहन रखी है। उन्होंने लिपस्टिक लगा रखी है।

उनके बाल खुले हुए हैं और वह सोच में डूबी नजर आ रही है। इसकी बाद की तस्वीर में मल्लिका शेरावत बोल्ड अंदाज में कैमरे को घूर रही है। इसमें मल्लिका शेरावत का स्लिम और टोंड फिगर भी नजर आ रहा है। मल्लिका शेरावत काउच पर लेटकर पोज देती हुई नजर आ रही हैं। इस पर फैंस ने जमकर कमेंट किया है।

मल्लिका शेरावत की तस्वीरों पर साढ़े 6 सौ से ज्यादा कमेंट किए गए हैं। लोगों ने दिल और आग की इमोजी भी शेयर की है। वहीं एक ने लिखा है, मोस्ट ब्यूटीफुल हॉट’ एक ने लिखा है, विंटेज मल्लिका इज बैक’ एक ने लिखा है, भीगे होंठ तेरे’ एक ने लिखा है, सो प्रिटी’ एक ने लिखा है, यू आर द फर्स्ट बॉम्ब ऑफ इंडिया ऑलवेज’ एक ने लिखा है, खूबसूरत हसीना’ मल्लिका शेरावत बॉलीवुड की कई फिल्मों में नजर आ चुकी है।

वह हाल ही में आरके आरके में नजर आई थी। इस फिल्म में उनके अलावा रजत कपूर की अहम भूमिका है। मल्लिका शेरावत के इंस्टाग्राम पर 20 लाख फॉलोअर्स है। वह अक्सर उनसे बातचीत भी करती है। इसके चलते उनके फैंस भी काफी उत्साहित रहते हैं। हाल ही में मल्लिका शेरावत ने एक तालाब के पास फोटो शूट कराया था।

इसमें उन्हें बोल्ड अंदाज में पोज देते हुए देखा जा सकता है। मल्लिका शेरावत लंबे समय बाद किसी फिल्म में नजर आई थी। इस फिल्म को लेकर वह काफी उत्साहित थीं। (एजेंसी)

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सफेद साड़ी में चित्रांगदा सिंह ने ढाया कहर

*कैमरे के सामने दिए एक से बढ़कर एक पोज*

17.08.2022 – बॉलीवुड की खूबसूरत और टैलेंटेड एक्ट्रेस चित्रांगदा सिंह की लेटेस्ट तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। इन तस्वीरों में एक्ट्रेस ह्वाइट साड़ी में अलग-अलग पोज देती नजर आ रही हैं। अपने इस फोटोशूट के दौरान चित्रांगदा ने बालों को खुला छोड़ा हुआ है और डस्की मेकअप का इस्तेमाल किया है।

स्मोकी आईज और होठों पर ब्राउन लिपस्टिक लगाकर उन्होंने अपने लुक को पूरा किया है। वह अपनी हर अदा में बेहद खूबसूरत और हॉट दिखाई दे रही हैं। आपको बता दे, चित्रांगदा सिंह ने बॉलीवुड की कई फिल्मों में काम किया है। उन्होंने सुधीर मिश्रा की फिल्म हज़ारों ख्वाहिशें ऐसी से बॉलीवुड में डेब्यू किया है।

इसके बाद देसी ब्वॉयज, इनकार और ये साली जिंदगी जैसी फिल्मों में काम किया।वर्कफ्रंट की बात करे तो चित्रांगदा अगली बार गैसलाइट में दिखाई देंगी, जिसमें सारा अली खान और विक्रांत मैसी भी हैं।

फिल्म के इस साल के अंत तक रिलीज होने की उम्मीद है। चित्रांगदा को आखिरी बार अमेजॉन प्राइम की मॉडर्न लव मुंबई वेब सीरीज में देखा गया था। (एजेंसी)

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कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटाने के लिए दिनचर्या में शामिल करें ये 6 योगासन

17.08.2022 – कोलेस्ट्रॉल हमारे शरीर के अन्दर बनने वाली फैट होती हैं जो कि दो तरह की होती हैं गुड कोलेस्ट्रॉल और दूसरा बैड कोलेस्ट्रॉल। शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल बढऩे पर हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या होने लगती हैं जो खून के परिसंचरण में परेशानी का कारण बनते हैं। कोलेस्ट्रॉल की वजह से आपको ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक और हार्ट फेलियर की समस्या का खतरा रहता है।इन समस्याओं से उभरने और कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटाने के लिए योग का अभ्यास बहुत उपयोगी है। आज इस कड़ी में हम आपको कुछ ऐसे योगासन के बारे में बताने जा रहे हैं जो कोलेस्ट्रॉल का लेवल घटाने में मददगार साबित होंगे।

आइये जानते हैं इन योगासन के बारे में-:

चक्रासन

एक मध्यम श्रेणी का योगासन है जिसका नियमित अभ्यास शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने के लिए फायदेमंद माना जाता है।चक्रासन का अभ्यास करने के लिए सबसे पहले जमीन पर लेट जाएं। अपने घुटनों को मोड़ें और सुनिश्चित करें कि आपके पैर फर्श पर मजबूती से रखे हों। अपनी हथेलियों को अपने कानों के बगल में रखें, उँगलियाँ आगे की ओर। श्वास लें, अपनी हथेलियों और पैरों पर दबाव डालें और अपने पूरे शरीर को ऊपर उठाएं। अपने सिर को धीरे से पीछे गिरने दें और अपनी गर्दन को आराम से रखें।शरीर के वजन को अपने चार अंगों के बीच समान रूप से वितरित रखें।

पश्चिमोत्तासन

कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए योग की सूची में पश्चिमोत्तासन का नाम भी शामिल है। एक वैज्ञानिक शोध के अनुसार, मोटापा के कारण कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है और पश्चिमोत्तासन करने से मोटापा नियंत्रित हो सकता है। इसके लिए सबसे पहले जमीन पर पैरों को आगे की ओर फैलाकर बैठ जाएं। ध्यान रहे कि ऐसा करते वक्त घुटने सीधे रहें और पैर आपस में सटे हों। सिर, गर्दन और रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें। अब धीरे-धीरे सांस छोड़ते हुए आगे झुकें और हाथों से पैरों के अंगुठों को पकडऩे का प्रयास करें। ध्यान रहे कि घुटने मुड़ें नहीं। अब कुछ सेकंड इसी अवस्था में बने रहने का प्रयास करें और धीरे-धीरे सांस लेते रहें। इसके बाद एक गहरी सांस लेते हुए सीधे हो जाएं।

सर्वांगासन

का नियमित अभ्यास करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर कम करने में फायदा मिलता है। इसके लिए लिए सबसे पहले पीठ के बल लेटें। इसके बाद दोनों हाथों को शरीर के बगल में रखें। अब अपने पैरों को जमीन से ऊपर की तरफ उठायें और सीधा करें। इसके बाद अपने पेल्विक को जमीन से ऊपर की तरफ उठाएं। कंधे, सिर, पेल्विक और पैरों को एक सीधी रेखा में रखें। शोल्डर यानी कंधे के सहारे उल्टा जमीन पर खड़े होने की मुद्रा में रहें।

अर्धमत्स्येन्द्रासन

अगर किसी का कोलेस्ट्रॉल लेवल बढ़ा हुआ है, तो हाई कोलेस्ट्रॉल के इलाज के लिए योग का भी सहारा ले सकते हैं। चयापचय दर बेहतर होने से नुकसानदायक कोलेस्ट्रॉल कम हो सकता है। इसे करने के लिए पैरों को सामने की ओर सीधा फैलाकर बैठ जाएं। अब अपने दाएं घुटने को मोड़ते हुए बाएं पैर के घुटने के साइड में बाहर की ओर रखें। फिर बाएं घुटने को मोड़ते हुए, बाईं एड़ी को दाएं कूल्हे के नीचे रखें। ध्यान रहे कि इस स्थिति में रीढ़ की हड्डी सीधी रहे। अब बाईं बाजू को दाएं घुटने के बाहर रखते हुए दाएं टखने को पकडऩे का प्रयास करें। फिर गर्दन और कमर को दाहिनी ओर घुमाएं। कुछ सेकंड के लिए इसी स्थिति में बने रहें। बाद में इस प्रक्रिया को दूसरी तरफ से भी दोहराएं।

वज्रासन

का अभ्यास सेहत के लिए बहुत उपयोगी होता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कंट्रोल में रखने के लिए इस तरीके से वज्रासन का अभ्यास करें। इसके लिए सबसे पहले दण्डासन की मुद्रा में बैठें। अब अपने हाथों को अपने कूल्हों के पास रखें। अब अपने दांए पैर को मोड़ें और दाएं कूल्हे के नीचे रखें और फिर अपना बांया पैर मोड़कर बांए कुल्हे के नीचे रखें। सुनिश्चित करें कि आपकी जांघे सटी हुई हों और आपके अंगूठे आपस में जुड़े हुए हों। अब अपने हाथों को घुटनों पर रखें। सुनिश्चित करें कि आपकी ठोड़ी आपके समानान्तर हो। अपना मेरूदंड सीधा रखें और शरीर को ढीला छोड़ें। अब सामान्य रूप से सांस लें और छोड़ें। और कुछ देर तक आराम से रहें।

शलभासन

कोलेस्ट्रॉल को कम करने और संतुलित रखने के लिए बहुत फायदेमंद योगासन है। इसके लिए सबसे पहले पेट के बल लेट जाएं। अपने दोनों पैरों को सीधा रखें और अपने पैर के पंजों को बाहर की ओर फैलाएं। अब अपने दोनों हाथों से मुट्ठी बनाकर जांघों के नीचे दबा लें। फिर सिर और मुंह को सीधा रखें और सामने की ओर देखें। अब गहरी सांस लेते हुए दोनों पैरों को जमीन से ऊपर उठाने की कोशिश करें। ध्यान रहे कि घुटनों को न मोड़ें। जितना संभव हो पैरों को अधिकतम ऊंचाई तक ले जाएं। जब तक संभव हो इसी स्थिति में बने रहने का प्रयास करें। समय पूरा होने पर धीरे-धीरे अपनी सांस छोड़ते हुए पैरों को नीचे लाते हुई अपनी प्रारंभिक स्थिति में वापस आएं। इस अभ्यास को एक बार में करीब तीन से चार बार दोहराएं।

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कच्चा नारियल पोषक तत्वों से भरपूर सुपरफूड है

*सेवन से मिलेंगे सेहत को ये फायदे*

17.08.2022 – श्रीफल अर्थात नारियल का स्वाद आपने कई बार लिया होगा जिसे आमतौर पर प्रसाद के रूप में भी ग्रहण किया जाता है। कोई भी शुभ काम हो उससे पहले भी नारियल फोड़ा जाता हैं। बीते दिनों में रक्षाबंधन पर भी बहनों ने अपने भाइयों को नारियल दिया। इसके पीछे का कारण यह भी होता हैं कि आप इसका सेवन करें और अपनी सेहत को स्वस्थ बनाए रखें। नारियल में विटामिन, खनिज, एमिनो एसिड, फाइबर, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन, कॉपर, सेलेनियम, आयरन, फास्फोरस, पौटेशियम, मैग्नीशियम और जिंक आदि पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं।

आज इस कड़ी में हम आपको कच्चे नारियल से सेहत को मिलने वाले फायदों की जानकारी देने जा रहे हैं।

आइये जानते हैं इनके बारे में…वजन घटाने में मिलती है मदद कच्चा नारियल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित रखने के लिए जाना जाता है। नारियल में मौजूद ट्राइग्लिसराइड्स शरीर की चर्बी को तेजी से जलाने और भूख को कम करने के लिए जाने जाते हैं। जब कम वसा वाले आहार की बात आती है तो यह एक अच्छा विकल्प है। इससे वजन कम करने में मदद मिलती है।कब्ज रोकता हैकच्चा नारियल एक प्राकृतिक उपचार है जो कब्ज को रोकने में मदद करता है। कच्चे नारियल में उच्च फाइबर होता है जो कब्ज की समस्या को दूर करने में मदद करता है। ये पाचन क्रिया को बनाए रखता है।

ये पाचन संबंधित कई समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। कच्चा नारियल हमारे पेट को स्वस्थ रखता है।खून की कमी पूरी करेशरीर में खून की कमी होना कई बार जानलेवा भी हो सकता है। ऐसे में सूखा नारियल खाने से एनीमिया से राहत मिलती है। दरअसल, सूखे नारियल में आयरन बहुत अच्छी मात्रा में पाया जाता है। यदि हर रात सोने से पहले इसका एक टुकड़ा खा लिया जाए, तो एनीमिया की समस्या से बहुत जल्दी छुटकारा मिल सकता है।

आपको बेहतर नींद में मदद करता हैआज की भागदौड़ भरी जिंदगी में नींद न आने की समस्या आम हो गई है। सोने से करीब आधा घंटा पहले कच्चा नारियल खाने से आपको अच्छी नींद आने में मदद मिल सकती है। दरअसल, कच्चा नारियल मैग्नीशियम और पौटेशियम से भरपूर होता है। ये दोनो मिनरल मांसपेशियों पर रिलेक्सिंग इफेक्ट डालते हैं जिससे आपको आरामदायक नींद में मदद मिलती है। इसके अलावा, नारियल में विटामिन बी होता है जो तनाव के स्तर को कम करने के लिए जाना जाता है।आपका हृदय स्वस्थ रखता हैसोने से पहले कच्चा नारियल खाना भी हृदय को स्वस्थ रखता है।

