नागपुर ,22 दिसंबर(एजेंसी)। एक बड़े घटनाक्रम में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल को महाराष्ट्र विधानसभा के शेष शीतकालीन सत्र के लिए निलंबित कर दिया गया। पाटिल द्वारा कथित रूप से असंसदीय टिप्पणी करने के बाद स्पीकर राहुल नरवेकर ने यह फैसला लिया। पाटिल के बयान से विधानसभा में भारी हंगामा हुआ और सत्तारूढ़ बालासाहेबंची शिवसेना (बीएसएस) और भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सदस्यों ने पाटिल को अपशब्द कहने के लिए एक साल के लिए निलंबित करने की मांग की।
भाजपा के संसदीय कार्य मंत्री चंद्रकांत पाटिल ने जयंत पाटिल को निलंबित करने का प्रस्ताव पेश किया, जिसे स्वीकार कर लिया गया। इसके बाद, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे, डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस और विपक्षी सदस्यों की उपस्थिति में अध्यक्ष के साथ करीब तीन बैठकें हुईं, जिसके बाद विधानसभा सत्र की शेष अवधि के लिए पाटिल को निलंबित करने का निर्णय लिया गया।
इसके तुरंत बाद एनसीपी, कांग्रेस और शिवसेना (यूबीटी) ने सदन से वॉकआउट कर विधानसभा के बाहर धरना दिया। पाटिल, राज्य के सबसे वरिष्ठ राजनेताओं में से हैं, जो लगातार सात बार इस्लामपुर से चुने गए हैं। वह 1999 में 39 साल की उम्र में राज्य का बजट पेश करने वाले सबसे कम उम्र के मंत्री थे, और बाद में 1999-2008 तक रिकॉर्ड 10 बार बजट पेश किया।
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