शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया का जेल जाना तय : संबित पात्रा

नई दिल्ली 03 दिसंबर (एजेंसी)। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया पर निशाना साधते हुए भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने अभी कुछ दिन पहले शराब घोटाले के आरोपी उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को क्लीनचिट दिया था। क्योंकि सीबीआई और ईडी की चार्जशीट में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का नाम नहीं है, शराब घोटाले हुआ ही नहीं है।

मनीष सिसोदिया शिक्षा मंत्री एवं आबकारी मंत्री रहे हैं। केजरीवाल सरकार में षराब घोटाले हुए हैं, मनीष सिसोदिया के दिशा निर्देष में ही नयी आबकारी नीति बनी है इसलिए मनीष सिसोदिया पर गाज गिरेगा ही। संबित पात्रा ने कहा कि जांच एजेंसी ने शराब घोटाले का अरापी अमित अरोड़ा को रिमांड पर लेने के लिए कोर्ट में 32 पेज का रिमांड नोट दाखिल किया था। रिमांड नोट के तथ्य स्पष्ट करता है कि षराब घोटाले में मनीष सिसोदिया के खिलाफ अभी जांच चल रही है।

उन पर लगाए गए आरोप बहुत ही संगीन है। षराब घोटोले के सारे तार आकर मनीष सिसोदिया के साथ जुड़ रहे। ऐसा लगता है कि जांच एजेंसियों को तथ्यों को एकत्रित करने में थोड़ी समय लगेगा किन्तु मनीष सिसोदिया के खिलाफ फुलप्रूफ साक्ष्य होगा।कुछ दिन पहले जांच एजेंसी ने कोर्ट में शराब घोटाले में गिरफ्तार लोगों को लेकर चार्जशीट दायर किया था। जिसमें मनीष सिसोदिया के राइटहैंड और अरविंद केजरीवाल के दोस्त वियज नायर, अमित अरोड़ा सहित कुछ लोग के खिलाफ चार्जषीट था। विजय नायर दिल्ली सरकार के मंत्री के सरकारी बंगला में रहते थे। संबित पात्रा ने कहा कि जांच एजेंसी की रिमांड नोट में लिखा तथ्यों को स्पष्ट किया है।

रिमांड नोट के पहले पेज पर लिखा है कि 17 अगस्त 2022 को सीबीआई और दिल्ली के एंटी करप्शन ब्यूरो ने मनीष सिसोदिया के खिलाफ एक एफआईआर दर्ज किया था। रिमांड नोट के दूसरे पेज पर लिखा है कि आफिस मेमो खुलासा होता है कि नयी शराब नीति के माध्यम से कुछ लोगों पक्षपातपूर्ण तरीके से फायदा पहुंचाने का काम किया गया है। संबित पात्रा ने कहा कि 20 जुलाई 2022 को दिल्ली के उप राज्यपाल  विनय कुमार सक्सेना ने एक पत्र लिखा था कि इस मामले पर केस होना चाहिए।

दो दिनों 22 जुलाई 2022 को इस पूरे मामले पर एक एफआईआर रजिस्टर्ड किया गया।  दूसरे पेज में ही मनीष सिसोदिया का तीसरी बार नाम आता है कि मनीष सिसोदिया के करीबी लोगों ने शराब लाईसेंस देने के लिए गलत तरीके से पैसा इक्कठा करते थे पैसों को आगे बढ़ाते थे। इस मामले में कुछ लोगों को फायादा पहुंचाया गया है। इसमें अमित अराड़ा, दिनेश जैन सहित कुछ और नाम है।  तीसरे पेज पर लिखा है कि आम आदमी पार्टी ने एक डिवाईस बनाया था जिसके माध्यम शराब घोटाले का फिडबैक लिया जा सके। डिवाइस के रूप् में वास्तव में आप के नेता काम कर रहे थे।

संबित पात्रा ने कहा कि पांचवे पेज पर लिखा है कि आबकारी मंत्री मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में ग्रुप ऑफ मिनिस्टर बनाया गया था जिसने नयी आबकारी नीति तैयार की थी।  दसवें पेज पर भी मनीष सिसोदिया का नाम आता है जिसमें कहा गया है कि गलत काम करने के उद्देष्य से शराब लाइंसेस देने की प्रक्रिया पूरी की गयी। बारहवें पेज पर भी मनीष सिसोदियध का नाम आता है जिसमें लिखा है कि मनीष सिसोदिया के निर्देष पर शराब कमीशन 2 प्रतिशत से बढ़ाकर 12 प्रतिशत किया गया। इसमें से 6 प्रतिषत कमीशन आम आदमी पार्टी को दिया जाता था।