इसमें मौजूद सेचूरेटेड फैट शरीर में अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ाता है। इस तरह नारियल हृदय से जुड़ी समस्याओं के खतरे को कम कर सकता है। ये हृदय के लिए बहुत फायदेमंद है। इसलिए हृदय को स्वस्थ रखने के लिए आप नारियल का सेवन कर सकते हैं।त्वचा और बालों के लिए फायदेमंदअगर आप रूखी त्वचा और रूखे बालों से परेशान हैं तो इस समस्या को दूर करने में नारियल आपकी मदद करेगा। नारियल में मौजूद फैट कंटेंट आपकी त्वचा को पोषण देता है, इसे हाइड्रेटेड और कोमल रखता है। इसके अलावा, नारियल में मोनोलॉरिन और लॉरिक एसिड होता है जो इसे एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल बनाता है।

इसलिए मुंहासे जैसी समस्या को दूर करने में मदद मिलती है।अन्य फायदे पेट में कीड़े होने पर रोजाना नाश्ते के समय एक चम्मच पिसा हुआ नारियल का सेवन करने से पेट के कीड़े मर जाते हैं। नारियल व पुदीने की चटनी खाने से पेट से जुड़े कई रोगों में राहत मिलती है। स्त्रियों की मासिक धर्म अनियमितता से जुड़ी कोई भी समस्या हो तो रोजाना लगभग दस ग्राम गीला नारियल खाएं व साथ में गाय का दूध पिएं। नाक से खून निकलने पर कच्चे नारियल का पानी नियमित रूप से पीना चाहिए।

साथ ही खाली पेट नारियल के सेवन से भी रक्त का बहाव रुक जाता है। नारियल की गिरी में बादाम, अखरोट एवं मिश्री मिलाकर सेवन करने से स्मृति में वृद्धि होती है। नारियल के तेल में नींबू का रस मिलाकर बालों में लगाने से रूसी एवं खुश्की से छुटकारा मिलता है।

पुरुषों में यदि शीघ्र पतन की समस्या हो तो रोज सुबह दस ग्राम नारियल की सूखी गिरी खाने और साथ ही एक गिलास गाय का दूध पीने से रोग खत्म हो सकता है।(एजेंसी)

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आज का राशिफल

मेष : (चू, चे, चो, ला, ली, लू, ले, लो, अ)

आज आपका दिन बेहतर रहेगा। किसी अधूरे कार्य के पूर्ण होने से धनागम सुनिश्चित होगा। आज आपके सामाजिक व्यवहारों में वृद्धि होगी। मध्यान के बाद परिस्थिति प्रतिकूल बनने लगेंगी सेहत के साथ साथ कार्य क्षेत्र पर भी अधिक ध्यान देना पड़ेगा। परिजनों से मधुरता बनाएँ रखे। गुस्से पर नियन्त्रण रखें। योगा व हल्का व्यायाम करें, स्वास्थ्य सुधार होगा।

वृष : (ई, ऊ, ए, ओ, वा, वी, वु, वे, वो)

आज का दिन आपके लिए सामान्य रहेगा। स्वभाव से चंचल रहेंगे। किसी की भी बातो को बिना तथ्य जाने सच न माने। बुरानी बीमारियों में आज थोड़ा सुदर आएगा फिर भी लापरवाही से बचें। आर्थिक दृष्टिकोण से दिन सामान्य रहेगा। आय-व्यय लगभग समान ही रहेंगे। स्वास्थ्य लाभ होगा।

मिथुन : (का, की, कू, घ, ङ, छ, के, को, हा)

आज आपका दिन मिलाजुला रहेगा। विरोध करने वालो को अपनी गलती का अहसास होगा। कार्य क्षेत्र पर आज अनमने मन से ही कार्य करेंगे। धन लाभ अल्प मात्रा में होगा। संध्या के आस-पास अपने बुद्धि विवेक से कुछ रुके काम बना लेंगे जिससे निकट भविष्य में आय की संभावना बनेगी। अधिकारी एव परिजनों को मेहनत से प्रसन्न करें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

कर्क : (ही, हू, हे, हो, डा, डी, डू, डे, डो)

आज के दिन आप अधिक परिश्रम के कारण शारीरिक शिथिलता अनुभव करेंगे लेकिन परिश्रम का सकारात्मक फल मिलने से उत्साहित भी रहेंगे। आवश्यकता अनुसार धन की आमद हो ही जाएगी। उधार दिए धन की वसूली की लिए समय उपयुक्त है परंतु आर्थिक व्यवहारों में आज गरमा गर्मी से बचे उधार आज किसी से ना लें। सेहत सही रहेगी।

सिंह : (मा, मी, मू, मे, मो, टा, टी, टू, टे)

आज का दिन आपकी सुख शांति में वृद्धि करेगा। व्यापार व्यवसाय में आकस्मिक लाभ के सौदे मिलने से भविष्य की योजनाएं गति लेंगी। नौकरी पेशा जातको को भी अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर मिलेगा जिससे सम्मान की प्राप्ति भी होगी। परिजनों का सहयोग प्राप्त होगा। स्वास्थ्य आज सामान्य बना रहेगा।

कन्या : (टो, पा, पी, पू, ष, ण, ठ, पे, पो)

आज आप आध्यात्मिक उन्नति के लिए प्रयास करेंगे। आप पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे। सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। बड़ो का आशीर्वाद फलिल होगा। पारिवारिक वातावरण सामान्य व सम्बन्ध मधुर रहेगे। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी। सेहत बढिया रहेगी।

तुला : (रा, री, रू, रे, रो, ता, ती, तू, ते)

आज आप दिन का समय शांति से बिताएंगे। कोई समाचार प्राप्त हो सकता है। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें। दाम्पत्य जीवन मनोनुकूल रहेगा। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

वृश्चिक : (तो, ना, नी, नू, ने, नो, या, यी, यू)

आज के दिन मध्यान से पहले आपको कोई लाभदायक समाचार मिलेगा धन कोष में भी आकस्मिक वृद्धि होगी। कार्य व्यवसाय से दिन के पहले भाग में अन्य दिनों की अपेक्षा अधिक लाभ कमा लेंगे। सरकारी कार्य आज करने से सफलता की संभावनाएं अधिक रहेंगी। धर्म कर्म में रुचि लेंगे पौराणिक धार्मिक स्थल की यात्रा होगी। दाम्पत्य जीवन का सुख सामान्य रहेगा। सेहत सही रहेगी।

धनु : (ये, यो, भा, भी, भू, ध, फा, ढा, भे)

आज आप पूरी निष्ठा एवं तैयारी के साथ अधूरे कार्य पूर्ण करने में लग जाएंगे सहकर्मियों का सहयोग अपेक्षा से कम ही रहेगा फिर भी धन लाभ में ज्यादा व्यवधान नही आएंगे। व्यवसायी वर्ग नगद व्यवहार को अधिक महत्त्व देंगे। पारिवारिक वातावरण सामान्य व सम्बन्ध मधुर रहेगे। सुखोपभोग की वस्तु खरीदने की योजना बनेगी। सेहत बढिया रहेगी।

मकर : (भो, जा, जी, खी, खू, खा, खो, गा, गी)

आज के दिन आपकी महत्वाकांक्षाये बढ़ चढ़ कर रहेंगी। कार्य व्यवसाय में जल्दबाजी न करने की सलाह है मन लगाकर कार्य करें परिणाम सुखद होंगे। आर्थिक रूप से दिन सामान्य रहेगा। मध्यान के बाद कही से अकस्मात लाभ होने की संभावना है। पारिवारिक सदस्यों के साथ मधुरता रखें। बुजुर्गों का आशीर्वाद फलिल होगा। सेहत सामान्य रहेगी।

कुंभ : (गू, गे, गो, सा, सी, सू, से, सो, दा)

आज आपका दिन मनोनुकूल ही रहेगा। कोई समाचार प्राप्त हो सकता है। धार्मिक भावनाएं आज बलवती रहेंगी। धर्म के कामो में समय एवं धन व्यय करेंगे। आर्थिक रूप से आज का दिन आपके बौद्धिक एवं शारीरिक परिश्रम पर ज्यादा निर्भर करेगा। आज परिजनों की समस्या का समाधान अवश्य करें। स्वास्थ्य बेहतर रहेगा।

मीन : (दी, दू, थ, झ, ञ, दे, दो, चा, ची)

आपको आज का दिन मिला-जुला फल देगा। भाई व मित्र के सहयोग से सफलता मिलेगी। आध्यात्मिक विचारों में और वृद्धि होगी। दिन के आरंभ में आलस्य रहेगा। अतिआवश्यक एवं धन संबंधित कार्य मध्यान से पहले पूर्ण करने का प्रयास करें। कार्य क्षेत्र पर भाईचारे का ध्यान रखे। घरेलू वातावरण को मधुर बनाएँ। सेहत सामान्य रहेगी।

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केदारनाथ यात्रा सीजन में यात्री दर्शन का नया रिकार्ड

*केदारनाथ में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या दस लाख पार*

रुद्रप्रयाग ,16 अगस्त (आरएनएस/FJ)। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर जहां देशभर में आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया वहीं विश्व प्रसिद्ध केदारनाथ धाम में भी यात्री दर्शन का रिकार्ड बना। मंदिर में दर्शन करने वाले यात्रियों की संख्या 10 लाख के पार हो गई है। अभी दो महीने से अधिक की यात्रा शेष है ऐसे में यहां इस बार कपाट बंद होने तक यात्री दर्शन का नया कीर्तिमान बनेगा।

केदारनाथ धाम में इस यात्रा सीजन में यात्री दर्शन का नया रिकार्ड बना है। केदारनाथ में सोमवार को 9635 यात्रियों के दर्शन करने के साथ ही इस साल केदारनाथ में दर्शन करने वाले कुल यात्रियों की संख्या भी 10,00,000 के पार हो गई है। यह केदारनाथ यात्रा के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। मई प्रथम सप्ताह में केदारनाथ धाम के कपाट खुलने से लेकर अब तक केदारनाथ में कुल 10,08083 तीर्थ यात्रियों ने दर्शन कर लिए हैं। जबकि अभी 2 महीने की यात्रा शेष हैं। ऐसे में आने वाले 2 महीनों के भीतर फिर यात्रा शुरुआत के जैसे ही यात्रियों के उमडऩे की संभावना है, जिससे इस साल कपाट बंद होने तक दर्शन करने वाले यात्रियों का नया और अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनने की पूरी उम्मीद जताई जा रही है।

इधर, जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने कहा कि इस साल केदारनाथ यात्रा में दर्शन करने वाले यात्रियों का नया रिकॉर्ड बना है। सरकार, प्रशासन यात्रा से जुड़े सभी सरकारी विभागों, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ, डीडीआरएफ, पुलिस, बदरी केदार मंदिर समिति, तीर्थ पुरोहितों, स्थानीय व्यापारियों, डंडी, कंडी एवं घोड़ा खच्चर संचालकों, हेलीकॉप्टर कंपनियों के सामूहिक सहयोग से संभव हो पाया है। अभी तक 10,08083 यात्रियों ने केदारनाथ के दर्शन कर लिए हैं। जबकि 2 माह की यात्रा शेष है। ऐसे में इस साल दर्शन करने वाले यात्रियों का नया कीर्तिमान बनेगा। सभी अधिकारी कर्मचारी एवं यात्रा से जुड़े विभिन्न विभागों को आगामी 2 महीने की यात्रा में और भी बेहतर तैयारियां करने के निर्देश दिए गए ताकि देश विदेश से आने वाले तीर्थ यात्रियों को किसी तरह की परेशानियों का सामना न करना पड़े।

प्रशासन तीर्थयात्रियों की सेवा के लिए हमेशा तत्पर है। वहीं श्री बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पांच बार केदारनाथ धाम आने से यहां की तस्वीर बदल गई है। उन्होंने अपने संबोधन में कहा था कि आने वाला दशक उत्तराखंड का है और केदारनाथ धाम में अकेले 10 लाख से अधिक यात्रियों के आने की उम्मीद जताई थी।

उनकी सकारात्मक और विराट सोच का प्रतिफल है की केदारनाथ में यात्रियों के दर्शन करने का नया रिकॉर्ड बना है, जिससे बद्री केदार मंदिर समिति के साथ ही प्रशासन और यात्रा से जुड़े तमाम लोगों की आजीविका में बड़ा बदलाव हुआ है।

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मंदसौर में शिवना नदी उफान पर, पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में भरा पानी

मंदसौर ,16 अगस्त (आरएनएस/FJ)। मंदसौर जिले एवं आसपास के क्षेत्रों में तेज वर्षा का दौर जारी है। सोमवार की दोपहर बाद से हो रही वर्षा के बाद रात भर भी पानी बरसता रहा। अधिक वर्षा होने से शिवना नदी उफान पर आ गई। आगे के क्षेत्रों से पानी की तेज आवक को देखते हुए काला भाटा

