भोपाल,22 जून (एजेंसी)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 27 जून को प्रस्तावित मप्र प्रवास के दौरान शहडोल भी जाएंगे। ये यहां दोपहर भोज जनजातीय समाज के मुखियाओं के साथ अमरई (आम के पेड़ों का झुंड) में प्राकृतिक वातावरण में खुले में बैठकर करेंगे। गर्मी के चलते प्राकृतिक स्थान चुना गया है। खास बात यह है कि जो भोजन बनाया जाएगा, यह मोटे अनाज यानी मिलेट्स का होगा।
स्वयं सहायता समूह की दीदियां अपने घर पर ही बनाएंगी। पहले प्रधानमंत्री मोदी शहडोल में एक जनजाति परिवार के घर जाकर भोजन करने वाले थे, लेकिन कार्यक्रम में संशोधन किया गया है। शहडोल प्रवास के दौरान प्रधानमंत्री के लिए भोजन बनाने के लिए किसी रसोईये को हनीं बुलाया गया है। जनजाति परिवार ही भोजन बनाकर लाएंगे।
सभी व्यंजन मोटे अनाज यानि मिलेट्स से तैयार होंगै। जिसमें कोदो-कुटकी के अलावा ज्वार, बाजरा और महुआ से बने विशुद्ध जनजाति व्यंजनों को शामिल किया गया है। शहडोल जिला प्रशासन के अधिकारियों ने भोजन व्यवस्था और व्यंजनों की सूची प्रधानमंत्री कार्यालय को भेजी है। वहां से निर्देश का इंतजार है।
प्रधानमंत्री आम के पेड़ों के नीचे खुले में बैठकर भोजन के साथ जनजाति वर्ग के साथ-साथ अन्य लोगों से भी संवाद करेंगे। यदि इस दौरान बारिश होती है तो प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्था के तौर पर तंबू भी बनवाया है। तब तंबू में कार्यक्रम होगा। प्रधानमंत्री के दौरे के चलते सुरक्षा के लिहाज से एसपीजी की टीम शहडोल का दौरा कर चुकी है।
***********************************