संबित पात्रा ने कहा कि रिमांड नोट में कहा गया है कि शराब घोटोले की वजह से दिल्ली सरकार के खजाने को 2873 करोड रूप्ए का नुकसान हुआ है। नयी आबाकारी नीति बनने की टाइम लाइन से बहुत सारी बातों का खुलासा करता है। 4 सितंबर 2020 को नयी आबाका नीति बनाने के लिए एक विशेषज्ञ की समिति गठित की जाती है।

रवि धवन जी की अध्यक्षता में बनी समिति ने 13 अक्टूबर 2020 अपनी रिपोर्ट दी। 31 दिसंबर 2020 को जनता की परामर्श लेने के लिए विषेशज्ञ कमिटी की सिफारिषों को सार्वजनिक किया जाता है।5 फरवरी 2021 को इस मामले जनता के सभी सुझावों को दिल्ली सरकार के समक्ष रखा जाता है। उसी दिन नयी शराब नीति लाने के लिए केजरीवाल सरकार ने मनीष सिसोदिया की अध्यक्षता में एक ग्रुप आफ मिनिस्टर गठित किया जाता है।22 मार्च 2021 को ग्रुप आफ मिनिस्टर के अध्यक्षता करते हुए मनीष सिसोदिया प्रस्तावित नयी आबाकरी नीति पर एक रिपोर्ट पेष करते हैं।

उसी दिन मनीष सिसोदिया ने अपनी रिपोर्ट को केजरीवाल सरकार के मंत्रिपरिषद में प्रस्तुत करते हैं।5 जुलाई 2021 को मनीष सिसोदिया दिल्ली के नयी आबाकारी नीति को वेबसाइट पर अपलोड करते हैं। मगर 31 मई 2021 को मनीष सिसोदिया नयी आबकारी नीति को लीक भी कर देते हैं। गिरफ्तार नोट में जिन पांच लोगों का नाम है मनीष सिसोदिया उन्हें पहले ही नयी आबाकारी नीति की जानकारी दे देते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि 17 नवंबर 2021 को दिल्ली सरकार नयी आबकारी नीति को लागू करती है।इसके बाद 20 जुलाई 2022 को उप राज्यपाल वी के सक्सेना नयी आबकारी नीति में गड़बड़ी होने की आशंका जताते हुए जांच करने का आदेश देते हैं।

22 जुलाई 2022 को षराब घोटोले मामले में पहला एफआईआर होता है।17 अगस्त 2022 को मनीष सिसोदिया के खिलाफ एफआईआर होता है।

इसके बाद 31 अगस्त 2022 को अरविंद केजरीवाल सरकार नयी आबकारी नीति को वापस ले लेती है।रिमांड नोट के दूसरे पैरा में लिखा है कि बहुत बड़ी संख्या में डिजिटल साक्ष्य को नष्ट किया गया है। मनीष सिसोदिया सहित 36 आरोपियों ने 170 मोबाइल को नष्ट किया था, जिसकी कीमत लगभग 1.4 करोड़ रूप्ए थी।

संबित पात्रा ने कहा कि मनीष सिसोदिया  के मोबाइल नं 965010101 ?? पर सात बार हैंडसेट बदला गया। एफआईआर होने के बाद मनीष सिसोदिया ने मोबाइल हैंड सेट बदला, नए हैंडसेट का आईईएमआई नंबर – 3585923710239?? हो गया।  एफआईआर होने के तीन दिन बाद 20 अगस्त 2022 को मनीष सिसोदिया ने चार बार मोबाइल हैंडसेट बदले। उस समय उनका मोबाइल नंबर 87509020??  था। इस नवंबर पर मनीष सिसोदया ने तीन बार मोबाइल हैंडसेट बदला। मनीष सिसोदियध एक चौथा मोबाइल नंबर 87488080?? पर एक हैंडसेट बदलते हैं।

भारतीय जनता पार्टी पूछती है कि कौन सा आम आदमी दिन में चार-चार मोबाइल बदलता है? ऐसी क्या आवष्यकता थी कि मनीष सिसोदिया ने एफआईआर होने के बाद एक ही दिन मे ंचार मोबाइल हैंडसेट बदलते हैं। संबित पात्रा ने कहा कि इन सबसे स्पष्ट होता है कि जब एफआईआर हुआ तो मनीष सिसोदिया ने अरविंद केजरीवाल से पूछा होगा कि मैं इस मामले में पकड़ा गया हूं अब आगे क्या करना चाहिए? केजरीवाल ने कहा होगा कि इन बातों को छोड़ो और सभी डिजिटल साक्ष्य मिटाओ। इस कारण उसी वक्त उस मोबाइल सेट को बदल दिया गया होगा। संबित पात्रा ने कहा कि इसके बाद फिर