बांध के पांच गेट खोले गए, जिसके बाद राम घाट बांध, पशुपतिनाथ मंदिर और मुक्तिधाम क्षेत्र में शिवना नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ा। मंगवार सुबह 6:30 बजे बाद से पशुपतिनाथ मंदिर के गर्भगृह में शिवना का पानी पहुंचना प्रारंभ हुआ। 7 बजे शिवना ने भगवान पशुपतिनाथ के चरण पखारे और सुबह 8 बजे तक भगवान पशुपतिनाथ के आठों मुख तक पानी पहुंच गया।

शिवना के इस रूप को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग यहां पहुंच रहे हैं। शिवना का जल स्तर बढऩे से मुक्तिधाम की छोटी पुलिया एवं मुक्तिधाम परिसर भी जलमग्न हो गया। जिले में पिछले 24 घंटे में करीब 100 मिमी वर्षा हुई है। सबसे ज्यादा धुंधडका में 190 मिमी, सुवासरा में 130 और मंदसौर में 114 मिमी वर्षा हुई। मंदसौर जिले में अब तक लगभग 24 इंच वर्षा हो चुकी है।

निचली बस्तियों में पानी भरा, दुकानदार भी हुए परेशान

लगातार बारिश से शहर में वर्षा के पानी की निकासी की व्यवस्था भी ध्वस्त हो चुकी है। स्टेडियम मार्केट, धान मंडी, रेलवे स्टेशन क्षेत्र में दुकानों में पानी घुस गया। वहीं खानपुरा क्षेत्र में अशोक नगर व अन्य निचली बस्तियों में घरों में पानी घुस गया।

नगर पालिका अध्यक्ष रामादेवी गुर्जर उपाध्यक्ष नम्रता चावला ने नगर पालिका अमले के साथ मंगलवार सुबह निचली बस्तियों में पहुंचकर निरीक्षण किया। इसके अलावा पंप हाउस की व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त करने के निर्देश दिए।

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लंदन में भारतीय तिरंगा लहराने का मिला सौभाग्य : रविकिशन

*लंदन वापसी पर बोले रविकिशन*

गोरखपुर ,16 अगस्त (आरएनएस/FJ)। सदर सांसद रवि किशन शुक्ला आजादी के 75 वर्ष पर अमृत महोत्सव कार्यक्रम में भारतीय उच्चायोग लन्दन में भारत से दूर भारत की स्वतंत्रता की 75 वीं वर्षगांठ मे शामिल हुए इस दौरान उनकी धर्मपत्नी और बच्चे भी साथ शामिल हुए।

आईएनएस तरंगिणी द्वारा आयोजित कार्यक्रम में सांसद रवि किशन शुक्ला विशेष आमंत्रण पर भारतीयों के बीच सम्मिलित कोई और उपस्थित लोगों को 50 तरह में स्वतंत्रता दिवस की शुभकामनाएं दिए। सांसद रवि किशन शुक्ला ने कहा कि लंदन में रहने वाले गर्वित भारतीयों के साथ मुझे परिवार के साथ स्वतंत्रता दिवस के 75 मी वर्षगांठ पर इस अद्भुत आयोजन में आईएनएस तरंगिनी के कमांडिंग ऑफिसर, सीडीआर प्रवीण कुमार और भारत के कार्यवाहक उच्चायुक्त, सुजीत घोष  द्वारा मुझे सादर आमंत्रित किया था ।

यह मेरे लिए देश के साथ ही व्यक्तिगत रूप से सौभाग्य का क्षण है । आज लन्दन की धरती पर भारत माता के जय घोष भारतीयों के बीच बहुत ही बेहतरीन अवसर मेरे लिए है।इसके लिए लिए आयोजको को आभार धन्यवाद प्रकट करता हूं।रवि किशन ने कहा लंदन की धरतीपर जन गण मन अधिनायक जय हे और भारत माता की जय जय कार मेरे साथ ही समस्त  देश के लिए गौरव का क्षण था ।

हमें मिलकर मोदी जी की आगुआइ मे विकसित भारत बनाने का संकल्प  लेना है । रवि किशन ने कहा आने वाले 25 वर्ष भारत के लिए महत्वपूर्ण है, जिसमें देश के युवा अपनी महती भूमिका निभाएंगे।

रवि किशन ने कहा मुझे अपने संसदीय क्षेत्र मे लोगो के बीच आज रहता लेकिन आज लन्दन मे भारतीय तिरंगा लहराने का सौभाग्य मिला है यह गोरखपुर वासियो के लिए भी गौरव का क्षण है ।

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अभिनेता अनुपम खेर ने किया नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का किया उद्घाटन

*कलाकारों के सहायतार्थ संचालित संस्था*

मुम्बई, 16.08.2022 – सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सिंटा) और सी.पी.ए.ए द रोटेरी क्लब ऑफ मुम्बई द्वारा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर अंधेरी (मुम्बई) स्थित सिंटा के दफ्तर में आयोजित नि:शुल्क चिकित्सा शिविर का उद्घाटन अभिनेता अनुपम खेर ने किया। इस नि:शुल्क चिकित्सा शिविर में सिंटा के सदस्य अमित बहल, अभय भार्गव, दीपक काज़ीर, केजरीवाल, रवि झंकल, युवा अभिनेता वर्धन पुरी, सीपीएए से अनीता पीटर, राजीव पुरी और रोटरी क्लब के अध्यक्ष सुवेंदु मिश्रा जी मौजूद थे।

अनुपम खेर ने चिकित्सा शिविर में अपना प्राथमिक चेकअप भी करवाया और मीडिया से बात करते हुए कहा कि,” मैं सिंटा और सी.पी.ए.ए- द रोटेरी क्लब ऑफ मुम्बई एयरपोर्ट 31412 के इस नेक पहल की सराहना करता हूँ। ऐसे आयोजनों से आम आदमी को भी लाभ मिलता है। इसके अलावा अनुपम खेर ने पी.एम. नरेंद्र मोदी की हर घर तिरंगा मुहिम को अपना पूरा समर्थन दिया और कहा कि,” मैं मोदी जी की हर घर तिरंगा मुहिम की सराहना करता हु और मैं देख रहा हूं हर घर,हर गली, इस मुहिम का लोग पालन कर रहे हैं। इतना बड़ा मुहिम मैंने इसके पहले कभी नही देखा और ये देशभक्ति का जज्बा और भावना अंदर से आनी चाहिए । नारी शक्ति का सम्मान होना चाहिए”।

सिंटा के महासचिव और प्रवक्ता अमित बहल ने कहा, “अभिनेताओं के लिए एक सदस्य केंद्रित संघ के रूप में, हम हर समय अपने हजारों सदस्यों के साथ प्रतिबद्ध और एकजुट हैं। इस चिकित्सा शिविर में 350 से अधिक सदस्यों ने भाग लिया, चिकित्सा शिविर में डॉक्टरों द्वारा सदस्यों के वजन, नाड़ी, रक्तचाप, ईसीजी, डेंटल, नेत्र जांच,कैंसर का पता लगाने के प्रारंभिक जांच, स्त्री रोग सहित संपूर्ण शरीर की जांच की गई। इसके अलावा शिविर में धूम्रपान के दुष्परिणामों पर भी वक्ताओं द्वारा प्रकाश डाला गया।

सिने एंड टीवी आर्टिस्ट्स एसोसिएशन (सिंटा) की यह पहल कल्याणकारी गतिविधियों में से एक है और इसके सदस्यों की भलाई के लिए इनके द्वारा उठाया गया ये एक नेक कदम है जो सिंटा की उनके सदस्यों के स्वास्थ हेतु एक गहरे चिंतन को दर्शाता है।

प्रस्तुति : काली दास पाण्डेय

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मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन ने अमिताभ चौधरी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी

रांची,16.08.2022 (FJ)  – मुख्यमंत्री श्री हेमन्त सोरेन आज दिवंगत श्री अमिताभ चौधरी के अशोक नगर स्थित आवास पहुंचे। मुख्यमंत्री ने वहां झारखंड लोक सेवा आयोग (जेपीएससी) के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व आईपीएस अधिकारी श्री अमिताभ चौधरी के पार्थिव शरीर पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

मुख्यमंत्री ने श्री अमिताभ चौधरी के असामयिक निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि राज्य और देश में श्री अमिताभ चौधरी के व्यक्तित्व की अलग पहचान रही  है। श्री चौधरी राज्य सरकार में आईपीएस एवं जेपीएससी अध्यक्ष के पद पर कार्यरत रहते हुए अपनी जिम्मेदारी का बखूबी निर्वहन किया ।

वे अपने कर्तव्य के प्रति जिम्मेदार एवं निष्ठावान व्यक्ति थे। श्री चौधरी के द्वारा किए गए कार्यों को लोगों ने हमेशा सराहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज हम सभी ने श्री अमिताभ चौधरी के रूप में  सिर्फ एक अधिकारी ही नहीं बल्कि एक जिंदादिल इंसान को खो दिया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री चौधरी ने झारखंड को अंतरराष्ट्रीय पहचान दिलाने में अपनी अहम भूमिका निभायी है। राज्य में क्रिकेट  को आगे बढ़ाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा है। श्री चौधरी का निधन राज्य, देश एवं क्रिकेट जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। श्री चौधरी नौजवानों तथा खेल से जुड़े युवाओं  के लिए सदैव प्रेरणास्रोत बने रहेंगे।

मुख्यमंत्री ने कहा कि श्री अमिताभ चौधरी को हमेशा एक कुशल खेल प्रशासक के रूप में याद रखा जाएगा। इस व्यक्तित्व को हर व्यक्ति आने वाले समय में याद करेगा। मैं श्री चौधरी के शुभचिंतकों तथा चाहने वालों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं।

मुख्यमंत्री ने ईश्वर से दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान देने तथा शोक संतप्त परिजनों को इस दु:ख को सहन करने की शक्ति प्रदान करने की प्रार्थना की है। मौके पर मुख्यमंत्री ने दिवंगत श्री अमिताभ चौधरी के परिजनों को ढांढस बंधाया तथा गहरी संवेदना प्रकट की।

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राहुल गांधी को मनाने में जुटे कांग्रेस के रणनीतिकार

*कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में हो सकती है देरी*

नई दिल्ली ,16 अगस्त (आरएनएस/FJ)।   कांग्रेस के रणनीतिकार राहुल गांधी को अबतक अध्यक्ष पद के लिए चुनाव लडऩे के लिए मनाने में विफल रही, जिसकी वजह से कांग्रेस अध्यक्ष पद के चुनाव में देरी हो सकती है। अभी तक राहुल की तरफ से चुनाव लडऩे का कोई संकेत नहीं माल है।

राहुल गांधी की तरफ से कोई साफ जवाब न मिलने की वजह से कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक नहीं बुलाई जा रही है, जिसमें चुनाव की तारीख का ऐलान होना है। कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन अथॉरिटी के मुताबिक उसने चुनाव की तैयारी पूरी कर ली है।

इस बारे में मधुसूदन मिस्त्री के नेतृत्व वाली केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण ने कहा कि वे समय पर चुनाव के लिए तैयार हैं। अब गेंद कांग्रेस कार्यसमिति के पाले में है और उसे ही चुनाव की तारीखों का ऐलान करना है। वहीँ, पार्टी द्वारा पूर्व घोषित कार्यक्रम के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष के चुनाव की प्रक्रिया 21 अगस्त से शुरू होने वाली थी और 20 सितंबर से पहले उसे नया अध्यक्ष चुन लेना था।

राज्यों के पार्टी अध्यक्ष भी 20 अगस्त तक चुन लिए जाने थे, लेकिन अब तक किसी राज्य में ये प्रक्रिया पूरी नहीं हुई है। वहीँ, उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्य में तो अरसे से अध्यक्ष ही नहीं हैं।

वहीँ, राहुल के रुख के साफ न होने की वजह से नेतृत्व असमंजस में है और संगठन चुनाव समय से पूरे होने पर संशय है।

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कारम बांध ने खोली भ्रष्टाचार की पोल, सरकार लीपापोती में लगी : कमल नाथ

भोपाल ,16 अगस्त (आरएनएस/FJ)। मध्यप्रदेश के धार जिले में निमार्णाधीन कारम बांध की दीवार दरक जाने से हजारों लोग प्रभावित हुए हैं, साथ ही कई गड़बडिय़ां भी सामने आई हैं। कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष कमल नाथ ने क्षतिग्रस्त बांध और उससे प्रभावित परिवारों से मुलाकात कर सरकार पर हमला बोला की वह भ्रष्टाचार पर लीपापोती करने की कोशिश में लगी है।

कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ मंगलवार को धार जिले के कारम नदी पर बने क्षतिग्रस्त बांध को देखने पहुंचे। उन्होंने बरसते पानी के बीच क्षतिग्रस्त बांध का अवलोकन किया और धरमपुरी तहसील के दूधी गांव में पहुंचकर प्रभावित ग्रामीण जनों से बातचीत की, उनका हाल जाना।

