प्रौद्योगिकी से कैंपस रैगिंग रोकने में मदद करे इसरो: बंगाल गवर्नर

कोलकाता 25 Aug. (एजेंसी): पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सी.वी. आनंद बोस ने सरकारी विश्वविद्यालयों के परिसरों में रैगिंग रोकने को लेकर उच्च-स्तरीय प्रौद्योगिकी के उपयोग की संभावनाएं तलाशने के लिए भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के साथ बातचीत शुरू की है। यह पहल 10 अगस्त को जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) में एक छात्र की रैगिंग से संबंधित मौत के बाद की गई है।

राजभवन के सूत्रों ने बताया कि देर शाम राज्यपाल ने इमेज मैचिंग, रिमोट सेंसिंग तकनीक, ऑटोमेटिक टारगेट रिकॉग्निशन और वीडियो विश्लेषण जैसी प्रौद्योगिकियों के उपयोग से इसरो के कुछ शीर्ष अधिकारियों के साथ बातचीत की। सूत्रों ने आगे कहा कि राज्यपाल ने इस संबंध में देश के अन्य प्रतिष्ठित शैक्षणिक संस्थानों के साथ भी इसी तरह की बातचीत शुरू की है।

राजभवन के एक अधिकारी ने कहा, “राज्यपाल ने अभी शुरुआती बातचीत की है। आने वाले समय में इस संबंध में और बातचीत होगी और उस समय विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति भी चर्चा प्रक्रिया में शामिल होंगे।”

राजभवन के अधिकारी ने कहा, “विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों के साथ अपनी सभी बैठकों में राज्यपाल ने लगातार इस संबंध में विश्वविद्यालय अनुदान आयोग द्वारा निर्धारित सभी एंटी-रैगिंग दिशानिर्देशों को लागू करने पर जोर दिया था। प्रौद्योगिकी के उपयोग के माध्यम से रैगिंग को रोकना इस संबंध में राज्यपाल की नई पहल है।”

इस बीच, छात्रों के एक वर्ग की आपत्तियों के बाद जेयू परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगाने के डेडलाइन को लेकर अनिश्चितता बनी हुई है।

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