मनीष सिसोदिया ने दूसरा फोन विजय नायर को किया होगा। मनीष सिसोदिया ने विजय नायर से कहा होगा कि तूमने ठीक से काम नहीं किया गया, ये सारी बातें सार्वजनिक कैसे हो गयी? अब आगे क्या करना होगा? विजय नायर ने कहा होगा कि सर आप घबराओ नहीं, हमलोग डिजिटल साक्ष्य मिटाने में लग गए हैं। जितने मैनुफ्क्चरर उन्हें भी डिजिटल साक्ष्य मिटाने के लिए कह दिया है। आप भी मेरे से बात करने के बात इस मोबाईल हैंडसेट बदल देना। मनीष सिसोदिया ने इसके बाद तुरंत ही मोबाईल हैंडसेट नष्ट कर दिया।

संबित पात्रा ने कहा कि पिछले दिनों घोटाले मामले को लेकर दिनेश जैन, अमित अरोड़ा, सन्नी मारवाह  का स्टिंग आपरेषन का वीडियो वायरल हुआ था। मुझे नहीं पता, मगर हो सकता है कि मनीष सिसोदिया ने अमित अरोड़ा, सन्नी मारवाह सहित अन्य लोगों से फोन करके निर्देश दिया होगा। इन लोगों से बात चीत के बाद मनीष सिसोदिया ने अपने मोबाईल फोन नष्ट किया होगा। मनीष सिसोदिया ने 5 सितंबर 2022, 7 सितंबर 2022, 12 सितंबर 2022, 6 जुन 2022 और 19 सितंबर 2022 अपने मोबाइल हैंडसेट बदले।

मनीष सिसोदि ने दो तीन महीने के अंदर 4 मोबाइल सिम और 14 मोबाइल हैंडसेट बदल दिए। मनीष सिसोदिया के अलावा केजरीवाल के मंत्री कैलाश गहलोत ग्रुप आफ मिनस्टर के सदस्य थे। ने भी मोबाइल नंबर बदले। उन्होंने मोबाइल नंबर 98100736?? को बदल डाले। उन्होंने 24 जुलाई 2022 को तीन बार मोबाइल हैंडसेट बदले। सन्नी मारवाह ने 7बार हैंडसेट बदले। कुलविंदर मारवाह ने तीन बार हैंडसेट बदले। विजय नायर ने मोबाइल नंबर 85918226– को बदला था। विजय नायर ने लगभग 10 बार मोबाइल हैंडसेट बदले। वृंदापाल ने 3 बार मोबाइल हैंडसेट बदला है। अमनदल ने 4 बार मोबाइल हैंडसेट बदला। समीर महेन्द्रू ने 4 बार हैंडसेट और नीतिन कपूर ने 3 बार हैंडसेट बदले। गीतिका महेन्द्रू ने 2 बार और विभूति शर्मा ने 5 बार,  विनोद चौहान ने 6 बार हैंडसेट बदला है। अमित अरोड़ा ने चार मोबाइल नंबर के साथ 11 बार मोबाइल हैंडसेट बदले हैं। साहिल अरोड़ा ने 4 बार, सुरजन रेड्डी ने 3 बार, दीप मल्होत्रा ने 3 बार हैंडसेट बदला है। इस प्रकार से 36 आरोपियों ने एक दिन में कई बार मोबाइल हैंडसेट को नष्ट किया है।

फिल्मों में खलनायक अपराध करने के बाद अपराध छूपाने के लिए जैसे करता है ठीक वैसे ही मनीष सिसोदिया और षराब घोटाले के अरोपी कर रहे थे।  संबित पात्रा ने कहा कि जांच एजेंसियों की रिमांड नोट से यह स्पष्ट होता है कि शराब घोटाले में मनीष सिसोदिया का हाथ है, वे घोटाले में सिर्फ आकंठ ही नहीं डूबे है बल्कि पूरा शरीर ही घोटाले में सराबोर है।

घोटाले का पैसा उनके पास पहुंचा है। जांच होने में थोड़ी समय लगेगा किन्तु घोटालेबाज पकड़े जाएंगे। यह कोई राजनीतिक विद्वेष की कार्रवाई नहीं है बल्कि भ्रष्टाचारियों की पकड़ने की कार्रवाई है। जांच एजेंसियो की रिमांड नोट के सभी पेज पर मनीष सिसोदिया जी की उंगलियों के निशान हैं और वे नहीं बचेंगे।

*************************************

 

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Exit mobile version