प्रभावित किसानों ने कमलनाथ को बताया कि इस आपदा में उनकी फसल बह गई है, घर बह गए हैं, खेत की मिट्टी भी बांध के पानी के साथ बह गई है, खेतों में पानी में बहकर पत्थर आ गये हैं, जिससे आगे अब खेती करना भी मुश्किल होगा। हम अभी भी पहाड़ों व जंगलो में रह रहे हैं।

ग्रामीणों ने आरेाप लगाया कि, सरकार ने अभी तक कोई सर्वे कार्य शुरू नहीं किया है, न हमें कोई मुआवजा मिला है, न हमारी कोई सुध लेने अभी तक आया है।

प्रभावित ग्रामीणजनों व जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि इस बांध के निर्माण में भ्रष्टाचार व घटिया निर्माण की शुरू से कई शिकायतें की लेकिन सारी शिकायतों को अनदेखा किया गया, जिसके कारण यह स्थिति बनी।

पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य सरकार द्वारा बनाई गई जांच कमेटी पर सवाल उठाते हुए कहा कि जो बांध के ढहने के लिए जिम्मेदार हैं, उन्हीं की कमेटी बनाकर सरकार इस पूरे भ्रष्टाचार पर लीपापोती का प्रयास कर रही है।

कमल नाथ ने संवाददाताओं से चर्चा करते हुए कहा, यह बांध भाजपा सरकार के भ्रष्टाचार की निशानी है, उनकी एक बड़ी लापरवाही है। मैं आज खराब मौसम में यहां आया हूं, यह देखने कि किस प्रकार शिवराज सरकार के भ्रष्टाचार का डैम फूटा है। मैंने आज देखा कि किस प्रकार से यह डैम मिट्टी से बना हुआ है।

कमल नाथ ने आरोप लगाया कि आज हर ठेके में भ्रष्टाचार है, जब तक भ्रष्टाचार न हो, सौदा पूरा नहीं होता है। आज इतनी सारी योजनाएँ रुकी पड़ी है क्योंकि दलाली का सौदा पूरा नहीं हुआ है।

कमल नाथ ने कारम बांध की ठेका प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए कहा, सभी जानते है कि इस बांध की मुख्य निर्माण कंपनी दिल्ली की थी, पेटी कांटैक्ट किसी और को दिया, यह सब पहले से ही तय था। उस सार्थक कम्पनी का मालिक कौन, पार्टनर कौन, इसका भी जल्द खुलासा होगा।
इन्होंने नर्मदा पौधारोपण से लेकर, व्यापम, ई-टेंडर, अस्पताल, नर्सिंग कालेज, आयुष्मान योजना सभी में भ्रष्टाचार किया।

कमल नाथ ने कहा कि यह बांध टूटा है, यह सबूत करता है कि किस प्रकार पूरे प्रदेश में भ्रष्टाचार की दीमक लग गई है और यह दीमक नौजवानों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रही है। हर जिले में भ्रष्टाचार की व्यवस्था इन्होंने बनायी हुई है।

पंचायत से लेकर मंत्रालय तक यह व्यवस्था बनी हुई है। आज हर ठेके में 30-40 फीसदी कमीशन का खेल चल रहा है। आज प्रदेश भ्रष्टाचार की पटरी पर चल रहा है।

भाजपा की सरकार पर हमला करते हुए कमल नाथ ने कहा भाजपा सरकार सिर्फ नाटक- नौटंकी और इवेंट से जनता का ध्यान मोडऩे में लगी हुई है। यहां लोग बर्बाद हो गये इस पर बात नहीं करेंगे, यह बचाने की बात करेंगे। आज शिवराज जब तक झूठ नहीं बोल लें इवेंट, नाटक-नौटंकी न कर ले, इनका पेट नहीं भरता।

कमल नाथ की मांग है कि इस मामले में तत्काल प्रकरण दर्ज हो, गिरफ़्तारी हो, भ्रष्टाचार की जांच हो, प्रभावितों को फसल, घर, जमीन सभी का मुआवजा मिले। प्रभावित लोगों की मदद के लिए कांग्रेस सड़क से लेकर विधानसभा तक आवाज उठायेगी और उनकी हर संभव मदद करेगी।

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5 जी के लिए अब और इंतजार नहीं : मोदी

नयी दिल्ली ,16 अगस्त (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश में शीघ्र ही पांचवी पीढ़ी दूरसंचार सेवायें 5 जी शुरू किये जाने के संकेत देते हुये आज कहा  अब हम 5जी के दौर की ओर कदम रख रहे हैं। बहुत दूर इंतजार नहीं करना होगा, हम कदम मिलाने वाले हैं।

श्री मोदी ने 76 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर आज लाल किले की प्राचीर से राष्ट्र को संबोधित करते हुये कहा कि देश के हर गांव में ऑप्टिकल फाइबर पहुंचायें जा रहे हैं। डिजिटल इंडिया का सपना गांव से गुजरेगा। उन्होने देश में कार्यरत चार लाख कॉमन सर्विस सेंटरों का उल्लेख करते हुये कहा कि अब गांव विकसित हो रहे हैं।

गांव के नौजवान बेटे-बेटियां कॉमन सर्विस सेंटर चला रहे हैं। देश गर्व कर सकता है कि गांव के क्षेत्र में चार लाख डिजिटल उद्यमी का तैयार होना और सारी सेवाएं लोग गांव के लोग उनके यहां लेने के लिए आदी बन जाएं, ये अपने-आप में टेक्नोलॉजी हब बनने की भारत की ताकत है।

उन्होंने कहा ये जो डिजिटल इंडिया का मूवमेंट है, जो सेमीकंडक्टर की ओर हम कदम बढ़ा रहे हैं, 5जी की ओर कदम बढ़ा रहे हैं, ऑप्टिकल फाइबर का नेटवर्क बिछा रहे हैं, ये सिर्फ आधुनिकता की पहचान है, ऐसा नहीं है। तीन बड़ी ताकतें इसके अंदर समाहित हैं। शिक्षा में आमूल-चूल क्रांति- ये डिजिटल माध्यम से आने वाली है। स्वास्थ्य सेवाओं में आमूल-चूल क्रांति डिजिटल से आने वाली है। कृषि जीवन में भी बहुत बड़ा बदलाव डिजिटल से आने वाला है। एक नया विश्व तैयार हो रहा है। भारत उसे बढ़ाने के लिए आगे बढ़ रहा है।

उन्होंने इसको प्रौद्योगिकी का दशक बताते हुये कहा कि मानव जाति के लिए टेकहेड का समय है। भारत के लिए तो ये टेकहेड जिसका मन टेक्नोलॉजी से जुड़ा हुआ है। आईटी की दुनिया में भारत ने अपना एक लोहा मनवा लिया है, ये टेकहेड का सामर्थ्य भारत के पास है।

उन्होंने कहा  हमारा अटल इनोवेशन मिशन, हमारे इनक्युबेशन सेंटर, हमारे स्टार्टअप एक नया, पूरे क्षेत्र का विकास कर रहे हैं, युवा पीढ़ी के लिए नए अवसर ले करके आ रहे हैं। स्पेस मिशन की बात हो, हमारे गहरा समुद्र मिशन की बात हो, समंदर की गहराई में जाना हो या हमें आसमान को छूना हो, ये नए क्षेत्र हैं, जिसको ले करके हम आगे बढ़ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि देश में 5 जी सेवायें शुरू करने के लिए 1.5 लाख करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की नीलामी की गयी है। कंपनियों ने इस सेवा के लिए काम भी करने लगी है। अक्टूबर महीने तक यह सेवा शुरू होने की उम्मीद है।

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शोपियां में आतंकियों ने की एक और कश्मीरी पंडित की हत्या

*जम्मू-कश्मीर में फिर टारगेट किलिंग*

श्रीनगर 16 Aug. (Rns/FJ): जम्मू-कश्मीर में एक बार फिर टारगेट किलिंग की घटना सामने आई है। शोपियां जिले में मंगलवार को आतंकवादियों ने एक स्थानीय कश्मीरी पंडित की हत्या कर दी और उसके भाई को भी घायल कर दिया।

पुलिस सूत्रों ने बताया कि शोपियां जिले के छोटिगम गांव में आतंकवादियों ने अर्जुन नाथ के बेटे सुनील कुमार और उसके भाई पीतांबर उर्फ पिंटो पर गोलीबारी की। सूत्रों ने बताया, सुनील कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि उनके भाई पिंटो को अस्पताल में भर्ती कराया गया।

सूत्रों ने कहा, इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और हत्यारों को पकड़ने के लिए गांव में अतिरिक्त बल तैनात किए गए हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि दोनों भाई यहां के स्थानीय निवासी थे और अपने पैतृक गांव में रह रहे थे।

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भारतीय सेना की ताकत में बढ़ोतरी, राजनाथ सिंह ने ‘निपुण’ समेत सौंपे कई स्वदेशी हथियार

नई दिल्ली 16 Aug. (Rns/FJ): रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को भारतीय सेना को कई स्वदेशी हथियार सौंप कर सेना की ताकत बढ़ाई। इन हथियारों में एंटी-कार्मिक लैंड माइन निपुण, पैंगोंग झील में संचालन के लिए लैंडिंग क्राफ्ट अटैक, पैदल सेना के लड़ाकू वाहन और कई अन्य प्रणालियां शामिल हैं। लेफ्टीनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि रक्षा क्षेत्र में स्वदेशीकरण को बढ़ावा देने में मदद करने के लिए भारत सरकार ने कई नीतिगत निर्णय लिए हैं। इन हथियारों में एंटी पर्सनेल माइंस, आमने सामने लड़ाई के हथियार, इन्फैंट्री के लड़ाकू वाहन शामिल हैं।

देश की सीमाओं पर बढ़ती चुनौतियों के बीच रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने मंगलवार को कई स्वदेशी हथियार सेना को सौंपे। इनमें एके-203 और एफ-इंसास राइफलों के अलावा नई एंटी पसोर्नेल माइन ‘निपुण’ भी शामिल है। नए हथियार ईईएल व अन्य भारतीय कंपनियों ने विकसित किए हैं।

इस मौके पर भारतीय सेना के मुख्य इंजीनियर लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने सेना प्रमुख की ओर से देश को आश्वस्त किया है कि हम किसी भी खतरे से निपटने को तैयार हैं। भले वह पश्चिमी रेगिस्तान (पाकिस्तान) हो या लद्दाख सेक्टर में ऊंचाई वाले स्थान (चीन) से सटे इलाके। यह बात उन्होंने सेना को अत्याधुनिक हथियार प्रणालियां सौंपे जाने के दौरान कही। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह को भारतीय सेना के फ्यूचरिस्टिक इन्फैंट्री सोल्जर इन एसिस्टम (एफ-इंसास) की नई हथियार प्रणालियों और एके-203 असॉल्ट राइफल व शस्त्रों की जानकारी दी गई।

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नीतीश मंत्रिमंडल का हुआ विस्तार, 31 मंत्रियों ने ली पद और गोपनीयता की शपथ

पटना 16 Aug. (Rns/FJ): बिहार में नीतीश मंत्रिमंडल का मंगलवार को विस्तार किया गया और 31 मंत्रियों ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। राजभवन के राजेंद्र मंडपम में आयोजित शपथ ग्रहण समारोह में राज्यपाल फागू चौहान ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के 16, जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के 11, कांग्रेस के 02, हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के एक और एक निर्दलीय को मंत्री पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई।

इन 31 मंत्रियों ने ली शपथ
जदयू (11) – विजय कुमार चौधरी, बिजेंद्र यादव, श्रवण कुमार, अशोक चौधरी, लेसी सिंह, संजय झा, मदन सहनी, शीला कुमारी, सुनील कुमार,मोहम्मद जमा खान, जयंत राज

राजद (16)- तेज प्रताप यादव, आलोक मेहता, सुरेंद्र प्रसाद यादव, रमानंद यादव, कुमार सर्वजीत, ललित यादव, समीर कुमार, चंद्रशेखर, जितेंद्र कुमार राय, अनीता देवी, सुधाकर सिंह, इसराइल मंसूरी, सुरेंद्र राम, कार्तिकेय सिंह, शहनवाज आलम, शमीम अहमद

कांग्रेस (2)- आफाक आलम, मुरारी गौतम

हम (1)- संतोष कुमार

निर्दलीय (1)- सुमित कुमार सिंह

गौरतलब है कि 10 अगस्त को महागठबंधन की सरकार बनने के बाद जदयू नेता नीतीश कुमार ने मुख्यमंत्री और राजद के तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंत्री के तौर पर शपथ ली थी। शपथ ग्रहण के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पत्रकारों से बातचीत के दौरान कहा कि मंत्रियों के बीच विभागों के बंटवारे के बाद आज ही शाम साढ़े चार बजे मंत्रिमंडल की बैठक भी होगी।

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मुंबई की एंटी नॉरकोटिक्स सेल ने की बड़ी कार्रवाई, जब्त की 516 किलो ड्रग्स

