आम आदमी पार्टी के सुप्रीमो और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल अपने विवादित बयानों के लिए मशहूर रहे हैं। एक जमाने में उन्होंने देश के तमाम नेताओं को भ्रष्ट बताया था और बाद में बारी बारी सबसे माफी मांगी थी। कई नेताओं से तो उन्होंने लिखित माफी मांगी। लेकिन वे जानते हैं कि बाद में मांगी गई माफी किसी को याद नहीं रहती है।
लोग पहले कही गई बात को ही याद रखते हैं। अपनी इस सोच में उन्होंने गुजरात भाजपा के अध्यक्ष सीआर पाटिल पर हमला बोला और कहा कि वे महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा को गुजरात चलाने के लिए एक गुजराती नहीं मिला।
सोचें, इस बात का क्या मतलब है? यह सही है कि सीआर पाटिल का जन्म महाराष्ट्र में हुआ था लेकिन वे अब गुजरात में रहते हैं और नवसारी सीट से तीसरी बार रिकॉर्ड अंतर से लोकसभा का चुनाव जीते हैं।
महाराष्ट्र में जन्म लेने की वजह से अगर सीआर पाटिल का गुजरात का अध्यक्ष बनना गलत है तो हरियाणा में जन्मे और पले-बढ़े अरविंद केजरीवाल का दिल्ली का मुख्यमंत्री बनना कैसे सही होगा? केजरीवाल का जन्म हरियाणा के भिवानी में हुआ और पढ़ाई हिसार व सोनीपत में हुई। उनकी पार्टी बड़े शान से उनको हरियाणा का बेटा बता कर हरियाणा में अपना प्रचार करती है। इसके बावजूद वे दिल्ली के मुख्यमंत्री हैं। इसी तरह उत्तर प्रदेश के हापुड़ जिले में जन्मे मनीष सिसोदिया दिल्ली के उप मुख्यमंत्री हैं।
दिल्ली के रहने वाले और दिल्ली से ही विधायक रहे राघव चड्ढा को अभी केजरीवाल ने पंजाब से राज्यसभा में भेजा है। इसके बावजूद वे गुजरात में जाकर क्षेत्रवाद की बात कर रहे हैं।
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