मुंबई 16 Aug. (Rns/FJ): मुंबई पुलिस ने आज बड़ी कार्रवाई करते हुए 516 किलो एमडी ड्रग्स जब्त की। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत 1026 करोड़ रुपए आंकी गई है। यह कार्रवाई ऐसे समय में हुई, जब कुछ ही दिन पहले मुंबई पुलिस की एंटी नारकोटिक्स सेल (एएनसी) ने गुजरात की सीमा से लगे पालघर जिले के नाला सोपारा कस्बे से 1,403 करोड़ रुपये की भारी मात्रा में ड्रग्स बरामद की थी।

बता दें कि एएनसी ने 3 अगस्त की रात नाला सोपारा के चक्रधर नगर क्षेत्र में सीताराम बिल्डिंग से एक व्यक्ति को 702 किलोग्राम मेफ्रेडोन के साथ पकड़ा और दो पेडलर को गिरफ्तार किया था। जब्त ड्रग्स की कीमत 1,403.5 करोड़ रुपये बताई गई थी।

ड्रग्स की बरामदगी दो अन्य ड्रग पेडलर्स और एक महिला से पूछताछ के बाद संभव हुई, जिन्हें एएनसी ने 29 मार्च को उत्तर-पूर्वी मुंबई के गोवंडी से पकड़ा था।

गिरफ्तार तीनों में से एक को 250 ग्राम मेफ्रेडोन, जिसकी कीमत 37.50 लाख रुपये और दूसरे को 2.70 किलोग्राम मेफ्रेडोन के साथ, (जिसकी कीमत 4.14 करोड़ रुपये है) पकड़ा गया था।

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जाति विवाद : क्लीन चिट मिलने पर बोले समीर वानखेड़े, परिवार और बच्चों ने झेला तनाव

नई दिल्ली 16 Aug. (Rns/FJ): जाति विवाद : एनसीबी मुंबई के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े को कास्ट स्क्रूटनी कमिटी से क्लीन चिट मिल गई है। इस मौके पर समीर वानखेड़े ने कहा कि 11 महीने बाद उन्हें न्याय मिला है, लेकिन इसके बदले में उनके परिवार और बच्चों को तनाव झेलना पड़ा। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री रहे नवाब मलिक ने मुंबई एनसीबी के पूर्व जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर आरोप लगाए थे कि समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं और नौकरी पाने के लिए उन्होंने फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाया है। इस मामले में कास्ट स्क्रूटनी कमिटी ने इन तथ्यों को गलत पाया और समीर वानखेड़े को क्लीन चिट दे दी। कमिटी ने कहा कि समीर वानखेड़े अनुसूचित जाति के अंतर्गत महार जाति से ही ताल्लुक रखते हैं।

मामले की आगे की सुनवाई में शामिल होने नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल कास्ट के दफ्तर में पहुंचे समीर वानखेड़े ने कहा कि 11 महीने बाद आखिरकार मुझे न्याय मिला है। इसके लिए उन्होंने नेशनल कमीशन फॉर शेड्यूल कास्ट और केंद्र सरकार का धन्यवाद दिया। समीर वानखेड़े ने कहा कि मेरी 42 साल की जिंदगी में कभी इस तरह के आरोप नहीं लगे।

समीर वानखेड़े का कहना था, कि वो नवाब मलिक पर कोई टिप्पणी नहीं करेंगे, लेकिन जिस तरह के झूठे आरोप मेरे परिवार पर लगाए गए, उससे बच्चों तक ने बेहद तनाव का सामना किया है। समीर वानखेड़े ने बताया कि उन्होंने महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री नवाब मलिक के खिलाफ मुंबई के गोरेगांव पुलिस में मामला भी दर्ज करवाया है, साथ ही मानहानि की धाराओं में भी केस दर्ज किया गया है।

दरअसल, ये पूरा मामला तब सामने आया जब समीर वानखेड़े ने अभिनेता शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान समेत कई लोगों को मुंबई में क्रूज ड्रग्स मामले में पकड़ा था। आर्यन खान को तो इस मामले में क्लीन चिट दे दी गई, लेकिन जांच के दौरान नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर फिरौती लेने, फर्जी जाति प्रमाण पत्र बनवाने समेत कई गंभीर आरोप लगाए थे। इसके अलावा एक शिकायतकर्ता ने भी इसी तरह के आरोप लगाते हुए समीर वानखेड़े का कथित फर्जी जाति प्रमाण पत्र और निकाहनामा जमा किया था।

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न्याय की विरासत के साथ आगे बढ़ेगा छत्तीसगढ़ : भूपेश बघेल

*मुख्यमंत्री ने आजादी की 75वीं वर्षगांठ के अवसर पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड ग्राउंड में किया ध्वजारोहण

*गांधी जयंती से शुरू होंगे ‘रूरल इंडस्ट्रियल पार्क’: एक वर्ष में 300 पार्क की स्थापना का लक्ष्य

*जन्माष्टमी से ‘कृष्ण कुंज योजना’ की होगी शुरूआत

*छत्तीसगढ़ में 5.03 लाख से अधिक वन अधिकार पत्र वितरित

*पेसा कानून से ग्राम सभाओं को मिलेगा जल-जंगल-जमीन के बारे में खुद फैसला लेने का अधिकार

*आगामी शिक्षा सत्र से 422 स्कूलों में लागू होगी स्वामी आत्मानंद योजना

रायपुर, 16 अगस्त (आरएनएस/FJ)।  मुख्यमंत्री श्री भूपेश बघेल ने आज भारत की आजादी की 75वीं वर्षगांठ के पावन और गौरवशाली अवसर पर राजधानी रायपुर के पुलिस परेड मैदान में ध्वजारोहण करने के बाद प्रदेशवासियों को स्वतंत्रता दिवस की बधाई और शुभकामनाएं दी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जनता के नाम अपने स्वतंत्रता दिवस संदेश में कहा कि आजादी की 75वीं वर्षगांठ से फिर एक नया सफर शुरू होगा, जो न्याय की हमारी विरासत के साथ आगे बढ़ेगा और ‘गढ़बो नवा छत्तीसगढ़’ का लक्ष्य पूरा करेगा।

मुख्यमंत्री ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों और अमर शहीदों को नमन करते हुए कहा कि आजाद भारत के अमृत महोत्सव के मायने और मूल्यों को समझने के लिए हमें दो शताब्दियों की गुलामी को याद करना होगा। हमारे पुरखों ने अपनी जान दांव पर लगाकर, फिरंगी सरकार के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद किया था। उनका त्याग और बलिदान देश की भावी पीढिय़ों का जीवन खुशहाल बनाने के लिए था। हमारा कत्र्तव्य है कि उनके सपनों को साकार करें और उनकी स्मृतियों को चिरस्थायी बनाएं।

अमर शहीदों को नमन

मुख्यमंत्री श्री बघेल ने कहा कि अमर शहीदों गैंदसिंह, वीर नारायण सिंह, मंगल पाण्डे, भगत सिंह, चन्द्रशेखर आजाद, रामप्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खां, रानी लक्ष्मीबाई, रानी अवंतिबाई लोधी जैसी हजारों विभूतियों की शहादत हमें देश के लिए सर्वोच्च बलिदान की प्रेरणा देती रहेगी। स्वतंत्रता संग्राम और आजाद भारत को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी, पंडित जवाहरलाल नेहरू, डॉ. राजेन्द्र प्रसाद, डॉ. भीमराव अम्बेडकर, लाल बहादुर शास्त्री, नेताजी सुभाष चन्द्र बोस, सरदार वल्लभ भाई पटेल, लाल-बाल-पाल, मौलाना अबुुल कलाम आजाद जैसी विभूतियों ने राष्ट्रीय स्तर पर नेतृत्व दिया था। वहीं वीर गुण्डाधूर, पं. रविशंकर शुक्ल, ठाकुर प्यारेलाल सिंह, बाबू छोटेलाल श्रीवास्तव, डॉ. खूबचंद बघेल, पं. सुंदरलाल शर्मा, डॉ. ई.राघवेन्द्र राव, क्रांतिकुमार, बैरिस्टर छेदीलाल, लोचन प्रसाद पाण्डेय, यतियतन लाल, डॉ. राधाबाई, पं. वामनराव लाखे, महंत लक्ष्मीनारायण दास, अनंतराम बर्छिहा, मौलाना अब्दुल रऊफ खान, हनुमान सिंह, रोहिणीबाई परगनिहा, केकतीबाई बघेल, श्रीमती बेलाबाई, इंदरू केंवट, उदय राम वर्मा, खिलावन बघेल, घसिया मंडल जैसे अनेक स्वतंत्रता सेनानियों ने राष्ट्रीय आंदोलन में छत्तीसगढ़ की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की थी, मैं इन सभी को सादर नमन करता हूं। देश की एकता और अखण्डता, संविधान व लोकतंत्र के प्रति आस्था को बचाए रखना एक चुनौती थी और इसके लिए भी हमारे देश की सेनाओं व सुरक्षा बलों के जवानों ने शहादत दी है। मैं उन अमर शहीदों को भी सादर नमन करता हूं।

प्रकृति-सम्मत विकास की राह पर आगे बढ़ा छत्तीसगढ़

मुख्यमंत्री ने अपने स्वतंत्रता दिवस के संदेश में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आखिरी वसीयतनामे का उल्लेख करते हुए कहा था-‘भारत ने राजनीतिक स्वतंत्रता तो प्राप्त कर ली है, लेकिन उसे अभी शहरों और कस्बों से भिन्न अपने सात लाख गांवों के लिए सामाजिक, आर्थिक और नैतिक स्वतंत्रता प्राप्त करना बाकी है’। आज देश के सामने अनेक चुनौतियां हैं। कृषि व वन भूमि का कम होना, पर्यावरण असंतुलन, प्रदूषण, बीमारियों, महंगाई, बेरोजगारी आदि से लोगों का जीवन संकटमय हुआ है। हमने पुरखों की सीख और माटी की संस्कृति का सम्मान करते हुए कृषि तथा वन उत्पादों, परंपरागत ज्ञान, आधुनिक साधनों व रणनीतियों के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने का रास्ता चुना। मुझे गर्व है कि हम आजादी की 75वीं सालगिरह के अवसर पर देश और दुनिया के सामने, बापू के सिद्धांतों और विचारों के अनुरूप कार्य करने में सफल हुए हैं। इसमें प्रकृति-सम्मत विकास, हर व्यक्ति को गरिमा, न्याय व बराबरी के अवसर देने वाली योजनाएं और कार्यक्रम शामिल हैं।

राजीव गांधी किसान न्याय योजना: किसानों को 13 हजार करोड़ रूपए की इनपुट सब्सिडी

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने न्याय योजनाओं की जो पहल की थी, उसे निरंतर आगे बढ़ाने के लिए भी संकल्पबद्ध हैं। यही वजह है कि ‘राजीव गांधी किसान न्याय योजना’ अब तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है और इससे लगभग 13 हजार करोड़ रुपए की राशि किसानों को दी जा चुकी है। इस तरह एक सीजऩ में किसानों को प्रति एकड़ 9 हजार रुपए की आदान सहायता देने वाला देश का पहला राज्य हमारा छत्तीसगढ़ है। ‘गोधन न्याय योजनाÓ भी तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है, इसके अंतर्गत अब-तक गोबर विक्रेताओं, गौठान समितियों तथा स्व-सहायता समूहों को 312 करोड़ रुपए दिए जा चुके हैं। देश में रासायनिक खाद की कमी और मूल्य वृद्धि के परिदृश्य में हमारे गौठानों में निर्मित जैविक खाद, अब एक बेहतर विकल्प बन रही है। किसानों की सिंचाई कर माफी की पहल में भी विस्तार किया गया है और 17 लाख से अधिक किसानों के 342 करोड़ रुपए की राशि माफ की जा चुकी है। किसानों को 4 वर्ष पहले मात्र 3 हजार 692 करोड़ रुपए कृषि ऋण के रूप में प्राप्त हुआ था। हमने इस वर्ष लक्ष्य बढ़ाकर 6 हजार 500 करोड़ रुपए कर दिया है, जिससे लगभग 75 प्रतिशत अधिक राशि ब्याजमुक्त ऋण के रूप में कृषि क्षेत्र में आएगी। ‘राजीव गांधी ग्रामीण भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना’ अपने दूसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है और इसके तहत अब-तक पात्र हितग्राहियों को 213 करोड़ रुपए की राशि दी जा चुकी है।

प्रदेश में 35 हजार से अधिक कृषि पंपों का ऊर्जीकरण

मुख्यमंत्री ने कहा कि 31 जनवरी 2021 तक लंबित कृषि पंपों के ऊर्जीकरण की घोषणा के अनुरूप हमने 35 हजार 151 कृषि पंपों को ऊर्जित करते हुए एक नया कीर्तिमान बना लिया है। अब 20 हजार 550 नए पंप कनेक्शनों का कार्य 31 मार्च 2023 तक पूरा करने का लक्ष्य है।
छत्तीसगढ़ में खेती बनीं लाभ का जरिया

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने खेती को लाभ का जरिया बनाने का वादा भी निभाया है। लगातार बढ़ते हुए, इस वर्ष धान खरीदी 98 लाख मीटरिक टन के सर्वोच्च शिखर पर पहुंची है, जो 4 वर्ष पूर्व मात्र 57 लाख मीटरिक टन थी। धान बेचने वाले किसानों की संख्या भी अब बढ़कर 21 लाख 77 हजार से अधिक हो गई है, जो पहले मात्र 12 लाख 6 हजार थी। इस तरह हमारे प्रयासों से धान बेचने वाले किसानों की संख्या 9 लाख 71 हजार बढ़ी है। प्रदेश में धान के अलावा अन्य अनाजों का उत्पादन बढ़ाने के भी अनेक उपाय किए गए हैं, जिसके कारण अनाज उत्पादन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ न सिर्फ स्वावलम्बी हुआ है बल्कि प्रदेश में कुल आवश्यकता का 270 प्रतिशत अधिक अनाज उत्पादन हुआ है। फसल विविधीकरण की गति बढ़ाने के लिए ‘टी-कॉफी बोर्ड’ का गठन किया गया है। दलहन-तिलहन का उत्पादन बढ़ाने के लिए हमने बहुत से कदम उठाए हैं। इस वर्ष से दलहन फसलों की खरीदी भी समर्थन मूल्य पर की जाएगी। खरीफ 2021 में धान के बदले 17 हजार 539 एकड़ क्षेत्र में दलहन, तिलहन एवं 240 एकड़ में वृक्षारोपण किया गया है। रबी 2021-22 में ग्रीष्मकालीन धान का रकबा 95 हजार हेक्टेयर कम करते हुए 42 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में मक्का एवं शेष रकबे में दलहन, तिलहन, साग-सब्जी की फसलें लगाई गई हैं। खरीफ 2022 में धान के 5 लाख हेक्टेयर क्षेत्र को दलहन-तिलहन एवं अन्य उद्यानिकी फसलों से प्रतिस्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है।

लघु धान्य फसलों को प्रोत्साहन

प्रदेश में लघु धान्य फसलों को प्रोत्साहित करने के लिए ‘छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन’ का गठन किया गया है। कोदो, कुटकी, रागी का न्यूनतम समर्थन मूल्य घोषित कर इनकी खरीदी करने वाला देश का पहला राज्य छत्तीसगढ़ है।

नरवा योजना: भू-जल स्तर में 30 प्रतिशत तक वृद्धि

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘सुराजी गांव योजना’ से छत्तीसगढ़ को स्वावलंबी ग्रामीण अर्थव्यवस्था वाला राज्य बनाने, भू-जल संरक्षण व रिचार्जिंग को बढ़ाने और कृषि भूमि को जहरीले रसायनों से मुक्ति दिलाते हुए जैविक खेती में मदद मिल रही है। ‘नरवा योजना’ से विभिन्न नालों में 99 लाख से अधिक संरचनाओं का निर्माण किया गया है, जिससे उपचारित क्षेत्र में भू-जल स्तर में 30 प्रतिशत तक वृद्धि हुई है, वहीं नालों में पानी की उपलब्धता भी दो माह अधिक रहने लगी है। ‘गरुवा योजना’ में पहले हमने गौठानों के विकास पर जोर दिया। अब-तक 8 हजार 408 गौठानों को विकसित किया जा चुका है, जो ‘रोका-छेका अभियान’ के साथ आर्थिक-सांस्कृतिक गतिविधियों के केन्द्र बने हैं। गोबर से बिजली बनाने के लिए ‘भाभा एटॉमिक रिसर्च सेंटर’ के साथ प्रौद्योगिकी साझा करने हेतु एमओयू किया गया है। गोबर से ऑयल पेंट तथा अन्य उत्पाद बनाने की दिशा में भी बहुआयामी पहल की जा रही है।

गांधी जयंती से ‘रूरल इंडस्ट्रियल पार्क’ की होगी शुरूआत

मुख्यमंत्री ने कहा कि गौठानों को आजीविका-केन्द्र के रूप में विकसित करने हेतु हम ‘ग्रामीण आजीविका पार्क’ अर्थात ‘रूरल इंडस्ट्रियल पार्क’ प्रारम्भ करने जा रहे हैं। इसका उद्देश्य ग्रामीण गरीब परिवारों के लिए आजीविका के माध्यम से अतिरिक्त आय के साधन बनाना है। गांधी जयंती अर्थात 2 अक्टूबर 2022 के अवसर पर इसका शुभारम्भ किया जाएगा और प्रथम वर्ष में 300 ऐसे पार्क स्थापित कर दिए जाएंगे। अब एक कदम और आगे बढ़ाते हुए हमने 4 रुपए प्रति लीटर की दर से गौ-मूत्र खरीदी की योजना भी शुरू कर दी है, जो ‘रासायनिक पेस्टिसाइड्स’ के मुकाबले एक बेहतर विकल्प है। ‘बाड़ी योजना’ अंतर्गत प्रति गौठान एक से डेढ़ एकड़ तक भूमि चिन्हांकित की गई है और अभी तक 3 लाख से अधिक बाडिय़ां विकसित की जा चुकी हैं। राज्य के बम्पर धान उत्पादन को किसानों की शक्ति बनाने के लिए हमने राज्य की जरूरतें पूरी होने के बाद, शेष धान से ‘बायो एथेनाल’ के उत्पादन की योजना बनाई है और 27 निवेशकों के साथ एमओयू भी किया है। विकासखण्डों में फूडपार्क बनाने की योजना के तहत अभी तक 112 स्थानों पर भूमि चिन्हांकित की जा चुकी है और इनमें से 52 विकासखण्डों में लगभग 621 हेक्टेयर भूमि का हस्तांतरण उद्योग विभाग को किया गया है। परम्परागत कौशल के वैल्यू-एडीशन के लिए हमने ‘सी-मार्ट’ की स्थापना का वादा भी निभाया है। इससे बुनकरों, कारीगरों, शिल्पकारों तथा स्व-सहायता समूहों के स्थानीय उत्पादों की बिक्री हेतु उचित बाजार मिलेगा।

मनरेगा में 2,709 अमृत सरोवर निर्मित

श्री बघेल ने अपने स्वतंत्रता दिवस संदेश में कहा कि ‘महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना’ को हम ग्रामीण अंचलों में मजदूरी से जीवन-यापन करने वाले परिवारों की जीवन रेखा मानते हैं। मुझे खुशी है कि वर्ष 2021-22 में हमने ‘लेबर बजट’ के विरूद्ध मांग के आधार पर लक्ष्य से 108 प्रतिशत अधिक मानव दिवस रोजगार सृजित किए। मनरेगा से हर जिले में कम से कम 75 अमृत सरोवर निर्मित करने का लक्ष्य था, हमने उससे अधिक 2 हजार 709 अमृत सरोवर निर्मित किए। गौठानों के निकट मछली पालन के 1 हजार 859 तालाब स्वीकृत किए गए हैं, जिसमें से 1 हजार 318 पूर्ण कर लिए गए हैं। मैंने मनरेगा को शहरी क्षेत्रों के लिए भी लागू करने का अनुरोध भारत सरकार से किया है।

सभी वर्गों को न्याय

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने श्रमिकों को न्याय दिलाने के लिए भी कई कदम उठाए हैं। आदिवासियों को विभिन्न तरीकों से न्याय देने के उपाय किए गए हैं। अदालतों में लंबित विभिन्न प्रकार के 1 हजार 275 प्रकरण वापस होने से उनकी सम्मानजनक रिहाई तथा घर वापसी हुई है। निरस्त वन अधिकार दावों की समीक्षा करते हुए ऐसे मामलों में आदिवासियों तथा अन्य परंपरागत वन निवासियों को उनकी काबिज भूमि के अधिकार देने का वादा हमने निभाया है। ‘मुख्यमंत्री नोनी सशक्तीकरण योजना’ का लाभ 3 हजार से अधिक हितग्राहियों को, ‘मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक नि:शुल्क कार्ड योजना’ का लाभ 88 हजार से अधिक हितग्राहियों को मिला है। ‘मुख्यमंत्री सियान श्रमिक योजना’ के तहत निर्माण श्रमिकों को पात्रता अनुसार 10 हजार रुपए, श्रम कल्याण मंडल में पंजीकृत श्रमिक परिवारों के बच्चों को शैक्षणिक छात्रवृत्ति के रूप में 30 हजार रुपए तक राशि, ‘मेधावी शिक्षा पुरस्कार योजना’ के तहत 1 लाख रुपए तक की राशि, ‘खेलकूद प्रोत्साहन योजना’ के अंतर्गत 1 लाख 50 हजार रुपए तक की राशि देने का प्रावधान किया गया है।

चिटफंड कम्पनियों के विरूद्ध कार्रवाई: निवेशकों को 18 करोड़ रुपए की राशि लौटाई गई

श्री बघेल ने कहा कि पूर्व में आम जनता के साथ ठगी करने वाली चिटफंड कंपनियों के खिलाफ हमने ठोस कार्यवाही करते हुए उनके 622 पदाधिकारियों को गिरफ्तार किया है। माननीय न्यायालयों द्वारा लगभग 56 करोड़ रुपए की सम्पत्ति की नीलामी के आदेश दिए जा चुके हैं, जिसमें से 32 करोड़ रुपए की राशि नीलामी से प्राप्त हुई है और 28 हजार से अधिक निवेशकों को लगभग 18 करोड़ रुपए लौटाए जा चुके हैं। नीलामी से प्राप्त शेष राशि भी निवेशकों को लौटाने का कार्य प्रगति पर है। ऐसी अन्य कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही भी जारी है।

वन निवासियों को व्यक्तिगत सामुदायिक और वन संसाधन अधिकार

मुख्यमंत्री ने कहा कि अनुसूचित जनजाति तथा परंपरागत वन निवासियों को अभी तक 5 लाख 3 हजार 993 व्यक्तिगत, सामुदायिक तथा वन संसाधन अधिकार पत्र दिए जा चुके हैं, जिसके तहत 38 लाख 85 हजार 900 हेक्टेयर भूमि के अधिमान्यता पत्र वितरित किए गए हैं। हमने तेंदूपत्ता संग्रहण पारिश्रमिक दर 2 हजार 500 रुपए प्रति मानक बोरा से बढ़ाकर 4 हजार रुपए किया। पूर्व में सिर्फ 7 लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी की जा रही थी। हमने 65 लघु वनोपजों की समर्थन मूल्य पर खरीदी प्रारंभ की। विगत 3 वर्षों में देश में समर्थन मूल्य पर हुई कुल लघु वनोपज खरीदी का 75 प्रतिशत हिस्सा छत्तीसगढ़ में क्रय किया गया, जो एक गौरवपूर्ण उपलब्धि है, इससे वनआश्रित परिवारों को करोड़ों रुपए की अतिरिक्त आय प्राप्त हुई। आदिवासी संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्धन हेतु देवगुड़ी व घोटुल स्थलों का पुनरुद्धार किया जा रहा है। नक्सली गतिविधियों से बाधित और बंद हुई 260 शालाओं का संचालन पुन: प्रारंभ किया गया है। विशेष पिछड़ी जनजातियों के 9 हजार 623 युवाओं को सरकारी नौकरी देने की घोषणा भी मैंने की है, जिसे शीघ्र पूरा किया जाएगा।

पेसा अधिनियम: ग्राम सभाओं होंगी सशक्त

मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने आदिवासियों के हित में बरसों से लंबित ‘पेसा अधिनियम’ के अंतर्गत नियम बनाने का काम पूरा कर इसे लागू कर दिया है, जिससे ग्राम सभाओं की शक्ति बढ़ेगी और उन्हें जल-जंगल-जमीन के बारे में खुद फैसला लेने का अधिकार मिलेगा। मेरा मानना है कि हमारे पुरखों ने देश को आजाद कराने की जो अवधारणा विकसित की थी, वह बहुत व्यापक थी और उसमें सबसे प्रमुख तत्व न्याय दिलाना ही था। इसलिए हमने आर्थिक, सामाजिक क्षेत्रों के साथ ऐसे हर उपाय किए हैं, जिससे समाज के हर वर्ग को गरिमा के साथ जीने का अवसर मिले, उनके विकास के बंद रास्ते खुलें। जटिल नियम-प्रक्रियाओं के बंधन समाप्त हों। हर क्षेत्र में सुधार हों। जनता के संविधान सम्मत अधिकारों और सुविधाओं में निरंतर वृद्धि हो।

‘स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना’: स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति

मुख्यमंत्री ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में हमने सुधार के स्थायी उपाय किए, जिसके तहत पहले चरण में 14 हजार से अधिक शिक्षकों की स्थायी भर्ती का कार्य शुरू किया गया, जो अब अंतिम चरणों में है। इसके अतिरिक्त 10 हजार शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है। ‘स्वामी आत्मानंद उत्कृष्ट विद्यालय योजना’ से स्कूली शिक्षा के क्षेत्र में एक नयी क्रांति आयी है। विगत वर्ष हमने 51 स्कूलों से यह योजना प्रारंभ की थी, जो अब बढ़कर 279 स्कूलों तक पहुंच चुकी है। इनमें से 32 स्कूल हिन्दी माध्यम के हैं तथा 247 स्कूलों में हिन्दी के साथ अंग्रेज़ी माध्यम में भी शिक्षा दी जा रही है। इस वर्ष 2 लाख 52 हजार 600 बच्चों ने इन स्कूलों में प्रवेश लिया है, जिसमें 1 लाख 3 हजार बच्चे अंग्रेज़ी माध्यम तथा 1 लाख 49 हजार 600 बच्चे हिन्दी माध्यम के हैं। इस योजना की सफलता को देखते हुए हमने निर्णय लिया है कि अधिक से अधिक स्कूलों को इस योजना के अंतर्गत लाया जाएगा। आगामी शिक्षा सत्र के पूर्व 422 स्कूलों में यह योजना लागू होगी, जिनमें से 252 स्कूल बस्तर एवं सरगुजा संभाग में होंगे और इनमें दंतेवाड़ा जिले के शत-प्रतिशत शासकीय हाई एवं हायर सेकेंडरी स्कूल होंगे। अपना वादा निभाते हुए हमने नवा रायपुर में अंतरराष्ट्रीय स्तर का बोर्डिंग स्कूल स्थापित करने की प्रक्रिया भी प्रारंभ कर दी है।

बच्चों को मातृभाषा में प्रारंभिक शिक्षा

मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चों को उनकी मातृभाषा में ही प्रारंभिक शिक्षा प्रदान करने के लिए हमने हिन्दी के अलावा 16 स्थानीय भाषाओं में तथा 4 पड़ोसी राज्यों की भाषाओं में पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित कराई हैं। ‘नि:शुल्क पाठ्य पुस्तक योजना’ के तहत कक्षा पहली से कक्षा दसवीं तक सभी शासकीय-अशासकीय शालाओं तथा कक्षा आठवीं तक मदरसों के बच्चों को लगभग 52 लाख पाठ्य पुस्तकें प्रदान की जा रही हैं।  नवमीं कक्षा में पढऩे वाली 1 लाख 55 हजार छात्राओं को इस वर्ष नि:शुल्क सायकल देने का लक्ष्य रखा गया है।

शिक्षा को रोजगार से जोडऩे की पहल
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य की बेरोजगारी दर लगातार देश में न्यूनतम स्तर पर बनी हुई है, जो हमारी युवा कल्याण और रोजगारपरक योजनाओं की सफलता का प्रमाण है। ‘सेंटर फॉर मॉनीटरिंग इंडियन इकॉनॉमी’ द्वारा जारी नए आंकड़ों के अनुसार जुलाई में राज्य की बेरोजगारी दर मात्र 0.8 प्रतिशत रही, जबकि देश की औसत बेरोजगारी दर 6.9 प्रतिशत दर्ज की गई है। हमने स्कूली शिक्षा को रोजगारमूलक बनाने के लिए उसका आईटीआई के साथ समन्वय किया गया है, ताकि स्कूली शिक्षा और आईटीआई प्रशिक्षित होने का प्रमाण-पत्र एक साथ प्राप्त हो सके। इस योजना के तहत 114 हायर सेकेण्डरी स्कूलों को जोड़ा जा चुका है। उच्च शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार के लिए 1 हजार 459 सहायक प्राध्यापकों, क्रीड़ा अधिकारियों और ग्रंथपालों की नियुक्ति की गई है। अतिथि व्याख्याताओं का मानदेय बढ़ाया गया है। सभी जिलों में कन्या महाविद्यालय खोलने के क्रम में मुंगेली में नया कन्या महाविद्यालय प्रारंभ कर दिया गया है। दुर्गम वन अंचलों में पीपीपी मॉडल पर महाविद्यालय खोलने, उत्कृष्ट शासकीय महाविद्यालयों में मुक्त दूरवर्ती शिक्षा केन्द्र की स्थापना, स्नातक स्तर पर 4 वर्षीय डिग्री पाठ्यक्रम, बस्तर विश्वविद्यालय में आदिवासी लोक नृत्य एवं संगीत पर सर्टिफिकेट कोर्स प्रारंभ करने की पहल जैसे उपायों से उच्च शिक्षा का दायरा बढ़ाया जा रहा है, जिससे युवाओं को पढ़ाई पूरी करने के साथ बेहतर रोजगार के अवसर मिलेंगे।

राजीव युवा मितान क्लब: युवाओं की ऊर्जा को मिली रचनात्मक दिशा

हमने युवाओं को सकारात्मक और रचनात्मक दिशा में आगे बढ़ाने के लिए 6 हजार 518 से अधिक ‘राजीव युवा मितान क्लब’ प्रारम्भ कर दिए हैं, जिसका विस्तार सभी पंचायतों तथा नगरीय-निकायों में किया जाएगा।

कर्मचारी हितैषी निर्णय: पुरानी पेंशन योजना बहाल

मुख्यमंत्री ने कहा कि 26 जनवरी 2022 को शासकीय कार्यालयों में पांच कार्य दिवस प्रति सप्ताह प्रणाली लागू करने की घोषणा की थी, जिसे तत्काल पूरा किया गया, जिससे हमारे कर्मचारी साथी अधिक ऊर्जा और उत्साह के साथ कार्य करने में सक्षम हुए हैं। इसी प्रकार हमने राज्य के शासकीय कर्मचारियों एवं उनके परिवारजनों के भविष्य की चिंता करते हुए, उनकी लंबित मांग पूरी की और 1 नवम्बर, 2004 अथवा उसके पश्चात नियुक्त शासकीय कर्मचारियों के लिये नवीन अंशदायी पेंशन योजना के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना को बहाल कर दिया है।

सबके स्वास्थ्य का रखा ध्यान

हमने स्वास्थ्य सुविधाओं को जन-जन तक पहुंचाने के लिए अनेक योजनाएं लागू की हैं। ‘डॉ. खूबचंद बघेल स्वास्थ्य सहायता योजना’, ‘मुख्यमंत्री विशेष स्वास्थ्य सहायता योजना’, ‘मुख्यमंत्री हाट-बाजार क्लीनिक योजना’, ‘नि:शुल्क डायलिसिस कार्यक्रम’, ‘मुख्यमंत्री शहरी स्लम स्वास्थ्य सहायता योजना’, ‘मुख्यमंत्री दाई-दीदी क्लीनिक योजना’, ‘दीर्घायु वार्ड योजना’ के अंतर्गत 83 लाख से अधिक लोगों को स्वास्थ्य-लाभ मिला है। प्रदेश को मलेरियामुक्त बनाने के विशेष अभियान से 6 चरणों में मलेरिया की दर 4.6 प्रतिशत से घटकर 0.21 प्रतिशत हो गई है। उच्च गुणवत्ता की जेनेरिक दवाएं तथा सर्जिकल सामान 51 से 72 प्रतिशत तक छूट पर देने के लिए हमने ‘श्री धन्वंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर योजना’ के अंतर्गत नगरीय क्षेत्रों में 184 दुकानें प्रारंभ कर दी हैं। जेनेरिक दवाओं के विक्रय से अब तक 19 लाख लोगों को 35 करोड़ रुपए की बचत हुई है। रियायती दर पर पैथोलॉजी जांच की सुविधा उपलब्ध कराने के लिए प्रदेश में 10 जिलों व 3 सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों में ‘हमर लैब’ प्रारंभ किए गए हैं। विगत वर्ष प्रदेश में ‘हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर’ स्थापित करने के लिए निर्धारित लक्ष्य के विरुद्ध हमने 116 प्रतिशत उपलब्धि हासिल की और 4 हजार 512 ऐसे सेंटर स्थापित किए, जिसके कारण छत्तीसगढ़ को देश में दूसरा स्थान प्राप्त हुआ है। ‘टीबी मुक्त भारत अभियान’ में छत्तीसगढ़ को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ है।

नये चिकित्सा महाविद्यालयों के लिए बजट प्रावधान

जगदलपुर तथा बिलासपुर में मल्टी सुपर स्पेशियलिटी चिकित्सालय, बिलासपुर में राज्य कैंसर संस्थान, कोरबा-कांकेर तथा महासमुंद में नए चिकित्सा महाविद्यालयों की स्थापना हेतु राज्य शासन द्वारा समुचित बजट प्रावधान किया गया है। नवा रायपुर में भी अत्याधुनिक मल्टी सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल की स्थापना हेतु 25 एकड़ जमीन चिन्हांकित कर दी गई है।

4.44 करोड़ से अधिक लोगों का कोरोना टीकाकरण

मुख्यमंत्री ने कहा कि, छत्तीसगढ़ में कोरोना से बचाव के लिए टीके लगाने का काम हम काफी तेजी से कर रहे हैं। अभी तक कुल 4 करोड़ 44 लाख 75 हजार टीके लगाए जा चुके हैं। मैं चाहंूगा कि आप सभी लोग कोरोना से बचाव के लिए पात्रतानुसार टीका लगवाएं। वर्तमान में जो नि:शुल्क ‘बूस्टर डोज’ की सुविधा उपलब्ध है, उसका लाभ भी बड़ी संख्या में उठाएं।

2.60 करोड़ लोगों को खाद्य सुरक्षा

हमने प्रदेश में सार्वभौम पीडीएस व्यवस्था लागू करने का वादा निभाया है। इस योजना के हितग्राहियों की संख्या 2 करोड़ 60 लाख हो गई है, जो वर्ष 2011 की जनगणना के अनुसार 100 प्रतिशत कवरेज है। आयरन फॉलिक एसिड युक्त, फोर्टिफाइड चावल का वितरण 10 आकांक्षी जिलों के साथ कबीरधाम एवं रायगढ़ जिलों में भी ‘मध्याह्न भोजन’ व ‘पूरक पोषण आहार योजना’ के तहत किया जा रहा है। वर्ष 2024 तक पीडीएस के अंतर्गत सभी जिलों में फोर्टिफाइड चावल का वितरण प्रारंभ किया जाएगा।

मुख्यमंत्री सुपोषण योजना: 2.11 लाख बच्चे कुपोषण से हुए मुक्त

छत्तीसगढ़ में महिलाओं की सुरक्षा, पोषण और स्वास्थ्य को प्राथमिकता दी गई है। प्रदेश के 51 हजार 664 आंगनवाड़ी केन्द्रों में 26 लाख महिलाओं तथा बच्चों को गर्म पका हुआ भोजन दिया जा रहा है। ‘मुख्यमंत्री सुपोषण योजना’ से कुपोषित बच्चों की संख्या में 48 प्रतिशत की कमी आई है। योजना अवधि में अब तक 2 लाख 11 हजार बच्चे कुपोषण से मुक्त हुए हैं। ‘नोनी सुरक्षा योजना’ के अंतर्गत 43 हजार से अधिक बेटियों को लाभान्वित किया गया है। आंगनवाड़ी और प्राथमिक शाला के समन्वय से 5 हजार से अधिक आंगनवाड़ी को बालवाड़ी के रूप में विकसित किया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि ‘स्वच्छता अभियान’ में छत्तीसगढ़ की भागीदारी और सफलता की मिसाल है कि हमारे ‘ठोस अपशिष्ट प्रबंधन मॉडल’ को विगत 3 वर्षों से लगातार राष्ट्रीय स्तर पर ‘राज्य स्वच्छ सर्वेक्षण’ में प्रथम स्थान मिल रहा है। शहरी सुविधाओं में सुधार की दिशा में हमने शहरी क्षेत्रों में 5 हजार वर्गफुट भू-खण्ड के आवासों में ‘ट्रस्ट दैन वेरिफाई’ के सिद्धांत पर सीधे हितग्राही को भवन अनुज्ञा प्रदान करने का कार्य प्रारंभ किया है।

जन्माष्टमी से शुरू होगी ‘कृष्ण कुंज योजना’

नागरिकों को मानचित्र ऑनलाइन कम्प्यूटर से जांच उपरांत एक क्लिक एवं एक रुपए के आवेदन शुल्क की अदायगी पर पूरे वैधानिक प्रावधानों के साथ जारी किए जा रहे हैं। शहरों के पर्यावरण को स्वच्छ और हरा-भरा बनाए रखने के लिए हमने इस वर्ष जन्माष्टमी के अवसर पर ‘कृष्ण कुंज योजना’ शुरू करने का निर्णय लिया है, जिसके तहत सभी 170 नगरीय-निकायों में 226 एकड़ क्षेत्र में सांस्कृतिक महत्व के पौधों का रोपण किया जाएगा।

झुग्गीवासियों के लिए 1 लाख से अधिक आवासों का निर्माण

आम जनता को घर पहुंच नागरिक सुविधाएं प्रदान करने के लिए शुरू की गई, ‘मुख्यमंत्री मितान योजनाÓ का लाभ 14 नगर निगमों में 5 हजार से अधिक लोगों को मिल चुका है। ‘मोर जमीन-मोर मकानÓ एवं ‘मोर मकान-मोर चिन्हारीÓ योजनाओं के जरिए हमने झुग्गीवासियों के लिए 1 लाख से अधिक आवासों का निर्माण पूर्ण कर लिया है। अब शहरी किराएदारों को भी मकान उपलब्ध कराने की दिशा में कार्यवाही की जा रही है।

रियल इस्टेट क्षेत्र को प्रोत्साहन

हमने छोटे भू-खंडों की खरीदी-बिक्री से रोक हटाने का जो फैसला किया था, उसके सकारात्मक परिणाम मिले हैं, इससे लगभग 3 लाख 55 हजार छोटे भू-खंडों के पंजीयन हुए हैं, जिससे उनके परिवार की आर्थिक गतिविधियां शुरू र्हुइं और अनेक लंबित कार्य संभव होने से परिवारों में खुशियां आई हैं। हमने जमीनों की गाइडलाइन दरों में 30 प्रतिशत की कमी, महिलाओं के पक्ष में रियायत, आवासीय भवनों के पंजीयन में रियायत, पंजीयन हेतु ‘ऑनलाइन अपॉइंटमेंटÓ जैसे अनेक सुधार किए, जिससे कोरोना के बावजूद प्रदेश में स्थायी सम्पत्तियों का क्रय-विक्रय बढ़ा और लक्ष्य से अधिक राजस्व प्राप्ति हुई। इससे हमारी सरकार की सुधारों के प्रति व्यावहारिक दृष्टि और उसे जन-समर्थन मिलने की पुष्टि भी होती है। जनहित के लिए सुधारों के सिलसिले में अनधिकृत विकास के नियमितीकरण हेतु नया कानून, आवासीय कालोनियों के विकास हेतु एकल खिड़की प्रणाली-सीजी आवास, प्रमुख शहरों के जर्जर भवनों के पुनर्विकास हेतु योजना, छत्तीसगढ़ गृह निर्माण मंडल की विशेष भाड़ा योजना में विधवा, शासकीय कर्मचारी, निगम-मंडल के कर्मचारी, शासकीय व अद्र्धशासकीय विभागों के संविदा कर्मचारी, सैनिक व भूतपूर्व सैनिक तथा स्वास्थ्यकर्मी को कुल देय ब्याज की राशि में 10 प्रतिशत की छूट का लाभ भी मिलेगा।

राज्य में 21 हजार 494 करोड़ रूपए का पूंजी निवेश

प्रदेश में उद्योग-व्यापार तथा कारोबार में वृद्धि को कानून- व्यवस्था की बेहतर स्थिति तथा राज्य सरकार की सकारात्मक नीतियों का परिणाम माना जाता है। विगत साढ़े तीन वर्षों में छत्तीसगढ़ में 2 हजार 230 नई औद्योगिक इकाइयां स्थापित हुई हैं, जिनमें 21 हजार 494 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है और लगभग 41 हजार लोगों को रोजगार मिला है। खाद्य प्रसंस्करण की 502 इकाइयों में 970 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है। भारत सरकार द्वारा जारी स्टार्टअप रैंकिंग में छत्तीसगढ़ को स्टार्टअप ईको-सिस्टम के विकास तथा 748 स्टार्टअप इकाइयों के पंजीयन हेतु एस्पायरिंग लीडर का सम्मान मिला। इसके अतिरिक्त विगत साढ़े तीन वर्षों में नए उद्योगों की स्थापना हेतु 177 एमओयू किए गए हैं, जिनके माध्यम से लगभग 90 हजार करोड़ रुपए का पूंजी निवेश तथा 1 लाख 10 हजार लोगों को रोजगार देना प्रस्तावित है। इनमें से 11 इकाइयों में 1 हजार 513 करोड़ रुपए का पूंजी निवेश हुआ है। मुझे विश्वास है कि इलेक्ट्रिक व्हीकल एवं लीथियम आयन बैटरीज, जूट बैग निर्माण प्रोजेक्ट जैसे नए क्षेत्रों को विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज देने का भी लाभ जल्दी मिलेगा।

फिल्म सेल का गठन

हमने छत्तीसगढ़ी फिल्म उद्योग को बढ़ावा देने के लिए फिल्म सेल का गठन किया है। ‘सिंगल विंडो पैनल सॉफ्टवेयरÓ विकसित किया है, जिसमें निर्माता-निर्देशक को समस्त विभागों से अनापत्ति प्रमाण-पत्र प्रदान करने हेतु जिला कलेक्टर को अधिकृत किया गया है।
98 लाख लोगों को मिला ऑनलाइन नागरिक सेवाओं का लाभ
मेरा मानना है कि शासन-प्रशासन की सुविधाएं आम जनता को व्यापक पारदर्शिता के साथ मिले तो यह भी न्याय है। हमने सूचना प्रौद्योगिकी आधारित नवाचारों से ऑनलाइन नागरिक सेवाओं पर जोर दिया, जिसके कारण प्रदेश में ऑनलाइन नागरिक सेवाओं का उपयोग करने वाले लोगों की संख्या 300 प्रतिशत से अधिक बढ़ी है और 98 लाख से अधिक लोगों ने ऑनलाइन शासकीय सेवाओं का लाभ लिया है।

परिवहन सेवाएं हुई ऑनलाइन

परिवहन से संबंधित सेवाओं का वास्ता अधिकांश लोगों से होता है। हमने लर्निंग लाइसेंस, यात्री वाहनों के पर्यटन आवेदन की प्रक्रिया ऑनलाइन की है। वाहनों के पंजीयन एवं चालक लाइसेंस ‘क्यू आर कोडÓ आधारित स्मार्ट कार्ड पर जारी किए जा रहे हैं। परिवहन कार्यालय आने-जाने से बचत हेतु ‘परिवहन सुविधा केन्द्रÓ खोले जा रहे हैं। ‘तुंहर सरकार-तुंहर दुआरÓ की संकल्पना को साकार करने हेतु आरसी बुक तथा लाइसेंस की घर पहुंच सेवा स्पीड पोस्ट के माध्यम से की गई, जिसके तहत अभी तक 11 लाख 41 हजार से अधिक दस्तावेज आवेदकों के घर भेजे जा चुके हैं।

बेहतर प्रबंधन से बढ़ा सिंचाई का रकबा

अधोसंरचना विकास के लिए हमने परिणाममूलक नजरिया अपनाया, जिसके कारण सिंचाई क्षेत्र में बेहतर प्रबंधन से वास्तविक सिंचाई का रकबा 10 लाख 90 हजार हेक्टेयर से बढ़कर 13 लाख 58 हजार हेक्टेयर हो गया।

जल जीवन मिशन: 13.08 लाख नल कनेक्शन

जल-जीवन मिशन के अंतर्गत राज्य के 56 लाख ग्रामीण परिवारों को घरेलू नल कनेक्शन के माध्यम से 55 लीटर पानी प्रति व्यक्ति, प्रतिदिन देने के लिए सितम्बर 2023 की समय-सीमा तय की गई है और 13 लाख 8 हजार नल कनेक्शन दिए जा चुके हैं।
24 हजार करोड़ रूपए लागत से हो रहा सड़क-पुल-पुलियों का निर्माण

प्रदेश में 24 हजार करोड़ रुपए से अधिक की लागत से सड़क-पुल-पुलियों का निर्माण कराया जा रहा है। राज्य की विशेष जरूरतों के अनुरूप ‘मुख्यमंत्री सुगम सड़क योजनाÓ में 495 करोड़ रुपए की लागत से 735 किलोमीटर सड़कें, एडीबी लोन के माध्यम से 3 हजार 535 करोड़ रुपए की लागत से 869 किलोमीटर सड़कें, आदिवासी बहुल एवं नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में 1 हजार 637 करोड़ रुपए की लागत से 2 हजार 478 किलोमीटर सड़कें, छत्तीसगढ़ सड़क अधोसंरचना विकास निगम द्वारा 5 हजार 503 करोड़ रुपए की लागत से 3 हजार 169 किलोमीटर सड़कें तथा ‘जवाहर सेतु योजनाÓ के माध्यम से 620 करोड़ रुपए की लागत से 94 पुलों का निर्माण कराया जा रहा है।

हाफ बिजली बिल योजना: 41 लाख उपभोक्ताओं को 2500 करोड़ रूपए की बचत

मैंने कहा था कि प्रदेश में बिजली का उपभोग बढ़ाना हमारी प्राथमिकता होगी ताकि बिजली हमारे प्रदेश में रोजगार, उद्यमिता और जीवन स्तर उन्नयन का माध्यम बने। हमने ‘हाफ बिजली बिल योजनाÓ का वादा निभाया, जो अब अपने तीसरे वर्ष में प्रवेश कर चुकी है और इसके अंतर्गत 41 लाख से अधिक उपभोक्ताओं को 2 हजार 500 करोड़ रुपए की बचत हो चुकी है। आज मुझे यह कहते हुए खुशी है कि हमने वर्ष 2018’9 की सर्वाधिक मांग 4 हजार 640 के मुकाबले 5 हजार 300 मेगावाट का उच्चतम स्तर छुआ है। कुशल प्रबंधन से विद्यमान बिजली घरों में उच्चतम उत्पादन हुआ और पारेषण तथा वितरण की बेहतर व्यवस्था करने में भी सफल हुए। अब छत्तीसगढ़ एक सशक्त विद्युत प्रणाली वाला राज्य बन गया है, जिससे और भी अधिक सुदृढ़ करने के लिए हमने वर्ष 2025 तक की कार्ययोजना बनाकर कार्य प्रारंभ किया है।

छत्तीसगढ़ की माटी का बढ़ा मान

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की तासीर पर हम सबको गर्व होने के अनेक कारण हैं। एक ओर स्वतंत्रता संग्राम से लेकर देश की एकता और अखण्डता की रक्षा के दौरान छत्तीसगढ़ महतारी के वीर सपूतों और सुपुत्रियों के पराक्रम के साथ ही उनकी सत्याग्रह के प्रति अटूट आस्था के दर्शन होते हैं तो वहीं दूसरी ओर वह विशाल आदिवासी अंचल भी है, जिसने भगवान राम को मर्यादा पुरुषोत्तम बनाया था। भगवान राम की माता कौशल्या की जन्मभूमि का प्रताप भी हमारी धरती में समाया है, इसलिए हम राम वनगमन पर्यटन परिपथ का विकास कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ महतारी का चित्र जारी कर उसे समस्त सरकारी कार्यालयों में लगाने के निर्देश दिए गए हैं। अपनी माटी का मान बढ़ाने के लिए अक्षय तृतीया के दिन ‘माटी पूजन अभियान’ की शुरूआत तथा श्रम दिवस के दिन ‘बोरे बासी’ का सम्मान लौटाने की शुरूआत की गई। हरेली, तीजा-पोरा, भक्तमाता कर्मा जयंती, छेर-छेरा पुन्नी, विश्व आदिवासी दिवस, छठ पूजा आदि को लोक पर्व के रूप में स्थापित कर, हमने छत्तीसगढ़ी स्वाभिमान को नई ऊंचाई दी है। अब राज्य स्तरीय सम्मानों की सूची में ‘देवदास बंजारे स्मृति पंथी नृत्य पुरस्कारÓ और ‘लाला जगदलपुरी साहित्य पुरस्कार’ को भी शामिल किया गया है।

‘बस्तर फाइटर्स’ विशेष बल में 2 हजार 800 पदों पर भर्ती

हमें विरासत में जो नक्सलवाद की समस्या मिली थी, उसकी रोकथाम में मिल रही सफलता वास्तव में लोकतांत्रिक आस्थाओं की जीत है। इस जीत में ‘विश्वास, विकास और सुरक्षा’ की बड़ी भूमिका है। हमने विगत साढ़े तीन वर्षों में सकारात्मक कदम उठाकर पुलिस और सुरक्षा बलों का मनोबल बढ़ाया है। वर्ष 2018 में राज्य में पुलिस बल की संख्या 75 हजार 125 थी, जो अब बढ़कर 80 हजार 128 हो गई है। ‘बस्तर फाइटर्स’ विशेष बल में 2 हजार 800 पदों पर स्थानीय युवाओं की भर्ती की जा रही है, जो सुरक्षा बलों को नई शक्ति प्रदान करेंगे। हमारे प्रशासन व आपदा-मोचन बल की कुशलता और सक्षमता का प्रमाण जांजगीर-चांपा जिले के ग्राम पिहरीद में खुले बोरवेल में गिरे एक बच्चे के बचाव और बाढ़ में फंसे 68 लोगों को सुरक्षित बचाने के दौरान भी दिखा।

जनप्रतिनिधियों के मानदेय में वृद्धि

मुख्यमंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में निर्वाचित जनप्रतिनिधियों की क्षमता वृद्धि से जन-अपेक्षाओं की पूर्ति व विकास कार्यों का सीधा रिश्ता होता है। इसलिए हमने त्रिस्तरीय पंचायत राज संस्थाओं, नगरीय निकायों के पदाधिकारियों के मानदेय एवं वित्तीय अधिकारों में वृद्धि की है, साथ ही विधानसभा सदस्यों का वेतन भी बढ़ाया है। मैं चाहूंगा कि समस्त जनप्रतिनिधि अधिक सक्रियता के साथ जनसमस्याओं के निवारण और प्रदेश की प्रगति में अपनी भागीदारी निभाएं। आपसी विश्वास, समन्वय, सद्भाव, एकता और समझदारी की बदौलत हम भावी चुनौतियों का मुकाबला भी पूरी क्षमता से करेंगे।

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